गुड़ बनाने का व्यापार कैसे करें? गुड़ बनाने की मशीन, लागत, विधि, और प्रॉफिट

|| गुड़ बनाने की फैक्ट्री, गुड़ बनाने का व्यापार कैसे करें? गुड़ बनाने की मशीन Price, गुड़ बनाने का व्यापार कैसे शुरू करें, गन्ने से गुड़ बनाने की विधि, गुड़ बनाने की आधुनिक तकनीक, गन्ना क्रेशर मशीन, Jaggery Making Business In Hindi ||

भारतीय परंपरा व जीवनशैली में गुड़ का अत्यधिक महत्व हैं। यही कारण हैं कि हिंदू रीति रिवाज में चीनी की बजाए गुड़ का ही उपयोग किया जाता रहा है। कई बार तो मीठे के तौर पर गुड़ ही खिला देने की परंपरा (Gud banane ka business kaise kare) रही हैं। ऐसे में यदि आप गुड़ बनाने के बिज़नेस में जाना चाहते हैं तो आज हम आपके साथ गुड़ का व्यापार कैसे करें और इसमें किन किन बातो का ध्यान रखे, यही साँझा करेंगे।

यदि आप गुड़ का व्यापार करने के ऊपर जानकारी खोज रहे हैं तो आज हम आपको इस लेख के माध्यम से गुड़ का व्यापार शुरू करने के लिए (Gud banane ka tarika) क्या क्या चीज़ चाहिए और उसमे आपको क्या क्या करना पड़ेगा जिससे कि आपका गुड़ का व्यापार दिन रात उन्नति करें। तो आज (Gud ka vyapar) हम आपके साथ कुछ ऐसे ही उपायो को साँझा करेंगे जिससे कि बाद में आपके मन में किसी तरह की शंका शेष ना रह जाए।

Contents show

गुड़ बनाने का व्यापार कैसे करें? (Jaggery Making Business In Hindi)

अब जब आप गुड़ बनाने का व्यापार शुरू करने का सोच ही रहे हैं तो हम आपको इसका सबसे सरल व बेस्ट तरीका बताएँगे। इसी के साथ आप यह भी जान पाएंगे कि किस तरह से आप सर्वश्रेष्ठ गुड़ का निर्माण कर सकते हैं और उसे एक सफल बिज़नेस का रूप दे सकते हैं। हालाँकि इसके लिए आपको यह लेख पूरा पढ़ना होगा ताकि कोई भी जानकारी अधूरी ना रह जाए।

इसी के साथ आपको यह भी जानना होगा कि गुड़ आखिर में होता क्या हैं और इसका कैसे उपयोग किया जाता है। साथ ही आपको गुड़ बनाने का बिज़नेस क्यों करना चाहिए। इन चीजों को जानकर आपके अंदर गुड़ बनाने किप्रेरना भी जागृत होगी और आप दिल लगाकर अपने व्यापार में मन लगा पाएंगे। आइए एक एक करके गुड़ बनाने के व्यापार के बारे में हर चीज़ को जाने।

गुड़ बनाने का व्यापार कैसे करें? गुड़ बनाने की मशीन, लागत, विधि, और  प्रॉफिट

गुड़ क्या होता है (Gud kya hota hai)

जिस प्रकार हम मीठे के लिए चीनी, बुरा खांड, या अन्य चीजों का इस्तेमाल करते हैं ठीक उसी प्रकार चीजों को मीठा करने के साथ साथ उसको पोष्टिक बनाने के लिए गुड़ का उपयोग किया जाता है। गुड़ को चीजों में घोलकर भी उन्हें मीठेपन का रूप दिया जाता है। इसके साथ ही इसके कोई दुष्प्रभाव भी नही होते हैं और यह प्राकृतिक रूप से हमें मीठा स्वाद देता हैं।

गुड़ का उपयोग क्या है (Gud ka upyog kya hai)

अब हम बात करेंगे कि इस गुड़ का उपयोग क्या हैं। दरअसल गुड़ चीजों में केवल मीठापन लाने के लिए ही नही जाना जाता है। यह अपने औषधीय गुणों के कारण भी बहुत प्रसिद्ध हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि गुड़ में प्राकृतिक रूप से बहुत सारे तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर को स्वस्थ बनाने का कार्य करते हैं।

