फर्जी क्रिप्टोकरेंसी की पहचान कैसे करें? फर्जी क्रिप्टो करेंसी एप की पहचान कैसे करें?

फर्जी क्रिप्टोकरेंसी की पहचान कैसे करें? क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) पर इन दिनों हर कोई बात कर रहा है। भारत में इस करेंसी को न तो हरी झंडी दी गई है एवं न ही इस पर कोई बैन लगाया गया है। यदि किसी तरह कोई फ्राॅड आपके साथ होता है तो आरबीआई इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा। रेगुलेटेड (regulated) न होने से इसमें फ्राॅड की आशंका ज्यादा है।

यही वजह है कि क्रिप्टोकरेंसी को जोखिम वाली संपत्ति (property of currency) माना जा रहा है। हाल ही के दिनों में इसकी कीमतों में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। स्क्विड गेम (squid game) आधारित मुद्रा के टोकन जैसे स्क्विड, कोकोस्वैप, इथररम में कुछ ही समय में जबरदस्त उछाल देखने को मिला था, लेकिन इसके कुछ टोकन में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। इससे हजारों निवेशकों का पैसा फंस गया।

इसके बावजूद युवा, रिटेल एवं कारपोरेट इन्वेस्टर्स की संख्या इसमें लगातार बढ़ रही है। यही वजह है कि फर्जी क्रिप्टोकरेंसी भी चलन में आ गई है। आज इस पोस्ट के जरिये हम आपको बताएंगे कि आप फर्जी क्रिप्टोकरेंसी की पहचान कैसे करें। आइए, शुरू करते हैं-

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क्रिप्टोकरेंसी क्या है?

इससे पहले कि हम आपको फर्जी क्रिप्टोकरेंसी की पहचान बताएं, आइए, एक नजर में पहले यह जान लेते है कि क्रिप्टोकरेंसी क्या है? मित्रों क्रिप्टोकरेंसी दो शब्दों से मिलकर बना है क्रिप्टो (crypto) एवं करेंसी (currency)। यहां क्रिप्टो एक लैटिन भाषा का शब्द है, जो क्रिप्टोग्राफी (cryptography) से बना है। इसका अर्थ है छुपा हुआ। वहीं करेंसी का अर्थ रूपये, पैसे के लेन देन से होता है।

ऐसे में स्पष्ट है कि क्रिप्टोकरेंसी से आशय छिपी हुई करेंसी से होता है। यह भी एक तरह की ऐसी करेंसी है, जिसे आप देख अथवा छू नहीं सकते, लेकिन अपने पास रख सकते हैं। किसी रूपये अथवा सिक्के की तरह ठोस मुद्रा के रूप में नहीं, अपितु डिजिटल (digital) रूप में। हां इससे ट्रांजेक्शन (transaction) कर सकते हैं। जैसे आप इससे सामान खरीद सकते हैं। ट्रेड कर सकते हैं। इन्वेस्ट कर सकते हैं, लेकिन अपनी जेब, तिजोरी अथवा बैंक लाॅकर में नहीं रख सकते।

फर्जी क्रिप्टोकरेंसी की पहचान कैसे करें? फर्जी क्रिप्टो करेंसी एप की पहचान कैसे करें?

दोस्तों और आसान भाषा में कहें तो आपको बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल मनी सिस्टम (digital money system) है, जो कंप्यूटर एल्गोरिदम (computer algorithm) पर आधारित है। यह केवल डिजिट के रूप में online रहती है। इसलिए इसे डिजिटल (digital), वर्चुअल (vertual) अथवा इलेक्ट्रानिक मनी (electronic money) भी कहा जाता है। इस पर किसी देश अथवा सरकार कोई कंट्रोल (control) नहीं है।

क्रिप्टोकरेंसी को भारत ने न तो मान्यता दी, न ही बैन किया

शुरूआत में इसे अवैध करार दिया गया था, लेकिन कालांतर में बिटकाॅइन (Bitcoin) की लोकप्रियता को देखे हुए कुछ देशों में इसे लीगल (legal) कर दिया गया है। यहां तक कि कुछ देश अपनी खुद की क्रिप्टोकरेंसी ला रहे हैं। भारत में क्रिप्टोकरेंसी को न तो मान्यता दी गई है एवं न ही इस पर बैन लगाया गया है।

