पायलट कैसे बनें? पायलट बनने के लिए क्या पढ़ना होता है?

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हवाई जहाज में उड़ना भला किसे पसंद नहीं होता। इन दिनों हवाई सेवा लोगों की पहुंच में है। लोग एक शहर से दूसरे शहर फ्लाइट में उड़ान भरते हैं। हालांकि, आपको भी वह दिन याद होंगे, जब आसमान में हवाई जहाज की गड़गड़ाहट होते ही हम बाहर की ओर भागते थे।

आसमान में उड़ते जहाज को दूर तक निहारने। बहुत से लोग बचपन में कागज के हवाई जहाज बनाया करते थे। वे ख्वाब देखते थे कि एक रोज वे पायलट बनेंगे, हवाई जहाज उड़ाया करेंगे। बहुत से लोग अपना सपना पूरा भी करते हैं।

यद्यपि अभी भी बहुत से लोगों को यह नहीं मालूम कि पायलट कैसे बना जाता है? इसके लिए न्यूतनम क्वालिफिकेशन क्या है? इसकी ट्रेनिंग कैसे होती है? आदि। यदि आप भी ऐसे ही लोगों में हैं तो चिंता न करें आज इस पोस्ट में हम आपको पायलट बनने से संबंधित सारी जानकारी मुहैया कराएंगे। आइए, शुरू करते हैं-

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पायलट कौन होता है? (Who is a pilot?)

दोस्तों, सबसे पहले सबसे बेसिक सवाल का जवाब जान लेते हैं। सवाल यह कि एक पायलट कौन होता है। आपको बता दें कि पायलट एक एयर क्रू आफिसर (air crew officer) होता है। इसे हिंदी में विमान चालक भी कहा जाता है। इसका कार्य होता है उड़ान का संचालन/निर्देशन (operation/command) एवं उस पर नियंत्रण (control) रखना।

देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी भी पायलट थे। पूर्व प्रधानमंत्री की 31 अक्तूबर, 1984 में हत्या हो जाने के बाद उन्हें देश की सत्ता संभालने के लिए विवश होना पड़ा था। कैप्टन सतीश शर्मा भी उनके राजनीति में विश्वस्त सहयोगी रहे।

आज भी कई ऐसे नेता हैं, जिन्होंने कामर्शियल पायलट लाइसेंस (commercial pilot license) हासिल किया हुआ है और उड़ान (flight) का शौक रखते हैं।

पायलट कैसे बनें? पायलट बनने के लिए क्या पढ़ना होता है?

पायलट कितने प्रकार के होते हैं? (Pilots are how many types?)

अब सवाल आता है पायलट कितने प्रकार के होते हैं? तो आपको बता दें कि ये मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं-

1. कामर्शियल पायलट (commercial pilot)-

बात कामर्शियल पायलट (commercial pilot) की करें तो ये व्यावसायिक उड़ानों (commercial flights) का संचालन करते हैं। एयरलाइन पायलट (airline pilot), चार्टर्ड प्लेन पायलट (chartered plane pilot) सभी इसमें शुमार हैं। आपको बता दें कि पायलट बनने के लिए बहुत से संस्थान ट्रेनिंग (training) कराते हैं।

यद्यपि पायलट बनने के लिए विज्ञान एवं गणित विषय (science and mathematics) के साथ 10+2 अथवा इसके समकक्ष शैक्षिक योग्यता (equivalent educational qualification) चाहिए, लेकिन कई एकेडमी कामर्स (commerce) विषय वालों को भी प्रशिक्षण (training) प्रदान करती हैं।

कामर्शियल पायलट लाइसेंस (commercial pilot license) हासिल करने के बाद एयर इंडिया (Air India), इंडिगो (Indigo), गो एयर (go air), स्पाइस जेट (spice Jet), जेट एयरवेज (Jet Airways) जैसी एयरलाइन के विमान उड़ाए जा सकते हैं।

2. एयर फोर्स पायलट (Air force pilot)-

अब एयर फोर्स पायलट (Air force pilot) की बात करते हैं। आपको बता दें कि यह भारतीय वायु सेना के पायलट होते हैं। इसके लिए छात्र को कठिन प्रवेश परीक्षा से गुजरना पड़ता है। इनके लिए भी विज्ञान एवं गणित विषय के साथ 10+2 अथवा समकक्ष शैक्षिक योग्यता होनी अनिवार्य है।

ये व्यावसायिक उड़ानों का संचालन नहीं करते। केवल वायु सेना के लिए उड़ान भरते हैं। इनका प्रशिक्षण बेहद कठिन होता है। इन्हें फाइटर प्लेन (fighter plane) यानी लड़ाकू विमान उड़ाने की भी ट्रेनिंग दी जाती है। ये फाइटर पायलट (fighter pilot) भी पुकारे जाते हैं।

पायलट बनने के लिए क्या क्या योग्यताएं आवश्यक हैं? (What qualifications are required to ba a pilot?)

