खुद को खुश कैसे रखें? खुद को खुश रखने के 15 टिप्स क्या हैं?

यह सच है कि कोई भी इंसान अपनी मर्जी से दुखी नहीं रहना चाहता। वह हमेशा खुश और तंदुरुस्त रहना चाहता है। लेकिन स्थितियां कई बार ऐसी होती हैं कि वह चाहते हुए भी खुश नहीं रह पाता। लेकिन यदि हम कहें कि कुछ नुस्खे आजमा कर खुद को खुश रखा जा सकता है? यकीन नहीं हो रहा ना! लेकिन यह सच है। आज इस पोस्ट में हम आपको ऐसी संबंध में जानकारी देंगे और आपको बताएंगे कि खुद को कैसे खुश रखें? खुद को खुश रखने के 15 टिप्स क्या हैं?। आइए, शुरू करते हैं-

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खुशी क्या होती है? (What is happiness?)

दोस्तों, इससे पूर्व कि हम आपको खुद को कैसे खुश रखें , इस संबंध में आवश्यक टिप्स बताएं, आइए सबसे पहले यह जान लेते हैं की खुशी क्या होती है? दोस्तों यदि सामान्य शब्दों में कहें तो जीवन में संतुष्टि, आनंद एवं उपलब्धि की तीव्र भावना ही खुशी कहलाती है।

खुद को खुश कैसे रखें खुद को खुश रखने के 15 टिप्स क्या हैं

इसे दूसरे शब्दों में कहें तो यदि कोई व्यक्ति अपनी इच्छाओं की पूर्ति संतुष्टिदायक तरीके से कर पा रहा है, वह अपनी जिंदगी के दिन-रात अपनी इच्छा के अनुकूल जी पा रहा है, वह अपने परिवार व काम से खुश है तो आम तौर पर माना जाता है कि उसका जीवन खुशी से गुजर रहा है। यद्यपि दोस्तों, आपको बता दें कि खुशी इतनी सरल चीज नहीं है यह बहुत हद तक व्यक्ति की भौतिक आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ ही उसकी मानसिक अवस्था पर भी निर्भर करती है।

क्या सभी लोगों के लिए खुशी का एक ही अर्थ होता है? (Does happiness has one meaning for all the people?)

दोस्तों, हमने आपको खुशी का मतलब तो बता दिया है, लेकिन आपको बता दें कि विभिन्न लोगों के लिए खुशी का अर्थ अलग-अलग हो सकता है। जैसे- किसी व्यक्ति को अचानक कोई मौद्रिक लाभ मिल जाने से खुशी मिल सकती है तो वहीं किसी व्यक्ति के लिए किसी कठिन समस्या का समाधान उसकी खुशी बनकर आ सकता है। बहुत से लोग दिन भर की कमरतोड़ मेहनत के पश्चात अपने परिजनों या दोस्तों की संगत मिलने से ही खुशी का अहसास कर लेते हैं तो कोई व्यक्ति अपनी कोई मनपसंद पिक्चर या गाने को सुनकर भी खुश हो जाता है।

किसी व्यक्ति की खुशी को क्या-क्या प्रभावित करता है? (What effects of persons happiness?)

दोस्तों, जैसे कि हमने आपको बताया कि खुशी एक भावनात्मक एहसास है। ऐसे में इसे बहुत सारी चीज़ें प्रभावित करती हैं। जैसे- किसी व्यक्ति की आनुवंशिक संरचना कैसी है?, वह किन परिस्थितियों में जीवन जी रहा है ? उसकी जीवन में व्यक्तिगत उपलब्धियां क्या हैं? उसकी , वैवाहिक स्थिति क्या है?, उसके पारिवारिक रिश्ते कैसे हैं? उसके सामाजिक रिश्ते कैसे हैं? यहां तक कि उसके पड़ोसियों के साथ संबंध कैसे हैं?, यह सब कुछ भी उसकी खुशी को प्रभावित करता है।

क्या हर वक्त खुश रहना बेहद मुश्किल है? (Is it very difficult to be happy all the time?)

