कोरोना महामारी का कहर पिछले दो साल में दुनिया बखूबी देख चुकी है। तमाम लोगों को खतरनाक कोरोना वायरस (corona virus) की वजह से मौत के मुंह में जाना पड़ा। वहीं इसके असर को देखते हुए देश भर में लगाए गए लाॅकडाउन (lockdown) की वजह से लोगों को आर्थिक रूप से असीमित मुश्किलें झेलनी पड़ीं।
देश की अर्थव्यवस्था (economy) का भी बाजा बज गया। कुछ माह से इसका कहर कुछ कम हुआ था तो जिंदगी फिर चल निकली थी, लेकिन अब 24 नवंबर, 2021 को दक्षिण अफ्रीका (south africa) में मिले कोरोना वायरस के नए वैरिएंट (variant) ओमीक्रान ने दुनिया भर के लोगों की पेशानी पर बल डाल दिया है।
इस वायरस को कोरोना के डेल्टा वैरिएंट (delta variant) से भी अधिक खतरनाक माना जा रहा है। यह उससे भी सात गुना तेजी से फैलता है। आज इस पोस्ट (post) में हम इसी ओमीक्रान वैरिएंट के बारे में सब कुछ जानेंगे। आइए, शुरू करते हैं-
ओमिक्रान वैरिएंट (Omicron Variant) क्या है?
मित्रों, यह कोरोना वायरस का नया वैरिएंट है। इसकी उत्पत्ति को लेकर कुछ भी साफ साफ कहना अभी मुश्किल है। फिलहाल दक्षिण अफ्रीका में इसके केस रिपोर्ट हुए हैं, एवं अन्य देशों में भी तेजी से फैल रहे हैं। इसे अब तक का सबसे खतरनाक वैरिएंट (most dangerous variant) माना जा रहा है। बताया जाता है कि यह किसी एड्स (aids) संक्रमित शख्स से फैला है।
कोरोना के अभी तक मिले अन्य वैरिएंट की अपेक्षा यह वैरिएंट बहुत तेजी से फेल रहा है। यह वैक्सीन (vaccine) के असर को बेहद कम कर देता है। इसका कारण यह है कि वैक्सीन को चीन में मिले वायरस के हिसाब से तैयार किया गया है। यह स्ट्रेन (strain) उस मूल वायरस से अलग है।
इसको लेकर वैज्ञानिक अभी अध्ययन भी शुरू नहीं कर सके हैं। लैब टेस्टिंग (lab testing) में इसका एस जीन (S zene) लापताा मिला है। फिलहाल अधिकतर देशों एवं राज्यों ने इस वैरिएंट को लेकर अपने यहां अलर्ट (alert) जारी कर दिया है। इसमें भारत भी शामिल है।
ओमीक्रान के लक्षण क्या हैं?
इसके लक्षण भी कोरोना वायरस जैसे ही हैं। इसमें भी प्रभावित व्यक्ति को लगातार खांसी आती है। उसके गले में बहुत तेज दर्द होता है। बुखार भी आता है। लेकिन जैसा कि हमने अभी आपको बताया यह स्ट्रेन कोरोना वायरस के अभी तक सामने आए स्ट्रेन में सबसे ख़तरनाक है।
सप्ताह भर में दूसरे देशों तक ओमीक्रान का पंजा पहुंचा
आपको बता दें कि ओमीक्रान वैरिएंट पिछले तकरीबन दो माह से दक्षिण अफ्रीका पर पंजा कसे हुए था, लेकिन सप्ताह भर के भीतर इसके केस हांगकांग (hongkong), बोत्सवाना (Botswana), जर्मनी (Germany), बेल्जियम (Belgium), चेक गणराज्य, ब्रिटेन (Britain) एवं इजराइल (Israel) तक से भी सामने आने शुरू हो गए हैं।
भारत की बात करें तो यहां बंगलूरू (Bengaluru) में अफ्रीका से आए दो मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। लेकिन यह साफ नहीं है कि वे ओमीक्रान वैरिएंट से पीड़ित हैं अथवा नहीं। दुनिया भर में ओमीक्रान के अभी तक 12 सौ से भी अधिक मरीज सामने आ चुके हैं।
20 से ज्यादा देशों ने दक्षिण अफ्रीका की उड़ानों पर रोक लगाई