अब आपको जानकारी देंगे कि पायलट बनने के लिए क्या क्या योग्यताएं आवश्यक हैं। इनका ब्योरा इस प्रकार से है-

  • -उम्मीदवार भारत का नागरिक हो।
  • -उम्मीदवार का कद न्यूनतम 5 फुट होना अनिवार्य है।
  • -उम्मीदवार को कलर ब्लाइंडनेस (colour blidness) न हो। उसकी आंखों का विजन (eyes vision) 6/6 हो। साथ ही उसे कोई अन्य कोई गंभीर बीमारी न हो।
  • -उम्मीदवार ने फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स के साथ 12वीं की परीक्षा 50 प्रतिशत अंकों से उत्तीर्ण की हो।
  • -कामर्शियल पायलट बनने के लिए न्यूतनम उम्र 18 से 32 वर्ष होनी चाहिए। वहीं, एयर फोर्स का पायलट बनने के लिए उम्र 17-19 एवं 20-24 वर्ष हो।
  • -उम्मीदवार की अंग्रेजी में अच्छी पकड़ हो।

कामर्शियल पायलट कैसे बन सकते हैं? (How one can become commercial pilot?)

दोस्तों, कामर्शियल पायलट बनने के लिए आवश्यक योग्यता की जानकारी हमने आपको दी। अब हम आपको बताएंगे कि आप कामर्शियल पायलट (commercial pilot) कैसे बन सकते हैं-

  • -इसके लिए निर्धारित योग्यता, जिनकी सूची हमने आपको फपर बताई है, रखने वाले आवेदक फ्लाइंग क्लब/फ्लाइंग एकेडमी (flying club/flying academy) से पायलट ट्रेनिंग (pilot training) के लिए आवेदन कर सकते हैं।
  • -ध्यान रखें कि फ्लाइंग क्लब को डीजीसीए (DGCA) यानी नागर विमानन महानिदेशालय (directorate general of civil aviation) की मान्यता प्राप्त हो।
  • -यह कोर्स करीब 18-24 महीने का होता है यानी इसमें डेढ़ साल से लेकर दो साल तक लग जाते हैं।
  • -इस कोर्स में 20 लाख रूपये से लेकर 25 रूपये तक का खर्च आता है।
  • -यहां आपको स्टूडेंट पायलट लाइसेंस (student pilot license) के लिए आवेदन करने के साथ ही पायलट बनने के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा (entrance test) को भी पास करना होगा।
  • -आपको बता दें कि स्टूडेंट पायलट लाइसेंस यानी एसपीएल (SPL) 60 घंटे का होता है।
  • -इस ट्रेनिंग को पूरा करने के बाद आपको प्राइवेट पायलट लाइसेंस (private pilot license) यानी पीपीएल (PPL) मिल जाता है।
  • -प्राइवेट पायलट लाइसेंस के अंतर्गत 210 घंटे की उड़ान पूरी करने के बाद आप कामर्शियल पायलट लाइसेंस (commercial pilot license) यानी सीपीएल (CPL) के लिए अप्लाई (apply) कर सकते हैं।
  • -आपकी उड़ानों के आधार पर आपके कुछ फ्लाइंग टेस्ट (flying test) लिए जाते हैं। इन पर खरा उतरने के बाद ही फ्लाइंग एकेडमी आपको पायलट के रूप में सर्टिफिकेट प्रदान करती है।

नोट: आपको बता दें कि विभिन्न फ्लाइंग एकेडमी/एयरलाइंस का कैडेट पायलट प्रोग्राम (cadet pilot program) अलग अलग होता है। इनका हिस्सा बनने के लिए आपको जिस प्रक्रिया से गुजरना होता है, उसमें प्रवेश परीक्षा (entrance test), मेडिकल टेस्ट (medical test), इंटरव्यू (interview) शामिल हैं।

इंडियन एयर फोर्स में पायलट कैसे बनें? (How to become pilot in indian Air force?)

