Lien Amount क्या है? | Lien Amount कैसे निकालें? | Lien amount kya hai

|| Lien Amount क्या है? | Lien amount kya hai | Lien Amount को हिंदी में क्या कहते हैं? | Lien amount meaning in Hindi | Lien Amount को और क्या कहते हैं? | Lien Amount और मिनिमम बैलेंस में अंतर | Lien Amount के उपयोग | |

Lien amount kya hai :- हम में से ज्यादातर सभी लोगों का बैंक में खाता होता ही है। अब यह खाता कौन से बैंक में है या कितने बैंकों में है, यह अलग बात है किन्तु खाता तो हर व्यक्ति का होता ही है। आज के समय में बिना बैंक खाते के वित्तीय लेनदेन या कोई अन्य काम करना बहुत ही मुश्किल हो जाता है। यही कारण है कि पिछले कई वर्षों में देशभर में करोड़ों लोगों के बैंक खाते खोले गए हैं ताकि उन्हें देश की वित्तीय प्रणाली से जोड़ा जा (Lien amount kya hai in Hindi) सके।

ऐसे में बैंक के नियमों के अनुसार कई तरह के शब्द होते हैं जिनके द्वारा ग्राहकों का अन्य काम किया जाता है। एक तरह से इन शब्दों को बैंकिंग प्रणाली के शब्द कहा जा सकता है जो बैंक में काम आते हैं। इसी में एक प्रसिद्ध शब्द है Lien Amount या ग्रहणाधिकार राशि। अब आपने इन दोनों में से किसी एक शब्द का नाम तो सुन ही रखा होगा। हालाँकि इस Lien Amount का पाला हर किसी से नहीं पड़ता है लेकिन जिनसे पड़ता है, उन्हें इसके बारे में अच्छे से जानकारी होती (Lien amount ka matlab kya hota hai) है।

ऐसे में आज के इस लेख में हम आपके साथ इसी Lien Amount शब्द के बारे में ही चर्चा करने वाले हैं। आज के इस लेख को पढ़ कर आपको यह समझने में सहायता होगी कि यह Lien Amount क्या है और यह किस तरह से बैंकों सहित ग्राहकों को प्रभावित करती है और उनके बैंक खाते में जमा की गयी राशि पर असर डालती है। आइये जाने Lien Amount या ग्रहणाधिकार राशि के बारे में संपूर्ण (What do u mean by lien amount in Hindi) जानकारी।

Lien Amount क्या है? (Lien amount kya hai)

यहाँ हम Lien Amount के बारे में चर्चा करने वाले हैं। तो Lien Amount आपके बैंक खाते में जमा की गयी वह राशि होती है जिस पर आपका आंशिक रूप से अधिकार होता है लेकिन बैंक का पूरा अधिकार होता है। एक तरह से यह राशि आपके बैंक खाते में लॉक की हुई होती है जिसका उपयोग करने का अधिकार आपका नहीं होता है। अब आप अपने बैंक खाते में कुछ रुपये जमा करवा कर रखते हैं जिनका आप किसी भी समय उपयोग कर सकते हैं। या तो आप बैंक के एटीएम में जाकर उन रुपयों को निकाल सकते हैं या चेक के माध्यम से बैंक में जाकर निकाल सकते (What is lien amount in Hindi) हैं।

Lien amount kya hai

वहीं आप उन रुपयों को ऑनलाइन तरीके से भी इधर से उधर ट्रांसफर कर सकते हैं। तो Lien Amount के तहत जो राशि लॉक हो जाती है, उन रुपयों को आप अपने खाते में होते हुए भी उपयोग में नहीं ला सकते हैं। एक तरह से यह राशि आपके बैंक खाते में दिखाई तो देती है और उसी के अनुसार ही आपका बैलेंस बनता है किन्तु आप इन पैसों को निकाल नहीं सकते हैं और ना ही इनका कहीं ओर उपयोग कर सकते (What is lien on a bank account in Hindi) हैं।

उदाहरण के तौर पर आपके बैंक खाते में 10 हज़ार रुपये जमा है और उसमें से 6 हज़ार रुपये Lien Amount के रूप में लॉक किये गए हैं। तो ऐसे में आप अपने बैंक खाते में से अधिकतम 4 हज़ार रुपयों का ही इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि 4 हज़ार के बाद जो 6 हज़ार की राशि बच जाती है, वह Lien Amount की होने के कारण उपयोग में नहीं लायी जा सकती है। इस तरह से आप इस Lien Amount को उपयोग करने के लिए स्वतंत्र नहीं होते हैं और उसके लिए आपको बैंक से विशेष अनुमति लेनी होती (Lien amount kya hota hai) है।

