इंजीनियरिंग करना और वो भी आईआईटी से, यह हर मेधावी छात्र छात्रा एवं उनके अभिभावकों का सपना होता है। पांच अंकों में सैलरी, समाज में इज्जत, दोस्तों के बीच अलग ही जलवा। ऐसा क्या नहीं, जो एक आईआईटी डिग्री होल्डर को नहीं मिलता। डिग्री आने से पहले ही हाथ में नौकरी होती है।
हर बड़ी कंपनी यहां के पास आउट को अपने यहां लाने में दिलचस्पी दिखाती है। लेकिन इतना आसान थोड़े ही है आईआईटी क्रैक कर लेना। रात भर जागकर कड़ी मेहनत करनी होती है। टाइम मैनेजमेंट करना होता है। कुछ महीनों तक स्टूडेंट लाइफ की बेफिक्री भूल जानी होती है। तभी तो खुलती है आईआईटी की डगर।
यदि आप भी आईआईटी में प्रवेश लेने के इच्छुक हैं तो आप बिल्कुल ठीक जगह आए हैं। हम आपको इस पोस्ट में आईआईटी में प्रवेश लेने के बारे में वह सब कुछ बताएंगे, जो आपके लिए जानना आवश्यक है-
आईआईटी में प्रवेश कैसे होता है? How To Get Admission In IIT?
आईआईटी प्रवेश के लिए सबसे जरूरी बात आपको पहले बताते हैं। आईआईटी में प्रवेश लेने के लिए एक अभ्यर्थी को जेईई मेन (jee main) एवं जेईई एडवांस (jee advance) उत्तीर्ण करना होता है। विशेष बात यह है कि जेईई एडवांस में बैठने के लिए जेईई मेन क्वालिफाई (qualify) करना आवश्यक है।
जेईई एडवांस ही परीक्षार्थी के लिए आईआईटी के दरवाजे खोलता है। जेईई एडवांस को जेईई मेन से कठिन परीक्षा माना जाता है। इसकी रैंकिंग (ranking) के आधार पर ही आईआईटी (IIT) के दरवाजे आपके लिए खुलते हैं।
जेईई मेन में बैठने के लिए आवश्यक शैक्षिक योग्यता क्या है? (what the educational qualification required for jee main)
पहले जेईई मेन की बात। जेईई (JEE) यानी joint entrance exam. इसे हिंदी में संयुक्त प्रवेश परीक्षा। सबसे पहले जानिए कि जेईई मेन में बैठने के लिए आवश्यक शैक्षिक योग्यता क्या है। आईआईटी में प्रवेश पाने के लिए प्रवेशार्थी को किसी भी मान्यता प्राप्त केंद्रीय अथवा राज्य बोर्ड द्वारा आयोजित 10+2 अथवा इंटरमीडिएट (intermediate) अथवा इसके समकक्ष कोई परीक्षा दो वर्षीय प्री-यूनिवर्सिटी (pre University) परीक्षा उत्तीर्ण करना आवश्यक है।
इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) के संयुक्त सेवा विंग (joint service wing) के दो वर्षीय पाठ्यक्रम की मुख्य परीक्षा अथवा नेशनल इंस्टीट्यूट आफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) द्वारा संचालित सीनियर सेकेंड्री स्कूल परीक्षा न्यूनतम पांच विषयों के साथ उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को भी इसमें बैठने का मौका मिल सकता है।
इसके अतिरिक्त एआईसीटीई (AICTE) के राज्य बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त कम से कम तीन वर्ष की अवधि का डिप्लोमा हासिल करने वाले, उच्चतर माध्यमिक प्रमाण पत्र व्यावसायिक परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले भी इस परीक्षा में बैठ सकते हैं।
अंक प्रतिशत रखा गया है, किंतु 2021 में इसकी बाध्यता से छूट
जेईई मेन में बैठने के लिए 12वीं का एक अंक प्रतिशत तय किया गया है। सामान्य एवं अन्य पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी अभ्यर्थी को फिजिक्स (physics), मैथ्स (maths) अनिवार्य विषय के साथ केमिस्ट्री (chemistry)/ बायोलाजी (biology)/बायो टेक्नोलाजी (bio technology) में से किसी एक के साथ 12वीं 75 प्रतिशत अंकों के साथ पास करना आवश्यक है।
एससी(ST), एसटी (ST) एवं पीडब्ल्यूडी (PWD) कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए पात्रता के अंकों में 10 प्रतिशत की छूट दी गई है। उन्हें यह परीक्षा केवल 65 फीसदी अंकों के साथ पास करनी आवश्यक है। वे अपने बोर्ड के कक्षा 12 की परीक्षा के टाॅप-20 पर्सेंटाइल छात्रों में हैं तो भी जेईई मेन में बैठने के अधिकारी होंगे।
हालांकि कोरोना काल (corona period) को देखते हुए साल 2021 में जेईई मेन उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को केवल 12वीं पास का सर्टिफिकेट दिखाना अनिवार्य किया गया है। अंक प्रतिशत संबंधी बाध्यता समाप्त कर दी गई है।
जेईई मेन कितनी भाषाओं में होता है?
