एनआईटी क्या है? | एनआईटी की फुल फॉर्म, स्थापना व एड्मिसन प्रक्रिया | What is NIT in Hindi)

|| एनआईटी क्या है? | What is NIT in Hindi | NIT kya hai | NIT me admission kaise le | एनआईटी में प्रवेश लेने के लिए योग्यता | एनआईटी की स्थापना कब हुई थी? | एनआईटी की वेबसाइट क्या है? | एनआईटी में क्या पढ़ाया जाता है? ||

What is NIT in Hindi :- भारत में कई ऐसे शिक्षण संस्थान है जिनका बहुत ज्यादा महत्व है और हरेक वह छात्र जो किसी निश्चित विषय में डिग्री लेना चाहता है या आगे की पढ़ाई करना चाहता है, उसका सपना उस शिक्षण संस्थान में प्रवेश लेना होता है। पिछले कुछ वर्षों से छात्रों में बारहवीं कक्षा के बाद इंजीनियरिंग करने का चलन बहुत ही तेजी के साथ बढ़ा (NIT me admission kaise le) है। अब यदि हम भारत देश में इंजीनियरिंग करवाने के शीर्ष शिक्षण संस्थानों की बात करें तो इसमें निश्चित रूप से सरकारी कॉलेज आईआईटी का ही नाम आता है।

अब IIT के बारे में तो हर कोई जनता है लेकिन क्या आप IIT के बाद आने वाले शीर्ष सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम जानते हैं? यदि नहीं तो (NIT kya hoti hai) आज हम आपको बता दें कि IIT के ठीक बाद NIT का नाम आता है जो उसी की तरह ही सर्व प्रसिद्ध है। हालाँकि इसमें एक निजी शिक्षण संस्थान बिट्स पिलानी एक अपवाद है जो एनआईटी से ऊपर आता है और टॉप IIT संस्थानों को भी टक्कर देता है। यह बिट्स पिलानी राजस्थान राज्य में स्थित है।

इस लेख में हम आपके साथ एनआईटी संस्थान के बारे में बात करने जा रहे हैं। यह देश के शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेज में से एक कॉलेज समूह है (How to get admission in NIT colleges in Hindi) लेकिन यहाँ केवल इंजीनियरिंग की ही पढ़ाई नही होती है बल्कि यहाँ कई अन्य तरह के कोर्स भी करवाए जाते हैं। ऐसे में आइए जाने एनआईटी क्या है और इसमें प्रवेश पाने के लिए आपको क्या कुछ करना होगा और आपके अंदर क्या क्या योग्यताएं होनी चाहिए।

एनआईटी क्या है? (What is NIT in Hindi)

सबसे पहले बात करते हैं कि यह एनआईटी है क्या चीज़ और यह काम क्या करती है। तो आप यह जान लें कि एनआईटी कोई एक कॉलेज नहीं है बल्कि यह एक संस्थान है जिसके अंतर्गत देश के कई एनआईटी आते हैं। इसे आप फ्रैंचाइज़ी सिस्टम से समझ सकते हैं। अब आप हल्दीराम के रेस्टोरेंट को ले लीजिए। तो इसका मालिक तो एक है और इसका मुख्यालय भी एक ही जगह पर होगा लेकिन इसके द्वारा भारत के कई शहरों में अपने रेस्टोरेंट खोले गए हैं। अब हल्दीराम के सभी रेस्टोरेंट में एक ही तरह के नियमों का पालन किया जाता है।

What is NIT in Hindi

उसी तरह एनआईटी भी एक संस्थान है जिसे भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के द्वारा प्रबंधित किया जाता है। अब इसके द्वारा भारत के कई शहरों में कॉलेज खोले गए हैं जिन्हें एनआईटी का दर्जा दिया गया है। एक तरह से यह भारत के अलग अलग शहरों में एनआईटी संस्थान के तहत फ्रैंचाइज़ी खोलने जैसा ही है जहाँ बच्चों को इंजीनियरिंग सहित अन्य विषयों में पढ़ाया जाता है और उसमें डिग्री दी जाती है। अब यहाँ केवल इंजीनियरिंग की ही डिग्री नहीं दी जाती है बल्कि कई अन्य स्नातक व उच्च स्नातक डिग्री भी है जिनमें पढ़ाया जाता है और उनमें डिग्री दी जाती है।

सीधे शब्दों में समझाया जाए तो एनआईटी एक ऐसा शिक्षण संस्थान है जहाँ पर आपको इंजीनियरिंग सहित कई अन्य विषयों के बारे में पढ़ने को मिलेगा और यहाँ से डिग्री हो जाने पर आपकी देश व विदेश की शीर्ष कंपनियों में नौकरी मिलने की संभावना रहेगी। अब यहाँ पर आप सीधे एडमिशन नहीं ले सकते हैं बल्कि आपको एक चयन प्रक्रिया से गुजरना होता है और उसके बाद ही आपको एनआईटी में प्रवेश मिल पाता है।