देश के अधिकांश युवा एयर फोर्स में पायलट बनकर देश सेवा की इच्छा संजोते हैं। अब हम आपको यह बेहद महत्वपूर्ण जानकारी देंगे कि आप एयर फोर्स में पायलट कैसे बन सकते हैं। इसके लिए आपको इनमें से कोई एक प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी-

  • -नेशनल डिफेंस एकेडमी (National defence academy) यानी (NDA)
  • -एयर फोर्स कामन एडमिशन टेस्ट (Air force common admission test) यानी एएफसीएटी (AFCAT)
  • -कंबाइंड डिफेंस सर्विस एग्जाम (combined defence services exam) यानी सीडीएसई (CDSe)
  • -शार्ट सर्विस कमीशन एंट्री (short service commission entry) यानी एसएससीई (SSCE)

आपको बता दें कि एनडीए एवं सीडीएस जैसी प्रवेश परीक्षाएं बहुत कठिन होती हैं। इन परीक्षाओं का आयोजन संघ लोक सेवा आयोग (union public service commission) यानी यूपीएससी (UPSC) आयोजित करता है। इसके भी तीन चरण होते हैं- एंट्रेंस टेस्ट, इंटरव्यू, मेडिकल टेस्ट। प्रवेश के पश्चात प्रशिक्षु की तीन साल की ट्रेनिंग होती है।

यह ट्रेनिंग भी बेहद कठिन होती है। इस दौरान प्रशिक्षु को एकेडमी के सभी नियम कानूनों का सख्ती से पालन करना होता है। इसके पश्चात प्रशिक्षु को पायलट के बतौर भारतीय वायु सेना में पायलट के रूप में परमानेंट कमीशन दिया जाता है। पायलट बनने के ग्रेजुएट्रस (graduates) को भी तीन साल की ट्रेनिंग लेनी ही पड़ती है।

क्या एनडीए, सीडीएस की कोचिंग लेना लाभप्रद होता है? (Is it beneficial to avail coaching of NDA/CDs?)

बहुत से छात्रों का सपना बड़े होकर एनडीए, सीडीएस की परीक्षा उत्तीर्ण कर एयर फोर्स में बतौर पायलट भर्ती होना होता है। इस प्रकार के छात्र चाहें तो विभिन्न संस्थानों में कोचिंग भी ले सकते हैं। विभिन्न शहरों में वायु सेना में रहे पूर्व सैनिक भी इस प्रकार के कोचिंग संस्थान चलाते हैं।

वे प्रवेश प्रक्रिया एवं सिलेबस के आधार पर अपने यहां के छात्रों को तैयार करते हैं। हालांकि अपनी व्यक्तिगत तैयारी के आधार पर एनडीए, सीडीएस जैसी परीक्षाओं में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों की भी कमी नहीं।

क्या कामर्शियल पायलट लाइसेंस पाते ही पायलट किसी एयरलाइंस का विमान उड़ा सकता है? (Can pilot fly plane after having commercial pilot license?)

जी नहीं, दरअसल, फ्लाइंग स्कूल एवं कामर्शियल विमानों में थोड़ा सा अंतर होता है। विमान उड़ाने से पहले पायलट को आन द जाॅब बेसिक ट्रेनिंग (on the job basic training) दी जाती है, जो 5-6 हफ्ते की होती है।

इसे टाइप रेटिंग ट्रेनिंग (type rating training) यानी टीआरटी (TRT) कहते हैं। यह ट्रेनिंग करना उनके लिए जरूरी होता है। फ्लाइंग स्कूलों से आने वाले सभी उम्मीदवारों को यह ट्रेनिंग दी जाती है।

भारत में कौन कौन से फ्लाइंग संस्थान हैं? (India have which flying institutions?)

मित्रों, अब हम आपको जानकारी देंगे कि भारत में कौन कौन से फ्लाइंग क्लब्स (flying clubs) हैं। इनका ब्योरा इस प्रकार से है-

  • -नेशनल फ्लाइंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट।
  • -इंदिरा गांधी नेशनल फ्लाइंग एकेडमी।
  • -इंडियन एविएशन एकेडमी, मुंबई।
  • -गवर्नमेंट एविएशन ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट।
  • -गवर्नमेंट फ्लाइंग क्लब।
  • -अहमदाबाद एविएशन एंड एरोनाॅटिक्स लिमिटेड।
  • -सीएई आक्सफोर्ड एविएशन एकेडमी।
  • -एशियाटिक इंटरनेशनल एविएशन एकेडमी, इंदौर।
  • -इंटरनेशनल स्कूल आफ एविएशन, नई दिल्ली।
  • -बांबे फ्लाइंग क्लब।
  • -ब्लू डायमंड एविएशन, पुणे।
  • -एक्यूमेन स्कूल आफ पायलट ट्रेनिंग, नई दिल्ली।
  • -राजीव गांधी एकेडमी आफ एविएशन टेक्नोलाॅजी।
  • -मध्य प्रदेश फ्लाइंग क्लब।
  • -इंडिगो कैडेट ट्रेनिंग प्रोग्राम।
  • -पुड्डुचेरी कालेज आफ एविएशन।

पायलट की सैलरी कितनी होती है? (How much salary a pilot takes?)