गुड़ में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो हमारे रक्त सचर को बेहतर करने का काम करते हैं। साथ ही इसके सेवन से रक्त में आई अशुद्धियाँ भी दूर होती हैं और हृदय तक रक्त सही तरीके से पहुँच पाता हैं। इसी कारण हमें हृदय से जुड़ी गंभीर बिमारियों से भी मुक्ति मिलती हैं और हम पूर्ण रूप से स्वस्थ अनुभव करते हैं।

इसी के साथ गुड़ का सेवन करने से मधुमेह होने का खतरा भी बहुत कम हो जाता है। ना ही इसके सेवन से हमें कोई दुष्प्रभाव देखने को मिलता है। हालाँकि गुड़ की तासीर बहुत गर्म होती है। इसलिए सर्दियों के मौसम में इसका सेवन सीमित मात्रा में करना ही उचित समझा जाता है।

गुड़ का व्यापार शुरू करने से पहले बिज़नेस प्लान (Jaggery production business plan)

अब बात करते है गुड़ बनाने का व्यापार शुरू करने की। यदि आप किसी भी व्यापार को शुरू करने जा रहे हैं तो सबसे पहले उसके बारे में अच्छी तरह से जान लेना और एक बिज़नेस प्लान बना लेना सबसे बेहतर माना जाता है। यदि आपके पास अपने बिज़नेस को लेकर कोई प्लान ही नही हैं तो फिर ना तो आपका बिज़नेस सही से चल पाएगा और आर्थिक नुकसान होगा वो अलग।

इसलिए यदि आप गुड़ बनाने का वुयापर करने जा रहे हैं तो उसके लिए सबसे पहले एक अच्छा सा बिज़नेस प्लान बनाए। इसमें आप किस तरह से और किस स्तर पर गुड़ बनाने का व्यापार शुरू करेंगे, उसके लिए पैसा कहां से आएगा, कच्चा माल कहां से लेंगे, इत्यादि सब चीजों पर बारीकी से विचार विमर्श करने के बाद ही आगे बढ़े। एक सही बिज़नेस प्लान आपको तेज गति से आगे बढ़ाने में बहुत मदद करेगा।

गुड़ बनाने का व्यापार करने से पहले मार्किट रिसर्च

अब जब आप गुड़ बनाने का व्यापार शुरू करने जा रहे हैं तो उसके लिए मार्किट रिसर्च करना एक कुशल व्यापारी की तकनीक मानी जाती हैं। इसके लिए वह कई तरह के हथकंडे अपनाता हैं और इधर उधर हाथ पैर मारता हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि वह पहले बाजार के सब कारण पता करता हैं यह पक्का करता हैं कि क्या उसके द्वारा गुड़ का बिज़नेस करना सही रहेगा या नही।

मार्किट रिसर्च में कई तरह की चीज़े आती हैं, जैसे कि उसके आसपास कौन कौन गुड़ बना रहा हैं, वहां की सप्लाई कैसी हैं, क्या किसी अन्य व्यक्ति के पास भी गुड़ बनाने के लाइसेंस है, क्या उसे कुछ अन्य चीज़ करने की आवश्यकता हैं, प्रतिस्पर्धा में वह कहां खड़ा होगा इत्यादि। इस तरह गुड़ बनाने के व्यापार से पहले यदि आप मार्किट रिसर्च कर लेंगे तो आपके लिए ही बेहतर रहेगा।

गुड़ बनाने के लिए आवश्यक कच्चा माल (Gud banane ka raw material)

अब यदि आप यह सोच रहे हैं कि गुड़ बनाने के लिए आपको क्या क्या कच्चा माल खरीदना पड़ेगा या फिर गुड़ किसकी सहायता से बनता हैं तो आज आप जान ले कि गुड़ गन्ने से ही बनता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि गुड़ बनाने के लिए कच्चे माल के रूप में आपको केवल गणना ही खरीदना होगा। गन्ने की सहायता से ही आप गुड़ का निर्माण कर पाएंगे।

गुड़ बनाने के लिए फैक्ट्री की जगह (Gud banane ki factory)

अब जब आपने कच्चा माल खरीदने का इंतेजाम कर लिया हैं तो आपका अगला प्रश्न होगा कि कैसे आप गुड़ बनाने के लिए जगह का चुनाव कर पाएंगे। तो हम आपको बता दे कि गुड़ बनाने फैक्ट्री आप शहर के बीच में नही लगा सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि गन्ने से गुड़ बनाते समय उसका बहुत कचरा उड़ता हैं। ऐसे में ना तो आपको इसके लिए लाइसेंस मिलेगा और ना ही आप यह काम किसी ऐसी जगह पर कर पाएंगे जहाँ ज्यादा लोग रहते हो।

