मेडिसिन का बिज़नेस कैसे करें? | लागत, मुनाफा, व बिजनेस के प्रकार | Medicine ka business kaise kare

|| मेडिसिन का बिज़नेस कैसे करें? | Medicine ka business kaise kare | Medicine ka business kyo kare | Medicine type in Hindi | मेडिसिन बिज़नेस के प्रकार | Medicine business types in Hindi | Medicine ka business karne ke fayde | Medicine ke business me lagne wala kharcha ||

Medicine ka business kaise kare :- इस देश में हर चीज़ का बिज़नेस होता है और लोग उनके जरिये बहुत कमाई भी करते हैं लेकिन उनमे एक बिज़नेस ऐसा है जो संवेदनशील तो है लेकिन उसमे कमाई बहुत है। वह बिज़नेस है मेडिसिन का बिज़नेस जिसके जरिये आप वर्ष का लाखों रूपया कमा सकते (Medicine ka business in Hindi) हैं। चाहे कभी भी किसी भी बिज़नेस में मंदी आ जाए लेकिन मेडिसिन के बिज़नेस में कभी भी मंदी नहीं आ सकती है। यह बिजनेस हमेशा ही आगे बढ़ता चला जाता है।

कहने का अर्थ यह हुआ कि जिस गति के साथ जनसंख्या में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है तो उसी के हिसाब से ही वह बीमार भी पड़ेगी। साथ ही उस जनसंख्या के द्वारा लगातार प्रकृति का जिस प्रकार से दोहन किया जा रहा है उस हिसाब से तो आने वाले समय में बीमारियाँ और बढ़ने ही वाली (Medicine ka kaam kaise shuru kare) है। अब बीमारियाँ बढ़ेगी तो लोग बीमार होंगे और वे बीमार होंगे तो डॉक्टर के पास जाएंगे। अब डॉक्टर उन्हे दवाइयां लिख कर देगा और इससे मेडिसिन का बिज़नेस करने वालों का लाभ होगा।

तो यदि आप भी मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करने का सोच रहे हैं तो आज आप बिल्कुल सही जगह पर आये हैं। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि आज के इस लेख के माध्यम से हम आपके साथ मेडिसिन का बिज़नेस कैसे शुरू किया जाए और उसके लिए क्या कुछ किया जा सकता है, इसी के बारे में ही जानकारी देने वाले (Khud ka medicine ka kaam kaise kare) हैं। इसके लिए आपको यह लेख अंत तक पूरे ध्यान से पढ़ना होगा ताकि आपको यह पता चल सके कि किस तरह से आप अपना मेडिसिन का बिज़नेस शुरू कर बहुत ज्यादा पैसा कमाना शुरू कर सकते हैं।

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मेडिसिन का बिज़नेस कैसे करें? (Medicine ka business kaise kare)

इस लेख के माध्यम से आपको ना केवल मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करने के बारे में जानकरी मिलेगी बल्कि उसे आगे कैसे बढ़ाया जाए और उसमें किस किस तरह के विकल्प हो सकते हैं जिनमे आप बिज़नेस कर सकते हैं, यह सब जानने को मिलेगा। सरल शब्दों में कहा जाए तो यदि आपको मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करना है तो आपको कहीं और जाने की जरुरत नहीं (Medicine ka business kaise shuru kare) है। आपको इसी लेख में वह हरेक जानकारी मिल जाएगी जो आप मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करने से पहले जानना चाहते हैं।

मेडिसिन का बिज़नेस कैसे करें लागत मुनाफा व बिजनेस के प्रकार Medicine ka business kaise kare

हालाँकि इससे पहले हम लेख को शुरू करें और आपको यह बताएं कि किस तरह से आप मेडिसिन का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं, उससे पहले आप यह सोच लें कि यह एक बहुत ही संवेदनशील बिज़नेस होता है और इसको करने की भूमिका अन्य बिज़नेस से पूरी तरह से अलग होती है। इसलिए आप पूरी तरह से सोच समझ कर ही इस तरह के बिज़नेस में पाँव रखें।