हालांकि क्रिप्टोकरेंसी की चर्चाओं के बीच ई-रूपी (e-rupee) जारी किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में क्रिप्टोकरेंसी के फैलाव एवं भारत में इसके अस्तित्व को लेकर चेताया भी है।

फर्जी क्रिप्टोकरेंसी की पहचान कैसे करें? [How to identify fake cryptocurrencies?]

साथियों, यह होशियार एवं जागरूक करने वाली खबर है। आपको बता दें कि सोशल मीडिया (social media) पर तमाम फर्जी क्रिप्टो एक्सचेंज (crypto exchange) एवं टोकन (token) हैं, जो लोगों को कुछ ही दिन में अमीर बनने का ख्वाब दिखा रहे हैं। ऐसे तमाम निवेशक (investors), जो कुछ ही समय में अधिक अमीर बनना चाहते हैं वे फर्जीवाड़ा करने वालों (scammers) के निशाने पर रहते हैं।

आपको बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी का व्यवसाय पूरी तरह स्वतंत्र है। इस पर न तो सरकार का शिकंजा है एवं न ही किसी बैंक का। मित्रों, आपको बता दे कि फर्जी क्रिप्टोकरेंसी की पहचान करना बेहद आसान है। मान लें कि ऐसी क्वाइन फर्जी है-

  • यदि क्रिप्टो क्वाइन (coin) कम समय में बहुत अधिक रिटर्न देने का वायदा कर रहा हो। यह फर्जीवाड़ा हो सकता है।
  • यदि क्रिप्टोकरेंसी सस्ता देने का वादा करने वाले घोटालेबाज निवेशकों से बैंक खाते को सत्यापित करने के लिए उन्हें कुछ क्वाइन भेजने को कहें। ऐसा हो सकता है कि घोटालेबाज आपकी बैंक संबंधी जानकारी जुटा रहे हों।
  • यदि किसी हस्ती के सोशल मीडिया पेज के जरिये किसी विशेष क्रिप्टो में तुरंत मोटा मुनाफा देने का दावा किया जा रहा हो। संभावना है कि ऐसा हैकर्स कर रहे हों।

क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से पहले इन बातों को ध्यान रखें-

  • किसी भी क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले उसके बारे में अध्ययन कर लें। जान समझ लें।
  • उसकी हिस्ट्री देखें। छानबीन करें।
  • उसके व्हाइट पेपर्स का अध्ययन कर लें।
  • क्रिप्टोकरेंसी के संचालकों एवं एक्सचेंज के बारे में पूरी तरह से जानकारी जुटाएं।

गूगल ने डिलीट किए 10 फर्जी क्रिप्टोकरेंसी एप

क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर किस कदर फर्जीवाड़ा चल रहा है, इसे आप इसी बात से समझ सकते हैं कि इसी साल अगस्त के महीने में गूगल (Google) ने अपने प्ले स्टोर (play store) से 10 फर्जी क्रिप्टोकरेंसी एप (app) डिलीट किए। ये एप लोगों को अधिक रिटर्न का सपना दिखाकर चूना लगाने का कार्य कर रहे थे।

फर्जी क्रिप्टो करेंसी एप की पहचान कैसे करें?