जेईई मेन यानी संयुक्त प्रवेश परीक्षा आईआईटी में प्रवेश प्रक्रिया का पहला चरण है। यह एक राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा है। विभिन्न एनआईटी, आईआईआईटी एवं सीएफटीआई कालेज के अंडर ग्रेजुएट जैसे बीटेक, बीई जैसे कोर्सेज में प्रवेश के लिए छात्र छात्राओं को यह परीक्षा पास करना आवश्यक है।
इसका आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (national testing agency) यानी एनटीए (NTA) कराता है। परीक्षा का आयोजन 13 भाषाओं में होता है, जिनमें हिंदी, उर्दू, अंग्रेजी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मराठी, मलयालम, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु भाषा शामिल हैं।
एनटीए अब साल में चार बार यह परीक्षा कराएगा। फरवरी, मार्च, अप्रैल एवं मई माह इसके लिए नियत किए गए हैं। छात्र लगातार तीन साल जेईई मेन परीक्षा में शिरकत कर सकते हैं।
जेईई मेन में बैठने के लिए आवश्यक दस्तावेज –
जेईई मेन की परीक्षा में बैठने के लिए आपको कुछ दस्तावेज अपने आवेदन पत्र के साथ संलग्न करने होंगे। ये निम्नवत हैं-
- 12वीं कक्षा अथवा समकक्ष का प्रवेश पत्र, अंक तालिका अथवा स्कोर कार्ड का स्कैन (scan) फोटोग्राफ।
- (5 केबी से लेकर 500 केबी तक साइज में)।
- जेपीजी (JPG) अथवा जेपीईजी (JPEG) फार्मेट में स्कैन फोटोग्राफ। (इसका साइज 10 केबी से 200केबी के बीच हो)।
- जेपीजी, जेपीईजी फार्मेट में स्कैन हस्ताक्षर। (इसका साइज 4 केबी से लेकर 30 केबी के बीच हो)।
- वैध ई-मेल आईडी (valid e-mail id)।
- वैध मोबाइल नंबर (valid mobile number) आपको सूचनाएं इसी नंबर पर एसएमएस से भेजी जाएंगी।
- वैध डेबिट/क्रेडिट कार्ड (debit/credit card) अथवा नेट बैंकिंग (net banking) एकाउंट।
- सभी योग्यता विवरण।
जेईई मेन केे लिए आवेदन प्रक्रिया (application process for jee main)
जेईई मेन के लिए आवेदन केवल आनलाइन किया जा सकता है। इसकी प्रक्रिया निम्नवत है-
- सबसे पहले जेईई मेन की वेबसाइट https://jeemain.nta.nic.in/ पर आवेदन करना होगा।
- इसके पश्चात स्कैन किए फोटो, हस्ताक्षर एवं 12वीं के सर्टिफिकेट को अपलोड (upload) करना होगा।
- इसके पश्चात निर्धारित तिथि तक शुल्क (fee) का भुगतान क्रेडिट/ डेबिट कार्ड/ नेट बैंकिंग/ यूपीआई अथवा पेटीएम के माध्यम से करना होगा। इस फीस पर जीएसटी (GST) भी कटेगा।
- इसके पश्चात वेबसाइट (website) पर विवरण में संशोधन (correction) के लिए मौका मिलेगा। कुछ तिथियों पर करेक्शन विंडो खोली जाएगी, जिसकी जानकारी वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी।
- इसके पश्चात वेबसाइट पर प्रवेश पत्र (admit card) जारी कर दिए जाएंगे, जिन्हें आप डाउनलोड (download) कर सकते हैं।
- इसके पश्चात आपको निर्धारित तिथि एवं समय (date and time) पर परीक्षा देने जाना होगा।
- निर्धारित तिथि पर वेबसाइट पर आंसर की (answer key) जारी की जाएगी।
- इसके पश्चात परीक्षा परिणाम (result) की घोषणा कर दी जाएगी।
एनटीए की ओर से कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं की गई है