एनआईटी की स्थापना कब हुई थी? (NIT established year)

अब यदि आप एनआईटी के स्थापना वर्ष के बारे में जानना चाहते हैं तो उसे भारत सरकार के द्वारा एक एक्ट के जरिये स्थापित किया गया था। तो यह दिन था 15 अगस्त 2007 का जब एनआईटी की स्थापना की गयी थी। इसे जिस कानून के तहत स्थापित किया गया था उसको राष्ट्रीय प्रोद्यौगिकी संस्थान कानून, 2007 का नाम दिया गया था। इसी के तहत ही समय समय पर भारत के अलग अलग राज्यों के विभिन्न शहरों में एनआईटी की स्थापना की गयी थी।

एनआईटी की फुल फॉर्म क्या है? (NIT ka full form in Hindi)

अब यदि आप एनआईटी की फुल फॉर्म जानना (NIT meaning in Hindi) चाहते हैं तो एनआईटी की फुल फॉर्म नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (National Institutes of Technology) होती है। वहीं यदि हम एनआईटी के हिंदी नाम की बात करें तो उसे राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान के नाम से जाना जाता है। हालाँकि इसकी फुल फॉर्म का इस्तेमाल बहुत ही कम किया जाता है और हर जगह इसकी शोर्ट फॉर्म एनआईटी ही ज्यादा प्रचलन में है।

एनआईटी किसके अंतर्गत आती है? (NIT comes under which ministry)

अब यदि आप यह जानना चाहते हैं कि एनआईटी को कौन मैनेज करता है या इसको दिशा निर्देश देने का काम किसका होता है तो यह भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करती है। इसके लिए शिक्षा मंत्रालय ने एक एनआईटी काउंसिल की स्थापना की हुई है जो देशभर की एनआईटी को संभालने तथा आवश्यक निर्देश देने का कार्य करती है।

एनआईटी की वेबसाइट क्या है? (NIT website)

एनआईटी की वेबसाइट के जरिये आप उसके बारे में समूची जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और वहां क्या कुछ पढ़ाया जाता है और उसका पाठ्यक्रम कैसा है, इत्यादि के बारे में भी जानकारी ले सकते हैं। ऐसे में यदि आप एनआईटी की वेबसाइट को विजिट करना चाहते हैं तो उसका लिंक https://www.NITcouncil.org.in/ है। हालाँकि हरेक एनआईटी कॉलेज की वेबसाइट अलग है। उदाहरण के तौर पर एक एनआईटी दिल्ली में स्थित है तो एनआईटी दिल्ली की वेबसाइट का लिंक अलग होगा और अन्य जगह की एनआईटी की वेबसाइट का लिंक अलग होगा।

एनआईटी में क्या पढ़ाया जाता है? (NIT course details in Hindi)

बहुत से लोगों को यह लगता है कि एनआईटी जैसे संस्थान में केवल और केवल इंजीनियरिंग की ही पढ़ाई करवाई जाती है जो कि गलत है। हालाँकि एनआईटी में मुख्य तौर पर इंजीनियरिंग की ही विभिन्न स्ट्रीम की पढ़ाई करवाई जाती है और इसमें ज्यादातर छात्र इंजीनियरिंग की ही पढ़ाई कर रहे होते हैं। फिर भी यहाँ कई तरह के अन्य कोर्स या डिग्री भी करवाई जाती है जिसमें ग्रेजुएशन से लेकर पोस्ट ग्रेजुएशन व डॉक्टरेट तक की डिग्री सम्मिलित है।

अब इसमें सबसे पहले इंजीनियरिंग की ही विभिन्न डिग्री की बात कर लेते हैं जिनके बारे में एनआईटी में पढ़ाया जाता है। तो इसमें जिस जिस स्ट्रीम में एनआईटी में पढ़ाई करवाई जाती है, वह इस प्रकार है:

  • सॉफ्टवेयर
  • इलेक्ट्रॉनिक्स
  • इलेक्ट्रिकल
  • इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी
  • कंप्यूटर साइंस
  • हार्डवेयर
  • बायोटेक्नोलॉजी
  • केमिकल
  • सिविल
  • मैकेनिकल
  • एविएशन
  • एयरोनॉटिकल इत्यादि।

इंजीनियरिंग की अन्य ब्रांच को भी एनआईटी में पढ़ाया जाता है किंतु इसके अलावा जो जो कोर्स या डिग्री एनआईटी में करवाई जाती है, आइए उनके नाम भी जान लेते हैं।

  • बीएससी
  • एमएससी
  • एमटेक
  • आर्किटेक्चर
  • एमबीए
  • बीसीए
  • एमसीए
  • डीटेक इत्यादि।

