नासा के बृहस्पति ग्रह पर जाने वाले स्पेसक्राफ्ट पर अपना नाम कैसे लिखवाएं?

अंतरिक्ष के रहस्यों को सुलझाना अभी भी मानव के लिए एक पहेली बना हुआ है। इसके लिए विभिन्न देशों द्वारा समय समय पर स्पेसक्राफ्ट (spacecraft) भेजे जाते रहे हैं। जाहिर सी बात है कि एक आम आदमी के लिए अंतरिक्ष (space) की सैर अभी भी एक सपना ही है। लेकिन वह चाहे तो उसका नाम अंतरिक्ष तक जरूर पहुंच सकता है। आज हम आपको बताएंगे कि यह कैसे संभव होगा। आइए, शुरू करते हैं –

Contents show

स्पेसक्राफ्ट पर नाम लिखवाने का मौका किसके द्वारा दिया जाएगा? Who will give chance to write the name on (spacecraft?)

दोस्तों, आपको बता दें कि आम लोगों को यह मौका नासा (NASA) द्वारा प्रदान किया जा रहा है। यह तो आप जानते ही हैं कि नासा यूनाइटेड स्टेट्स यानी संयुक्त राज्य की अंतरिक्ष एजेंसी है। NASA की फुल फॉर्म नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (National Aeronautics and Space Administration) है। NASA की शुरुआत सरकार के एक हिस्से के तौर पर 1, अक्टूबर 1958 को हुई थी।

नासा के बृहस्पति ग्रह पर जाने वाले स्पेसक्राफ्ट पर अपना नाम कैसे लिखवाएं 2

स्पेसक्राफ्ट पर आम लोगों के नाम लिखवाने की पहल किस मिशन का हिस्सा है? (Which mission’s initiative is names written on the spacecraft?)

दोस्तों, आपको बता दें कि नासा द्वारा लोगों का नाम स्पेसक्राफ्ट पर लिखवाने की ये पहली एक विशेष मिशन का हिस्सा है। इस मिशन का नाम Europa Clipper रखा गया है। इस मिशन के अंतर्गत अंतरिक्ष में एक स्‍पेसक्राफ्ट (spacecraft) भेजा जा रहा है। नासा द्वारा अपने इस महत्वाकांक्षी मिशन के संबंध में अपने इंस्‍टाग्राम एकाउंट (instagram account) पर सारी जानकारी साझा की गई है।

उसके द्वारा कहा गया है, ‘लास्‍ट मिनट गिफ्ट चाहिए? अपना नाम यूरोपा क्लिपर स्पेसक्राफ्ट पर अंकित करें’। दोस्तों, आपको बता दें कि नासा द्वारा अपने इस प्रोजेक्‍ट (project) का नाम मैसेज इन अ बॉटल (Message in a Bottle) रखा गया है।

मिशन Europa Clipper कब लांच किया जाएगा? (When the mission Europa Clipper will be launched?)

साथियों, आपको बता दें नासा द्वारा अपनी स्थापना के 65वें वर्ष 2024 के अक्टूबर माह में मिशन Europa Clipper को लांच किया जाएगा। खास बात यह है कि इस मिशन के लिए भेजे जाने वाला स्पेसक्राफ्ट कुल 1.8 अरब मील यानी लगभग 2.9 अरब किलोमीटर की यात्रा करेगा। आपको बता दें दोस्तों कि आज से करीब छह वर्ष पश्चात यानी सन् 2030 तक इसके बृहस्‍पति (Jupiter) की कक्षा (orbit) में पहुंच जाने की उम्मीद जताई जा रही है।

स्पेसक्राफ्ट पर अपना नाम लिखवाने की क्या प्रक्रिया है? (What is the process to get your name written on spacecraft?)

आपको बता दें कि स्पेसक्राफ्ट पर अपना नाम लिखवाने के लिए भेजने की प्रक्रिया (process) बहुत आसान है। जो कि इस प्रकार से है-

नासा के बृहस्पति ग्रह पर जाने वाले स्पेसक्राफ्ट पर अपना नाम कैसे लिखवाएं
  • इस पेज पर आपको sign the message का विकल्प (option) दिखेगा।
  • आपको इस पर क्लिक (click) करना होगा।
नासा के बृहस्पति ग्रह पर जाने वाले स्पेसक्राफ्ट पर अपना नाम कैसे लिखवाएं 1
  • इसके बाद आपके सामने एक फार्म (form) खुल जाएगा।
  • इसमें सबसे ऊपर आपको अपना नाम (First Name and last name) भरना होगा।
  • इसके पश्चात अपना ई-मेल एड्रेस (e-mail address) डालें।
  • अब आपको अपनी लोकेशन (location) दर्ज करनी होगी। इसके लिए आपको ड्रॉप डाउन मेनू (drop down menu) से अपने देश (country) का नाम सेलेक्ट करना होगा।
  • इसके पश्चात आपको ड्रॉप डाउन मेनू (drop down menu) से अपने राज्य (state) का नाम चुनना होगा।
  • इसके बाद आपको जिप/पिन कोड (zip/pin code) सेलेक्ट करना होगा।
  • इतना करने के बाद Go के ऑप्शन पर क्लिक कर दें।
  • आपके नाम व लोकेशन की जानकारी नासा के पास चली जाएगी।
  • नासा द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि इसके द्वारा आपकी ईमेल आईडी (email id) का उपयोग केवल स्पेसक्राफ्ट पर नाम लिखवाए जाने से जुड़े संदेशों (messages) को भेजने एवं प्राप्त करने तथा मिशन के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से किया जाएगा।
  • नासा के ‘मैसेज इन अ बॉटल