दोस्तों, यह तो हम सभी जानते हैं कि कोई भी व्यक्ति हमेशा खुश नहीं रह सकता। हर एक व्यक्ति के जीवन में कोई ना कोई स्थिति या परिस्थिति ऐसी आती है कि वह खुश नहीं रह पाता। वह तीव्र दुख का अनुभव करता है। तो क्या हर वक्त खुश रहना बेहद मुश्किल है? तो दोस्तों, इस सवाल का जवाब है ‘नहीं’।

हर वक्त खुश रहना मुश्किल नहीं है। हम अपनी व्यक्तिगत खुशी (personal happiness) पर नियंत्रण (control) करके खुद को हर वक्त खुश रख सकते हैं। दरअसल, यह एक आर्ट एवं स्किल (art and skill) है। इसका अभ्यास (practice) करके हम हमेशा और हर स्थिति में खुश रह सकते हैं। अब आप पूछेंगे कि यह हम कैसे कर सकते हैं? इसके बारे में हम आपको आगे पोस्ट में बताएंगे।

खुद को कैसे खुश रखें? (How to keep yourself happy?)

दोस्तों, अब हम आपको बताएंगे कि आप स्वयं को खुश कैसे रख सकते हैं। इसके कुछ तरीके हैं जिन्हें आजमा कर आप अपनी जिंदगी को खुशमय बना सकते हैं। आइए नजर डाल लेते हैं कि खुद को खुश रखने के 15 टिप्स कौन-कौन से हैं –

1. दूसरों से कोई अपेक्षा ना करें:

दोस्तों, भगवान बुद्ध ने कहा है कि अपेक्षा दुख का कारण है। और यह बिल्कुल सच है। जब आप दूसरों से अपेक्षा रखते हैं और वह पूरी नहीं होती तो आपका दिल टूट जाता है। खुद को खुश रखने का पहला उसूल है – दूसरों से अपेक्षा न करें।

2. अपने मनपसंद कार्य को समय दें:

मित्रों, खुद को खुश रखने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप उस कार्य के लिए अवश्य समय निकालें, जिससे आपके ह्रदय को आनंद एवं प्रसन्नता का अनुभव होता है। जब आप अपना मनपसंद काम करते हैं तो खुश रहते हैं। यह काम अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग हो सकता है। जैसे कई लोगों को पेंटिंग करने से खुशी मिलती है तो वहीं कई लोगों को किसी की मदद करने से खुशी का अनुभव होता है। कुछ लोग मनपसंद गाना सुनकर या म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट (musical instrument) बजाकर खुशी महसूस करते हैं।

3. बीती ताहि बिसार दें:

अधिकांश लोग बीती बातों को याद कर करके दुखी रहते हैं। उन्हें लगता है कि उनका सुनहरा काल निकल चुका है। ऐसे में वे अपने आज पर ध्यान नहीं देते। खुश रहने का यह एक बड़ा उसूल है कि जो गुजर चुका है, उसे जाने दें। वह लौटेगा नहीं। अपने आज और अभी में जिएं।

4. दूसरों के साथ तुलना छोड़ दें:

बहुत से लोगों के दुख का कारण यह होता है कि वे दूसरे लोगों के साथ अपनी तुलना करते रहते हैं। उन्हें जो हासिल है उस पर खुश होने की बजाय वे जो हासिल नहीं उस पर दुखी रहते हैं। जैसे कोई बहुत मोटा है तो वह किसी स्लिम ट्रिम बंदे को देखकर दुखी हो जाता है कि वह खुद ऐसा क्यों नहीं है? खुश रहने के लिए आपको दूसरों के साथ यह तुलना छोड़नी होगी।

5. अपनी सीमाओं को स्वीकारें:

यदि आप कोई काम नहीं कर सकते तो अपनी सीमाओं को स्वीकार करें। काम न कर पाने तनाव में न रहें। यह मान लें कि हर व्यक्ति की अलग-अलग क्षमता होती है। जैसे – कोई व्यक्ति बहुत अच्छा गाना गा लेता है तो इसका यह अर्थ नहीं कि वह बहुत अच्छा खाना भी बना लेगा। लिहाजा, आप भी दूसरों के साथ तुलना करने की जगह अपनी खूबियों पर ध्यान दें और उन्हें ही तराशने पर फोकस करें। दूसरों से तुलना के चक्कर में ना पड़े। इससे आप तनाव रहित और खुश रहेंगे।

6. छोटी उपलब्धि पर भी स्वयं को ट्रीट दें:

दोस्तों, बड़ी उपलब्धियों पर पार्टी, सेलिब्रेशन सभी करते हैं, लेकिन यदि आप अपनी छोटी मोटी उपलब्धियों को भी सेलिब्रेट करना शुरू करेंगे तो आप आप अधिक खुशी का अनुभव करेंगे। यह खुशी आपको भीतर से तरो- ताजा करेगी और आपको अच्छा कार्य करने के लिए प्रेरित भी करेगी।

7. लोग क्या कहते हैं? इस पर ध्यान न दें:

दोस्तों, एक गाना है-कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना। यदि आप भी लोगों की नुक्ताचीनी से दुखी-परेशान होते हैं तो इसी गाने में आपकी परेशानी का हल है। लोगों को यह मानकर इग्नोर कीजिए कि उनका तो काम ही कहना है। मान लीजिए कि आपकी उम्र 50 वर्ष है और आप गाना सीखना चाहते हैं तो बजे लोग क्या कहते हैं इस पर ध्यान देने के आप गाना सीखना शुरू कर दीजिए। आपके मन की इच्छा पूरी होगी तो जाहिर है कि आप खुश रहेंगे।

8. खुद के प्रशंसक बनें:

दोस्तों, खुश रहने के लिए खुद का प्रशंसक बनना बहुत जरूरी है। आपने बहुत से लोग देखे होंगे जो किसी छोटी सी भी गलती पर खुद को कोसते नजर आते हैं। खुद को दोष देते नहीं थकते। यदि आप भी ऐसे ही लोगों में हैं तो इस आदत को छोड़ दीजिए। यह मन कर चलिए की गलती किसी से भी हो सकती है। और आपके हाथ में केवल इसमें सुधार करना ही है। यकीन जानिए, आप अंदर से बेहतर और खुश महसूस करेंगे

9. प्रकृति के साथ कुछ समय अवश्य बिताएं:

कुछ समय प्रकृति के साथ बिताना आपको खुशी से भर सकता है। फूलों का रंग, सूरज की रोशनी, दूर तक हरियाली किसी के मन को प्रसन्नता एवं आनंद प्रदान कर सकती है। प्रकृति के इन निशुल्क एवं खूबसूरत उपहारों को कृतज्ञता के साथ ग्रहण करें। जितना प्रकृति के नजदीक रहेंगे, उतनी ही खुशियों से आपकी नजदीकी बढ़ेगी।

10. अपनी सेहत का खास ख्याल रखें:

मित्रों, कहा जाता है कि तंदुरुस्ती हजार नियामत है। यह बात सौ फीसदी सच है। आप सेहतमंद रहेंगे तो खुश रहेंगे। इस खुशी का रास्ता आपके घर से ही शुरू हो जाता है। आप योग-ध्यान पर फोकस करें। इससे आपका मस्तिष्क तनाव मुक्त रहेगा। इसके साथ ही आप कोई भी ऐसी एक्टिविटी करें, जो आपको फिजिकली फिट रखे‌। जैसे- आप साइक्लिंग कर सकते हैं। या कोई भी दूसरी ऐसी एक्टिविटी, जो आपको फिजिकल फिट एवं खुश रखे, कर सकते हैं।

11. व्यस्त रहें, मस्त रहें :

दोस्तों, एक बहुत पुरानी कहावत है व्यस्त रहें, मस्त रहें। इसका अर्थ यह है कि आप स्वयं को अधिकांशत व्यस्त रखें, ताकि किसी भी प्रकार की चिंता या तनाव आपके मस्तिष्क को घेर ना सके। जब चिंता अथवा तनाव आपके पास भी नहीं फटकेगा तो आप मस्त यानी खुश रहेंगे।

12. दूसरों की सहायता करें:

दोस्तों, परोपकार एक ऐसा भाव है जो व्यक्ति को भीतर से करुण बनाता है। यह तो आप जानते हैं कि मानव (human being) एक सामाजिक (social) प्राणी है। अपने आस-पास के लोगों की सहायता करके और उन्हें खुश देखकर मानव स्वयं में भी खुशी का एहसास करता है। यदि आप खुश रहना चाहते हैं तो इसका प्रैक्टिकल (practical) करके देख लें। दावा है कि आप कतई निराश नहीं होंगे।

13. जिम्मेदारी को बांटना सीखें:

हम अपनी खुशी तो औरों के साथ बांटते ही हैं। हमको अपनी जिम्मेदारी भी साझा करनी चाहिए। दरअसल, जब हम क्रेडिट के लिए खुद ही हर काम की जिम्मेदारी ओढ़ लेते हैं तो कई दफा परेशान हो जाते हैं। ऐसा न करके हमें परेशानी के स्थान पर अपनी खुशी को चुनना चाहिए।

14. स्वयं को प्राथमिकता दें:

हम लोग अपने परिवार के लिए सारी सुख सुविधाएं जुटाने पर तो फोकस करते हैं, लेकिन यहां हमको स्वयं को भी प्राथमिकता देनी होगी। खुद देखना होगा कि हमारा मन क्या चाहता है। जो दिल को अच्छा लगे, अपने लिए वह जरूर करें। जैसे- मान लीजिए आप एक पियानो लेना चाहते हैं, लेकिन सब आपको इसके लिए मना कर रहे हैं, क्योंकि औरों के लिए इसका इस्तेमाल शून्य है। ऐसे में आपको स्वयं को प्राथमिकता देते हुए अपनी इच्छा पूरी करनी चाहिए।

15. खुश रहने का अभ्यास करें:

दोस्तों, आपको यह बात सुनकर आश्चर्य अवश्य हो रहा होगा, लेकिन आपको बता दें कि खुश रहने का अभ्यास करके भी आप खुश रह सकते हैं। बहुत से विद्वानों ने खुशी एक आर्ट और स्किल माना है। उन्होंने बताया है कि हम अपने माइंड को किसी भी परिस्थिति में खुश रहने के लिए ट्रेंड कर सकते हैं। जैसे कि मान लीजिए आप किसी बात को लेकर बहुत चिंता में हैं।

तो आपको इस समय अपने मस्तिष्क के द्वारा उस समय की यादों को रिकॉल करना होगा, जब आप बहुत खुश थे। यह यादें आपको हल्का बनाने का काम करेंगी। इसके पश्चात आपको चिंता में न फंसकर इसे दूर करने के उपायों पर फोकस करना होगा। जाहिर सी बात है कि समाधान मिलते ही खुशी आपके चेहरे पर चमक उठेगी।

दुनिया में सबसे खुशहाल देश कौन सा है? (Which is the happiest country in the world?)

दोस्तों, आपको बता दें कि फिनलैंड (Finland) दुनिया का सबसे खुशहाल देश है। यदि द वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट (The world happiness report) पर भरोसा किया जाए तो कोई एक या दो नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे खुशहाल देशों की सालाना रैंकिंग (annual ranking) में फिनलैंड लगातार सातवें साल टॉप पर बने रहने में कामयाब हुआ है। दोस्तों, यदि दुनिया के सबसे खुशहाल टॉप -10 देशों की सूची पर नजर डाली जाए, तो वह इस प्रकार से है –

  1. फिनलैंड (Finland)
  2. डेनमार्क (Denmark)
  3. आइसलैंड (Iceland)
  4. स्वीडन (Sweden)
  5. इजराइल (Israel)
  6. नीदरलैंड (Netherland)
  7. नॉर्वे (Norway)
  8. लग्जमबर्ग (Luxembourg)
  9. स्विट्जरलैंड (Switzerland)
  10. ऑस्ट्रेलिया (Australia)

दुनिया का सबसे खुशहाल व्यक्ति कौन है? (Who is the happiest person of the world?)

दोस्तों, अब आपकी दिलचस्पी है जानना में अवश्य होगी कि दुनिया का सबसे खुशहाल व्यक्ति कौन है? तो आपको बता दें कि एक तिब्बती बौद्ध भिक्षुक मैथ्यू रिकॉर्ड (Matthieu Ricard) को दुनिया सबसे खुशहाल व्यक्ति माना गया है। आपको बता दें दोस्तों की मैथ्यू रिकॉर्ड इतने खुश कैसे रहते हैं? उदासी उन्हें छू तक नहीं गई है। यह जानने के लिए उन पर 12 साल लंबी रिसर्च भी की गई।

इस रिसर्च (research) की अगुवाई विस्कॉन्सिन विश्वविद्यालय (Wisconsin University) के न्यूरोसाइंटिस्ट रिचर्ड डेविडसन (neuroscientist Richard Davidson) ने की। रिसर्च के दौरान उनके दिमाग को 256 सेंसर (sensors) से जोड़ा गया। डेविडसन ने इस प्रयोग के दौरान पाया कि जब मैथ्यू रिकार्ड द्वारा करुणा पर ध्यान किया जा रहा था तो उनका दिमाग असामान्य रूप से बेहद हल्का था। मैथ्यू की ब्रेन स्कैनिंग (brain scanning) से पता चला कि रिकार्ड के मस्तिष्क द्वारा गामा तरंगें उत्पन्न होती हैं।

