|| जूनियर इंजिनियर कैसे बने? जूनियर इंजीनियर सैलरी, जूनियर इंजीनियर क्या है, जेई क्या है, Junior engineer kaise bane, बिजली विभाग में जेई कैसे बने, जूनियर इंजीनियर सिलेबस, जेई की तैयारी कैसे करें, जेई का फुल फॉर्म ||
बहुत से छात्र जूनियर इंजिनियर बनने का सपना देखते हैं ताकि वे सरकारी विभाग में एक अच्छे पद पर नौकरी कर सके। यदि आप भी जूनियर इंजिनियर बनना (JE Kaise Bane) चाहते हैं और इसके लिए क्या किया जाए और क्या नही, इत्यादि के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो आज के इस लेख में आपको जूनियर इंजिनियर बनने के (JE kaise banate hai) ऊपर संपूर्ण जानकारी मिलेगी।
दरअसल सरकारी विभाग में केवल एक ही विभाग में जूनियर इंजिनियर की नौकरी नही मिलती बल्कि कह जगह मिलती हैं। इसलिए आपको हर विभाग के अनुसार (Junior engineer kaise bane in Hindi) अपनी तैयारी करनी होती हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि अलग अलग विभाग के अनुसार आपकी तैयारी भी अलग अलग ही होनी चाहिए। इसलिए आज हम आपको जूनियर इंजिनियर (JE kaise bante hain) बनने के ऊपर संपूर्ण जानकारी देने वाले हैं।
जूनियर इंजिनियर क्या है (Junior engineer kya hota hai)
सब से पहले तो यह जान ले कि आखिरकार एक जूनियर इंजिनियर होता क्या हैं या फिर वह करता क्या हैं। तो आज हम आपको बता दे कि हमारे देश में कई प्राइवेट कंपनी (Junior engineer kya hai) काम करती हैं लेकिन सरकार के पास भी कई बड़ी कंपनियां जिनकी सहायता से वह देश को आगे बढ़ाती हैं। अब यह काम केवल सरकारी अधिकारी नही कर सकते हैं।
इसके लिए उस क्षेत्र में स्पेशल लोगों की आवश्यकता होती हैं जो उसके बारे में सही राय दे सके। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि सड़क या बिल्डिंग बनाने का काम हुआ तो वहां सिविल इंजिनियर चाहिए होगा तो बिजली विभाग में इलेक्ट्रिकल इंजिनियर (Junior engineer ka kya kaam hai) की आवश्यकता होगी। इस तरह से विभिन्न बिभागो को उनकी आवश्यकता के अनुसार इंजिनियर की आवश्यकता पड़ती हैं।
जेई की फुल फॉर्म (JE ka full form)
अब यदि आप जे ई की फुल फॉर्म जानना चाहते हैं तो आज हम आपको बता दे कि इसका पूरा नाम जूनियर इंजिनियर (Junior Engineer) होगा। बहुत जगह इसे शोर्ट फॉर्म में JE या J.E. या जेई या जे.ई. कह दिया जाता हैं।
जूनियर इंजिनियर का हिंदी नाम (Junior engineer ka Hindi meaning)
अब जब आप जूनियर इंजिनियर के बारे में इतना सब जान ही रहे हैं तो आपको इसके हिंदी नाम के बारे में भी पता होना चाहिए। तो आज आप जान ले की जूनियर इंजिनियर को हिंदी में कनिष्ठ अभियंता कहा जाता हैं। या फिर इसे सहायक अभियंता भी कहा जा सकता हैं।
जूनियर इंजिनियर के प्रकार (Junior engineer ke prakar)
अब आपको यह भी जानना चाहिए कि आखिरकार सरकार किन किन जूनियर इंजिनियर को अपने यहाँ भर्ती करती हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप जूनियर इंजिनियर के बारे में तो जान गए हैं लेकिन इसके प्रकार कौन कौन से हैं या फिर आप किस तरह के जूनियर इंजिनियर बन सकते हैं, यह भी मायने रखता हैं। इसलिए आइए जाने जूनियर इंजिनियर के प्रकार के बारे में।