मेडिसिन का बिज़नेस क्यों करें? (Medicine ka business kyo kare)

सबसे पहले तो आप यह जान लें कि आखिरकार क्यों आपको मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करना चाहिए और इसको करने से आपको क्या कुछ फायदा देखने को मिल सकता है। तो यहाँ हम एक बात पहले ही स्पष्ट कर दें जिसके बारे में हमने आपको ऊपर ही बता दिया था कि यह एक बहुत ही संवेदनशील बिज़नेस होता है लेकिन जितना संवेदनशील यह बिज़नेस है, उतना ही बड़ा यह लाभ देकर भी जाता है। एक समय में किसी ना किसी बिज़नेस में मंदी आ ही जाती है या उनकी गति कम हो जाती है या वे ठप पड़ जाते हैं किंतु मेडिसिन के बिज़नेस में ऐसा कुछ नहीं है।

यह एक ऐसा बिज़नेस है जो समय के साथ साथ बढ़ता ही चला जाता है और इसे कोई नहीं रोक सकता है। यही कारण है कि आज के समय में बड़े से बड़े उद्योगपति भी मेडिसिन के बिज़नेस में ही कूद रहे हैं ताकि वे अपने बच्चों के लिए एक सुरक्षित बिज़नेस की नींव रख सके। इसलिए आप भी इस तेजी के साथ बढ़ते हुए बिज़नेस में हाथ आजमा सकते हैं लेकिन थोड़ा संभल कर। वह इसलिए क्योंकि इसमें हुई एक छोटी सी गलती भी आपके लिए बहुत भारी पड़ सकती है।

मेडिसिन का बिज़नेस कितना बड़ा है?

वर्तमान समय में मेडिसिन के बिज़नेस की बात की जाए तो यह बहुत ही बड़ा बिज़नेस है और इसके बराबर शायद ही कोई दूसरा बिज़नेस हो। साथ ही यह एक ऐसा बिज़नेस है जिसके तहत बड़े बड़े व्यापार टिके हुए होते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि इसी पर ही डॉक्टर, अस्पताल, स्वास्थ्य सेवाएं इत्यादि सब टिकी हुई है। अब यदि यही मेडिसिन का बिज़नेस चरमरा गया तो हर जगह तहलका आना स्वाभाविक है।

इसलिए यदि आप यह सोच कर चिंतित है कि यह एक बहुत ही बड़ा बिज़नेस है तो इसमें आपकी दाल कैसे गलेगी तो चिंता मत कीजिए। यदि आप हमारे बताए तरीके के अनुसार ही आगे बढ़ेंगे तो अवश्य ही मेडिसिन के बिज़नेस में कमाल कर जाएंगे।

मेडिसिन के प्रकार (Medicine type in Hindi)

मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करने से पहले आपको मेडिसिन के आने वाले प्रकारों के बारे में भी जान लेना चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप जब भी बीमार पड़ते होंगे तो आप केवल एक तरह की शिक्षा लिए हुए डॉक्टर के पास ही थोड़ी ना जाते होंगे। कोई अंग्रेजी डॉक्टर के पास जाता होगा जिसे मेडिकल की दुनिया में एलोपैथिक डॉक्टर कहा जाता है तो कोई देसी डॉक्टर के पास जाता होगा जिसे आयुर्वेदिक डॉक्टर कहा जाता है। वहीं इस श्रेणी में तीसरे तरह के डॉक्टर होम्योपैथिक डॉक्टर भी आ जाते हैं।

तो इन तीनों तरह के डॉक्टर को ही पूरे विश्व में मान्यता मिली हुई है। ऐसे में इन तीनों डॉक्टर के द्वारा बनाई जाने वाली या यूं कहें कि रोगियों को दी जाने वाली दवाइयां भी भिन्न भिन्न होती है। ऐसे में आप किस तरह की मेडिसिन का व्यापार करने वाले हैं, यह आप पर निर्भर करता है। भारत देश में एलोपैथिक मेडिसिन का व्यापार सबसे ज्यादा है लेकिन वर्तमान समय में आयुर्वेदिक दवाइयां भी बहुत तेजी के साथ ऊपर बढ़ रही है। तो निर्णय आपके हाथ में ही है।

