यूपी महिला सामर्थ्‍य योजना 2024 ऑनलाइन आवेदन, एप्लीकेशन फॉर्म व पंजीकरण प्रक्रिया

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महिलाओं के कल्याण और उनको आगे बढ़ाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें अपनी ओर से विभिन्न योजनाओं संचालन करती हैं। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी करीब 1 महीने पहले इसी प्रकार की यूपी‍ मुख्यमंत्री महिला सामर्थ्‍य योजना की घोषणा की है। इस योजना के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश की जाएगी। महिलाएं महिला सामर्थ्य योजना की सफलता को लेकर बहुत उत्साहित हैं। आज हम आपको इस पोस्ट में इसी योजना से जुड़ी सारी जानकारी मुहैया कराएंगे। आइए, शुरू करते हैं-

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यूपी‍ मुख्यमंत्री महिला सामर्थ्‍य योजना क्या है?

दोस्तों, इस योजना की घोषणा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 24 फरवरी, 2021 को बजट में की है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है, उत्तर प्रदेश (UP) की योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सरकार महिलाओं को समर्थ बनाने के लिए अपने पांचवें बजट में मुख्यमंत्री महिला सामर्थ्‍य योजना को लेकर आई है।

प्रदेश की महिलाओं को सक्षम और आत्मनिर्भर बनाने के लिए घोषित की गई इस योजना के तहत स्थानीय संसाधनों पर आधारित गृह और कुटीर उद्योगों के जरिए महिलाओं को रोजगार प्रदान किया जाएगा। उनके द्वारा तैयार किए गए उत्पादों के लिए बाजार उपलब्ध कराया जाएगा। इससे महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी। महिला सशक्तिकरण होगा।

यूपी महिला सामर्थ्‍य योजना 2021 ऑनलाइन आवेदन, एप्लीकेशन फॉर्म व पंजीकरण प्रक्रिया

यूपी‍ मुख्यमंत्री महिला सामर्थ्‍य योजना डिटेल्स

योजना का नाम यूपी‍ मुख्यमंत्री महिला सामर्थ्‍य योजना
किसने शुरू की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा
वर्ष 2022
किसे लाभ मिलेगाराज्य की महिलाएं
आवेदन अभी शुरू नही हुए
ऑफिसियल वेबसाइटhttps://up.gov.in/

मुख्यमंत्री महिला सामर्थ्‍य योजना के लिए बजट में सौ करोड़ की व्यवस्था

मित्रों, आपको बता दें कि महिला सामर्थ्य योजना (Mahila Samarthya yojana) के क्रियान्‍वन के लिए उत्तर प्रदेश राज्य के बजट (budget) में 100 करोड़ रुपए की राशि की व्‍यवस्‍था की गई है। आपको बता दें कि इस वक्त उत्तर प्रदेश में लगभग 90 लाख सूक्ष्म, लघु और मध्यम (micro, small and medium) उद्यम कार्यरत हैं।

इनमें 90 से अधिक अति सूक्ष्म उद्योग गृह और कुटीर उद्योग के रूप में संचालित है। इन गृह व कुटीर उद्योगों में महिला प्रधान उद्यमों की महत्वूर्ण भूमिका है। माना जा रहा है कि ‍यूपी मुख्यमंत्री महिला सामर्थ्‍य योजना से महिलाओं की दशा और दिशा दोनों बदलेगी।

पहले चरण में दो सौ ब्लाक में बनेंगे कामन फैसिलिटी सेंटर

साथियों, आपको बता दें कि प्रदेश के सभी 800 ब्लाक में योजना का संचालन कलस्टर बनाकर किया जाएगा। ये कलस्टर स्थानीय आर्थिक गतिविधियों के आधार पर संचालित गृह और कुटीर उद्योगों की समस्याओं को चिन्हित कर निर्धारित किए जाएंगे। पहले चरण में 200 blocks में महिला सामान्य सुविधा केंद्र (women common facility center) विकसित किए जाएंगे। इन पर होने वाला 90 फीसदी खर्च राज्य सरकार (state government) वहन करेगी।

