|| आईएफएस ऑफिसर कैसे बने?, IFS officer kaise bane, आईएफएस की फुल फॉर्म क्या है?, IFS officer kiske under aata hai in Hindi, आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए आयु सीमा , आईएफएस ऑफिसर की सैलरी, IFS officer full form in Hindi ||
IFS officer kaise bane : – देश में कोई आईएस बनने के लिए तैयारी कर रहा है तो कोई आईपीएस तो कोई राज्य के पेपर दे रहा है तो कोई बैंक के। किंतु इन सभी में जो पोस्ट सबसे सम्मानजनक, सुविधाजनक और बड़े पद वाली मानी जाती है वह होती है आईएफएस ऑफिसर की नौकरी (Indian forest service officer kaise bane) करना। यह एक ऐसी नौकरी है जो हर कोई पाना तो चाहता है लेकिन उसके लिए मेहनत बहुत ही ज्यादा लगती है। अब हर किसी को यह नौकरी या पद नसीब भी नहीं होता या वे इसके लायक ही नही बन पाते।
तो ऐसे में यदि आपको लगता है कि आप भारत सरकार के अंतर्गत आईएफएस ऑफिसर की नौकरी कर सकते हैं और उसकी परीक्षा को क्रैक भी कर सकते हैं तो आज हम आपके साथ इसी विषय के ऊपर ही चर्चा करने वाले हैं। आज के इस लेख को पढ़ कर आप यह जान पाएंगे कि आईएफएस ऑफिसर कैसे बने और उसके लिए क्या कुछ तैयारी की जाए। तो आइए जाने आईएफएस ऑफिसर बनने की पूरी प्रक्रिया के बारे में विस्तार से।
आईएफएस की फुल फॉर्म क्या है? (IFS officer full form in Hindi)
सबसे पहले बात करते है आईएफएस की फुल फॉर्म की तो यह अंग्रेजी भाषा के शब्दों की शोर्ट फॉर्म है। तो यदि हम आईएफएस की फुल फॉर्म की बात करे तो वह इंडियन फॉरेन सर्विस होगी जिसे अंग्रेजी में Indian Foreign Service कहा जाएगा। आईएफएस के हिंदी नाम की बात की जाये तो वह भारतीय विदेश सेवा होगी। तो इस तरह से हम आईएफएस को इंडियन फॉरेन सर्विस या भारतीय विदेश सेवा कह सकते हैं।
आईएफएस ऑफिसर कौन होते हैं? (IFS officer kon hota hai)
अब जब आपने आईएफएस के बारे में जान लिया है तो बारी है आईएफएस ऑफिसर के बारे में जानने की। तो ऐसे व्यक्ति जो भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के अंतर्गत विदेश के सचिवालय या भारतीय दूतावास में काम करते हैं उन्हें आईएफएस ऑफिसर कहा जाता है। इन अधिकारियों का कार्य विदेशों में भारत का प्रतिनिधित्व करना होता है। यह विदेश में भारत के बनाए दूतावास या सचिवालय में कार्यरत होते हैं और वहां के नियमो के अनुसार कार्य करते हैं।
जिस प्रकार भारत सरकार देश में अपना तंत्र चलाने और नीतियों का पालन करवाने के लिए आईएस व आईपीएस की नियुक्ति हर जिले, राज्य में करती हैं, ठीक उसी तरह विदेशों में भारत का प्रतिनिधित्व करने, नीतियों को बनाने इत्यादि कार्य के लिए आईएफएस ऑफिसर की नियुक्ति की जाती है।
आईएफएस ऑफिसर किसके अंतर्गत काम करते हैं? (IFS officer kiske under aata hai in Hindi)
