मल्टीमीडिया क्या होता है? | परिभाषा,प्रकार,उपयोग,लाभ और नुकसान

Multimedia kya hota hai: बहुत बार ऐसा देखने में आता है कि हम प्रतिदिन जिन चीज़ों का उपयोग कर रहे होते हैं, उसी के बारे में ही ठीक से नहीं जानते हैं या फिर यूँ कहें कि उनका नाम क्या है या वह किस तरह से इस्तेमाल में लाई जाती है, इसके बारे में हमें बहुत ही कम जानकारी होती है। तो ऐसी ही एक चीज़ है मल्टीमीडिया जिसके बारे में अक्सर आपने सुन तो रखा होगा लेकिन यह है क्या चीज़, इसके बारे में जानने की कोई चेष्टा आपने नहीं की (Multimedia kya hai) होगी।

ऐसे में आज के इस लेख में हम आपके साथ इसी मल्टीमीडिया के बारे में ही बात करने वाले हैं। दरअसल यह एक बहुत ही व्यापक शब्द है जो आज के समय में हमारी दिनचर्या का हिस्सा ही बन गया है। पहले के समय में तो लोग संपर्क करने के लिए एक दूसरे के साथ साक्षात बातचीत किया करते थे और उसके लिए मिलना आवश्यक होता था लेकिन जब से तकनीक के क्षेत्र में उन्नति हुई है तब से ही इस मल्टीमीडिया का प्रचलन भी बहुत बढ़ गया (Multimedia ke bare mein bataiye) है।

आज हम आपके साथ इसी मल्टीमीडिया के बारे में ही विस्तार से बात करने वाले हैं। इस लेख को पढ़कर आपको यह जानने में सहायता होगी कि मल्टीमीडिया क्या होता है, इसके क्या कुछ प्रकार हैं और यह क्यों जरुरी है। साथ ही इस मल्टीमीडिया का अनुप्रयोग कहाँ कहाँ किया जा रहा है और किस तरह से इसने हमारी दुनिया को बदलने का काम किया (Multimedia kya hota hai in Hindi) है।

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मल्टीमीडिया क्या होता है? (Multimedia kya hota hai)

सबसे पहले हम बार करते हैं मल्टीमीडिया की परिभाषा के बारे में और उसके माध्यम से जानने का प्रयास करते हैं कि आखिरकार यह मल्टीमीडिया होता क्या है और क्यों इसका प्रचलन इतनी तेजी के साथ बढ़ता जा रहा है। तो मल्टीमीडिया और कुछ नहीं बल्कि वह सब चीज़ है जो आप किसी अन्य व्यक्ति से संपर्क करने के लिए उपयोग में लाते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप सामने वाले व्यक्ति को बिना कुछ बोलकर या बोलकर भी लेकिन किसी अन्य मीडिया के माध्यम से अपनी बात को समझाने का प्रयास करते हैं तो उसे ही मल्टीमीडिया कहा जाता (What is multimedia in Hindi) है।

मल्टीमीडिया क्या होता है परिभाषा,प्रकार,उपयोग,लाभ और नुकसान

दूसरों से संपर्क करने का यह माध्यम कुछ भी हो सकता है, फिर चाहे वह वीडियो हो जिसे सोशल मीडिया पर अपलोड किया गया हो या फिर कोई इमेज या ग्राफिक्स हो जिसे प्रेजेंटेशन में लगाया गया हो या फिर कुछ अन्य चीज़। यह सभी ही मल्टीमीडिया का ही अंग होती है जिसका अलग अलग रूप में उपयोग किया जाता है। एक तरह से यदि आप व्यक्ति को दूर से या फिर पास में ही किसी माध्यम से समझाने का प्रयास करते हैं तो उसमें हम मल्टीमीडिया का ही सहारा ले रहे होते (Multimedia in Hindi) हैं।

