मार्बल का बिज़नेस कैसे शुरू करें? | निवेश, मुनाफ़ा, फ़ायदे व लाइसेंस | Marble ka business kaise kare

|| मार्बल का बिज़नेस कैसे करें? | Marble ka business kaise kare | Marble business ke bare mein jankari Hindi mein | Marble ka business kaise hoga | Marble business cost in Hindi ||

Marble ka business kaise kare :- चाहे कोई भी जगह बन रही हो फिर चाहे वह घर हो या दुकान या कोई और भवन, वहां पर मार्बल का काम होता ही है। बिना मार्बल के तो वहां निर्माण कार्य संभव ही नहीं हो पाता (Marble ka business kaise kare in Hindi) है। जैसे जैसे जमाना आगे बढ़ता जा रहा है, वैसे वैसे ही तरह तरह के मार्बल आने लगे हैं जिनमे कई तरह के डिजाईन होते हैं। यही कारण है कि देखते ही देखते हर शहर में मार्बल का बिज़नेस करने वालों की संख्या में बढ़ोत्तरी देखने को मिलती है। आज के समय में तो कई लोग मार्बल का बिज़नेस करने लगे हैं।

आपके मन में भी मार्बल का बिज़नेस शुरू करने का विचार आ रहा होगा और इसी को जानने के बारे में ही आप इस लेख पर आये (Marble business ke bare mein jankari Hindi mein) होंगे। तो यदि आप भी यह जानने को इच्छुक हैं कि किस तरह से आप मार्बल का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं और इसके लिए आपको क्या कुछ करना होगा तो आज हम इस लेख के माध्यम से मार्बल का बिज़नेस शुरू करने के बारे में ही आपको जानकारी देने वाले हैं।

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मार्बल का बिज़नेस कैसे करें? (Marble ka business kaise kare)

मार्बल का बिज़नेस शुरू करना कोई मुश्किल काम तो नही होता है लेकिन उससे पहले आपको यह पता होना चाहिए कि आपको करना क्या है और क्या नहीं। यदि आप पहले से ही इसको लेकर गंभीर हो जाएंगे और सब जानकारी ले लेंगे तो आपके लिए ही मार्बल का बिज़नेस करना आसान हो (Marble ka business kaise hoga) जाएगा। यहाँ हम यह कहना चाह रहे हैं कि चाहे किसी भी बिज़नेस की बात हो फिर चाहे वह मार्बल का बिज़नेस हो या कोई और बिज़नेस, उसके बारे में पहले सब जानकारी होनी चाहिए।

मार्बल का बिज़नेस कैसे शुरू करें निवेश मुनाफ़ा फ़ायदे व लाइसेंस Marble ka business kaise kare

इसी के साथ आपको यह भी देखना होगा कि आपके शहर में मार्बल के बिज़नेस की क्या स्थिति है और आप उसे किस तरह से शुरू कर सकते हैं। एक तरह से यदि आप इन सभी बातों को ध्यान में रख कर ही अपना काम शुरू करेंगे तो बेहतर रहेगा अन्यथा आगे चल कर आपको फायदा होने की बजाए नुकसान हो (Marble ka business kaise shuru kare) जाएगा। तो आज के इस लेख में हम आपको इन्हीं सब बातों को विस्तार से बताने वाले हैं जिन्हें जानकर आप आसानी से अपना मार्बल का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं।

मार्बल का बिज़नेस शुरू करने से पहले मार्केट रिसर्च (Marble business market research in Hindi)

अब यदि आप मार्बल का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो उससे पहले अपने यहाँ के शहर और बाजार की स्थिति का सही से आंकलन कर लिया जाए तो बेहतर रहता है। एक तरह से इससे आपको कई तरह की बातें जानने को मिलेगी। उदाहरण के तौर पर यदि आपके यहाँ मार्बल का बिज़नेस हो रहा है तो उसे कौन कौन कर रहा है, उसमे उनका कितना तक फायदा हो रहा है, वे महीने का कितना तक कमा रहे हैं, आपके शहर में लोगों के द्वारा किस तरह के मार्बल के पत्थर की ज्यादा मांग है, उन्हें किस तरह के डिजाईन ज्यादा पसंद आते हैं इत्यादि।

