ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम क्या होता है? | गेमिंग साइबर क्राइम से कैसे बचें? | Online gaming cyber crime kya hai

|| ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम क्या है? Online gaming cyber crime kya hai | गेमिंग साइबर क्राइम से कैसे बचें? | ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम कैसे होता है? | ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम से कैसे बचें? | Online gaming cyber crime se kaise bache | Online gaming cyber fraud in Hindi ||

Online gaming cyber crime kya hai :- जैसे जैसे दुनिया में तकनीक बढ़ती जा रही है और उसके साथ हर दिन कुछ ना कुछ नया देखने को मिल रहा है, ठीक वैसे ही ऑनलाइन क्राइम भी बढ़ता जा रहा है जिसे हम साइबर क्राइम कहते हैं। अब जो साइबर क्राइम करने वाले अपराधी होते हैं वे लोगों को ठगने या उनका इस्तेमाल करने के लिए तरह तरह के हथकंडे अपनाते हैं और इसमें बेचारे मासूम लोग और अधिकांश बच्चे फंस जाते हैं। इस तरह के अधिकतर क्राइम ऑनलाइन गेमिंग में देखने को मिलते हैं जिसे ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम कहा जाता (Online gaming cyber crime kya hai in Hindi) है।

अब ऑनलाइन गेमिंग बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है और इसमें अधिकांश तौर पर बच्चे या युवा जुड़े होते हैं। वे तरह तरह के खेल अपने मोबाइल पर खेलना पसंद करते हैं और कब वे ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम के शिकार हो जाते हैं, उन्हें पता ही नहीं चलता है। जब पता चलता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है और पछताने के सिवाए कोई और विकल्प नहीं बचता है। यह ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम का धंधा बहुत ही तेजी के साथ बढ़ रहा (Online gaming cyber crime in Hindi) है।

ऐसे में यदि आप भी ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम का शिकार हो चुके हैं या आपको ऑनलाइन गेमिंग खेलने की आदत है या फिर आप अपने बच्चों को लेकर आशंकित हैं और आप उन्हें ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम से बचाना चाहते हैं तो आज हम आपको उसी के बारे में ही बताएँगे। आज के इस लेख को पढ़ कर आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम क्या होता है और इससे किस तरह से बचा जा सकता (Online gaming cyber fraud in Hindi) है।

ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम क्या है? (Online gaming cyber crime kya hai)

आप चाहे बच्चे हो या युवा या व्यस्क, तकनीक के इस दौर में आपका सचेत रहना बहुत ही जरुरी होता है क्योंकि अपराधी तरह तरह के तरीके अपनाकर लोगों को लूटने या उन्हें अपने जाल में फंसाकर उनका गलत इस्तेमाल करते हैं। अब इसके लिए कई तरह के तरीके होते हैं लेकिन जिस क्षेत्र में यह धंधा बहुत ज्यादा फलफूल रहा है वह ऑनलाइन गेमिंग से ही जुड़ा हुआ है। इसी कारण इसे ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम कहा जाता है अर्थात ऑनलाइन गेमिंग से जुड़े हुए अपराध।

गेमिंग साइबर क्राइम से कैसे बचें Online gaming cyber crime kya hai

अब सबसे पहले तो हम आपको ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम क्या है या इसकी परिभाषा क्या है, इसके बारे में जानकारी दे देते हैं। तो ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम उसे कहा जाता है जिसमें ऑनलाइन गेमिंग ऐप या वेबसाइट के जरिये लोगों को फंसाकर या खेल खेलते समय उनको बहला फुसला कर उनका अनुचित इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए अपराधी कई तरह के हथकंडे अपना सकते हैं और इसकी कोई सीमा नहीं है। कहने का अर्थ यह हुआ कि हर अपराधी अपने अनुसार ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम करता है और लोगों को फांसता (Online gaming fraud kya hai) है।

ऐसे में जो भी लोग ऑनलाइन गेमिंग खेलते हुए या उससे जुड़े किसी अन्य फ्रॉड, धोखाधड़ी, जालसाजी का शिकार हो जाते हैं जिस कारण उन्हें धमकी दी जाती है, माइंडवॉश किया जाता है या फिर पैसे ऐंठे जाते हैं, उन लोगों को ही ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम का शिकार हुआ कहा जाता है और इस अपराध को ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम कहा जाता है। अब यह अपराध किस किस तरह से हो सकता है और उसके क्या क्या तरीके अपराधियों के द्वारा अपनाये जाते हैं, उसके बारे में भी जान लेते हैं।

ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम कैसे होता है? (Online gaming cyber crime kaise hota hai)

जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि हर दिन उन्नत होती तकनीक के साथ साइबर क्राइम भी बढ़ता जा रहा है और इसमें तरह तरह के तरीके अपनाये जा रहे हैं। अब कब कौन सा तरीका कौन सा अपराधी इस्तेमाल करेगा या इसमें और कौन से नए तरीके कब आ जाये, इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता है।

फिर भी हम आपकी सुविधा के लिए कुछ प्रसिद्ध ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम के तरीकों को रखने जा रहे हैं। नीचे हम आपके सामने ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम के जो जो तरीके रखने जा रहे हैं, उसके चक्कर में हजारों लोग व मुख्यतया बच्चे फंस चुके हैं और ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम का शिकार हो चुके हैं। ऐसे में ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम के तरीके इस प्रकार हैं:

  • ऑनलाइन गेमिंग में बहुत सी ऐप्स ऐसी होती हैं जिन्हें गूगल प्ले स्टोर के द्वारा सत्यापित नहीं किया गया होता है और वे उस पर उपलब्ध भी नहीं होती हैं। इन्हें इनकी वेबसाइट पर जाकर ही डाउनलोड किया जा सकता है। ऐसे में जब आप उसे इनस्टॉल करते हैं और उसमें जो जानकारी देते हैं, उसके जरिये आपके मोबाइल को हैक किया जा सकता है या आपकी जानकारी का अनुचित इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • यदि अपराधी आपके मोबाइल को हैक कर लेता है तो इससे आपके मोबाइल की सभी तरह की निजी व अन्य जानकारी उनके हाथ लग जाती है। अब वह प्राप्त जानकारी का अनुचित इस्तेमाल आपको धमकाने या अन्य किसी गतिविधि के लिए कर सकता है।
  • वहीं जो जानकारी आपने उस ऐप में डाली है जैसे कि अपनी जन्म तिथि, पासवर्ड या अन्य कोई गोपनीय जानकारी तो उसका फायदा भी साइबर क्राइम करने वाला अपराधी उठा सकता है।
  • वह प्राप्त जानकारी के दम पर आपके बैंक खाते, सोशल मीडिया सहित अन्य खातों को हैक कर सकता है, उनके पासवर्ड क्रैक कर सकता है या फिर कुछ और अनुचित इस्तेमाल कर सकता है।
  • उनके द्वारा आपको मोबाइल पर मैसेज करके, व्हाट्सऐप पर मैसेज करके या ईमेल भेजकर ऑनलाइन गेम खेलने या उसे डाउनलोड करने को कहा जाता है और अनुचित चीज़ों का प्रोमोशन किया जा सकता है।
  • अपराधी आपको ऑनलाइन गेमिंग में आकर्षक ऑफर देकर या किसी स्कीम के तहत भी फांसने की कोशिश कर सकता है। इसके लिए वह आपको गलत लिंक भेज देता है और उस पर क्लिक करते ही आप ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम के शिकार हो जाते हैं।
  • हाल ही में भारतीय गुप्त एजेंसियों ने पाकिस्तान की ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम साजिश का भी भंडाफोड़ किया था जिसके तहत ऑनलाइन गेमिंग के जरिये बच्चों को फसाकर उन्हें इस्लाम धर्म में परिवर्तित किया जा रहा था।
  • इसके लिए ऑनलाइन गेमिंग में बच्चों के नाम से अपराधी आईडी बना लेते हैं और फिर धीरे धीरे उन बच्चों के साथ गेमिंग खेलने के बहाने दोस्ती को बढ़ाया जाता है और उन्हें इस्लाम के बारे में बताया जाता है।
  • वे बच्चों को ऑनलाइन गेमिंग में रिवॉर्ड देने, उन्हें जीतने देने इत्यादि का प्रलोभन देने के बहाने कुरान की आयते याद करने को कहते थे और फिर उसे सुनाने को कहते थे। इस तरह से उनका ब्रेनवॉश कर दिया जाता था और अपना अजेंडा चलाया जाता था।

इस तरह से अपराधी ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम के जरिये कई तरह के तरीकों के तहत अपने तरह तरह के अजेंडा को चला रहे होते हैं। किसी का अजेंडा इस्लाम का प्रचार कर लोगों को उसमें परिवर्तित करना तो किसी का उद्देश्य लोगों से पैसे लूटना होता है। अब किस अपराधी का क्या उद्देश्य है या वह क्यों ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम कर रहा है, यह तो उस पर ही निर्भर करता है लेकिन आप उनसे बचने के लिए क्या कर रहे हैं, यह आप पर निर्भर करता है।

ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम से कैसे बचें? (Online gaming cyber crime se kaise bache)