#1. सिविल जूनियर इंजिनियर (Civil Junior Engineer)
सिविल इंजिनियर की सरकारी विभागों में प्रमुखता से भर्ती की जाती हैं। एक तरह से देश के नव निर्माण में इन्ही की ही भूमिका होती है। अब जो हम अपने घर या भवन इत्यादि का निर्माण करवाते हैं उसके लिए भी हमें आर्किटेक्ट या इंजिनियर की आवश्यकता पड़ती है। तो जरा सोचिये, देश में जो इतने बड़े बड़े नव निर्माण हो रह्व हैं जैसे कि राष्ट्रीय भवन, सड़क, राष्ट्रीय राजमार्ग, पुल इत्यादि उनका निर्माण किसके अंतर्गत होगा।
इसलिए भारत सरकार के द्वारा अपने अंतर्गत बहुत से जूनियर इंजिनियर की भर्ती निकाली जाती हैं। इसके लिए उनका एसएससी के तहत एग्जाम लिया जाता हैं और उसके बाद उसमे उनका चयन किया जाता है। जो परीक्षार्थी इसमें पास हो जाते हैं तब उन्हें आगे के राउंड के लिए बुलाया जाता हैं और फिर उनका सिविल जूनियर इंजिनियर के पद पर चयन किया जाता हैं।
#2. मैकेनिकल जूनियर इंजिनियर (Mechanical Junior Engineer)
अब सिविल इंजिनियर तो सदके, बिल्डिंग इत्यादि का निर्माण कर देगा लेकिन जब कोई चीज़ वाहन इत्यादि में आ जाती हैं या जिसमे मैकेनिक्स के पार्ट आ जाते हैं तो उसके लिए मैकेनिकल इंजिनियर की ही आवश्यकता पड़ती हैं। अब वह पार्ट चाहे रेलवे के हो या कार के या हवाई जगह के या ऐसा ही कुछ।
तो इसके लिए भारत सरकार को अपने कई विभागों में मैकेनिकल इंजिनियर को भर्ती करने की भी आवश्यकता पड़ती हैं। इसके लिए भी हर वर्ष भर्ती होती हैं और उसमे आपसे मैकेनिकल विषय पर प्रश्न पूछे जाएंगे और उसके बाद आपका संबंधित श्रेणी में चयन हो जाएगा।
#3. इलेक्ट्रिकल जूनियर इंजिनियर (Electrical Junior Engineer)
अब देश में जहाँ भी बिजली आती हैं या हम अपने घर, कार्यालय में जिस बिजली का इस्तेमाल करते हैं, वह आती कैसे हैं? उसकी व्यवस्था कौन करता हैं? कौन सी तार कहां से जाएगी और कौन सा खम्भा कहां लगेगा, यह कौन निर्धारित करता हैं? तो इसका उत्तर हैं यह सब सरकारी बिजली विभाग में तैनात इलेक्ट्रिकल जूनियर इंजिनियर या सीनियर इंजिनियर के अंतर्गत ही होता है।
देश में बिजली विभाग में हजारो इलेक्ट्रिकल जूनियर इंजिनियर की भर्ती की जाती हैं। कहीं भी पॉवर कट होना, उसे सही करना, ट्रांसफार्मर की देखभाल, कोई फ्यूज उड़ जाना और उसकी मरम्मत करना, इत्यादि सभी तरह के काम इलेक्ट्रिकल जूनियर इंजिनियर के अंतर्गत ही आते हैं।
#4. सॉफ्टवेर जूनियर इंजिनियर (Software Junior Engineer)
अब जब इंजिनियर की बात हो रही हैं तो फिर हम सॉफ्टवेर इंजिनियर को कैसे ही भूल सलते हैं। आजकल के समय में सरकारी विभागों में सॉफ्टवेर इंजिनियर की मांग बहुत तेजी से बढ़ रही हैं। बढ़ते आधुनिकीकरण ने सॉफ्टवेर इंजिनियर की मांग बहुत तेजी से बढ़ा दे हैं। अब सरकार अपने लगभग हर विभाग में सॉफ्टवेर इंजिनियर की भर्ती कर रही हैं।