माना जा रहा है कि कॉमन फैसिलिटी सेंटर के जरिए महिलाओं को हर वह सुविधा उपलब्ध हो सकेगी, जिसके जरिए उनका लघु और सूक्ष्म उद्यम से जुड़ी महिलाओं को किसी भी तरह की सहायता के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा और वे असमर्थ होने की दिशा में आगे बढ़ सकेंगी।

Common facility center में यह सुविधाएं मिलेंगी

आइए, आपको बताते हैं कि सामान्य सुविधा केंद्र (common facility center) में महिलाओं को क्या सुविधा मिलेगी। दोस्तों, इन केंद्रों में कच्चा माल बैंक, ट्रेनिंग सेंटर, कॉमन प्रोडक्शन एंड प्रोसेसिंग सेंटर, तकनीकी अनुसंधान और विकास केंद्र, पैकेजिंग, लेबलिंग, बारकोडिंग जैसी सुविधाएं मिलेंगी। कुल मिलाकर उद्यम से जुड़ी सभी दिक्कतें एक छत के नीचे निस्तारित हो सकेंगी। ‌उन्हें इस दर से उस दर की दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी। काउंसलिंग से लेकर एक्सपर्ट एडवाइस तक सब कुछ मुहैया होगा।

प्रदेश और जिला स्‍तर पर समितियां गठित होंगी

इस योजना के सफल संचालन के लिए प्रदेश और जिला स्तर पर समितियों का गठन किया जाएगा। जिला स्‍तर पर गठित होने वाली जिला स्तरीय समिति (district level committee) यानी डीएलसी (DLC) के अध्यक्ष संबंधित जिले के जिलाधिकारी यानी डीएम होंगे। प्रदेश स्तर पर राज्य स्तरीय संचालन समिति का गठन किया जाएगा।

आपको बता दें कि जिला स्तरीय समिति राज्य स्तरीय संचालन समिति के साथ समन्‍वय स्‍थापित कर प्रदेश में महिलाओं को रोजगार की दिशा में प्रोत्‍साहित करने कार्य करेंगीं। पात्र महिला समूहों और संगठनों को चिन्हित कर उनका मार्गदर्शन करेगीं। उन्हें लघु और सूक्ष्म उद्यम में काम आने वाली ट्रेनिंग प्रदान करने में सहायता करेगी। दोनों समितियों के समन्वय से पूरे राज्य में महिलाओं को इस महिला सामर्थ्य योजना का लाभ वरीयता के साथ मिल सकेगा।

महिला उद्यमियों को ट्रेनिंग दी जाएगी

मित्रों, आपको बता दें कि महिला सामर्थ्य योजना के तहत प्रदेश की महिला उद्यमियों को संबंधित उद्यम से जुड़ी ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्हें बढ़ावा देने के लिए सॉफ्ट इंटरवेंशन (soft intervention) के जरिए सामान्य जागरूकता, परामर्श यानी counseling program, एक्सपोजर विजिट, सेमिनार, कार्यशाला आदि का आयोजन किया जाएगा।

मुख्यमंत्री महिला सामर्थ्‍य योजना का लाभ उठाने के लिए आवश्यक पात्रता

दोस्तों, आपको बता दें कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए प्रदेश की महिलाएं पात्र हैं। लेकिन इसके अलावा भी कुछ शर्तें हैं। आइए, जान लेते हैं ये क्या क्या हैं-

  • केवल राज्य की स्थायी नागरिक महिलाओं को ही इस योजना का लाभ मिलेगा।
  • यदि कोई महिला इस योजना का लाभ उठाना चाहती है तो उसका बैंक अकाउंट जरूर होना चाहिए।
  • आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से संबंध रखने वाली महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।

मुख्यमंत्री महिला सामर्थ्‍य योजना का लाभ उठाने के लिए आवश्यक दस्तावेज

साथियों, आपको बता दें कि महिला सामर्थ्य योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक को कुछ दस्तावेजों की आवश्यकता होगी, जो कि इस प्रकार से हैं-