ओमीक्रान को लेकर हालात इस कदर गंभीर दिख रहे हैं कि दुनिया के 20 से अधिक देश दक्षिण अफ्रीका की उड़ानों पर रोक लगा चुके हैं। ब्रिटेन में फिर से सार्वजनिक प्रतिष्ठानों एवं सार्वजनिक परिवहन यानी पब्लिक ट्रांसपोर्ट (public transportation) में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
वहीं, जर्मनी ने बाजारों में अधिक भीड़ होने पर लोगों पर जुर्माना ठोंकने के आदेश दिए गए हैं। इजराइल ने अपनी सीमाएं सील करते हुए विदेशी पर्यटकों एवं यात्रियों पर पाबंदियां लागू कर दी हैं।
डब्ल्यूएचओ ने वैरिएंट आफ कंसर्न (variant of concern) की श्रेणी में रखा
यह किस कदर खतरनाक है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ (WHO) ने वैरिएंट आफ कंसर्न (variant of concern) की श्रेणी में रखा है। संगठन इस श्रेणी का निर्धारण वायरस के संक्रमण फैलाने की स्पीड एवं खतरे को लेकर करता है।
आपको बता दें कि डब्ल्यूएचओ ने अभी तक कोरोना के चार वैरिएंट्स अल्फा (alfa), बीटा (beta), गामा (gama) एवं डेल्टा (delta) को इस श्रेणी में रखा है। यह तो आप जानते ही होंगे कि हमारे देश में कोरोना की दूसरी लहर के लिए कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट को ही जिम्मेदार ठहराया गया है।
लगे हाथों आपको यह जानकारी भी दे दें कि डब्ल्यूएचओ ने दो श्रेणी बनाई हैं-वैरिएंट आफ इंटरेस्ट एवं वैरिएंट आफ कंसर्न। उसने इटा, आयोटा, कप्पा, जीटा, एप्सिलोन एवं थीटा वैरिएंट को वैरिएंट आफ इंटरेस्ट (variant of interest) की श्रेणी में रखा था। इनका बेहद कम प्रभाव था।
ओमीक्रान को लेकर भारत में किस तरह की सख्ती की गई है
कोरोना के नए एवं खतरनाक वैरिएंट ओमीक्रान को लेकर भारत में भी सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। इसने ‘जोखिम श्रेणी’ यानी रिस्क कैटेगरी (risk category) वाले देशों से आने वाले अथवा उन देशों से होते हुए यहां पहुंचने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर (rt-pcr) जांच आवश्यक कर दी है।
जांच का परिणाम आने तक यात्रियों को हवाई अड्डे के भीतर ही रहना होगा। रिपोर्ट नेगेटिव (negative) होने के बावजूद सात दिन तक क्वारंटीन (quarantine) रहना होगा। इसके पश्चात आठवें दिन फिर से टेस्ट कराना होगा। वहीं, यदि यात्री की रिपोर्ट पाॅजिटिव (positive) आती है तो उसके सैंपल को जीनोम जांच के लिए भेजकर उसे क्वारंटीन सेंटर ले जाया जाएगा।
यदि ओमीक्रान नहीं मिलता तो मरीज को सामान्य इलाज की अनुमति होगी। लेकिन यदि उसमें ओमीक्रान पाया गया तो सावधान हो जाइए। क्वारंटीन सेंटर में सख्ती रहेगी। नेगेटिव रिपोर्ट आने तक उसका प्रोटोकाॅल (protocol) के तहत इलाज किया जाएगा।
ओमीक्रान के नजरिये से जोखिम श्रेणी वाले देश
अब हम आपको बताएंगे कि जिन देशों को जोखिम वाली श्रेणी में रखा गया है, उनमें कौन कौन से देश शामिल हैं। इनमें ब्रिटेन सहित सभी यूरोपीय देश, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, इजरायल, बोत्सवाना, बांग्लादेश, माॅरीशस, चीन, जिंबाब्वे, न्यूजीलैंड, सिंगापुर एवं हांगकांग शामिल हैं।
दुनिया भर के देशों ने इन देशों से उड़ान पर रोक लगाई है। अलबत्ता, भारत ने 15 दिसंबर से अन्तर्राष्ट्रीय उड़ानों (international flights) को चालू करने का फेसला किया था, लेकिन अब वर्तमान हालात को देखते हुए उसे इस संबंध में कोई कड़ा फैसला लेना होगा।
