जेल प्रहरी कौन होता है? | जेल प्रहरी कैसे बने? | योग्यता, सिलेबस व सैलरी | Jail prahari kya hota hai

|| जेल प्रहरी क्या होता है? | Jail prahari kya hota hai | Jail prahari kaise bane details in Hindi | जेल प्रहरी का वेतन कितना होता है? | Jail prahari salary in Hindi | जेल प्रहरी कैसे बने? | जेल प्रहरी बनने के लिए आयु सीमा | जेल प्रहरी बनने के लिए इंटरव्यू ||

Jail prahari kya hota hai :- भारत में असंख्य जेल है जिसे हम हिंदी में कारागृह भी कहते हैं। अब इन जेल में न्यायालय से सजा पाए कैदियों को तो रखा ही जाता है बल्कि उनसे ज्यादा संख्या ऐसे कैदियों की होती है जिन पर केस चल रहा होता है और उस पर अभी तक निर्णय नहीं आया हुआ होता है। ऐसे में यह जेल भारत के हर शहर में बनायी गयी होती है जिनमें लाखों कैदी सजा काट रहे होते (Jail prahari kaise bane details in Hindi) हैं।

अब इन जेल की सुरक्षा का काम जेल प्रहरी का होता है। यह जेल प्रहरी हर जेल में नियुक्त किये जाते हैं जिनका काम केवल जेल की सुरक्षा करना ही नहीं अपितु कई अन्य तरह के कामो को संभालना भी होता है। ऐसे में यदि आप यह जानना चाहते हैं कि यह जेल प्रहरी कौन होता है और यह किस तरह से कार्य करता है, तो उसकी संपूर्ण जानकारी इस लेख के माध्यम से आपको मिलने वाली (Jail warder kya hota hai) है।

इतना ही नहीं, यदि आप जेल प्रहरी बनने को इच्छुक हैं और इसके लिए आवेदन करना चाहते हैं तो वह भी हम आपको इस लेख में बताएँगे। कुल मिलाकर इस लेख के माध्यम से आपको जेल प्रहरी के बारे में शुरू से लेकर अंत तक संपूर्ण जानकारी मिलने जा रही है। तो आइये जाने जेल प्रहरी कौन होता है और यह क्या काम करता (Jail prahari kya hai) है।

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जेल प्रहरी कौन होता है? (Jail prahari kya hota hai)

तो यहाँ हम सबसे पहले बात करेंगे जेल प्रहरी के बारे में और जानेंगे कि आखिरकार यह जेल प्रहरी क्या होता है और इसका क्या कुछ काम होता है। जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि भारत देश में असंख्य जेल है और उन जेल में लाखों कैदी अपनी अपनी सजा को काट रहे होते हैं। अब पुलिस थानों में बंद कैदियों की सुरक्षा और अन्य प्रबंधन को देखने का जिम्मा पुलिस के अधिकारियों के पास होता है लेकिन जो जेल होती है, वह न्यायालय के अधीन होती (What is jail prahari in Hindi) है।

जेल प्रहरी कौन होता है जेल प्रहरी कैसे बने योग्यता, सिलेबस व सैलरी Jail prahari kya hota hai

ऐसे में जिन कैदियों को सजा मिल चुकी है और जिन पर लम्बे समय से केस चल रहा है, उन्हें न्यायिक व्यवस्था के तहत जेल भेज दिया जाता है। ऐसे में उस जेल को संभालने का काम पुलिस का नहीं बल्कि जेल के अधिकारियों का ही होता है। इसके लिए भारतीय न्यायिक व्यवस्था के द्वारा जेल प्रहरी की नियुक्ति की जाती है जो उस जेल की देखरेख करने का काम करता (Jail warder in Hindi) है।

एक जेल में केवल एक ही जेल प्रहरी होता है और उसके ऊपर उस जेल का संपूर्ण रखरखाव देखने व करने की जिम्मेदारी होती है। एक तरह से उस जेल में कब क्या हो रहा है और कब क्या होना चाहिए तथा भारतीय न्यायालय के द्वारा बनाये गए नियमों का पालन करवाने की जिम्मेदारी उसी की होती है। इसके बारे में विस्तार से जानकारी हम आपको नीचे दे देते हैं।

जेल प्रहरी के क्या काम होते हैं? (Jail prahari ke kaam kya hai)

