बुढ़ापा बिना चिंता व टेंशन कैसे बिताएं?

जो इस दुनिया में आया है वह जाएगा। यही दुनिया का सबसे बड़ा सच है। एक और सच यह भी है कि उम्र कभी किसी के लिए नहीं ठहरती। एक दिन हर किसी को बूढ़ा होना होता है। लेकिन अधिकांशतः लोग इस सच्चाई को नहीं स्वीकारते और इस अवस्था के लिए कोई प्लानिंग नहीं करते। बुढ़ापा आने पर वे हर वक्त रोते-बिसूरते रहते हैं।

उनको हर वक्त डर रहता है कि बुढ़ापे में उन्हें कौन पूछेगा? निष्क्रियता की अवस्था में कोई उनकी देख-रेख करेगा या नहीं। दोस्तों, यदि आपको भी इसी प्रकार का डर सताता है या चिंता रहती है तो हम आपको बताएंगे कि बुढ़ापा बिना चिंता व टेंशन कैसे बिताएं? आइए, शुरू करते हैं-

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बुढ़ापा क्या होता है? (What is old age?

दोस्तों, बुढ़ापा बिना चिंता व टेंशन कैसे बिताएं?, इसके उपाय जानने से पूर्व यह जान लेते हैं कि बुढ़ापा क्या होता है? (What is old age?) दोस्तों, सामान्य तौर पर जब किसी व्यक्ति के शरीर में कुछ खास सामूहिक लक्षण (composite symptoms) दिखते हैं तो मान लिया जाता है कि उस बुढ़ापा आ गया। ये सामूहिक लक्षण इस प्रकार से हैं-

बुढ़ापा बिना चिंता व टेंशन कैसे बिताएं
  • किसी व्यक्ति का शरीर कमजोर (body weak) हो जाए।
  • उसकी प्रतिरोधक क्षमता (resistent power) कम हो जाए।
  • उसका पाचन तंत्र (digestion system) खराब हो जाए।
  • उसके बाल सफेद हो जाएं।
  • उसके दांत कमजोर हो जाएं।
  • उसकी आंखें कमजोर हो जाएं।
  • उसके गाल पिचक जाएं।
  • व्यक्ति जल्दी थक जाए।
  • उसका चेहरा निस्तेज हो जाए।

किस उम्र में बुढ़ापा आया मान लिया जाता है? (At what age it is called that the person is old?)

दोस्तों, आमतौर पर बुढ़ापे की कोई विशेष उम्र नहीं होती, लेकिन यदि बुढ़ापे की पारंपरिक परिभाषा की बात की जाए तो इसके अनुसार 65 वर्ष की आयु को बुढ़ापे की उम्र पुकारा जाता है। यद्यपि लोग अब पहले से कहीं अधिक समय तक जीवित रह रहे हैं, और अधिक समय तक सक्रिय (active) रहते हैं।

क्या इन दिनों बुढ़ापा जल्द आ रहा है? (Why old age is coming fast these days?)

दोस्तों, बेशक आदमी की औसत उम्र में इजाफा हुआ है, लेकिन इस जीवन शैली का असर कहिए या कुछ और कि इन दिनों लोगों में बुढ़ापे के लक्षण जल्दी देखने को मिल रहे हैं। आप अपने आसपास अनेक वयस्कों को देख सकते हैं जो 50 साल के होते हुए भी 60-62 के नजर आते हैं। उनकी त्वचा में झुर्रियां नजर आने लगती हैं। त्वचा सूखी व बेरंगत हो जाती है।

शरीर के साथ ही आंखें भी कमजोर दिखाई देती हैं। इम्यूनिटी कमजोर हो जाने के चलते उनके शरीर में कोई भी बीमारी आसानी से घर बना लेती है। दोस्तों, यदि इसके कारणों पर गौर करें तो आसानी से यह बात समझ आ जाएगी कि इसका सबसे बड़ा कारण पर्यावरण प्रदूषण (environment pollution), स्वस्थ जीवनशैली (healthy lifestyle) का अभाव एवं कृत्रिम सौंदर्य प्रसाधनों (artificial beauty products) का इस्तेमाल है।

समय से पहले बुढ़ापा न आए, इसके लिए क्या करें? (What to do keep old age away before time?)