गूगल के कदम के बाद ऐसे एप की पहचान बेहद जरूरी है, ताकि लोग इन्हें डाउनलोड (download) न करें एवं क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े किसी भी तरह के फर्जीवाड़े में फंसने से बच सकें। यह तरीके इस प्रकार से हैं-

1. एप की स्टार रेटिंग (star rating) पर ध्यान दें। दरअसल, लोग ज्यादातर अधिक जैसे 5 स्टार रेटिंग वाले रिव्यू के इंप्रेशन में आकर किसी एप को डाउनलोड करते हैं। लेकिन आपको बता दें कि इस तरह की अधिकतर रेटिंग फर्जी होती है। आप कम एवं हो सके तो केवल 1 स्टार रेटिंग पर ध्यान दें।

2. किसी भी एप स्टोर (app store) पर बगैर डेवलपर (developer) की प्रोफाइल का कोई एप पब्लिश (publish) नहीं होता। यदि आप कोई एप डाउनलोड कर रहे हैं तो इसका डिस्क्रिप्शन (description) चेक कर लें। साथ ही डेवलपर की प्रोफाइल (profile) चेक कर लें। इसकी वेबसाइट (website) से जुड़ी जानकारी भी आपको यहां मिल जाएगी।

3. आप ऐसे किसी भी एप को अपने फोन में डाउनलोड न करें, जिसके बारे में आपको अधिक नहीं मालूम अथवा आपने कभी उसका तक नहीं सुना।

4. ज्यादातर फर्जी एप आपसे ऐसी एक्सेस (access) के लिए भी रिक्वेस्ट करते हैं, जिनकी उन्हें जरूरत नहीं होती। जैसे यदि कोई फाइनेंशियल एप (financial app) आपसे फोटो गैलरी का एक्सेस मांगने लगे तो सावधान हो जाएं।

क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है?

मित्रों, यह सवाल आपके मन में जरूर आ रहा होगा कि आखिर ये क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है। आपको बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी को ब्लाॅकचेन (blockchain) साफ्टवेयर के जरिये इस्तेमाल किया जाता है। यह डिजिटल करेंसी इनक्रिप्टेड (encrypted) यानी कोडेड (coded) होती है।

इसमें हर लेन-देन का डिजिटल हस्ताक्षर (digital signature) के जरिये वेरिफिकेशन होता है। क्रिप्टोग्राफी की सहायता से इसका रिकाॅर्ड रखा जाता है। इसके जरिये हुई खरीद को क्रिप्टो माइनिंग (crypto mining) कहते हैं।

हर जानकारी का डिजिटल डाटाबेस (digital database) तैयार किया जाता है। जिनके द्वारा माइनिंग की जाती है, उन्हें माइनर्स पुकारा जाता है। दावा किया गया है कि इसके कोड को काॅपी करना करीब करीब नामुमकिन है।

क्रिप्टोकरेंसी के जरिये लेन-देन कैसे होता है?

यह एक बेहद महत्वपूर्ण जानकारी है। आपको बता दें कि जब भी कोई लेन-देन यानी ट्रांजेक्शन (transaction) होता है तो इसके बारे में जानकारी ब्लाॅकचेन में दर्ज की जाती है। अर्थात उसे एक ब्लाॅक में रखा जाता है। इस ब्लाॅक की सुरक्षा एवं इंक्रिप्शन का कार्य माइनर करता है। वह एक क्रिप्टोग्राफिक राइडल को साॅल्व करके ब्लाॅक के लिए उचित हैश (hash) यानी कोड खोजता है और ब्लाॅक को सुरक्षित यानी सिक्योर (secure) कर देता है, इसे ब्लाॅकचेन से जोड़ देता है।

अब नेटवर्क में दूसरे कंप्यूटर के जरिये उसे वेरिफाई किया जाता है। इस प्रक्रिया को कन्सेंसस (consensus) यानी आम सहमति नाम दिया गया है। आम सहमति का अर्थ ही यह है कि ब्लाॅक सिक्योर हो गया है। इसके पश्चात संबंधित माइनर को क्रिप्टोकाॅइन (cryptocoin) दे दिए जाते हैं। यही कार्य का सुबूत भी होता है।

क्रिप्टोकरेंसी कितनी तरह की होती है?

यह सवाल आपके मन में जरूर आया होगा कि क्रिप्टोकरेंसी कितनी तरह की होती है। दोस्तों, आपको बता दें कि दुनिया भर में 1800 से भी अधिक क्रिप्टोकरेंसी उपलब्ध हैं। इनमें बिटकाॅइन सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है। इसके अलावा डैश (dash), रिपल (ripple), एथेरियम, लिटकाइन, डाॅगकाॅइन (dogcoin), फेयरकाॅइन, पीरकाॅइन आदि क्रिप्टोकरेंसी भी चलन में हैं।

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट से क्या अर्थ है, खरीद-बिक्री कैसे होती है?

