हमारे देश में सबसे अधिक विवाद जमीन एवं रिश्तों से जुड़े होते हैं। बहुत से लोग होते हैं, जिनकी जमीन पर कब्जा हो जाता है। अथवा जिस इलाके में वे रहते हैं, वहां की सरकारी सड़क पर किसी ने अतिक्रमण कर लिया है। ऐसे में लोगों को समझ नहीं आता कि वे अपनी जमीन से कब्जा कैसे हटवाएं अथवा अथवा अपने रास्ते को अतिक्रमण मुक्त कैसे कराएं।
यह उन्हें पता होता है कि उन्हें एसडीएम से शिकायत करनी होगी, लेकिन शिकायत कैसे करनी है, इसकी प्रक्रिया की उन्हें जानकारी नहीं होती। आज इस पोस्ट में हम आपको इसी संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी देंगे कि एसडीएम से शिकायत कैसे करें? (How to complaint to SDM)? आइए, शुरू करते हैं-
एसडीएम कौन होता है? (Who is SDM?)
हम आपको एसडीएम से शिकायत करने की प्रक्रिया बताएं, उससे पूर्व यह जानना बेहतर होगा कि एसडीएम कौन होता है? (who is SDM)? आपको बता दें कि एसडीएम (SDM) की फुल फार्म सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (sub divisional magistrate) होती है। उसे हिंदी में उप प्रभागीय न्यायाधीश भी पुकारा जाता है।
उसकी भर्ती संघ लोक सेवा आयोग union (public service commission) यानी यूपीएससी (UPSC) के साथ ही राज्यों के लोक सेवा आयोग (public service commission) यानी पब्लिक सर्विस कमीशन के माध्यम से की जाती है। लिखित परीक्षा (written test) के पश्चात साक्षात्कार (interview) देना होता है। इसके पश्चात मेरिट (merit) तैयार होती है।
आपको बता दें दोस्तों कि राज्यों की सिविल सेवा परीक्षा (civil service exam) यानी सीएसई (CSE) में सबसे बड़ा पद एसडीएम (SDM) ही होता है। इस परीक्षा में कामयाब रहने वाले अभ्यर्थियों को एसडीएम पद पर तैनाती मिलती हैं।
वहीं, एक आईएएस अधिकारी (IAS officer) को भी अपने कैडर (cadre) में ट्रेनिंग के दौरान (during training period) अथवा ट्रेनिंग के बाद पहली पोस्टिंग (post training first posting) एसडीएम के रूप में मिल सकती है। वह अपने क्षेत्र में प्रशासन (administration) संबंघी मामले देखता है।
एमडीएम के पास किस प्रकार की शिकायत की जा सकती है? (What type of complaints can be made to SDM?)
मित्रों, इससे पूर्व कि हम आपको एसडीएम से शिकायत करने की प्रक्रिया (process of complaint to SDM) की पूरी जानकारी दें आइए,पहले भी जान लेते हैं एसडीएम से किस प्रकार की शिकायत की जा सकती है। इसका ब्योरा इस प्रकार से है-
- जमीन पर कब्जे से संबंधित शिकायत
- सरकारी रास्ते में अतिक्रमण संबंधी शिकायत
- ग्राम प्रधान की शिकायत
- बाढ़ आपदा संबंधित शिकायत
- किसी व्यक्ति के परेशान करने की शिकायत
- अपने गांव अथवा क्षेत्र से संबंधित किसी प्रकार की शिकायत
- अन्य शिकायतें
एसडीएम से शिकायत की क्या प्रक्रिया है?
