हाईवे साथी एप क्या है? Highway Saathi App Download Link

देश में यात्रा में लगने वाले समय को कम करने और जाम के झाम से बचाने के लिए तेजी से एक्सप्रेस वे बनाए जा रहे हैं। सरकार इन एक्सप्रेस वे पर सफर सुरक्षित करने की दिशा में भी काम कर रही है। दिल्ली से आगरा तक पहुंचाने वाले यमुना एक्सप्रेसवे को ही लें। इस करीब 165 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे पर सफर करने वाले वाहन चालकों के लिए एक एप (app) का इस्तेमाल आवश्यक किया गया है। इस एप का नाम है हाईवे साथी एप (highway saathi app)।

यह एप यमुना एक्सप्रेसवे (yamuna expressway) पर किसी हादसे की स्थिति में या वाहन चालकों को किसी तरह की कोई जरूरत पड़ने पर उन्हें मदद उपलब्ध कराने के लिए बनाया गया है। आज हम आपको इस पोस्ट में इसी एप के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे। आइए शुरू करते हैं-

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हाईवे साथी एप क्या है? इससे क्या क्या मदद मिलती है-

साथियों, यह हाईवे साथी एप (Highway Saathi app) लगभग 4.8 एमबी का एक छोटा सा एप है। इस एप को यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी के लिए मेट्रो इंफ्रासिस (metro infrasys) ने डेवलप किया है। 15 फरवरी, 2021 से इसे यमुना एक्सप्रेस वे पर हर वाहन चालक के लिए डाउनलोड करना आवश्यक किया गया है। इसके बगैर सफर नहीं किया जा सकेगा। इस एप का एंड्रॉयड और आईओएस वर्जन उपलब्ध है।

हाईवे साथी एप क्या है? Highway Saathi App Download Link

इस एप को गूगल प्ले स्टोर (Google play store) से डाउनलोड कर मोबाइल फोन में इंस्टाल करके इस्तेमाल किया जा सकता है। इस एप में वाहन और उसके चालक से जुड़ा डाटा मसलन वाहन चालक का नाम, उसका मोबाइल नंबर, वाहन संख्या आदि सेव रहता है। ‌ यमुना एक्सप्रेस वे पर चढ़ते ही एक्सप्रेस वे अथारिटी को यह डाटा शो होने लगता है।

इससे हादसे की स्थिति में वाहन की लोकेशन जानना, यानी उसे ट्रेस करना, एंबुलेंस के साथ ही अस्पताल, दवा की जानकारी के साथ ही घायलों तक मदद पहुंचाना या ट्रैफिक रूल्स तोड़ने की स्थिति में चालान जैसी कार्रवाई बेहद सुगम हो जाती है।

हाईवे साथी एप विवरण –

एप्प का नाम हाईवे साथी एप
अप्प कब लांच किया गया फरवरी 2021
अप्प के लाभ हाईवे पर दुर्घटनाओं पर रोक लगाना
हाईवे साथी एप डाउनलोड लिंकयहाँ क्लीक करके डाउनलोड कर सकतें हैं
लांच करने वाला विभागयमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी

हाईवे साथी एप कैसे काम करता है?

दोस्तों, आइए, आपको बताते हैं कि यदि आपके स्मार्टफोन (smart phone) में यह एप (app) इंस्टॉल्ड (installed) है तो यह किस प्रकार से काम करेगा-

  • यमुना एक्सप्रेसवे पर पहुंचते ही आपके फोन का सर्वर एक्सप्रेसवे के सर्वर से जुड़ जाएगा।
  • इससे आपके वाहन की हर गतिविधि की जानकारी कंट्रोल रूम तक पहुंचती रहेगी।
  • यदि आपके वाहन के साथ किसी तरह की दुर्घटना होती है तो कंट्रोल रूम को इसका पता चल जाएगा।
  • इसके बाद हाईवे अथॉरिटी वाहन की लोकेशन ट्रेस कर लेगी और जल्द से जल्द चिकित्सा समेत अन्य आवश्यक मदद पहुंचाएगी।
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यदि आप एंड्रॉयड मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो-

  • आप सबसे पहले अपने एंड्रॉयड स्मार्टफोन पर गूगल प्ले स्टोर पर जाएं।
  • यहां हाईवे साथी एप के लिए सर्च करें।
  • इसके बाद इंस्टाल पर क्लिक करें। आप यहाँ क्लिक करके डायरेक्ट डाउनलोड कर सकतें हैं।
  • यह डाउनलोड होकर इंस्टाल हो जाएगा।
  • अब इसे ओपन करें और इस्तेमाल करना शुरू कर दें।

यदि आप आईफोन इस्तेमाल कर रहे हैं तो-

  • अपने आईफोन के आईओएस एप स्टोर पर जाएं।
  • हाईवे साथी एप के लिए सर्च करें।
  • इसके बाद इंस्टाल पर क्लिक करें।
  • इसके बाद इसे डाउनलोड और इंस्टाल होने दें।
  • इसे ओपन करके एप्लिकेशन को यूज करना स्टार्ट कर दें।