एनआईटी के नाम व जगह (NIT college list in India in Hindi)

ऊपर हमने आपको बताया कि एनआईटी एक कानून है और उस कानून के तहत देशभर के विभिन शहरों में एनआईटी की स्थापना की गयी है। इसे पढ़ कर अवश्य ही आपको यह जानने का मन कर रहा होगा कि देशभर में किस किस राज्य में और किस किस क्षेत्र में एनआईटी की स्थापना की जा चुकी है और उनके क्या नाम है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि देशभर की एनआईटी को मुख्यतया उसके शहर या फिर वहां के राज्य के नाम से ही जाना जाता है।

उदाहरण के तौर पर यदि कोई एनआईटी दिल्ली में स्थित है तो उसे एनआईटी दिल्ली कह कर संबोधित किया जाएगा। वर्तमान समय में देश में कुल 31 एनआईटी स्थापित हो चुकी हैं। आइए उनके नाम जान लेते हैं।

  • एनआईटी अलाहाबाद, प्रयागराज, उत्तर प्रदेश
  • एनआईटी भोपाल, मध्य प्रदेश
  • एनआईटी नागपुर, महाराष्ट्र
  • एनआईटी दुर्गापुर, पश्चिम बंगाल
  • एनआईटी हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश
  • एनआईटी जयपुर, राजस्थान
  • एनआईटी जलंधर, पंजाब
  • एनआईटी जमशेदपुर, झारखंड
  • एनआईटी कुरुक्षेत्र, हरियाणा
  • एनआईटी कालीकट, केरल
  • एनआईटी रोउरकेला, उड़ीसा
  • एनआईटी सिलचर, असम
  • एनआईटी कर्नाटक, कर्नाटक
  • एनआईटी वारंगल, तेलंगाना
  • एनआईटी सूरत, गुजरात
  • एनआईटी तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु
  • एनआईटी श्रीनगर, जम्मू व कश्मीर
  • एनआईटी पटना, बिहार
  • एनआईटी रायपुर, छत्तीसगढ़
  • एनआईटी अगरतला, त्रिपुरा
  • एनआईटी अरुणाचल प्रदेश
  • एनआईटी दिल्ली
  • एनआईटी गोवा
  • एनआईटी मणिपुर
  • एनआईटी मेघालय
  • एनआईटी मिजोरम
  • एनआईटी नागालैंड
  • एनआईटी पुदुचेर्री
  • एनआईटी सिक्किम
  • एनआईटी उत्तराखंड
  • एनआईटी आंध्र प्रदेश

एनआईटी में एडमिशन कैसे मिलेगा? (NIT me admission kaise hota hai)

अब यदि आप एनआईटी से पढ़ाई करना चाहते हैं और उसमें प्रवेश लेना चाहते हैं तो इसके लिए सीधी कोई प्रक्रिया नहीं होती है और ना ही यहाँ पर पैसे देकर या डोनेशन से काम होता है। एनआईटी में मुख्य रूप से लोग इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए ही (NIT college me admission kaise le) एडमिशन लेते हैं और उसके लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक परीक्षा का आयोजन करवाया जाता है। पहले इसके लिए अलग से परीक्षा का आयोजन होता था लेकिन कुछ वर्षों पहले ही भारत सरकार ने इसके नियमों में बदलाव कर दिया है।

अब इसके लिए IIT में प्रवेश लेने के लिए जो परीक्षा होती है और जिसे हम JEE के नाम से जानते हैं उसमें मिले अंकों को ही एनआईटी (NIT me admission kaise le in Hindi) में प्रवेश देने के लिए आधार बनाया जाता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपको देश की किसी भी एनआईटी में इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के लिए प्रवेश लेना है तो आपको उसके लिए IIT JEE की परीक्षा में बैठना होगा। यह परीक्षा वर्ष में एक बार नए सत्र शुरू होने से पहले और उसके लिए छात्रों को प्रवेश देने के उद्देश्य से आयोजित करवाई जाती है।

इसके लिए समाचार पत्र, न्यूज़ चैनल, अधिसूचना इत्यादि कई माध्यमों से जानकारी दी जाती है और आवेदन लिंक दिया जाता है। आपको इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है और इसके भी कुछ नियम होते हैं जो सामान्य वर्ग व आरक्षित वर्ग (NIT college me admission kaise hota hai) के छात्रों के लिए भिन्न भिन्न होते हैं। फिर निर्धारित समय पर परीक्षा का आयोजन होता है और आपसे फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा गणित विषयों पर प्रश्न पूछे जाते हैं जो आपकी 11 वीं व 12 वीं कक्षा में ही पढ़ाये गए होते हैं।