रही बात आईएफएस ऑफिसर के काम करने वाले मंत्रालय या सरकार की तो वे पूर्ण रूप से भारत सरकार के अंतर्गत काम करते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि उन पर देश के किसी भी राज्य की राज्य सरकार का कोई भी नियंत्रण, हस्तक्षेप इत्यादि नही होता है। वे पूर्ण रूप से भारत सरकार के प्रति ही उत्तरदायी होते हैं और उसी को ही रिपोर्ट करते हैं। भारत सरकार में भी इन्हें विदेश मंत्रालय या विदेश विभाग को ही रिपोर्ट करना होता हैं।
वर्तमान में भारत के विदेश मंत्री श्रीमान सुब्रमण्यम जयशंकर जी है। तो ऐसे में वे इन्हीं को ही या इनके अधीनस्थ विदेश विभाग के सचिव व अन्य गणमान्य अधिकारियों को रिपोर्ट करते हैं। इनकी नियुक्ति, सेवा विस्तार, निलंबन, स्थानांतरण इत्यादि के आदेश भी विदेश मंत्रालय से ही जारी किये जाते हैं।
आईएफएस की परीक्षा कौन आयोजित करवाता है? (IFS exam conducted by UPSC in Hindi)
आईएफएस का एग्जाम देश का सबसे बड़ा एग्जाम माना जाता है और इसकी परीक्षा का आयोजन करवाने का उत्तरदायित्व भी देश की सर्वोच्च संस्था को दिया गया है जिसे हम संघ लोक सेवा आयोग या UPSC के नाम से जानते हैं। तो ऐसे में UPSC के द्वारा आईएफएस के लिए कोई अलग से एग्जाम नहीं आयोजित करवाया जाता है बल्कि यह आईएस, आईपीएस , आईएफएस इत्यादि का एक साथ ही एग्जाम आयोजित करवाती है। इस एग्जाम में मिले अंकों, पसंद इत्यादि के अनुसार ही चुने हुए परीक्षार्थियों को उनका पद मिल पाता है।
आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए योग्यता (IFS exam qualifications in Hindi)
आईएफएस ऑफिसर देश के लिए एक महत्वपूर्ण अधिकारी होता है जो किसी दूसरे देश में भारत देश का प्रतिनिधित्व कर रहा होता है। ऐसे में किसी भी व्यक्ति को आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए नही चुना जा सकता है और उसे एक कठिन परीक्षा के साथ साथ अन्य मापदंडों की परीक्षा से भी गुजरना होता है। ऐसे में किसी भी व्यक्ति को यदि आईएफएस ऑफिसर बनना है तो उसे इन नियमों का पालन करना होगा:
- उसे भारत देश के बारे में संपूर्ण जानकारी होनी चाहिए जैसे कि भारत देश का इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थशास्त्र इत्यादि। इसमें किसी भी तरह की कोताही नही बरती जा सकती है।
- भारत देश के साथ साथ उसे अन्य देशों के बारे में भी मूलभूत जानकारी होनी आवश्यक है। अब उसका कार्य विदेशों के सचिवालय में ही होगा, ऐसे में उस देश के बारे में जानकारी होना भी बहुत जरुरी होता है।
- भारत की विदेश नीति कैसी है, किस देश के संबंध भारत के साथ कैसे है, उस देश के साथ भारत किन रिश्तों को साँझा करता है, भारत में किन चीज़ों की मनाही है इत्यादि के बारे में जानकारी होना भी जरुरी है।
- आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए व्यक्ति विशेष के अंदर किसी भी तरह की शारीरिक बीमारी नही होनी चाहिए। हालाँकि इनमे विकलांग नही आते हैं और वे आईएफएस की परीक्षा दे सकते हैं। किंतु यदि आपको किसी भी तरह की गंभीर बीमारी हैं तो फिर आप आईएफएस ऑफिसर की परीक्षा नहीं दे सकते हैं।
- मानसिक रूप से भी पूर्ण स्वस्थ होना आईएफएस ऑफिसर बनने की लिए बहुत आवश्यक होता है। यदि आपको दिमागी तौर पर कोई बीमारी है तो भी आप आईएफएस ऑफिसर नहीं बन सकते हैं।