मेडिसिन बिज़नेस के प्रकार (Medicine business types in Hindi)

इसके बारे में हमने आपको ऊपर ही हिंट दे दिया था कि यदि आपको मेडिसिन का बिज़नेस करना है तो इसमें आपके पास कई तरह के विकल्प होंगे जिनमे से किसी एक विकल्प का चुनाव आपको करना होगा। तो अब यह विकल्प कौन कौन से हैं और उनमे आप क्या कुछ कर सकते हैं, यह जानने की जिज्ञासा भी तो आपके मन में उठ रही होगी। तो अब हम एक एक करके मेडिसिन बिज़नेस के सभी प्रकारों को आपके सामने रखेंगे ताकि आप उनमे से किसी एक को अपने बिज़नेस के रूप में चुन सके।

मेडिसिन बनाने का बिज़नेस

मेडिसिन के बिज़नेस में जो बिज़नेस सबसे पहले आता है वह होता है दवाइयों का निर्माण करने वाला बिज़नेस। अब कोई ना कोई तो दवाई या मेडिसिन का निर्माण करेगा ही और उसके बाद ही वह आगे बाजार में बिकेगी। आज के समय में बाजार में लाखों तरह की दवाइयां और बिमारियों के हिसाब से तरह तरह की दवाइयां बनती ही जा रही है। यहाँ तक की एक ही बीमारी के लिए भी 10 तरह की कंपनियों की अलग अलग दवाइयां बाजार में उपलब्ध है।

तो आप भी अपनी एक कंपनी शुरू कर सकते हैं और उसके लिए ड्रग लाइसेंस लेकर मेडिसिन का निर्माण शुरू कर सकते हैं। हालाँकि इस तरह के बिज़नेस में आपको पूरा ध्यान रखने की जरुरत है क्योंकि आपकी बनाई एक एक दवाई सही होनी चाहिए और उसमे किसी तरह की कोई कमी नहीं रहनी चाहिए। यदि आप यह जिम्मेदारी लेते हैं तो आप मेडिसिन का यह बिज़नेस शुरू कर सकते हैं।

मेडिसिन में फार्मेसी का बिज़नेस (Medicine pharmacy business)

आपने फार्मेसी की डिग्री का नाम सुन ही रखा होगा और बहुत से लोग इसकी डिग्री लेकर नौकरी करते हैं। तो क्यों ना आप ऐसे लोगों को अपने साथ जोड़ कर फार्मेसी का एक नया बिज़नेस खोलें। इसके तहत आपको अलग अलग कंपनियों की मेडिसिन की मार्केटिंग करनी होगी और उन्हें मेडिकल स्टोर पर बिकवाने में सहायता करनी होगी।

एक तरह से ऐसा काम करने वालों को मेडिकल Representative कहा जाता है जिन्हें शोर्ट फॉर्म में एमआर भी कह दिया जाता है। मेडिसिन के बिज़नेस में यह एमआर बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि यही दवाइयों की कम्पनी से वह दवाइयां मेडिकल स्टोर तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभाते हैं।

मेडिसिन होलसेल बिज़नेस (Medicine wholesale business)

मेडिसिन के बिज़नेस में जो अगला नंबर आता है वह होता है मेडिसिन का होलसेल बिज़नेस करने वाले लोग। दरअसल ये लोग वो होते हैं जो दवाइयों का थोक में व्यापार करते हैं और इनके पास हर कंपनी की दवाइयां थोक में मिल जाती है। तो यदि आप भी अपना होलसेल बिज़नेस मेडिसिन में खोलना चाहते हैं तो उसके लिए आपको अधिक निवेश करना होगा।

