ओटीटी प्लेटफॉर्म क्या है? OTT कैसे काम करता है?

OTT Kya Hota Hai, एक समय में हमारे पास मनोरंजन के लिए केवल रेडियो हुआ करते थे और सिनेमा हाल। रेडियो पर हम ऑडियो या गाने सुना करते (OTT kya hai) थे जबकि सिनेमा हॉल में जाकर विडियो या फिल्मे देखा करते थे। फिर एकदम से हमारे जीवन (What is OTT in Hindi) में टीवी की एंट्री हुई। टीवी की एंट्री होते ही हम सभी का जीवन एकदम से बदल गया क्योंकि उसमे हम ऑडियो व विडियो दोनों देख पा रहे थे। इसमें गाने, फिल्मों के अलावा सीरियल ने भी एंट्री ले ली थी।

फिर आये इंटरनेट और साथ में आई अपार संभावनाएं। इंटरनेट के साथ ही हमारे पास कंप्यूटर, लैपटॉप व मोबाइल आये। इनके साथ ही इनमें इंटरनेट के जरिये (What is OTT platform in Hindi) खुलने वाली वेबसाइट व ऐप्स भी आई।

इसी के साथ हमारे जीवन में प्रवेश हुआ ओटीटी का। आजकल यह नाम बहुत चल पड़ा हैं और हर कोई ओटीटी प्लेटफार्म के बारे में जानना चाहता हैं। इसलिए आज हम आपके साथ ओटीटी क्या होता है और इसमें क्या क्या आता है इत्यादि सब विस्तार से चर्चा करेंगे।

Contents show

ओटीटी क्या होता है? (OTT Kya Hota Hai)

दरअसल ओटीटी एक ऐसा प्लेटफार्म या मंच हैं जिसमें हम इंटरनेट व एक हार्डवेयर उपकरण के जरिये किसी भी विडियो को देख सकते हैं या ऑडियो को सुन सकते हैं। एक तरह से यह टीवी के अलावा एक ऐसा बक्सा या केबल कनेक्शन हो गया जिसके लिए किसी केबल कनेक्शन की आवश्यकता नगी होती है और ना ही इसके लिए आपको किसी का DTH कनेक्शन लेना होता है।

ओटीटी प्लेटफॉर्म क्या है? OTT कैसे काम करता है?

सरल भाषा में ओटीटी का मतलब समझा जाए तो हम अपने टीवी पर अपने डिश वाले से जो केबल कनेक्शन लेते हैं या फिर उस पर अन्य कंपनी के DTH कनेक्शन लेते हैं और अब उस पर कई तरह के चैनल आते हैं। उदाहरण के तौर पर स्टार प्लस, जी न्यूज़, संस्कार इत्यादि। इन पर हम जो सीरियल, शो, न्यूज़, फिल्मे इत्यादि देखते हैं वह एक टीवी का कनेक्शन कहा जाएगा जिसे DTH कहते हैं।

इसी तरह हमें जब यह सब टीवी के कनेक्शन के जरिये किसी ऐप या वेबसाइट से ऐसा मिले जहाँ पर हम कई तरह की मूवीज, सीरीज व सीरियल देख पाए तो उसे ओटीटी प्लेटफार्म कहा जाएगा। इन ओटीटी प्लेटफार्म पर हम पुरानी या नयी कई तरह की मूवीज देख सकते हैं। इसके बारे में विस्तार से हम नीचे जानेंगे।

ओटीटी का फुल फॉर्म (OTT full form in Hindi)

बहुत से लोग ओटीटी के बारे में तो सुन लेते हैं और उसके बारे में सब जानकारी जुटा लेते हैं लेकिन उनके दिमाग में यह बात नही आती कि ओटीटी एक शोर्ट फॉर्म (OTT ka matlab kya hai) हैं। और यदि यह बात उनके दिमाग में आती भी हैं तो वे शायद ही इसकी फुल फॉर्म जानने का प्रयास करते हैं।

ऐसे में आज हम आपको बता दे कि ओटीटी का फुल फॉर्म ओवर द टॉप अर्थात Over The Top होता है। इस तरह से आज आप ओटीटी का मतलब या फुल फॉर्म अच्छे से याद कर लीजिए क्योंकि आगे से आपसे कोई यह पूछे तो आप आसानी से इसका उत्तर दे (OTT kya hota h) सके।

ओटीटी के लिए क्या चाहिए?