  • आवेदक महिला का आधार कार्ड।
  • आवेदक महिला का राशन कार्ड।
  • महिला का वोटर आईडी कार्ड।
  • आवेदक का बैंक खाता विवरण।
  • आवेदक महिला का निवास प्रमाण पत्र।
  • पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ।
  • आवेदक का आय प्रमाण पत्र।
  • आवेदक का मोबाइल नंबर आदि।

साथियों, आपको बता दें कि यदि महिला सामर्थ्य योजना से जुड़े किसी भी दस्तावेज में कमी होती है तो संबंधित लाभार्थी को योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा। इसलिए आवेदन करते समय है इस बात को सुनिश्चित कर लें कि आवेदन पत्र में मांगे गए सभी दस्तावेज आवश्यक रूप से संलग्न हों।

यूपी मुख्यमंत्री महिला सामर्थ्‍य योजना आनलाइन आवेदन प्रक्रिया –

साथियों, आपको यह स्पष्ट कर दें कि अभी तक इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था नहीं है। वह शुरू नहीं हुए हैं। अभी सरकार की ओर से संबंधित योजना की वेबसाइट भी लांच नहीं की गई है। जैसे ही इस संबंध में कोई भी अपडेट होता है तो हम तुरंत आपके सामने उस अपडेट को लेकर हाजिर होंगे। आप लगातार हमारी वेबसाइट को चेक करते रहिए। सभी आवश्यक अपडेट आपको एकदम समय पर इस वेबसाइट पर मिलेंगे।

यूपी में महिला सशक्तिकरण के लिए कई कदम उठाए गए हैं

मित्रों, महिला सामर्थ्य योजना को एक ओर रख दें, इससे पूर्व भी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने महिला सशक्तिकरण के लिए कई कदम उठाए हैं। वह मिशन शक्ति अभियान चला रही है। इसके अंतर्गत बेटियों को आत्मरक्षा के प्रशिक्षण जाता है, इसके साथ ही उनको स्किल ट्रेनिंग (skill training) देकर आत्मनिर्भर बनाने का काम किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिनके जरिए महिलाओं को उनके स्वास्थ्य, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता के बारे में जागरूक किया जाता है।

महिला एवं बाल विकास विभाग के आंकड़ों पर भरोसा करें तो अब तक 60 लाख से ज्यादा ग्रामीण महिलाओं तक इस जागरूकता अभियान को पहुंचाया जा चुका है। यदि मिशन शक्ति की बात की जाए तो उत्तर प्रदेश में ग्रामीण इलाकों में करीब साढ़े 11 हजार महिलाओं और लगभग साढ़े 52 हजार लड़कियों को आत्मरक्षा के लिए मार्शल आर्ट ट्रेनिंग दी जा चुकी है। निराश्रित महिला पेंशन योजना के माध्यम से 27 लाख से अधिक महिलाओं को लाभ पहुंचा है।

वहीं, कन्या सुमंगला योजना के जरिए 5 लाख से अधिक बेटियों तक सरकारी मदद पहुंचाई गई है। दोस्तों, आपको बता दें कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत 32 लाख से अधिक बेटियों तक लाभ पहुंचा है। वहीं, रानी लक्ष्‍मी बाई महिला एवं सम्‍मान कोष योजना का लाभ करीब पांच हजार से अधिक हिंसा का शिकार हुई महिलाओं तक पहुंचा है।

साक्षरता दर बेशक कम, लेकिन आगे बढ़ने की ललक अधिक

साथियों, आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में आज भी महिला साक्षरता दर बेहद कम है, लेकिन इसके बावजूद महिलाओं में आगे बढ़ने की ललक कम नहीं है। मित्रों, आंकड़ों के आइने में देखें तो उत्तर प्रदेश में कुल 67.68 फीसदी लोग साक्षर हैं। वहीं, यदि महिलाओं की बात करें तो केवल 57.18 फीसदी महिलाओं को ही अक्षर ज्ञान है। पुरू​षों की बात करें तो उनमें ये आंकड़ा 77.28 फीसदी है।