यदि आपो गुड़ बनाना हैं तो इसके लिए आपको शहर से बाहर ही किसी जगह का चुनाव करना होगा। इसी के साथ इसके लिए जगह की आवश्यकता भी ज्यादा होगी क्योंकि यहाँ आपको गुड़ बनाने के लिए कई तरह की तकनीक का पालन करना होगा। अब यदि आप गुड़ बनाने जा रहे हैं तो उसके लिए कारीगरों के रहने का इंतेजाम, मशीन रखने का इंतेजाम, गुड़ को स्टोर करके रखने का काम इत्यादि के लिए जगह की आवश्यकता होगी। इसलिए इन सब बातो का पहले से ही ध्यान रखे।

गुड़ बनाने के लिए मशीन (Gud banane ki machine)

अब बात करते हैं गन्ने से गुड़ बनाने वाले मशीन की। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपको गुड़ बनाने के व्यापार करना हैं तो उसके लिए गन्ने से रस निकलना होगा। अब गन्ने से रस निकलना हैं तो उसके लिए गणना क्रेशर मशीन भी खरीदनी होगी। इसलिए सबसे पहले तो (Gud banane ki prakriya) आप गन्ने का रस निकालने की मशीन ख़रीदे।

इस मशीन को तो आपने अपने शहर, गाँव में जहाँ भी आप गन्ने का रस निकलते हुए देखते होंगे और उसे पीते होंगे, वहां देखी होगी। हालाँकि फैक्ट्री में इससे बड़ी बड़ी मशीन लगाई जाती हैं लेकिन आप कैसी भी मशीन खरीद सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप अपने बजट के अनुसार गन्ने का रस निकालने की मशीन खरीद सकते हैं।

अब मशीन के साथ साथ आपको अन्य सामान भी खरीदने की आवश्यकता होगी। जैसे कि गन्ने के रस निकालने के लिए बर्तन, उसे उबलने के लिए कधी, गैस, चूल्हा, करछी, छलनी इत्यादि कई तरह की चीज़े। इसलिए आप गुड़ का निर्माण करने के लिए आवश्यक सभी वस्तुओं को पहले ही खरीद कर रख लेंगे तो बेहतर रहेगा।

गुड़ बनाने की मशीन की कीमत (Gud banane ki machine price)

अब आपको यह भी जानना होगा कि आखिरकार गन्ने का रस निकालने वाली मशीन या फिर गुड़ बनाने की मशीन की कीमत क्या होगी। तो हम आपको बता दे कि इस मशीन की कीमत इसके स्तर पर निर्भर करती हैं। यदि आप हाथ से गन्ने के रस निकालने वाली मशीन की बात कर रहे हैं तो इसकी कीमत 30 हज़ार से लेकर 60 हज़ार तक के बीच में होगी।

और यदि आप स्वतः गन्ने का रस निकालने वाली अर्थात आटोमेटिक गुड़ बनाने की मशीन लेने की सोच रहे हैं तो इसकी कीमत 1 से 3 लाख के बीच में होगी। कहने का अर्थ यह हुआ कि अब यह पूर्ण रूप से आप पर ही निर्भर करेगा कि आप किस स्तर पर गुड़ बनाने के व्यापार शुरू करने जा रहे हैं।

गुड़ बनाने की प्रक्रिया (Gud banane ka tarika)

अब जब आपने गुड़ बनाने की सब तैयारी कर ली हैं अर्थात्बुसके लिए कच्चा माल खरीद लिया हैं, गन्ने का रस निकालने वाली मशीन खरीद ली हैं, कारीगरों को (Gud banane ki vidhi) भी रख लिया हैं तथा अन्य आवश्यक सामान भी ले लिया हैं तो अब बारी आती हैं कि इसकी सहायता से गुड़ का निर्माण कैसे किया जाए। तो आइए जाने गन्ने की सहायता से गुड़ बनाने की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से।