इसी तरह मार्केट रिसर्च को ढंग से कर लिया जाए तो आपको ऐसी ऐसी जानकारी जानने को मिलेगी जिसकी वजह से आपका मार्बल का बिज़नेस शुरू करना बहुत ही सरल ही जाएगा और फायदेमंद भी। इसलिए यदि आप मार्बल का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो उससे पहले पूरी तैयारी के साथ मार्केट रिसर्च कर बाजार की स्थिति का आंकलन कर लिया जाए तो बेहतर रहता है।

मार्बल का बिज़नेस शुरू करने के लिए प्लानिंग करना (Marble business planning in Hindi)

मार्बल का बिज़नेस शुरू करना आसान काम तो है लेकिन वह तब आसान होता है जब आप एक निर्धारित प्लानिंग या योजना के तहत आगे बढ़ते हैं। यदि आप बिना किसी योजना के आगे बढ़ेंगे तो अवश्य ही आपके लिए काम करना मुश्किल हो जाएगा। यदि आपको यह मार्बल का बिज़नेस अच्छे से आगे ले जाना है और जल्द से जल्द इसमें सफल होना है तो अवश्य ही आपको एक बेहतर प्लानिंग किये जाने की जरुरत महसूस होगी।

मार्बल के बिज़नेस की प्लानिंग के तहत आपको यह देखना होगा कि किस स्थिति में आप क्या करेंगे, मार्बल का सप्लायर कौन होगा और यह माल कहां से आएगा, उसके लिए कितना तक निवेश करना होगा, मार्बल का बिज़नेस कहां पर शुरू होगा इत्यादि। इसी तरह की कई बातों को ध्यान में रख कर ही आपको मार्बल का बिज़नेस शुरू करना होगा और उससे आगे बढ़ना होगा।

मार्बल का बिज़नेस शुरू करने के लिए जगह (Marble business location in Hindi)

अब बात करते हैं मार्बल का बिज़नेस शुरू करने के लिए चुनी जाने वाली जगह की। यदि आपको मार्बल बनाने का बिज़नेस शुरू करना है तो उसके लिए किसी बाहरी जगह का चुनाव कर लिया जाए तो बेहतर रहता है क्योंकि यह काम आप शहर के अंदर तो कर नहीं (Marble business area required in Hindi) पाएंगे। वहीं यदि आपको केवल मार्बल को बेचने का काम शुरू करना है तो इसे आपको अपने शहर की किसी मुख्य जगह या सड़क या चौराहे पर खोलना चाहिए।

साथ ही मार्बल का बिज़नेस शुरू करने के लिए आपको कम से कम 700 वर्ग फुट की जगह की जरुरत होगी। वह इसीलिए क्योंकि मार्बल बड़े बड़े होते हैं और उन्हें ध्यान से रखना होता है ताकि वे टूटे नही। ऐसे में यदि आप छोटी जगह लेंगे तो मार्बल का बिज़नेस करना मुश्किल हो जाएगा। उसके लिए जरुरी होता है कि कम से कम दुकान का आकार 700 वर्ग फुट का तो हो।

मार्बल का बिज़नेस करने के लिए निवेश (Marble business investment in Hindi)

बिज़नेस चाहे मार्बल के बिज़नेस का हो या कुछ और, उसके लिए पैसा तो लगता ही है। बिना पैसों के तो कोई भी बिज़नेस नही किया जा सकता (Marble business cost in Hindi) है। वही बात मार्बल के बिज़नेस में भी लागू होती है जहाँ आपको निवेश किये जाने की जरुरत होगी। हालाँकि आप किस स्तर पर मार्बल का बिज़नेस शुरू करने का सोच रहे हैं उसी पर ही आपका निवेश निर्भर करने वाला है। अब यदि आप बड़े स्तर पर मार्बल का बिज़नेस शुरू करने कला सोच रहे हैं तो इसमे आपका 30 से 40 लाख रुपए का खर्चा हो जाएगा।