कॉलेजों में हालात भयावह

साक्षरता दर देखकर भले ही लगे कि आधे से ज्यादा महिलाएं पढ़ी लिखी हैं लेकिन ये तस्वीर स्कूल और कॉलेज में आकर भयावह होने लगती है। उच्च शिक्षा में तो महिलाओं की हिस्सेदारी और भी कम हो जाती है। उत्तर प्रदेश में महिलाओं की साक्षरता का दायरा शहरों में 69.2 और गांवों में 53.7 फीसदी है।

यूपी‍ महिला सामर्थ्य योजना से जुड़े अहम सवाल और उनके जवाब

महिला सामर्थ्य योजना की शुरुआत कब हुई?

महिला सामर्थ्य योजना की घोषणा 24 फरवरी, 2021 को की गई।

यूपी‍ महिला सामर्थ्य योजना की घोषणा किसने की है?

महिला सामर्थ्य योजना की घोषणा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की है।

महिला सामर्थ्य योजना से क्या लाभ होगा?

महिला सामर्थ्य योजना से महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की राह प्रशस्त होगी।

महिला सामर्थ्य योजना के लिए बजट में कितना प्रावधान किया गया है?

महिला सामर्थ्य योजना के क्रियान्वयन के लिए बजट में सौ करोड़ का प्रावधान किया गया है।

क्या महिला सामर्थ्य योजना के लिए आनलाइन आवेदन किया जा सकता है?

महिला सामर्थ्य योजना के लिए अभी आनलाइन आवेदन की सुविधा मुहैया नहीं है।

अंतिम शब्द

उत्तर प्रदेश की बात होती है तो अक्सर प्र्रदेश में अपराध और वह भी खास तौर पर महिला अपराध की बात होती है। इसके लिए सरकार को निशाने पर रखा जाता है। लेकिन नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी (NCRB) की बात करें तो उसके आंकड़ों में उत्तर प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराधों का औसत राष्ट्रीय औसत से कम रहा है। साल 2019 में इस मामले में देश का कुल औसत 62.4 फ़ीसद दर्ज किया गया, जबकि उत्तर प्रदेश में यह औसत 55.4 फ़ीसदी ही रहा।

आपको बता दें कि मिशन शक्ति अभि‍यान (mishan Shakti abhiyan) के दौरान 17 अक्तूबर, 2020 से लेकर 3 मार्च, 2021 तक राज्य में सात अपराधियों को फांसी के अलावा महिला और बाल अपराध के 435 अभियुक्तों को आजीवन कारावास, 394 को 10 वर्ष से अधिक कठोर कारावास तथा 1108 दोषियों को इससे कम की सज़ा हुई। इसके अलावा 1,503 असामाजिक तत्वों को जिलाबदर भी किया गया।

इसके अलावा यूपी ही ऐसा राज्य है, जो महिला अपराधों के मामले में सज़ा दिलाने के मामले में सबसे आगे है। राज्य में क़रीब 55 फ़ीसदी ऐसे अपराधी हैं, जिन्हें अपराध के बाद अब तक सज़ा मिल चुकी है। ऐसा इसलिए भी हुआ है, क्योंकि तकनीक के ज़रिए अभियोजन की प्रक्रिया को तेज़ किया गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सरकार ने महिलाओं की स्थिति सुधारने के जो जतन किए हैं, वह सब रिकार्ड में उपलब्ध है। सरकार की ओर से महिला सशक्तिकरण और उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने के लिए, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए महिला सामर्थ्य योजना शुरू की गई है। उम्मीद है कि यह अपने उद्देश्य में खरी उतरेगी।

साथियों, यह थी यूपी‍ मुख्यमंत्री महिला सामर्थ्‍य योजना की जानकारी। यदि आप इसी प्रकार की जनहित से जुड़ी सरकारी योजनाओं के बारे में जानना चाहते हैं तो हम हाजिर हैं।यह पोस्ट आपको कैसी लगी? आप नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के भीतर कमेंट करके हमको बता सकते हैं। ।।धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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