मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना क्या है? यह योजना किस सरकार ने शुरू की है? योजना के अंतर्गत क्या क्या प्रावधान किए गए हैं?
हमारे देश के खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ खेलों में बेहतरीन प्रदर्शन किया है। खास तौर पर रेसलिंग में खिलाड़ियों ने 12 पदक जीतकर रिकार्ड कायम किया है। प्रत्येक राज्य में सरकारें अपने यहां के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए कार्य कर रही हैं। ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने भी विद्यालय स्तर से खिलाड़ियों को आगे लाने के लिए मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना का शुभारंभ किया है। यह योजना क्या है? इससे प्रदेश के कितने जिलों के बालक/बालक बालिकाओं को लाभ पहुंचेगा? योजना कितने वर्ष के लिए है? जैसे सवालों के जवाब हम आपको आज इस पोस्ट के माध्यम से देने की कोशिश करेंगे। आइए, शुरू करते हैं-
मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना क्या है? What is Mukhyamantri Udyman Khiladi Upgradation Scheme?
साथियों, आइए सबसे पहले आपको बता दें कि मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना क्या है? मित्रों, आपको बता दें कि इस योजना के अंतर्गत उत्तराखंड सरकार की ओर से राज्य के 8 साल से लेकर 14 साल तक के कुल 3900 बालक बालिकाओं को एक वर्ष के लिए 1500 रुपए की छात्रवृत्ति प्रदान करने का प्रावधान किया गया है। गस योजना से लाभान्वित होने वालों में बालक एवं बालिकाओं की समान संख्या होगी, जो कि 1950-1950 है। इस योजना के माध्यम से उत्तराखंड के दूरस्थ क्षेत्रों से खिलाड़ियों को सामने लाने की कोशिश की जाएगी।
मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना की शुरुआत कब हुई?
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा 29 अगस्त 2024 को उत्तराखंड राज्य की राजधानी देहरादून स्थित पुलिस लाइन में इस योजना का शुभारंभ किया गया है। इस अवसर पर प्रदेश की खेल राज्यमंत्री रेखा आर्य, स्थानीय विधायक विनोद चमोली आदि ने भी शिरकत की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई और घोषणाएं भी कीं है। जैसे-खेल प्रशिक्षकों की कमी के मद्देनजर उत्तराखंड के हर जिले में आठ आठ खेल प्रशिक्षक नियुक्त किए जाएंगे।
खिलाड़ियों को नियमानुसार त्वरित गति से वित्तीय लाभ प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री खेल विकास निधि स्थापित की जाएगी, उत्तराखंड खेल विभाग के संविदा प्रशिक्षकों को साईं (भारतीय खेल प्राधिकरण) के संविदा प्रशिक्षकों को देय मानदेय के अनुसार मानदेय प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा यह भी कहा गया कि राज्याधीन सेवाओं में कुशल खिलाड़ियों के लिए चार प्रतिशत आरक्षण व्यवस्था पुनः लागू कराने के लिए प्रयास किया जाएगा।
इस योजना को खेल दिवस पर ही क्यों शुरू किया गया है?
मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना को खेल दिवस पर क्यों शुरू किया गया? बहुत से लोगों के मन में यह सवाल उठ सकता है। तो आपको बता दें मित्रों कि इसकी एक खास वजह थी। दरअसल, खेल दिवस हाकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
मेजर ध्यानचंद ने दुनिया में भारत देश को उस समय पहचान दिलाई, जिस वक्त भारत गुलाम देश था और यहां खेलों की आधारभूत सुविधाएं इतनी विकसित नहीं थी। खिलाड़ियों के लिए सुविधाएं भी नाममात्र की थी। इसी प्रकार राज्य के जिन जिलों में सुविधाएं नाम मात्र की है, वहां के खिलाड़ियों को छात्रवृति के जरिए आगे बढ़ने में मदद मिले, यही सोचकर सरकार द्वारा खेल दिवस पर इस योजना को लागू किया गया है।
मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना को शुरू किए जाने का क्या उद्देश्य है?
