Import Export Business in Hindi:- क्या आप इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस कर बहुत सारा पैसा कमाना चाहते हैं तो आज हम आपको उसी के बारे में ही (Import Export business kaise kare in Hindi) बताने वाले हैं। दरअसल यह एक ऐसा बिज़नेस ही जो चलता नही है बल्कि दौड़ता है। आजकल सभी जगह लोग सभी तरह की चीज़ों की खरीदारी करते हैं। अब एक ही शहर में तो सभी तरह की चीज़े बन नही सकती हैं और यदि बन भी सकती हैं तो दुनिया के सभी लोग केवल (Import Export ka business kaise kare) उसी शहर में तो रहते नही होंगे।
तो ऐसे में इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस कर पैसे कमाए जाते हैं। तो यदि आप भी इसी बिज़नेस (Import Export business ideas in India in Hindi) में अपना भाग्य चमकाना चाहते हैं तो बहुत ही बढ़िया बात होगी। आज हम आपको इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिज़नेस (Import Export ka business kaise shuru kare) के बारे में ही विस्तार से जानकारी देने वाले हैं। आइए जाने किस तरह से आप अपना इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस कर पाएंगे।
इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस क्या है (Import Export business meaning in Hindi)
इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस करने से पहले आप यह जान ले कि आखिर यह बिज़नेस होता क्या है और इसके अंतर्गत किस तरह का काम किया जाता है। तो आपने कभी समाचार पत्रों में पढ़ा होगा कि माल लेकर जाते हुए ट्रक को पकड़ा क्योंकि उसके पास लाइसेंस नही था। या फिर दिल्ली में माल भरकर ट्रक ले जाने की एंट्री रात को 11 बजे के बाद ही मिलेगी ताकि यातायात (Import Export ka matlab kya hota hai) सही तरीके से काम कर सके। तो आखिरकार यह माल भरे हुए ट्रक होते क्या हैं?
तो आज हम आपको बता दे कि यह माल भरे हुए ट्रक ही इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का काम करते हैं। अब इसमें किस तरह का माल है यह आपके द्वारा या उस व्यक्ति के द्वारा किये जा रहे बिज़नेस पर निर्भर करता है। इसमें फल भी हो सकते हैं, कपड़े भी या इलेक्ट्रॉनिक्स का सामान भी या ऐसा कोई भी सामान जो हम इस्तेमाल करते हैं या हमारे उपयोग में आता है।
इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस क्यों जरुरी होता है
अब इसे हम एक उदाहरण देकर आपको समझाते हैं। एक दूर शहर या राज्य या देश में शैम्पू की कोई कंपनी काम करती हैं और वहां पर उस शैम्पू का निर्माण किया जाता हैं। तो उस शैम्पू को आपके शहर में हर किराने की दुकान पर या स्टोर पर रखा जाता हैं। तो अब वह शैम्पू की कंपनी अपना माल कैसे पहुंचाएगी? क्या आपको लगता हैं कि वह कंपनी अपना माल एक एक शैम्पू को बोतल करके या फिर एक एक किराने की दुकान के लिए अलग अलग वाहन से पहुंचाएगी या फिर उसे एक बारी में ही ट्रक में भर कर पहुंचा देगी।
तो इसके लिए शैम्पू की कंपनी के द्वारा एक इम्पोर्ट एक्सपोर्ट करने वाले व्यक्ति के साथ समझौता किया जाता हैं जो उस कंपनी का सारा माल विभिन्न शहरों तक पहुँचाने का काम करता हैं। अब वह व्यापारी उस कंपनी का सामान संबंधित शहरों तक पंहुचा देता है और बदले में उसको पैसा मिलता है। तो इस तरह से उस कंपनी का काम भी हो गया और इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस भी चल पड़ा।