साथियों, आपको बता दें कि क्रिप्टोकरेंसी मार्केट (crypto currency market) वह जगह है, जहां क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-फरोख्त एवं ट्रेडिंग (trading) होती है। इसे क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज (cryptocurrency exchange), डिजिटल करेंसी एक्सचेंज (digital currency exchange), काॅइन मार्केट (coin market) एवं क्रिप्टो मार्केट (crypto market) के नाम से भी जाना जाता है।

आपको बेशक जानकर आश्चर्य होगा कि क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू फिजिकल करेंसी से कुछ ज्यादा है। कुछ टाॅप क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू डाॅलर से भी हजारों गुना ज्यादा है। अब बताते हैं इसके जरिये खरीद बिक्री कैसे होती हैै।

दोस्तों, यह तो हम आपको बता ही चुके हैं कि वजीरएक्स (wazirX), जेबपे (zebpay) आदि कुछ मशहूर भारतीय कंपनियां हैं, जो इस कार्य को अंजाम दे रही हैं। इसके अलावा काॅइनस्विच कुबेर (coinswitch kuber), काॅइन डीसीएक्स गो जैसे प्लेटफाॅर्म भी हैं।

आपको बता दें कि खरीदारी के ये सभी प्लेटफाॅर्म 24×7 खुले रहते हैं। क्रिप्टोकरेंसी खरीदने अथवा बेचने के लिए आपको इन प्लेटफार्म पर साइन अप (sign-up) करना होगा। इसके पश्चात अपनी केवाईसी प्रक्रिया (kyc process) पूरी कर वाॅलेट (wallet) में मनी ट्रांसफर (money transfer) करना होगा। इसके बाद आप खरीदारी कर पाएंगे।

क्रिप्टोकरेंसी कारोबार में अनेक भारतीय कंपनियां

मित्रों, आपको बेशक यह लग रहा हो कि इस करेंसी को सरकार ने लीगल नहीं किया है तो यहां की कंपनियां इस कारोबार में नहीं होंगी, लेकिन आपका यह सोचना गलत है। आपको बता दें कि कई भारतीय कंपनियां क्रिप्टोकरेंसी बिटकाॅइन का कारोबार कर रही हैं। इनमें वजीरएक्स, यूनोकाॅइन, जेबपे आदि का नाम प्रमुख रूप से लिया जा सकता है।

क्रिप्टोकरेंसी में 2021 में भारतीय निवेशकों का निवेश 66 अरब डाॅलर पहुंचा

दोस्तों, आपको बता दें कि अप्रैल, 2020 में भारतीय निवेशकों (indian investors) का इस मुद्रा में 92 करोड़ डाॅलर का निवेश था। यह इस साल मई में बढ़कर 66 अरब डाॅलर पहुंच गया है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भारत में इस करेंसी में निवेश के लिए किस कदम निवेशकों में उद्विग्नता है।

क्रिप्टोकरेंसी में इस तरह का अनियमित उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा

क्रिप्टोकरेंसी में किस तरह का अनियमित उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा, इसकी बानगी हाल ही में कई क्वाइंस में देखने को मिली हैं। ताजा उदाहरण एआरसी गवर्नेंस टोकन (ARC governance token) नाम की अंजान क्रिप्टोकरेंसी का है। इसमें निवेश करने वाले निवेशकों की किस्मत रातों रात पलट गई।

एक दिन पहले एआरसी गवर्नेंस की कीमत एक घंटे के भीतर 28 लाख फीसदी चढ़कर 0.34 डाॅलर से बढ़कर 9,991.70 डाॅलर पहुंच गई। लेकिन निवेशकों को जश्न मनाने का अधिक मौका नहीं मिल सका। ऊंचाई पर पहुंचने के करीब घंटे भर बाद ही इसने 90 प्रतिशत बढ़त गंवा दी।

