|| संपत्ति के बदले ऋण कैसे लें? | How to take loan against property in Hindi | Aspects to the Loan Against Property that Applicants Must know in Hindi | पत्ति पर ऋण के सामान्य उपयोग क्या है? | Eligibility Criteria for availing Loan Against Property in Hindi ||
How to take loan against property in Hindi :- जैसा कि नाम से ही स्पष्ट हो रहा है कि, संपत्ति के बदले लोन वह लोन है जो आपको बैंक के द्वारा अपनी संपत्ति को गिरवी रखने पर दिया जाता है। संपत्ति के बदले लोन एक लोन लेने की सबसे सुरक्षित श्रेणी में आता है। संपत्ति के बदले लोन में सुरक्षा के लिए लोन लेने वाले की संपत्ति होती है। यहां, संपत्ति में आपका घर, आपकी व्यावसायिक संपत्ति या जमीन शामिल हो सकती (How to apply for Loan Against Property) है। इस लोन में आपकी संपत्ति के बाजार मूल्य के आधार पर ऋण की राशि को तय किया जाता है।
इस लोन पर प्राप्त की गई राशि पर ऐसा कोई भी प्रतिबंध नहीं होता है कि इस राशि को कोई किस प्रकार से उपयोग में लेता (important reasons due to which the demand for LAP is increasing among individuals) है। इसमें प्राप्त की गई राशि का उपयोग किसी भी व्यक्तिगत या व्यावसायिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया जा सकता है।
संपत्ति के बदले ऋण कैसे लें? | How to take loan against property in Hindi
अपने जीवनकाल में एक व्यक्ति के मन में बहुत से सवाल होते हैं की में अपने बच्चों के पढाई कैसे करवाऊंगा, उनकी शादी के लिए इतने सारे पैसे खान से लाऊंगा या उसे अपने व्यवसाय को ही आगे बढ़ाने के लिए धन की आवश्यकता होती है, तब उसके मन में यही विचार आता है कि में इतने सारे पैसे कहां से (Eligibility Criteria for availing Loan Against Property) लाऊंगा। इस धन की पूर्ति करने का एक सबसे अच्छा और आत्मनिर्भर तरीका है कि अपनी संपत्ति पर लोन या प्रॉपर्टी पर लोन का लेना।
यह बात स्पष्ट है कि यदि आप किसी संपत्ति के बदले बैंक से लोन लेना चाहते हैं, तो आपका एक संपत्ति का मालिक होना आवश्यक है। आपको किसी दुकान या कारखाने जैसी व्यावसायिक संपत्ति पर भी ऋण मिल सकता है, लेकिन इसकी संभावना कम होती है क्योंकि अधिकांश बैंक, एचएफसी और एनबीएफसी केवल आवासीय संपत्तियों पर एलएपी प्रदान करना पसंद करते हैं।
3 महत्वपूर्ण कारण जिसके कारण व्यक्तियों के बीच बढ़ रही है एलएपी की मांग (3 important reasons due to which the demand for LAP is increasing among individuals in Hindi)
- संपत्ति के बदले लोन लेना पर्सनल लोन से सस्ता व अच्छा होता है।
- इस लोन को लेने के बाद भी लोन को प्राप्त करने वाला व्यक्ति अपनी संपत्ति पर कब्जा जारी रख सकता है।
- इस लोन का उपयोग कई तरह के अलग अलग उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है जैसे अप्रत्याशित चिकित्सा व्यय, बच्चों की उच्च शिक्षा और शादी या व्यवसाय स्थापित करना।
