मोबाइल Number Portability कैसे कराए,और इसके क्या लाभ और नुकसान है।

Number Portability :- आजकल हर व्यक्ति  मोबाइल रखता है । और इस मोबाइल में कई तरह के आपरेटर की SIM और सर्विस को यूज़ करता है। कभी-कभी ऐसा होता है कि कुछ आप ऑपरेटर की सर्विस अच्छी नहीं होती हैं । या फिर कुछ आपरेटर के नेटवर्क सिग्नल में हमेशा प्रॉब्लम रहती है । तो ऐसे में हमें किसी दूसरे टेलीकॉम ऑपरेटर की सर्विस यूज करना पड़ता है ।

Number Portability

लेकिन यहां पर थोड़ी मुश्किल यह होती है। कि यदि आप दूसरे कम्पनी में जाते हैं। तो नया नंबर आपको मिलता है। दूसरी तरफ एक साथ मे कई नंबर मैनेज करना भी कठिन होता है। पहले से जो सिम नंबर का यूज कर रहे थे । वह जितने भी लोगों के पास आपका सिम नंबर होगा उंहें आपके पास कॉल करने में परेशानी होगी । साथ ही आप यदि नए SIM से किसी को कॉल करते हैं । तो उसे भी आप को पहचानने में थोड़ी प्रॉब्लम होगी । और पुराना मोबाइल नंबर जो आपके करीबियों के पास बहुत दिन से मौजूद होगा। उन्हें भी परेशानी होगी। किसी प्रोफेशनल काम मे भी आपका नंबर लगा होगा।

और आप को खुद नहीं याद होगा कि आपने अपना नंबर किस किस को दे रखा है । तो ऐसे में यदि आप अपना पुराना नंबर बन्द कर देंगे तो आपको बहुत परेशानी होगी। इसलिए आज हम बताने वाले हैं। कि आप अपना पुराना नंबर को बिना बदले हुए किसी टेलीकॉम ऑपरेटर की सर्विस को कैसे यूज कर सकते हैं। और कैसे आप अपने नंबर को मोबाइल Number Portability के जरिए पोर्ट कर सकते हैं ।

Number Portability इसके लाभ- हानि क्या है।

दोस्तों अपने मोबाइल नंबर को पोर्ट करने में आपको जहां कुछ विशेष सुविधाओं का लाभ मिल सकता है । वहीं दूसरी और तरफ कुछ और नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है । तो सबसे पहले हम यहां पर जान लेते हैं। कि आप अपने मोबाइल Number Portability कैसे कर सकते हैं। और उसके बाद हम जानेंगे कि मोबाइल Number Portability करने से लाभ और हानि क्या होते हैं।

Mobile Number Portability कैसे करते हैं ?

यदि आप अपने मोबाइल नंबर को पोर्ट करना चाहते हैं । तो आप नीचे बताए गए इस टिप्स को फॉलो कर सकते हैं।

  • सबसे पहले आपको अपने मैसेज बॉक्स में जा कर एक नया मैसेज टाइप करना है । इस मैसेज को आप नीचे बताए गए फॉर्मेट में टाइप करें। PORT <space> Mobile Number type करे औऱ इसे 1900 पर भेज दे।जैसे – PORT 9956999999 लिख कर यह message 1900 पर भेजना हैं।
  • जैसे ही यह मैसेज आपका सेंड हो जाएगा आपके मोबाइल पर एक यू पी सी कोड आएगा । जिसकी वैलिडिटी 15 दिन तक होती है ।
  • अब आप जिस कंपनी का सिम लेना चाहते हैं। उस कंपनी के  मिनी स्टोर या किसी दुकानदार के पास जाकर । वहाँ नया SIM के लिए  फॉर्म भरना है। वहां पर आपको  यह UPC कोड भी भरना होगा ।
  • साथ ही आप को एक पासपोर्ट साइज का फोटो और पहचान के रूप में आधार कार्ड, पहचान पत्र वोटर आईडी , कार्ड राशन कार्ड , ड्राइविंग लाइसेंस आदि में से कोई एक होना चाहिए ।
  • अब आपको एक नया SIM दिया जाएगा। जोकि अगले 24 से 48 घंटे में चालू हो जाएगा। और इसके बाद आपको इस टेलीकॉम कंपनी की सर्विस पर यूज़ कर सकते हैं।

मोबाइल Number Portability के नुकसान-

एक तरफ जहां मोबाइल Number Portability लाभ है। वहीं दूसरी तरफ इसके कुछ नुकसान भी हैं। इनके बारे में मैं आपको नीचे बता रहा हूं।

  • मोबाइल पर ड्यूटी करने से आप इस नए ऑपरेटर के सर्विस यूज करने जा रहे हैं । यदि आप उस ऑपरेटर की सर्विस मैं अपना नंबर पोर्ट कर लेते हैं । तो अगले 3 महीने तक आप किसी दूसरे ऑपरेटर की सर्विस में मोबाइल नंबर पोर्ट नहीं कर सकते हैं ।
  • मोबाइल में नंबर पोर्ट करने से आपके पिछले सभी सर्विस प्रोवाइडर के अकाउंट में आपका डाटा बैलेंस या मैंने अकाउंट बैलेंस जो भी होगा। वह आपको दूसरे नंबर जिसमें पोर्ट कराया है । उसमें लाभ नहीं मिलेगा इसके लिए आपको फिर से रिचार्ज करना पड़ेगा।
  • प्रीपेड कनेक्शन मे मोबाइल पोर्ट करना आसान है । जबकि उसकी पोस्टपेड कनेक्शन में मोबाइल पोर्ट करना बहुत ही लंबी प्रक्रिया है।
अनूप कुमार वैश्य
अनूप कुमार वैश्य
अनूप कुमार टेक यू हेल्प के संस्थापक हैं। वह मानव व्यवहार और समाज का अध्ययन करने के जुनून के साथ अत्यधिक प्रेरित व्यक्ति हैं। उन्होंने 2015 में कानपुर विश्वविद्यालय से समाजशास्त्र में मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री प्राप्त की है। पढ़ाई के दौरान, अनूप कुमार ने सामाजिक संरचनाओं और व्यक्तिगत अनुभवों को आकार देने के तरीकों की गहरी समझ विकसित की।
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