दोस्तों, अब हम आपको बताएंगे कि एसडीएम से शिकायत की क्या प्रक्रिया है? (What is the process to complaint to SDM?) इसके लिए अधिक कुछ नहीं करना। आपको बस एक सादे कागज पर एक आवेदन पत्र लिखना होगा। एसडीएम को संबंधित इस शिकायती पत्र में आपको जो शिकायत है, उसका विस्तार से उल्लेख करना होगा।
इसके पश्चात इसे एसडीएम कार्यालय (SDM office) में जमा करना होगा। यदि आप चाहें तो एसडीएम से मिलकर भी अपनी शिकायत उन्हें सौंप सकते हैं। यदि शिकायत से संबंधित कोई प्रूफ (proof related to complaint) है तो उसे भी अपनी शिकायत के साथ अवश्य संलग्न करें। इससे आपकी शिकायत पुख्ता हो जाएगी। दूसरे मामले की जांच एवं कार्रवाई भी आसान हो जाएगी।
क्या कार्यालय के अलावा किसी और तरीके से भी एसडीएम से शिकायत कर सकते हैं? (Is there any other way to complaint to SDM?)
जी हां, दोस्तों, यदि आपके पास बहुत समय नहीं अथवा एसडीएम कार्यालय जाना आपके लिए सुविधाजनक नहीं है तो आप डाक के जरिए अपनी शिकायत लिखित में एसडीएम कार्यालय में पहुंचा सकते हैं। आपको अपनी शिकायत लिखकर मय सुबूत डाक के जरिए (by post) अपने क्षेत्र के एसडीएम कार्यालय में भेजनी होगी। यहां से आपकी शिकायत पर समुचित कार्रवाई होगी।
एक उदाहरण से समझें कि एसडीएम से शिकायत कैसे करें? (Learn from an example, how to complaint to SDM?)
मित्रों, अब हम आपको उदाहरण के साथ एसडीएम से शिकायत करने की प्रक्रिया बताएंगे। साथ ही शिकायत का मजमून (draft of complaint) भी बताएंगे, ताकि आप पूरी प्रक्रिया आसानी से समझ सकें। मान लीजिए कि आपकी जमीन पर किसी रसूखदार व्यक्ति द्वारा कब्जा कर लिया गया है तो आपको इस प्रकार आवेदन लिखना होगा-
सेवा में,
एसडीएम महोदय
(यहां कार्यालय का पता डालें)
विषय: जमीन पर कब्जे के संबंध में।
महोदय,
निवेदन यह है कि प्रार्थी का नाम (यहां अपना नाम डालें) है। प्रार्थी (यहां जगह का नाम डालें…) का रहने वाला है। प्रार्थी की जमीन (खसरा संख्या व पता डालें…) पर एक रसूखदार व्यक्ति (यहां संबंधित व्यक्ति का नाम डालें) ने बलपूर्वक कब्जा कर लिया है। आपसे अनुरोध है कि मामले की जांच करा उचित कार्रवाई करने एवं मेरी जमीन से कब्जा हटवाने का कष्ट करें।
धन्यवाद।
-प्रार्थी का नाम व हस्ताक्षर
प्रार्थी का पता
प्रार्थी का मोबाइल नंबर
तिथि…..
संलग्न: प्रार्थी की जमीन पर कब्जे के फोटो
साथियों, आपको बता दें कि दराज के ग्रामीणों की समस्याएं सुनने के लिए तहसील स्तर पर जनसुनवाई कार्यक्रम (Jansunwai program) का आयोजन किया जाता है। इसमें एसडीएम इन ग्रामीणों की समस्याएं सुनते हैं। मौके पर ही अन्य विभागीय अधिकारियों (departmental officers) को समस्याओं के निस्तारण के निर्देश दिए जाते हैं।
ऐसा इसलिए है, ताकि दूर दराज के गांवों के लोगों को अपनी शिकायतों को लेकर तहसील के चक्कर न काटने पड़ें। जनसुनवाई की तिथि की पूर्व सूचना लोगों तक पहुंचाई जाती है, ताकि इसमें लोग अधिक से अधिक संख्या में प्रतिभाग करें एवं अपनी समस्याएं सामने रखें। आपको बता दें दोस्तों इस जन सुनवाई में विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहते हैं।
कई मामलों का जहां एसडीएम अपने स्तर से निराकरण कर देते हैं, वहीं कई सारे मामलों को विभागीय अधिकारियों के सुपुर्द करके उन्हें कार्रवाई का निर्देश देते हैं। इसके लि समयावधि भी निश्चित की जाती है। यदि निश्चित समय के भीतर शिकायतों पर कार्रवाई नहीं होती तो एसडीएम त्वरित एक्शन लेते हुए संबंधित अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई भी करते हैं।
यदि एसडीएम शिकायत न सुनें तो क्या करें? (What to do if SDM doesn’t listen the complaint?)
