हर बच्चे के लिए उनके माता-पिता सबसे ज्यादा जरूरी होते हैं लेकिन कोरोनावायरस के कारण कई बच्चों ने अपनी आंखों के सामने अपने माता पिता को खो दिया है। जिसके कारण उनके सर से उनके रक्षकों का हाथ उठ गया है लेकिन बच्चों के इस बुरी हालात में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सहायता का हाथ बढ़ाया है।
ताकि बच्चे कोरोना के कारण हुए हादसे से बाहर निकल सके! यूपी सरकार ने मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के द्वारा बच्चों के पालन पोषण की जिम्मेदारी उठाने की कोशिश की है। और उन्हें पढ़ाने लिखाने की पूरी जिम्मेदारी अपने कंधों पर ली है ऐसे में अगर आप भी यूपी के निवासी हैं और मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना क्या है? What is Chief Minister Child Service Scheme?
पिछले साल जून महीने में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने करुणा के कारण निराश्रित हुए बच्चों को आर्थिक सहायता देने के लिए इस योजना की शुरुआत की है। ऐसे में वे बच्चे जिन्होंने कोरोनावायरस के कारण अपने माता पिता को खो दिया है अगर वो विद्यार्थी हैं पढ़ाई लिखाई करते है तो उनके पढ़ाई का पूरा खर्च सरकार उठाएगी यहां तक कि सरकार ने यह बात भी कही है कि इन बच्चों में से 2000 बच्चों को अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए लैपटॉप दिया जाएगा।
सरकार ने बच्चों को लैपटॉप देने के लिए बजट भी तैयार किया है और उनके मुताबिक इतने सारे बच्चों को लैपटॉप देने के लिए करीब 8 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जिसे राज्य सरकार 6 महीने के अंदर ही सभी बच्चों को दे देगी। इतना ही नहीं योजना के तहत सरकार ने यह भी कहा है कोविड-19 की वजह से जिन लड़कियों ने अपने माता पिता को खो दिया है उनकी पढ़ाई से लेकर शादी तक का पूरा खर्चा सरकार खुद उठाएगी।
लड़कियों के पढ़ाई लिखाई से लेकर शादी तक के खर्चे जोड़ने पर सरकार ने अनुमान लगाया है कि इस खर्चे के लिए उन्हें 1,01,000 की धनराशि गरीब लड़कियों को देना होगा। साथ ही सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि ₹4000 सरकार को देने वाली है वो 3 कस्त में दी जाएगी।
इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने पहले ही 11,049 बच्चों का चयन कर लिया है और सरकार इन बच्चों को प्रतिवर्ष ₹12000 से ₹13000 की धनराशि देकर सहायता कर रही हैं। वे बच्चे की नौवीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं वह भी इसका लाभ ले सकते हैं।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के Highlights
योजना का नाम | मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना |
किसने शुरू की | यूपी सरकार योगी आदित्यनाथ जी ने |
लाभार्थी | Covid 19 के कारण अनाथ हुए बच्चे |
साल | 2022 |
आर्थिक सहायता | 4 हजार रुपए हर तीन महीने में |
आवेदन का प्रकार | ऑफलाइन |
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का उद्देश्य Purpose of Chief Minister Child Service Scheme
कोरोनावायरस महामारी के बाद न जाने कितने ही बच्चो ने अपने माता पिता को खो दिया है जिसके कारण उन्हें अपनी पढ़ाई जारी रखने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है इसीलिए माता-पिता का हाथ सर से उठ जाने के बाद बच्चों की पढ़ाई खराब ना हो।
इस वजह से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने बच्चों के शिक्षा का पूरा खर्चा उठाने का फैसला किया है ताकि उनके राज्य के बच्चे अपने माता पिता को खो देने के बाद भी अपनी पढ़ाई को जारी रख सकें और पढ़ लिख कर एक अच्छे इंसान बने। लड़कियों की पढ़ाई को शादी में खर्चा उठाने के पीछे सरकार का उद्देश्य है कि अपने पैरों पर खड़ी हो सके और उसकी शादी कराकर सरकार उन्हें अच्छी जिंदगी देना चाहते है।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना का लाभ Benefits of Chief Minister Child Service Scheme
- इस योजना के अंतर्गत बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी जिन्होंने कोविड-19 में अपने माता पिता खो दिया है।
- ₹4000 की धनराशि हर 3 महीने में दिए जाने पर अपनी पढ़ाई को जारी रख पाएंगे।
- मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने बच्चों को लैपटॉप देने की बात कही है जिससे बच्चे अपनी पढ़ाई को और अच्छे से कर पाएंगे।
- लड़कियों की पढ़ाई का पूरा सामान उठाने के कारण लड़कियों के सर से यह चिंता हट गया है कि पढ़ाई और शादी कैसी होगी!