तो इस तरह से आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए ऊपर दी गयी बातो को ध्यान में रखकर ही आगे बढ़ेंगे तो अच्छा रहेगा अन्यथा आगे चल कर आपको बाहर कर दिया जाएगा।
आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए पात्रता (IFS exam eligibility in Hindi)
अब बात करते है आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए जरुरी पात्रता की। अभी तक आपने आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए आवश्यक योग्यता के बारे में ही जाना जबकि पात्रता इससे अलग होती है। ऐसे में यदि आप इनमे से किसी एक भी पात्रता में चूक जाते हैं तो फिर आप आईएफएस ऑफिसर नहीं बन पाएंगे।
- आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए जो सबसे पहली और जरुरी पात्रता होती है वह होती है भारत देश का नागरिक होना। अब यदि आप भारत के नागरिक नही है तो आप आईएफएस ऑफिसर नहीं बन पाएंगे। हालाँकि इसमें कुछ देश के नागरिकों को छूट दी गयी है जैसे कि नेपाल या भूटान। तो यदि आप नेपाल या भूटान के नागरिक है तो भी आप आईएफएस ऑफिसर की परीक्षा में बैठ सकते हैं।
- अब यदि आप तिब्बत से है और आप 1 जनवरी 1962 से पहले भारत देश में आ गए थे और तब से आज तक भारत में ही रह रहे हैं या आपके माता पिता वहां से हैं।
- इसमें कुछ और देशो के नागरिकों को भी छूट दी गयी है जो वहां अल्पसंख्यक थे और वहां से अपना जीवन बचा कर भारत देश में रह रहे हैं। वे देश है पाकिस्तान, म्यांमार, बांग्लादेश, अफगानिस्तान व कुछ दक्षिण अफ्रीका के देश।
- आपको किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से बारहवीं कक्षा को पास करने के साथ साथ किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या कॉलेज से किसी भी विषय में अपनी स्नातक अर्थात ग्रेजुएशन पूरी करनी होगी। यदि आप अपनी ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष में हैं तो आप आईएफएस की प्रथम परीक्षा में बैठ सकते हैं।
- इसी के साथ आपको विदेश मंत्रालय के द्वारा हर वर्ग के छात्रों के लिए बनाई गयी आयु सीमा, पेपर देने की संख्या इत्यादि का भी कठोरता से पालन करना होगा। इसके बारे में हम आपको नीचे जानकारी देंगे।
आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए आयु सीमा (IFS exam age limit in Hindi)
अब यदि आप सामान्य वर्ग से है तो आपको कोई छूट नही मिलेगी लेकिन यदि आप आरक्षित वर्ग से हैं तो आपको बहुत छूट मिलेगी। हालाँकि सभी वर्ग के परीक्षार्थियों के लिए आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए एग्जाम देने की न्यूतम आयु एक ही रखी गयी है जो कि 21 वर्ष है। वही यदि आप सामान्य वर्ग के छात्र है तो आपकी अधिकतम आयु 32 वर्ष होनी चाहिए।
वही यदि आप OBC वर्ग से आते हैं तो आपको अधिकतम आयु में 3 वर्ष की छूट मिलती है और आप आईएफएस की परीक्षा 35 वर्ष की आयु तक दे सकते हैं। वही यदि आप एससी या एसटी वर्ग से हैं तो आपको अधिकतम आयु में 5 वर्ष की छूट मिलती है जो आयु सीमा को बढ़ाकर 37 वर्ष कर देती है।