जो चेतना (conciousness), ध्यान (meditation), सीखने (learning) एवं याददाश्त यानी मेमोरी (memory) से जुड़ी हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा दोस्तों, आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि मैथ्यू रिकॉर्ड पिछली दफा केवल 1991 में दुखी हुए थे। आपको बता दें कि रिकॉर्ड का जन्म सन् 1946 में फ्रांस (France) में हुआ था। उन्होंने कोशिकीय आनुवंशिकी यानी सेलुलर जेनेटिक्स (cellular Genetics) में पीएचडी (PhD) की डिग्री हासिल की थी।

लेकिन इसके पश्चात उन्होंने अचानक अपने वैज्ञानिक के तौर पर सफल करियर को छोड़कर बौद्ध धर्म का अध्ययन करने एवं हिमालय में आध्यात्मिक खोज पर जाने का फैसला ले लिया। दोस्तों आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र यानी यूनाइटेड नेशंस (United nations) द्वारा भी आज से करीब 8 वर्ष पूर्व सन् 2016 में जारी की गई हैप्पीनेस रिपोर्ट (happiness report) में उन्हें दुनिया का सबसे खुश शख्स घोषित किया था। दोस्तों आपको जानकारी दे दें कि रिकार्ड ने कई किताबें भी लिखी हैं।

हैप्पीनेस: ए गाइड टू डेवलपिंग लाइफ्स मोस्ट इम्पोर्टेन्ट स्किल (Happiness: A guide to developing life’s most important skill) उनकी सर्वाधिक बिकने वाली यानी बेस्ट सेलिंग किताबों (best selling books) में शामिल है। इस किताब की मांग इतनी है कि इसका अनुवाद (translation) 20 से अधिक भाषाओं में किया गया है। रिकॉर्ड स्वयं भी मस्तिष्क पर ध्यान के प्रभाव विषय पर शोध में सक्रिय रूप से सम्मिलित हैं।

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खुशी क्या होती है?

सामान्य शब्दों में किसी व्यक्ति के जीवन में संतुष्टि, आनंद एवं उपलब्धि की तीव्र भावना ही खुशी कहलाती है।

क्या कोई व्यक्ति हमेशा खुश रह सकता है?

जी हां। खुश रहना एक आर्ट एवं स्किल है। इसका अभ्यास कर कोई भी व्यक्ति हमेशा खुश रह सकता है।

खुद को खुश कैसे रखें?

इसके सारे टिप्स हमने आपको ऊपर पोस्ट में विस्तार में बताए हैं। आप वहां से देख सकते हैं।

दुनिया का सबसे खुशहाल देश कौन सा है?

दुनिया का सबसे खुशहाल देश फिनलैंड है।

किस रिपोर्ट के आधार पर फिनलैंड को दुनिया का सबसे खुशहाल देश घोषित किया गया है?

द वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट के आधार पर फिनलैंड को दुनिया का सबसे खुशहाल देश घोषित किया गया है।

दुनिया का सबसे खुश व्यक्ति कौन है? उसने कौन सी किताब लिखी है?

दुनिया का सबसे खुश व्यक्ति एक बौद्ध भिक्षुक मैथ्यू रिकॉर्ड है। उसके द्वारा हैप्पीनेस: ए गाइड टू डेवलपिंग लाइफ्स मोस्ट इम्पोर्टेन्ट स्किल किताब लिखी गई है।

क्या खुशी एक आर्ट एवं स्किल है?

जी हां। कई विद्वानों ने खुशी को एक आर्ट एवं स्किल माना है, जिसे थोड़े से अभ्यास से डेवलप किया जा सकता है।

इस पोस्ट (post) में हमने आपको बताया कि खुद को खुश कैसे रखें? खुद को खुश रखने के 15 टिप्स क्या है? उम्मीद करते हैं कि यह पोस्ट आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगी। यदि इसी प्रकार की और भी उपयोगी पोस्ट आप हमसे चाहते हैं तो उसके लिए नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट करके हमें बताना न भूलें।।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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