एनटीए की ओर से जेईई में सम्मिलित होने के लिए किसी प्रकार की आयु सीमा (age limit) निर्धारित नहीं की गई है। हालांकि उसकी ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि वे संयुक्त प्रवेश परीक्षा के माध्यम से जिन संस्थानों में प्रवेश चाहते हैं, वहां प्रवेश की आयु सीमा निर्धारित है। ऐसे में प्रवेशार्थी को स्वयं उसके प्रति जागरूक होना होगा एवं इसका ध्यान रखना होगा।
जेईई मेन में बीई/बीटेक का परीक्षा पैटर्न
जेईई मेन के जरिए बीई/बीटेक (BTech/BE) में दाखिले के इच्छुकों के लिए इसका परीक्षा पैटर्न जानना बेहद जरूरी है। यह सीबीटी (CBT) याानी कंप्यूटर बेस्ड परीक्षा (computer based test) होगी। इसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री एवं मैथ्स के आब्जेक्टिव टाइप (objective type) प्रश्न आते हैं। तीनों विषयों से 25-25 यानी कुल मिलाकर 75 प्रश्न पूछे जाएंगे।
इसमें 20 प्रश्न आब्जेक्टिव (objective) होंगे, जबकि पांच प्रश्नों के उत्तर संख्यात्मक मान के रूप में भरे जाएंगे। प्रत्येक प्रश्न पत्र के लिए 100-100 अर्थात कुल 300 अंक निर्धारित किए गए हैं। जहां तक 20 बहु विकल्पीय प्रश्नों की बात है, प्रत्येक सही प्रश्न के उत्तर के लिए 4 अंक होंगे, जबकि गलत जवाब पर नेगेटिव मार्किंग (negative marking) की जाएगी।
यदि आप किसी प्रश्न का जवाब नहीं देते तो उसके लिए कोई अंक नहीं मिलेगा। 1 अंक काट लिया जाएगा। संख्यात्मक मान वाले प्रश्नों का सही जवाब देने पर 4 अंक मिलेंगे, लेकिन गलत उत्तर पर कोई अंक नहीं मिलेगा। आपको बता दें कि परीक्षा 3 घंटे चलेगी।
बीआर्क, बी प्लानिंग का परीक्षा पैटर्न
पहले बीआर्क (BArch) की बात। यह प्रश्न पत्र तीन घंटे का होता है। इसमें 400 अंकों के 77 प्रश्न आते हैं। मैथ्स के साथ ही aptitude टेस्ट एवं ड्राइंग (drawing) टेस्ट होता है। परीक्षा का मोड (mode) सीबीटी होता है, जबकि ड्राइंग के लिए पेन, पेपर का इस्तेमाल किया जा सकता है। ड्राइंग के लिए A4 पेपर पर एग्जाम की सुविधा होती है।
वहीं, बीप्लांनिंग (BPlanning) के लिए मैथ्स, aptitude टेस्ट एवं प्लानिंग (planning) का पेपर होता है। यह परीक्षा भी सीबीटी मोड में होती है। इसके लिए भी तीन घंटे नियत हैं। परीक्षा में 400 अंकों के 100 प्रश्न आएंगे। अभ्यर्थी द्वारा प्राप्त किए गए स्कोर को एनटीए के स्कोर से मिलान करके फाइनल रैंकिंग तय की जाती है।
दो अभ्यर्थियों का स्कोर समान रहने की स्थिति में क्या होता है
यदि बीटेक, बीई की परीक्षा में बैठे दो अभ्यर्थियों का एनटीए स्कोर समान होता है एवं उनमें टाई (tie) हो जाती है तो ऐसी स्थिति में मेरिट (merit) का निर्धारण इस प्रकार होगा-
- मैथ्स में एनटीए प्राप्तांक
- फिजिक्स में एनटीए प्राप्तांक
- केमिस्ट्री में एनटीए प्राप्तांक
- प्रश्नपत्र में न्यूनतम निगेटिव जवाब देने वाले अभ्यर्थी
- अधिक आयु वाले अभ्यर्थी
यदि इसके बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो पाता तो दोनों अभ्यर्थियो को समान रैंक (rank) दे दी जाएगी।
अब जेईई एडवांस की बारी, जेईई मेन करने वाले टाप ढाई लाख छात्र यह परीक्षा देते हैं
सबसे पहले जेईई मेन टाॅप 20 कैटेगरी पर्सेंटाइल (percentile) के साथ क्लियर करना होगा। इसके पश्चात जेईई एडवांस की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। खास बात यह है कि जेईई मेन क्लियर करने वाले ढाई लाख छात्र आईआईटी में प्रवेश लेने के लिए जेईई एडवांस करते हैं। इसे क्लियर करने वाले टाॅप एक लाख छात्रों को आईआईटी में एडमिशन मिलता है।