Lien Amount को हिंदी में क्या कहते हैं? (Lien amount meaning in Hindi)

अब आपको यह भी जान लेना चाहिए कि Lien Amount को हिंदी में क्या कहा जाता है। तो यहाँ हम आपको पहले ही बता दें कि Lien Amount का हिंदी में नाम ग्रहणाधिकार राशि होता है। हालाँकि इस तरह का नाम ज्यादा प्रचलन में नहीं है और ना ही इसका ज्यादा उपयोग किया जाता है। वैसे इसका Lien Amount भी नाम ज्यादा प्रचलन में नहीं है और इसे सामान्य तौर पर बैंक खाते में लॉक की गयी राशि या लॉक्ड अमाउंट के रूप में ही जाना जाता है। फिर भी आप आप Lien Amount को ग्रहणाधिकार राशि के नाम से बुला सकते हैं।

Lien Amount को और क्या कहते हैं?

अब आपने यह तो जान लिया कि Lien Amount को हिंदी में ग्रहणाधिकार राशि के नाम से जाना जाता है लेकिन इसके अलावा भी इसे कुछ अन्य नामों से बुलाया जाता है। जैसे कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि ना ही Lien Amount शब्द ज्यादा प्रचलन में है और ना ही ग्रहणाधिकार राशि। ऐसे में इसका जो नाम सबसे ज्यादा प्रचलन में है उसे हम लॉक्ड अमाउंट या लॉक्ड राशि के नाम से जानते हैं। बैंक के अधिकारी और ग्राहक आमतौर पर इसी नाम का ही उपयोग करते हैं।

वहीं इसे Lien बैलेंस के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह एक तरह से बैंक खाते का वह बैलेंस होता है जो बैंक के द्वारा ही अधिग्रहित किया गया होता है। इस तरह से Lien Amount के कुछ अन्य नाम लॉक्ड अमाउंट, लियन अमाउंट या लियन राशि और लॉक्ड राशि होता है।

Lien Amount कितनी होती है? (Lien amount kitni hoti hai)

बहुत से लोगों के मन में यह शंका भी होगी कि आखिरकार एक बैंक के द्वारा कितनी राशि को Lien Amount के तौर पर लॉक किया जा सकता है। तो यह पूर्ण रूप से आपकी स्थिति और बैंक के द्वारा उक्त राशि को लॉक करने के कारणों पर निर्भर करती है। फिर भी बैंक के द्वारा ज्यादा राशि को लियन राशि के तौर पर लॉक नहीं किया जा सकता है।

बैंक सामान्य तौर पर 2 से 10 हज़ार तक की राशि को Lien Amount के तौर पर लॉक करते हैं। कुछ कुछ विशेष परिस्थितियों में जहाँ व्यक्ति के द्वारा बहुत बड़ा लोन उठाया गया है या कोई अन्य कारण है तो उस स्थिति में बैंक के द्वारा ज्यादा राशि को लॉक कर दिया जाता है जिसे हम ग्रहणाधिकार राशि कह सकते हैं। हालाँकि यह एक लाख या इससे भी अधिक हो सकती है जिसे लेकर कोई नियम निर्धारित नहीं है।

Lien Amount क्यों रखी जाती है? (Why bank put lien amount in Hindi)

बहुत से लोगों के मन में यह जानने की जिज्ञासा हो रही होगी कि आखिरकार बैंक के द्वारा Lien Amount रखने का या फिर अपने ग्राहक की खुद की ही राशि को लॉक करने का अधिकार क्यों है और वह ऐसा क्यों करते हैं। बैंक के द्वारा मिनिमम बैलेंस या न्यूनतम जमा राशि रखने का नियम तो हम सभी जानते हैं जो ग्राहक के ऊपर अतिरिक्त चार्ज लगाने से बचने के लिए रखी जाती (Why banks keep lien amount in Hindi) है।

ऐसे में आप सभी को ही यह जानना होगा कि आखिरकार क्यों किसी व्यक्ति के खाते की कुछ राशि को Lien Amount के तौर पर बैंक रिज़र्व रख लेता है। ऐसे में बैंक के द्वारा ऐसा करने के कुछ कारण हो सकते हैं या यह निर्णय ग्राहक की सहमति के बाद उठाया जा सकता है। आइये उनमे से कुछ प्रमुख कारणों के बारे में जान लेते हैं।