अब हम बात करेंगे कि एक जेल प्रहरी के पास क्या कुछ काम होते हैं या उसके पास किस किस काम को करने का उत्तरदायित्व होता है। ऐसे में हमने आपको यह तो ऊपर ही बता दिया है कि एक जेल प्रहरी के पास अपनी जेल को संपूर्ण रूप से संभालने का काम होता है लेकिन फिर भी उसमे क्या कुछ काम आ सकते हैं और जेल प्रहरी को उन्हें किस तरह से संपन्न करना होता है, इसके बारे में समूची जानकारी अब हम आपको देने जा रहे हैं।

  • जेल प्रहरी का सबसे पहला और मुख्य काम तो यही होता है कि उसके ऊपर ही जेल की संपूर्ण सुरक्षा का भार होता है। चूँकि जेल के अंदर सभी तरह के कैदी होते हैं जिनमें खूंखार से लेकर सामान्य अपराध करने वाली कैदी शामिल होते हैं, ऐसे में जेल के अंदर तथा बाहर दोनों ओर की सुरक्षा को पक्का करना जेल प्रहरी का ही काम होता है।
  • जेल में किस कैदी को कहां रखा जाएगा और किसे क्या सजा दी जाएगी, यदि उसने कोई गलत काम किया है तो उसका दंड क्या होगा इत्यादि सब देखने का निर्णय जेल प्रहरी का ही होता है।
  • जेल में रह रहे कैदियों से कब और कैसा काम लिया जाएगा और उनसे प्रतिदिन कितना काम करवाया जाएगा, उनके काम का बंटवारा कैसे होगा, इत्यादि देखने का काम भी जेल प्रहरी का ही होता है।
  • जेल में किसी तरह की गैंगवार ना हो और ना ही किसी तरह का खून खराबा हो, इसकी व्यवस्था पक्की करना भी जेल प्रहरी का ही कार्य होता है।
  • जेल में रह रहे सभी कैदियों के लिए सुबह शाम भोजन की व्यवस्था करना और उन्हें जेल के नियमों के अनुसार भोजन उपलब्ध करवाना भी जेल प्रहरी का ही काम होता है।
  • किस कैदी से किसे मिलने की अनुमति देनी है, उसे कितने समय तक मिलने की अनुमति देनी है, इत्यादि देखने का काम भी जेल प्रहरी का ही होता है।
  • जेल में कौन कब आ रहा है और कौन कब जा रहा है, इसका रिकॉर्ड बनाये रखना भी जेल प्रहरी को ही देखना होता है।
  • इसके अलावा भारतीय न्यायालय तथा कानून के अनुसार जेल और उसमे रह रहे कैदियों के लिए जो भी नियम बनाये गए हैं, उन सभी का पालन हो यह पक्का करना जेल प्रहरी का मुख्य कार्य होता है।

जेल प्रहरी को और क्या कहते हैं?

भारत देश में एक ही चीज़ के कई नाम होते हैं और इसमें अंग्रेजी नाम भी मुख्य भूमिका निभाता है। ठीक उसी तरह जेल प्रहरी के भी कई नाम होते हैं और लोग उन्हें अलग अलग नामों से ही जानते हैं। ऐसे में भारत देश में जेल प्रहरी को जेल रक्षक, कारावास रक्षक, जेलर, जेल वार्डर, जेल वार्डन, जेल हेड, जेलर गार्ड, बंदीगृह रक्षक इत्यादि नाम से संबोधित किया जाता है। हालाँकि मुख्य तौर पर इसे जेल प्रहरी या जेलर के नाम से ही बुलाया जाता है।

जेल प्रहरी कैसे बने? (Jail prahari kaise bane)

अब यदि आप जेल प्रहरी के बारे में इतना सब पढ़कर जेल प्रहरी बनने को इच्छुक हैं तो यह एक स्वागत योग्य कदम ही माना जाएगा। आखिरकार देश की सेवा केवल सेना में जाने से ही नहीं बल्कि प्रशासनिक पद में से कोई भी पद ले लिया जाए लेकिन उस पद पर रहकर निःस्वार्थ भाव से कार्य किया जाए तो इसे देश सेवा ही कहा जाएगा। ऐसे में यदि आप भी जेल प्रहरी बनना चाहते हैं और इसके बारे में जानकारी लेना चाहते हैं तो आज हम वह भी आपको दे देते (Jail guard kaise bane) हैं।