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तो अब आप समझ गए होंगे कि जिस भी जगह किसी कंपनी के द्वारा अपने उत्पाद का निर्माण कार्य करवाया जा रहा हैं, वह विभिन्न तरह के इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिज़नेस के द्वारा अपना माल अलग अलग शहरों, राज्यों व देश तक पहुंचाती हैं।
इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिज़नेस के प्रकार (Import Export business types in Hindi)
अब आपको यह भी जान लेना चाहिए कि इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस किस तरह से होता हैं या उसके क्या क्या प्रकार हैं। दरअसल यह इसकी सीमाओं के आधार पर तीन भागों में वर्गीकृत किया जाता हैं। आइए इसके तीनो प्रकारों के बारे मे जाने।
- एक ही राज्य में इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस
अब यदि कोई चीज़ राजस्थान के किसी शहर में बन रही हैं और उसको राजस्थान के किसी अन्य शहर में पहुँचाना हो तो यह इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिज़नेस के पहले प्रकार में आएगा। साथ ही यह इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिज़नेस का सबसे सरल रूप भी कहा जाएगा जिसके लिए कोई बड़ी कानूनी प्रक्रिया का पालन नही करना होता हैं और ना ही लाइसेंस लेने की आवश्यकता होती है। तो इस प्रकार का इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस बहुत आसानी के साथ किया जा सकता हैं।
- एक से दूसरे राज्य में इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस
इस तरह के इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिज़नेस में आपको एक राज्य का माल दूसरे राज्य में पहुँचाना होता है। ज्यादा इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस करने वालो को यही काम मुख्य रूप से करना होता है। क्योंकि एक समय एक बाद कंपनी अपना विस्तार करना चाहती हैं और इसके लिए उसे अपना माल दूसरे राज्ये के शहरों तक भी पहुँचाना होता हैं। उदाहरण के रूप में यदि कोई कंपनी उड़ीसा में अपना मॉल बना रही हैं और उसे महाराष्ट्र पहुँचाना हो तो उसे इस तरह के इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिज़नेस का सहारा लेना पड़ेगा। इसके लिए ज्यादा लाइसेंस लेने पड़ते हैं।
- एक देश से दूसरे देश में इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस
यह इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस करने में सबसे बड़ा काम माना जाता हैं जो दो देशो के बीच में जुड़ा हुआ होता है। एक तरह से यह केवल दो कंपनियों या दो इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस करने वाले लोगों के बीच का ही मामला नही रह जाता हैं बल्कि यह दो देशों के बीच का भी मामला हो जाता हैं। तो इसके लिए दोनों देशों के कानूनों का पालन करते हुए सभी तरह के दस्तावेज, लाइसेंस, पासपोर्ट इत्यादि डाक्यूमेंट्स की आवश्यकता पड़ती हैं। इसे करने के लिए आपको भारतीय सरकार व भारतीय सेना से भी अनुमति लेनी होती हैं।
इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस करने के लिए रजिस्ट्रेशन (Import Export business license)