मित्रों, यदि आप समय से पहले बूढ़े नहीं होना चाहते तो इसके लिए आपको अपनी लाइफ स्टाइल को एक्टिव करना होगा। आप यह सामान्य उपाय आजमा सकते हैं –

रेगुलर एक्सरसाइज करें (do regular exercise):

दोस्तों, बुढ़ापे को दूर रखने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज बेहद जरूरी है। इससे रक्त संचार यानी ब्लड सर्कुलेशन (blood circulation) बेहतर होता है। इससे त्वचा रूखी-सूखी न होकर स्वस्थ रहती है। एक्सरसाइज के साथ ही अपनी त्वचा को नियमित रूप से साफ करना न भूलें। जो भी स्किन केयर प्रोडक्ट्स (skin care products) इस्तेमाल करें, वे बेहतर क्वालिटी के हों।

तनाव न लें (don’t take tension) :

दोस्तों, तनाव लेने से व्यक्ति बूढ़ा होने लगता है। यदि कोई ऐसी बात है, जिसका समाधान आपके हाथ में नहीं तो उसका तनाव लेने का कोई लाभ नहीं है। यह सोचकर अपने दिमाग से तनाव को झटक दें। तनाव न होने से आपकी पेशानी पर बल नहीं पड़ेंगे। आपको असमय झुर्रियों का भी सामना नहीं करना पड़ेगा।

भरपूर नींद लें (take proper sleep) :

दोस्तों, यदि आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं तो इससे आपकी आंखों के नीचे गड्ढे पड़ने लगते हैं। आप हमेशा थकान महसूस करते हैं। आपका किसी काम में फोकस नहीं रहता और आपकी सेहत खराब होने लगती है। आपको बुढ़ापा जल्दी घेर लेता है। आप पर्याप्त और समय से नींद लेकर, एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर समय से पहले बुढ़ापा आने से रोकने में सक्षम हो सकते हैं।

अपने भोजन पर नियंत्रण करें, इसे संतुलित रखें (keep control on your food, take balanced diet) :

दोस्तों, उम्र बढ़ने के साथ-साथ आपकी पाचन क्रिया प्रभावित होने लगती है। बहुत से लोग बजाए पोषक तत्वों पर ध्यान देने के केवल स्वाद के चक्कर में अपने पेट और लीवर के दुश्मन बन जाते हैं। असमय बीमारी और बुढ़ापा झेलते हैं। ऐसे में आवश्यक है कि आप पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित और सुपाच्य आहार लें। सेब, पपीता, नाशपाती, अंगूर, अनार, एवोकैडो, स्ट्रॉबेरी, अनार, कीवी, तरबूज, खरबूज, संतरे जैसे एंटी एजिंग माने जाने वाले फलों का सेवन अवश्य करें।

बुढ़ापा बिना चिंता व टेंशन कैसे बिताएं? (how to live your old age without worries and tension?)

वित्तीय स्थिति मजबूत रखें:

दोस्तों, बुढ़ापा आने का इंतजार न करें। पहले ही इसकी तैयारी शुरू कर दें। अपनी वित्तीय स्थिति (financial condition ) मजबूत रखें, ताकि बुढ़ापे में आपको किसी के सामने हाथ फैलाने की नौबत न आए। बुढ़ापे में परेशान हो रहे ज्यादातर लोगों की सबसे बड़ी परेशानी यही निकलती है कि उनके पास अपना रुपया -पैसा नहीं था।

नियंत्रण की इच्छा छोड़ दें:

बुढ़ापे में लोगों को सब ज्यादा दुख इस बात का होता है कि उनके नियंत्रण में कुछ नहीं रहा। उनकी कोई नहीं सुनता। यदि आप भी इसी आदत से ग्रस्त हैं तो इसे तुरंत छोड़ दें। यकीन मानिए बुढ़ापे में आपसे अधिक सुखी कोई नहीं रहेगा।

हर समय बढ़ती उम्र के बारे में ना सोचें (don’t always think of ageing) :

दोस्तों, बुढ़ापा शरीर से अधिक मन से आता है। बहुत से लोग बुढ़ापे से अधिक उसके विषय में सोच-सोच कर दुःखी होते रहते हैं। इसका उपाय यह है कि हर वक्त अपनी बढ़ती उम्र के बारे में न सोचें। उन लोगों की तरफ देखें, जो इस उम्र में भी सक्रिय हैं और जिनके हौसले को पूरी दुनिया सलाम करती है। विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सक्रियता बढ़ाएं। आप सुखी रहेंगे।

सामाजिक दायरा बढ़ाएं, सक्रिय रहें (increase social circle, be active):