सबसे पहले तो आप यह जान लें कि जेल प्रहरी की नियुक्ति भारत सरकार नहीं करती है और इसके लिए राज्य सरकार या प्रशासन के द्वारा रिक्तियां निकाली जाती है। इस पर भारतीय न्यायालय का नियंत्रण रहता है जिन्हें उच्च न्यायालय व सर्वोच्च न्यायालय देखती है। ऐसे में यदि आप असम राज्य में रहते हैं तो उसके लिए जेल प्रहरी की नियुक्ति अलग निकलेगी तो वहीं हरियाणा राज्य के लिए अलग। ऐसे में आपको अपनी राज्य सरकार के द्वारा निकाली जा रही नियुक्तियों पर नज़र बनाये रखनी होगी।

जेल प्रहरी की नियुक्ति के लिए राज्य सरकार व न्यायिक व्यवस्था ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों तरह की ही अधिसूचना जारी करती है। अब इसके लिए राज्य सरकार की वेबसाइट पर भी सूचित किया जाता है तो वहीं लोकल समाचार पत्र में भी इसको लेकर विज्ञापन निकाला जाता है। आपको इस पर नज़र बनाये रखनी होगी और जैसे ही इसकी नियुक्ति आये उसके लिए आवेदन कर देना होगा।

इसके बाद निश्चित तिथि के तहत आपकी परीक्षा ली जाएगी। इस परीक्षा में सामान्य ज्ञान, न्यायिक व्यवस्था, गणित, तार्किक क्षमता तथा अंग्रेजी व स्थानीय भाषा से संबंधित प्रश्न पूछे जाएंगे। यदि आप उसमे पास कर जाते हैं तो उसके बाद आपका इंटरव्यू हो सकता है। इसमें पास हो जाने पर आपको उस राज्य में जेल प्रहरी के पद पर नियुक्त कर लिया जाएगा।

जेल प्रहरी बनने के लिए शैक्षणिक योग्यता (Jail prahari ke liye yogyata)

अब यदि आप जेल प्रहरी बनने को इच्छुक हैं तो उसके लिए आपको अपने राज्य या भारत के किसी भी राज्य के मान्यता प्राप्त विद्यालय से कम से कम दसवीं कक्षा में पास होना जरुरी होता है। इतना ही नहीं आपको अपनी दसवीं कक्षा में कम से कम 50 प्रतिशत अंक लाने होते (Educational qualification for jail warder in Hindi) हैं। कुछ कुछ राज्यों में इसे लेकर 55 प्रतिशत अंक की सीमा रखी गयी है। ऐसे में आप दसवीं कक्षा को उत्तीर्ण करके ही जेल प्रहरी की परीक्षा में बैठ सकते हैं।

जेल प्रहरी बनने के लिए आयु सीमा (Jail prahari age limit in Hindi) 

अब यदि आपको जेल प्रहरी बनने के लिए सरकार के द्वारा निर्धारित की गयी आयु सीमा के बारे में जानना है तो उसके बारे में भी हम आपको जानकारी दे देते हैं। इसके लिए न्यायालय के द्वारा न्यूनतम आयु सीमा 18 वर्ष रखी गयी है अर्थात आप 18 वर्ष के होने के पश्चात ही जेल प्रहरी का एग्जाम दे सकते हैं, फिर चाहे आपकी दसवीं 16 या 17 वर्ष की उम्र में ही खत्म हो गयी हो।

इसी के साथ ही जेल प्रहरी बनने के लिए अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष रखी गयी है किन्तु यह सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए है। यदि आप आरक्षित वर्ग से आते हैं तो आपको अधिकतम आयु सीमा में कुछ वर्षों की छूट मिल सकती है जो जाति के अनुसार भिन्न भिन्न होती है।

जेल प्रहरी के एग्जाम का सिलेबस (Jail prahari syllabus in Hindi)