अब आपका प्रश्न होगा कि ओटीटी का इस्तेमाल करने के लिए आपको किन किन चीज़ों की आवश्यकता पड़ेगी। अब जैसे कि टीवी में कोई चीज़ देखने या सुनने के लिए एक टीवी और उस पर डिश का कनेक्शन होना जरुरी होता हैं। ठीक उसी तरह ओटीटी प्लेटफार्म का इस्तेमाल करने के लिए भी आपके पास कुछ चीज़े आवश्यक रूप से होनी चाहिए। इनके नाम हैं:

  • एक हार्डवेयर डिवाइस जैसे कि मोबाइल, टीवी, कंप्यूटर या लैपटॉप
  • एक स्थायी इंटरनेट कनेक्शन जिसकी स्पीड भी अच्छी हो
  • ओटीटी प्लेटफार्म की कोई भी एक ऐप या वेबसाइट
  • उस ओटीटी प्लेटफार्म का सब्सक्रिप्शन यदि वह फ्री नही है तो

तो ओटीटी का इस्तेमाल करने के लिए आपको ऊपर दी गयी चार चीज़ों की मुख्य रूप से आवश्यकता पड़ेगी और आप इनके इस्तेमाल से ही किसी ओटीटी प्लेटफार्म का आनंद उठा पाएंगे।

इसमें इस बात का ध्यान रखे कि ओटीटी का मुख्यतया इस्तेमाल इंटरनेट के साथ ही किया जा सकता हैं। इसलिए आपका इंटरनेट कनेक्शन स्थायी व मजबूत होना चाहिए अन्यथा विडियो बफर होने लगेगी।

ओटीटी प्लेटफार्म के प्रकार (OTT types in Hindi)

अभी तक आपने ओटीटी प्लेटफार्म के बारे में तो जान लिया और आपको इनमे से कुछ के नाम भी पता होंगे लेकिन आपने कभी ओटीटी प्लेटफार्म के प्रकार पर गौर नही किया होगा। दरअसल ओटीटी के प्लेटफार्म को उसकी गुणवत्ता के अनुसार दो प्रकार में बनता जा सकता हैं। इन्हें अप ऑडियो या विडियो कहकर भी अलग कर सकते हैं। आइए दोनों के बारे में जाने।

#1. ऑडियो ओटीटी (Audio OTT)

जब भी आप कोई संगीत सुनते हैं जैसे कि कोई गाना, कहानी, भजन, गजल इत्यादि तो वह सब ओटीटी के ऑडियो वाले प्रकार में आता हैं। एक तरह से जिस ओटीटी प्लेटफार्म में आप केवल सुन सकते हैं और कुछ देख नही सकते, वह सब ऑडियो ओटीटी में आएगा। इसमें आप इमेज या फोटो देख सकते हैं लेकिन इसमें कोई विडियो नही चल पायेगी।

ऑडियो ओटीटी प्लेटफार्म को AOD कहा जाता हैं। AOD की फुल फॉर्म ऑडियो ऑन डिमांड अर्थात Audio On Demand होती हैं। इसमें भी दो तरह के प्रकार होते हैं जिन्हें फ्री या पेड कहा जा सकता हैं। आइए इनके बारे में भी जाने।

AAOD अर्थात ऐड बेस्ड ऑडियो ऑन डिमांड (Ad based Audio On Demand)

