|| ई कॉमर्स का बिज़नेस कैसे शुरू करे? | How to Start E Commerce Business in Hindi | E commerce business in India in Hindi | ई कॉमर्स के बिज़नेस की मार्केटिंग करना | Ecommerce business marketing plan in Hindi ||
How to Start ECommerce Business in Hindi :- अब यदि आपको शॉपिंग करनी हो या कुछ भी खरीदना हो फिर चाहे वह मोबाइल हो या कपड़े या घर का राशन, आपके दिमाग में सबसे पहले क्या आता है? अवश्य ही आपके दिमाग में सबसे पहले ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट आती होगी। पहले के समय में लोग अपने शहर की दुकानों पर जाकर शॉपिंग किया करते थे लेकिन ट्रेंड बदलते (E commerce business in Hindi) देर नहीं लगती है। पहले जो लोग दिनभर धूप या सर्दी में घूम घूम कर अलग अलग तरह की दुकानो से शॉपिंग किया करते थे वही अब ऑनलाइन ऐसा करने लगे हैं।
अब उनके घर पर ही सेलर के द्वारा सामान को भिजवाया जा रहा है। उन्हें बस ऑनलाइन उस सामान का ऑर्डर करना होता है और उसके कुछ ही दिनों में वह सामान उनके घर पर डिलीवर हो जाता (E commerce business in India in Hindi) है। ऐसे में जब ऑनलाइन यह सब सुविधा उपलब्ध है तो फिर कौन ही बाजार में घूम घूम कर अपना समय व्यर्थ करे। इसे ही ई कॉमर्स का बिज़नेस कहा जाता है।
तो यदि आप भी अपना खुद का ई कॉमर्स का बिज़नेस शुरू करने का सोच रहे हैं तो आपको इसके लिए अभी से ही तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। आज का (Ecommerce business kya hai) लेख भी इसी के ऊपर ही है जिसमे आप ई कॉमर्स का बिज़नेस शुरू करने के ऊपर पूरी जानकारी लेंगे। तो आइए जाने किस तरह से आप अपना खुद का ई कॉमर्स का बिज़नेस शुरू कर एक सफल बिज़नेस की नींव रख सकते हैं।
ई कॉमर्स बिज़नेस क्या होता है? (Ecommerce kya hai)
ई कॉमर्स का बिज़नेस शुरू करने से पहले यह जानना जरुरी है कि यह ई कॉमर्स होता क्या है और इसका क्या मतलब है। तो ई कॉमर्स दो शब्दों के मेल से बना है जिसमे एक शोर्ट फॉर्म है तो दूसरी फुल फॉर्म। इसमें पहले शब्द ई का पूरा नाम होता है इलेक्ट्रॉनिक्स अर्थात तकनीक। दूसरे शब्द कॉमर्स का मतलब होता है चीज़ों की खरीदारी या बिक्री। तो ई कॉमर्स का मतलब हुआ (E commerce business kya hai in Hindi) इलेक्ट्रॉनिक या तकनीक के माध्यम से व्यापार किया जा रहा है जिसमे कई चीज़ों की खरीदी व बिक्री हो रही है तो वह ई कॉमर्स कहलाया जाता है।
आप ऑनलाइन कई तरह की शॉपिंग वेबसाइट देखते होंगे जैसे कि अमेज़न, फ्लिपकार्ट, मीशो, बेवकूफ इत्यादि। तो इन सभी शॉपिंग वेबसाइट को ही ई कॉमर्स का बिज़नेस करने वाली वेबसाइट के रूप में जाना जाता है। पहले ई कॉमर्स के बिज़नेस में केवल एक दो ही वेबसाइट का कब्ज़ा हुआ करता था लेकिन आज के समय में प्रतिस्पर्धा का दौर बहुत बढ़ गया हो। अब आपको (Ecommerce business kya hota hai) ऐसी हजारों वेबसाइट मिल जाएँगी जहाँ पर ई कॉमर्स का बिज़नेस किया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि वे वेबसाइट पैसा नहीं कमा रही है बल्कि उनके द्वारा भी लाख्रों करोड़ो रुपयों का व्यापार किया जा रहा है।