किसी भी राज्य का नाम उसके खिलाड़ियों के विभिन्न प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन से रोशन होता है। सरकार की मंशा है कि विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में राज्य के खिलाड़ी उभरकर सामने आएं। इसके लिए वह जमीनी स्तर से ही खिलाड़ियों को निखारने का प्रयास कर रही है। उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल एवं कुमाऊं दोनों ही मंडलों में सीमांत जिले हैं, जिनके खिलाड़ियों को इन छात्रवृत्तियों से विशेष तौर पर लाभ होगा।
प्रत्येक जिले में कुल कितने खिलाड़ियों को योजना का लाभ मिलेगा?
मित्रों, आपको बता दें कि उत्तराखंड राज्य में कुल 13 जिले हैं। इनमें प्रत्येक जिले से 300 खिलाड़ियों को यह छात्रवृत्ति मिलेगी, जिनमें 150 बालक एवं इतनी ही बालिकाएं शामिल हैं। इस योजना से गढ़वाल के 7 एवं कुमाऊं के 6 जिले के बालक-बालिकाएं लाभान्वित होंगे। इस छात्रवृत्ति से खिलाड़ियों को अपना खेल स्तर स्तर उठाने में मदद मिलेगी। कम से कम वह अपनी डाइट पर बेहतर खर्च कर सकेंगे।
योजना के लिए खिलाड़ियों के चयन का आधार क्या था?
मित्रों, आइए आपको अब बताते हैं कि इस मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के अंतर्गत छात्रवृत्ति के लिए खिलाड़ियों के चुने जाने का आधार क्या था? दरअसल, इसके लिए कुछ समय पूर्व राज्य के तमाम जिलों में दो दिवसीय जिला स्तरीय ट्रायल का आयोजन किया गया था। जैसे-राज्य के दूरस्थ जिले पिथौरागढ़ का ही उदाहरण लें तो वहां जिले के 8 विकासखंडों से कुल 633 बालक एवं बालिका खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था।
चयन समिति का गठन डीएम के निर्देश पर हुआ है। विशेष बात यह रही कि मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के लिए बालक बालिकाओं के चयन को कराए गए ट्रायल में किसी प्रकार के पक्षपात अथवा धांधली का आरोप न लगे, इसके लिए पूरे ट्रायल की वीडियो रिकॉर्डिंग कराई गई। एसडीएम के नेतृत्व में इस वीडियो रिकार्डिंग के दौरान चयन समिति के सदस्यों ने पूरी तरह नजर रखी।
ट्रायल में चयनित खिलाड़ियों को योजना का लाभ कैसे पहुंचाया गया है?
विभिन्न जिलों में ट्रायल में चयनित खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति की पहले तीन माह की धनराशि 4500 रूपए के चेक योजना के शुभारंभ पर वितरित किए गए। आपको बता दें दोस्तों कि मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के शुभारंभ का मुख्य कार्यक्रम जहां, उत्तराखंड प्रदेश की राजधानी देहरादून में हुआ, वहीं विभिन्न जिलों में योजना के का वर्चुअल शुभारंभ हुआ। इनमें खेल विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों की मौजूदगी रही।
उत्तराखंड में खेलों की क्या स्थिति है?
