|| भारत का राष्ट्रीय क्वांटम मिशन क्या है? Rashtriya quantum mission in Hindi | National quantum mission kya hai | Quantum technology in Hindi | Quantum technology in Hindi | Importance of national quantum mission in Hindi ||
Rashtriya quantum mission in Hindi :- भारत देश बहुत तेजी के साथ उन्नति कर रहा है और आगे बढ़ रहा है। इसके लिए भारत सरकार के द्वारा समय समय पर कई तरह के निर्णय लिए जाते रहते हैं और उन पर तेजी के साथ काम किया जाता है। अब भारत को तेज गति से आत्म निर्भर बनाने के लिए ही भारत की मोदी सरकार ने एक और मिशन को हरी झंडी दी है और उसके लिए भारी भरकम बजट भी घोषित कर दिया है। उस मिशन का नाम है राष्ट्रीय क्वांटम मिशन जो शायद ही आपने सुन रखा (National quantum mission in Hindi) हो।
तो अब यह राष्ट्रीय क्वांटम मिशन है क्या और इस पर क्या काम करना होता है, क्या यह किसी ऐसी चीज़ से जुड़ा हुआ है जिसका प्रभाव हमारे ऊपर भी पड़ेगा या यह केवल सरकारी काम के लिए ही होगा यह जानना जरूरी हो जाता है। आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के बारे में हरेक जानकारी देने वाले हैं ताकि आपकी सारी शंकाओं पर पूर्ण विराम लगाया जा सके। आइये बात करते हैं राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के बारे (Rashtriya quantum mission kya hai) में।
भारत का राष्ट्रीय क्वांटम मिशन क्या है? (Rashtriya quantum mission in Hindi)
भारत सरकार के द्वारा हाल ही में राष्ट्रीय क्वांटम मिशन को हरी झंडी दी गई है और इस पर तेज गति से कार्य करने के लिए करोड़ो का निवेश किया गया है। वह इसलिए क्योंकि विश्व के कई देश इस क्षेत्र में या तो पहले से ही काम कर रहे हैं या शुरू करने की योजना बना रहे हैं। वह इसलिए क्योंकि जमाना बहुत तेजी के साथ बदलता जा रहा है और इसमें हर दिन के साथ तकनीक का समावेश होता जा रहा (National quantum mission kya hai) है। अब उसी तकनीक में ही क्वांटम प्रोद्योगिकी बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाली है क्योंकि आने वाला समय क्वांटम प्रोद्योगिकी का ही है।
एक तरह से यह एक ऐसी तकनीक होती है जिसके माध्यम से डाटा को बहुत जल्दी और तेजी के साथ प्रोसेस किया जा सकता है और निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकता है। अब कार्य इतनी तेज गति के साथ होंगे तो अवश्य ही काम करने में उन्नति भी देखने को मिलेगी। इससे सरकार को सटीक आंकड़े मिला करेंगे और वह उसी गति के साथ ही काम कर पाने की स्थिति में पहुँच (National quantum mission explained in Hindi) पायेगी। आइये जाने आखिरकार यह क्वांटम प्रोद्योगिकी होती क्या है और यह कैसे कम करती है।
क्वांटम प्रोद्योगिकी क्या है? (Quantum technology kya hai)
राष्ट्रीय क्वांटम मिशन को अच्छे से समझने के लिए पहले आपका यह जानना जरुरी हो जाता है कि आखिरकार यह क्वांटम प्रोद्योगिकी है क्या चीज़। तो क्वांटम प्रोद्योगिकी उस तकनीक को कहा जाता है जिसके तहत परमाणु व उप परमाणु के स्तर पर किसी पदार्थ या ऊर्जा के स्तर की व्याख्या की जाती है। किसी भी वस्तु या ऊर्जा का निर्माण परमाणु या अणु के माध्यम से होता है और उन्हीं से मिलकर ही वह वस्तु निर्मित होती है। ऐसे में क्वांटम प्रोद्योगिकी के द्वारा इन पदार्थों के अणुओं की बारीकी से जांच की जा सकती है और उसके बारे में निष्कर्ष तैयार किया जा सकता (Quantum technology in Hindi) है।