आईएफएस एग्जाम कितनी बार दे सकते हैं? (IFS exam kitni bar se sakte hai)
चूँकि आपने न्यूनतम व अधिकतम आयु सीमा के बारे में तो जान लिया और आपको यह भी पता होगा कि UPSC के द्वारा हर वर्ष आईएफएस की परीक्षा का आयोजन करवाया जाता है तो आपके मन में यह विचार आ रहा होगा की क्या आप 21 से लेकर 32 वर्ष की आयु तक हर बार आईएफएस ऑफिसर बनने की परीक्षा में बैठ सकते हैं तो आप गलत है। दरअसल भारत सरकार ने आईएफएस ऑफिसर की परीक्षा में बैठने या उसे देने की संख्या भी निर्धारित की हुई है।
यदि आप सामान्य वर्ग के छात्र है तो आप अधिकतम 6 बार ही आईएफएस ऑफिसर की परीक्षा को दे सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपने 27 वर्ष की आयु तक आईएफएस की परीक्षा को 6 बार दे दिया तो फिर आगे आप उसकी परीक्षा में नहीं बैठ पाएंगे। वही यदि आप OBC वर्ग के छात्र है तो आपको अधिकतम 9 बार बैठने दिया जाएगा तो वही एससी व एसटी वर्ग के छात्रों को उनकी अधिकतम आयु सीमा तक असीमित बार बैठने की छूट मिली हुई है।
आईएफएस एग्जाम की फीस (IFS exam cost in Hindi)
अब आईएफएस एग्जाम का फॉर्म भरने या उसकी फीस में भी आरक्षित वर्ग को छूट दी गयी है। यदि आप सामान्य वर्ग या OBC समुदाय से हैं तो आपको आईएफएस का फॉर्म भरने के लिए 100 रुपए देने होंगे। वही यदि आप एससी या एसटी वर्ग के हैं तो आप मुफ्त में यह फॉर्म भर पाएंगे। हालाँकि हर वर्ग की महिलाओं को फॉर्म के शुल्क में छूट दी गयी है और उन्हें कोई भी शुल्क नहीं देना होता है।
आईएफएस ऑफिसर कैसे बने? (IFS officer kaise bane)
तो अब तक आप आईएफएस ऑफिसर के बारे में बहुत कुछ जानकारी ले चुके हैं तो अब आपके मन में आईएफएस ऑफिसर बनने के बारे में जिज्ञासा उठ रही होगी। ऐसे में अब हम आपके साथ आईएफएस ऑफिसर बनने की पूरी प्रक्रिया के बारे में बात करेंगे ताकि आप जल्द से जल्द आईएफएस ऑफिसर बन कर देश के लिए कार्य कर सके। तो आइए जाने आईएफएस ऑफिसर बनने की संपूर्ण प्रक्रिया के बारे में विस्तार से।
किसी भी स्ट्रीम में बारहवीं पास करे
सबसे पहले तो आपको अपनी बारहवीं कक्षा को पूरा करना होगा। इसके लिए आपको किसी मान्यता प्राप्त स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी करनी होगी और वहां से आप किसी भी स्ट्रीम में बारहवीं कक्षा को पास कर ले। अब चाहे बारहवीं आपने किसी भी स्ट्रीम से की हुई हो या बारहवीं में आपके कितने भी अंक आये हो, यह मायने नहीं रखता है।
किसी भी क्षेत्र में अपनी ग्रेजुएशन पूरी करे
जब आप बारहवीं पास कर लेंगे तो उसके बाद आपको अपनी ग्रेजुएशन पूरी करनी होगी। इसके लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या कॉलेज से किसी भी क्षेत्र में अपनी स्नातक पूरी करनी होगी। फिर चाहे आप बीटेक करे या बीकॉम या बीए या अन्य कोई डिग्री। आपको बस अपनी ग्रेजुएशन पूरी करनी होगी या उसके अंतिम वर्ष में भी आप आईएफएस ऑफिसर की Prelims परीक्षा में बैठ सकते हैं।
आईएफएस ऑफिसर का फॉर्म भरे
