ऑनलाइन आरटीआई कैसे लगाएं? | How to file RTI in Hindi

|| आरटीआई कैसे लगाएं? | How to file RTI in Hindi | Right to information act in Hindi | RTI full form in Hindi | आरटीआई का फॉर्म कैसे भरें? | RTI kaise file kare | आरटीआई का फॉर्म कैसे भरें? | हिंदी में आरटीआई कैसे लिखें? | How to file RTI application online in Hindi ||

How to file RTI in Hindi :- भारत सरकार ने अपने अंतर्गत आने वाले विभागों सहित सरकारी मंत्रालयों फिर चाहे वह केंद्र सरकार के हो या राज्य सरकार के या स्थानीय प्रशासन के, हर किसी के तहत क्या कुछ काम हो रहा है या क्या काम बाकि है, इत्यादि से संबंधित जानकारी को नागरिकों के मांगे जाने पर उन्हें उपलब्ध करवाने के लिए आरटीआई कानून बनाया हुआ है। इस आरटीआई का पूरा नाम Right To Information Act होता (Right to information act in Hindi) है।

ऐसे में यदि आपको भी किसी विभाग से संबंधित जानकारी लेनी है तो उसके लिए आप आरटीआई लगा सकते हैं। भारत सरकार के द्वारा बनाये गए Right To Information Act 2005 के अनुसार कोई भी विभाग आपको वह सूचना देने से मना नहीं कर सकता है, जब तक कि वह जानकारी संवेदनशील ना हो या आरटीआई के दायरे में ना आती हो। उसे उस मांगी गयी जानकारी को आरटीआई फाइल करने के 30 दिनों के भीतर उपलब्ध करवानी होती है अन्यथा आप उसकी शिकायत सूचना विभाग को कर सकते (How to file an RTI in Hindi) हैं।

ऐसे में वर्ष 2024 में आरटीआई को किस तरह से लगाया जा सकता है और इसका क्या प्रारूप होता है, इसके बारे में संपूर्ण जानकारी आपको इस लेख के माध्यम से मिलने वाली है। आज हम आपको आरटीआई फाइल करने के हरेक नियम व विषय के बारे में पूरी जानकारी देने वाले (How to file RTI application online in Hindi) हैं।

आरटीआई कैसे लगाएं? (How to file RTI in Hindi)

आरटीआई को लगाना कोई मुश्किल काम नहीं होता है और इसे आप ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों ही माध्यम से लगा सकते हैं। हालाँकि आरटीआई को लगाने से पहले आपको इसके नियमों का पता होना जरुरी है अन्यथा आपके द्वारा आरटीआई लगाने का कोई औचित्य नहीं रह जाएगा। इसी के साथ ही आपको यह भी जान लेना चाहिए कि आखिरकार यह आरटीआई होती क्या है और इसका क्या कुछ महत्व होता (How to file RTI application in Hindi) है।

How to file RTI in Hindi

यहाँ हम आपको आरटीआई लगाने से लेकर उसकी जानकारी मिलने तक हरेक जानकारी विस्तृत रूप में देने वाले हैं। आरटीआई भारत सरकार के द्वारा बनाया गया एक ऐसा कानून है जो भारत की जनता को उनके अधिकार के तहत किसी भी तरह की जानकारी उपलब्ध करवाने का अवसर प्रदान करता है। भारत का नागरिक अपने देश की सरकार से किसी भी विभाग या मंत्रालय की जानकारी माँग सकता है और उसका सदुपयोग कर सकता (RTI kaise lagaye) है।

कहने का अर्थ यह हुआ कि आपके शहर, गाँव, तहसील, राज्य, देश इत्यादि में क्या कुछ कार्य हो रहा है, कितनी भर्ती हुई है, किसकी भर्ती हुई है, सरकार के द्वारा क्या निर्णय लिया गया है, विकास कैसा हो रहा है, देश का अन्य कोई आंकड़ा, इत्यादि से संबंधित हरेक जानकारी प्राप्त करने का अधिकार आपके पास होता है। ऐसे में आप इस आरटीआई को ऑनलाइन सरकारी वेबसाइट से भी लगा सकते हैं और आप चाहें तो इसे सामान्य रूप से डाक घर के माध्यम से संबंधित विभाग को भेज सकते (RTI kaise file kare) हैं।