  • ग्राहक के नाम पर कोई ऋण चल रहा है और वह कभी कभार इसमें चूक जाता है या उसके खाते में से हर महीने एक निश्चित तिथि को ऋण की राशि काटी जाती है लेकिन पिछले महीने इसमें कुछ रुपये कम थे या कोई अन्य दुविधा आ गयी थी।
  • उदाहरण के तौर पर किसी व्यक्ति के खाते में से महीने की 2 तारीख को ऋण की 10 हज़ार की किश्त काटी जाती है और जब 2 तारीख आयी तो उसके खाते में 10 हज़ार से कुछ रुपये कम थे। ऐसे में उसकी लोन की किश्त नहीं चुकाई जा सकेगी जो बैंक और उस व्यक्ति दोनों को ही प्रभावित करेगी।
  • इस स्थिति से बचने के लिए बैंक के द्वारा उसके बैंक खाते में 10 हज़ार की राशि को Lien Amount के तौर पर रिज़र्व रख लिया जाता है ताकि यदि वह राशि नहीं है तो इसमें से पैसा काटा जा सके या भुगतान किया जा सके।
  • यदि व्यक्ति के द्वारा फिक्स्ड डिपॉजिट करवाया गया है तो वह भी बहुत बार Lien Amount के तौर पर बैंक के द्वारा रख लिया जाता है। इस ग्रहणाधिकार राशि को ही फिक्स्ड डिपॉजिट कहा जा सकता है जो आज के समय में बहुत लोग बैंक से विशेष लाभ प्राप्त करने के लिए करते हैं।
  • यदि बैंक के द्वारा यह देखा जाता है कि उस बैंक खाते पर कुछ गलत काम हो रहा है उस राशि को अनुचित कार्य के लिए इस्तेमाल में लाया जा रहा है या वह किसी अन्य संदेहास्पद व्यक्ति के द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा है तो भी बैंक के द्वारा उस राशि को लॉक कर दिया जाता है।
  • यदि आपको कर चुकाने में दिक्कत आती है या आप टैक्स का समय पर भुगतान नहीं करते हैं या ऐसी कोई स्थिति आती है तो भी बैंक के द्वारा Lien Amount कर दी जाती है।

इनके अलावा भी कई कारण हो सकते हैं जिसके लिए बैंक के द्वारा Lien Amount या ग्रहणाधिकार राशि घोषित की जाती है या किसी बैंक खाते पर उसे लगाया जाता है। यह व्यक्ति विशेष तथा उस समय की स्थिति के अनुसार भिन्न भिन्न हो सकती है।

Lien Amount और मिनिमम बैलेंस में अंतर

अब बहुत से लोग Lien Amount को ही मिनिमम बैलेंस से जोड़ कर देख लेते हैं। लगभग सभी बैंकों के द्वारा बैंक खाता खोलने पर मिनिमम बैलेंस को रखने का प्रावधान किया गया है। कुछ ही मामलों में न्यूनतम राशि शून्य रखने की छूट मिलती है जबकि अधिकतम मामलों में ऐसा नहीं होता है। ऐसे में हम में से हर कोई इस मिनिमम बैलेंस को ही Lien Amount समझ बैठता है जो कि अनुचित है।

दरअसल बैंक के द्वारा आपके बैंक खाते में जो मिनिमम बैलेंस रखा गया है, वह राशि लॉक नहीं होती है। आप किसी भी समय उस राशि का इस्तेमाल कर सकते हैं लेकिन फिर उसके लिए आपको कुछ शुल्क या जुर्माना देना पड़ता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप उस राशि का उपयोग करने को स्वतंत्र होते हैं लेकिन फिर आपके खाते से कुछ रुपये शुल्क के तौर पर काट लिए जाते हैं। जबकि Lien Amount वह राशि होती है जिसका इस्तेमाल करने को आप स्वतंत्र नहीं होते हैं और उसके लिए आपको बैंक से विशेष अनुमति लिए जाने की आवश्यकता होती है।

Lien Amount के उपयोग (Uses of lien amount in bank in Hindi)

ऊपर हमने आपको Lien Amount को रखने के जो कारण बताये, दरअसल उन्हें आप Lien Amount रखने के उपयोग के रूप में भी ले सकते हैं। आपने जाना कि किस तरह से आपके लोन की किश्त में 10 हज़ार से कुछ रुपये कम होने पर वह उस महीने के लिए नहीं कट पायी। ऐसे में आपको उस 10 हज़ार रुपये को शुल्क सहित चुकाना होगा जो आप पर अधिक आर्थिक बोझ डालेगा। इस तरह से यदि आप अपने खाते में Lien Amount रख रहे होते तो आपको इस दुविधा का सामना नहीं करना पड़ता।