ऐसा इसलिए क्योंकि आजकल हर चीज़ ऑनलाइन होने लगी हैं फिर चाहे वह सरकारी योजना का क्रियान्वयन हो या कोई डाटा जुटाना हो या कोई एल लांच करनी हो या कोई विभाग का कामकाज चलाना हो जैसे कि रेलवे या कोई और। तो अब इन सब चीजों को देखेगा कौन? एक सॉफ्टवेर इंजिनियर ही इन्हें संभाल पाएगा। ऐसे में आगे तो सरकारी विभागों में सॉफ्टवेर इंजिनियर की लाखों नौकरियां निकलने वाली हैं।
#5. केमिकल जूनियर इंजिनियर (Chemical Junior Engineer)
अब सरकारी को कई तरह के टेस्ट करवाने होते हैं, कई तरह की दवाइयों को चेक करना हप्ता हैं, ड्रग्स उत्यादी की जांच करवानी होती हैं, बहुत जगह कार्यवाही करनी होती हैं, मेडिकल क्षेत्र को आगे बढ़ाने में योगदान देना होता हैं। ऐसे में वह यह सब किसके बलबूते कर पायेगी? इसके लिए सरकार को केमिकल इंजिनियर की ही आवश्यकता पड़ेगी।
इसलिए केमिकल इंजीनियरिंग में भी सरकारी विभाग में जूनियर इंजिनियर के पद पर नौकरी पायी जा सकती हैं। इसके लिए आपको संबंधित विषय में केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री लेनी होगी।
इस तरह से कई तरह के सरकारी विभागों में अन्य इंजिनियर के पद के लिए भी नौकरियां निकलती हैं। जैसे कि भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान केंद्र या इसरो में एरोनोतिकल इंजिनियर या स्पेस इंजिनियर की भर्ती होती हैं तो कई विभागों में इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की इत्यादि।
जूनियर इंजिनियर कैसे बने (Junior engineer kaise bane)
अब जब आप जूनियर इंजिनियर बनना चाहते हैं तो आपको इसके लिए अपनों दसवीं कक्षा के बाद से ही मेहनत शुरू करनी चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपको (Junior engineer in Hindi) सरकारी विभाग में जूनियर इंजिनियर की नौकरी चाहिए तो इसके लिए आपको शुरू से ही बहुत मेहनत करनी की आवश्यकता हैं अन्यथा आपका जूनियर इंजिनियर के पद पर चयन नही हो पाएगा।
#1. दसवीं के बाद ले नॉन मेडिकल
जूनियर इंजिनियर बनने के लिए आपका दसवीं कक्षा के पास नॉन मेडिकल विषय लेना आवश्यक हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपको आगे चलकर इंजीनियरिंग करनी होगी या उसमे डिप्लोमा करना होगा। तो इन सभी को करने के लिए आपका दसवीं के बाद 11 वीं व बारहवीं कक्षा में नॉन मेडिकल होना आवश्यक हैं।
आपको अपनी 11 वीं व बारहवीं कक्षा में अनिवार्य रूप से फिजिक्स, केमिस्ट्री व गणित विषय पढ़ने होंगे। हालाँकि आप मेडिकल लेकर एक्स्ट्रा विषय के रूप में गणित भी चुन सकते हैं लेकिन यह आपके लिए ही सिर दर्दी का कारण बनेगा क्योंकि आपको गणित व बायोलॉजी दोनों ही पढ़ने होंगे। इसलिए अपनी 11 वीं कक्षा में नॉन मेडिकल लेंगे तो बेहतर रहेगा।
#2. बारहवीं करें अच्छे नंबर से पास
अब जब आप नुनिओर इंजिनियर बनना चाहते हैं तो आपको बारहवीं में अच्छे अंक लाने होंगे। यदि आपके अच्छे अंक नही आये तो आपको किसी अच्छे इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश नही मिल पाएगा। किंतु आपको आगे चलकर जूनियर इंजीनियरिंग बनने के लिए किसी अच्छे कॉलेज से पास होना आवश्यक नही हैं बल्कि उस विभाग में निकली भर्ती को भरना होगा।