मित्रों, बहुत बार ऐसा होता है कि शिकायतों की अधिकता अथवा कई बार प्रतिपक्षी के साथ अच्छे संबंध अथवा किसी अन्य दबाव की वजह से एसडीएम फरियादी की शिकायत पर कार्रवाई नहीं करते। ऐसी स्थिति में आप क्या करेंगे, निश्चित तौर पर यह सवाल आपके सामने खड़ा हो जाएगा।
तो दोस्तों, आपको बता दें कि यदि एसडीएम आपकी शिकायत नहीं सुनते अथवा शिकायत के बावजूद उस पर कोई कार्रवाई नहीं करते तो आप उच्चाधिकारी यानी डीएम (DM) को अपनी शिकायत पहुंचा सकते हैं। वहां से आपकी शिकायत को सुनकर उस पर कार्रवाई की जाएगी।
क्या डीएम के पास आनलाइन शिकायत भी की जा सकती है? (Can a person complaint to DM online too?)
साथियों, हमने आपको बताया कि एसडीएम के सुनवाई न करने पर आप डीएम (DM) तक अपनी शिकायत पहुंचा सकते हैं। अच्छी बात यह है कि इसके लिए आपको डीएम कार्यालय (DM office) के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं। यदि आप उत्तर प्रदेश यानी यूपी (up) के निवासी हैं तो अपनी शिकायत घर बैठे दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए सरकार की ओर से जनसुनवाई पोर्टल (Jansunwai portal) पहले ही शुरू किया जा चुका है। इस पर शिकायत दर्ज करने के सप्ताह भर के भीतर कार्रवाई की अवधि (period of action) सुनिश्चित की गई है। यहां तक कि प्रार्थी अपनी शिकायत को लेकर रिमाइंडर (reminder) भी भेज सकते हैं। दोस्तों, अब हम आपको इस पर शिकायत दर्ज (complaint register) करने की जानकारी देंगे, जो कि इस प्रकार है-
Total Time: 30 minutes
वेबसाइट पर जाएं –
आपको सबसे पहले अपने मोबाइल अथवा लैपटॉप में यूपी जनसुनवाई पोर्टल की ऑफिशियल वेबसाइट http://jansunwai.up.nic.in/ पर जाना होगा।
शिकायत पंजीकरण पर क्लिक करें –
यहां होम पेज (home page) पर आपको शिकायत पंजीकरण (complaint registration) का लिंक (link) दिखाई देगा। आपको इस पर क्लिक (click) करना होगा।
I accept पर टिक करें –
अब आपके सामने एक नया पेज (new page) खुलेगा। आपको इसमें दी गई जानकारी पढ़ने के बाद I accept के सामने टिक करना होगा।
सबमिट पर क्लिक करें –
इसके बाद सबमिट (submit) के ऑप्शन (option) पर क्लिक करना होगा।
ईमेल, मोबाइल नंबर दर्ज करें –
अब आपके सामने एक नया पेज (new page) खुल जाएगा। यहां आपको अपनी ईमेल आईडी (email id), मोबाइल नंबर (mobile number) एवं कैप्चा कोड (captcha code) दर्ज करना होगा।
ओटीपी वेरीफाई करें –
इसके बाद आपको आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर (registered mobile number) पर भेजे गए ओटीपी (OTP) के जरिए अपने मोबाइल नंबर को वेरिफाई (verify) करना होगा।
डॉक्युमेंट्स अपलोड करें –
अब आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा। आपको इसमें अपनी शिकायत ब्योरावार (complaint with details) दर्ज करनी होगी। साथ ही इससे संबंधित प्रूफ (proof) की स्कैन कॉपी अपलोड (scanned copy upload) करनी होगी।
सबमिट बटन पर क्लिक करें –
इतना करने के पश्चात सबमिट के ऑप्शन पर क्लिक कर दें।
शिकायत दर्ज हुई –
इसके साथ ही आपकी शिकायत दर्ज हो जाएगी। आपको आपके मोबाइल नंबर पर एक कंप्लेंट रजिस्ट्रेशन नंबर (complaint registration number) प्राप्त होगा। इसे आप भविष्य के संदर्भ (future reference) के लिए सुरक्षित रख सकते हैं। बाद में इससे अपनी शिकायत का स्टेटस (status of complaint) भी ट्रैक (track) कर सकते हैं।
शिकायत के दायरे में क्या क्या नहीं आएगा? (What is not included in circle of complaint?)