ई कॉमर्स का बिज़नेस कैसे होता है? (E commerce business kaise kare)
आपने यह तो जान लिया कि ई कॉमर्स का बिज़नेस है क्या लेकिन यह होता कैसे है, यह जानना भी तो जरुरी है। कहने का मतलब यह हुआ कि ऑनलाइन सामान को कैसे बेचा जाता है और उसकी प्रक्रिया क्या होती है, इसके बारे में जानना आपका अधिकार है क्योंकि इसे जानकर ही तो आप ई कॉमर्स का बिज़नेस शुरू कर पाएंगे। तो अब हम इस पर ही चर्चा करने वाले हैं।
कंपनियों का सामान ई कॉमर्स वेबसाइट पर डालना
ई कॉमर्स के बिज़नेस में सबसे पहले तो आपको कंपनियों व बिज़नेस से संपर्क करना होगा जिनके द्वारा किसी प्रोडक्ट का निर्माण किया जा रहा है। अब उनके बनाए प्रोडक्ट्स को अपनी ई कॉमर्स की वेबसाइट पर डालना होगा। इसमें उस प्रोडक्ट के चित्र सहित उसकी पूरी जानकारी, कीमत, कंपनी की जानकारी, सप्लायर का नाम इत्यादि सब आएगा।
ग्राहकों के द्वारा उस सामान को ऑर्डर करना
अब जब वह प्रोडक्ट आपकी ई कॉमर्स की वेबसाइट पर आ जाएगा तो उसके बाद ग्राहक आपकी वेबसाइट पर आकर उसे देखेगा। यदि उसे वह प्रोडक्ट पसंद आ जाता है तो वह उसको ऑर्डर कर देगा। यह ऑर्डर कॉपी आपके पास पहुँच जाएगी। किसी भी प्रोडक्ट का ऑर्डर लेने से पहले यह देख ले कि वह पीस उस कंपनी के पास है भी या नहीं।
आपका ग्राहकों से पेमेंट लेना
अब जब ग्राहक उस ऑर्डर की पेमेंट कर देता है तो वह पैसा आपके खाते में आ जाएगा। या फिर आपकी कंपनी का एक अलग से बैंक खाता बना हुआ है तो वह उसमे आ जाएगा। आपको सुरक्षित माध्यम से वह पेमेंट ले लेनी होगी। कई बार ग्राहक कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प भी चुनता है जिसके लिए आपको तैयार रहना होगा।
उस पेमेंट को कंपनी को देना
अब जब आप उस पेमेंट को प्राप्त कर लेते हैं तो आपको वह पेमेंट उस कंपनी को या उसके सप्लायर को ट्रांसफर कर देनी होती है। इसमें से आपको अपना शुल्क या कमीशन पहले ही काट लेना होता है। हालाँकि कई ई कॉमर्स वेबसाइट इसे डिलीवर हो जाने के बाद काटती है।
सामान को ग्राहक तक डिलीवर कर अपना कमीशन कमाना
ई कॉमर्स के बिज़नेस में अंतिम चरण के रूप में उस सामान को ग्राहक तक सुरक्षित माध्यम से पहुँचाना शामिल है। इसमें पहुँचाने का जो भी खर्चा होता है वह आप पहले से ही उसी उत्पाद की कीमत में जोड़ सकते हैं या फिर उसके लिए अलग से चार्ज ले सकते हैं।
तो इस तरह से ई कॉमर्स का बिज़नेस किया जाता है। अभी तक आपको ई कॉमर्स का बिज़नेस करने के बारे में बहुत जानकारी मिल चुकी है लेकिन आपने यह नहीं जाना है कि यदि आपको ई कॉमर्स का बिज़नेस शुरू करना हुआ तो उसके लिए किस प्रक्रिया का पालन करना होगा। अब हम उसी के बारे में ही बात करने वाले हैं।