फिर भी यदि आप चाहते हैं कि आपकी तैयारी पहले से ही अच्छे से हो और आपका बेस मजबूत बने तो आपको बारहवीं कक्षा में अच्छे अंक लाकर एक अच्छे कॉलेज या यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेना चाहिए। इससे आपको शुरुआत से ही अच्छा सीखने को मिलेगा और उसी आधार पर आपको प्रवेश भी मिलेगा।
#3. इंजीनियरिंग में प्रवेश ले
अब जब आप जूनियर इंजिनियर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं तो आपका केवल बारहवीं कक्षा में पास हो जाना ही काफी नही होता हैं। अब आपको किसी फील्ड में अपनी स्नातक भी पूरी करनी होगी। जिस प्रकार आपने दसवीं के बाद नॉन मेडिकल का चुनाव किया था ठीक उसी तरह अब आपको इंजीनियरिंग में आद्गे पढ़ने के लिए किसी विशेष इंजीनियरिंग के विषय को चुनना होगा।
इन विषयो के बारे में हमने आपको ऊपर जानकारी दी हैं और उनके काम को भी भलीभांति बताया हैं। जैसे कि यदि आपका सॉफ्टवेर में ज्यादा इंटरेस्ट हैं तो आप सॉफ्टवेर इंजीनियरिंग में जाए और यदि आपको फिजिक्स जैसे सब्जेक्ट में ज्यादा इंटरेस्ट हैं तो आप सिविल या मैकेनिकल इंजीनियरिंग में अपना भविष्य बनाए।
सही फील्ड का चुनाव आपके आगे का भविष्य बनाने में बहुत सहायक सिद्ध होगी। इसलिए इंजीनियरिंग में प्रवेश लेते समय अपनी फील्ड का चुनाव बहुत सोच समझ कर ही करें अन्यथा बाद में इसके दुष्परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। आप इंजीनियरिंग में बी टेक या बीए या डिप्लोमा कर सकते हैं। यह पूर्णतया आप पर निर्भर करता हैं कि आप किस क्षेत्र में डिग्री लेना चाहते हैं।
#4. अपनी ग्रेजुएशन पूरी करें
अब जब आपने इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश ले लिया हैं और किसी विषय का भी चुनाव कर लिया हैं तो अब आपको अगले 3 से 4 वर्ष इसमें रहकर पढ़ाई करनी होगी। यदि आपने सिविल चुनी हैं तो आपको 4 वर्ष तक सिविल इंजीनियरिंग की ही पढ़ाई करवाई जाएगी और कोई अन्य फील्ड चुनी हैं तो उसी से संबंधित विषयों को 4 वर्ष तक पढ़ाया जाएगा।
हालाँकि अप सरकारी विभाग में जूनियर इंजिनियर बीए इन इंजीनियरिंग या डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग करके भी बन सकते हैं लेकिन इसके लिए बहुत कम पद होते हैं और कई विभाग तो इन्हें लेते भी नही हैं। ऐसे में यदि आप इंजीनियरिंग अर्थात बी टेक ही करेंगे तभी आपके लिए बेहतर रहेगा। हालाँकि आप किस विषय में इंजीनियरिंग करते हैं उसके अनुसार भी आपको किस विभाग में नौकरी मिलेगी यह मायने रखता हैं।
#5. एसएससी या अन्य विभाग की परीक्षा में आवेदन करे
अब जब आपने अपनी स्नातक पूरी कर ली हैं और इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त कर ली हैं तो आपको अगले पड़ाव के रूप में केंद्र सरकार के द्वारा आयोजित एसएससी जूनियर इंजिनियर की परीक्षा में बैठना होगा। यह हर वर्ष भारत के स्तर पर आयोजित करवाई जाती हैं जिसमे कोई बझी भारतीय बैठ सकता हैं। इसमें आपके इंजीनियरिंग की फील्ड से प्रश्न पूछे जाएंगे।