जब आप अपनी ग्रेजुएशन पूरी कर ले या उसके अंतिम वर्ष में हो तो आप आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए निकलने वाली परीक्षा की भर्ती का फॉर्म भर सकते हैं। इसके लिए भारत सरकार के UPSC विभाग के द्वारा एक अधिसूचना जारी की जाती है। ध्यान रहे कि यह केवल आईएफएस ऑफिसर की भर्ती की परीक्षा नहीं होगी बल्कि इसमें आईएस व आईपीएस ऑफिसर की भी भर्ती होगी। तो आप इस अधिसूचना के निकलते ही उस फॉर्म को भर दे और आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए तैयारी करना शुरू कर दे।
आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए Prelims Exam देना
आईएफएस ऑफिसर बनने के अगले पड़ाव के रूप में आपको आईएफएस के तहत होने वाली Prelims परीक्षा को देना होगा। यह परीक्षा दो भागो में आयोजित करवाई जाएगी जिनका समय काल 2-2 घंटे का होगा। यह परीक्षा एक ही दिन में अलग अलग समय आयोजित करवाई जाएगी। इसमें पहले पेपर को सामान्य शिक्षा 1 कहा जायगा जिसमे 100 प्रश्न पूछे जाएंगे जो MCQ होंगे और इनमे प्रत्येक के अंक 2 होंगे। इस तरह से यह परीक्षा कुल 200 अंकों की होगी। प्रत्येक गलत उत्तर पर एक तिहाई अंक काट लिए जाएंगे।
उसी तरह आईएफएस की प्रथम परीक्षा के दूसरे सेट में सामान्य शिक्षा 2 (CSAT) की परीक्षा आयोजित करवाई जाएगी जो 2 घंटे की ही होगी लेकिन इसमें आने वाले प्रश्नों की संख्या 80 होगी। हालाँकि इनके अंकों का योग भी 200 ही होगा तो इस तरह से प्रत्येक प्रश्न 2.5 अंकों का होगा और हरेक गलत उत्तर पर एक तिहाई अंक काट लिए जाएंगे। यह सभी प्रश्न भी MCQ लेवल के होंगे।
आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए Mains Exam देना
अब यदि आप आईएफएस का Prelims एग्जाम पास कर लेते हैं तो आपको उसकी मुख्य परीक्षा में जाना होगा। यही आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए मुख्य चरण होता है जिसे पास करना बहुत ही चुनौतीपूर्ण माना जाता है। वह इसलिए क्योंकि इसमें आपकी एक या दो नहीं बल्कि कुल 9 परीक्षाएं होंगी और वो भी अलग अलग दिन और समय पर। अब यदि आप इनमे से किसी एक भी परीक्षा में फेल होते हैं तो आपको संपूर्ण चरण फिर से अगले वर्ष दोहराना होगा।
कहने का अर्थ यह हुआ कि मान लीजिए आप मैन्स एग्जाम की प्रथम 5 चरण अर्थात परीक्षाएं पास कर लेते हैं और छठी में फेल हो जाते हैं तो इसका अर्थ यह नहीं होगा की आपको छठी परीक्षा वापस देनी होगी। बल्कि आपको अगले वर्ष फिर से आईएफएस ऑफिसर बनने की Prelims परीक्षा में बैठना होगा और उसके बाद मैन्स की सभी परीक्षाएं फिर से देनी होगी। तो इस तरह से आपको प्रीलिम्स एग्जाम सहित मैन्स एग्जाम की सभी 9 परीक्षाएं एक बारी में ही बिना फेल किये हुए पास करनी होगी।
आईएफएस ऑफिसर का इंटरव्यू क्लियर करना
अब जब आप प्रीलिम्स एग्जाम सहित मैन्स एग्जाम की सभी 9 परीक्षाओं को पास कर लेते हैं तो फिर आपको अगले चरण के रूप में आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए इंटरव्यू में बैठना होगा। इस इंटरव्यू को भारत के पहले से ही कार्यरत आईएफएस ऑफिसर, भारत सरकार के अन्य अधिकारी, संघ लोक सेवा आयोग के अधिकारी इत्यादि लेंगे। उनके द्वारा आपसे किसी भी तरह का प्रश्न किया जा सकता है।