यह प्लेटफार्म एक तरह से वह ओटीटी प्लेटफार्म कहलाए जाते हैं जहाँ पर आप संगीत तो सुनते हैं लेकिन उसके लिए कोई पैसा नही चुकाते हैं। उदाहरण के तौर पर आपके मोबाइल में यदि म्यूजिक ऐप हैं जो मोबाइल के साथ ही आई थी तो वह आपके मोबाइल कि AAOD ओटीटी प्लेटफार्म हो गया।

इसमें आप अपना कोई भी गाना सुन सकते हैं या फिर इंटरनेट से सर्च कर कोई भी गाना सुन भी सकते हैं। इसके अलावा आपको कई तरह की अन्य ऐप या वेबसाइट भी मिल जाएगी जहाँ पर आप फ्री में गाने सुन सकते हैं। उदाहरण के तौर पर कुछ प्रसिद्ध AAOD ओटीटी प्लेटफार्म हैं Gaana, Wynk, POcket FM, इत्यादि।

इसमें आपको गाने सुनने के लिए किसी तरह का चार्ज तो नही देना होता लेकिन इसमें आपको कई तरह की एड्स देखनी होती हैं। इसलिए यह ऐप इन एड्स के जरिये ही पैसा कमाती हैं और आपको गाने उपलब्ध करवाती हैं।

SVOD अर्थात सब्सक्रिप्शन ऑडियो ऑन डिमांड (Subscription Audio On Demand)

जैसा कि नाम से ही पता चल रहा हैं कि इसमें आपको इन ओटीटी ऐप का इस्तेमाल करने के लिए उनका सब्सक्रिप्शन लेना पड़ेगा। किसी भी ऐप का सब्सक्रिप्शन लेने का मतलब हुआ उसको कुछ समय के लिए खरीद लेना। यह आप पर निर्भर करता हैं कि आप कौन सा प्लान लेना चाहते हैं जैसे कि साप्ताहिक, मासिक, वार्षिक या अन्य कुछ।

जिस तरह आप मोबाइल में रिचार्ज करवाते हैं ठीक उसी प्रकार आपको इन कुछ ऐप्स का रिचार्ज करवाना पड़ेगा। इसके बाद आप बिना ऐड के इन ऐप्स का इस्तेमाल कर पाएंगे। इसमें Gaana व Wynk ऐप ही प्रसिद्ध हैं। बस इसमें अंतर यह होगा कि आपको गाने के बीच में या बाद में कोई ऐड नही सुननी पड़ेगी। साथ ही आपके पास अनलिमिटेड गाने सुनने के अवसर भी होंगे।

एक तरह से यदि आप किसी ऐप का सब्सक्रिप्शन लेते हैं तो आपको उस ऐप के द्वारा कई तरह की सुविधाएँ दी जाती हैं। साथ ही वह ऐप आपको किसी तरह की ऐड दिखाकर परेशान भी नही करेगी।

#2. विडियो ओटीटी (Video OTT)

ओटीटी प्लेटफार्म के दो ही प्रकार होते हैं क्योंकि हम दो ही चीज़ कर सकते हैं, पहले देख सकते हैं और दूसरा सुन सकते हैं। बाकि बोलने या दिखने का काम वे लोग कर ही रहे हैं जिन्हें हम सुन या देख रहे हैं। इसलिए ओटीटी का दूसरा प्रकार विडियो ओटीटी हैं जहाँ पर ऑडियो के अलावा एक विडियो भी होती हैं जिसे हम देख सकते हैं।

इस ओटीटी प्लेटफार्म को VOD भी कह दिया जाता हैं अर्थात विडियो ऑन डिमांड (Video On Demand)। इसमें कई तरह की चीज़े हम देख सकते हैं जैसे कि आपको चाहे फिल्म देखनी हो या सीरीज या किसी तरह का सीरियल। या फिर आपको कोई शो, कार्यक्रम, उत्सव, जानकरी वाली विडियो इत्यादि कुछ भी देखना हो। वह सब आपको इसी ओटीटी प्लेटफार्म पर मिलेगा।