वह इसलिए क्योंकि दवाइयां बहुत ही महँगी आती है और यदि आपको उसका होलसेल बिज़नेस करना है तो सभी दवाइयों की कीमत चुकानी होगी। हालाँकि इसमें होने वाला लाभ भी बहुत ज्यादा होता है जो हर दिन के साथ बढ़ता ही चला जाता है। इसलिए मेडिसिन का होलसेल बिज़नेस करना भी आपके लिए एक सही विकल्प रहेगा।

मेडिसिन में मेडिकल स्टोर का बिज़नेस (Medical Store business)

अब बात करते हैं मेडिसिन के बिज़नेस में सबसे प्रसिद्ध प्रकार मेडिकल स्टोर की। तो यह एक ऐसा बिज़नेस होता है जिसे शुरू करने के लिए आपको सरकार से लाइसेंस तो लेना ही होता है और साथ के साथ फार्मेसी में डिग्री लिए जाने की भी जरुरत होती है। यदि आप बिना फार्मेसी की डिग्री के मेडिकल स्टोर खोलने का सोच रहे हैं तो उसके लिए आपको स्थायी तौर पर किसी ऐसे व्यक्ति को अपने यहाँ काम पर रखना होगा जिसके पास फार्मेसी में डिग्री हो।

हालाँकि मेडिकल स्टोर खोलना कोई इतना सरल काम नहीं होता है और इसके लिए कई अन्य जरूरतों को भी पूरा करना होता है। उदाहरण के तौर पर आप इसके लिए किस किस तरह की व्यवस्था करने वाले हैं और उसके लिए कितना खर्चा होगा, यह सब भी पहले से ही सोच कर रखना होता है।

मेडिसिन में जेनेरिक मेडिकल स्टोर का बिज़नेस (Generic medical business)

ऊपर का पॉइंट पढ़ कर यदि आप चिंता में पड़ गए हैं और अपना मेडिकल स्टोर खोलने को इच्छुक हैं तो आप इसी में एक अन्य मेडिकल स्टोर के विकल्प को चुन सकते हैं जो आज के समय में बहुत तेजी के साथ प्रसिद्ध हो रहे हैं। तो इसमें नाम आता है सरकार के द्वारा संचालित होने वाले जेनेरिक मेडिकल स्टोर जिन्हें खोलने में बहुत कम खर्चा आता है।

कहने का अर्थ यह हुआ कि इसमें आपको सरकार से ही लाइसेंस लेने के साथ साथ मेडिकल स्टोर खोलने की अनुमति लेनी होगी। यहाँ बिकने वाली मेडिसिन भी बहुत सस्ती होती है और लोगों के द्वारा उन्हें ख़रीदा भी जाता है। साथ ही इन्हें खोलने में खर्चा भी बहुत कम आता है और यह आप बिना ज्यादा झंझट के आसानी के साथ खोल सकते हैं।

ऑनलाइन मेडिसिन का बिज़नेस (Medicine business online)

पिछले कुछ वर्षों से आप टीवी पर या सोशल मीडिया इत्यादि साधनों पर ऑनलाइन दवाइयों की बिक्री की ऐड बहुत देखते होंगे। अब जब सब कुछ ऑनलाइन हो चला है तो दवाइयां भी ऑनलाइन बिकने लगी है। अब तो स्थिति यह हो गयी है कि जितनी तेजी के साथ ऑनलाइन दवाइयों का व्यापार बढ़ा है उतना तेजी से कभी किसी का व्यापार नहीं बढ़ा।

इसलिए आप भी अपने द्वारा शुरू किया जा रहा मेडिसिन का बिज़नेस ऑनलाइन लेकर जा सकते हैं। ऑनलाइन मेडिसिन के बिज़नेस में सबसे बड़ी खूबसूरती यही है कि इसमें आपके पास असीमित ग्राहक होंगे और उन्हें आप दिन रात अपनी मेडिसिन बेच सकते हैं। हालाँकि ऑनलाइन मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करने से पहले इसके बारे में अच्छे से पता कर लेंगे तो ज्यादा बेहतर रहेगा।