अब आपने यह तो जान लिया है कि ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम क्या होता है लेकिन इससे किस तरह से बचा जा सकता है या ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम के जाल में फंसने से अपने बच्चों को किस तरह से बचाया जा सकता है, यह जानना तो सबसे महत्वपूर्ण है। हम यह तो नहीं कह सकते हैं कि आप हमारे द्वारा बताये गए तरीकों को अपनाकर ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम से पूरी तरह बच जाएंगे क्योंकि जब तक आप खुद सतर्क नहीं रहेंगे तब तक आपकी एक छोटी सी गलती या भूल भी आपको बड़ी कठिनाई में डाल सकती है।

ऐसे में हमारी सबसे पहली और प्रमुख सलाह तो यही है कि आप ऑनलाइन गेमिंग खेलते समय खुद को जितना सतर्क व सचेत रखेंगे, उतना ही ज्यादा आप ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम से सुरक्षित रह पाएंगे। इन सभी के अलावा आप ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम से बचने के लिए जिन जिन तरीकों को अपना सकते हैं, वह इस प्रकार हैं।

  • अब यदि आप ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम से खुद को बचाए रखना चाहते हैं तो इसमें सबसे बड़ा काम जो आपको करना है, वह यह है कि आपको कोई भी ऐसी गेमिंग ऐप अपने मोबाइल में डाउनलोड नहीं करनी है जो गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध ना हो। वह इसलिए क्योंकि गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध गेमिंग ऐप authenticate ऐप होती हैं जबकि इसके बाहर जो गेम होती हैं उन्हें सत्यापित नहीं किया गया होता है।
  • अब यदि किसी ऐसी गेमिंग ऐप को आप अपने मोबाइल पर डाउनलोड कर उस पर गेम खेलना चाहते हैं जो गूगल प्ले स्टोर पर नहीं है तो उससे पहले आप उस ऐप के बारे में पूरी जानकारी ले लें। इसमें आप यह देखें कि आखिरकार क्यों उस ऐप को गूगल प्ले स्टोर पर हटाया गया है और कितने लोगों के द्वारा उस गेमिंग ऐप को इस्तेमाल में लाया जाता है। इसके बाद ही आप उस ऐप को अपने मोबाइल में इनस्टॉल करें।
  • जब आप गेमिंग ऐप को अपने मोबाइल में डाउनलोड कर इनस्टॉल कर लें तो उसके बाद इस चीज़ का ध्यान रखें कि वह ऐप आपके मोबाइल में किस किस चीज़ का एक्सेस करने की अनुमति माँग रही है। अब यदि वह ऐप ऐसी चीज़ों का भी एक्सेस मांग रही है जिसकी कोई आवश्यकता नहीं है तो इसका अर्थ हुआ कि वह ऐप संदिग्ध हो सकती है जिसका इस्तेमाल ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम के लिए हो सकता है।
  • यह जरुरी नहीं है कि गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध हर ऐप सुरक्षित हो और वहां पर ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम का शिकार नहीं हुआ जा सकता है। ऐसे में आप वहां पर उपलब्ध गेमिंग ऐप को डाउनलोड करने से पहले भी उसका पूरा ध्यान रखें।
  • अब यह तो हो गयी बात गेमिंग ऐप को डाउनलोड व इनस्टॉल करते समय ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम से बचने की लेकिन तब क्या हो जब वह गेमिंग ऐप तो सुरक्षित हो लेकिन वहां गेम खेल रहे लोग नहीं अर्थात वे ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम करने वाले अपराधी हो जो आपको लूटने के लिए ही उस एप पर आये हो।
  • तो इसके लिए सबसे पहले तो आपको यह ध्यान रखना है कि जब आप किसी गेमिंग ऐप पर ऑनलाइन गेम खेल रहे हो और उस समय कोई आपसे बात करने या मित्रता बढ़ाने का प्रयास करे तो उससे कुछ ही बातों में मित्रता ना करें और पहले उसके बारे में पूरी जानकारी ले लें।
  • जो व्यक्ति गेमिंग ऐप पर आपसे बिना मतलब के बात करता हो, मीठी भाषा बोलता हो और किसी ना किसी तरह से आपके बारे में जानने का प्रयास करता हो तो उसी समय आपको सतर्क हो जाना चाहिए क्योंकि यही ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम करने वाले अपराधियों की पहचान होती है।
  • अब यदि आप उसके बारे में जानकारी जुटाने या उसकी पहचान को सत्यापित करने के लिए उससे उसके सोशल मीडिया खातों का विवरण मांगते हैं और उसे देखकर आपको उस पर विश्वास हो जाता है तो ऐसी गलती भी ना करें। वह इसलिए क्योंकि आज के समय में किसी भी सोशल मीडिया में फेक खाता बनाना कोई बहुत बड़ी बात नहीं है और ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम के अपराधियों ने इसका इन्तेजाम पहले से ही किया हुआ होता है।
  • यदि ऑनलाइन गेम खेलते समय कोई व्यक्ति आपसे आपका व्यक्तिगत विवरण जैसे कि आपकी जन्म तिथि, माता पिता का नाम, स्कूल का नाम इत्यादि कुछ भी मांगता है तो तुरंत ही उसे ब्लॉक कर रिपोर्ट कर दें और किसी को भी यह जानकारी प्रथम तौर पर देने से बचें। वैसे भी आपको यह जानकारी ज्यादा बातचीत करने के बाद भी एकदम सटीक नहीं देनी चाहिए।
  • यदि कोई आपको ऑनलाइन गेमिंग ऐप में जीतने या ज्यादा कैशबैक, रिवॉर्ड, पॉइंट्स इत्यादि का ऑफर दे रहा है और उसके बदले में कुछ करने को बोल रहा है तो उसकी बातों में बिल्कुल ना आये क्योंकि वह सीधे तौर पर आपके साथ ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम का काम कर रहा है।
  • अपने मोबाइल में एक अच्छा और सुरक्षित एंटी वायरस अवश्य रखें ताकि वह समय समय पर ऑनलाइन गेमिंग ऐप सहित अन्य ऐप्स की समीक्षा कर सके और संदिग्ध चीज़ों को आपके मोबाइल से हटा सके।
  • अन्य खिलाड़ियों के साथ आप वॉइस मैसेज या वेब कैमरा ऑन करके बात ना करें क्योंकि वे आपकी आवाज या फोटो का भी गलत इस्तेमाल कर आपको धमकाने का प्रयास कर सकते हैं। उनके साथ केवल चैट ही करेंगे तो बेहतर रहेगा।
  • यदि आपका बच्चा ऑनलाइन गेम खेलता है तो समय समय पर उससे बात करते रहें, उसकी गतिविधियों पर नज़र रखें और वह किन किन ऐप्स का इस्तेमाल करता है, किन से मिलता है और उसकी दैनिक गतिविधियाँ क्या है, इस पर भी नज़र रखें।
  • यदि आपको ऑनलाइन गेमिंग में किसी भी तरह की दिक्कत आ गयी है या आप ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम का शिकार हो भी गए हैं और आप व्यस्क नहीं हैं या आपको कुछ समझ नहीं आ रहा है तो इससे खुद से ही निपटने का प्रयास ना करें। इसके लिए आपको तुरंत ही बेझिझक अपने माता पिता या किसी रिश्तेदार या मित्र से बात करनी चाहिए।