VOD प्लेटफार्म के तीन प्रकार होते हैं। इसे भी ऐड व बिना ऐड के तरह बांटा गया हैं लेकिन इसमें एक तीसरा प्रकार भी होता हैं जो ऑडियो वाले से ज्यादा हैं। आइए एक एक करके विडियो ऑन डिमांड के प्रकारों के बारे में भी जाने।

AVOD अर्थात ऐड बेस्ड विडियो ऑन डिमांड (Ad based Video On Demand)

यह भी बहुत हद्द तक AAOD के जैसा ही हैं अर्थात इसके फीचर उसके जैसे ही हैं बस इसकी गुणवत्ता अलग हो गयी। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि AAOD में आप ऐड के साथ कुछ सुन रहे थे तो AVOD में आप देखेंगे भी लेकिन उस विडियो के बीच में ऐड भी आया करेगी।

अब आप इसका सबसे बड़ा उदाहरण यूट्यूब को ही ले लीजिए। यूट्यूब ऐड बेस्ड विडियो ऑन डिमांड का सबसे बड़ा उदाहरण हैं। इसमें आप किसी भी तरह की विडियो देख तो सकते हैं लेकिन आपको साथ में ऐड भी देखनी पड़ेगी। हालाँकि आपसे इसके लिए किसी भी तरह का पैसा नही लिया जाएगा।

इसके लिए बस आपके पास एक मोबाइल या अन्य हार्डवेयर डिवाइस, youtube की ऐप या वेबसाइट और एक इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए। इसके बाद बस आप अपने पसंद की कोई भी विडियो ढूंढे और उसे देखना शुरू कर दीजिए। अन्य ऐड बेस्ड विडियो प्लेटफार्म हैं MX प्लेयर, वूट इत्यादि।

TVOD या ट्रांजेक्शन विडियो ऑन डिमांड (Transaction Video On Demand)

यह एक ऐसा विडियो ऑन डिमांड का प्लेटफार्म हैं जहाँ पर आप किसी मूवी या सीरीज को देख तो पाएंगे लेकिन केवल एक बार। दरअसल फ्री वाले या ऐड वाले विडियो ऑन डिमांड ओटीटी प्लेटफार्म से होता क्या हैं कि आपको बहुत सी मूवीज या सीरीज खासकर नयी देखने को नही मिल पाती।

ऐसे में यदि आप बिना ज्यादा पैसे दिए किसी मूवी या सीरीज को बस एक बार देखना चाहे तो आप उसके लिए कुछ पैसा देकर उसे देख सकते हैं। इसके लिए Apple iTune व वुडू सबे बड़ा उदाहरण हैं। इन पर आप बस एक बार पैसा चुकाए और उस मूवी और सीरीज को देख डालिए। इस पर एक व्यू के हिसाब से देखने को मिलता हैं।

SVOD या सब्सक्रिप्शन विडियो ऑन डिमांड (Subscription Video On Demand))

यह विडियो ऑन डिमांड में सबसे आखिर में आता हैं और आजकल इसी का चलन बहुत तेजी से बढ़ रहा हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि पहले वाले दो में आप कुछ फ्री वाली या माध्यम दर्जे वाली फिल्मे या सीरीज ही देख पाएंगे लेकिन आपको यदि प्रसिद्ध मूवी या सीरीज देखनी हैं तो उसके लिए पैसे खर्च करने पड़ेंगे।

इसमें आपको मोबाइल के बिल या रिचार्ज की भांति इसका भी रिचार्ज करवाना पड़ेगा। इसमें भी कई तरह की ऐप्स व वेबसाइट आती हैं जो ना केवल भारत में बल्कि कुछ तो विश्वभर में प्रसिद्ध हैं। जैसे कि नेट्फलिक्स, अमेज़न प्राइम, हॉटस्टार, जी5, Altbalaji इत्यादि।