इसे हर वर्ष सात आईआईटी संचालित करते हैं। इनमें आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी चेन्नई, आईआईटी मुंबई, आईआईटी गुवाहाटी एवं भारतीय विज्ञान संस्थान यानी आईआईएससी बंगलूरू शामिल है। परीक्षा की निगरानी ज्वाइंट एडमिशन बोर्ड (joint admission board) यानी (JAB) करता है।
एक बात और आईआईटी में अलग अलग ब्रांच होते हैं, जैसे कंप्यूटर इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग आदि। जिस ब्रांच की सबसे अधिक मांग होती है, सबसे अधिक रैंक वाले स्टूडेंट्स को उसमें प्रवेश मिलता है। जैसे-कंप्यूटर इंजीनियरिंग।
जेईई एडवांस में अभ्यर्थी को दो पेपर क्लियर करने होते हैं
-इस परीक्षा का आयोजन सीबीटी मोड में होता है। जेईई एडवांस में दो पेपर पेपर-1 एवं पेपर- 2 होते हैं। परीक्षार्थियों को यह दोनों ही पेपर आवश्यक रूप से देने होते हैं। दोनों ही प्रश्न पत्रों के तीन भाग होते हैं-फिजिक्स, केमिस्ट्री एवं मैथ्स। इनमें प्रत्येक में 18-18 प्रश्न आते हैं।
इस प्रकार कुल 54 सवाल पूछे जाते हैं। दोनों पेपर 3-3 घंटे के होते हैं। पहला पेपर अमूमन दिन में सुबह नौ बजे शुरू होता है एवं 12 बजे तक चलता है। दूसरा पेपर आम तौर पर दोपहर दो बजे शुरू होता है एवं शाम पांच बजे तक चलता है।
जेईई एडवांस की मार्किंग स्कीम क्या होती है?
जेईई एडवांस की मार्किंग स्कीम भी थोड़ा अलग होती है। पहले बात पेपर-1 की। इस पेपर में प्रत्येक सही जवाब के लिए 4 अंक मिलते हैं। गलत जवाब के लिए 2 अंक काटे जाते हैं। आंशिक सही जवाब के लिए अभ्यर्थी को 1 अंक मिलता है। अब पेपर -2 पर आएं। इस पेपर में भी निगेटिव मार्किंग का प्रावधान किया गया है।
प्रत्येक सही जवाब के लिए 3 अंक निर्धारित हैं। गलत जवाब के लिए एक अंक काटा जाएगा। आंशिक सही प्रश्न के लिए 1 अंक दिया जाएगा। यह परीक्षा हिंदी एवं अंग्रेजी (hindi and english) दोनों माध्यमों से दी जा सकती है।
पेपरों में दिए गए प्रश्नों के माध्यम से परीक्षार्थियों की सैद्धांतिक (theoratical) जानकारी के साथ ही उनकी रीजनिंग एबिलटी (reasoning ability), एनालिटिकल पावर analytical (power) एवं कांप्रेहेंशन स्किल (comprehension skills) जानने की कोशिश की जाती है। इसकी रैकिंग (ranking) के आधार पर ही आईआईटी में दाखिला मिलता है।
जेईई एडवांस का पेपर-1 एवं पेपर-2 पैटर्न
अब बात जेईई एडवांस की पेपर पैटर्न की करते हैं। पेपर-1 में तीन भाग होते हैं। सेक्शन -1 में छह प्रश्न आते हैं, यह 24 अंकों का होता है। सेक्शन-2 में न्यूमेरिकल टाइप प्रश्न 8 आते हैं। यह भी 24 अंकों का होता है। सेक्शन-3 में पैराग्राफ (paragraph) आधारित चार प्रश्न आते हैं।
यह 12 अंकों का होता है। पेपर-2 में भी सेक्शन -1 में 24 अंकों के छह बहुविकल्पीय प्रश्न आते हैं। सेक्शन- 2 में न्यूमेरिकल वैल्यू के आठ प्रश्न होते हैं। ये 24 अंक के होते हैं। सेक्शन-3 में मैचिंग टाइप (matching type) प्रश्न आते हैं। ये चार सवाल होते हैं। इसके लिए 12 अंक निर्धारित हैं।
आईआईटी एग्जाम क्रैक करने के लिए दो साल पहले तैयारी शुरू कर दें
आईआईटी करने के इच्छुक छात्र छात्राओं के मन में अक्सर यह प्रश्न उठता है कि उन्हें इसके लिए कितने समय पूर्व से तैयारी में जुट जाना चाहिए। विशेषज्ञों का इस संबंध में अलग अलग मत है। कुछ मानते हैं कि 11वीं कक्षा में एडमिशन लेने के साथ ही संबंधित छात्र छात्रा को आईआईटी प्रवेश के लिए तैयारी में जुट जाना चाहिए।
