ऑनलाइन ई-चालान कैसे चेक करें और भुगतान करें? E Challan Status

अब वह समय नहीं रहा, जब ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर आपकी गाड़ी पर चालान चस्पा कर दिया जाता था और आपको चालान भरने के लिए आरटीओ, पुलिस या कोर्ट के चक्कर काटने पड़ते थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है।अब आप घर बैठे ऑनलाइन अपना ई-चालान आप चुटकियों में चेक कर सकते हैं और उसका भुगतान कर सकते हैं। आप अपना चालान घर बैठे कैसे चेक कर सकते हैं? और किस तरह से उसका भुगतान कर सकते हैं? आज इस post के माध्यम से हम आपको इसी संबंध में जानकारी देंगे। आइए दोस्तों, अब शुरू करते हैं-

ई-चालान क्या है? What is e-challan?

इससे पहले कि हम आपको चालान चेक करने या फिर उसके online भुगतान का तरीका बताएं, आइए जान लेते हैं कि आखिर यह online यानी e-challan क्या बला है। दोस्तों, आपको बता दें कि e-challan मूल रूप से एक software application है, जो एंड्रॉयड आधारित मोबाइल एप और वेब इंटरफेस पर काम करता है। मित्रों, आपको बता दें कि इस एप को WAHAN और SARATHI एप्लिकेशन के साथ जोड़ा गया है। इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से traffic enforcement system के रूप में होता है।

ऑनलाइन ई-चालान कैसे चेक करें और भुगतान करें? E Challan Status

ई-चालान के क्या क्या फायदे हैं? What are the benefits of E-Challan?

दोस्तों, आपको बता दें कि इस e-challan से बहुत फायदे हुए हैं, जो कि इस तरह से हैं-

  • e-challan की वजह से सिस्टम में पारदर्शिता आएगी।
  • e-challan की वजह से आपको चालान भरने के लिए किसी कार्यालय के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे और आपके समय की बचत होगी। वरना, पहले लोगों को चालान जमा कराने के लिए विभागों के चक्कर काटने के लिए मजबूर होना पड़ता था।
  • इसका एक और फायदा यह है कि बचे हुए वक्त का इस्तेमाल आप किसी अन्य आवश्यक कार्य को पूरा करने के लिए कर सकेंगे।

यह भी जानें –

ऑनलाइन चालान कटा है या नहीं कैसे पता करें? How to check E Challan Status online?

पिछले साल एक सितंबर से देशभर में ट्रैफिक चालान का नया नियम लागू किया गया। जिसके बाद बाइक, कार, ट्रक वालों से ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर भारी भरकम जुर्माना वसूल किया गया। अब भी ढेरों लोग ऐसे हैं, जिन्हें बिना कुछ बोले ही उनकी गाड़ी का ई-चालान online जारी कर दिया जा रहा है। जबकि वाहन चालक को यह पता भी नहीं होता कि उसने traffic नियम तोड़ा है। उससे हड़बड़ी, जल्दबाजी या जाने अंजाने भूल भी हो जाती है।

लेकिन दोस्तों, अब लोगों के पास यह सुविधा है कि वह घर बैठे जान सकते हैं कि उनका ई-चालान कटा है या नहीं। यह एक बड़ी सहूलियत उन्हें प्रदान की गई है। इसको check करने के लिए आपको यह कुछ steps follow करने होंगे-

  • सबसे पहले आप https://echallan.parivahan.gov.in/index/accused-challan वेबसाइट पर जाएं। यहाँ क्लिक करके आप डायरेक्ट वेबसाइट पर जा सकतें हैं।
  • इसके बाद सबसे पहले दिए गए Check Challan Status के option पर click करें।
  • इसके पश्चात आपको तीन options, पहला challan number, दूसरा vehicle number और तीसरा DL number दिखाई देगा।
  • इन options में से आपको कोई एक option पर click करना है।
ऑनलाइन चालान कटा है या नहीं कैसे पता करें? How to check E Challan Status online?
  • जिसके बाद सामने दिखाई दे रहे box में आपको अपने वाहन का number या चालान नम्बर या डीएल नम्बर डालना होगा।
  • इसके बाद आपको captcha code डाल कर Get Detail के option पर क्लिक करना होगा।
ऑनलाइन चालान कटा है या नहीं कैसे पता करें? How to check E Challan Status online?
  • Friends, ऐसा करते ही आपके सामने सारी details आ जाएंगी। आपको पता चल जाएगा कि आपकी गाड़ी का कोई चालान कटा है या नहीं।
  • प्रिंट आप्शन पर क्लीक करके आप अपना चालान प्रिंट कर सकतें हैं या डिटेल्स में चालान का विवरण देख सकतें हैं।
ऑनलाइन चालान कटा है या नहीं कैसे पता करें? How to check E Challan Status online?

