उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण ऑनलाइन इन हिंदी – हमारा देश बहुत ही विशाल और संपन्नता प्राप्ति देश है। यहां विभिन्न जाति, धर्म,भाषा,संप्रदाय के लोग रहकर देश हित में कार्य करते हैं। किसी भी देश की संपन्नता उसके लोगों पर निर्भर करती है। देश में रहने वाले युवा, बच्चे,बुजुर्ग सभी देश की प्रगति के लिए ही कार्यरत रहते हैं। इस देश में विभिन्न प्रकार के लोग रहते हैं, जो विभिन्न कार्य करके अपना जीवन यापन करते हैं।
हमारे देश में बहुतायत श्रमिक वर्ग भी पाया जाता है। देश के प्रत्येक राज्य में ही इन्हें आसानी से देखा जा सकता है। कई बार इन्हें काम की तलाश में एक जगह से दूसरी जगह आते जाते भी देख सकते हैं।
उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण क्या है? What is Uttar Pradesh Labor Registration?
देश का श्रमिक वर्ग बहुत ही मेहनती होता है। इनका मुख्य कार्य शारीरिक होता है। श्रमिक का तात्पर्य मजदूर से होता है। घर बनाने वाले,सड़क बनाने वाले,पुताई करने वाले मजदूर ही श्रमिक होते हैं,जो अपने काम के बदले में पैसे लेकर घर चलाते हैं अपने और अपने परिवार का जीवन यापन करते हैं। इन्हें अपनी मजदूरी निश्चित अवधि के बाद प्राप्त होती है। कोई भी श्रमिक वर्ग हमेशा अपने कार्य में विशेष योग्यता रखते हैं और हमेशा गतिशील बने रहते हैं। समाज में इनका स्थान बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है।हमारे देश के राज्य सरकारें भी श्रमिकों के लिए विशेष और उपयोगी कदम उठाने से पीछे नहीं हटती है।
ऐसे में भारत के महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश द्वारा श्रमिकों के पंजीकरण की योजना सार्थक साबित हो रही है। इस योजना का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किया गया है। उत्तर प्रदेश के इस योजना के अंतर्गत सभी श्रमिक वर्ग के मजदूरों को राज्य सरकार पंजीकृत करने का सुनहरा अवसर प्रदान करती है,जिसके अंतर्गत श्रमिकों को सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा। इस योजना से श्रमिकों के परिवार को भी राहत मिल सकेगी। इस कल्याणकारी योजना का पूरा श्रेय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जाता है।
समाज के विकास में श्रमिकों का विशेष योगदान माना गया है। बिना श्रमिकों के सहयोग के निरंतर प्रगति असंभव सी है। इस योजना के तहत श्रमिकों को आर्थिक सहायता आसानी से प्रदान की जा सकती हैं।
योजना का नाम | उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण |
किसके द्वारा शुरू की गयी | उत्तर प्रदेश सरकार |
लाभार्थी | राज्य के श्रमिक लोग |
पंजीकरण का प्रकार | ऑनलाइन |
ऑफिसियल वेबसाइट | https://uplabour.gov.in/ |
उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण कैसे करें?
इस योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश सरकार श्रमिकों को आर्थिक सहायता आसानी से दे सकेगी। इस योजना के तहत आर्थिक सहायता सीधे मजदूरों के बैंक खाते में पहुंचा दिया जाएगा और इस योजना में मजदूरों को 12000 से लेकर 100000 तक की आर्थिक मदद किया जा सकेगा। इस कार्य के लिए मजदूरों का पंजीकरण बहुत ही अनिवार्य होगा।
उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण योजना के लिए आवेदक की आयु 18 वर्ष से 60 वर्ष के मध्य होनी चाहिए और इस योजना का पंजीयन ऑनलाइन होगा। इसका फायदा आसानी से उठाया जा सकेगा। ऑनलाइन आवेदन घर बैठे भी किया जा सकेगा। इसके लिए श्रमिकों को ऑफिशियल वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा और उसके बाद ही इस योजना का फायदा उठाया जा सकता है।
कौन-कौन से श्रमिक पंजीकरण करवा सकते हैं? Which workers can register?
इन सभी प्रकार के मजदूर श्रमिक पंजीकरण योजना का लाभ उठा सकते हैं और अपने कार्य को एक नई दिशा में ले जा सकते हैं।
- 1) बिल्डिंग का कार्य करने वाले
- 2) लोहार
- 3) पुताई करने वाले
- 4) पॉलिश करने वाले
- 5) राजमिस्त्री
- 6) नल बनाने वाले
- 7) पत्थर तोड़ने वाले
- 8) लेखाकार
- 9) ईट भट्टों पर कार्य करने वाले
- 10) इलेक्ट्रिक वाले
उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण से कौन कौन सी सरकारी योजनाओं लाभ मिलेगा? Which government schemes will benefit from labor registration?