अब यदि आप इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस करने जा रहे हैं तो उसके लिए आपको कई तरह के रजिस्ट्रेशन करवाने होंगे। एक तरह से कहा जाये तो आपको कई तरह के लाइसेंस लेने होंगे और उनको लेने के बाद ही आप आगे का काम कर पाएंगे। अब यह इस बात पर निर्भर करता हैं कि आप किस तरह के इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस करने जा रहे हैं, क्या वह राज्य से राज्य में हैं या केवल एक राज्य तक ही सीमित हैं या आप दूसरे देश में माल भिजवाना चाहते हैं।
तो उसी के आधार पर आपके द्वारा लिए जाने वाले लाइसेंस और डाक्यूमेंट्स की संख्या में वृद्धि देखने को मिलेगी। साथ ही आपको संबंधित विभाग से भी अनुमति लेनी होगी। एक तरह से आप सभी तरह की कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए ही आगे बढ़े अन्यथा बीच रास्ते में आपका माल से भरा हुआ ट्रक रोक लिया जाएगा और उस पर भारी जुर्माना लगा दिया जाएगा। ऐसे स्थिति में आपको जिन जिन डाक्यूमेंट्स और लाइसेंस की आवश्यकता पड़ सकती हैं, वे हैं:
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड
- MSME लाइसेंस
- इम्पोर्ट एक्सपोर्ट लाइसेंस
- GST नंबर
- TIN नंबर
- ट्रेडिंग लाइसेंस
- संबंधित विभाग से NOC
- शॉप एक्ट पंजीकरण
- बैंक खाता
- ऑनलाइन बैंकिंग
- RCMC प्रमाण पत्र इत्यादि।
तो आप इसमें पता कर लीजिए कि आपको किन किन डाक्यूमेंट्स को लेने की आवश्यकता पड़ेगी। इन्हें लेने के बाद ही आप इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का काम शुरू करेंगे तो ज्यादा बेहतर रहेगा।
इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस कैसे शुरू करे (Import Export Business in Hindi)
अब यदि आप यह जान चुके हैं कि आप इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस शुरू करने के लिए कहां से शुरुआत करेंगे तो आइए इसे शुरू किया जाए। इसके लिए सबसे जरुरी बात जो आपको जाननी आवश्यक हैं वह है बिज़नेस का प्रकार चुनना क्योंकि वही आपके द्वारा आगे काम किये जाने पर निर्भर करेगा। आइए जाने चरण दर चरण इस प्रक्रिया के बारे में।
#1. किस उत्पाद को इम्पोर्ट एक्सपोर्ट करना है
अब ऐसे हजारों उत्पाद होंगे जिनकी एक जगह से दूसरी जगह डिलीवरी की जाती है। तो ऐसे में आपको यह देखना होगा कि आप किस उत्पाद की एक जगह से दूसरी जगह पर डिलीवरी करने वाले हैं। इसके लिए आपको यह भी देखना होगा कि आप किस जगह पर इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप जहाँ रहते हैं या जिस जगह पर इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस करने जा रहे हैं वहां पर आपको किस कंपनी का सामान इम्पोर्ट एक्सपोर्ट के लिए मिल सकता हैं। तो पहले उसकी सूची बनाए और तभी आगे बढ़ें।
#2. कंपनी से संपर्क कर डील पक्की करे
अब आपने जिस भी कंपनी के सामान का इम्पोर्ट एक्सपोर्ट करने का निर्णय लिया हैं उससे संपर्क करे। यह आवश्यक नही कि आप केवल एक ही कंपनी का काम करे। आप अपनी क्षमता के अनुसार एक से अधिक कंपनियों का काम भी पकड़ सकते हैं। तो आप उतना काम पकड़ सकते हैं जितना काम करने की क्षमता आपके अंदर है। तो अब आप संबंधित कंपनी से मीटिंग फिक्स करे और उनसे उनकी सब आवश्यकताएं समझ ले ताकि बाद में किसी तरह की समस्या ना हो।
#3. इम्पोर्ट एक्सपोर्ट के बिज़नेस का प्रकार निर्धारित करे
