किसान खाद सब्सिडी योजना के 5 हजार रुपए कब मिलेंगे | खाद सब्सिडी का पैसा कब आएगा? | Fertilizer Subsidy Scheme

|| किसान खाद सब्सिडी योजना के 5 हजार रुपए कब मिलेंगे, खाद सब्सिडी का पैसा कब आएगा? when will the farmers get the 5 thousand rupees for fertilizer? Former Fertilizer Subsidy Scheme, खाद के लिए ₹ 5000 कब मिलेंगे? यूरिया सब्सिडी किसानों के खाते में कब से आएगा, पीएम किसान खाद योजना लिस्ट ||

यह तो आप जानते ही हैं कि सरकार किसानों के हित के लिए कई योजनाएं चला रही है। वह खाद/उर्वरक कंपनियों (fertilizer companies) को सब्सिडी (subsidy) भी देती है, जिससे किसानों को खाद सस्ता मिल सके। किंतु हो यह रहा है कि सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद किसानों को दिक्कत का सामना करना पड रहा है।

ऐसे में सरकार अब बजाय कंपनियों को सब्सिडी देने के सीधे किसानों के खाते में यह पैसा भेजने की योजना लेकर आई है, ताकि उन्हें इसका तत्काल लाभ मिल सके और वे बाजार से सस्ती खाद खरीद सकें। किसानों के नजरिए से यह एक अच्छा कदम कहा जा सकता है। आज इस पोस्ट में हम आपको इसी योजना के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे और आपको बताएंगे कि किसानों को खाद के लिए 5 हजार रुपए कब मिलेंगे? आइए, शुरू करते हैं-

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किसान खाद सब्सिडी योजना क्या है? (What is farmer fertilizer subsidy scheme?)

दोस्तों, आपको बता दें कि केंद्र सरकार (Central government) की ओर से पीएम किसान सम्मान निधि योजना (pm kissan samman nidhi yojana) के अंतर्गत किसानों को 6 हजार रुपए पहले से ही दिए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त केंद्र सरकार के उर्वरक एवं खाद मंत्री सदानंद गौड़ा की ओर से वर्ष 2021 में उर्वरक की सब्सिडी के तौर पर उन्हें 5 हजार रूपए दिए जाने की भी घोषणा की गई है।

मित्रों, यह तो आप जानते ही हैं कि हमारे देश में किसानों की हालत कतई अच्छी नहीं। खेती की लागत महंगाई की वजह से दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ रही है। ऐसे में निश्चित रूप से इस खाद सब्सिडी के उन्हें सीधे मिलने से उन्हें राहत महसूस होगी।

किसान खाद सब्सिडी योजना के 5 हजार रुपए कब मिलेंगे | खाद सब्सिडी का पैसा कब आएगा?

किसान खाद सब्सिडी योजना के 5 हजार रुपए कब मिलेंगे? (When will farmers get 5 thousand rupees for fertilizer?)

प्रत्येक किसान यह जानना चाहता है कि उसे खाद के लिए सरकारी की ओर से बतौर सब्सिडी दिए जाने वाले 5 हजार रुपए कब मिलेंगे? दोस्तों, आपको जानकारी दे दें कि किसानों को यह उर्वरक सब्सिडी (fertilizer subsidy) दो किश्तों में प्रदान की जानी है। पहली किस्त (installment) के ढाई हजार रूपए रबी की फयल बुवाई के समय, जबकि दूसरी किस्त के पैसे खरीफ की फसल बुवाई के समय दी जाएगी।

इससे वे उच्च गुणवत्ता (High quality) के बीज एवं उर्वरक (seed and fertilizer) खरीद पाएंगे। खास बात यह है कि यह राशि (amount) उनके खाते में सीधे हस्तांतरित (transfer) की जाएगी। यानी इस राशि का डीबीटी (DBT) किया जाएगा। इससे भ्रष्टाचार (corruption) पर अंकुश लगने की भी पूरी पूरी संभावना है।

रबी एवं खरीफ की फसलें कब बोई जाती है? (When does the crops of Rabi and kharif are plant?)