तो इन तरीकों का इस्तेमाल कर और उन्हें ध्यान में रखकर आप ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम से बचे रह सकते हैं। वैसे तो यदि आप ऊपर बताई गयी बातों का ध्यान रखेंगे तो ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम का शिकार नहीं होंगे लेकिन यदि फिर भी इसके शिकार हो भी जाते हैं तो इसे छुपाने की बजाये या अपराधी की बात मानने की बजाये, अपने माता पिता को बताये, साइबर क्राइम ब्रांच में रिपोर्ट करें, पुलिस को रिपोर्ट दें और जांच में सहयोग करें। यह आपके साथ साथ अन्य मासूम लोगों को ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम से बचाने में बहुत सहायता करेगा।

ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम क्या है – Related FAQs

प्रश्न: ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम क्या है?

उत्तर: ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम में ऑनलाइन गेम खेलते खेलते बहला फुसला कर अपराध को अंजाम दिया जाता है और धोखाधड़ी की जाती है।

प्रश्न: ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम कैसे होता है?

उत्तर: ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम क्या होता है कैसे होता है यह सब जानकारी आपको ऊपर ले लेख में जानने को मिलेगी।

प्रश्न: ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम से कैसे बचा जा सकता है।

उत्तर: ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम से बचने के लिए पूरी सतर्कता बरतें गेमिंग ऐप के बारे में पूरी जानकारी लें और गेमिंग ऐप को प्ले स्टोर से ही डाउनलोड करें।

प्रश्न: गेमिंग साइबर क्राइम से अपने बच्चों को कैसे बचा सकते हैं?

उत्तर: गेमिंग साइबर क्राइम से अपने बच्चों को कैसे बचाया जा सकता है या खुद कैसे बच सकते हैं इसके बारे में संपूर्ण जानकारी को हमने इस लेख के माध्यम से बताने का प्रयास किया है जो आपको पढ़ना चाहिए।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम क्या है। साथ ही आपने ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम कैसे होता है इससे कैसे बचा जा सकता है इसके बारे में भी जानकारी प्राप्त कर ली है। आशा है कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया यह लेख पसंद आया होगा और अब आप ऑनलाइन गेमिंग साइबर क्राइम से बच कर रहोगे।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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