वहीं आप कुछ अन्य स्थितियों में भी इस Lien Amount का उपयोग कर पाने में सक्षम होते हैं। उदाहरण के तौर पर यदि आप किसी कानूनी मामले में फंसे हुए हैं तो उस स्थिति में यह ग्रहणाधिकार राशि बहुत काम आती है। इनके अलावा टैक्स चुकाने में या बैंक से किसी चीज़ की गारंटी पाने में यह Lien Amount बहुत ही काम की चीज़ सिद्ध होती है। तो इस तरह से ग्रहणाधिकार राशि रखने के अपने अलग अलग लाभ देखने को मिलते हैं।

Lien Amount है या नहीं, कैसे जाने?

यदि आपको यह जानकारी नहीं है कि आपके बैंक खाते में भी बैंक के द्वारा Lien Amount रखी गयी है या नहीं तो आप बहुत ही आसानी से उसके बारे में पता कर सकते हैं। इसके लिए या तो आप बैंक की वेबसाइट या ऐप में जाकर अपनी इंटरनेट बैंकिंग की जानकारी डालकर लॉग इन करें। फिर वहां आपको Lien Amount के बारे में सर्च करना है या दिए गए मेन्यु में से ड्रॉप डाउन में उसे देखना है।

इस पर क्लिक कर आपको अपने बैंक खाते में Lien Amount के तौर पर रखी जाने वाली राशि के बारे में जानकरी मिल जाएगी। हालाँकि सामान्य तौर पर बैंक के द्वारा Lien Amount नहीं रखी जाती है। यदि आपको यह ऑनलाइन माध्यम से नहीं भी दिखती है तो आप निजी रूप से बैंक में जाकर या उनके हेल्पलाइन नंबर पर कॉल कर भी इसके बारे में जान सकते हैं।

Lien Amount कैसे निकालें? (Lien amount how to use in Hindi)

अब यदि आपके खाते में Lien Amount रखी गयी है और किसी कारणवश आपको इसकी जरुरत है तो आप परेशान मत होइए। इसके लिए पहले तो आपको अपने बैंक में जाना होगा और वहां उन्हें बताना होगा कि आपको किन स्थितियों के कारण इस Lien Amount को उपयोग में लेने की आवश्यकता है। साथ ही आपको अपने सभी तरह के दस्तावेज जिनसे आपकी पहचान को सत्यापित किया जा सके, वह लेकर जाने हैं। इन सभी के साथ उस बैंक खाते की पासबुक तथा अन्य आवश्यक दस्तावेज़ ले जाना ना भूलें।

अब आपको यह सब लेकर बैंक पहुँच जाना है और वहां के अधिकारी के सामने अपनी स्थिति रखनी है। यदि बैंक को लगता है कि आपको आपके खाते में पड़ी Lien Amount का उपयोग करने की अनुमति दे दी जाए तो वह दे देगा अन्यथा वह उसे रिजेक्ट भी कर सकता है। यह पूर्ण रूप से बैंक के हाथ में होता है कि वह आपके अनुमोदन को स्वीकार करे या नहीं।

Lien Amount क्या है – Related FAQs 

प्रश्न: ग्रहणाधिकार शुल्क क्या है?

उत्तर: ग्रहणाधिकार शुल्क यानी Lien Amount जिसके बारे में संपूर्ण जानकारी हमने ऊपर के लेख के माध्यम से दी है जो आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: मैं अपने बैंक खाते से ग्रहणाधिकार कैसे निकालूं?

उत्तर: इसके बारे में आपको ऊपर का लेख पढ़ कर जानकारी मिल जाएगी जो आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: ग्रहणाधिकार का पूरा अर्थ क्या है?

उत्तर: ग्रहणाधिकार यानी Lien Amount आपके बैंक खाते में जमा की गयी वह राशि होती है जिस पर आपका आंशिक रूप से अधिकार होता है लेकिन बैंक का पूरा अधिकार होता है।

प्रश्न: आप लीन कैसे लिखते हैं?

उत्तर: लीन को अंग्रेजी भाषा में Lien करके लिखा जाता है।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने Lien Amount क्या है यह जान लिया है। साथ ही आपने जाना कि Lien Amount कितनी होती है Lien Amount क्यों रखी जाती है Lien Amount के उपयोग क्या हैं और Lien Amount कैसे निकालें इत्यादि। आशा है कि जो जानने के लिए आप इस लेख पर आए थे वह जानकारी आपको मिल गई होगी। फिर भी यदि कोई शंका आपके मन में शेष है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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