मित्रों, अब आपको जानकारी देते हैं कि यदि आप किसी मामले में एसडीएम से शिकायत करना चाहते हैं तो कौन कौन सी शिकायतें इस दायरे में नहीं आएंगी। ये इस प्रकार से हैं-
- सूचना के अधिकार (right to information) से संबंधित मामले।
- कोर्ट (court) में विचाराधीन प्रकरण।
- आर्थिक शिकायत अथवा नौकरी दिए जाने की मांग।
- सरकारी सेवकों की सेवा संबंधी शिकायतें ट्रांसफर सहित, जब तक कि उन्होंने विभाग में मौजूद सभी विकल्पों का इस्तेमाल न कर लिया हो।
Related FAQ
एसडीएम से किस प्रकार की शिकायत की जा सकती है?
जमीन पर कब्जे, प्रधान की शिकायत, अतिक्रमण, किसी व्यक्ति द्वारा परेशान किए जाने की शिकायत जैसी शिकायतें एसडीएम के पास की जा सकती हैं।
एसडीएम से शिकायत कैसे कर सकते हैं?
इसकी प्रक्रिया की पूरी जानकारी हमने आपको ऊपर पोस्ट में मुहैया करा दी है। आप वहां से समझ सकते हैं।
क्या शिकायत के साथ उसका प्रूफ लगाना आवश्यक है?
प्रूफ लगाने से मामले की जांच एवं कार्रवाई में आसानी हो जाती है। आपकी शिकायत पुख्ता हो जाती है।
यदि एसडीएम शिकायत न सुने तो क्या करें?
यदि एसडीएम के स्तर पर आपकी शिकायत पर कार्रवाई नहीं होती तो आप उच्चाधिकारी यानी डीएम के पास शिकायत कर सकते हैं।
क्या डीएम से आनलाइन शिकायत भी की जा सकती है?
जी हां, नागरिक डीएम से अपनी शिकायत आनलाइन भी कर सकते हैं।
तहसील स्तर पर एसडीएम किस कार्यक्रम में जनता की समस्याएं सुनते हैं?