मित्रों, अब आप जानना चाहते होंगे कि उत्तराखंड में खेलों की क्या स्थिति है? तो आपको बता दें कि उत्तराखंड ने खेलों के क्षेत्र में कई सितारों को जन्म दिया है। शूटिंग के दुनिया के सितारे रहे जसपाल राणा उत्तराखंड की ही पैदाइश हैं। आपको बता दें कि आज तक कामनवेल्थ में सर्वाधिक 15 पदक जीतने का उनका रिकॉर्ड कोई भी खिलाड़ी नहीं तोड़ सका है। धावक प्रीतम बिंद ने नेशनल में बहुत शानदार प्रदर्शन किया है। क्रिकेट की बात करें तो भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार विकेट कीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत उत्तराखंड के ही शहर रुड़की के रहने वाले हैं। भारत के सबसे सफल क्रिकेट कप्तान महेंद्र सिंह धोनी बेशक झारखंड की राजधानी रांची में रह रहे हैं
लेकिन भी मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा के ही रहने वाले हैं। यदि बात फुटबॉल की करें तो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नाम करने वाले रामबहादुर क्षेत्री, अमर बहादुर गुरुंग, श्याम थापा आदि उत्तराखंड की शान रहे। श्याम थापा इस समय नेपाली फुटबाल टीम को कोचिंग देने का कार्य कर रहे हैं। हॉकी की बात करें तो महिला हॉकी खिलाड़ी वंदना कटारिया उत्तराखंड में हरिद्वार के बहादराबाद की हैं। दोस्तों, अब बात इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल की करते हैं।
आपको बता दें कि उत्तराखंड के पांच खिलाड़ी इसके पिछले सीजन में शामिल रहे। इनमें मनीष पांडे, आयुष बडोनी, अनुज रावत आदि पर सबकी नजर रही। आयुष बडोनी ने तो अपने छक्कों के लिए खूब प्रशंसा भी बटोरी। इससे पूर्व मनीष पांडे भारतीय क्रिकेट के स्टार रहे हैं। वहीं, उत्तराखंड के पवन नेगी भी खूब सुर्खियां बटोर चुके हैं ।
आपको बता दें मित्रों कि उत्तराखंड से दलीप ट्राफी खेलने के लिए सेंट्रल जोन की टीम में दीपक धपोला का चयन हुआ है। इस ट्राफी में खेलने वाले वह उत्तराखंड के पहले खिलाड़ी होंगे। आपको बता दें दोस्तों कि धपोला उत्तराखंड के पहाड़ी जिले बागेश्वर के रहने वाले हैं और वे तेज गेंदबाज हैं। इससे पहले रणजी में उनका प्रदर्शन बेहद शानदार रहा, लेकिन इंजरी की वजह से उन्हें इस खेल से दो साल तक दूर होना पड़ा । अब एक बार फिर उनके मैदान में आने से उत्तराखंड के खेल प्रेमी उनसे शानदार प्रदर्शन की उम्मीदें लगाए हुए हैं.
मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना क्या है?
इस योजना के अंतर्गत 8 वर्ष से लेकर 14 वर्ष तक के बालक बालिकाओं को 1500 रूपए की छात्रवृत्ति एक वर्ष तक प्रदान की जाती है।
मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना किस सरकार की है?
मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना उत्तराखंड सरकार की है।
मुख्यमंत्री उदीयान खिलाड़ी उन्नयन योजना को कब प्रारंभ किया गया?
इस योजना को खेल दिवस के अवसर पर 29 अगस्त 2024 को शुरू किया गया।
मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना का शुभारंभ किसने किया?
मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना का शुभारंभ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया।
उत्तराखंड के कितने जिलों में यह योजना लागू की गई है?
उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में यह योजना लागू की गई है।
मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के तहत कितने खिलाड़ियों को लाभान्वित किया जाएगा?
इस योजना के अंतर्गत कुल 3900 खिलाड़ियों को लाभान्वित किए जाने की योजना है। इससे 1950 एवं इतनी ही बालिकाएं लाभान्वित होंगी।
प्रत्येक जिले से कुल कितने खिलाड़ियों को इस योजना का लाभ मिलेगा?
प्रत्येक जिले से 300 बालक बालिकाओं को इस योजना का लाभ मिलेगा। इनमें 150 बालक व इतनी ही बालिकाएं शामिल होंगी।
दोस्तों, आज हमने आपको इस पोस्ट में मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी उन्नयन योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। यदि आप उत्तराखंड से हैं तो इस आर्टिकल को अपने मित्रों, परिचितों के साथ साझा करना न भूलें। इसके अतिरिक्त यदि आप इसी प्रकार की अन्य जानकारीपूर्ण पोस्ट हमसे चाहते हैं तो उसके लिए अपनी चाहत हमें नीचे दिए गए कमेंट बाक्स में कमेंट करके बता सकते हैं। ।।धन्यवाद।।