एक पायलट की सैलरी कितनी होती है? यदि इस सवाल का जवाब ढूंढने चलें तो आप पाएंगे कि यह एयरलाइंस के अनुसार अलग अलग होती है। यद्यपि कुछ अनुभव के पश्चात एक पायलट आराम से डेढ़ लाख रूपये तक की सैलरी ले सकता है। इसके अतिरिक्त ट्रेवलिंग से जुड़े लाभ तो हैं हीं। पद के अनुसार एक पायलट की तनख्वाह कुछ यूं हो सकती है-

पदसैलरी मासिक (रुपये में)
कैप्टन6 लाख-12 लाख
सीनियर फर्स्ट आफिसर3.50 लाख
फर्स्ट आफिसर2 लाख
जूनियर फर्स्ट आफिसर50 हजार से 1 लाख

फर्स्ट आफिसर कौन होता है? (Who is first officer?)

सैलरी की लिस्ट देखकर आपके दिमाग में यह सवाल अवश्य उठ रहा होगा दोस्तों कि फर्स्ट आफिसर (first officer) कौन होता है तो आपको बता दें कि विमानन क्षेत्र में एयर क्राफ्ट (air craft) के सेकंड पायलट (second pilot) को फर्स्ट आफिसर (first officer) का पद दिया जाता है।

वह कैप्टन (captain) का सेकंड इन कमांड (second in command) होता है। यदि कैप्टन किसी कारणवश गैर मौजूद रहता है तो विमान की कमांड फर्स्ट आफिसर के हाथ में होती है।

पायलट बनने के लिए आवश्यक स्किल क्या क्या हैं? (What are the necessary skills to be a pilot?)

मित्रों, अब जान लीजिए कि शैक्षिक योग्यता एवं कद के अलावा भी आपके भीतर कई प्रकार के स्किल होने चाहिएं, जो कि इस प्रकार से हैं-

  • बेहतरीन आईक्यू (good IQ)।
  • फिजिकली फिट (physically fit)।
  • बेहतरीन कम्युनिकेशन स्किल्स (good communication skills)।
  • प्राॅब्लम साॅल्विंग स्किल्स (problem solving skills)।
  • बढ़िया फोकस (good focus)।
  • मल्टी टास्किंग (multi tasking)।
  • लीडरशिप स्किल्स (leadership skills)।
  • टीम प्लेयर (team player)।

पायलट बनने के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता क्या है?

पायलट बनने के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 50 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं उत्तीर्ण रखी गई है।

क्या कामर्शियल पायलट लाइसेंस हासिल कर एयर फोर्स में पायलट बना जा सकता है?

एयर फोर्स में पायलट की भर्ती के लिए एनडीए अथवा इसके समकक्ष परीक्षा उत्तीर्ण होनी चाहिए।

स्टूडेंट पायलट लाइसेंस कितने घंटे का होता है?

यह लाइसेंस 60 घंटे का होता है।

एक कामर्शियल पायलट बनने में कितना खर्च आता है?

एक कामर्शियल पायलट बनने में करीब 20 से 25 लाख रूपये का खर्च आता है।

कामर्शियल पायलट की ट्रेनिंग कितनी अवधि की होती है?

कामर्शियल पायलट की ट्रेनिंग 18 से लेकर 24 महीने तक यानी करीब डेढ़ से दो साल की होती है।

एनडीए की प्रवेश परीक्षा का आयोजन कौन करता है?

संघ लोक सेवा आयोग यानी यूपीएससी एनडीए प्रवेश परीक्षा का आयोजन करता है।

दोस्तों, हमने आपको इस पोस्ट में जानकारी दी कि आप पायलट कैसे बन सकते हैं। उम्मीद है कि यह पोस्ट आपके लिए बेहद काम की साबित होगी। आप इसमें दी गई जानकारी के आधार पर अपना ख्वाब पूरा कर सकेंगे।

यदि इस पोस्ट को लेकर आपका कोई सवाल है तो उसे पूछने में हिचकें नहीं। हमें नीचे दिए गए कमेंट बाक्स में कमेंट कर अपनी प्रतिक्रियाओं से अवश्य अवगत कराएं। ।।धन्यवाद।।

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प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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