अब यदि आप टीवी पर न्यूज़ देखते हैं तो वह भी एक मल्टीमीडिया का ही उदाहरण है क्योंकि उसमें आपको कई तरह के माध्यम से न्यूज़ देने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं आपका कोई परिवार वाला या मित्र आपको मिलकर कोई न्यूज़ देता है तो वह मल्टीमीडिया नहीं होता है। जबकि आप इंटरनेट पर या टीवी या रेडियो के माध्यम से कोई समाचार देखते हैं तो वह मल्टीमीडिया का उदाहरण ही कहा जाएगा। ऐसे में मल्टीमीडिया का रूप बहुत ही व्यापक हो जाता है जो आपको इसके प्रकारों या विभिन्न घटकों को पढ़कर समझ में (Multimedia kya hai in Hindi) आएगा।

मल्टीमीडिया का क्या मतलब है? (Multimedia meaning in Hindi)

अभी तक आपने मल्टीमीडिया क्या होता है, इसके बारे में जानकारी ले ली है लेकिन मल्टीमीडिया शब्द का क्या अर्थ होता है, इसके बारे में भी तो जानना बनता है। तो मल्टीमीडिया शब्द दो शब्दों के मेल से बना हुआ है जिसमें पहला शब्द है मल्टी जबकि दूस्ता शब्द है मीडिया। इसमें मल्टी का अर्थ होता है एक से अधिक चीज़े। जैसे हम खुद ही बोलते हैं कि हम मल्टी टास्किंग कर रहे हैं तो इसका अर्थ हुआ एक साथ कई तरह के काम करना।

वहीं मीडिया का अर्थ होता है माध्यम। तो इस तरह से एक से अधिक चीज़ों के माध्यम से दूसरों को सूचना पहुँचाना या उनसे संपर्क करने को ही मल्टीमीडिया कहा जाता है। यह अन्य किसी व्यक्ति या व्यक्तियों के समूह या पूरे देश या दुनिया के साथ वर्चुअल या डिजिटल माध्यम से संपर्क करने का एक माध्यम होता है और उसे ही हम सभी मल्टीमीडिया के नाम से जानते हैं।

मल्टीमीडिया के प्रकार (Multimedia types in Hindi)

हमने आपको ऊपर ही कह दिया था कि जब तक आप मल्टीमीडिया के प्रकारों के बारे में नहीं जानेंगे या पढ़ेंगे तब तक आपको मल्टीमीडिया के बारे में भी सही से जानकारी नहीं हो पायेगी। वह इसलिए क्योंकि मल्टीमीडिया केवल एक शब्द नहीं बल्कि बहुत व्यापक है। यह दुनिया के हर क्षेत्र में अलग अलग तरीकों या माध्यम से प्रभाव डाल रहा है और आपके और हमारे जीवन से भी जुड़ा हुआ (Multimedia ke prakar) है।

ऐसे में यदि आपको मल्टीमीडिया के बारे में या इसकी परिभाषा के बारे में अच्छे से समझना है तो उसके लिए आपको मल्टीमीडिया के प्रकारों के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए। आइये जान लेते हैं मल्टीमीडिया के तरह तरह के प्रकारों के बारे में।

टेक्स्ट मल्टीमीडिया

यह मल्टीमीडिया का सबसे शुरूआती प्रकार होता है जो टेक्स्ट के रूप में होता है। अब आप सोच रहे होंगे कि यह टेक्स्ट या लिखित रूप किस तरह से मल्टीमीडिया का प्रकार हो गया। तो इसका सबसे बड़ा उदाहरण हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख ही ले लीजिये। अब आपको मल्टीमीडिया के ऊपर जानकारी चाहिए थी और हमने इस पर विस्तृत रूप में यह लेख लिखा है। अब आप इस लेख को पढ़ भी रहे हैं और मल्टीमीडिया के ऊपर जानकारी प्राप्त कर रहे हैं। इस तरह से मल्टीमीडिया के इस प्रकार के माध्यम से आपने बिना किसी से मिले या बात किये हुए जानकारी ले ली है।

ऑडियो मल्टीमीडिया

मल्टीमीडिया का दूसरा प्रकार ऑडियो के रूप में होता है। अब यह ऑडियो किसी से फोन पर बातचीत करने को नहीं कहा जा सकता है क्योंकि उस समय तो वह आपसे सीधे तौर पर बात कर ही रहा है। हालाँकि यदि आप किसी की रिकार्डेड ऑडियो को सुन रहे हैं तो अवश्य ही इसे मल्टीमीडिया कहा जाएगा। अब आपको ऑडियो वाले मल्टीमीडिया का उदाहरण देखना है तो दुनियाभर के गाने या संगीत ले लीजिये जिन्हें आप अपने फोन पर दिन रात सुनते हैं।