हाईवे साथी एप तैयार करने का उद्देश्य

दोस्तों, एक्सप्रेस वे बनाने से शहरों के बीच की दूरी घटी है और सफर में लगने वाला समय भी कम हुआ है। पर इन वे पर गाड़ियों की स्पीड तेज रहती है। ऐसे में दुर्घटनाओं का खतरा भी ज्यादा रहता है। कभी तेज स्पीड तो कभी कोहरा हादसे की बड़ी वजह बन जाता है। कई मामलों में लोगों की जान तक चली जाती है।

यह एप इसलिए तैयार किया गया है, जिससे यमुना एक्सप्रेसवे पर यात्रा को सुरक्षित किया जा सके। इस एक्सप्रेस वे पर होने वाले हादसों की संख्या में कमी लाई जा सके। यदि कोई हादसा हो भी जाता है तो उस स्थिति में जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जा सके।

यह एप केवल यमुना एक्सप्रेस-वे के ही लिए है

दोस्तों, आधार बता दें कि इस एप्लीकेशन का इस्तेमाल वाहन चालक सिर्फ यमुना एक्सप्रेस वे पर ही कर पाएंगे। और यह एप्लीकेशन फोर व्हीलर एवं टू व्हीलर वाहनों के लिए मान्य होगा। यदि यमुना एक्सप्रेस वे पर यात्रा करते हैं और ज्यादातर फोर व्हीलर के जरिए आप यात्रा करते हैं, तो आपके पास हाईवे साथी ऐप आपके फोन में इंस्टॉल होना बेहद आवश्यक है।

यदि आप यमुना एक्सप्रेस-वे पर इस एप का इस्तेमाल नहीं करेंगे, तो आपको ट्रैफिक पुलिस द्वारा पकड़ा जा सकता है। चालान के साथ-साथ कानूनी कार्यवाही तक झेलनी पड़ सकती है।

पूरे एक्सप्रेस वे पर बूथों के निर्माण की योजना

मित्रों, आपको बता दें कि वाहन चालकों की यात्रा सुगम और सुरक्षित बनाने के मकसद से पूरे यमुना एक्सप्रेस वे पर जगह-जगह बूथों का निर्माण किए जाने की योजना है। ऐसा इसलिए ताकि वाहन चालकों के फोन में इस एप को इंस्टॉल (install) कराया जाए। इस एप्लीकेशन (application) के जरिए एक्सप्रेसवे के सभी अथॉरिटी (authority) उस वाहन चालक से जुड़ जाएं और उसकी सारी गतिविधियों को ट्रैक कर सकें।

आपको बता दें कि यमुना एक्सप्रेस वे पर बनाए गए बूथों पर हाईवे साथी एप की जांच की जाएगी और यह एप होने के बाद ही वाहन चालकों को आगे की यात्रा करने के लिए इजाजत मिल सकेगी।

हाईवे साथी एप का इस्तेमाल बिल्कुल फ्री है

साथियों, आपको जानकारी दे दें कि दिल्ली से आगरा तक 165 किलोमीटर का सफर केवल ढाई घंटे में पूरा कराने वाले इस यमुना एक्सप्रेस-वे पर आवाजाही 2012 में शुरू हो गई थी। इस एक्सप्रेस वे पर हाईवे साथी एप (highway saathi app) का इस्तेमाल बिल्कुल फ्री (free) किया जा सकता है।

और इसमें किसी भी प्रकार का अतिरिक्त चार्ज (extra charge) वाहन चालकों को देना नहीं होगा। सरकार की ओर से वाहन यात्रियों की यात्रा का जोखिम कम करने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।

छह साल में पांच हजार हादसे, सात सौ की जान गई

दोस्तों, आपको बता दें कि हल्के वाहनों के लिए कम से कम गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा थी, जिसे 15 दिसंबर, 2020 को घटाकर 80 किलोमीटर प्रति घंटा कर दिया गया। जबकि भारी वाहनों के लिए 80 किलोमीटर के स्थान पर 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार नियत की गई है। ऐसा हादसों को देखते हुए किया गया है। यानी इससे कम स्पीड पर चलने वाले वाहनों की एंट्री यमुना एक्सप्रेस-वे पर नहीं होगी।

अब यह लिखने की आवश्यकता नहीं कि तेज़ रफ़्तार से चलने के कारण ही यहां सबसे ज्यादा सड़क हादसे होते है। यदि सूचना का अधिकार यानी आरटीआई (RTI) के तहत मिली जानकारी को आधार माना जाए तो अगस्त, 2012 से लेकर जनवरी, 2018 तक इस एक्सप्रेस वे पर पांच हजार हादसे हुए हैं, जिनमें करीब सात सौ से अधिक लोगों की जान गई है। हादसों में लगभग दो हजार लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