इसके कुछ समय बाद सभी छात्रों के अंक जारी किये जाते हैं और जो भी छात्र इसमें सफल हो जाता है या एनआईटी में प्रवेश पाने में सक्षम हो जाता है उसे ऑनलाइन ही बता दिया जाता है। अब सभी छात्रों को उनकी पसंद के अनुसार एनआईटी का चुनाव करने को कहा जाता है और उसके बाद एनआईटी काउंसिल सभी छात्रों को उन्हें मिले अंकों के आधार पर किसी एक एनआईटी में इंजीनियरिंग के विषय में प्रवेश दे देती है। ऐसे में आपको बहुत ही ध्यान से एनआईटी का नाम व अपनी इंजीनियरिंग फील्ड के बारे में लिखना चाहिए क्योंकि इसी पर ही आपका भविष्य टिका रहता है।

अन्य कोर्स में एडमिशन लेने के लिए भी एनआईटी की एक प्रक्रिया होती है जो इंजीनियरिंग जितनी कठिन नहीं होती है क्योंकि उसके लिए प्रतिस्पर्धा कम होती है। साथ ही जिस भी छात्र ने एनआईटी से इंजीनियरिंग की है उसकी महत्ता ज्यादा होती है बजाए कि किसी अन्य डिग्री के। इसलिए यदि आपको किसी अन्य विषय के लिए एनआईटी में प्रवेश लेना है तो उसके लिए सभी कॉलेज की प्रक्रिया में अंतर देखने को मिल सकता है जिसे इंडिविजुअल तरीके से हैंडल किया जाता है।

एनआईटी में प्रवेश लेने के लिए योग्यता (NIT eligibility criteria in Hindi)

अब यदि आपको एनआईटी में इंजीनियरिंग के विषय में प्रवेश लेना है तो उसके लिए कुछ निर्धारित मापदंड बनाए गए हैं जो देशभर के छात्रों को एनआईटी की परीक्षा में बैठने के लिए योग्य बनाते हैं। ऐसे में यदि आप इन मापदंडों पर खरे नहीं उतरते हैं तो आपको किसी भी स्थिति में एनआईटी में प्रवेश नहीं दिया जा सकता है। इसके लिए सबसे पहली शर्त तो यही है कि आपको भारत का ही नागरिक होना चाहिए क्योंकि विदेशी छात्रों के लिए यहाँ पर कोई जगह नहीं है या फिर उन्हें अलग से आरक्षण दिया जाता है।

अब यदि आपने अपनी 11 वीं व 12 वीं कक्षा की पढ़ाई को नॉन मेडिकल स्ट्रीम से किया हुआ है या फिर मेडिकल स्ट्रीम प्लस गणित विषय लेकर किया हुआ है तभी आप एनआईटी की परीक्षा में बैठ कर उसमें प्रवेश पा सकते हैं। वहीं यदि आप एनआईटी की परीक्षा में पास हो जाते हैं तो उसके लिए आपको अपनी बारहवीं की परीक्षा में कुल 60 प्रतिशत से अधिक अंक लाने होते हैं और उसकी अंक तालिका के आधार पर ही आपको एनआईटी में प्रवेश मिल पाता है।

एनआईटी क्या है – Related FAQs

प्रश्न: एनआईटी में प्रवेश कैसे मिलता है?

उत्तर: एनआईटी में प्रवेश लेने की पूरी प्रक्रिया को हमने इस लेख में समझाया है जिसे आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: एनआईटी करने से क्या होता है?

उत्तर: एनआईटी करने से आप इंजीनियर बन जाते हैं और नौकरी लगते हैं।

प्रश्न: एनआईटी कितने साल का कोर्स होता है?

उत्तर: एनआईटी एक कॉलेज संस्थान है और यह कोई कोर्स नहीं है यहाँ पर तरह तरह के कोर्स करवाए जाते हैं जिनकी अवधि बताई जा सकती है, ना कि एनआईटी की।

प्रश्न: एनआईटी के लिए क्या योग्यता चाहिए?

उत्तर: एनआईटी के लिए आपको बारहवीं कक्षा में नॉन मेडिकल स्ट्रीम से कम से कम 60 प्रतिशत अंकों के साथ पास होना जरुरी होता है।

इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आप यह जान पाने में सक्षम हुए हैं कि यदि आपको एनआईटी में प्रवेश लेना है तो उसकी क्या कुछ प्रक्रिया होती है और किस तरह से आपको एनआईटी में एडमिशन मिल पाता है। तो यदि आपको एनआईटी में प्रवेश लेना है तो अभी से ही तैयारी शुरू कर दें क्योंकि वर्तमान समय में हजारों लाखों छात्र इसके लिए तैयारी कर रहे हैं। यहाँ तक कि राजस्थान का कोटा शहर इसके लिए बहुत प्रसिद्ध है जहाँ देश के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थान में प्रवेश लेने के लिए जी जान से परिश्रम किया जाता है।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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