|| एमएसएमई उद्यम ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कैसे करें? | How to do msme enterprise registration online in Hindi | उद्यम पंजीकरण कौन प्राप्त कर सकता है? | Who Can Get Udyam Registration in Hindi | उद्यमों के प्रकार (Types of Enterprises in Hindi ||
How to do msme enterprise registration online in Hindi :- एमएसएमई का फुल फॉर्म सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विकास है, जिसको अंग्रेजी भाषा में माइक्रो, स्माल और मीडियम एंटरप्राइज कहा जाता है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विकास (MSME) अधिनियम 2006 को हमारे देश की सरकार के द्वारा छोटे और मध्यम उद्यमों के विकास और उन्हें समर्थन देने के लिए इस योजना को चलाया गया (Procedure to Register as MSME) था। हमारे भारत देश की अर्थव्यवस्था को बनाए रखने के लिए एमएसएमई एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और सरकार उन्हें समर्थन देने के लिए विभिन्न लाभ और योजनाएं प्रदान करती है।
किसी भी देश के छोटे पैमाने के व्यवसाय देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। नए और मौजूदा व्यवसायों को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार ने कई योजनाएँ शुरू की हैं। सरकार द्वारा चलाई जाने वाली इन सभी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आपको अपना उद्यम पंजीकरण करवाना आवश्यक (Who Can Get Udyam Registration) है। इस उद्यम पंजीकरण को उद्योग आधार या एसएसआई पंजीकरण के रूप में भी जाना जाता है।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम को 1 जुलाई, 2020 को केंद्रीय एमएसएमई मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया था। उद्यम पंजीकरण पोर्टल के माध्यम से अब तक 88 लाख से अधिक एमएसएमई ने सफलतापूर्वक अपना पंजीकरण करा लिया है। कोई भी व्यक्ति जो एक सूक्ष्म, लघु या मध्यम उद्यम की स्थापना करना चाहता है, स्व-घोषणा पर उद्यम पंजीकरण पोर्टल में उद्यम पंजीकरण ऑनलाइन दर्ज कर सकता है। उद्यम पंजीकरण आवेदन करने के लिए सरकार द्वारा किसी भी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।
एमएसएमई उद्यम रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन कैसे करते हैं (How to do msme enterprise registration online in Hindi)
उद्यम पंजीकरण सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय की योजनाओं या कार्यक्रमों जैसे क्रेडिट गारंटी योजना, सार्वजनिक खरीद नीति, सरकारी निविदाओं में अतिरिक्त बढ़त और विलंबित भुगतानों के खिलाफ सुरक्षा आदि का लाभ उठाने के लिए एक शर्त है। पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने पर “उद्यम पंजीकरण प्रमाणपत्र” नामक एक ई-प्रमाणपत्र ऑनलाइन जारी किया जाता है। इस प्रमाणपत्र में एक गतिशील क्यूआर कोड होता है जिसके माध्यम से पंजीकरण पोर्टल के वेब पेज और उद्यम के विवरण तक बड़ी आसानी के साथ पहुँचा जा सकता है।
इस योजना में रजिस्ट्रेशन करने के लिए व्यक्ति के पास आधार कार्ड, पैन कार्ड और जीएसटी नंबर होना बहुत जरूरी है। उद्यम पोर्टल सरकारी ई-मार्केटप्लेस के साथ साथ आयकर और जीएसटी पहचान प्रणाली के साथ समेकित रूप से एकीकृत है। इसमें निवेश और टर्नओवर का विवरण सरकारी डेटाबेस से स्वचालित रूप से लिया जाता है।
एक कंपनी या एक सीमित देयता भागीदारी या एक सहकारी समिति या एक सोसायटी या एक ट्रस्ट के मामले में, संगठन या इसके अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता आधार संख्या के साथ अपना जीएसटीआईएन और पैन प्रदान करेंगे।