बहुत बार यह देखने को भी आता है कि एक व्यक्ति आईएफएस का प्रीलिम्स सहित मुख्य परीक्षा तो कर लेता है लेकिन इंटरव्यू में फेल हो जाता है। इस कारण उसे पूरी प्रक्रिया से वापस गुजरना होता है। इसलिए आप इंटरव्यू को बिल्कुल भी हल्के में ना ले और पूरी तैयारी के साथ ही इसके लिए जाए।
आईएफएस ऑफिसर बन कर कार्य करना
अब यदि आप आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए इंटरव्यू राउंड अर्थात अंतिम चरण को भी पास कर लेते हैं तो सबसे पहले तो आपको हमारी ओर से बहुत बहुत बधाई। तो इंटरव्यू क्लियर कर लेने के बाद समझ जाइये की आप आईएफएस ऑफिसर बन ही गए और अब बस आपको थोड़ी बहुत चीज़े पूरी करनी होगी। इसमें सबसे पहले तो आपको अपने यहां की पुलिस से सत्यापन करवाना होगा जिसमे यह देखा जाएगा की आपके ऊपर पहले से ही कोई आपराधिक रिकॉर्ड तो नही है।
अब जब आप पुलिस वेरिफिकेशन में क्लियर पाए जाते हैं तो फिर आपका मेडिकल टेस्ट लिया जाएगा और यह जांचा जाएगा की आपके अंदर शारीरिक या मानसिक रूप से कोई बीमारी तो नही है। अब यह हो जाने के बाद आपके सभी डाक्यूमेंट्स का सत्यापन किया जाएगा और उसके बाद आपको आईएफएस ऑफिसर की ट्रेनिंग पर भेज दिया जाएगा। कुछ समय की ट्रेनिंग के बाद आपको आधिकारिक रूप से आईएफएस ऑफिसर के पद पर नियुक्त कर दिया जाएगा।
आईएफएस परीक्षा का सिलेबस (IFS exam syllabus in Hindi)
ऊपर आपने जाना कि आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए आपको प्रीलिम्स व मुख्य परीक्षा देनी होगी लेकिन आपको साथ के साथ यह भी जानना चाहिए कि आपसे इन परीक्षाओं में किन किन विषयों पर प्रश्न पूछे जाएंगे। तो यह विषय होंगे:
आईएफएस ऑफिसर की प्रीलिम्स परीक्षा का प्रथम चरण का सिलेबस
इसमें आपसे निम्नलिखित विषयों पर प्रश्न पूछे जाएंगे जिनका अधिकतम योग 200 अंकों का होगा और प्रश्न 100 होंगे।
- राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय महत्व के विषय
- भारत व विदेश का भूगोल, इतिहास, अर्थव्यवस्था
- भारतीय राजनीति, संविधान, कानून, नियम, अधिकार, कर्तव्य, पंचायत इत्यादि
- सामाजिक, आर्थिक विकास, बैंकिंग प्रणाली
- पर्यावरण से संबंधित विषय
आईएफएस ऑफिसर की प्रीलिम्स परीक्षा का CSAT चरण का सिलेबस
इस परीक्षा को सामान्य ज्ञान कह तो दिया जाता है लेकिन इसमें आपसे दिमागी तौर के प्रश्न पूछे जाएंगे जो गणित, रीजनिंग इत्यादि से संबंधित होंगे। आइए जाने इसमें पूछे जाने वाले विषयों के बारे में:
- लॉजिकल रीजनिंग
- एनालिटिक्स
- कम्युनिकेशन स्किल्स
- मेंटल एबिलिटी
- संख्यातम्क प्रश्न
- डाटा इंटरप्रिटेशन
- कॉम्प्रिहेंशन इत्यादि।
आईएफएस ऑफिसर के मैन एग्जाम का सिलेबस
अब इसमें आपने जाना कि इसमें आपसे 9 विषय पर प्रश्न पूछे जाएंगे अर्थात आपकी 9 अलग अलग परीक्षाएं होंगी जो अलग अलग विषय पर आधारित होंगी। तो यह 9 परीक्षाएं होंगी:
- भारत देश की कोई भी एक मान्यता प्राप्त भाषा