डीएल नंबर से ई-चालान कैसे चेक करें? How to check challan with DL number?

दोस्तों, आपको बता दें कि जिस तरह हमने vehicle number डालकर चालान हुआ है कि नहीं check किया। इसी हम DL number डालकर भी चालान संबंधी जानकारी हासिल कर सकते हैं। यह प्रक्रिया बेहद आसान है।‌ आप अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर इसे पूरा कर सकते हैं। या फिर जन सेवा केंद्र यानी common service center (CMS) की मदद इसे जमा करने के लिए ले सकते हैं। यहां मामूली सा सुविधा शुल्क लेकर आपका कार्य कर दिया जाएगा।

ई-चालान ऑनलाइन कैसे भरें? How to pay online vehicle challan?

दोस्तों, हमने अभी आपको बताया कि आप vehicle number या DL number डालकर अपने वाहन के ई-चालान की जानकारी हासिल कर सकते हैं। अब आपको बताएंगे कि आप online भुगतान कैसे कर सकते हैं। इसके लिए भी आपको कुछ steps follow करने होंगे।

  • ऊपर बताई गई process के अनुसार अपना चालान check करें।
  • यदि आपका चालान कटा है तो online चालान के payment के लिए आपको इसके आगे pay now के option पर click करना होगा।
ऑनलाइन चालान कटा है या नहीं कैसे पता करें? How to check E Challan Status online?
  • इसके पश्चात OTP यानी one time password के जरिए आपको अपने मोबाइल नंबर को verify करना होगा।
  • मोबाइल नंबर verify कराने के बाद अब आप संबंधित राज्य के echallan payment window पर जाएं और Next के option पर click करें।
  • इसके बाद payment confirmation का पेज open हो जाएगा। अब आपको Proceed के option पर click करना है।
ई-चालान ऑनलाइन कैसे भरें? How to pay online vehicle challan?
  • अब आप अपने हिसाब से payment gateway चुनकर भुगतान कर सकते हैं। मसलन credit card, debit card, net banking या अन्य किसी online payment mode को अपना सकते हैं।
  • एक बार पेमेंट हो जाने के बाद आपको payment successful होने का मैसेज आएगा।

लेन-देन आईडी सम्भालकर रखें –

इसके साथ ही आपको ई-चालान transaction ID भी मिल जाएगी, जिसे आप future reference के लिए सुरक्षित रख सकते हैं। इस आईडी को आप कभी भी जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल कर सकते हैं जैसे कि यदि यह कहा जाए कि चालान जमा नहीं किया गया है तो आप इस transaction ID को दिखाकर यह prove कर सकते हैं कि आप की ओर से चालान को भुगत लिया गया है। इसके साथ ही अन्य किसी कार्रवाई के वक्त भी यह रेफरेंस आईडी मददगार बन सकती है।

तो दोस्तों, इस तरह हमने आपको बताया कि आप चालान के लिए ऑनलाइन भुगतान कैसे कर सकते हैं। और इससे पूर्व आप चालान को चेक कैसे कर सकते हैं कि आपके नाम चालान काटा है या नहीं। साथियों, जैसा कि आप देख ही चुके हैं कि यह एक बेहद आसान सी प्रक्रिया है। कुछ निश्चित कदमों को फॉलो करके आप आसानी से इस कार्य को अंजाम दे सकते हैं। एक छोटा सा मोबाइल स्मार्ट फोन आपकी सारी दिक्कतों को दूर करने में सक्षम है।

दोस्तों, आपको बता दें कि इस बीच ढेरों ऐसे लोग रहे हैं, जिन्होंने भूलवश ट्रैफिक नियमों को तोड़ा। ऐसे लोगों को e-challan जारी किया गया। इसके साथ ही उनके फोन पर sms के जरिए website के link भी भेजे गए, ताकि वह online अपना चालान चेक करने साथ ही साथ, यदि चाहे तो चालान का online भुगतान भी कर दें। साथियों, आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि एनसीआर और दिल्ली में इस तरह के ढेरों लोगों को इस तरह के एसएमएस हासिल हुए। इसके बाद उन्होंने अपना चालान online भुगतान किया।

कुछ मामले ऐसे भी निकले, जहां गलती से किसी का चालान किसी और के नाम जारी कर दिया गया। शिकायत के बाद इस तरह की गलतियों को सुधारा गया। दोस्तों, आपको बता दें कि जिन लोगों को यह sms भेजे गए, उनमें खासी संख्या में महिला चालक भी शामिल थीं। यह अलग बात है कि आम तौर पर महिलाओं को rash driving के लिए नहीं जाना जाता।