श्रमिक मजदूर पंजीयन होने के बाद इन सभी सरकारी योजनाओं का आसानी से लाभ उठा सकेंगे।
- निर्माण कारागार मृत्यु एवं विकलांग सहायताभोजन
- पेंशन सहायता योजना
- अक्षमता पेंशन योजना
- गंभीर बीमारी सहायता योजना
- कन्या विवाह योजना
- चिकित्सा सुविधा योजना
- आवासीय विद्यालय योजना
- मेधावी छात्र पुरस्कार योजना
- शिशु हित लाभ योजना
- मातृत्व हितलाभ योजना
- कौशल विकास तकनीकी योजना
- निर्माण कारागार बालिका मदद योजना
- निर्माण श्रमिक भोजन सहायता योजना
उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण के लाभ – Benefits of labor registration –
- मेधावी छात्र योजना के अंतर्गत कक्षा 5 से 7 तक ₹4000,कक्षा 8 में ₹5000, कक्षा 9 व 10 ₹5000, कक्षा 11 व 12 में ₹8000,स्नातक से ऊपर की पढ़ाई करने में 11000 से ₹22000 तक दिए जाएंगे।
- कन्या विवाह योजना के अंतर्गत दो बेटियों की शादी पर 55 -55 हजार की आर्थिक मदद दी जाएगी।
- मातृत्व योजना के अंतर्गत पंजीकरण महिलाओं को ₹12000 और शिशु लाभ लड़का होने पर 10,000 और लड़की होने पर ₹12000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
- आवास योजना के अंतर्गत मकान बनाने के लिए ₹100000 तथा भवन मरम्मत के लिए ₹15000 दिए जाएंगे।
इन सभी योजनाओं का लाभ तभी मिल सकेगा जब श्रमिक पंजीकरण करवा लें।
उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेज – Documents required for labor registration –
- यह योजना उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही है इसलिए यह योजना उन्हीं श्रमिकों के लिए है,जो उत्तर प्रदेश का स्थाई निवासी है।
- जिन श्रमिकों ने पिछले 12 महीनों में कम से कम 90 दिन श्रमिक के रूप में कार्य किया हो।
- आवेदक की आयु 18 से 60 वर्ष के मध्य होनी चाहिए।
- श्रमिक पंजीकरण में केवल परिवार के मुखिया के नाम पर ही श्रमिक कार्ड बनता है।
- इसके अलावा आधार कार्ड,राशन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, बैंक विवरण, मोबाइल नंबर, पासपोर्ट साइज फोटो होना भी अनिवार्य है। परिवार के सभी सदस्यों का पहचान पत्र भी अनिवार्य होता है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के श्रमिकों को एक ऐसी योजना प्रदान की है, जिसके तहत लाभ प्राप्त कर श्रमिक अपने परिवार को भली प्रकार से भरण-पोषण कर सकते हैं। इस योजना के तहत कई सारी सरकारी योजना भी मिल जाती है लेकिन सारी योजना का लाभ उठाने के लिए श्रमिक कार्ड बनवाना अनिवार्य है। इस योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड आईडी प्रूफ होने से श्रमिक कार्ड आसानी से बन सकता है।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया – Online registration process –
- 1) सर्वप्रथम ऐड्रेस बार www.uplabour.gov.in पर एंटर करें।
- 2) अगर हिंदी भाषा में रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं, तो हिंदी को सेलेक्ट करें।
- 3) अब अधिनियम प्रबंधन प्रणाली लिंक पर क्लिक करें।
- 4) इसके बाद लेबर एक्ट मैनेजमेंट वेबसाइट खुल जाने से आगे की प्रक्रिया की जा सकती है।
- 5) नए यूजर होने की स्थिति में “रजिस्टर नाऊ” बटन पर क्लिक करें।
Uttar Pradesh Shramik Panjikaran
- अब यदि आप नए यूजर हैं तो “Register Now” बटन पर क्लिक करेंतत्पश्चात New Registration पर क्लिक करें |दिए गए फॉर्म में अपना विवरण भरें तथा यूजर-आईडी(User Name) और पासवर्ड बनाएं।
- आने वाले फॉर्म पर अपना पूरा विवरण भर दें। इसके अंतर्गत पंजीयन नवीनीकरण,वार्षिक रिटर्न के लिए श्रमिक उपयोग कर सकते हैं।
- 6) इसके बाद पंजीयन पर क्लिक करें। दिए गए निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर फॉर्म को सुरक्षित करे।
- 7) इसमें आवश्यक दस्तावेज को संलग्न किया जाता है।
- 8) भुगतान बटन दबाकर आवेदन संख्या डालकर प्रक्रिया पूर्ण की जा सकती है। भुगतान के पेमेंट रसीद को सुरक्षित रख लेना चाहिए।
- 9) भुगतान होने के बाद चालान नंबर,दिनांक,बैंक का नाम फाइल में सबमिट करें।
अगर एप्लीकेशन में किसी प्रकार की कमी रह गई हो, तो उन्हें पुनः भरकर फिर से सबमिट किया जा सकता है। रजिस्ट्रेशन अप्रूव होने के बाद व्यू एप्लीकेशन में जाकर एप्लीकेशन सिलेक्ट करें और ऑप्शन के डाउनलोड सर्टिफिकेट पर क्लिक करें।