जबकि कुछ के अनुसार छात्र क्या बनना चाहता है वह इसके बारे में नौवीं कक्षा तक क्लियर हो जाता है। उनका मत है कि छात्र जिस वक्त यह तय करे कि उसे आईआईटी में जाना है, उसे उसी समय से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। इसके लिए उसे अपने पास मौजूदा संसाधनों के साथ ही आवश्यक संसाधनों की भी एक चेकलिस्ट तैयार करनी चाहिए।
आईआईटी में एडमिशन के लिए आवश्यक टिप्स –
आईआईटी में एडमिशन के लिए कुछ ऐसे आवश्यक बिंदु हैं, जो हर छात्र छात्रा को पता होना चाहिए। तैयारी के दौरान इनका पालन करके वे आईआईटी में प्रवेश का सपना पूरा करने में कामयाब हो सकते हैं। ये टिप्स निम्नवत हैं-
1. टाइम मैनेजमेंट (time management) पर पर्याप्त ध्यान दें
आईआईटी में एडमिशन के लिए टाइम मैनेजमेंट सबसे ज्यादा जरूरी है। अपने पास उपलब्ध समय को इस तरह से तैयारी के लिए विभाजित करें कि प्रत्येक विषय की अच्छी तरह तैयारी कर सकें। जिस विषय में आपको अधिक तैयारी की आवश्यकता हो, उस पर अधिक समय व्यतीत करें।
2. पुराने एग्जाम पेपर साॅल्व करें
यह भी तैयारी का एक बेहतर तरीका है। आप पुराने एग्जाम पेपर साॅल्व (solve) करें। इससे आपको बहुत कुछ पैटर्न (pattern) का भी अंदाजा हो जाएगा।
नियत समय में इस पेपर को साॅल्व करने की कोशिश करें। बिल्कुल इस तरह मानो आप परीक्षा में ही बैठे हैं। यह तैयारी आपको बहुत काम आएगी।
3. आईआईटी क्रैक कर चुके छात्र छात्राओं से बात करें
आपको आईआईटी क्रैक कर चुके छात्र छात्राओं से बात करनी चाहिए। किस प्रकार की रणनीति (strategy) उन्होंने अपने लिए तैयार की, इससे आपको भी तैयारी में मदद मिलेगी।
अन्य किसी प्रकार की समस्या के लिए भी आप उनसे बात कर सकते हैं। यदि ये आपके कोई सीनियर हैं तो आपके लिए और भी अच्छा रहेगा।
3. आनलाइन ट्यूटोरियल की मदद ले सकते हैं
इन दिनों आनलाइन पढ़ाई का जमाना है। कई विशेषज्ञ आनलाइन ट्यूटोरियल के जरिए पढ़ाई में छात्र छात्राओं की मदद करते हैं। यदि आपके लिए सुविधाजनक हो एवं आप चाहते हैं तो आप भी इस प्रकार के ट्यूटोरियल की सहायता ले सकते हैं।
किसी खास विषय का ट्यूटोरियल भी आप ज्वाइन कर सकते हैं। किताबों से आपको उतनी जानकारी नहीं मिलती, जितनी इस तरह के आनलाइन ट्यूटोरियल के जरिए मिल जाती है।
4. कोई कोचिंग इंस्टीट्यूट ज्वाइन कर सकते हैं
इन दिनों कोचिंग इंस्टीट्यूट की फीस लाखों में होती है। यदि आपके अभिभावकों, माता-पिता की जेब इजाजत देती है तो आप कोई कोचिंग इंस्टीट्यूट भी ज्वाइन कर सकते हैं।
यहां रेगुलर कक्षाओं (regular classes) के साथ ही कोई भी दिक्कत आने पर उसके त्वरित निराकरण की सुविधा भी मिलती है। लेकिन ऐसा तभी करें, जब आपको कोचिंग (coaching) की आवश्यकता महसूस हो।
5. एग्जाम पैटर्न एवं मार्किंग पैटर्न की पूरी जानकारी लें
एग्जाम में बैठने से पहले एग्जाम पैटर्न एवं मार्किंग पैटर्न की भी पूरी जानकारी ले लें। जेईई मेन एवं एडवांस दोेनों में पेपरों में निगेटिव मार्किंग की भी व्यवस्था की गई है। कहीं ऐसा न हो कि आप एक प्रश्न से अंक जुटाएं तो दूसरे में गलत जवाब देकर उसे गंवा दें।
आईआईटी कितने साल का कोर्स है?