किसी व्यवसाय के मालिक या फिर वेतन प्राप्त करने वाले किसी भी कर्मचारी के लिए संपत्ति के बदले लोन किसी वरदान से कम नही है। एक खुदका बिजनेस करने वाला व्यक्ति जो अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए धन की मांग कर रहे हैं, वह इस सुविधा का उपयोग कर सकते हैं। अगर किसी व्यक्ति को अचानक चिकित्सा संकट का सामना करना पद जाए, जिसके लिए लंबी अवधि के उपचार की आवश्यकता हो, जिसमें महंगी सर्जरी शामिल हो या बच्चों को उच्च अध्ययन के लिए विदेशी विश्वविद्यालय में भेजने के लिए अधिक धन की आवश्यकता हो तो इस सुविधा का लाभ उठाया जा सकता है।
एक एलएपी न केवल आपके बचत को बरकरार रखता है, बल्कि यह 15 से 20 साल तक की पुनर्भुगतान अवधि के साथ कम लागत वाली ईएमआई पर भी आपको उपलब्ध होता है। ऐसे ऋणों पर कम ब्याज दरें पुनर्भुगतान बोझ को कम करती हैं। इसमें एक मौजूदा ग्राहक ‘टॉप-अप’ ऋण के लिए भी आवेदन कर सकता है, लेकिन यह पूर्व-मौजूदा गृह ऋण के पुनर्भुगतान इतिहास और उस ऋण पर बकाया राशि, मासिक आय और संपत्ति मूल्य अनुपात के लिए ऋण जैसे कारकों पर निर्भर करेगा। हालांकि, इसमें एक नए संपत्ति मूल्यांकन की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि संपत्ति पहले से ही ऋणदाता के पास गिरवी रखी हुई होती है।
संपत्ति पर लोन लेने के कुछ पहलू जो आवेदकों को पता होने चाहिए (Aspects to the Loan Against Property that Applicants Must know in Hindi)
लोन रीपेमेंट (Loan Repayment):
किसी भी संपत्ति के बदले हासिल की जाने वाली लोन की राशि बहुत अधिक होती है, इसलिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण है कि लोन लेने वाला व्यक्ति पूरे ऋण को चुकाने के लिए आवश्यक आय मापदंडों को पूरा करता हो। इसे 12 महीने से 20 साल तक की अवधि में चुकाया जा सकता है, हालांकि कार्यकाल एक ऋणदाता से दूसरे में भिन्न होता है।
संपत्ति का मूल्यांकन (Property Valuation):
कोलैटरल के बदले में संपत्ति पर किसी व्यक्ति को लोन प्रदान किया जाता है यानी, एक अचल संपत्ति जैसे कि एक निर्मित आवासीय/वाणिज्यिक संपत्ति। उस व्यक्ति की पात्रता और लोन पर दी जाने वाली राशि तय करने से पहले, आपको लोन देने वाला बैंक आपकी प्रॉपर्टी का मूल्यांकन करेगा। दी जाने वाली राशि बाजार में चल रहे बाजार मूल्य के हिसाब से तय की जाती है, न कि अतीत या संभावित भविष्य के मूल्य पर। हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां आमतौर पर संपत्ति के बाजार मूल्य का 50-60 प्रतिशत तक प्रदान करती हैं।
संपत्ति का स्वामित्व (Ownership of Property):
आपको लोन देने वाला बैंक या कोई भी व्यक्ति आपके आवेदन को तब स्वीकार करेगा, जब उसको विश्वास हो जाएगा कि आपकी संपत्ति का एक स्पष्ट और मार्केट में शीर्ष वैल्यू है। इसके अलावा, सह-मालिकों को ऋण का हिस्सा बनने और मापदंडों को पूरा करने की आवश्यकता होती है।
कार्यकाल (Tenure):
संपत्ति के बदले लिया गया किसी भी अन्य पर्सनल लोन की तुलना में लंबी चुकौती अवधि के साथ आता है। इसकी ईएमआई बहुत अधिक लम्बी अवधि के लिए होती है और इसमें ब्याज की दर भी बहुत कम होती है। लंबी अवधि का मतलब कम ईएमआई है, जो मासिक भुगतान के बोझ को कम करता है।
चुकौती क्षमता (Repayment Capacity):