ई कॉमर्स का बिज़नेस कैसे शुरू करे? (How to Start E Commerce Business in Hindi)
हम आपको एक बात पहले ही स्पष्ट कर दे कि ई कॉमर्स का बिज़नेस करना कोई आसान काम नहीं होता है और इसके लिए बहुत परिश्रम किये जाने की जरुरत होती है। वह इसलिए क्योंकि आप एक स्वतंत्र ई कॉमर्स की वेबसाइट का संचालन करने जा रहे हैं जो अपने आप में एक बहुत बड़ी बात है। आज के समय में ई कॉमर्स के बिज़नेस को ही सबसे बड़ा बिज़नेस माना जाता है।
तो यदि आप ई कॉमर्स का बिज़नेस शुरू करने का सोच ही रहे हैं और इसके बारे में विस्तार से जानने को इच्छुक हैं तो अब हम आपको चरण दर चरण ई कॉमर्स का बिज़नेस शुरू करने के ऊपर संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
वेबसाइट का नाम सोचे (E commerce website name suggestions)
ई कॉमर्स का बिज़नेस शुरू करना है तो इसमे सबसे पहला जो चरण होता है वह होता है अपनी वेबसाइट के लिए एक अच्छे से नाम का चुनाव करने का। वैसे तो इसमें आपके पास असीमित विकल्प होते हैं लेकिन उसके लिए आपको डोमेन नाम देने वाली वेबसाइट पर जाकर चेक करना होगा कि कहीं वह नाम पहले से पंजीकृत तो नही है। यह आपके ई कॉमर्स के बिज़नेस का सबसे महत्वपूर्ण चरण होता है क्योंकि यदि आपका ई कॉमर्स का बिज़नेस चल पड़ा तो लोग इसे इसकी वेबसाइट के नाम से ही पहचानेंगे।
ऐसे में आपको अपनी ई कॉमर्स की वेबसाइट का नाम चुनने में जितना भी समय लगे, यह जरुरी नही है। आप चाहे इसमें एक दिन का समय ले या एक महीने का लेकिन नाम सबसे अलग और अच्छा होना चाहिए। यही आपके बिज़नेस के लिए भविष्य की पहचान बनेगा।
नाम का रजिस्ट्रेशन करवाए (Ecommerce website name registration)
अब जब आप अपनी वेबसाइट के लिए एक अच्छा सा नाम चुन लेते हैं तो अब बारी है उस नाम को पंजीकृत करवाने की। इसके लिए आपको भारत सरकार से संपर्क करना होगा और वहां अपनी वेबसाइट के नाम को कम्पनी के रूप में पंजीकृत करवाना होगा। इसके लिए आपको कुछ रुपयों का भुगतान करना होगा क्योंकि किसी भी कंपनी को रजिस्टर करने के लिए सरकार के द्वारा शुल्क लिया जाता है।
डोमेन व होस्टिंग ले (Domain and hosting)
सरकार के समक्ष अपनी कंपनी के नाम का रजिस्ट्रेशन करवाना ही काफी नही होता है बल्कि इसके लिए ऑनलाइन उसका नाम खरीदना और उसको चालू करने के लिए होस्टिंग लेना जरुरी होता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपका सब काम ऑनलाइन होगा तो लोगों को वह वेबसाइट दिखे, इसके लिए उसकी होस्टिंग लेना जरुरी होता है।
डोमेन नाम देने और होस्टिंग का काम बहुत सारी वेबसाइट करती है जिसमे से कुछ प्रमुख है। तो आपको जो भी वेबसाइट पसंद आती है, आप वहां से अपनी कंपनी के नाम को ख़रीदे और उसकी होस्टिंग ले ले।