अपने सामाजिक दायरे को बढ़ाकर और सक्रिय रहकर आप बुढ़ापे में भी चिंतामुक्त रह सकते हैं। आप किसी एनजीओ (NGO) से जुड़ सकते हैं या अपने ही जैसी रुचियों व शौक वाले लोगों के साथ मिलकर अपना समय व्यतीत कर सकते हैं। कुछ नया रच सकते हैं।

अपनी जैसी सोच वाले लोगों के साथ इंजॉय करें (enjoy the life with like minded people) :

बुढ़ापा को चिंतामुक्त तरीके से जीने के लिए यदि आप अपनी जैसी सोच वाले लोगों के साथ रहें तो बेहतर। तभी आप अपना जीवन आनंदमय तरीके से जी पाएंगे। इसमें एक जैसी धार्मिक सोच और एक जैसी राजनीतिक सोच शामिल है। आपकी सोच आपको आनंद से भर देगी।सियासी या किसी भी तरह की ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाली बहसबाजी से यथासंभव दूर रहें।

अपने शौक पूरे करें, रुचि को समय दें (take Time for your interest and hobbies):

अपनी रुचियों को समय दें और अपने शौक पूरे करें। इस समय आपके पास समय ही समय होता है। आप नौकरी या काम से रिटायर हो चुके होते हैं और बच्चे सेटल हो चुके होते हैं। ऐसे में आप बखूबी अपने चित्रकारी (painting), गार्डेनिंग (gardening) जैसे शौकों को से अंजाम दे सकते हैं। जिसी चीज में आपकी रुचि है वह कर सकते हैं। जैसे -ओटीटी प्लेटफॉर्म (OTT platform) पर वेबसीरीज (webseries) या फिल्म देखना, मित्रों से खूब बतियाना आदि।

जीवन से जो अच्छा मिला है, समाज को लौटाएं (give back to the society what you have achieved from life):

आपने जीवन से जो भी कुछ अच्छा पाया है, उसे समाज को लौटाना आपको बुढ़ापे में संतुष्टि व सुख से भर सकता है। आप चिंता से दूर रह सकते हैं। जैसे -आप एक अच्छे अध्यापक रहे हैं और समाज में आपकी इज्जत है तो आप जरूरतमंद बच्चों को निशुल्क ट्यूशन (free tution) दे सकते हैं। या कुछ भी ऐसा कर सकते हैं, जिसमें परोपकार की भावना जुड़ी हो।

किसी से अधिक उम्मीद न पालें (don’t expect anything from anyone) :

किसी से भी अधिक अपेक्षा न रखें और न ही कोई उम्मीद पालें। चाहे वह आपका अपना खून ही क्यों न हो। जैसा कि महात्मा बुद्ध कह भी चुके हैं -अपेक्षा ही दु:ख का कारण है। यह सौ फीसदी सच है। जो कुछ आप स्वयं करने में सक्षम हैं केवल उसी पर भरोसा रखें। आपको आपसे अच्छा कोई और जान-समझ नहीं सकता।

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बुढ़ापा क्या होता है?

सामान्य रूप से जब किसी व्यक्ति का शरीर कमजोर होने लगता है, उसकी प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, आंख व दांत कमजोर हो जाते हैं तो माना जाता है कि बुढ़ापा आ गया है?

क्या बुढ़ापे की कोई उम्र भी होती है?

आम तौर पर 65 वर्ष अथवा इससे अधिक उम्र वाले को बूढ़ा माना जाता है।

बुढ़ापा बिना चिंता व टेंशन कैसे बिताएं?

बुढ़ापा बिना चिंता व टेंशन बिताने के टिप्स हमने आपको ऊपर पोस्ट में दिए हैं। आप वहां से देख सकते हैं।

क्या इन दिनों बुढ़ापा जल्दी आ रहा है?

पर्यावरण प्रदूषण एवं खराब जीवनशैली के चलते इन दिनों बुढ़ापे के लक्षण जल्द देखने को मिल रहे हैं।

बुढ़ापा दूर रखने के लिए क्या करें?

इसके उपाय हमने आपको ऊपर पोस्ट में विस्तार से बताए हैं। आप वहां से देख सकते हैं।

इस पोस्ट (post) में हमने आपको बताया कि बुढ़ापा बिना चिंता या टेंशन कैसे बिताएं? उम्मीद है कि यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी। इसी प्रकार की जानकारीपरक पोस्ट पाने के लिए हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके बताएं। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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