मित्रों, हमने आपको बताया कि पहली किश्त (first installment) रबी की फसल की बुआई के समय, जबकि दूसरी खरीफ की बुआई के समय मिलेगी। लेकिन बहुत से लोगों को इन फसलों की बेसिक जानकारी नहीं। वे नहीं जानते कि रबी एवं खरीफ की फसलें कब बोई जाती हैं। आइए, पहले आपको जानकारी दे दें कि रबी की फसल कब बोई जाती है? मित्रों, रबी की फसल सामान्य तौर पर अक्तूबर-नवंबर के महीने में बोई जाती है।

दरअसल इन फसलों (crops) को बुआई के समय कम तापमान (low temperature) की आवश्यकता होती है। जैसे-गेहूं, जौ, चना, मसूर, आलू अलसी, मटर, सरसों आदि। आइए, अब आते हैं खरीफ की फसल पर। आपको बताते हैं कि खरीफ की फसल कब बोई जाती है? दोस्तों, खरीफ की फसल में भारत में जून जुलाई में बोई जाती है एवं इन्हें अक्तूबर में काटा जाता है। इन्हें बोने के वक्त अधिक तापमान एवं आर्द्रता (high temperature and humidity) की आवश्यकता होती है। इन फसलों में धान यानी चावल, मक्का, ज्वार, बाजरा, तुअर, मूंग, कपास, उड़द, जूट, सोयाबीन आदि की फसल आदि है।

किसानों को खाद सब्सिडी के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी? (What documents a farmer need to get subsidy?)

अब आपको जानकारी देते हैं कि किसनों को खाद के लिए किन दस्तावेजों (documents) की आवश्यकता होगी। ये इस प्रकार से हैं-

  • आवेदक किसान का आधार कार्ड।
  • आवेदक किसान का राशन कार्ड।
  • संबंधित किसान के बैंक खाते का ब्योरा।
  • किसान की जमीन के कागजात की प्रति।
  • किसान का रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर, जो उसके खाते से लिंक हो।

किसान खाद सब्सिडी योजना का लाभ लेने के लिए कैसे आवेदन करें? (How to apply to get benefit of farmer fertilizer subsidy scheme?)

मित्रों, आइए अब आपको बताते हैं कि किसान खाद सब्सिडी योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कैसे किया जा सकता है? इसकी प्रक्रिया इस प्रकार से है-

  • इसके लिए सर्वप्रथम आपको पीएम किसान खाद योजना के लिंक dbtbharat.gov.in पर जाना होगा।
  • अब आपके सामने डीबीटी साइट खुल जाएगी।
किसान खाद सब्सिडी योजना के 5 हजार रुपए कब मिलेंगे | खाद सब्सिडी का पैसा कब आएगा?
  • यहां आपको apply online के आप्शन पर क्लिक करना होगा। आगे आपको दिखाई देने वाले पेज पर farmers आप्शन पर क्लिक करना होगा। अब आपको यहां fertilizer subsidy scheme के विकल्प को चुनना होगा।
किसान खाद सब्सिडी योजना के 5 हजार रुपए कब मिलेंगे | खाद सब्सिडी का पैसा कब आएगा?
  • इसके आगे क्लिक (click) करते ही आपके सामने पीएम किसान खाद योजना का आनलाइन फार्म खुल जाएगा।
  • यहां आपको अपनी भाषा के साथ ही शहरी/ग्रामीण किसान के आप्शन में से अपना वर्ग चुनना होगा।
  • इसके पश्चात अपना आधार नंबर डालकर अपना जिला चुनें।
  • इसके पश्चात कैप्चा कोड (captcha code) दर्ज करना होगा।
  • अब सबमिट (submit) के आप्शन पर क्लिक करें।
  • इस प्रकार किसान खाद योजना के तहत सब्सिडी के लिए आपका आवेदन पूरा हो जाएगा।

क्या किसान खाद सब्सिडी योजना से किसानों की सूरत बदलेगी? (Will the scene of farmers change with farmer fertilizer subsidy scheme?)

केंद्र सरकार किसानों के हित के लिए और उनके लिए खेती की लागत (cost of farming) कम करने के लिए कई प्रकार की योजनाओं का संचालन कर रही है। इसमें कृषि यंत्रों (agriculture apparatus) पर सब्सिडी जैसी अनेक योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं से बेशक किसानों की खेती की लागत शून्य नहीं होती, लेकिन कम जरूरत होती है।

एक ऐसी अर्थव्यवस्था (economy) में जहां रुपए की कीमत (value of rupee) लगातार गिर रही है, महंगाई का बोझ लगातार लोगों के सिर पर बढ़ता जा रहा है किसानों के लिए इस प्रकार की योजनाएं निश्चित रूप से उनके लिए राहत का सबब बन रही हैं।

भारत में किसानों की स्थिति क्या है? (What is the condition of farmers in india?)