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सॉफ्टवेर इंजिनियर से वेबसाइट को डिजाईन करवाना (Ecommerce website designing)
अब जब आपने वेबसाइट का नाम खरीद लिया है और उसकी होस्टिंग भी ले ली है, तो अब बारी है सॉफ्टवेर इंजिनियर की सहायता से उसकी डिजाइनिंग करवाने का। कहने का अर्थ यह हुआ कि जो वेबसाइट आप खरीदेंगे वह सामान्य होगी। अब उसे अपने अनुसार डिजाईन करवाना आपको ही देखना होगा। इसके लिए आपको किसी अच्छे सॉफ्टवेर इंजिनियर को काम पर रखना होगा जो उस वेबसाइट को मैनेज करने का काम करेगा।
अब बारी है कंपनियों के साथ संपर्क साधने की। अभी तक आपने जो भी काम किया वह पैसे देकर आसानी से हो जाएंगे लेकिन अब जो काम है वह आपका परिश्रम मांगेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि आपको कंपनियों को अपने उत्पादों को आपकी वेबसाइट के माध्यम से बेचने के लिए मनाना होगा। इसके लिए आप छोटी कंपनियों, बिज़नेस, उद्यमियों से संपर्क करे और उन्हें अपने बनाए प्रोडक्ट्स को ऑनलाइन बेचने को कहे।
उन्हें अपनी वेबसाइट पर सामान बेचने के लिए मनाना आसान होता है। इसलिए आप जितने ज्यादा लोगों को अपने साथ जोड़ सकते हैं उन्हें जोड़ ले और उनके प्रोडक्ट्स को अपने यहाँ बेचे।
प्रोडक्ट्स को लिस्ट डाउन करे
अब जब कंपनियां आपके यहाँ पर अपना सामान बेचने को तैयार हो जाती है तो बारी है सॉफ्टवेर इंजिनियर के माध्यम से उनके प्रोडक्ट्स को अपने यहाँ लिस्ट डाउन करवाने की। इसके लिए आपको सामान के अनुसार उनकी श्रेणियां बनानी होंगी जैसे कि फुटवियर, कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स इत्यादि। ग्राहक इसी के अनुसार ही प्रोडक्ट्स का चयन करेगा और उन्हें ऑर्डर करेगा।
पेमेंट गेटवे चुने
अब यदि ग्राहक आपके यहाँ कोई सामान खरीदने आ रहा है तो वह उसके लिए पेमेंट भी तो करेगा। अब आप वहां पर अपना अकाउंट नंबर या मोबाइल नंबर तो दे नही देंगे। अवश्य ही वहां आपको एक पेमेंट गेटवे देना होगा जिसके जरिये ग्राहक आपको ऑनलाइन पेमेंट कर सके। तो यदि आपको अपना लाभ बनाना है तो उसके लिए एक सही पेमेंट गेटवे का चुनाव करना होगा जो की सुरक्षित भी हो। इसके माध्यम से ही ग्राहक उस ऑर्डर को लेने के लिए आपको पेमेंट करेगा।
ई कॉमर्स का काम शुरू करे (Ecommerce ka kam shuru karna)
यह सब काम हो गया है तो आपको ऊपर बताये गए तरीके के अनुसार ई कॉमर्स का बिज़नेस शुरू कर देना होगा। अब यह ई कॉमर्स का बिज़नेस कैसे करना है, इसके बारे में तो हमने आपको ऊपर बता ही दिया है जिसमे आपको ग्राहक से पेमेंट लेकर उसे कंपनी को देनी होगी और फिर ग्राहक तक उस सामान को सुरक्षित पहुंचा देना होगा।
तो इस तरह से आप अपना ई कॉमर्स का बिज़नेस शुरू कर पैसे कमाने का काम कर सकते हैं। एक बात का ध्यान रखें कि यह ई कॉमर्स का बिज़नेस बहुत ही बड़ा बिज़नेस है, जिसमे आपको पैसों के साथ साथ बहुत मेहनत भी करनी होगी। यदि आप यह नहीं करते हैं तो ना तो आपका ई कॉमर्स का बिज़नेस सफल हो पाएगा और ऊपर से समय व पैसों की बर्बादी होगी वह अलग।