प्रोजेक्ट के लिए नाम कब तक लिखवाया जा सकता है? (Till when name for the message in a bottle project can be given?)

दोस्तों, आइए अब आपको सबसे जरूरी जानकारी देते हैं। और आपको बताते हैं कि नासा के मैसेज इन अ बॉटल (Message in a Bottle) यानी बोतल में संदेश नाम के इस प्रोजेक्ट के लिए कोई व्यक्ति अपना नाम कब तक दे सकता है? यानी नाम देने की आखिरी तिथि क्या है? साथियों, आप नशा कैसे में तो कम से प्रोजेक्ट के लिए अपने नाम 31 दिसंबर, 2024 तक दे सकते हैं। खास बात यह है कि नासा द्वारा इस प्रोजेक्ट के लिए नाम देने की अपील दुनिया के सभी देशों के नागरिकों से की गई है।

बृहस्पति के लिए रवाना होने वाले स्पेसक्राफ्ट पर लोगों के नाम कैसे उकेरे जाएंगे? (How the names will be stenciled on the spacecraft ready to launch for Jupiter?)

अब आप सोच रहे होंगे कि बृहस्पति ग्रह के यूरोपा के लिए रवाना होने वाले स्पेसक्राफ्ट पर लोगों के नाम कैसे उकेरे जाएंगे? तो आपको बता दें दोस्तों कि यह कार्य पूरी तरह से तकनीकी (technical) होगा। जब सभी लोगों के नाम इकट्ठा हो जाएंगे तो नासा की साउथ कैलिफोर्निया (south California) स्थित माइक्रो डिवाइसेज लैब (microdevices lab) के टेक्नीशियन इन नामों को इलेक्ट्रॉनिक बीम (electronic beam) के जरिए एक dim साइज स्पेशल सिलिकॉन माइक्रोचिप (special cilicon microchip) पर स्टेंसिल (stencil) करेंगे।

टैक्स्ट की हर लाइन का आकार बहुत ही छोटा होगा। इतना कि किसी मनुष्य के सिर के बाल के हजारवें हिस्से से भी छोटा। शायद आपको नहीं पता होगा कि एक मनुष्य के सिर के बाल की चौड़ाई मात्र 75 नैनोमीटर होती है। ये नाम अमेरिकी कवि एडा लिमोन की कविता के साथ बतौर हस्ताक्षर स्टेंसिल होंगे। यह कविता यूरोपा क्लिपर की टेंटेलम मेटल वॉल्ट प्लेट (tantalum metal vault plate) पर स्टेंसिल (stencil) की जाएगी।

इस कविता का शीर्षक यानी टाइटल (title) ‘In Praise of Mystery: A Poem for Europa’. है। दोस्तों, आपको बता दें कि एडा द्वारा यह कविता 1 जून, 2024 को विशेष रूप से मिशन Europa clipper के लिए लिखी गई थी। इस कविता को भी आप नाम लिखने के लिए नासा द्वारा प्रोवाइड (provide) किए गए लिंक (link) पर क्लिक करके होम पेज (homepage) पर पढ़ सकते हैं।

मिशन Europa clipper का क्या उद्देश्य है? (What is the objective of mission Europa clipper?)

दोस्तों, अब नासा द्वारा लांच होने वाले मिशन Europa clipper के बारे में जान लेते हैं। दोस्तों, आपको बता दें कि Europa का अर्थ होता है moon. यानी कि चांद। यह बृहस्पति ग्रह का चांद है। Europa को icy moon यानी कि बर्फीले चांद की संज्ञा दी गई है।

जिस प्रकार हम पृथ्वी के चांद पर जीवन की खोज कर रहे हैं ठीक उसी प्रकार नासा बृहस्पति ग्रह के इस बर्फीले चांद Europa पर जीवन तत्वों की खोज करने की कवायद में लगा है। मिशन के अंतर्गत बर्फीले चंद्रमा (icy moon) यानी Europa का अध्ययन (study) किया जाएगा। वैज्ञानिकों का मानना यूरोपा की लगातार बदल रही बर्फीली परत के नीचे एक खारे पानी का एक विशाल समंदर है। उनका मानना है कि इनमें पृथ्वी के समंदर की तुलना में लगभग दुगुना पानी है।