अब जब आपने उत्पाद का चयन कर लिया हैं और कंपनी के साथ मीटिंग भी फिक्स कर ली हैं तो अगला चरण यह हैं कि आप इम्पोर्ट एक्सपोर्ट के किस चरण का बिज़नेस करने वाले हैं। क्या वह केवल आपके राज्य में ही डिलीवर होगा या फिर वह राज्य से बाहर जाएगा या उसे दूसरे देश में भिजवाना होगा। यह इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिज़नेस का एक बहुत ही महत्वपूर्ण चरण हैं क्योंकि इसी से आपका काम आगे कैसा होगा और कैसा नही और आपको कितना कमीशन मिलेगा, यह सब कुछ इसी पर ही निर्भर करेगा।
#4. इम्पोर्ट एक्सपोर्ट बिज़नेस के लिए सभी लाइसेंस ले ले
अब जब आप यह फिक्स कर चुके हैं कि आप अपने माल को किस शहर या राज्य में डिलीवर करने वाले हैं या मंगवाने वाले हैं तो आपको संबंधित लाइसेंस भी लेने होंगे। अब यदि आप अपना माल गुजरात भेजना चाहते हैं तो आपको गुजरात का तो लाइसेंस लेना ही होगा बल्कि साथ के साथ आपका ट्रक जिस जिस भी राज्य से होकर गुजरेगा वहां के राज्यों के भी लाइसेंस लेने होंगे। तो आप सब कानूनी प्रक्रियाओं को पहले ही पूरा कर लेंगे तो बेहतर रहेगा।
#5. ट्रक इत्यादि वाहनों की व्यवस्था करे
अब आपका माल जिसमे जाना होगा उसके लिए वाहनों की व्यवस्था भी तो करनी होगी। तो आप किसी ट्रक कंपनी या वाहन कंपनी के साथ समझौता कर सकते हैं और उनसे ट्रक किराये पर ले सकते हैं। बाद में जब आपका बिज़नेस चल पड़े तो आप उन ट्रक को खरीद भी सकते हैं। ट्रक लेते समय आप उसकी संपूर्ण जांच भी करवा ले क्योंकि यदि ट्रक के कागजात अधूरे है या उसका प्रदूषण प्रमाण पत्र या कोई अन्य जरुरी कागज नही बना हुआ हैं तो उसका चालान भी हो सकता हैं। तो इसके बारे में पहले से ही जांच पड़ताल कर लेंगे तो बेहतर रहेगा।
#6. इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस करने के लिए कर्मचारी
अब आप इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का जो बिज़नेस करेंगे तो उसके लिए कर्मचारियों की व्यवस्था भी तो करनी पड़ेगी। यही कर्मचारी उस कंपनी से सामान को लाने और उसे लोड, अनलोड करने का काम करेंगे। तो आपको ऐसे कुशल कर्मचारियों का चयन करना होगा जो आपके बिना भी यह काम कुशलता के साथ कर सके। आप चाहे तो उन्हें अच्छे से ट्रेनिंग भी दे सकते हैं। ताकि वे अपना काम कुशलता के साथ कर सके और आपके बिज़नेस को आगे बढ़ा सके।
#7. गोदाम की व्यवस्था
अब यदि आप इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस करेंगे तो यह शुद्ध रूप से कंपनी के द्वारा बनाए जा रहे बहुत ज्यादा माल से जुड़ा होगा जिसे आपको ट्रक में भर भर कर एक शहर से दूसरे शहर में भेजना होगा। तो इस सामान को रखने के लिए आपको एक गोदाम की व्यवस्था भी करनी पड़ेगी। साथ ही यदि आप एक से अधिक कंपनी का काम कर राहे हैं तो आपको उसके लिए अलग अलग जगह की व्यवस्था करनी होगी। साथ ही आपको सामान की सुरक्षा का उत्तरदायित्व भी संभालना होगा।
#8. इम्पोर्ट एक्सपोर्ट के ट्रक चलाने के लिए कुशल ड्राईवर
अब आपका सामान एक ट्रक में भर कर दूसरे शहर में कौन लेकर जाएगा? उसके लिए आपको ड्राईवर की भी व्यवस्था भी करनी होगी। इन्हीं ड्राईवर के ऊपर ही आपका माल एक शहर से दूसरे शहर में पहुँचाने का उत्तरदायित्व होगा। तो अब आपको ट्रक की संख्या के हिसाब से ड्राईवर का चयन करना होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप शुरुआत में 10 ट्रक लेकर काम कर रहे हैं तो आपको उन्हें चलाने के लिए 10 ड्राईवर भी रखने होंगे।