क्रिप्टोकरेंसी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सतर्क किया

मित्रों, आपको बता दें कि 18 नवंबर, 2021 को आस्ट्रेलिया (Australia) में हुए सिडनी संवाद (Sydney dialogue) को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सतर्क भी किया है। उनका कहना था कि इसे अपराधियों अथवा गलत लोगों के हाथों में पड़ने से बचाना चाहिए, अन्यथा देश के युवाओं का भविष्य बर्बाद हो जाएगा।

इस तरह की खबरें सामने आ रही थीं कि नशा, तस्करी आदि आपराधिक कृत्यों के लिए क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल किया जा रहा है। सीमा पार से हथियारों आदि की खरीद के लिए भी डिजिटल करेंसी से भुगतान किया जा रहा है। इस मुद्रा पर किसी तरह का नियंत्रण न होने से यह सक्रियता एवं चलन फल-फूल रहा है।

क्रिप्टोकरेंसी से क्या आशय है?

सामान्य शब्दों में कहें तो यह एक डिजिटल करेंसी है, जिसके जरिये आप सामान खरीद सकते हैं, उसका भुगतान कर सकते हैं, लेकिन ठोस रूप में अपने पास नहीं रख सकते।

क्या क्रिप्टोकरेंसी को भारत सरकार ने हरी झंडी दी है?

जी नहीं, क्रिप्टोकरेंसी को भारत सरकार ने हरी झंडी नहीं दी है।

क्या केंद्र सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाया है?

जी नहीं, केंद्र सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी पर बैन भी नहीं लगाया है।

क्या दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी से लेन-देन अवैध है?

जी नहीं, इसे कुछ देशों में लीगल कर दिया गया है। हालांकि अभी भी यह किसी भी देश के नियंत्रण से बाहर है।

क्या भारतीय कंपनियां भी क्रिप्टोकरेंसी के कारोबार में हैं?

जी हां, वजीरएक्स, जेबपे जैसे कई कंपनियां हैं, जो बिटकाॅइन क्रिप्टोकरेंसी के कारोबार में हैं।

क्रिप्टोकरेंसी से लेन-देन कैसे होता है?

इसके लिए उपभोक्ता को कारोबार करने वाली कंपनी के प्लेटफाॅर्म पर साइन-अप करके केवाईसी की प्रक्रिया करानी पड़ती है। इसके पश्चात वाॅलेट में मनी ट्रांसफर करनी होगी। इसके बाद आप खरीदारी कर सकेंगे।

क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू कितनी होती है?

क्रिप्टोकरेंसी की वैल्यू फिजिकल करेंसी से कहीं ज्यादा होती है। कुछ की वैल्यू डाॅलर से भी हजार गुना अधिक है।

दुनिया भर में कितनी तरह की क्रिप्टोकरेंसी है?

दुनिया भर में 1800 तरह से भी अधिक की क्रिप्टोकरेंसी चलन में है।

सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी कौन सी है?

बिटकाॅइन सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी है।

क्या फर्जी क्रिप्टोकरेंसी एप भी चलन में हैं?

जी हां, इसकी लोकप्रियता को देखते हुए कई फर्जी क्रिप्टोकरेंसी एप भी चलन में आ गए हैं। गूगल ने ऐसे 10 फर्जी क्रिप्टोकरेंसी एप प्ले स्टोर से डिलीट किए हैं।

https://www.youtube.com/watch?v=eDG_VX9IgfE

साथियों, यह थी फर्जी क्रिप्टोकरेंसी की पहचान कैसे करें? फर्जी क्रिप्टो करेंसी एप की पहचान कैसे करें? के संबंध में जानकारी। यदि आप ऐसे ही किसी जानकारी परक विषय के संबंध में अप-टू-डेट होना चाहते हैं तो अपनी बात हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बता सकते हैं। आपके प्रतिक्रिया का हमें हमेशा की तरह इंतजार है। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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