ई कॉमर्स के बिज़नेस की मार्केटिंग करना (Ecommerce business marketing plan in Hindi)
ई कॉमर्स की वेबसाइट खोल लेना ही काफी नहीं होता है बल्कि उसकी मार्केटिंग कैसे की जाए यह महत्वपूर्ण होता है। अब लोगों को पता ही नहीं होगा कि वे एक और वेबसाइट से भी ऑनलाइन सामान को खरीद सकते हैं तो वे आपके यहाँ आएंगे ही कैसे। आज के समय में (Ecommerce business marketing strategy in Hindi) लोग नए प्लेटफार्म से सामान मंगवाने से नहीं हिचकिचाते हैं लेकिन उन्हें कम से कम इस वेबसाइट के बारे में पता तो होना चाहिए।
अब उन्हें आपकी ई कॉमर्स की वेबसाइट के बारे में पता कैसे चलेगा? तो इसका उत्तर है सही तरीके से की गयी मार्केटिंग व प्रमोशन। अब आपको यह शायद ही बताने की जरुरत पड़ेगी कि आप अपनी ई कॉमर्स की वेबसाइट का प्रोमोशन करने के लिए क्या क्या तरीके अपना सकते हैं। आजकल तो हम जहाँ भी नज़र घुमाएंगे वहां किसी ना किसी चीज़ का प्रोमोशन हो ही रहा होता है। फिर चाहे हम ऑनलाइन कुछ सर्च करे या फिर बाहर निकल कर देख ले।
तो आप भी इनमे से जो विकल्प प्रोमोशन व मार्केटिंग के लिए अपनाना चाहते हैं वह आपना सकते हैं। इनमे कुछ प्रमुख तरीकों में ऑनलाइन सोशल मीडिया वेबसाइट के जरिये प्रोमोशन करना, अख़बार या न्यूज़ चैनल के जरिये विद्यापन देना इत्यादि शामिल है। आप चाहे तो अपने संभाविक ग्राहकों की सूची बना कर उन्हें निजी रूप से मेल या मैसेज भेज कर सूचित करने का काम कर सकते हैं।
ई कॉमर्स का बिज़नेस कैसे शुरू करे – Related FAQs
प्रश्न: ई कॉमर्स का कौन सा बिजनेस मॉडल है?
उत्तर: ई कॉमर्स के बिज़नेस मॉडल के अनुसार एक वेबसाइट का निर्माण करना होता है जहाँ से ग्राहक सामान को ऑनलाइन खरीदता हैं और फिर सामान उसके गंतव्य स्थल तक कुछ ही दिनों में पहुँच जाता है।
प्रश्न: ई कॉमर्स से पैसा कैसे कमाए?
उत्तर: ई कॉमर्स से पैसा कमाने के बारे में हमने आपको इस लेख के माध्यम से बता दिया है जिसे आपको पढ़ना चाहिए।
प्रश्न: ई कॉमर्स वेबसाइट कैसे बनाते हैं?
उत्तर: ई कॉमर्स वेबसाइट बनाने के लिए आपको उसका डोमेन नाम लेकर होस्टिंग खरीदनी होगी। इसके बाद आपको सॉफ्टवेर इंजिनियर के माध्यम से उसे डिजाईन करवाना होगा।
प्रश्न: भारत में ई कॉमर्स बिजनेस का विकास कैसे हुआ?
उत्तर: भारत में ई कॉमर्स बिजनेस का विकास इंटरनेट की क्रांति व श्री मुकेश अंबानी जी के कारण हुआ।
तो इस तरह से आपने इस लेख के माध्यम से जाना कि यदि आपको ई कॉमर्स का बिज़नेस शुरू करना है तो उसके लिए आपको अभी से ही क्या कुछ तैयारियां शुरू कर देनी चाहिए। इसी के साथ यह ई कॉमर्स का बिज़नेस किस तरह से किया जाता है, यह भी आपने जान लिया है।