ग्राफ़िक्स मल्टीमीडिया

आज के समय में ग्राफ़िक्स अर्थात चित्रों का बहुत ही प्रचलन है। आप कहीं पर भी चले जाइये, आपको अपने शहर के मुख्य चौराहे, जगह इत्यादि सभी जगहों पर बड़े से लेकर छोटे पोस्टर, बैनर, होअर्डिंग इत्यादि लगे हुए दिख जाएंगे। तो यह सभी मल्टीमीडिया के ही अंतर्गत आते हैं जो उसके ग्राफ़िक्स कहे जाते हैं। सामने दिख रहे पोस्टर ही नहीं बल्कि आप सोशल मीडिया या अन्य किसी जगह पर ओनलाइन फोटोज देखते हैं तो वे सब भी इसी ग्राफ़िक्स मल्टीमीडिया के अंतर्गत ही आते हैं।

वीडियो मल्टीमीडिया

यदि हम मल्टीमीडिया के सभी प्रकारों में सबसे प्रसिद्ध प्रकार की बात करें तो उसमें वीडियो मल्टीमीडिया का नाम सबसे पहले लिया जाएगा। जब से लोगों के पास तेज गति से चलने वाला इंटरनेट पहुंचा है तब से ही वीडियो वाले मल्टीमीडिया का प्रचलन भी बहुत तेजी के साथ बढ़ गया है। आज के समय में लगभग हर कोई वीडियो को देखना चाहता है और इसके माध्यम से अपना मनोरंजन या अन्य गतिविधि करना चाहता है। तो हर तरह की वीडियो भी मल्टीमीडिया का ही एक प्रकार मानी जाती है।

एनीमेशन मल्टीमीडिया

एनीमेशन को भी हम कुछ हद्द तक वीडियो मल्टीमीडिया में जोड़ सकते हैं लेकिन यह पूर्ण रूप से उसमे नहीं आता है। वह इसलिए क्योंकि एनीमेशन मल्टीमीडिया में वीडियो और ग्राफ़िक्स दोनों होते हैं और इस कारण यह एक अलग प्रकार हो जाता है। जहाँ एक ओर ग्राफ़िक्स और वीडियो मल्टीमीडिया में असली की फोटो और वीडियो होती है तो वहीं एनीमेशन में खुद से बनायी गयी फोटोज और वीडियो होती है। इसी के साथ ही इसमें ऑडियो मल्टीमीडिया की भी जरुरत होती है क्योंकि पीछे से संगीत या आवाज देनी होती है।

इस तरह से हम मल्टीमीडिया के प्रकारों के बारे में तो जान गए हैं लेकिन आज जिस तरह से तकनीक आगे बढ़ती जा रही है, उसे देखते हुए यह कहना कठिन होगा कि मल्टीमीडिया के केवल यही पांच प्रकार होंगे। इसलिए भविष्य में जाकर मल्टीमीडिया के और भी कई तरह के प्रकार देखने को मिल सकते हैं या पहले के ही प्रकारों में कुछ अन्य उप प्रकार जुड़ सकते हैं।

मल्टीमीडिया का अनुप्रयोग क्या होता है? (Multimedia ka anuprayog kya hai)

अब हम बात कर लेते हैं मल्टीमीडिया के अनुप्रयोग के बारे में। तो मल्टीमीडिया का अनुप्रयोग का अर्थ हुआ अलग अलग क्षेत्रों में मल्टीमीडिया के उपयोग या इस्तेमाल किये जाने के बारे में। आज के समय में चाहे शिक्षा हो या स्वास्थ्य, हर जगह मल्टीमीडिया का इस्तेमाल प्रमुखता के साथ किया जा रहा है। ऐसे में हर जगह हो रहा इसका उपयोग ही अनुप्रयोग के नाम से जाना जाता है। यह एक कठिन हिंदी शब्द है जिसके बारे में अधिकतर लोगों को जानकारी नहीं होती है।