यह तो आप जानते ही होंगे कि आईआईटी के एंट्रेस एग्जाम को दुनिया का सर्वाधिक कठिन एग्जाम माना जाता है। यदि आप इसके बावजूद चांस लेना चाहते हैं तो पूरी मेहनत के साथ तैयारी करें। इस कोर्स को करने के लिए एक एक तय समयावधि नियत है।
आईआईटी में बैचलर डिग्री प्राप्त करने के लिए चार वर्ष का समय लगता है। यदि कोई बैचलर के साथ मास्टर कोर्स अर्थात ड्यूल डिग्री (dual degree) करता है तो इसमें पांच वर्ष का समय लगता है।
देश में इस समय 23 आईआईटी संचालित हो रहे हैं।
आईआईटी खड़गपुर भारत का पहला प्रौद्योगिकी संस्थान था। इसे 1951 में स्थापित किया गया था। आज भारत में कुल 23 आईआईटी यानी Indian institute of technology अथवा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान हैं। यह सभी अलग अलग राज्यों में स्थित हैं।
कुछ राज्यों ने स्टेट इंजीनियरिंग कालेजों में प्रवेश के लिए भी जेईई मेंस को पास करना आवश्यक किया हुआ है। लेकिन आईआईटी में एडमिशन के लिए जेईई एडवांस क्लियर करना जरूरी है। सभी आईआईटी आटोनामस (autonomous) यानी स्वायत्त संस्थान हैं। इनके तमाम नियम कायदे एवं कोर्स इन्हीं के द्वारा डिजाइन (Design) किए जाते हैं। इन 23 संस्थानों के नाम निम्नवत हैं-
- आईआईटी, खड़गपुर।
- आईआईटी, मुंबई।
- आईआईटी, दिल्ली।
- आईआईटी, कानपुर।
- आईआईटी, चेन्नई।
- आईआईटी, रुड़की।
- आईआईटी, गुवाहाटी।
- आईआईटी, भुवनेश्वर।
- आईआईटी, जोधपुर।
- आईआईटी, पटना।
- आईआईटी, हैदराबाद।
- आईआईटी, इंदौर।
- आईआईटी, वाराणसी।
- आईआईटी, तिरुपति।
- आईआईटी, धनबाद।
- आईआईटी, रोपड़।
- आईआईटी, गोवा।
- आईआईटी, भिलाई।
- आईआईटी, मंडी।
- आईआइ्र्रटी, जम्मू।
- आईआईटी, पलक्कड़।
- आईआईटी, धारवाड़।
सात में से एक आईआईटी कराता है जेईई एडवांस
जेईई एडवांस का आयोजन आईआईटी ही करता है। प्रत्येक वर्ष आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी कानपुर, आईआईटी चेन्नई, आईआईटी दिल्ली, आईआईटी मुंबई, आईआईटी गुवाहाटी एवं आईआईएससी बंगलूरू इन सात आईआईटी में से कोई एक संस्थान जेईई एडवांस का आयोजन करता है। अधिक जानकारी के लिए जेईई एडवांस्ड की आधिकारिक वेबसाइट https://jeeadv.ac.in/ पर जाया जा सकता है।
आईआईटी की चार साल की फीस 8 से 10 लाख रूपये होती है
यह सवाल छात्रों से अधिक उनके माता-पिता को परेशान करता है, क्योंकि फीस का भुगतान उन्हीं की जेब से होता है। बहुत सारे छात्र एजुकेशन लोन (education loan) के सहारे अपनी पढ़ाई पूरी करते हैं। आईआईटी के लिए बतौर फीस हर साल करीब दो से ढाई लाख रुपये तक का खर्च आता है।
वहीं, चार साल की फीस करीब आठ से 10 लाख रूपये तक पड़ती है। हालांकि यह सामान्य वर्ग (general category) के छात्रों के लिए फीस है। एससी, एसटी वर्ग से संबंधित एवं शारीरिक रूप से विकलांग छात्रों के लिए यह फीस कम होती है। इनकी चार साल की कुल फीस दो से चार लाख तक पड़ती है।
सरकार के swayam आनलाइन प्लेटफाॅर्म से कर सकते हैं मुफ्त में तैयारी –
केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय (education ministry) ने ऐसे छात्रों के लिए, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं, एवं कोचिंग शुल्क देने की स्थिति में नहीं, एक आनलाइन प्लेटफाॅर्म स्वयं (swayam) तैयार किया है। इस वेबसाइट की सहायता से छात्र विशेषज्ञ प्रोफसेरों के लेक्चर देख सकेंगे।