किसी भी उद्यम को एक से अधिक उद्यम पंजीकरण के लिए फाइल करने की अनुमति नहीं है। हालाँकि, निर्माण या सेवा या दोनों सहित किसी भी गतिविधि को एक पंजीकरण में निर्दिष्ट या जोड़ा जा सकता है।
उद्यम पंजीकरण कौन प्राप्त कर सकता है (Who Can Get Udyam Registration in Hindi)
उद्योग पंजीकरण को प्राप्त करने के लिए उद्यमों या कंपनियों को माल व्यवसाय के उत्पादन, निर्माण, संरक्षण या प्रोसेसिंग में एक अच्छा बिजनेस होना चाहिए। यह एक सेवा क्षेत्र से भी हो सकता है, जो लोगों को सेवाएं प्रदान करते हो।
इसलिए आयात करने के लिए, खरीदने, बेचने या निर्यात करने वाले व्यापारियों को उद्यम पंजीकरण के लिए आवेदन करने की अनुमति नहीं डी जाती है।
आपको यह बात भी ध्यान में रखना चाहिए कि एमएसएमई रजिस्ट्रेशन को प्राप्त करने के लिए एक छोटे, मध्यम या सूक्ष्म उद्यम के रूप एक इकाई को कुछ मापदंडों को पूरा करना होता है।
उद्यमों के प्रकार (Types of Enterprises in Hindi)
उद्यमों के प्रकार निम्न प्रकार से हैं जो उद्यम पंजीकरण के लिए योग्य हैं।
सूक्ष्म उद्यम (Micro Enterprise):
ऐसे उद्यम जो किसी भी बिजनेस में 1 करोड़ रुपए तक का निवेश कर सकते हैं और उन उद्यमों का टर्नओवर अधिकतम 5 करोड़ रुपए होना चहिये।
लघु उद्यम (Small Enterprises):
ऐसे उद्यम जो किसी भी बिजनेस में 10 करोड़ रुपए तक का निवेश कर सकते हैं और उन उद्यमों का टर्नओवर अधिकतम 50 करोड़ रुपए होना चहिये।
मध्यम उद्यम (Medium Enterprises):
ऐसे उद्यम जो किसी भी बिजनेस में 50 करोड़ रुपए तक का निवेश कर सकते हैं और उन उद्यमों का टर्नओवर अधिकतम 250 करोड़ रुपए होना चहिये।
एमएसएमई के लिए उद्यम पंजीकरण से मिलने वाले लाभ (Benefits of Udyam Registration for MSMEs in Hindi)
एमएसएमई के लिए उद्यम पंजीकरण से मिलने वाले लाभ निम्नलिखित हैं।
प्रत्यक्ष कर छूट (Direct Tax Exemption):
उद्यम के तहत रजिस्ट्रेशन करवाने वाली एमएसएमई कंपनियों को अपने व्यवसाय के शुरुआती सालों में डायरेक्ट टेक्स्ट से बाहर रखा गया है। यह एक महत्वपूर्ण कारक पर निर्भर करता है, जो आपके व्यवसाय की प्रकृति है।
बैंकों द्वारा प्रदान की जाने वाली ऋण ब्याज दरों पर भत्ते (Allowances on Loan Interest Rates Provided by Banks):
बैंक ब्याज छूट योजना के अनुसार उद्यम पंजीकरण कंपनियों को मौजूदा या नए ऋणों पर 2% ब्याज सब्सिडी प्रदान की जाती है।
पेटेंट शुल्क और ट्रेडमार्क पर 50% तक लाभ (Advantages on Patent Fees and Trademark, up to 50%):
एमएसएमई के रूप में पंजीकृत व्यवसाय उद्योग आधार प्रमाणपत्र का उपयोग करके पेटेंट शुल्क और ट्रेडमार्क पर 50% की छूट प्राप्त कर सकते हैं।
सरकारी निविदाएं प्राप्त करना (Obtaining Government Tenders):
चूंकि उद्यम पंजीकरण पोर्टल कई सरकारी ई-मार्केटप्लेस और राज्य सरकार के पोर्टलों से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है, इसलिए पंजीकृत एमएसएमई अतिरिक्त सहायता प्राप्त कर सकते हैं और सरकारी अनुबंध प्राप्त करने में तेजी ला सकते हैं।
संपार्श्विक मुक्त ऋण के लिए योग्यता (Qualify for Collateral Free Loans):
भारत सरकार के द्वारा लगभग 2 करोड़ रुपए तक का संपार्श्विक मुक्त ऋण प्रदान किया जाता है। सीटीजीएसएमई संपार्श्विक मुक्त वित्त योजना के तहत सभी एमएसएमई उद्यमियों को यह निःशुल्क धनराशि प्रदान की जाती है।
अनुमोदन, लाइसेंस और पंजीकरण तक आसान पहुंच (Easy Access to Approvals, Licenses, and Registrations):
उद्यम योजना के तहत पंजीकृत एमएसएमई को सरकार द्वारा विभिन्न लाइसेंस और पंजीकरण के लिए प्राथमिकता प्रदान की जाती है।
बिजली बिलों पर छूट (Discount on Electricity Bills):
सरकार एमएसएमई व्यवसायों को बिजली बिलों पर रियायत देती है।
1% ब्याज दर तक के ओवरड्राफ्ट पर छूट (Exemption on an Overdraft of up to 1% Interest Rate):