आज के समय में जब आरटीआई को ऑनलाइन फाइल किया जा सकता है तो आप भी उसी सुविधा का लाभ उठा सकते हैं और इसे घर बैठे ही लगा सकते हैं। हालाँकि इसे लगाने के लिए मामूली शुल्क आपको चुकाना होता है जो कि मात्र 10 रुपये के आसपास ही होता है। इन रुपयों में आपके द्वारा मांगी गयी जानकारी आपके पस 30 दिनों के अंदर अंदर उपलब्ध हो जाती है। इसके बाद भी यदि आपको यह जानकारी नहीं मिलती है तो आप सूचना मंत्रालय में उसकी शिकायत कर सकते (RTI kaise lagai jaati hai) हैं।

आरटीआई क्या होती है? (RTI kya hai)

आरटीआई को लगाने से पहले आपके लिए यह जानना जरुरी हो जाता है कि आखिरकार यह आरटीआई होती क्या है और आपको यह कब लगाने की आवश्यकता पड़ सकती है। भारत देश के सभी नागरिक देश व राज्य की सरकार को चुनने का अधिकार रखते हैं। इसी के साथ ही भारत सरकार उनसे कई तरह के कर लेती है फिर चाहे वह वस्तु व सेवा कर हो या आय कर या अन्य किसी तरह का कर। हर व्यक्ति भारत देश की सरकार को तरह तरह के कर देता है और उन पैसों से ही सरकार विकास कार्य करवाती (RTI full form in Hindi) है।

अब हमारे देश में बड़े से लेकर छोटे स्तर तक के सभी सरकारी कार्य किये जाते हैं और उसके लिए अलग अलग विभाग भी होते हैं। इन विभागों के द्वारा हर प्रक्रिया का पालन किया जाता है जो देश के संविधान व कानून में लिखे गए (RTI kya hota hai) हैं। तो इसी में एक कानून Right To Information Act का भी है। इस कानून के तहत भारत देश के अंतर्गत काम कर रहे सभी सरकारी मंत्रालय, विभाग, संस्थाएं, कानून, सेना, सरकारी मीडिया इत्यादि इसके दायरे में आ जाते हैं।

इनके अंतर्गत जो भी काम हो रहा है या जो भी डाटा एकत्रित किया जा रहा है और यदि वह संवेदनशील नहीं है या उसे आम नागरिक को उपलब्ध करवाया जा सकता है तो वह सब आरटीआई के दायरे में आ जाता (RTI ka matlab) है। हम भारत के नागरिक आरटीआई के माध्यम से संबंधित विभाग से वह जानकारी माँग सकते हैं। हमारे द्वारा उक्त चीज़ के लिए आरटीआई लगाये जाने के बाद वह विभाग हमें उस जानकारी को देने के लिए बाध्य हो जाता है। उसे उस जानकारी को अधिकतम 30 दिनों के अंदर हमें देना होता है अन्यथा उसके ऊपर विभागीय कार्यवाही हो सकती है।

ऑनलाइन आरटीआई कैसे लगाएं? (Online RTI file kaise kare)

आज के समय में जब सब काम ऑनलाइन हो गया है और लोग घर बैठे ही अपने छोटे से लेकर बड़े काम कंप्यूटर या मोबाइल में करने लगे हैं तो आरटीआई भी ऑनलाइन हो गयी है। पहले के समय में केवल ऑफलाइन माध्यम से ही आरटीआई लगाने का विकल्प हमारे पास उपलब्ध था लेकिन अब जब से ऑनलाइन आरटीआई लगाने की सुविधा आ गयी है तब से ही अधिकतर आरटीआई को ऑनलाइन ही लगाया जा रहा है। इसके लिए भारत सरकार ने एक वेबसाइट लॉन्च की हुई है जिसका लिंक https://www.rtionline.gov.in/ है।

आपको ऊपर दिए गए लिंक पर क्लिक कर आरटीआई लगाने की अधिकारिक वेबसाइट को खोलना है और उसके बाद आपको स्क्रीन के बीच में ही “Click here for Submit Request” का विकल्प मिल जाएगा जिसमें से क्लिक हियर वाले विकल्प पर आपको क्लिक करना (Online RTI kaise lagaye) होगा। जैसे ही आप इस लिंक पर क्लिक करेंगे तो आपके सामने एक नया पेज खुल जाएगा जिसमें आरटीआई लगाने से संबंधित लंबी चौड़ी जानकारी आपके सामने होगी। इसे हम आरटीआई लगाने की नियमावली भी कह सकते हैं।

आपको यह सब जानकारी को पढ़ना होगा और उसके बाद अंत में आपको एक विकल्प दिखाई देगा जिस पर “I have read and understood the above guidelines.” लिखा हुआ होगा। आपको इसके पहले दिख रहे बॉक्स पर टिक मार्क करना होगा और सबमिट वाले बटन पर क्लिक कर आगे बढ़ जाना होगा। अब आपके सामने एक लम्बा चौड़ा फॉर्म खुल जाएगा जिसमें आपको अपनी जानकारी भरनी होगी और साथ ही आप जो जानकारी मांगने के लिए आरटीआई लगा रहे हैं, वह भरनी होगी।