तहसील स्तर पर एसडीएम जन सुनवाई कार्यक्रम में जनता की समस्याएं सुनते हैं।
दोस्तों, हमने आपको इस पोस्ट (post) में एसडीएम से शिकायत करने संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी दी। उम्मीद है कि आपको यह प्रक्रिया पूरी तरह समझ में आ गई होगी। यदि आप इसी प्रकार के जानकारीपरक विषय पर हमसे पोस्ट चाहते हैं तो उसके लिए नीचे दिए गए कमेंट बाक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके अपनी बात हम तक पहुंचा सकते हैं। ।।धन्यवाद।।
सेवा में।
श्रीमान एसडीम महोदय।
जिला मंडी बाल (H.P)। विषय रास्ता के संबंध में प्रार्थना पत्र। महोदय सविनय निवेदन है कि राजू सन ऑफ श्री संतराम गांव सलवान डाकघर चुनहन का निवासी है मेरे घर का जो रास्ता है उसे रास्ते पर मेरे पड़ोसियों ने पूरी लकड़ी रख दी है मेरा रास्ता ब्लॉक हो गया और मेरी स्कूटी भी नहीं निकलती घर वाले बहुत परेशान है मैं देश की सेवा के लिए फौज में भर्ती हूं एसडीएम साहब जी से मेरी रिक्वेस्ट है कि वह मेरे घर को रास्ता बनवा दें मेरे घर से आगे से सरकारी कुल दो कर्म रोड तक जाती है श्रीमान जी से निवेदन है कि वह तो कर्म कुल को पूरी ओपन करवा कर मेरे घर रास्ता बनवा दें मैंने इसकी शिकायत प्रधान जी को पटवारी को भी की थी जिसमें मेरे पड़ोसियों ने कोई भी उनकी सुनाई नहीं सुनी कुल के साथ-साथ में पूरी सरकारी जमीन भी साथ लगती है जो मेरी सारे पड़ोसियों ने अपनी जगह कब्जे में ले रखी है जिस पर वह लोग खेती भी करते हैं और तारे भी लगा रखी है जिसे आने जाने वालों को भी दिक्कत होती है। कुल का खसरा नंबर 141 है सरकारी जमीन का नंबर 152 है और मेरी जमीन का नंबर 142 है । श्रीमान से निवेदन है कि वह इस रास्ते को ओपन करवाने की अनुमति प्रदान करवाई और प्रधान जी को सूचित करें और इस रास्ते को जल्द बनवाने की मां कृपा करें मैं हेड कांस्टेबल राजू सीआरपीएफ।
गांव salwhan डाकघर चुनाहन
जिला मंडी तहसील बाल
पिन कोड 175027
हिमाचल प्रदेश
Sanjay Verma 9621980050
यह साबित हो गया है कि सरकारी अफसरशाही आम आदमी के लिए सबसे बड़ा अभिशाप है.हम सामान्य लोग मूर्ख है.क्योंकि हम सरकारी अफसरशाही से कुछ उम्मीद है. सरकारी वरिष्ठ अधिकारी बिना जांच के शिकायत को एक विभाग से दूसरे विभाग में स्थानांतरित कर देते हैं.जमीनी स्तर पर सरकारी अधिकारी केवल गलत और झूठी रिपोर्ट प्रस्तुत करके शिकायत को बंद करना चाहते हैं। यदि शिकायत फिर से शुरू होती है तो यह ही रिपोर्ट के साथ वरिष्ठ अधिकारी द्वारा बंद कर दी जाती है।.मैंने जनसुनवाई, CPGRAMS, IGRS पर 8 शिकायतें उठाई थीं लेकिन कोई समाधान नहीं। यह सेवा विफल है और उपयोगी नहीं है प्रभावशाली नही है.मुझे कुछ कारण मिले हैं
1. जांच के बिना अन्य विभाग को स्थानांतरित शिकायतें
2. जमीनी स्तर पर सरकारी अधिकारी किसी के प्रति जवाबदेह नहीं है
3. इस शिकायत पर सख्त लेखा(Audit) परीक्षा नीति नहीं
4. सरकारी अधिकारी जमीनी स्तर पर भ्रष्ट ,बेकारऔर कम प्रभावी है
5. सरकारी अधिकारी स्थानीय राजनेताओं और शक्तिशाली लोगों के दबाव में कार्य करता है
6. यह सेवाएं परिणाम उन्मुख (Result Oriented)नहीं हैं
7. पीड़ित को अपराधी बनाने की प्रवृत्ति
8. यह सेवा केवल खाना पूर्ति के अलावा और कुछ नहीं है
मैंने मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री कार्यालय ,केपी मौर्य , डीएम प्रयागराज डीजीपी यूपी पुलिस ,योगी आदित्यनाथ ,रीता बहिगुइना जोशी को कई ट्वीट भेजे हैं लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ
JAI SHREE RAM . RAM JI PE HI BHAROSA HE
DO NOT EXPECT FROM GOVERNMENT
Satya bachan