- कोविड – 19 के इस मुश्किल दौर में सरकार की ये वित्तीय सहायता बच्चों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना हेतु पात्रता Eligibility for Chief Minister Child Service Scheme
अगर आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको सरकार द्वारा तय किए गए पात्रता मानदंड को पूरा करना होगा –
- केवल उत्तर प्रदेश के मूल निवासी ही इस योजना से लाभान्वित हो सकते हैं।
- योजना के भागीदार केवल वही बच्चे बन सकते हैं जिन्होंने कोविड-19 में अपने माता पिता को खोया है।
- इस योजना का लाभ उन बच्चों को दिया जाएगा जिनकी उम्र 18 वर्ष से कम है।
- योजना के अंतर्गत सरकारी सहायता प्राप्त करने के लिए आवेदक को अपने माता पिता की मृत्यु के 2 साल के अंदर ही योजना में अप्लाई करना होगा।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में आवेदन हेतु दस्तावेज Documents for application in Uttar Pradesh Chief Minister Child Service Scheme
अगर आप उत्तर प्रदेश के मूल निवासी हैं और आपने कोविड-19 में अपने माता पिता को खो दिया है तो इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपके पास नीचे बताए गए सभी दस्तावेज़ होने चाहिए –
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र,
- आयु प्रमाण पत्र,
- कोविड-19 के कारण मृत्यु का प्रमाण पत्र,
- आय प्रमाण पत्र ( अगर पिता जीवित है तो, लेकिन अगर पिता की मृत्यु हो चुकी है तब इसकी कोई आवश्यकता नहीं है!)
- मोबाइल नंबर,
- बैंक खाते की जानकारी
- आवेदक की पासपोर्ट साइज फोटो
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में आवेदन कैसे करें? How to apply in Chief Minister’s Child Service Scheme?
मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना में आवेदन करके अगर आप उसका लाभ प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको नीचे बताएंगे तरीके को फॉलो करके योजना का लाभार्थी बनना होगा –
- वे बच्चे जो ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं उन्हें इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए ग्राम पंचायत या फिर जिला प्रोबेशन अधिकारी के कार्यालय में जाकर योजना के लिए अप्लाई करना होगा।
- लेकिन वे बच्चे जो शहरी इलाके में रहते हैं उन्हें योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए तहसील या जिला प्रोबेशन अधिकारी के कार्यस्थल पर जाना होगा।
- अपने आसपास कार्यालय में जाने के बाद आप इस योजना से संबंधित एप्लीकेशन फॉर्म को ले लीजिए।
- और फिर अपनी सभी आवश्यक जानकारी जैसे नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, एड्रेस को भर दीजिए।
- फिर उन सभी दस्तावेजों की सॉफ्टकॉपी फॉर्म के साथ अटैच कर दीजिए। जिसके बारे में हमने आप को उपर बताया था। फॉर्म जमा करने के 15 दिन के बाद ही आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जायेगी और योजना के लाभार्थी बच्चों को इससे लाभ मिलना शुरू हो जायेगा।
Chief Minister’s Child Service Related FAQ
प्रश्न: मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना को किसने लागू किया ?
उत्तर: UP मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने!
प्रश्न: मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत कितने रुपए की वित्तीय सहायता मिलेगी ?
उत्तर: 4000 रूपये !
प्रश्न: योजना के लाभार्थी कौन होंगे ?
उत्तर: यूपी के वे बच्चे जिन्होंने कोविड-19 में अपने माता पिता को खो दिया है।
अभी भी इस योजना पर लगातार काम चल रहा है इसीलिए योजना को कार्यान्वित करने के लिए ना तो अभी तक इसकी कोई ऑफिशियल वेबसाइट बनाई गई है और ना ही कोई हेल्पलाइन नंबर या फिर हेल्पडेस्क तैयार किया गया है तो अगर आप योजना के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं या फिर ऑनलाइन योजना के लिए अप्लाई करना चाहते हैं तो आपको थोड़ा इंतजार करना होगा।