फोन पर धमकी देने पर कौन सी धारा लगेगी? IPC 507 In Hindi

|| फोन पर धमकी देने पर कौन सी धारा लगेगी | What is the section for threatening on the phone फोन पर सबसे अधिक कौन सी धमकी दी जाती है? | क्या फोन पर धमकी देना अपराध है? ||

फोन के सर्व सुलभ होने के बाद लोगों को आपस में बेशक किसी भी वक्त एक दूसरे से बातचीत की सुविधा हो गई है, लेकिन इसने कई मुसीबतों को भी जन्म दिया है। कई बार शरारती तत्व फोन का नाजायज इस्तेमाल करके उस पर लोगों को डराने-धमकाने का काम करते हैं। हाल ही में फोन पर मशहूर उद्योगपति मुकेश अंबानी, अभिनेता अमिताभ बच्चन एवं धर्मेंद्र के घरों को उड़ाने की धमकी दी गई। कर्ज वसूली के लिए एजेंटों को भी लोगों को फोन पर डराते धमकाते देखा जा सकता है।

कई युवा प्रेम में असफल होकर या धोखा खाकर अथवा अपना प्रस्ताव न माने जाने पर अपने प्रेमी-प्रेमिका को फोन पर धमकी देने से नहीं चूकते। कई मामलों में स्थिति गंभीर हो जाती है। क्या फोन पर धमकी देना अपराध है? फोन पर सबसे अधिक कौन सी धमकी दी जाती है? फोन पर धमकी देने पर कौन सी धारा लगती है? फोन पर धमकी देने वाले के खिलाफ शिकायत कैसे दर्ज कराई जा सकती है? जैसे अनेक बिंदुओं पर आज इस पोस्ट में हमको जानकारी देंगे। आइए शुरू करते हैं-

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फोन पर धमकी का क्या अर्थ है? (What is the meaning of threatening on phone?)

मित्रों, सबसे पहले धमकी का अर्थ जान लेते हैं। किसी भी व्यक्ति को डराकर या फंसाकर कोई काम कराने के लिए कही जाने वाली बात धमकी कहलाती है। इसे फोन पर कहा जाता है तो यह फोन पर धमकी देना (threatening on phone) कहलाता है। धमकी अक्सर अपमानित किए जाने वाली अथवा अक्खड़ भाषा में दी जाती है।

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क्या फोन पर धमकी देना अपराध है? (is it a crime to threaten on phone?)

अपनी कोई बात न माने जाने पर, कोई काम पूरा ना होने पर अथवा बदला लेने के लिए किसी को फोन पर धमकी देना अब इस तरह से आम हो चुका है कि लोगों को यह लगता ही नहीं कि यह कोई अपराध भी है। लेकिन दोस्तों, आपको बता दें कि कानून की नजर में यदि किसी को फोन पर धमकी दी जाती है तो वह आपराधिक अपराध (criminal offence) की श्रेणी में आता है। इसके लिए बाकायदा भारतीय दंड संहिता (indian penal code) यानी आईपीसी (IPC) में व्यवस्था दी गई है।

फोन पर सबसे अधिक कौन सी धमकी दी जाती है? (How one is threaten most on phone?)

दोस्तों, यदि पुलिस रिकॉर्ड की बात करें तो फोन पर सबसे अधिक बम से उड़ाने की धमकी दी जाती है। ऐसी धमकियां अधिकांशतः किसी एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, पुलिस कार्यालय, सरकारी कार्यालय अथवा किसी मशहूर हस्ती के बंगले को बम से उड़ाने से संबंधित होती हैं। यह धमकी देने वालों का उद्देश्य बड़ी संख्या में लोगों को डराना होता है।

यद्यपि जांच के बाद अधिकांश मामलों में सामने आया है कि फलां व्यक्ति मंदबुद्धि या सिरफिरा था। अथवा किसी मशहूर हस्ती के किसी कार्य अथवा बयान से उसके मन को ठेस पहुंची थी, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया। इसके अतिरिक्त किसी को जान से मारने यानी हत्या की धमकी, किसी पर एसिड फेंक देने की धमकी, किसी को जेल पहुंचाने की धमकी, जबरन पैसा वसूली की धमकी आदि से जुड़े मामले भी काफी संख्या में सामने आते हैं।

मित्रों, यहां आपको यह जानकारी भी दे दें कि फर्जी बम धमकी वाले कॉल को ट्रैक करने के बाद पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर दोषी को गिरफ्तार किया जाता है। यहां तक कि हवाई अड्डे पर फर्जी बम विस्फोट की धमकी के खिलाफ विमानन सुरक्षा ब्यूरो द्वारा अब आजीवन कारावास (lifetime imprisonment) की सजा पर भी विचार किया जा रहा है।

फोन पर धमकी पर कौन सी धारा लगेगी? (What is the section on threatening on phone?)