ऑक्सीजन (oxygen) की कमी वाले वातावरण और भरपूर पानी के साथ यूरोपा को जीवन की खोज के लिए सौर मंडल में सबसे बेहतर मान कर चल रहे हैं। दोस्तों आपको बता दे कि यूरोप पर 85 घंटे यानी पृथ्वी (earth) के तीन दिन के बराबर एक दिन होता है। इसके अतिरिक्त बृहस्पति ग्रह का यूरोपा नाम का यह बर्फीला चांद पृथ्वी के चांद के मुकाबले साइज में 90% है। आपको बता दे की बृहस्पति ग्रह के पांच चांद में यह चौथा सबसे बड़ा चांद है।

मैसेज इन ए बॉटल प्रोजेक्ट क्या है?

इस प्रोजेक्ट के जरिए नासा द्वारा लोगों को बृहस्पति ग्रह पर रवाना होने वाले स्पेसक्राफ्ट पर नाम लिखवाने का अवसर दिया जा रहा है।

यह प्रोजेक्ट नासा के किस मिशन का हिस्सा है?

प्रोजेक्ट नासा के मिशन यूरोपा क्लिपर (Europa clipper) का हिस्सा है।

नासा द्वारा मिशन यूरोपा क्लिपर (Europa clipper) कब लांच किया जाएगा?

नासा द्वारा मिशन यूरोपा क्लिपर (Europa clipper) अक्टूबर, 2024 में लांच किया जाएगा।

स्पेसक्राफ्ट बृहस्पति की कक्षा में कब प्रवेश करेगा?

स्पेसक्राफ्ट बृहस्पति की कक्षा में सन् 2030 तक प्रवेश करेगा।

बृहस्पति तक जाने में स्पेसक्राफ्ट कितनी दूरी तय करेगा?

बृहस्पति तक जाने में स्पेसक्राफ्ट कल 2.9 अब किलोमीटर की दूरी तय करेगा।

मैसेज इन ए बॉटल प्रोजेक्ट के लिए नाम भेजने की प्रक्रिया क्या है?

इस प्रक्रिया की हमने आपको ऊपर पोस्ट में विस्तार से जानकारी दी है। आप वहां से देख सकते हैं।

इस प्रोजेक्ट के लिए नाम भेजने की अंतिम तिथि क्या है?

इस प्रोजेक्ट के लिए नाम भेजने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर, 2024 निर्धारित की गई है।

नासा की फुल फॉर्म क्या है?

नासा की फुल फॉर्म नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (National Aeronautics and Space Administration)

यूरोपा (Europa) क्या है?

यूरोपा (Europa) बृहस्पति ग्रह का चांद है। इसे (icy moon) यानी बर्फीले चांद की संज्ञा दी गई है।

नासा के मिशन यूरोपा क्लिपर (Europa clipper) का क्या उद्देश्य है?

नासा के मिशन यूरोपा क्लिपर (Europa clipper) का मुख्य उद्देश्य Europa पर जीवन तत्वों की खोज करना है।

स्पेसक्राफ्ट पर किस अमेरिकी कवि की कविता भी उकेरी जाएगी?

स्पेसक्राफ्ट पर अमेरिकी कवि एडा लिमोन की कविता भी उकेरी जाएगी।

स्पेसक्राफ्ट पर लोगों के नाम किस तरह उकेरे जाएंगे।

लोगों के नाम को नासा की कैलिफोर्निया स्थित लैब के टेक्नीशियनों द्वारा इलेक्ट्रॉनिक बीम के जरिए डिम साइज़ स्पेशल सिलिकॉन माइक्रोचिप पर स्टेंसिल किया जाएगा।

प्रोजेक्ट के लिए नाम भेजने का लिंक क्या है?

प्रोजेक्ट के लिए नाम भेजने का लिंक https://europa.nasa.gov/message-in-a-bottle/sign-on/?utm_source=instagram&utm_medium=organic&utm_campaign=nasa है।

यूरोपा का आकार कितना है?

यूरोपा का आकार पृथ्वी के चांद के आकार का 90 फ़ीसदी है।

यूरोप पर कितना लंबा दिन होता है?

यूरोप पर 85 घंटे का दिन होता है।

यूरोपा पर जीवन तत्वों की खोज का सबसे बड़ा कारण क्या है?

यूरोपा पर जीवन तत्वों की खोज का सबसे बड़ा कारण वहां पानी की प्रचुर मात्रा में उपलब्धता है। वैज्ञानिकों का मानना है कि उसकी बर्फीली परत के नीचे खारे पानी का विशाल समंदर है।

दोस्तों, पोस्ट (post) में हमने आपको बताया कि नासा के बृहस्पति ग्रह पर जाने वाले स्पेसक्राफ्ट पर अपना नाम कैसे लिखवाएं? यह पोस्ट आपको कैसी लगी? कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके हमें बताना ना भूलें ।।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
[fluentform id="3"]

Leave a Comment