2020 में कोरोना के किस वायरस का असर कहां रहा
दुनिया के अलग-अलग देशों में कोरोना के अलग-अलग वैरिएंट प्रभावशाली रहे हैं। अब हम आपको यह जानकारी देंगे कि कोरोना के किस वायरस ने कहां अधिक तबाही मचाई।
- 1. अल्फा (alfa)-दोस्तों, आपको बता दें कि कोरोना के इस वैरिएंट का प्रभाव ब्रिटेन में देखने को मिला। इस वैरिएंट की वजह से वहां भी हजारों की जान लगाई। इससे निपटने के लिए वहां लाॅकडाउन की सख्ती अपनाई गई।
- 2. बीटा (beta)-कोरोना के इस वैरिएंट ने दक्षिण अफ्रीका में तबाही मचाई थी। उसके आस पास के देशों पर भी कोरोना के इस वैरिएंट का खतरनाक असर देखने में आया था।
- 3. गामा (gama)-ब्राजील एवं उसके आस पास के देशों में इस वैरिएंट ने कहर बरपाया था। आपको बता दें कि कोरोना का सबसे अधिक असर ब्राजील में ही देखने को मिला था।
- 4. डेल्टा (delta)-इस वैरिएंट का सबसे ज्यादा असर अपने देश भारत में देखने को मिला था। पिछले साल अक्तूबर यानी 2020 में इसकी वजह से हजारों जानें गईं।
उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में अलर्ट, पांच पर खास निगाह रखी जाएगी
कोरोना के नए वैरिएंट को देखते हुए उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के 75 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के उन पांच जिलों, जहां पर्यटक अधिक पहुंचते हैं, वहां खास निगाह रखी जा रही है। इनमें बनारस (banaras), इलाहाबाद (allahabad), लखनऊ (lucknow), कानपुर (kanpur) एवं आगरा (Agra) शामिल हैं।
यह तो आप जानते ही हैं कि आगरा में स्थित ताजमहल (Taj Mahal) संपूर्ण विश्व के के लिए सदैव आकर्षण का केंद्र रहता है। ऐसे में निश्चित रूप से आगरा पर इन सबमें विशेष निगाहबानी की जाएगी।
लोगों में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को लेकर दहशत समाई
कोरोना की त्रासदी भुगत चुके लोगों के दिलों में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को लेकर एक बार फिर दहशत समाने लगी है। केंद्र की ओर से तमाम राज्यों को अलर्ट (alert) किया जा चुका है। संभव है कि आने वाले दिनों में कई अन्य प्रतिबंधों का सामना लोगों को करना पड़े। कोरोना को लेकर अभी तक चीन (china) को अपशब्द कहने वाले लोग अब साउथ अफ्रीका को निशाने पर रख रहे हैं।
लोगों को पहले वाली पाबंदियां याद आने लगी हैं, जब अपने ही जिले में एक शहर से दूसरे शहर में जाने के लिए लोगों को ई-पास (e pass) लेकर जाना पड़ रहा था। किसी तरह का कोई वाहन नहीं चल रहा था। अपने अपनों को अस्पताल (hospital) तक पहुंचाने में लोगों को बहुत दिक्कतों का सामना करना प़ड़ा।
इस बीच खास तौर पर अस्पतालों की लूट एवं आक्सीजन (oxygen) की कालाबाजारी के दृश्य उनकी आंखों में तैर रहे हैं। सरकार ने अलबत्ता थोड़े पहले ही कदम उठाते हुए विदेश यात्रा (foreign trip) से आ रहे लोगों पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं, लेकिन लोगों को अपनी तरफ से सावधानी एवं सतर्कता बरतनी होगी। उन्हें हर वक्त मास्क लगाने के साथ ही बेवजह बाजार एवं अन्य भीड़ के स्थानों पर जाने से बचना होगा।
सरकार को सावधानी से जुड़े कई प्रकार के सुझाव दिए गए हैं