सभी एमएसएमई पंजीकृत व्यवसायों को लगभग 1% ब्याज दर के ओवरड्राफ्ट पर छूट मिल सकती है। लेकिन, यह बैंक से बैंक पर निर्भर करता है।
उद्यम पंजीकरण में लगने वाले आवश्यक दस्तावेज (Documents required for Udyam Registration in Hindi)
उद्यम में पंजीकरण करने के लिए एमएसएमई द्वारा जारी की गई आवश्यक दस्तावेजों की सूची निम्न प्रकार से है।
- रजिस्ट्रेशन करवाने वाले व्यक्ति का आधार कार्ड
- उसके करोबार के ऑफिस का फैक्स नंबर
- व्यवसाय के शुरू होने की तारीख
- रजिस्ट्रेशन करवाने वाले व्यक्ति की बैंक पासबुक की कॉपी
- उसके व्यापार के प्रकार के दस्तावेज
- आवेदन करने वाले का पैन कार्ड
- उद्यमी की सामाजिक श्रेणी
- एक चालू मोबाइल नंबर
- एसोसिएशन के लेख (एओए)
- ईमेल आईडी
- कंपनी के पंजीकृत दस्तावेज
- जीएसटी प्रमाणपत्र
- कर्मचारियों की सूची, पुरुष और महिला दोनों
- व्यवसाय का वर्तमान वित्तीय विवरण
- पार्टनरशिप डीड, यदि कोई हो
- मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन (एमओए)
एमएसएमई के रूप में रजिस्ट्रेशन करने की प्रक्रिया (Procedure to Register as MSME in Hindi)
इन सरल स्टेप्स को फॉलो करके आप बड़ी ही आसानी के साथ एमएसएमई के रूप में रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
- रजिस्ट्रेशन करने के लिए अओक सबसे पहले उद्यम पंजीकरण के ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा।
- वेबसाइट पर जाने के बाद आपको “नए उद्यमियों के लिए जो एमएसएमई के रूप में हस्ताक्षरित नहीं हैं” आप्शन को चुनना होगा।
- अब आपको इसमें अपना मोबाइल नंबर इंटर करना होगा, जिस पर आपको ओटीपी प्राप्त होगा और इसी के साथ आपको इसमें अपना आधार नंबर भी डालना होगा।
- इसमें आधार नंबर को जोड़ने के बाद आपको इसमें अपना पैन कार्ड जोड़ना होगा।
- ईमेल पता, बैंक विवरण, संगठन की शुरुआत की तारीख, फोन नंबर और निवेश की गई राशि जैसे आवश्यक विवरण जोड़कर एमएसएमई पंजीकरण का विशेष रूप दर्ज करें।
- फॉर्म भरने के बाद, शर्तों और नीतियों पर सहमति दबाएं और फिर फॉर्म जमा कर दें। सबमिट करने के बाद आपके दिए गये मोबाइल नंबर पर एक \ ओटीपी जनरेट होगा। इसे दर्ज करें और फिर सबमिट पर क्लिक करें।
- एक ई-पंजीकरण प्रमाणपत्र तैयार किया जाएगा और आपकी प्रदान की गई ईमेल आईडी पर भेज दिया जाएगा।
एमएसएमई उद्यम रजिस्ट्रेशन ऑनलाइन कैसे करते हैं – Related FAQs
प्रश्न: एमएसएमई उद्यम पंजीकरण का क्या उपयोग है?
उत्तर: उद्यम पंजीकरण, जिसे एमएसएमई पंजीकरण के रूप में भी जाना जाता है, यह सरकारी साइन-ऑफ और उद्यम मान्यता प्रमाणपत्र और एक विशिष्ट संख्या का प्रावधान शामिल है।
प्रश्न: एमएसएमई उद्यम पंजीकरण के लिए कौन पात्र है?
उत्तर: प्रोपराइटरशिप, हिंदू अविभाजित परिवार (एचयूएफ), पार्टनरशिप फर्म, वन पर्सन कंपनियां, प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां, लिमिटेड कंपनियां, निर्माता कंपनियां, सीमित देयता भागीदारी, व्यक्तियों का कोई भी संघ, सहकारी समितियां, या कोई अन्य उपक्रम भारत में एमएसएमई उद्यम पंजीकरण प्राप्त कर सकते हैं।
प्रश्न: एमएसएमई होने का क्या फायदा है?
उत्तर: मौजूदा नियमों के अनुसार, एमएसएमई मंत्रालय के साथ पंजीकृत एमएसएमई अपने पेटेंट पंजीकरण लागत पर 50% छूट के पात्र हैं। यह स्टार्टअप्स और छोटी कंपनियों को नए विचारों और तकनीकों को विकसित करने के लिए प्रेरित करता है।
प्रश्न: क्या एमएसएमई को पंजीकृत करना अनिवार्य है?
उत्तर: किसी भी व्यवसाय के लिए भारत में कानूनी रूप से कार्य करना शुरू करने के लिए एमएसएमई पंजीकरण एक अनिवार्य प्रक्रिया है। इसे दो मुख्य श्रेणियों, अर्थात् विनिर्माण उद्यमों और सेवा उद्यमों के तहत विभेदित किया गया है।