ऋणदाता आपकी आय विवरण, पुनर्भुगतान इतिहास, चल रहे ऋण आदि की सहायता से आपकी भुगतान क्षमता का मूल्यांकन करेगा। संपत्ति के बदले में लिया गया लोन आपको अधिक लचीलापन, कम ब्याज दर, उच्च ऋण राशि और लंबी चुकौती अवधि की सुविधाएँ प्रदान करता है। जबकि इस प्रकार के ऋण के दीर्घकालिक लाभ इसे व्यक्तिगत ऋणों की तुलना में बेहतर बनाते हैं, यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि यदि उधारकर्ता चुकौती में चूक करता है, तो संपत्ति पर उसका अधिकार ऋणदाता को स्थानांतरित कर दिया जाता है।
संपत्ति पर ऋण के सामान्य उपयोग क्या है (What are the common uses of loan against property in Hindi)
संपत्ति के बदले लोन लेके आप उसका उपयोग कई प्रकार के कार्यों में कर सकते हैं। जिसमें से कुछ कार्यों को यहाँ नीचे दर्शाया गया है।
- इसका उपयोग आप आपके बच्चों की अच्छी शिक्षा के लिए कर सकते है।
- इसका उपयोग आप अपने नए घर को खरीदने या बनाने के लिए डाउन पेमेंट के रूप में कर सकते हैं।
- अपने पुराने घर के नवीनीकरण के लिए।
- किसी बड़े चिकित्सा व्यय को पूरा करने के लिए।
- खेती के लिए उन्नत उपकरणों की खरीदारी के लिए।
- शादी के लिए फंडिंग जमा करने के लिए।
इन सब उपयोगों के अलावा भी आप इस लोन का उपयोग आप अपनी आवश्यकता के अनुसार अपने हिसाब से कर सकते हैं।
संपत्ति पर लोन प्राप्त करने के लिए पात्रता मापदंड (Eligibility Criteria for availing Loan Against Property in Hindi)
स्व-नियोजित पेशेवरों और गैर-पेशेवरों के लिए पात्रता मापदंड (Criteria for eligibility for self-employed professionals and non-professionals):
- इस पात्रता मापदंड को हासिल करने के लिए आपकी न्यूनतम वार्षिक आय 1.80 लाख रुपए या इससे अधिक होनी चाहिए।
- इस लोन के लिए आवेदन करते समय आपकी आयु कम से कम 21 वर्ष पूर्ण होनी चाहिए और लोन के परिपक्व होने पर आपकी आयु 65 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- आपका व्यवसाय कम से कम तीन वर्षों से संचालन में होना चाहिए।
- पिछले दो वर्षों से, आपके संगठन/व्यवसाय को लगातार लाभ कमाना चाहिए।
वेतन पाने वाले व्यक्तियों को निम्नलिखित योग्यता आवश्यकताओं को पूरा करना चाहिए (Salaried individuals must meet the following eligibility requirements):
- इस लोन को प्राप्त करने के लिए आपका मसिल वेतन कम से कम 40,000 रुपए होना चाहिए।
- आपकी आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- आपको एक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- यदि आप एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी या साझेदारी के लिए काम करते हैं, तो आपके पास स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। यदि आप किसी पब्लिक लिमिटेड कंपनी, बहुराष्ट्रीय निगम, सरकार या सार्वजनिक क्षेत्र के संगठन के लिए काम करते हैं तो आपके लिए ऐसा कोई मापदंड नहीं है।
संपत्ति पर लोन प्राप्त करने के लिए आवश्यक दस्तावेज (Documents required for availing loan against property in Hindi)
संपत्ति पर लोन के लिए पात्र होने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेज़ देने होंगे।
- इसमें आप पहचान पत्र के लिए पैन कार्ड, आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र दें सकते हैं।
- इसमें आप एड्रेस प्रूफ के लिए पासपोर्ट, आधार कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, लैंडलाइन बिल, रजिस्टर्ड रेंट एग्रीमेंट, ड्राइविंग लाइसेंस दें सकते हैं।