साथ ही क्वांटम प्रोद्योगिकी के द्वारा किसी भी डाटा या जानकारी को बहुत ही कम समय में प्रोसेस किया जा सकता है और उसके माध्यम से महत्वपूर्ण जानकारी एकत्र की जा सकती है। इसी के साथ ही इसके माध्यम से गणना से जुड़े कोई भी टास्क को बहुत ही कम समय में किया जा सकता है और गणित के सभी प्रश्न हल किये जा सकते हैं। यह एक तरह से नंबर, अणु, परमाणुओं इत्यादि को अच्छे से समझने और उनसे जुड़े टास्क को तेज गति से करने में सक्षम होती है। यही क्वांटम प्रोद्योगिकी होती है जो काम को तेज गति से करने के लिए संभव बना देती है।
राष्ट्रीय क्वांटम मिशन का समयकाल (National quantum mission for how many years in Hindi)
भारत सरकार ने 19 अप्रैल 2024 को राष्ट्रीय क्वांटम मिशन को शुरू किया है और इसे वर्ष 2031 तक जारी रखा जाएगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि राष्ट्रीय क्वांटम मिशन पर काम करने के लिए भारत सरकार ने वैज्ञानिकों व शोधकर्ताओं की एक टीम को बनाकर और उन्हें पैसे देकर आठ वर्षों का समयकाल दिया है जिसके तहत उन्हें इस क्षेत्र में खोजबीन करनी होगी और कार्य करना होगा। राष्ट्रीय क्वांटम मिशन कुल आठ वर्षों के लिए चलने वाला सतत मिशन होगा जिसके तहत बहुत सारी खोजों को अंजाम दिया जाएगा।
राष्ट्रीय क्वांटम मिशन का बजट (National quantum mission budget in Hindi)
इसके लिए भारत सरकार ने कुल 6003 करोड़ रुपयों का बजट दिया है जिसका आवंटन अगले आठ वर्षों तक के लिए होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि राष्ट्रीय क्वांटम मिशन में आठ वर्षों के तहत कुल 6 हज़ार करोड़ से ज्यादा का खर्चा किया जाएगा और प्रोजेक्ट को गति दी (Rashtriya quantum mission budget in Hindi) जाएगी। इसी के साथ ही सभी वैज्ञानिक अपनी खोज जारी रखेंगे और उसकी एक विस्तृत रिपोर्ट देश के प्रधानमंत्री को देंगे।
राष्ट्रीय क्वांटम मिशन का उद्देश्य
अब हम बात करेंगे कि आखिरकार भारत सरकार ने राष्ट्रीय क्वांटम मिशन को क्यों शुरू किया है या इसका क्या कुछ उद्देश्य है। तो इसका सबसे प्रमुख उद्देश्य तो वैज्ञानिकों व शोधकर्ताओं के द्वारा एक ऐसे कंप्यूटर का निर्माण करना होगा जो क्वांटम प्रोद्योगिकी पर आधारित होगा। इस कंप्यूटर को हम इंटरमीडिएट स्तर का क्वांटम कंप्यूटर कह सकते हैं जो बाकि कंप्यूटर की तुलना में बहुत ही अलग होगा। यह एक ऐसी मशीन होगी जो बहुत ही तेजी के साथ जटिल कंप्यूटिंग का कार्य कर पाने में सक्षम होगी।
इसके माध्यम से भारत सरकार का लक्ष्य चीज़ों को जटिल से सरल में बदल देना है जिसका प्रभाव कई तरह के क्षेत्रों में देखने को मिलेगा। अब वह चाहे संचार का क्षेत्र हो या शिक्षा या दैनिक दिनचर्या का। हर जगह इसका प्रभाव देखने को मिलेगा और यह तेजी के साथ बढ़ता ही चला जाएगा। इस तरह से राष्ट्रीय क्वांटम मिशन का उद्देश्य एक इंटरमीडिएट स्तर के कंप्यूटर का निर्माण करना होगा।
राष्ट्रीय क्वांटम मिशन का महत्व (Importance of national quantum mission in Hindi)