दोस्तों, यह तो हम आपको बता ही चुके हैं कि फोन पर धमकी देना एक आपराधिक अपराध है। इसके लिए भारतीय कानून में व्यवस्था भी की गई है। यदि धारा (section) की बात करें तो आपको बता दें कि फोन पर धमकी देने पर ऐसा करने वाले के खिलाफ भारतीय दंड संहिता यानी आईपीसी (IPC) की धारा 506 के तहत कार्यवाही की जाती है।

धारा 506 में फोन पर धमकी देने वाले के खिलाफ क्या प्रावधान किया गया है? (What is the provision in section 506 for the person threatening on phone?)

साथियों आपको जानकारी दे दे की यदि किसी व्यक्ति पर फोन पर धमकी देने में धारा 506 लगाई जाती है तो आरोप सिद्ध होने पर संबंधित व्यक्ति को 2 वर्ष तक की कैद या जुर्माना या दोनों सजाएं साथ-साथ भुगतनी होंगी। दोस्तों यदि कोई व्यक्ति किसी को फोन करके उसे गंभीर चोट पहुंचाने, जान से मारने, आग से संपत्ति को नष्ट करने आदि की धमकी देता है तो उसे 7 साल तक का कठोर कारावास तजवीज किया जा सकता है।

साथियों, यहां आपको लगे हाथों यह भी जानकारी दे दें कि यह कानून पुरुष एवं महिला दोनों के लिए समान है। इसका अर्थ यह है कि ना केवल महिला बल्कि पुरुष भी फोन कॉल करके उन्हें धमकी देने वाले के खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकते हैं।

यदि कोई फोन पर धमकी दे तो क्या करें? (What to do when someone is threatening on phone?)

अब हम आपको बताएंगे कि यदि कोई आपको फोन पर धमकी देता है तो आप क्या कर सकते हैं। दोस्तों सबसे पहली बार किसी के भी फोन पर धमकाने पर आप कानूनी सहायता प्राप्त कर सकते हैं और इसके लिए आपको धमकी भरी एक कॉल ही काफी है। आप इन नंबरों से पुलिस सहायता प्राप्त कर सकते हैं-

100 नंबर डायल कर पुलिस की मदद लें – मित्रों, इस नंबर को तो आप जानते ही होंगे। आमतौर पर स्त्री पुरुष दोनों किसी भी प्रकार की पुलिस सहायता के लिए इस नंबर को डायल करते हैं। यदि आपको कोई एक फोन पर ऐसी धमकी भरी कॉल आ रही है जिससे आपके मन में दहशत पैदा हो गई है तो आप बेखटके सो नंबर डायल कर सकते हैं। यहां आपको पुलिस को फोन करने वाले का ब्योरा देना होगा। पुलिस फोन करने वाले को ट्रेस करके उसे पकड़ेगी।

181 नंबर डायल कर सहायता प्राप्त करें – दोस्तों, इस हेल्पलाइन को अभयम हेल्पलाइन का नाम दिया गया है। इस हेल्पलाइन की शुरूआत विशेष तौर पर महिलाओं के लिए की गई है। हेल्पलाइन पर की गई कॉल्स का जवाब महिला काउंसलर देती है। यदि किसी कोई महिला फोन पर धमकी की शिकायत करती है तो हेल्पलाइन सेंटर द्वारा संबंधित व्यक्ति का नाम पुलिस को भेजा जाता है। पुलिस धमकी देने वाले को ट्रैक करती है और उसे सख्त कार्रवाई की चेतावनी देती है। यदि वह नहीं मानता तो उसके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई जाती

पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करें – यदि कोई आपको कुछ कुछ समय के बाद फोन पर धमकी भरे कॉल कर रहा है तो आप कतई लापरवाही ना करें। सीधे अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में जाकर इस संबंध में शिकायत करें। यदि धमकी भरे कॉल लगातार जारी रहते हैं तो अपने नजदीकी थाने में एफआईआर दर्ज करा सकते हैं। आपको बता दें दोस्तों कि फोन पर धमकी की शिकायतों पर पुलिस ऐसे फोन करने वाले को रोकने व ऐसा न करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चुनौती दे सकती है। इसके अतिरिक्त पुलिस फोन नंबर सेवा प्रदाता (service provider) से मदद लेकर जांच शुरू कर सकती है। धमकी देने वाले को गिरफ्तार (arrest) कर सकती है।

निजी पुलिस सुरक्षा हायर करें -मित्रों, यदि आपको कोई जान से मारने अथवा आपकी प्रापर्टी के नुकसान की धमकी दे रहा है तो आप पुलिस में शिकायत के साथ ही निजी पुलिस सुरक्षा के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। यह बात दीगर है कि इसके लिए आपके द्वारा पुलिस को एक निर्धारित शुल्क (fee) का भुगतान (payment) की आवश्यकता होगी।

यदि पुलिस फोन पर धमकी से संबंधित शिकायत दर्ज करने से इंकार करे तो क्या करें? (What to do if police Denise to register complaint of threatening on phone?)