- 10) अब सुरक्षित आवेदन में जाकर निरीक्षण रिपोर्ट,रिजेक्शन रिपोर्ट आदि देख सकते हैं।
अगर श्रमिक कार्ड से संबंधित कोई भी प्रूफ नहीं बचा है, तो श्रमिक कार्ड लिस्ट में नाम देखकर फिर से श्रमिक कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। श्रमिक कार्ड डाउनलोड करने के लिए श्रमिक कार्ड नंबर की आवश्यकता होती है।श्रमिक कार्ड के लिस्ट में नंबर देखकर नया कार्ड प्राप्त किया जा सकता है। गांव में जितने भी लोगों का श्रमिक कार्ड बन चुका है,उन सब का विवरण भी आसानी से देखा जा सकता है।
उत्तर प्रदेश श्रमिक कार्ड बनाने का उद्देश्य – Purpose of making Uttar Pradesh Shramik Card
ऐसे लोग जो अपने जीवन यापन करने और आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए श्रमिक का कार्य करते हैं,उन सभी लोगों को किसी भी समस्या से बचाने के लिए यह योजना महत्वपूर्ण है। इस समिति के माध्यम से आसानी से जरूरतों को दूर किया जा सकता है। इस योजना के माध्यम से श्रमिकों के बच्चों को भी सरकारी योजनाओं के बारे में अवगत किया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश पंजीकृत श्रमिकों की बेटियों को मिलेगा फायदा–
उत्तर प्रदेश में पंजीकृत श्रमिकों के लिए एक अच्छी खबर देखने मिली। जब मजदूरों के पहली व दूसरी बालिकाओं के जन्म पर” कामगार बालिका आशीर्वाद योजना” के अंतर्गत ₹20000 की एफडी बालिका के नाम होगी। जिसका उद्देश्य लोगों में बालिकाओं के प्रति सकारात्मक सोच पैदा करने और बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जाना है।
यदि कोई संतान नहीं है और श्रमिक ने किसी बालिका को गोद लिया है,ऐसे में बालिका को योजना का फायदा होगा। यदि बालिका के 18 वर्ष होने के पूर्व ही उसकी मृत्यु हो जाए, तो इस योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। इस तरह से उत्तर प्रदेश में श्रमिकों की बालिकाओं को भी सुविधा देने का प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कई सारी ऐसी योजनाओं का शुभारंभ किया, जिसमें उत्तर प्रदेश के हर वर्ग के लोगों को फायदा मिल सकता है। इनमें से कुछ योजना महिलाओं, बुजुर्गों,श्रमिकों के लिए हैं उनकी सारी योजनाओं से लोगों की आर्थिक स्थिति में बदलाव आसानी से देखा जा सकता है।
उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण से जुड़े सवाल जबाब
उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण क्या है?
इस योजना की शुरुआत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा की गई है। इस योजना के अंतर्गत सभी श्रमिक वर्ग के मजदूरों को राज्य सरकार पंजीकृत करने का सुनहरा अवसर प्रदान करती है,जिसके अंतर्गत श्रमिकों को सभी सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकेगा
उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण मजदूरों को किंतनी आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी?
उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण करने वाले मजदूरों को 12000 से लेकर 100000 तक की आर्थिक मदद दी जाएगी।
उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण मजदूरों के बच्चों को भी इसका लाभ मिलेगा?
जी हाँ इस योजना श्रमिक पंजीकरण मजदूरों के बच्चो को उनकी पढ़ाई से लेकर शादी तक का खर्चा सरकार के द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा।
उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण कार्ड बनवाने के लिए आप www.uplabour.gov.in वेबसाइट पर जाकर अपना पंजीकरण कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश श्रमिक पंजीकरण योजना के अंतर्गत श्रमिकों को आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद प्राप्त होती है। साथ-साथ श्रमिकों का सामाजिक जीवन स्तर बेहतर हो जाता है।इस योजना के तहत पारिवारिक जीवन बेहतर होता है।सरकार के द्वारा मिलने वाली योजनाओं का लाभ प्रत्येक श्रमिकों को मिल रहा है।इस योजना के होने से श्रमिकों को हर प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं,जिससे उनका जीवन स्तर सुचारू रूप से चलने लगेगा और आने वाले जीवन के लिए भी अच्छा परिणाम मिल पाएगा।
Mera adhaar id Bihar Ka hai main sahibabad gaziabad me kaam Marta hoon toh Mera shramik card Nahi banega kya?