साथ ही आप विबुइन्न सरकारी विभाग जो अपने लिए कुछ पदों पर इंजीनियरिंग की अलग से भर्ती निकालते हैं, उनमे भी आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए चयन प्रक्रिया लगभग सभी की समान ही होती हैं। आइए जाने एसएससी जूनियर इंजिनियर की चयन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से।
एसएससी जूनियर इंजिनियर की चयन प्रक्रिया (SSC JE kaise bane)
अब जब आप एसएससी जूनियर इंजिनियर बनने के लिए आवेदन करेंगे तो आपको सबसे पहले इसका फॉर्म भरना होगा। एसएससी जूनियर इंजिनियर का फॉर्म भरते समय पूरा ध्यान रखे क्योंकि इसमें आपके सामने कई तरह के सरकारी विभाग होंगे और उनमे कई तरह के इंजीनियरिंग के पद होंगे। यदि आपने गलत पद को टिक करके भेज दिया तो फिर सारी मेहनत पर पानी फिर जाएगा। इसलिए इसे भरते समय सावधानी बरते।
अब जब आप फॉर्म भर देंगे तो कुछ ही समय में आपकी परीक्षा आयोजित करवाई जाएगी। एसएससी जूनियर इंजिनियर की परीक्षा में पास करने के लिए आपके 3 से 4 राउंड लिए जाएंगे। पहले राउंड में आपसे केवल ऑब्जेक्टिव प्रश्न ही पूछे जाएंगे जो गणित, रीजनिंग, अंग्रेजी व सामान्य ज्ञान में से होंगे। जब आप इसे पास कर लेंगे तो आपकी दूसरे राउंड की परीक्षा ली जाएगी।
एसएससी जूनियर इंजिनियर के दूसरे राउंड में आपकी लिखित परीक्षा (JE ka exam) ली जाएगी। इसमें आपसे आपकी इंजीनियरिंग की फील्ड से प्रश्न पूछे जाएंगे जिनका उत्तर आपको लिखकर देना होगा या उन्हें हल करके देना होगा। जब आप इसे भी पास कर लेंगे तो तीसरे राउंड में आपका इंटरव्यू लिया जाएगा।
एसएससी जूनियर इंजीनियरिंग के लिए आपका तीसरा राउंड इंटरव्यू होगा लेकिन कभी कभी इससे पहले ग्रुप डिस्कशन भी लिया जा सकता हैं। यह भारत सरकार पर निर्भर करता हैं कि वह किस वर्ष में कैसी परीक्षा आयोजित करवाती हैं। जैसे ही आप ग्रुप डिस्कशन व इंटरव्यू को पास कर लेंगे तो अंतिम चरण के रूप में आपके डाक्यूमेंट्स को सत्यापित किया जाएगा।
एक बार आपके डाक्यूमेंट्स का सत्यापन हो गया तो फिर आपको जूनियर इंजिनियर (JE ka syllabus) के पद पर चयन कर लिया जायगा। अब आप उस सरकारी विभाग में जुनिर इंजिनियर का काम करना शुरू कर सकते हैं।
जूनियर इंजिनियर की नौकरी करना (JE ki naukri)
अब जब आप जूनियर इंजिनियर बन गए हैं तो आपका अगला प्रश्न होगा कि आखिरकार जूनियर इंजिनियर बनकर आपकी किस विभाग में नौकरी लग सकती हैं और उसमे किस पद पर नौकरी लगेगी। तो आज हम आपको यह भी बताएँगे ताकि किसी भी तरह की शंका आपके मन में ना रहें। आइए जाने जूनियर इंजिनियर बनकर आपकी किस किस सरकारी विभाग में और किस पोस्ट पर नौकरी लग सकती हैं।
- बिजली विभाग में आपकी इलेक्ट्रिकल इंजिनियर के पद पर नौकरी लग सकती हैं। इसमें आपको बिजली विभाग, ट्रांसफार्मर, संयंत्र इत्यादि की देखभाल करनी होगी।
- केंद्रीय जल विभाग में आपकी सिविल व मैकेनिकल इंजिनियर के पद पर नौकरी लग सकती हैं। इसमें आपको जल वितरण प्रणाली, पाइपलाइन इत्यादि को देखना होगा।
- सीमा सड़क विभाग में आपकी सिविल, एम्चानिकल व इलेक्ट्रिकल तीनो पदों पर नौकरी लग सकती हैं। इसमें आपको भारतीय सेना के लिए सड़को के निर्माण, वहां बिजली की तारे बिछाना इत्यादि में काम होगा।