- अंग्रेजी भाषा
- निबंध लेखन
- सामान्य ज्ञान प्रथम (भारतीय संस्कृति, इतिहास व विश्व का भूगोल)
- सामान्य ज्ञान द्वितीय (राजनीति, संविधान, कानून, अंतरराष्ट्रीय संबंध)
- सामान्य ज्ञान तृतीय (तकनीक, विकास, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा, प्रबंधन इत्यादि)
- सामान्य ज्ञान चतुर्थ (एथिक्स, इंटीग्रिटी)
- आपके द्वारा चुना गया प्रथम विषय
- आपके द्वारा चुना गया द्वितीय विषय
इसमें पहले तीन विषय भाषा से संबंधित होंगे जबकि अंतिम दो विषय आपके द्वारा चुने गए कोई भी दो होंगे। इन विषयों का चुनाव आप दी गयी सूची में से कर सकते हैं जो आपके द्वारा ग्रेजुएशन किये गए विषयों से संबंधित हो सकते हैं। बीच के चार विषय जो सामान्य ज्ञान से संबंधित हैं वे सामाजिक विज्ञान से संबंधित होंगे जिसमे आपसे देश विदेश से जुड़े हर तरह के प्रश्न पूछे जाएंगे।
आईएफएस ऑफिसर की सैलरी (IFS officer salary in Hindi)
अब यदि हम आईएफएस ऑफिसर को मिलने वाली सैलरी की बात करे तो उसका कोई प्रत्यक्ष आंकलन नहीं होता है। वह इसलिए क्योंकि आपकी किस देश में और किस पद पर नौकरी लग रही है उस अनुसार आपकी सैलरी में उतार चढाव देखने को मिल सकता है। तो यदि हम आईएफएस ऑफिसर को मिलने वाली शुरूआती सैलरी की बात करे तो वह 70 हज़ार से लेकर एक लाख रुपए तक की होती है। इसी के साथ उन्हें सरकारी आवास, सभी तरह के बिल, सुरक्षा, अन्य सुख सुविधाएँ इत्यादि मिलती है। वही अनुभव के साथ साथ वेतन में भी बढ़ोत्तरी होती जाती है।
आईएफएस ऑफिसर के कार्य
अंत में आप यह भी जान ले कि एक आईएफएस ऑफिसर के कार्य क्या क्या होते हैं। तो आप इस बात का अनुमान इस बात से लगा ले कि किसी भी दूसरे देश में भारत सरकार अपना एक दूतावास खोलती है। वह दूतावास उस देश में भारत सरकार व देश का पूर्ण रूप से प्रतिनिधित्व करता है। अब उस दूतावास में जो अधिकारी काम करता है उसे ही आईएफएस ऑफिसर कहा जाता है। ऐसे में एक आईएफएस ऑफिसर का कार्य दूसरे देश में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना और उस देश से जुड़े भारत के सभी कार्य करना होता है।
आईएफएस ऑफिसर कैसे बने – Related FAQs
प्रश्न: IFS का क्या काम होता है?
उत्तर: IFS का काम दूसरे देश में भारत देश का प्रतिनिधित्व करना होता है।
प्रश्न: आईएफएस अधिकारी कितना कमाते हैं?
उत्तर: आईएफएस अधिकारी लाखों में कमाते हैं।
प्रश्न: आईएफएस परीक्षा कौन दे सकता है?
उत्तर: कोई भी स्नातक पास भारतीय नागरिक जिसकी आयु 32 वर्ष से कम है, वह आईएफएस परीक्षा दे सकता है।
प्रश्न: ifs में नौकरी कैसे प्राप्त करें?
उत्तर: ifs में नौकरी प्राप्त करने की संपूर्ण प्रक्रिया हमने आपको इस लेख के माध्यम से दी है।
इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने जान लिया कि एक आईएफएस ऑफिसर कौन होता है, उसकी क्या योग्यता व पात्रता होती है, आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए क्या कुछ करना पड़ता है और उसकी सैलरी व कार्य क्या होते हैं इत्यादि।