- यदि आप महीने का वेतन प्राप्त करते हैं, तो आपको अपना बैंक स्टेटमेंट और आईटीआर फॉर्म के रूप में आय का प्रमाण देना होगा।
- यदि आपला अपना स्वयं का व्यवसाय हैं, तो आपके पास अपने पिछले तीन वर्षों का आईटीआर, लाभ और हानि खाता, और बैलेंस शीट एक सीए द्वारा प्रमाणित/लेखापरीक्षित देना होगा।
- कार्यालय का पता – स्वामित्व / पट्टा / किराया समझौता / उपयोगिता बिल यदि आपने एक वाणिज्यिक संपत्ति का वित्तपोषण किया है
- नवीनतम हाउस टैक्स रिटर्न / रसीद – नगर निगम द्वारा स्वीकृत भवन योजना
प्रॉपर्टी पर लोन के लिए कैसे अप्लाई करें? (How to apply for Loan Against Property in Hindi)
प्रॉपर्टी पर लोन प्राप्त करने के लिए आपको निम्नलिखित चरणों का पालन करने की आवश्यकता होगी।
- सबसे पहले आपको प्रॉपर्टी पर लोन देने वाली वेबसाइट पर जाना होगा और लोन के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
- लोन देने वाले की ग्राहक सहायता टीम आप से संपर्क करेगी और संबंधित दस्तावेज जमा करने का अनुरोध करेगी।
- इसके बाद जब लोन देने वाला प्रस्तुत दस्तावेजों को सत्यापित करेगा और फिर आवेदक की संपत्ति का निरीक्षण करेगा।
- यदि आवेदन स्वीकृत हो जाता है, तो ग्राहक के बैंक खाते में ऋण राशि जमा कर दी जाएगी।
संपत्ति के बदले ऋण कैसे लें – Related FAQs
प्रश्न: प्रॉपर्टी पर लोन कैसे प्रोसेस किया जाता है?
उत्तर: लोन लेने की निम्न प्रोसेस है।
आवेदन पत्र भरकर प्रारंभ करें।
अपने विवरण की पुष्टि करें।
आवश्यक दस्तावेज जमा करें।
दस्तावेजों के सत्यापन की प्रतीक्षा करें।
ऋणदाता से स्वीकृति पत्र प्राप्त करें।
संपत्ति के मूल्यांकन और कानूनी जांच का इंतजार करें।
अपने खाते में धनराशि प्राप्त करें।
प्रश्न: संपत्ति के बदले कितना ऋण मिल सकता है?
उत्तर: एक उधारकर्ता संपत्ति के बदले ऋण के रूप में अपनी संपत्ति के कुल बाजार मूल्य का 60% तक प्राप्त कर सकता है।
प्रश्न: क्या संपत्ति के एवज में ऋण एक अच्छा विचार है?
उत्तर: स्पष्ट कारणों से संपत्ति पर ऋण (एलएपी) व्यक्तिगत ऋण (पीएल) की तुलना में अधिक फायदेमंद है। एलएपी पीएल की तुलना में सबसे अच्छा प्रस्ताव प्राप्त करता है। यह अधिक लचीलापन, कम ब्याज दर, उच्च ऋण राशि और लंबी चुकौती अवधि देता है।
प्रश्न: क्या मुझे आय प्रमाण के बिना संपत्ति पर ऋण मिल सकता है?
उत्तर: हालांकि ब्याज की उच्च दरों पर उपलब्ध है, आय प्रमाण या आईटीआर के अभाव में पीयर-टू-पीयर लेंडिंग उच्च-मूल्य वित्तपोषण प्राप्त करने का एक और तरीका है। उधारदाताओं की तुलना करना सुनिश्चित करें और संपत्ति के बदले लोन पर सबसे अच्छे सौदे पर पहुंचें।
प्रश्न: अगर संपत्ति के एवज में लोन का भुगतान नहीं किया गया तो क्या होगा?
उत्तर: ऋणदाता सीधे संपत्ति को जब्त नहीं करेगा, लेकिन वे संपत्ति को गैर-निष्पादित संपत्ति घोषित करने से पहले तीन महीने तक इंतजार करेंगे। वे सिक्योरिटाइजेशन एंड रिकंस्ट्रक्शन ऑफ फाइनेंशियल एसेट्स एंड एनफोर्समेंट ऑफ सिक्योरिटी इंटरेस्ट एक्ट, 2002, (SARFAESI) को लागू करके संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू करते हैं।