नाबालिग चालकों की वजह से भी भुगतना पड़ता है चालान

कई केसों में यह भी होता है कि माता-पिता को पता भी नहीं चलता और नाबालिग बच्चे घर में रखा स्कूटी, मोटरसाइकिल या कार उठाकर शहर का चक्कर लगा आते हैं। इस बीच कई बार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन भी उनसे होता है। परिवार वालों को पता भी नहीं चलता। जब वाहन का चालान जारी हो जाता है तब कहीं जाकर उनकी आंखें खुलती हैं।

इस तरह के भी कई मामले सामने आए हैं, जहां नाबालिगों की रैश या यूं कह सकते हैं कि खतरनाक ड्राइविंग की वजह से कई लोग दुर्घटनाओं के शिकार हो गए या वह खुद हादसों के मुंह में चले गए। ऐसे केसों में लापरवाही सामने आने के बावजूद लीपापोती कर दी जाती है। ऐसी घटनाओं पर पुख्ता रोक लगा सकना अभी तक भी संभव नहीं हो सका है।

गलत e-challan की शिकायत कहाँ करें? Where to complain about wrong e-challan?

यदि आप उत्तर प्रदेश के नोएडा में रह रहे हैं और यदि आपको गलत e-challan मिला है तो आपके पास यह अवसर है कि आप इसकी शिकायत कर सकते हैं। लोगों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर 7065100100 जारी किया गया है। बहुत से लोग इस help line number पर फोन कर अपनी शिकायत दर्ज करा चुके हैं। इसके बाद त्वरित गति से उनकी समस्याओं का समाधान भी हुआ है।

राजस्व प्राप्ति के लिए अभियान चलाती है ट्रैफिक पुलिस

दोस्तों, आपको जानकारी दे दें कि अक्सर वित्तीय वर्ष की समाप्ति का वक्त नजदीक आने लगता है तो ट्रैफिक पुलिस ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर खास तौर पर सख्ती दिखाती है। बाकायदा अभियान चलाकर चालान काटे जाते हैं, ताकि अधिक से अधिक राजस्व जमा हो सके। e-challan से यह भी फायदा है कि लगातार घट रहे राजस्व को पूरा किया जा सकता है। इस दौरान हर नाके, चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस के जवान दिखाई देते हैं।

कई बार वाहन चालक इन जवानों से भिड़ जाते हैं, गलत चालान काटे जाने का आरोप लगाते हैं। ऐसे में उन्हें कोर्ट में चालान भुगतना पड़ता है। यह भी एक सत्य है कि ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन पर चालान समेत अन्य कार्रवाई किए जाने के बावजूद नियमों का बड़े पैमाने पर उल्लंघन सामने आता है।

कई राज्य ट्रैफिक नियमों को लेकर बेहद सख्त

भारत के कई राज्यों के शहरों में ट्रैफिक नियम बेहद सख्त हैं। खास तौर पर राजधानी क्षेत्रों में। इनमें सबसे ऊपर चंडीगढ़ का नाम आता है। बिगड़ैल से बिगड़ैल वाहन चालक भी यहां आकर कायदे की ड्राइविंग करने लगता है। सीट बेल्ट बांध लेता है और दो पहिया वाहन चालक हेलमेट और पेपर पूरे लिए बिना तो घर से निकलता ही नहीं। इसी तरह उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी ट्रैफिक नियमों का पालन बेहद सख्ती से किया जाता है।

लेकिन उत्तर प्रदेश के कई शहरों मसलन मेरठ, अलीगढ़ आदि शहरों में ट्रैफिक का हाल बेहद खराब है। नियमों का पालन यहां कोई बिरला ही करता दिखाई देता है। उत्तर प्रदेश में ट्रैफिक के खराब हालात को देखते हुए वहां ट्रैफिक नियमों का सख्ती से पालन कराया जाना बेहद आवश्यक है।

ट्रेफिक नियमों के उल्लंघन पे सिर्फ जुर्माना ही नहीं

आपको अपनी जान की कीमत भी चुकानी पड सकती है।।

चालान पर छपी ट्रैफिक पुलिस की चेतावनी 

पीछे के पृष्ट पर दर्शाये गये आपके वाहन के छायाचित्र, मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की किसी धारा-धाराओं का उल्लंघन करते हुए लिए गये हैं। जैसे सिग्नल तोड़ना, अविवेकी रूप से गाडी चलाना, दो पहिया वाहन पर तीन सवारी बैठाना, गाडी चलाते समय मोबाइल फोन का प्रयोग करना या उन 32 उल्लघनो मेँ से कोई जो कि अधिनियम मेँ सूचीबद्ध है। ये नोटिस आपको एम.वी.ए., 1988, धारा 133 (मोटरयान के स्वामी का किसी राज्य सरकार द्वारा अधिकृत पुलिस ऑफिसर द्वारा मांगें जाने पर जानकारी देने का कर्तव्य) के अन्तर्गत भेजा जा रहा है।