एक्सप्रेस वे पर हादसों का मुख्य कारण ओवर स्पीड

मित्रों, कंक्रीट से बने इस यमुना एक्सप्रेस-वे पर 7 इंटरचेंज, 35 अंडरपास, एक रेल ओवर ब्रिज, एक बड़ा पुल और 45 छोटे पुल, 68 ट्रैक क्रासिंग हैं। टोल टैक्स के लिए इस एक्सप्रेस वे पर 3 मुख्य टोल प्लाजा और इंटरचेंज लूप पर 7 टोल प्लाजा बनाए गए हैं। यदि हादसे के कारणों पर गौर करें तो इनमें ओवर स्पीड सबसे ऊपर है। बहुत तेज रफ्तार की स्थिति में गाड़ी का टायर फटता है तो उस पर कंट्रोल नहीं हो पाता और एक्सीडेंट हो जाता है। ज़िग ज़ैग ड्राइविंग भी हादसे की बड़ी वजह है।

कई बार अचानक से लेन बदलने, ग़लत साइड पर गाड़ी चलाने और अचानक गाड़ी को ब्रेक लगा देने से पीछे आने वाली गाड़ियों से हादसा हो जाता है। इसके अलावा ड्राइवर की थकान भी हादसे का कारण बनती है। ट्रक और बस चलाने वाले ड्राइवर ज़्यादातर काफ़ी लंबा सफ़र तय करते हैं। रेस्टिंग प्वाइंट छोटी गाड़ियों के लिए बने हैं, कार चालक पैसे देकर इसका फ़ायदा ले सकते हैं, लेकिन बड़े वाहन चलाने वालों के लिए ये सुविधा नहीं है। ऐसे में थकान हादसों की वजह बनती है।

यमुना एक्सप्रेस-वे पर फास्टैग के लिए अभी इंतजार

दोस्तों, यमुना एक्सप्रेस-वे (Yamuna Expressway) पर हाईवे साथी एप भले इंस्टाल कराना शुरू कर दिया गया है, लेकिन इस एक्सप्रेस वे पर फास्टैग (Fastag) के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा‌। इसकी समय सीमा एक बार फिर आगे बढ़ गई है। इससे पूर्व यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी की ओर से एक अप्रैल, 2021 से एक्सप्रेस-वे पर फास्टैग की सुविधा मिलने का दावा किया था, लेकिन अब यह सुविधा मई से मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। इसकी वजह यह है कि फास्टैग के लिए अभी तक किसी कंपनी को कार्य नहीं सौंपा गया है।

हालांकि कहा जा रहा है कि इस महीने प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी और उसके बाद अगले महीने से फास्टैग की सुविधा शुरू कर दी जाएगी। आपको बता दें कि इसका खामियाजा इस एक्सप्रेस-वे से गुजरने वाले लाखों वाहन चालकों को भुगतना पड़ रहा है। भारी भरकम टोल देने के बावजूद उन्हें एक्सप्रेस वे पर जाम झेलना पड़ रहा है।

आपको यह जानकारी भी दे दें कि एक्सप्रेस-वे पर फास्टैग की सुविधा के लिए 15 मार्च को यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी, जेपी इंफ्राटेक और आइडीबीआइई के बीच एमओयू (MoU) हस्ताक्षर किया गया था। अब मई, 2021 या इसके बाद ही एक्सप्रेस-वे पर वाहन चालकों को फास्टैग की सुविधा मिलने की उम्मीद है।

हाईवे साथी एप से जुड़े सवाल जवाब –

हाईवे साथी एप किस एक्सप्रेस वे पर यात्रा के लिए आवश्यक है?

हाईवे साथी एप यमुना एक्सप्रेस-वे पर यात्रा के लिए आवश्यक है।

हाईवे साथी एप डाउनलोड कराने का उद्देश्य क्या है?

हाईवे साथी एप डाउनलोड कराने के पीछे उद्देश्य यमुना एक्सप्रेस-वे पर यात्रा को सुरक्षित करना हादसों की संख्या कम करना है।

इस एप का इस्तेमाल कब से आवश्यक किया गया है?

हाईवे साथी एप का इस्तेमाल 15 फरवरी, 2021 से आवश्यक किया गया है।

हाईवे साथी एप कहां से डाउनलोड किया जा सकता है?

हाईवे साथी एप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।

क्या हाईवे साथी एप के इस्तेमाल के लिए कोई चार्ज लगाया गया है?

जी नहीं, हाईवे साथी एप का इस्तेमाल एकदम फ्री है।

दोस्तों, यह थी हाईवे साथी ऐप से जुड़ी सारी जानकारी। यदि इसी प्रकार के किसी अन्य विशेष विषय पर आप हमसे जानकारी चाहते हैं तो उसके लिए हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स पर कमेंट करके अवगत करा सकते हैं। उम्मीद है कि यह पोस्ट आपको पसंद आई होगी। अपनी प्रतिक्रियाओं से हमें अवश्य अवगत कराएं। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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