ये वीडियो ट्यूटोरियल आईआईटी प्रोफेसरों की ओर से तैयार किए गए हैं। इस वेबसाइट पर उपलब्ध आईआईटी-पीएल प्रोग्राम (IIT-PL program) में फिजिक्स, मैथ्स एवं केमिस्ट्री के 600 से भी अधिक लेक्चर हैं। इन्हें देखकर छात्र स्वयं घर में ही रहकर प्रैक्टिस कर सकेंगे।
जेईई मेन की तैयारी के लिए मोबाइल एप्स की भी सहायता ले सकते हैं –
आनलाइन प्लेटफाॅर्म (online platform) पर अब ऐसे अनेक मोबाइल एप (mobile app) उपलब्ध हैं, जिन्हें डाउनलोड कर कोई भी छात्र जेईई मेन की तैयारी कर सकते हैं। इन पर पिछले करीब 10-12 साल के पेपर एवं उनके साल्यूशन मौजूद हैं। आप अपनी तैयारी का टेस्ट भी इन एप के जरिए कर सकते हैं।
आईआईटी में प्रवेश का अपना सपना साकार कर सकते हैं। ऐसे कई एप हैं, जैसे टापर (toppr)। इस एप की रेटिंग 4 है। 25 एमबी के इस एप के अब तक 1 करोड़ से अधिक डाउनलोड हो चुके हैं। इसी प्रकार का एक एप जेईई मेन प्रेप (jee main prep) है। महज 3.80 एमबी के इस एप के 50 हजार से अधिक डाउनलोड हो चुके हैं।
स्मार्ट टेस्ट (smart test) भी एक इसी प्रकार का एप है। 2.5 एमबी के इस एप के हजारों डाउनलोड हो चुके है। इसी प्रकार आपको पीसीएम फार्मूलाज, डाउटनट, एक्स्ट्रामाक्र्स, मेरिटनेशनरोबोमेट, एनटीए अभ्यास जैसे एप देखने को मिलेंगे, जो तैयारी में आपकी मदद कर सकते हैं।
आईआईटी में छात्राओं के लिए सीटों में इजाफा किया गया है
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों अर्थात आईआईटी में लैंंगिक असंतुलन की बात हमेशा से होती रही है। यह बहुत बार बहस-मुबाहिसों का मुद्दा भी बना है। आईआईटी काउंसिल (IIT council) भी इस बात से अंजान नहीं। उसने इस असंतुलन को दूर रखने के लिए समय समय पर अपनी ओर से कदम भी उठाए हैं।
उसने 2019-20 के सत्र में लड़कियों के लिए 17 फीसदी सीटें बढ़ाई थीं, जबकि 2020-21 के सत्र (session) में छात्राओं के लिए 20 प्रतिशत सीटें बढ़ाई हैं। अतिरिक्त सीटों पर भी आरक्षण (reservation) के नियम लागू किए गए हैं।
किंतु सीट बढ़ोत्तरी के कदम से अधिक छात्राओं का आईआईटी तक पहुंचने का सपना पूरा होगा, इसमें किसी प्रकार का संशय नहीं है। केंद्र सरकार छात्राओं की शिक्षा को लेकर पूरी तरह गंभीर है। यह तो आईआईटी की बात थी।
आपको यह जानकार खुशी होगी कि कुछ ही समय पूर्व सरकार ने सैनिक स्कूलों के दरवाजे भी लड़कियों के लिए खोल दिए हैं। अब वे भी इनमें पढ़कर देश की काबिल आर्मी अफसर बन सकेंगी। इसके लिए छात्राओं की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद भी प्रेषित किया गया।
मन में कोई जिज्ञासा है अथवा तकनीकी सहायता चाहते हैं तो हेल्पलाइन पर फोन करें
किसी भी प्रकार की जिज्ञासा मन में होने पर जेईई के कार्यालय में पत्राचार किया जा सकता है। इसका पता ब्लाॅक सी-20 1ए 8, सेक्टर-62, गौतम बुद्ध नगर, नोएडा-201309 है। तकनीकी सहायता के लिए एनटीए की ओर से एक हेल्पलाइन (helpline) भी जारी की गई है। काॅल सेंटर नंबर (call center number) 0120-6895200 पर किसी भी कार्य दिवस working day में सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक काॅल की जा सकती है।
आईआईटी (IIT) की फुल फार्म क्या है?