तो अनुप्रयोग का अर्थ उपयोग या प्रयोग होने से संबंधित माना जा सकता है। अब उपयोग का अर्थ हुआ मल्टीमीडिया का वहां इस्तेमाल किया जाना जहाँ पहले भी यह इस्तेमाल में होता आया हो। वहीं प्रयोग का अर्थ हुआ किसी नयी चीज़ में मल्टीमीडिया का इस्तेमाल किया जाना और उस पर टेस्ट करके देखना। मल्टीमीडिया के अनुप्रयोग के बारे में बेहतर तरीके से जानने और समझने के लिए नीचे इसका उपयोग कहाँ कहाँ किया जा सकता है या कहाँ कहाँ किया जा रहा है, उसके बारे में जानना पड़ेगा।

मल्टीमीडिया का इस्तेमाल कहाँ किया जाता है? (Multimedia ke upyog)

जैसा कि हमने आपको बताया कि यदि आपको मल्टीमीडिया के बारे में और इसके अनुप्रयोग के बारे में बेहतर तरीके से जानना है तो आपको यह देखना होगा कि आखिरकार इसका उपयोग किन किन क्षेत्रों में किया जा रहा है और वहां इसका क्या कुछ प्रभाव पड़ा है। आइये जाने मल्टीमीडिया के विभिन्न क्षेत्रों में अनुप्रयोग या इस्तेमाल के बारे में।

शिक्षा

शिक्षा के क्षेत्र में तो आज के समय में बहुत ज्यादा मल्टीमीडिया का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके लिए शुरुआत से ही छात्रों को सभी तरह का मटेरियल ओनलाइन ही उपलब्ध करवाया जा रहा है फिर चाहे वह उनके कोर्स से संबंधित हो या फिर कोई अन्य एक्टिविटी के लिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि शिक्षा में केवल पढ़ाई ही नहीं आती है बल्कि तरह तरह की एक्टिविटी को सीखाना भी इसी के अंतर्गत ही आता है। इसलिए आज के समय में मल्टीमीडिया शिक्षा के क्षेत्र में बहुत ज्यादा महत्व रखती है।

स्वास्थ्य

अब आप सोच रहे होंगे कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में मल्टीमीडिया का क्या इस्तेमाल होता होगा। जब डॉक्टर को ही जांच करनी है तो फिर उसमें मल्टीमीडिया का क्या अर्थ हुआ। तो हम आपको बता दें कि आज के समय में जो भी रिपोर्ट बनायी जा रही है, डॉक्टर जो भी टेस्ट करवाता है, वह सब कुछ क्या है? वह सब कुछ मल्टीमीडिया ही तो है जिसका डॉक्टर सघन जांच करने और रोगियों का उपचार करने के लिए इस्तेमाल कर रहा है। ऐसे में स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी मल्टीमीडिया अपनी अंदर तक पेठ बना चुका है।

मनोरंजन

अब मनोरंजन में तो मल्टीमीडिया के उपयोग को पूछिए ही मत। आज के समय में हर तरह का मनोरंजन मल्टीमीडिया के माध्यम से हो रहा है। पहले के समय में लोग नुक्कड़ नाटक, जादूगर का शो इत्यादि देखने जाते थे लेकिन आज के समय में मोबाइल या लैपटॉप खोला और उसमें हर तरह का मनोरंजन उपलब्ध है। तो मनोरंजन में चाहे किसी तरह की वीडियो देखनी हो या ऑडियो को सुनना हो या कुछ और, यह सब मल्टीमीडिया का ही प्रकार होता है।

सूचना

किसी भी तरह की सूचना देनी हो या उसे प्रसारित करना हो तो वह भी तो मल्टीमीडिया के माध्यम से ही होती है। पहले एक गाँव या शहर में कोई घटना होती थी तो उसे पूरे देश में फैलने में महीनो लग जाते थे लेकिन आज के समय में यह एक मिनट के अंदर ही पूरी दुनिया के लोगों को पता चल जाती है। कहीं कोई घटना हुई नहीं कि बस एक क्लिक में मल्टीमीडिया की सहायता से सभी को बता दिया जाता है। इसी के साथ ही हम इसी मल्टीमीडिया की सहायता से ही अपनों से संपर्क कर पाने में सक्षम होते हैं।