दोस्तों, कई बार यह भी होता है कि पुलिस फोन पर धमकी दिए जाने संबंधी मामले को गंभीरता से न लेते हुए आपकी एफआईआर दर्ज करने से इंकार कर देती है। ऐसे में यह फोन पर धमकी भरे कॉल के शिकार के लिए काफी मुश्किल में डालने वाला होता है। दोस्तों, यदि आपके साथ भी ऐसा ही हो रहा है और पुलिस

आपकी एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर रही है तो आप निरीक्षक यानी इंस्पेक्टर (inspector) के खिलाफ अपनी शिकायत एसपी (SP), डीआईजी (DIG) या आईजी (IG) (आईजीपी) से शिकायत कर सकते हैं। यदि आप चाहें तो अपनी शिकायत उन्हें पंजीकृत डाक यानी रजिस्टर्ड पोस्ट (registered post) से भी भेज सकते हैं। यदि तब भी आपकी बात न सुनी जाए तो आप न्यायिक मजिस्ट्रेट (judicial magistrate) से शिकायत कर सकते हैं, जो आपकी बात सुनकर पुलिस को मामले में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दे सकते हैं।

पुलिस में शिकायत करने से पहले किन बातों का ध्यान रखें? (What things should be kept in mind before registration of complaint to the police?)

मित्रों यदि कोई आप को फोन पर धमकी देकर परेशान कर रहा है तो जाहिर सी बात है क्या पुलिस में शिकायत करने जाएंगे लेकिन इससे पहले आपको कुछ बातें ध्यान में रखनी होगी। शिकायत करने से पहले यह सुनिश्चित करें कि आपके पास फोन पर धमकी भरे सभी कॉलों का सुबूत (proof) मौजूद हो। आपके पास कॉल रिकॉर्ड हो। लिहाजा, अपना कॉल रिकॉर्ड डिलीट न करें।

यदि बैंक रिकवरी एजेंटों द्वारा फोन पर धमकी दी जा रही हो तो क्या करें? (What to do if someone is getting threatened by the bank recovery agents on phone?)

मित्रों, हम सभी को कभी ना कभी बैंकों से लोन लेने की आवश्यकता पड़ती है। बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो समय पर अपनी ईएमआई नहीं चुका पाते। बहुत से लोग लोन डिफाल्टर हो जाते हैं। ऐसे में प्रत्येक बैंक में कुछ रिकवरी एजेंट (recovery agent) होते हैं जो ग्राहकों (customers) से लोन, भुगतान की राशि वसूलते हैं। ये रिकवरी एजेंट वसूली के लिए अक्सर फोन पर धमकाने जैसे अनैतिक तरीके अपनाते हैं। यद्यपि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इन रिकवरी एजेंटों द्वारा अपनाए जाने के लिए उचित तरीके जारी किए हैं जिनका उन्हें उल्लंघन नहीं करना चाहिए।

लेकिन इसके बावजूद यदि आपको बैंक रिकवरी एजेंटों से धमकी भरे कॉल आते हैं, तो आपके लिए एक कानूनी प्रावधान है। आप पुलिस में धारा-9 के तहत शिकायत दर्ज कराने के साथ ही उसके खिलाफ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (reserve Bank of India) यानी आरबीआई (RBI) में भी शिकायत कर सकते हैं।

धमकी क्या होती है?

जब किसी व्यक्ति को डराने या फंसाने के लिए कोई बात कही जाती है तो वह बात धमकी कहलाती है।

क्या फोन पर धमकी देना अपराध है?

जी हां, फोन पर धमकी देने को भारतीय कानून में अपराध की संज्ञा दी गई है।

किसी को फोन पर धमकी देने पर कौन सी धारा लगती है?

फोन पर धमकी देने पर आईपीसी की धारा 506 लगती है।

यदि कोई आपको फोन पर धमकी देता है तो आप क्या कर सकते हैं?

इस संबंध में सारी जानकारी स्टेप बाई स्टेप हमने आपको ऊपर पोस्ट में दी है। आप वहां से देख सकते हैं।

फोन पर सबसे अधिक किस तरह की धमकी मिलती है?

फोन पर सबसे अधिक बम से उड़ाने की धमकियां मिलती हैं।

किसी को शिकायत दर्ज करने के लिए फोन पर कितनी धमकियां पर्याप्त हैं?

शिकायत दर्ज करने के लिए किसी को फोन पर मिली एक ही धमकी पर्याप्त है।

किसी से फोन में धमकी मिलने पर पुलिस में शिकायत दर्ज करने से पहले आपको किस बात का ध्यान रखना होगा?

पुलिस में शिकायत करने से पहले आपको फोन पर मिली धमकी का प्रूफ अपने पास रखना होगा। फोन पर धमकी से संबंधित कॉल रिकॉर्ड आपके पास होना चाहिए।

दोस्तों, हमने आपको इस पोस्ट (post) में बताया कि फोन पर धमकी देने पर कौन सी धारा लगती है। उम्मीद करते हैं कि इस पोस्ट से आप का ज्ञानवर्धन हुआ होगा। यदि इसी प्रकार की जानकारी पर पोस्ट आप हमसे चाहते हैं तो उसके लिए नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके अपनी बात हम तक पहुंचा सकते हैं। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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