इस नोटिस के अनुसार वाहन स्वामी होने के नाते नोटिस मिलने के 7 दिनो के अंदर आपको, उक्त घटनाकम के समय वाहन चला रहे व्यक्ति (चालक अथवा कंडक्टर) का नाम, पता व ड्राईविंग लाइसेंस नंबर, और उससे सम्बंधित कोई भी जानकारी जो आपको ज्ञात हो, हमें बताना अनिवार्य है। जानकारी प्रस्तुत करने मेँ असफ़ल होने पर एम.वी.ए., 1988, धारा 187 (धारा 133 एम.वी.ए., 1988, का अनुपालन न करने पर दण्ड) के अन्तर्गत आपका 500 रु. जुर्माना अथवा 3 महीने तक की जेल या दोनो हो सकते है। इसी धारा के अन्तर्गत भविष्य मेँ दोबारा जानकारी न दे पाने की स्थिति मेँ आपको 6 महीने तक की जेल या 1000 रु. तक जुर्माना या दोनो हो सकते है।

ये चालान सिर्फ आपको आपके यातायात उल्लंघन के बारे में सूचित करने के लिए नहीं है। इसका उददेश्य आपको ये समझाना है कि यातायात नियमों का पालन न करने से आप न सिर्फ अपनी बल्कि दूसरों की जान भी जोखिम मेँ डालते है। उ. प्र. ट्रेफिक पुलिस द्वारा एकत्रित और विश्लेषण किया गया सन 2009 से 2018 के बीच का डाटा एक बडी गभीर और चिंताजनक वास्तविकता को दर्शाता है। और हम सड़क सुरक्षा के संगरक्षक होने के नाते आपके सक्रिय सहयोग से इसे निश्चित रूप से बदलना चाहेंगे।

उ. प्र. की 45% दुर्घटनाएं जानलेवा होती है।
सिर्फ वर्ष 2017 मेँ उ. प्र. मेँ 22256 लोगों ने सड़क दुर्घटनाओँ मेँ अपनी जान गंवायी।
निर्धारित गति सीमा से ज्यादा तेज गाडी चलाना उ. प्र. मेँ सड़क दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण है और दुर्घटनाएं ज्यादातर अच्छी सतह की फ्लैट सड़कों और सीधे राजमार्गों पर होती हैं।
अधिकतर दुर्घटनाएं और मौतें मई, जून और दिसम्बर के महीनो मेँ सुबह-10-बजे से दोपहर 12 बजे और शाम 4 बजे से – 6 बजे के बीच के अच्छे और शुष्क मौसम मेँ हुई है।
ऐसा पाया गया है कि उ. प्र. की सड़कॉ पर मोटर सार्हकिलों/ स्कूटरों से ट्रकों से भी ज्यादा दुर्घटनाएं और मौतें होती है।

हम, उ. प्र. यातायात पुलिस, जानते है कि आपका जीवन अमूल्य है और आप से हर समय, हर बार ट्रैफिक नियमों का पालन करने का आग्रह करते है चाहे आप कोई गाडी चला रहे हो या पैदल हो। क्योंकि सड़क पर एक पल की लापरवाही, जल्दीबाजी या अविवेकी व्यवहार आपकी यात्रा को आपकी अतिम यात्रा मेँ बदल सकता है।

तो दोस्तों, यह थी कि ऑनलाइन ई-चालान कैसे चेक करें और भुगतान करें? E Challan Status के संबंध में जानकारी। यदि आप इसी तरह की कोई अन्य जानकारी हम से लेना चाहते हैं तो उसके लिए साफ-साफ नीचे दिए गए comment box में अपना comment हमें लिखकर भेज सकते हैं। आपकी प्रतिक्रियाओं और सुझावों का हमें हमेशा की तरह इंतजार है। ।। धन्यवाद।।

प्रवेश
प्रवेश
मास मीडिया क्षेत्र में अपनी 15+ लंबी यात्रा में प्रवेश कुमारी कई प्रकाशनों से जुड़ी हैं। उनके पास जनसंचार और पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है। वह गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर से वाणिज्य में मास्टर भी हैं। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय से व्यक्तिगत प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में डिप्लोमा भी किया है। उन्हें यात्रा और ट्रेकिंग में बहुत रुचि है। वह वाणिज्य, व्यापार, कर, वित्त और शैक्षिक मुद्दों और अपडेट पर लिखना पसंद करती हैं। अब तक उनके नाम से 6 हजार से अधिक लेख प्रकाशित हो चुके हैं।
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