- टेलिकॉम कंपनी जैसे कि बीएसएनएल में आपकी इलेक्ट्रिकल व इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग के पद पर नौकरी लग सकती हैं। यहाँ पर आपको बीएसएनएल के सिग्नल, वाई फाई व अन्य सेवाओं को देखना होगा।
- रेलवे विभाग में आपकी सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इलेक्ट्रिकल व सॉफ्टवेर सभी पदों में नौकरी लग सकती हैं क्योंकि यहाँ हर इंजिनियर की पोस्ट के लिए काम होता हैं।
- भेल या अन्य विद्युत् संयंत्रों में आपकी इलेक्ट्रिकल या इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग की पोस्ट पर नौकरी लग सकती हैं।
- सरकारी बैंक में आपकी सॉफ्टवेर इंजिनियर या इलेक्ट्रॉनिक्स इंजिनियर के पद पर नौकरी लग सकती हैं जिसमे आपको बांको का सर्वर, वेबसाइट, ऐप इत्यादि को संभालना होता हैं।
इस तरह कई सरकारी विभाग होंगे जहाँ आपकी विभिन्न इंजिनियर के पद पर नौकरी लग सकती है या आप उनके लिए आवेदन कर सकते हैं। साथ ही आप किसी भी सरकारी विभाग में सॉफ्टवेर इंजिनियर के पद के लिए आवेदन कर सकते हैं क्योंकि आज के आधुनिकीकरण के समय में हर विभाग को अपने लिए सॉफ्टवेर इंजिनियर की आवश्यकता होती ही होती हैं।
जूनियर इंजिनियर की सैलरी (JE ka salary kitna hai)
अब सबसे अंतिम व मुख्य बात और वो है कि आखिरकार जूनियर इंजिनियर की सैलरी कितनी होती हैं। अब यह पूर्ण रूप से आपको मिले पद व नौकरी पर निर्भर करेगा। जैसे कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि एक जूनियर इंजिनियर किसी भी पोस्ट पर और कई तरह के सरकारी विभाग में नौकरी के लिए आवेदन कर सकता हैं। ऐसे में आप किस विभाग में और किस पद पर जूनियर इंजिनियर की नौकरी कर रहे हैं या करेंगे, उसी पर आपकी सैलरी निर्भर करेगी।
यदि एक सामान्य जूनियर इंजिनियर की सैलरी की बात की जाए तो वह 25 हज़ार से लेकर 60 हज़ार तक हो सकती हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि शुरूआती तौर पर किसी भी जूनियर इंजिनियर की सैलरी न्यूनतम 25 हज़ार व अधिकतम 60 हज़ार तक होगी। फिर धीरे धीरे यह आपके अनुभव व समय के अनुसार बढ़ती चली जाएगी।
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प्रश्न: जेई का काम क्या होता है?
उत्तर: जेई का काम कई तरह का हो सकता हैं जैसे कि बिजली विभाग में इलेक्ट्रिकल इंजिनियर का काम तो सड़क विभाग में सिविल इंजिनियर काम इत्यादि।
प्रश्न: बिजली विभाग में जेई की सैलरी कितनी होती है?
उत्तर: बिजली विभाग में जेई की शुरूआती सैलरी 40 हज़ार के आसपास होती है।
प्रश्न: जूनियर इंजीनियर की सैलरी कितनी होती है?
उत्तर: जूनियर इंजीनियर की सैलरी 30 से 40 हज़ार के आसपास होती है।
प्रश्न: रेलवे में जूनियर इंजीनियर बनने के लिए क्या करें?
उत्तर: रेलवे में जूनियर इंजीनियर बनने के लिए आपको एसएससी जूनियर इंजिनियर या रेलवे का अलग से फॉर्म भरना होगा।
प्रश्न: जेई को हिंदी में क्या कहते है?
उत्तर: जेई को हिंदी में कनिष्ठ अभियंता कहते है।