इस फॉर्म में आपको सभी तरह की जानकारी भर कर उसे सबमिट कर देना होगा। उसके बाद आपको 10 रुपये की पेमेंट करनी होगी जो आप किसी भी तरह से कर सकते हैं। यह पेमेंट करते ही आपकी आरटीआई सबमिट हो जाएगी और उसका एक रेफेरेंस नंबर आपके मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर भेज दिया जाएगा। इस तरह से आप ऑनलाइन घर बैठे ही आरटीआई लगा सकते हैं और वो भी बिना किसी सरकारी कार्यालय का चक्कर लगाए।

आरटीआई का फॉर्म कैसे भरें? (How to write RTI application in Hindi)

ऊपर हमने आपको बताया कि जब आप ऑनलाइन आरटीआई लगा रहे होंगे तो तय प्रक्रिया के तहत आपके सामने आरटीआई को भरने के लिए एक फॉर्म (RTI online form kaise bhare) आएगा। इस फॉर्म में आपसे आपकी निजी जानकारी सहित आरटीआई में क्या चाहिए, उसकी जानकारी मांगी गयी होगी। तो इस फॉर्म में आपसे क्या कुछ माँगा गया है या आपको क्या कुछ जानकारी देनी होगी, यह बताना जरुरी होता है। तो आइये जाने आरटीआई के फॉर्म में क्या कुछ पूछा जाता है।

लोक प्राधिकारी का ब्‍यौरा (Public Authority Details)

सबसे पहले तो आपको उस लोक प्राधिकारी या अधिकारी के विभाग और उसका चयन करना है जिससे आप आरटीआई के तहत जानकारी मांगने जा रहे हैं। यदि वह आपको नहीं पता है तो आप उसी के साथ दिख रहे कॉलम “लोक प्राधिकारी को खोजें (Search Public Authority)” की सहायता से उसे ढूंढ भी सकते हैं। यहाँ पर आपसे यह जानकारी मांगी जाएगी:

  • मंत्रालय/विभाग/शीर्ष निकाय का चयन करें (Select Ministry/Department/Apex body)
  • लोक प्राधिकारी का चयन करें (Select Public Authority)

आरटीआई आवेदक का व्‍यक्तिगत ब्‍यौरा (Personal Details of RTI Applicant)

आरटीआई के फॉर्म के भाग दो में आपसे आपकी निजी अर्थात व्यक्तिगत जानकारी मांगी जाएगी। इसे भी आपको बहुत ही ध्यान से भरना होगा अन्यथा किसी और को यह जानकरी चली जाएगी या किसी को भी नहीं जाएगी। तो इसमें आपसे यह सब चीजें पूछी जाएगी:

  • ई-मेल-आईडी (Email-ID)
  • मोबाईल नंबर (Mobile Number)
  • नाम (Name)
  • लिंग (Gender)
  • पता (Address)
  • पिन कोड (Pin code)
  • देश (Country): भारत या अन्य
  • राज्‍य (State)
  • स्थिति (Status): ग्रामीण या शहरी
  • शैक्षणिक स्थिति (Educational Status): शिक्षित या अनपढ़
  • फोन नंबर (Phone Number)

अनुरोध का ब्‍यौरा (Request Details)

अब आपने जिस भी विभाग के लिए आरटीआई लगायी है, आप उससे किस तरह की जानकारी लेने का अनुरोध करने जा रहे हैं, उसकी जानकारी आपको यहाँ देनी होती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप जिस भी काम के लिए आरटीआई लगा रहे हैं, अब आपको वह बताना होता है। इसमें आपसे यह सब पूछा जाएगा:

  • नागरिकता (Citizenship): (केवल भारतीय नागरिक ही आरटीआई अनुरोध का आवेदन दायर कर सकते हैं) यदि आप भारतीय हैं तो ही आप आरटीआई लगा सकते हैं, किसी विदेशी नागरिक को आरटीआई लगाने का अधिकार नहीं है।
  • क्‍या आवेदक गरीबी रेखा से नीचे का है?: इसमें आपको हां या नहीं में से किसी एक का चुनाव अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार करना होगा।
  • आरटीआई अनुरोध के आवेदन के लिए पाठ (Text for RTI Request application): यहाँ पर आपको वह विवरण देना है जिसके तहत आप जानकारी माँग रहे हैं। यहाँ इस बात का ध्यान रखें कि आपको अपनी बात को 3000 शब्दों में कहना है। यदि आपकी बात 3000 शब्दों से अधिक है तो आप उसे एक डॉक्यूमेंट में लिखकर उसे अपलोड कर सकते हैं।
  • समर्थनकारी दस्‍तावेज (Supporting document): यहाँ आप किसी पीडीएफ फाइल को ही अपलोड कर सकते हैं और उसका आकार भी एक एमबी से ज्यादा का नहीं होना चाहिए।
  • सुरक्षा कोड डालें (Enter security code): आपको एक बॉक्स में कोई कोड दिखाई देगा और उसे आपको उसी के सामने दिख रहे खाली बॉक्स में टाइप करना होगा।