  • गुड़ बनाने के लिए सबसे पहले तो किसी किसान से संपर्क कर उसके खेत से शुद्ध गन्ने को ले आये। इन गन्नो को अच्छे से साफ कर ले या फिर किसी पानी में धो ले ताकि सभी तरह की गंदगी, मिट्टी व अन्य कितनी निकल जाए।
  • यदि आप शुद्ध गुड़ बनाना चाहते हैं तो साफ सफाई का पूरा ध्यान रखे अन्यथा आपका बनाया गुड़ नही बिक पाएगा। अब जब गन्ने को अच्छे से साफ कर लिया हैं तो मशीन की सहायता से इसका रस निकाल ले। इस रस को एक बड़े बर्तन या ड्रम में स्टोर करें।
  • अब जब गन्ने का रस निकल जाए तो उसे एक बड़ी सी कढ़ाई में उबलने के लिए छोड़े। गैस व चूल्हे की सहायता से इस गन्ने के रस को गरम करें। इसे तब तक गरम करते रहे जब तक कि इसका रंग सुनहरा ना हो जाए या फिर इसमें गाढ़ापन ना आ जाये।
  • साथ ही इस बात का ध्यान रखे कि गन्ने का रस उबलते समय अपनी अशुद्धियों को झाग के माध्यम से ऊपर भेजेगा। अर्थात इसमें जमा मेल व अन्य कितनी ऊपर (Gud banane ki vidhi in Hindi) आ जाएंगे और वे झाग इत्यादि के रूप में होंगे। इन्हें आपको उबलते समय बहुत ही सावधानी के साथ हटा लेना हैं।
  • अब जब गन्ने का रस गाढ़ा हो जाये और इसमें हल्का सुनहरापन आने लगे तब गैस को बंद कर दे। अब इसके बाद बारी आती हैं इस गुड़ को किसी सांचे की मदद से एक आकार में ढालने की। आप चाहे तो यह किसी सांचे की मदद से कर सकते हैं या फिर हाथ की सहायता से भी किया जा सकता हैं।
  • अब यदि आप इसे हाथ की सहायता से करने जा रहे हैं तो पहले इस गुड़ के घोल को ठंडा होने के लिए रख दे। कुछ देर में यह ठंडा हो जाएगा और हल्का टाइट भी हो जाएगा। ध्यान रहे कि इसे ज्यादा टाइट ना होने दे अन्यथा आप इसे आकर में नही ढाल पाएंगे।
  • इसी ठीक उसी तरह करना हैं जैसे हम घर पर लड्डू का निर्माण करते हैं। इसलिए जैसे ही यह थोड़ा बहुत ठंडा हो जाए और हम इसमें हाथ डाल डाके तो ठीक उसी समय आपको हाथ से इसके लड्डू बना लेने हैं। ज्यादातर जगह आपने गुड़ को लड्डू आकार में ही देखा होगा और वो भी बड़े बड़े। इसलिए आप भी कारीगरों की सहायता से इसे लड्डू आकार में बनवाने में मदद करें।
  • यदि आप यह काम हाथ से नही करना चाहते हैं और इसे किसी अन्य आकार में या परफेक्ट आकार में बनाना चाहते हैं तो आप इसके लिए सांचो का उपयोग भी कर सकते हैं। बाजार में आपको गुड़ बनाने के कई तरह के सांचे मिल जाएंगे जिनसे आप कई तरह के आकार के गुड़ बना सकते हैं।
  • इसी के साथ आप गुड़ को अलग अलग रंग देने के लिए उसमे किसी तरह का रंग भी मिला सकते हैं। इससे आप गुड़ को भारी भूरे या हलके भूरे रंग का बना सकते हैं। यह आपके बनाए गुड़ में विविधता भी लेकर आएगा।

तो कुछ इस विधि का पालन करके आप गुड़ का निर्माण कर पाएंगे। इसके लिए आपको कुछ ज्यादा करने की आवश्यकता नही होती हैं। बस आपको साफ सफाई का पूरा ध्यान रखना होगा। यदि इसमें सफाई नही हुई तो फिर आपका बनाया गुड़ बाजार में आने से पहले ही धराशायी हो जाएगा।

गुड़ बनाने के बिज़नेस की लागत

अब जब आप गुड़ बनाने का बिज़नेस करने ही जा रहे हैं तो आपको यह भी पता होना चाहिए कि इसमें आपका खर्चा कितना आ जाएगा। बिना खर्चे का हिसाब लगाए यदि आप सीधे गुड़ बनाने का बिज़नेस शुरू करने का सोच लेंगे तो इससे आपको आगे चलकर परेशानी का सामना करना पड़ सकता हैं। ऐसे में सामान्य स्तर पर गुड़ का बिज़नेस शुरू करने में लगभग 1 लाख तक का खर्चा आएगा।