सोशल मीडिया

पूरा का पूरा सोशल मीडिया ही इस मल्टीमीडिया के ऊपर निर्भर है क्योंकि वहां पर मल्टीमीडिया के तरह तरह के प्रकारों के मध्ग्यम से ही लोगों तक संपर्क बनाया जाता है। अब आप चाहे सोशल मीडिया पर कोई वीडियो देखते हैं या ग्राफिक्स को लाइक करते हैं या टेक्स्ट पढ़ते हैं तो वह सभी ही मल्टीमीडिया का ही उदाहरण कहे जाएंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि सोशल मीडिया पर जो कुछ भी हो रहा है या दिखाया जा रहा है या देखा जा रहा है, वह सभी कुछ मल्टीमीडिया का ही काम होता है।

व्यापार

पहले के समय में व्यापार आमने सामने हुआ करता था लेकिन जैसे जैसे तकनीक बढ़ती जा रही है और मल्टीमीडिया का उपयोग होता जा रहा है, वैसे वैसे ही व्यापार करने का तरीका भी पूरी तरह से बदल गया है। अब लोग एक दूसरे से संपर्क करने के लिए या कुछ बताने के लिए मल्टीमीडिया का ही आश्रय लेने लगे हैं। उदाहरण के तौर पर किसी व्यापार या कंपनी की ग्रोथ दिखानी है तो उसके लिए ग्राफ़िक्स या प्रेजेंटेशन या स्लाइड शो का सहारा लिया जाता है जो मल्टीमीडिया का ही काम होता है।

मार्केटिंग

यह एक ऐसी चीज़ है जिसमें मल्टीमीडिया का उपयोग करने वाले लोग बहुत पैसा कमाते हैं। अब आप ऑनलाइन या डिजिटल रूप में जो भी ऐड देखते हैं, वह सब मल्टीमीडिया का ही काम होता है। अब चाहे वह सोशल मीडिया हो या टीवी या कुछ और, हर जगह तरह तरह की कंपनियों की ऐड को दिखाया जाता है और उसके माध्यम से अपने उत्पाद व सेवाओं का प्रोमोशन किया जाता है। तो यह भी मल्टीमीडिया के अंतर्गत ही आता है जिसके माध्यम से बहुत पैसा कमाया जा रहा है।

इस तरह से आज के समय में मल्टीमीडिया लगभग हर क्षेत्र में घुस चुकी है और उसके स्वरुप को बदल कर रख दिया है। आप कहीं भी नजर घुमा लीजिये या किसी भी चीज़ को देख लीजिये, आपको हर जगह केवल और केवल एक ही चीज़ दिखाई देगी और वह होगी मल्टीमीडिया।

मल्टीमीडिया के फायदे (Multimedia ke fayde)

अब हम बात करते हैं मल्टीमीडिया के फायदों के बारे में। ऊपर आपने मल्टीमीडिया के बारे में जो इतना सब कुछ पढ़ा, उसे पढ़कर अवश्य ही आपको मल्टीमीडिया से मिलने वाले फायदों के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी तो हो ही गयी होगी। फिर भी हम संक्षेप में कुछ और जानकारी रख देते हैं।