वहीं यदि आप छोटे स्तर पर या मध्यम स्तर पर मार्बल का बिज़नेस शुरू करने का विचार कर रहे हैं तो इसमें होने वाला खर्चा 5 लाख रुपए से लेकर 20 लाख रुपए तक का बैठ सकता (Marble business price) है। हालाँकि इसमें जगह की खरीदी और उस पर दुकान बनाने का खर्चा शामिल नहीं किया गया है। मार्बल एक महँगी चीज़ होती है और यदि आप मार्बल का बिज़नेस शुरू कर रहे हैं तो उसके लिए आपको बल्क में मार्बल तो मंगवाना ही होगा ना।

मार्बल का बिज़नेस करने के लिए सप्लायर चुने (Marble business ke liye supplier kaise chune)

अब यदि आपने जगह व खर्चे का इन्तेजाम कर लिया है तो बारी आती है मार्बल का बिज़नेस शुरू करने के लिए सप्लायर को चुने जाने की। जिन फैक्ट्री या उद्योग में मार्बल का निर्माण कार्य हो रहा है, वहां से उसे सप्लाई करने का काम तो सप्लायर ही किया करेगा ना या फिर आपको किसी ट्रेवल एजेंट से संपर्क करना होगा जो ट्रक के जरिये इन मार्बल को एक जगह से दूसरी जगह पहुँचाने का काम करता हो।

यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपकी मार्बल की दुकान कहां है और आप किस जगह से मार्बल को मंगवा रहे हैं। उनके बीच दूरी कितनी है और वहां अन्य दुकानों पर मार्बल किस तरह से आता है इत्यादि। तो इन्हीं सब बातों को ध्यान में रख कर ही आपको अपना सप्लायर भी चुनना होगा जो आपको मार्बल पहुँचाया करेगा।

मार्बल का बिज़नेस शुरू करने के लिए लाइसेंस लेना (Marble business license in Hindi)

मार्बल का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो उसके लिए भारत सरकार या राज्य सरकार से जरुरी लाइसेंस लेना जरुरी हो जाता है और साथ ही अपने मार्बल के बिज़नेस का रजिस्ट्रेशन करवाया जाना भी उतना ही महत्वपूर्ण होता है। यदि आप बिना इसके मार्बल का बिज़नेस शुरू करने का सोच रहे हैं तो बाद में चल कर आपको ही परेशानी होगी और साथ में कई अन्य तरह की दिक्कतें आएंगी वो अलग।

इसके लिए आपको अपने यहाँ की नगर परिषद या नगर पालिका से अनुमति लेनी होगी। उसी के साथ ही नोटेरी के माध्यम से अपने बिज़नेस को पंजीकृत भी करवाना होगा। उसके अलावा जो भी सरकारी कार्यवाही होती हैं, वह पहले ही पूरी कर लें और उसके बाद ही मार्बल का बिज़नेस शुरू करें।

मार्बल के बिज़नेस की मार्केटिंग करना (Marble ke business ki marketing kare)

मार्बल का बिज़नेस शुरू तो कर लेंगे लेकिन उसके बाद यदि आप चाहते हैं कि आपकी बिक्री दिन रात बढ़ती चली जाए तो उसकी सही तरीके से मार्केटिंग की जानी भी उतनी ही जरुरी होती है। आज के समय में चीज़ से ज्यादा उसकी मार्केटिंग की ही महत्ता है और यदि उसके लिए सही से स्ट्रेटेजी बनाकर शुरुआत कर दी जाए तो यह अवश्य ही आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगी।