अब आपको यह भी जान लेना चाहिए कि आखिरकार इस राष्ट्रीय क्वांटम मिशन का महत्व क्या है या फिर इसका प्रभाव किस किस क्षेत्र में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से देखने को मिल सकता है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं होगा जहाँ पर इस क्वांटम प्रोद्योगिकी का प्रभाव ना दिखाई दे। एक तरह से यह हर क्षेत्र के कार्यों और उसके डाटा को जल्दी से प्रोसेस करने में सहायता करेगा जिस कारण कार्य बहुत ही तेज गति से और प्रभावी रूप से हो सकेंगे।
इसमें आप चाहे संचार के माध्यम ले लें या स्वास्थ्य का क्षेत्र ले लें या फिर करियर या शिक्षा से जुड़े क्षेत्र, हर जगह यह अपना प्रभाव छोड़ने में कामयाब रहेगा। इस क्वांटम प्रोद्योगिकी का इस्तेमाल नए नए शोध, अनुसंधान तथा खोज में किया जा सकेगा क्योंकि यह जगह जगह से डाटा को उठाने और उसे प्रोसेस करने का कार्य करेगा। इसी के साथ ही यह उस पर अपने विचार देगा और क्या कुछ हो सकता है, उसके बारे में भी बताएगा। इस तरह से यह राष्ट्रीय क्वांटम मिशन बहुत ही उन्नति वाला मिशन होगा।
किन देशो में है क्वांटम प्रोद्योगिकी?
अब यदि आपको लग रहा है कि क्वांटम प्रोद्योगिकी में खोजबीन करने वाला भारत पहला देश है तो आप गलत हैं। वहीं यदि आपको लग रहा है कि दुनिया के बहुत से देशों ने क्वांटम प्रोद्योगिकी पर पहले से ही काम करना शुरू कर दिया है और भारत इसमें बहुत पीछे रह गया है तो भी आप गलत हैं। ना ही हम बहुत पीछे हैं और ना ही इतना ज्यादा आगे। भारत से पहले विश्व के कुल 6 देशों ने क्वांटम प्रोद्योगिकी पर काम करना शुरू कर दिया है। हालाँकि वे सभी 6 देश अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुँच पाए हैं और काम ही कर रहे हैं।
ऐसे में भारत ने ना तो किसी चीज़ की देरी की है और ना ही करने जा रहा है। बल्कि जिस तरह से भारत सरकार ने इस क्षेत्र में रुचि दिखाई है उसके अनुसार हम क्वांटम प्रोद्योगिकी पर पहले से काम कर रहे देशों को भी पीछे छोड़ सकने की क्षमता रखते हैं। जो 6 देश पहले से ही क्वांटम प्रोद्योगिकी पर काम कर रहे हैं उनके नाम हैं अमेरिका, चीन, फ्रांस, कनाडा, फिनलैंड व ऑस्ट्रिया। अब भारत इस सूची में सातवाँ देश बन गया है जो क्वांटम प्रोद्योगिकी पर काम कर रहा है।
भारत का राष्ट्रीय क्वांटम मिशन क्या है – Related FAQs
प्रश्न: राष्ट्रीय क्वांटम मशीन क्या है?
उत्तर: राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के बारे में जानकारी हमने इस लेख में दी है जो आपको पढ़ना चाहिए।
प्रश्न: क्वांटम मिशन कितने देशों में है?
उत्तर: क्वांटम मिशन को भारत सहित 7 देशों ने शुरू किया है।
प्रश्न: नेशनल क्वांटम मिशन के तहत कितने करोड़ रुपये मंजूर किये गए है?
उत्तर: नेशनल क्वांटम मिशन के तहत 6003 करोड़ो रूपए मंजूर हुए हैं।
प्रश्न: क्वांटम कंप्यूटिंग में कौन सा देश आगे है?
उत्तर: क्वांटम कंप्यूटिंग में चीन सबसे आगे है।
तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने भारत के राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के बारे में जानकारी प्राप्त कर ली है। आपने जाना कि भारत का राष्ट्रीय क्वांटम मिशन क्या है क्वांटम प्रौद्योगिकी क्या है इसका समयकाल क्या है इस मिशन का बजट, उद्देश्य और महत्व क्या है इत्यादि। आशा है कि जो जानकारी लेने के लिए आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। यदि आपके मन में कोई शंका शेष है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।