मेडिसिन का बिज़नेस करने के लिए ड्रग लाइसेंस लेना (Medicine business license)

आप चाहे मेडिसिन का निर्माण करें या उसको मेडिकल स्टोर पर बेचें या कुछ और, उसके लिए ड्रग लाइसेंस लेना अनिवार्य होता है। बिना इसके यदि आप मेडिसिन का बिज़नेस करते हैं तो ना केवल आपके ऊपर कानूनी कार्यवाही होगी बल्कि बहुत समय तक जेल की हवा खानी पड़ सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह प्रत्यक्ष रूप से लोगों के जीवन से जुड़ा हुआ मामला होता है और इसमें किसी भी तरह की कोताही नहीं बरती जा सकती है।

इसलिए यदि आपको मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करना है तो उससे पहले सभी तरह के संबंधित विभागों से सभी तरह के लाइसेंस अवश्य ले लें और उसके बाद ही मेडिसिन के बिज़नेस की शुरुआत करें। हालाँकि इसके लिए आपको अपने सभी तरह के डाक्यूमेंट्स भी तैयार रखने होंगे जिनके आधार पर आपको मेडिकल लाइसेंस मिलेगा।

मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करने के लिए डाक्यूमेंट्स (Medicine business documents required in Hindi)

अब आपने यह तो जान लिया कि यदि आपको मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करना है तो उसके लिए आपको अपना ड्रग लाइसेंस बनवाना होगा लेकिन आपको उसी के साथ साथ यह भी जानना होगा कि इसके लिए आपको अपने डाक्यूमेंट्स भी दिखाने होंगे जिनके बलबूते आपको यह लाइसेंस मिल (Medicine ka business shuru karne ke liye documents) पाएगा। तो यह डाक्यूमेंट्स कौन कौन से हो सकते हैं जिन्हें दिखाने पर ही आपको ड्रग लाइसेंस मिलेगा!!

तो इनमे सबसे पहले तो आपकी पहचान से जुड़े दस्तावेज आएंगे और उसके बाद आपकी शिक्षा से जुड़े दस्तावेज। अब यदि आप मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो उसके लिए आपके पास फार्मेसी की डिग्री होनी जरुरी होती है। यदि आपके पास फार्मेसी की डिग्री नहीं है तो आपको किसी ऐसे व्यक्ति के साथ बिज़नेस करना होता है जिसने फार्मेसी की डिग्री ली हुई हो। इन्हीं के साथ आपको कुछ अन्य डाक्यूमेंट्स भी उन्हें दिखाने होंगे जिनके आधार पर आपको ड्रग लाइसेंस मिलेगा।

मेडिसिन का बिज़नेस करने के लिए जगह (Medicine business land required in Hindi)

अब आप मेडिकल स्टोर खोलेंगे या फिर दवाई का निर्माण करेंगे तो उसके लिए जगह तो चाहिए ही होगी ना। अब यह जगह कितनी बड़ी होगी, यह तो आपको ही देखना होगा। यदि आप मेडिसिन का निर्माण करने जा रहे हैं तो उसके लिए इस्तेमाल में आने वाली जगह का आकार आपके अनुसार निर्भर करेगा जो कम या ज्यादा हो सकता (Medicine ka business karne ke liye jagah) है। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप किस स्तर पर और कितनी मेडिसिन का निर्माण करने का सोच रहे हैं, उसी पर ही जगह का आकार निर्भर करने वाला है।

इसी के साथ यदि आप किसी तरह का मेडिकल स्टोर खोलने जा रहे हैं तो उसमे लगने वाली जगह का आकार सामान्य तौर पर 500 से 1000 वर्ग फुट के बीच का होता है। आप चाहे तो अपने शहर के किसी भी मेडिकल स्टोर के आकार का आंकलन कर सकते हैं और उसी के आधार पर ही अपना मेडिसिन का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं।

मेडिसिन का बिज़नेस करने के लिए निवेश (Medicine business investment)

मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करना है तो उसके लिए खर्चा भी ज्यादा करना होगा। वह इसलिए क्योंकि मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करना कोई इतना सस्ता काम नहीं होता है और आज के समय में दवाइयां महँगी बहुत आती है। अब इनमे आपको ऐसी दवाइयां भी मिलेंगी जिनकी कीमत 10 रुपए होगी तो ऐसी भी होंगी जिनकी कीमत 10 हज़ार रुपए (Medicine business cost) होंगी। अब आपको हर तरह की मेडिसिन ही रखनी होगी क्योंकि यही नियम है।

ऐसे में यदि आप मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो इसमें होने वाला खर्चा 25 से 50 लाख रुपए के बीच में हो सकता है। हालाँकि आप किस तरह का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं और उसमे किस तरह की दवाइयां रखेंगे, इस पर भी लगने वाला निवेश निर्भर करता (Medicine ke business me lagne wala kharcha) है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप आयुर्वेदिक या होम्योपैथिक दवाइयों का बिज़नेस करने जा रहे हैं तो इसमें लगने वाला निवेश 5 से 15 लाख रुपए के बीच में होगा।

मेडिसिन का बिज़नेस करने के फायदे (Medicine ka business karne ke fayde)

अंत में आप यह भी जान लें कि यदि आप मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करने जा ही रहे हैं तो उसमे आपको क्या कुछ फायदे देखने को मिल सकते हैं। तो इसमें होने वाले फायदे एक नहीं बल्कि अनेक होते (Medicine business benefits in Hindi) हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप एक दवाई को बेच रहे हैं तो उसमे बनने वाल मार्जिन 15 से 20 प्रतिशत तक का होता है। इसका मतलब हुआ जो दवाई का पत्ता आपको 80 रुपए का पड़ेगा, वह आप आगे 100 रुपए में बेच कर 20 रुपए का शुद्ध लाभ कमा रहे होंगे।

इसी तरह मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करने में जो अगला फायदा होता है वह यह है की यह किसी भी स्थिति में मंदा नहीं पड़ने वाला है। यह तो समय के साथ साथ बढ़ता ही चला जाता है और आने वाले दिनों में तो यह और तेजी के साथ आगे (Benefits of medicine business in Hindi) बढ़ेगा। इस तरह से आप मेडिसिन का बिज़नेस शुरू कर बहुत ही बड़े फायदे में रहने वाले हैं। यह आने वाले दिनों में आपको आपके निवेश का दस गुणा वापस लाकर देगा।

मेडिसिन का बिज़नेस कैसे करें – Related FAQs

प्रश्न: दवा की दुकान खोलने के लिए क्या आवश्यकताएं हैं?

उत्तर: दवा की दुकान खोलने के लिए आपको ड्रग लाइसेंस लेना होगा और उसके साथ ही इसके लिए फार्मेसी की डिग्री भी लेनी होगी। उसके बाद ही आप दवा की दुकान खोल पाएंगे।

प्रश्न: मेडिसिन में कितना प्रॉफिट है?

उत्तर: मेडिसिन में 15 से 20 प्रतिशत तक का प्रॉफिट होता है।

प्रश्न: बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोर कैसे खोलें?

उत्तर: बिना लाइसेंस के मेडिकल स्टोर खोलने पर आपके ऊपर कानूनी कार्यवाही हो सकती है और आपको लंबे समय तक कारावास का दंड भुगतना पड़ सकता है।

प्रश्न: भारत में मेडिकल स्टोर कितना कमाते हैं?

उत्तर: भारत में मेडिकल स्टोर महीने का लाखों रूपया कमाते हैं।

इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करने के बारे में शुरू से लेकर अंत तक पूरी जानकारी प्राप्त कर ली है। तो क्या अब आप अपना मेडिसिन का बिज़नेस शुरू करने को पूरी तरह से तैयार हैं या अभी भी आपके मन में कोई शंका शेष रह गयी है? यदि ऐसा है तो आप नीचे कमेंट करके हमसे पूछ सकते हैं और अपनी समस्या का समाधान पा सकते हैं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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