आईआईटी (IIT) की फुल फार्म Indian institute of technology है। इसे हिंदी में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भी पुकारा जाता है।
देश का सबसे पुराना आईआईटी कौन सा है?
देश का सबसे पुराना आईआईटी खड़गपुर है। इसे 1951 में स्थापित किया गया था।
आईआईटी में प्रवेश के लिए कौन सी परीक्षा पास करनी आवश्यक है।
आईआईटी में प्रवेश के लिए जेईई (joint entrance exam) में एवं जेईई एडवांस पास करना जरूरी है।
क्या केवल जेईई मेन करके आईआईटी में प्रवेश मिल जाएगा?
जी नहीं, इसके लिए जेईई एडवांस करना आवश्यक है।
क्या जेईई मेन में बैठने के लिए कोई उम्र की बाध्यता है?
जी नहीं, जेईई मेन में बैठने के लिए उम्र संबंधी कोई बाध्यता नहीं रखी गई है।
जेईई मेन कौन आयोजित करता है?
जेईई मेन का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए करती है।
कोरोना काल में जेईई मेन अभ्यर्थियों को किस प्रकार की छूट दी गई है?
कोरोना काल के दौरान सत्र 2021-22 के लिए अभ्यर्थियों को जेईई मेन में बैठने के दौरान अंक प्रतिशत संबंधी छूट प्रदान की गई है।
आईआईटी की मुफ्त तैयारी के लिए केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय की ओर से क्या सुविधा दी गई है?
आईआईटी की मुफ्त तैयारी के लिए केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय की ओर से swayam आनलाइन प्लेटफार्म शुरू किया गया है।
क्या आईआईटी की तैयारी मोबाइल एप के जरिए भी की जा सकती है?
जी हां, इसके लिए कई सारे मोबाइल एप उपलब्ध भी हैं। इन पर आनलाइन प्रैक्टिस भी की जा सकती है।
आईआईटी में कितने साल का कोर्स होता है?
आईआईटी में चार साल का बैचलर्स डिग्री कोर्स होता है। यदि कोई मास्टर्स की ड्यूल डिग्री भी साथ में कर रहा है तो उसके लिए यह पांच साल का कोर्स होगा।
आईआईटी की फीस कितनी होती है?
सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए चार साल की फीस आठ से 10 लाख रुपए तक होती है, जबकि एससी/ एसटी आदि अभ्यर्थियों को केवल चार लाख रुपए तक बतौर फीस चुकाने होते हैं।
जेईई एडवांस का आयोजन किसके द्वारा किया जाता है?
आईआईएससी बंगलुरू समेत कुल सात आईआईटी प्रत्येक वर्ष बारी बारी से जेईई एडवांस का आयोजन करते हैं।
यदि आप भी छात्र हैं अथवा ऐसे किसी छात्र के अभिभावक हैं, जो 12वीं पास करने के बाद आईआईटी करना चाहते हैं तो इस पोस्ट से उन्हें इस संबंध में सारी जानकारी मिल जाएगी, ऐसी हमें आशा है। यदि आपका कोई परिचित आईआईटी करना चाहता है तो आप उसे सुझाव दें कि वह हमारी वेबसाइट पर इस पोस्ट को अवश्य पढ़ें एवं पढ़ने के बाद शेयर करना भी न भूले।। धन्यवाद ।।
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Bahut acchi jankari di aapne mahoday
Thank you very much ❤️😊
Awesome information