अब मार्बल के बिज़नेस की मार्केटिंग किये जाने के कई सारे तरीके होते हैं जिनका पालन आप कर सकते (Marble business marketing strategy in Hindi) हैं। उदाहरण के तौर पर इसके लिए आप बाजार में अपने लिंक्स मजबूत कर सकते हैं तो वहीं सोशल मीडिया के जरिये भी मार्बल के बिज़नेस की मार्केटिंग कर सकते हैं। इसी तरह कुछ अन्य तरीके होते हैं जो मार्बल का बिज़नेस बढाने के काम आते हैं। आपको बस सही समय पर सही तरीके का चुनाव करना होता है और उसी के अनुसार ही मार्बल का बिज़नेस आगे बढ़ाना होता है।

मार्बल का बिज़नेस करने के फायदे (Marble ka business karne ke fayde)

साथ के साथ आपको यह जानने का भी पूरा पूरा अधिकार है कि यदि आप मार्बल के बिज़नेस में हाथ आजमाने जा रहे हैं तो उसमे आपका क्या कुछ फायदा हो सकता है। तो यहाँ हम आपको यह पहले ही बता दें कि आज के समय में मार्बल का बिज़नेस शुरू करना बहुत ही लाभदायक हो गया है। वह इसलिए क्योंकि हर जगह कंस्ट्रक्शन या भवन निर्माण का कार्य बहुत ही जोरों के साथ आगे बढ़ रहा (Benefits of marble business in Hindi) है। अब तो स्थिति यह हो गई है कि एक ही गली में दो से तीन भवनों का निर्माण कार्य हो रहा है या उनमें कुछ ना कुछ कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है।

ऐसे में यदि इतना कंस्ट्रक्शन हो रहा है तो अवश्य ही हर कोई नए जमाने के अनुसार अपने घर पर मार्बल को लगवाना चाहेगा। यही कारण है कि देखते ही देखते बाजार में मार्बल के कई तरह के डिजाईन और आकार आने लगे (Marble business ke fayde) हैं। ऐसे में अदि आप भी मार्बल का बिज़नेस शुरू कर देंगे और अपनी दुकान पर ग्राहकों को एक से बढ़ कर एक मार्बल के पत्थर और डिजाईन को दिखाएंगे तो अवश्य ही वे आपसे उस सामान को खरीदेंगे। इस तरह से मार्बल का बिज़नेस शुरू कर आप बहुत ही बड़े फायदे में रहने वाले हैं।

मार्बल का बिज़नेस कैसे शुरू करें – Related FAQs

प्रश्न: मार्बल एक्सपोर्ट बिजनेस कैसे शुरू करें?

उत्तर: मार्बल एक्सपोर्ट बिजनेस शुरू करने के लिए पहले आपको सप्लायर व ट्रेवल एजेंट का चुनाव करना होगा और उसके बाद ही आप इस तरह के बिज़नेस को शुरू कर सकते हैं।

प्रश्न: टाइल्स बिजनेस में प्रॉफिट मार्जिन कितना है?

उत्तर: टाइल्स बिजनेस में प्रॉफिट मार्जिन 5 से 10 प्रतिशत के आसपास होता है।

प्रश्न: मार्बल लगाने का रेट क्या है?

उत्तर: मार्बल अलग अलग गुणवत्ता के आते हैं और उसी के अनुसार ही इनके दाम निर्भर करते हैं।

प्रश्न: भारत में नंबर वन टाइल्स कौन सी है?

उत्तर: भारत में नंबर वन टाइल्स ओरिएंट बेल की कही जा सकती है।

आज के लेख को पढ़ कर आप मार्बल का बिज़नेस शुरू करने के ऊपर बहुत जानकारी ले चुके हैं जैसे कि मार्बल का बिज़नेस शुरू करने के लिए कितनी जमीन चाहिए और उसमे कितना खर्चा आता है, मार्बल के बिज़नेस में सप्लायर का चयन कैसे करें और उसमे कितना फायदा होता है इत्यादि। तो क्या अब आप अपना मार्बल का बिज़नेस शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं? नीचे कमेंट करके हमें अवश्य बताइयेगा।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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