जहां हम यह बात कर रहे हैं कि सरकार किसानों की भलाई के लिए योजनाएं चला रही हैं, तो ऐसे में यह जानना भी प्रासंगिक है कि भारत में किसानों की क्या स्थिति है? मित्रों, आपको जानकारी दे दें कि तमाम शहरीकरण और आधुनिकता के बावजूद भारत अभी भी गांवों का देश है। यहां की 70 प्रतिशत आबादी अभी भी कृषि कार्य में संलग्न है। अपने स्थान एवं मौसम के अनुसार ये किसान फसलों का उत्पादन करते हैं। इन किसानों को ही भारत देश की रीढ़ की संज्ञा प्राप्त है।

इन दिनों सरकार का गोवंश रक्षा पर बेहद जोर है। ऐसे में किसानों की फसलों को रक्षा का संकट भी उत्पन्न हो गया है। गांव में छुट्टे घूमते आवारा पशु उनकी फसलों को चौपट कर रहे हैं। कई स्थानों पर किसानों ने इलेक्ट्रिक फेंसिंग (electric fencing) कराकर भी इस मुश्किल से छुटकारा पाने की कोशिश की, लेकिन अब अधिकांश राज्यों ने इस पर भी रोक लगा दी है।

किसान परंपरागत तरीकों से हटकर भी खेती कर रहे (farmers are farming except traditional ways too?)

दोस्तों, यहां यह उल्लेख करना भी अप्रासंगिक नहीं होगा कि बहुत से किसानों ने परंपरागत खेती (traditional farming) से हटकर नई फसलों की खेती कर मुनाफा कमाने का भी काम किया है। जैसे ड्रैगन फ्रूट (dragon fruit), एग प्लांट (egg plant) आदि की खेती। कोरोना (corona) में खास तौर पर ड्रैगन फ्रूट की खेती की ओर लोग प्रवृत्त हुए हैं।

वहीं, सरकार के कदमों के बाद जीरो बजट खेती (zero budget farming) की ओर भी किसान प्रवृत्त हुए हैं। वे आर्गेनिक खेती (organic farming) करने को तरजीह दे रहे हैं। इसकी एक बहुत बड़ी वजह रासायनिक खेती (chemical farming) के कारण सेहत (health) पर होने वाले दुष्प्रभाव (side effects) भी हैं। आपको शायद न पता हो, शरीर को कैंसर जैसे खतरनाक रोग इसके भीतर भोजन के जरिए पहुंचने वाले खतरनाक रासायनिक तत्वों की ही देन हैं।

यही वजह है कि हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश के कई गांवों में अब रासायनिक खेती के खिलाफ एक आंदोलन शुरू हो गया है। एक और खास बात। पहले अधिकांश किसान अनपढ़ या कम पढ़े लिखे होते थे, लेकिन इन दिनों जो किसान आधुनिक तरीके से खेती कर रहे हैं, उनमें से अधिकांशतः उच्च शिक्षा प्राप्त हैं। यही वजह है कि वे खेती में नवीनतम तकनीकों को आसानी से आत्मसात कर पा रहे हैं।

किसान खाद सब्सिडी योजना क्या है?

इस योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार की ओर से बतौर खाद सब्सिडी पांच हजार रुपए सीधे किसानों के खाते में भेजे जाने की व्यवस्था की गई है।

यह राशि किसानों को कैसे मिलेगी?

यह राशि किसानों को ढाई-ढाई हजार रुपए की दो बराबर किश्तों में मिलेगी।

किसानों को खाद के पांच हजार रुपए कब मिलेंगे?

किसानों को खाद के पांच हजार रुपए दो किश्तों में रबी और खरीफ की फसल की बुआई से पहले मिलेंगे।

रबी की फसल कब बोई जाती है?

रबी की फसल सामान्यत: अक्तूबर, नवंबर के महीने में बोई जाती है।

रबी की फसल में क्या क्या शामिल है?

रबी की फसल में गेहूं, जौ, अलसी, मटर आदि फसलें शामिल हैं।

खरीफ की फसल की बुआई कब होती है?

खरीफ की फसल की बुआई जून-जुलाई में होती है। इसमें धान, ज्वार, बाजरा जैसी फसलें शामिल हैं।

मित्रों, हमने आपको इस पोस्ट (post) में दी जानकारी कि किसान खाद सब्सिडी योजना के 5 हजार रुपए कब मिलेंगे। उम्मीद है कि इस जानकारी से आपके भीतर खाद की सब्सिडी को लेकर उठ रहे सभी प्रश्नों का जवाब मिल गया होगा। यदि आप इसी प्रकार की जानकारीवर्धक पोस्ट हमसे चाहते हैं तो उसके लिए हमें नीचे दिए गए कमेंट बाक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके बता सकते हैं। ।।धन्यवाद।।

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प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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