इसके बाद आप उक्त फॉर्म को अच्छे से जाँच लें और देख लें कि आपके द्वारा आरटीआई फाइल करने में कोई त्रुटी तो नहीं रह गयी है। यदि सब कुछ सही है तो आप इसे सबमिट कर दें। तो इस तरह से आप आरटीआई के फॉर्म को भर सकते हैं।

लिखित में आरटीआई कैसे लगाएं?

बहुत लोगों को ऑनलाइन आरटीआई भरने में दिक्कत होती है या उन्हें यह समझ नही आता है। ऐसे में यदि आपको लिखित रूप में आरटीआई देनी है तो वह भी आप कर सकते हैं। इसके लिए आपको किसी भी फोटोकॉपी की दुकान से या डाक घर से या अन्य किसी सरकारी विभाग से आरटीआई का फॉर्म मिल जाएगा जिसका आप प्रिंट भी निकलवा सकते हैं या उसकी फोटोकॉपी करवा सकते हैं।

अब आप इसमें पूछी गयी हरेक जानकारी को सावधानीपूर्वक भर दें और उसी के साथ ही आप जिस भी विभाग से जो भी जानकारी चाहते हैं, उसे इसमें लिख दें। इस बात का ध्यान रखें कि यह जानकारी एकदम स्पष्ट और समझ में आने वाले शब्दों में होनी चाहिए। इसी के साथ ही इसे सीमित शब्दों में सरलता से लिखा गया होना चाहिए। अब आप डाक घर जाकर इस पर स्टाम्प लगवा लें और इसे संबंधित विभाग को भेज दें।

इस बात का भी ध्यान रखें कि आप इसे भेजने से पहले इसकी एक फोटोकॉपी अवश्य करवा लें और इसे अपने पास सहेज कर रख लें। फोटोकॉपी करवाने के बाद आप उसे संबंधित विभाग को डाक कर सकते हैं। यह आपके भेजने की तिथि से अगले 30 दिन की अवधि नहीं मानी जाएगी बल्कि जब यह उस विभाग को मिलती है, उसके बाद से 30 दिन की अवधि मानी जाएगी। हालाँकि यदि आप ऑनलाइन आरटीआई फाइल कर रहे हैं तो उसकी अवधि उसी समय या दिन से शुरू हो जाएगी।

आरटीआई कैसे लगाएं – Related FAQs 

प्रश्न: आरटीआई कैसे फाइल की जाती है?

उत्तर: आरटीआई फाइल करने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीका हमने ऊपर के लेख में विस्तार से बताया है जो आप पढ़ सकते हो।

प्रश्न: हिंदी में आरटीआई कैसे लिखें?

उत्तर: आरटीआई का पूरा नाम right to information act है जिसे हिंदी में सूचना का अधिकार कहा जाता है।

प्रश्न: आरटीआई लगाने में कितना खर्च आता है?

उत्तर: आरटीआई लगाने में 10 रुपए लिए जाते हैं।

प्रश्न: आरटीआई क्या है?

उत्तर: इस कानून के तहत भारत देश के अंतर्गत काम कर रहे सभी सरकारी मंत्रालय, विभाग, संस्थाएं, कानून, सेना, सरकारी मीडिया इत्यादि में जो भी काम हो रहा है या जो भी डाटा एकत्रित किया जा रहा है और यदि वह संवेदनशील नहीं है या उसे आम नागरिक को उपलब्ध करवाया जा सकता है तो वह सब आरटीआई के दायरे में आ जाता है।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि आरटीआई कैसे लगाई जाती है। साथ ही आपने जाना कि आरटीआई क्या होती है ऑनलाइन और ऑफलाइन आरटीआई कैसे लगाई जाती है आरटीआई का फॉर्म कैसे भरा जाता है इत्यादि। आशा है कि जो जानकारी लेने के लिए आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। फिर भी यदि कोई प्रश्न आपके मन में शेष है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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