कहने का अर्थ यह हुआ कि गन्ने का रस निकालने वाली मशीन ही 50 हज़ार तक की आ जाएगी। इसके अलावा अन्य खर्चा जैसे गणना खरीदना, कारीगर रखना, जगह का किराया, अन्य आवश्यक सामान खरीदने में भी लगभग 50 हज़ार का खर्चा हो ही जाएगा। वही यदि आप बड़े स्तर पर गुड़ बनाने का बिज़नेस शुरू करने का सोच रहे हैं तो इसमें आपको 3 से 5 लाख तक का खर्चा हो जाएगा क्योंकि इसमें मशीन भी आधुनिक होगी।

गुड़ बनाने का बिज़नेस शुरू करने के लिए लोन

अब आप गुड़ बनाने का बिज़नेस शुरू करने का सोच ही चुके हैं तो उसके लिए लोन की भी आवश्यकता होगी। कहने का अर्थ यह हुआ कि हर कोई ओनी जेब से इतना पैसा लगाने में समर्थ नही होता है। ऐसे में यदि आपको लोन की अव्सज्य्कता हैं तो वह भी आप कई जगह से ले सकते हैं। इसके लिए आप चाहे तो सरकारी बैंक या फिर निजी बैंक से लोन ले सकते हैं।

आजकल भारत सरकार के द्वारा उद्यमियों को बढ़ावा देने और भारत में ही चीजों के निर्माण करने के लिए कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसके द्वारा आप भी सरकारी बैंक से लोन ले सकते हैं। इसी के साथ आपको निजी बैंक से भी लोन मिल जाएगा। आप चाहे तो किसी धनी व्यापारी से फाइनेंस पर पैसा भी उधार ले सकते हैं।

गुड़ बनाने के बिज़नेस का लाइसेंस

अब जब आप गुड़ बनाने का बिज़नेस शुरू करेंगे तो उसके लिए लाइसेंस भी चाहिए होगा। बिना लाइसेंस के तो आप किसी भी चीज़ का निर्माण इस देश में नही कर सकते हैं। इसलिए आपको गुड़ बनाने से पहले सरकार से कई तरह के लाइसेंस अनिवार्य रूप से लेने होंगे अन्यथा आपके ऊपर दंडात्मक कार्यवाही तक हो सकती हैं। गुड़ बनाने के बिज़नेस के लाइसेंस में आएंगे:

  • बिज़नेस का ट्रेड मार्क [business trade mark]
  • कंपनी के नाम का रजिस्ट्रेशन [Company name registration]
  • संबंधित व्यक्ति का पैन कार्ड [PAN card of the concerned person]
  • कर्मचारियों की संख्या [Number of Employees]
  • गुड़ की गुणवत्ता [quality of jaggery]
  • प्रदूषण बोर्ड से NOC इत्यादि। [NOC from pollution board etc.]

इस तरह से आपको इन लाइसेंस को तो लेना ही पड़ेगा। साथ ही अपने यहाँ कि नगर पालिका या परिषद में जाकर एक बार पता कर ले कि क्या वहां कि राज्य सरकार के द्वारा किसी अन्य तरह का लाइसेंस भी दिया जाता हैं या नही। यदि दिया जाता हैं तो उसे भी आवश्यक रूप से ले ले।

गुड़ की पैकिंग कैसे करे?

अब जब आपने गुड़ बना लिया हैं तो उसे बाजार में बेचने के लिए उसकी पैकिंग करने की भी आवश्यकता होगी। यह पैकिंग आप केवल एक तरीके से ही ना करें। कहने का अर्थ यह हुआ कि गुड़ को बाजार की मांग के अनुसार ही पैक करें। किसी जगह पर खुला गुड़ ज्यादा बिकता हैं तो किसी जगह डिब्बा बंद तो किसी जगह छोटी छोटी पैकिंग में।

इसलिए आप चाहे तो आधा आधा किलो की पैकिंग भी कर सकते हैं तो एक एक किलो की भी। इसी के साथ आप 10 किलो की बड़ी पैकिंग के भी डिब्बे बनाए। यह भी बिकने में आसान होते हैं क्योंकि बहुत से लोग गुड़ एक बारी में ही काफी मात्रा में खरीदना पसंद करते हैं। इसलिए आप अपनी गुड़ की पैकिंग में विविधता बनाए रखे।