अब यदि आप जेल प्रहरी बनने के लिए एग्जाम को देने जा रहे हैं तो उसके एग्जाम में किस किस तरह के प्रश्न पूछे जा सकते हैं या फिर वे किस किस विषय से संबंधित होते हैं, इसके बारे में भी जानकारी ले ली जाए तो इससे आपका जेल प्रहरी का एग्जाम पास करना आसान हो जाता है। तो इसमें जो विषय हमने आपको ऊपर बताये वह तो आते ही हैं लेकिन राज्य के अनुसार इसमें भाषा तथा कुछ विषयों का सिलेबस अलग अलग हो सकता है। ऐसे में जेल प्रहरी की परीक्षा में यह विषय आ सकते हैं:

  • गणित
  • रीजनिंग
  • अंग्रेजी
  • स्थानीय भाषा
  • सामान्य ज्ञान
  • कंप्यूटर
  • कानून व नियम
  • संविधान

जेल प्रहरी बनने की चयन प्रक्रिया (Selection process or become a jail prahari in Hindi)

अब यदि आप जेल प्रहरी बनना चाहते हैं तो उसके लिए निर्धारित की गयी चयन प्रक्रिया से गुजरना होता है और उसके बाद ही आपको जेल प्रहरी के पद पर नियुक्त किया जाता है। इसके लिए आपको पांच तरह के चरणों का पालन करना होता है और उसके बाद ही आप जेल प्रहरी के पद पर नियुक्त किये जाते हैं। तो यह पांच चरण है:

जेल प्रहरी लिखित परीक्षा

जेल प्रहरी बनने के लिए जिस पहले पड़ाव को आपको पास करना होगा वह होता है लिखित परीक्षा। इसके लिए सबसे पहले स्थानीय प्रशासन व सरकार के द्वारा आपकी एक लिखित परीक्षा आयोजित करवायी जाएगी जिसमे ऊपर बताये गए विषयों से प्रश्न पूछे जाएंगे। सामान्य तौर पर यह परीक्षा 100 अंकों की होती है और इसमें पूछे गए प्रश्नों की संख्या भी 100 ही होती है। इस परीक्षा को देने के कुछ समय के बाद इसकी कट ऑफ निकाली जाती है और जो परीक्षार्थी इस कट ऑफ को पार कर लेता है, वही सफल माना जाता है।

जेल प्रहरी फिजिकल टेस्ट

अब जो परीक्षार्थी लिखित परीक्षा की कट ऑफ को पार कर लेता है, उन सभी का जेल के अधिकारियों के द्वारा फिजिकल टेस्ट लिया जाता है जिसे हम हिंदी में शारीरिक जांच करना कहते हैं। इसके द्वारा यह देखा जाता है कि आप फिजिकली रूप से कितने फिट हैं और आप जेल प्रहरी बनने की स्थिति में हैं भी या नहीं। इसके बाद ही आपको अगले चरण के लिए भेजा जाता है।

जेल प्रहरी का मेडिकल टेस्ट

अब यदि आप शारीरिक जांच में पास हो जाते हैं तो उसके बाद आपका मेडिकल टेस्ट लिया जाता है। इसके लिए सरकारी अस्पताल में अधिकृत डॉक्टर के द्वारा आपका संपूर्ण मेडिकल टेस्ट लिया जाता है और उनके द्वारा आपको अनुमति दिए जाने के बाद ही पास माना जाता है। ऐसे में आपका इस मेडिकल टेस्ट में पास होना भी जरुरी होता है।

जेल प्रहरी बनने के लिए इंटरव्यू

इस चरण में जेल के अधिकारी आपका साक्षात्कार लेते हैं जिसमें आपकी स्किल्स के बारे में जांच की जाती है। यह एक सामान्य इंटरव्यू होता है लेकिन इसे पास किया जाना जरुरी होता है। कुछ कुछ राज्यों में इंटरव्यू नहीं होता है तो कुछ कुछ राज्यों में स्थिति के अनुसार इंटरव्यू रखा जाता है। ऐसे में यदि आपके यहाँ इंटरव्यू को रखा गया है तो आपको उसमे बैठना ही होगा।

डाक्यूमेंट्स वेरिफिकेशन व जेल प्रहरी बनना

जेल प्रहरी बनने के अंतिम चरण के रूप में आपके डाक्यूमेंट्स का वेरिफिकेशन किया जाता है। इसमें यह देखा जाता है कि आपने जो जानकारी दी थी, वह सही भी है या नहीं। यदि इसमें किसी तरह की कमी पायी जाती है तो आपका आवेदन निरस्त कर दिया जाता है। वहीं यदि आपके सभी डाक्यूमेंट्स सही पाए जाते हैं तो आपको जेल प्रहरी के रूप में नियुक्त कर दिया जाता है।