  • इसके माध्यम से लोगों के साथ संपर्क करना बहुत ही सरल हो गया है। पहले हम कम शब्दों में या कुछ लोगों तक ही अपनी बात पहुंचा पाते थे लेकिन मल्टीमीडिया के माध्यम से हम एक साथ कई लोगों तक अपनी बात पहुंचा सकते हैं।
  • मल्टीमीडिया के माध्यम से हम केवल ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपनी बात ही नहीं पहुंचा पाते हैं बल्कि उसे प्रभावी रूप भी दे सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि बात को इस तरह से पहुँचाया जा सकता है कि सामने वाला व्यक्ति आपसे प्रभावित हो जाता है।
  • इतना ही नहीं, मल्टीमीडिया के माध्यम से हम व्यक्ति को किसी चीज़ या विषय के बारे में बेहतर तरीके से समझा सकते हैं। उदाहरण के तौर पर सौरमंडल के बारे में शब्दों में समझाने की बजाये यदि हम उसे वीडियो मल्टीमीडिया के माध्यम से समझायेंगे तो वह जल्दी समझ पायेगा।
  • यह सरकार के लिए भी बहुत प्रभावी है क्योंकि इसके माध्यम से सरकार ज्यादा से ज्यादा डाटा को एकत्रित करती है और उसे क्रिएटिव तरीके से इस्तेमाल में लाती है। यह लोगों तक ज्यादा से ज्यादा सुविधा और सही रूप में पहुंचाने का भी एक माध्यम बन गया है।
  • इससे हमारी चिकित्सा संबंधित कई तरह की समस्याओं का भी समाधान हो गया है। डॉक्टर अब पहले की तुलना में सही से जांच कर पाते हैं और रोगियों का बेहतर उपचार कर पाते हैं।

हालाँकि मल्टीमीडिया के फायदे तो बहुत हैं और उस पर विस्तार से लिखा जाए तो शायद शब्द ही कम पड़ जाएं। अब यह तो उस पर निर्भर करता है कि कौन व्यक्ति किस काम के लिए मल्टीमीडिया का इस्तेमाल कर रहा है।

मल्टीमीडिया के नुकसान (Multimedia ke nuksan)

जिस चीज़ के फायदे होते हैं, उसके उतने ही नुकसान देखने को मिलते हैं। तो इसी मल्टीमीडिया के नुकसान भी हैं और वह हैं मनुष्य को तकनीक पर निर्भर बना देना और उसका कौशल धीरे धीरे समाप्त हो जाना। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप सबकुछ मल्टीमीडिया या तकनीक से ही करने लग जाएंगे तो धीरे धीरे आप उस पर निर्भर होते चले जाएंगे। इसी के साथ ही मल्टीमीडिया के कारण मनुष्य की एक दूसरे के साथ बातचीत करने की आदत ही समाप्त हो गयी है।

यही कारण है कि हर जगह तनाव देखने को मिल रहा है। अब हर कोई मल्टीमीडिया में ही घुसा रहेगा और अपनों से बात ही नहीं करेगा तो अवश्य ही उसे उसके दुष्प्रभाव भी देखने को मिलेंगे। ऐसे में मल्टीमीडिया के बहुत ही नुकसान देखने को मिलते हैं लेकिन हम उन्हें अनदेखा कर आगे बढ़ते जा रहे हैं।

मल्टीमीडिया क्या होता है – Related FAQs 

प्रश्न: मल्टीमीडिया से आप क्या समझते हैं?

उत्तर: आप सामने वाले व्यक्ति को बिना कुछ बोलकर या बोलकर भी लेकिन किसी अन्य मीडिया के माध्यम से अपनी बात को समझाने का प्रयास करते हैं तो उसे ही मल्टीमीडिया कहा जाता है।

प्रश्न: मल्टीमीडिया की विशेषताएं क्या है?

उत्तर: मल्टीमीडिया की विशेषताएं या फायदे हमने ऊपर के लेख में बताए हैं जो आप पढ़ सकते हो।

प्रश्न: मल्टीमीडिया क्या है इसके प्रकार और उपयोग?

उत्तर: मल्टीमीडिया के माध्यम से विभिन्न जानकारी को विभन्न माध्यमों से दर्शकों तक पहुंचाया जाता है।

प्रश्न: मल्टीमीडिया कितने प्रकार के होते हैं?

उत्तर: मल्टीमीडिया के 5 प्रकार हैं जिनके बारे में जानकारी हमने ऊपर के लेख में विस्तार से दी है।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने मल्टीमीडिया के बारे में जानकारी हासिल कर ली है। आपने जाना कि मल्टीमीडिया क्या होता है इसके प्रकार क्या हैं इसका इस्तेमाल कहां किया जाता है और इसके फायदे और नुकसान क्या हैं इत्यादि। आशा है कि जो जानकारी लेने के लिए आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। फिर भी यदि कोई प्रश्न आपके मन में शेष रह गया है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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