#9. दूसरे शहर तक माल को सुरक्षित पहुँचाना
अब इसके बाद आपका अगला उद्देश्य होगा कि दिए गए माल का उसके गंतव्य स्थल तक सुरक्षित तरीके से पहुंचा देना। अब यह मायने नही रखता कि आप उसे दूसरे शहर में उसी कंपनी के ऑफिस में पहुंचा रहे हैं या उसके डीलर के पास या किसी अन्य व्यक्ति के पास। आपको बस उस कंपनी के द्वरा बताये गए पते पर उस माल की डिलीवरी कर देनी होगी। तब आपका काम एक तरह से ख़त्म हो जाएगा।
#10. कंपनी को रिपोर्ट करना और अपना कमीशन लेना
अब जब आपने कंपनी का माल उसकी जगह तक सुरक्षित पहुंचा दिया हैं तो आपको इसके बारे में कंपनी को सूचित कर देना होगा। कंपनी इसके बारे में अपनी ओर से भी पुष्टि कर लेंगी और सामान को चेक करने के बाद आपको उस माल को पहुँचाने का कमीशन दे दिया जाएगा। तो इस तरह से आप अपना इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस करके पैसे कमा पाएंगे।
इम्पोर्ट एक्सपोर्ट के बिज़नेस में सावधानियां (Import Export ka business karte samay savdhani)
अब यदि आप एक कंपनी का सामान एक शहर से दूसरे शहर में पहुंचा रहे होंगे तो उसके लिए आपको कई चीज़ों को ध्यान में रखकर चलना होता आगे ताकि आगे चलकर किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े। यदि आप पहले से ही सतर्क रहेंगे तो आगे चलकर कोई समस्या नही होगी और आप अच्छी खासी कमाई भी कर पाएंगे।
- सबसे पहले तो माल की सुरक्षा करना आपका उत्तर दायित्व होगा। एक कंपनी बहुत ही जिम्मेदारी के साथ अपना माल आपको एक जगह से दूसरे जगह पहुँचने का भार सौंपती हैं। तो आपको उसे भलीभांति निभाना भी होगा अन्यथा कंपनी के द्वारा आपसे इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का काम लेकर किसी अन्य व्यक्ति को दे दिया जाएगा।
- आपको अपने ड्राईवर का चुनाव बहुत ही सोच समझ कर करना होगा। यदि ड्राईवर सही नही हैं तो इससे ना केवल आपका बल्कि आपकी कंपनी का नाम भी ख़राब होगा। तो ड्राईवर का चुनाव करते समय उनके सभी डाक्यूमेंट्स की अच्छे से जांच कर लेंगे तो बेहतर रहेगा।
- कंपनी के द्वारा सामान की जैसे भी पैकिंग की जा रही हैं, उसे खोले नही और ना ही उसके साथ किसी भी तरह की धोखाधड़ी करे। इससे आपकी छवि ही ख़राब होगी और आपको काम मिलना बंद हो जाएगा।
- जितना हो सके तकनीक का इस्तेमाल करेंगे तो बेहतर रहेगा। जैसा कि माल कब अनलोड हुआ और कब लोड हुआ, इसके बारे में ऑनलाइन अपडेट रखना, उसकी वीडियोग्राफी करना इत्यादि। यह आपके बिज़नेस को सुचारू रूप से चलाने में मदद करेगा।
- गोदाम में जहाँ भी माल रखा हुआ हैं उस जगह भी उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करे। यदि वह चीज़ किसी के संपर्क में आने पर ख़राब हो सकती हैं तो उसका भी ध्यान रखेंगे तो बेहतर रहेगा।
इम्पोर्ट एक्सपोर्ट के बिज़नेस में फायदे (Import Export business benefits in Hindi)
अब यदि आप इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस करने का सोच ही रहे हैं तो आपको यह भी पता होना चाहिए कि इस बिज़नेस को करके आपको क्या क्या फायदे हो सकते (Import Export ke business se fayde) हैं या आप इसके जरिये किस तरीके से कमाई सकते हैं और अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इम्पोर्ट एक्सपोर्ट के बिज़नेस में काम करने के क्या क्या फायदे मिलते हैं।