जेल प्रहरी बनने के लिए तैयारी कैसे करें? (How to prepare for jail prahari in Hindi)

अब यदि आप जेल प्रहरी बनना चाहते हैं और इसके लिए तैयारी करने का सोच रहे हैं तो हम आपको बता दें कि जेल प्रहरी बनने के लिए आपको इसकी लिखित परीक्षा में आने वाले पाठ्यक्रम को समझना पड़ेगा। फिर उसके बाद जेल प्रहरी की पुस्तकें खरीदनी होंगी। फिर एक टाइम टेबल सेट करके जम कर मेहनत करनी होगी। जेल प्रहरी के पुराने प्रश्न पत्रों को हल करना (Jail prahari ki taiyari kaise kare) होगा।

आप चाहो तो ऑनलाइन मॉक टेस्ट भी जेल प्रहरी के लिए दे सकते हो जिससे कि आपकी तैयारी पक्की हो सके। आप इसके लिए कोचिंग ले सकते हैं या फिर ऑनलाइन यूट्यूब मंच से वीडियो लेक्चर देख सकते हैं। करेंट अफेयर्स पर ध्यान देना होगा और साथ ही अपनी फिटनेस पर भी ध्यान देना होगा। इस तरह से आप जेल प्रहरी बनने के लिए तैयारी कर सकते हो।

जेल प्रहरी का वेतन कितना होता है? (Jail prahari salary in Hindi)

अब आपने जेल प्रहरी बनने के ऊपर और उसके बारे में इतनी सब जानकारी ले ली है तो निश्चित तौर पर आपको यह भी जानने की जिज्ञासा हो रही होगी कि जेल प्रहरी के रूप में आपको कितना वेतन मिलेगा। तो यहाँ हम आपको बता दें कि इसके लिए अलग अलग राज्यों में नियुक्त जेल प्रहरी की सैलरी भिन्न भिन्न होती है जो वहां के प्रशासन व स्थानीय सरकार पर निर्भर करती (Jail warder salary in Hindi) है।

सामान्य तौर पर एक जेल प्रहरी को महीने का 15 हज़ार से लेकर 30 हज़ार रुपये का वेतन शुरूआती तौर पर दिया जाता है। इसी के साथ ही हर वर्ष उसके वेतन में 3 से 5 हज़ार रुपये की बढ़ोत्तरी भी की जाती है। इतना ही नहीं, उसे अपने वेतन के अलावा, रहने, खाने पीने इत्यादि की सुविधा भी दी जाती है जिनका वह लाभ उठा सकता (Jail prahari ki salary kitni hoti hai) है।

जेल प्रहरी क्या होता है – Related FAQs 

प्रश्न: जेल प्रहरी की योग्यता क्या है?

उत्तर: जेल प्रहरी बनने के लिए आपको 10वीं कक्षा पास होना अनिवार्य है।

प्रश्न: जेल प्रहरी में क्या क्या होता है?

उत्तर: जेल की संपूर्ण सुरक्षा का भार जेल प्रहरी पर होता है। 

प्रश्न: जेल प्रहरी में क्या काम करना पड़ता है?

उत्तर: जेल प्रहरी के सभी काम हमने आपको ऊपर के लेख में बताए हैं जिन्हें आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: जेल प्रहरी की सैलरी कितनी होती है?

उत्तर: जेल प्रहरी की सैलरी 15 हजार से लेकर 30 हजार तक है।

प्रश्न: जेल प्रहरी का पेपर कितने नंबर का आता है?

उत्तर: जेल प्रहरी का पेपर 100 नंबर का आता है।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आप यह जान पाने में सक्षम हुए कि जेल प्रहरी कौन होता है जेल प्रहरी के क्या काम होते हैं जेल प्रहरी बनने के लिए आयु सीमा, शैक्षणिक योग्यता क्या है और जेल प्रहरी आपको बनना हुआ तो वह आप कैसे बन पाओगे। साथ ही हमने आपको जेल प्रहरी के चयन की प्रक्रिया और वेतन के बारे में भी जानकारी दे दी है। आशा है कि जो जानकारी लेने आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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