कोरोना के नए वैरिएंट से बचने के लिए राज्य सरकारों को मेडिकल जगत (medical fraternity) की ओर से कई प्रकार के सुझाव दिए गए हैं। इसमें विवाह समारोहों में लोगों की संख्या सीमित करना, जुलूस, सभा आदि पर रोक, एक शहर से दूसरे शहर जाने पर बार्डर पर जांच शुरू कराए जाने जैसे सुझाव विशेष रूप से शामिल हैं।
यह तो आप जानते ही हैं कि बीते वर्ष भी सरकार ने इसी प्रकार के तरीके अपनाए थे। इससे कोरोना संक्रमण की संख्या में रोक अवश्य देखने को मिली थी।
दोस्तों, यहां आपको यह भी बता दें कि बेशक सरकार की ओर से गाइडलाइन (guidelines) जारी की गई है, इसके बावजूद आप भी किसी के भरोसे न रहकर अपनी सुरक्षा (safety) का कार्य अपने हाथ में लें। दरअसल, देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव (election) आसन्न है। जनवरी माह में आचार संहिता की घोषणा हो सकती है।
ऐसे में तमाम नेता अपनी रैलियों, सभाओं में भीड़ जुटा रहे हैं। राजनीति के चक्कर में वे आम आदमी के स्वास्थ्य (health) से खिलवाड़ करने से भी बाज नहीं आ रहे। आप इस तरह की भीड़ का हिस्सा न बनें। हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि सावधानी ही बचाव है। इस भीड़ का हिस्सा बनना कहीं आपको कोरोना अता न फरमा दें, इस बात का अवश्य ध्यान रखें।
ओमीक्रान स्ट्रेन को पहले डब्ल्यूएचओ ने क्या नाम दिया था?
ओमीक्रान स्ट्रेन को डब्ल्यूएचओ ने पहले बी.1.1.529 नाम दिया था।
ओमीक्रान को सबसे पहले कहां से रिपोर्ट किया गया है?
इसे सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका से रिपोर्ट किया गया है।
डब्ल्यूएचओ ने ओमीक्रान को किस श्रेणी में रखा है?
डब्ल्यूएचओ यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे वैरिएंट आफ कंसर्न की श्रेणी में रखा है। ओमीक्रान को खतरनाक वैरिएंट मानते हुए इस कैटेगरी में रखा गया है।
वैरिएंट आफ कंसर्न की श्रेणी में अन्य कौन से वैरिएंट रखे गए?
इस श्रेणी में इससे पूर्व कोरोना वायरस के अल्फा, बीमा, गामा एवं डेल्टा वायरस रखे जा चुके हैं।
भारत में पिछले साल यानी 2020 में कोरोना के किस वायरस ने कहर बरपाया था?
भारत में पिछले साल यानी 2020 में कोरोना के डेल्टा वायरस ने कहर बरपाया था।
दक्षिण अफ्रीका में रिपोर्ट हुए ओमीक्रान वैरिएंट के बाद दुनिया के दूसरे देश किस तरह की सावधानी बरत रहे हैं?
दक्षिण अफ्रीका में रिपोर्ट हुए ओमीक्रान वैरिएंट के बाद दुनिया के करीब 20 देशों ने वहां के लिए अपनी उड़ानों पर रोक लगा दी है।
ओमीक्रान वैरिएंट को देखते हुए किन देशों को जोखिम वाले देशों की श्रेणी में रखा गया है?
ओमीक्रान के नजरिये से ब्रिटेन सहित यूरोपीय देश, न्यूजीलैंड, चीन, बेल्जियम, इजरायल, बोत्सवाना, हांगकांग, ब्राजील आदि को जोखिम वाले देशों की श्रेणी में रखा गया र्है।
दोस्तों, हमने आपको कोरोना वायरस के ओमीक्रान वैरिएंट की जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से दी। आपसे अनुरोध है कि इस वैरिएंट के बारे में लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करने के लिए इसे अधिक से अधिक शेयर करें। जागरूकता ही बचाव है। पोस्ट को लेकर आपकी प्रतिक्रियाओं एवं सुझावों का हमें हमेशा की तरह इंतजार है। मास्क लगाएं एवं भीड़ से दूरी बरतें। कोरोना से दूर रहें। ।।धन्यवाद।।