गुड़ के बिज़नेस की मार्केटिंग

अब जब आप गुड़ बना रहे हैं तो आपकी यह भी इच्छा होगी कि यह बिके भी और लोगों को यह पसंद भी आये। इसके लिए आपको अपने बनाए गुड़ की अच्छे से मार्केटिंग करनी होगी। इसलिए सबसे पहले तो अपने आसपास के दुकानदारो और मुख्यतया किराने की दुकान वालो ससे संपर्क बनाए। आपको उनके साथ अच्छे संपर्क बनाने होंगे और अपने गुड़ को खरीदने के लिए प्रोत्साहित करना होगा।

जब आप उनसे संपर्क साध लेंगे तो उन्हें अपने बनाए गुड़ को देखने को कहे। आप उन्हें सैंपल के रूप में कुछ गुड़ दे ताकि वे इसे चखकर देखे और कुछ लोगों को बेचकर देखे। जब आपका गुड़ बिकने लगेगा तो वे आपसे ज्यादा मात्रा में गुड़ मंगवाएंगे। इससे आपका बिज़नेस तेज गति से आगे बढ़ेगा। इसके साथ ही आप ऐसे लोगों से भी संपर्क करें जो गुड़ का बहुतायत में इस्तेमाल करते हैं।

कहने का अर्थ यह हुआ कि धर्मशालाएं या होटल जहाँ गुड़ का अच्छा व्यवसाय होता हैं या उनसे चीजों का निर्माण किया जाता है। कोई ऐसी खाने की चीज़ या फैक्ट्री जिसमे गुड़ का इस्तेमाल होता हो। तो आप ऐसे लोगों से भी संपर्क साधकर अपने गुड़ के बिज़नेस को आगे बढ़ा सकते हैं और बहुत पैसा कमा सकते हैं।

गुड़ बनाने के बिज़नेस में कमाई

अब जब आप गुड़ बनाने का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो आपको यह भी जानना होगा कि आखिरकार ऐसा क्या कारण हैं कि आप इसी बिज़नेस में जाए? दरअसल इसका उत्तर होगा गुड़ के बिज़नेस में होने वाली कमाई। अब आपको लगता होगा कि गुड़ तो बहुत सस्ता बिकता हैं तो इसमें कमाई कैसे होगी। लेकिन आपको यह भी जानना होगा कि यदि यह सस्ता बिकता हैं तो सत्स बनता भी हैं।

कहने का अर्थ यह हुआ कि गुड़ बनाने में आपको कुछ ज्यादा खर्चा करने की आवश्यकता नही होती हैं। साथ ही यह धड़ल्ले से भी बिकता हैं। एक बार यदि आपके अच्छे संपर्क बन गए तो फिर आपको गुड़ बेचने में कोई समस्या नही होगी। इससे आप हर महीने लाखों रुपए कमाने लगेंगे। इसलिए गुड़ बनाने के बिज़नेस में आप हमेशा प्रॉफिट में ही रहने वाले हैं।

गुड़ बनाने का बिज़नेस कैसे करे – Related FAQs

प्रश्न: गुड़ कैसे तैयार किया जाता है?

उत्तर: गुड़ को तैयार करने के लिए गन्ने के रस को निकाल कर उसे उबाला जाता है और फिर उसे सुखा कर गुड़ को तैयार किया जाता है।

प्रश्न: क्या हम घर पर गुड़ बना सकते हैं?

उत्तर: हां, आप घर पर आसानी से गुड़ बना सकते हैं लेकिन इसके लिए आपको गन्ने का रस निकालना होगा।

प्रश्न: गुड़ का व्यापार कैसे करें?

उत्तर: गुड़ का व्यापार करने के लिए एक जगह का चुनाव कर उसमे गुड़ बनाने की मशीन और कच्चे माल को लाये और फिर कारीगरों की सहायता से गुड़ का निर्माण करे।

प्रश्न: क्या गुड़ बनाने का व्यवसाय लाभदायक है?

उत्तर: हां, गुड़ बनाने का व्यवसाय बहुत ही ज्यादा लाभदायक है। इसमें आप अपनी लागत का दुगुना कमा सकते हैं।

शेफाली बंसल
शेफाली बंसल
इनको लिखने में काफी रूचि है। इन्होने महिलाओं की सोशल मीडिया ऐप व वेबसाइट आधारित कंपनी शिरोस में कार्य किया। अभी वह स्वतंत्र रूप में लेखन कार्य कर रहीं हैं। इनके लेख कई दैनिक अख़बार और पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।
[fluentform id="3"]

Leave a Comment