- सबसे पहला फायदा तो यही हैं कि इस बिज़नेस में कभी भी मंदी नही आ सकती हैं। बल्कि समय के साथ साथ यह बिज़नेस बढ़ता ही चला जाता हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि लोगों को सभी तरह के सामान की आवश्यकता होती हैं और यदि वह सामान उन तक पहुँचाना हैं तो इसके लिए इम्पोर्ट एक्सपोर्ट के बिज़नेस की ही जरुरत पड़ती हैं।
- इसमें शुरुआत में अवश्य ही आपको कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा लेकिन धीरे धीरे आप इस काम में एक्सपर्ट हो जाएंगे। फिर आप घर बैठे ही केवल फोन के माध्यम से ही सब काम कर पाएंगे और आपको इसके लिए कही जाने की भी जरुरत महसूस नही होगी।
- बहुत दिनों तक इस बिज़नेस में बने रहने से आपके कॉन्टेक्ट्स भी अच्छे बन जाते हैं। आपके साथ काम कर रहे व्यक्ति भी अनुभवी हो जाते हैं जिनके द्वारा आपका सारा काम कर दिया जाएगा। इससे आपका बोझ कम हो जाएगा और कमाई बढ़ जाएगी।
- इसी के साथ अनुभव बढ़ता रहेगा और आपका काम देखकर कंपनी के द्वारा आपको और काम दिया जाएगा। इस तरह से आप अपने इस काम को और ज्यादा बढ़ा पाएंगे पर एक दिन यही ट्रक 10 से बढ़कर 100 या हज़ार हो जाएंगे।
- कंपनी के द्वारा आपको मिलने वाला कमीशन भी बढ़ाया जा सकता हैं क्योंकि वे अपने साथ ज्यादा समय तक जुड़े रहने वाले लोगों को अपने साथ बनाए रखने के लिए उन्हें ज्यादा कमीशन देती हैं।
- जैसे जैसे आपकी आय बढ़ती जाए वैसे वैसे ही आप अपने ट्रक की संख्या में बढ़ोत्तरी करते जाए और बाकि कंपनियों का कम भी पकड़ते चले जाए। इससे आपकी आय दिन रात बढ़ती चली जाएगी।
- इसी बिज़नेस में बने रहने से आपके अलग राज्य के व्यापारियों के साथ भी संपर्क बन जाएंगे। ऐसे में आप वहां से अपने ट्रक खाली मंगवाने की बजाए उनका सामान अपने यहाँ मंगवा कर अपनी आय डबल कर सकते हैं।
- आपके सरकारी अधिकारियों के साथ भी समय के साथ साथ अच्छे संपर्क बन जाएंगे और वे आपके काम में आपका सहयोग देंगे। इस तरह से इस काम में आने वाली कानूनी अड़चने भी दूर हो जाएगी।
इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस कैसे करे – Related FAQs
प्रश्न: विदेशों में अपना माल कैसे बेचे?
उत्तर: विदेशों में अपना माल बेचने के लिए आपको दोनों देशों की सरकारों से लाइसेंस लेने होंगे और उसके बाद ही आप एक देश से दूसरे देश में माल बेच पाएंगे।
प्रश्न: एक्सपोर्ट बिजनेस क्या है?
उत्तर: एक्सपोर्ट बिजनेस के अंतर्गत आप दूसरी जगह से अपने यहाँ माल को मंगवाते हैं।
प्रश्न: आयात निर्यात कैसे होता है?
उत्तर: आयात निर्यात करने के लिए लाइसेंस लेकर ट्रक के जरिये सामान को इधर से उधर भेजा जाता है।
प्रश्न: भारत से निर्यात कैसे करें?
उत्तर: भारत से निर्यात करने के लिए पहले ट्रेडिंग लाइसेंस, पैन कार्ड, आवश्यक रजिस्ट्रेशन करवा ले और उसके बाद आयात निर्यात का व्यापार शुरू करे।
तो इस तरह से आप इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस कर बहुत सारा पैसा कमाना शुरू कर सकते हैं। तो आज आपने जान लिया कि इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का बिज़नेस कैसे शुरू किया जा सकता है, उसके लिए आपको किन किन डाक्यूमेंट्स व लाइसेंस की जरुरत पड़ेगी और आप उसके लिए क्या क्या कर सकते हैं। साथ ही इम्पोर्ट एक्सपोर्ट के बिज़नेस से आप किस तरह से कमाई कर सकते हैं और उससे आपको क्या क्या फायदा मिलेगा इत्यादि।