यह कुछ ऐप्स ऐसी ऐप्स हैं जिनके बारे में आपने अवश्य ही सुना होगा। इनमे यदि आप कुछ देखना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले आपको इन ऐप का सब्सक्रिप्शन लेना होगा। इसके लिए भी आपको पहले से उपलब्ध किसी प्लान में से एक प्लान को चुनना होगा। यह प्लान आपको साप्ताहिक, मासिक, कुछ महीने व वार्षिक के तौर पर मिलेंगे।

जैसे ही आप इनमे से किसी प्लान को ले लेंगे और उसके लिए पैसा चुका देंगे तो सब डिटेल आपके मोबाइल नंबर या ईमेल आईडी पर आ जाएगी। वहां पर आपको इस ऐप को डाउनलोड करने का लिंक होगा और साथ ही लॉग इन आईडी व पासवर्ड।

आप उस लिंक से उस ऐप को डाउनलोड कर ले और फिर जो लॉग इन व पासवर्ड आया हैं उससे लॉग इन कर ले। लॉग इन होते ही आपके सामने असंख्य मूवीज व सीरीज इत्यादि (OTT platform kya hota hai) का भंडार आ जाएगा। जिन्हें आप देख सकते हैं।

ओटीटी प्लेटफार्म का इस्तेमाल कैसे करें (What is OTT platform in Hindi)

अभी तक आपने ओटीटी प्लेटफार्म के बारे में तो जान ही लिया हैं तो अब आपको इसका इस्तेमाल करना भी आना चाहिए। जब तक आपको इसका इस्तेमाल करना नही (OTT platform kya hai) आएगा तब तक आप इसका इस्तेमाल कैसे ही कर पाएंगे। इसलिए आइए जाने इन ओटीटी प्लेटफार्म का इस्तेमाल किस तरीके से किया जाए।

सब से पहले तो आप यह निर्धारित करें कि आप किस ओटीटी प्लेटफार्म का इस्तेमाल करना चाहते हैं। क्योंकि आप उसी के आधार पर ही उनका इस्तेमाल कर पाएंगे। यदि आप किसी ऐसी ऐप का इस्तेमाल करना चाहते हैं जिसके लिए सब्सक्रिप्शन नही लेना पड़ता हैं तो उसका इस्तेमाल करना बहुत ही आसान हैं।

इसके लिए सबसे पहले अपने मोबाइल के प्ले स्टोर में जाए और वहां जाकर उस ऐप को सर्च करें। उदाहरण के तौर पर यदि आप Youtube या फिर Gaana ऐप को इस्तेमाल करना चाहते हैं तो प्ले स्टोर पर जाकर एक एक दोनों का नाम टाइप करें। एक बारी में एक ही ऐप का नाम टाइप करें। इसके बाद आपको वह ऐप आ जाएगी।

उस ऐप के लिंक पर क्लिक कर इसे डाउनलोड कर इनस्टॉल कर लीजिए। जैसे ही आप वह ऐप इनस्टॉल करेंगे तो सबसे पहले आपको उस ऐप में अकाउंट बनाने को कहा जाएगा। इसलिए आप ऐप को इनस्टॉल करने के बाद उसमे अपना खाता बनाए। इसके बाद ही आप उस ऐप का इस्तेमाल कर पाएंगे। ध्यान रखिए इनमे कहता बनाना एकदम फ्री हैं और आपको इसके लिए कोई पैसे नही चुकाने होंगे। इसी तरह आप इन ऐप की वेबसाइट को भी चेक कर सकते हैं और उनका इस्तेमाल कर सकते हैं।

अब यदि आपको किसी सब्सक्रिप्शन वाली ऐप का इस्तेमाल करना हैं फिर चाहे वह ऑडियो हो या विडियो तो इसके लिये आपको पहले उसका प्लान लेना होगा। इस प्लान का रिचार्ज आप चाहे तो उसी ऐप को डाउनलोड कर कर सकते हैं या फिर अलग से भी कर सकते हैं।

उदाहरण के तौर पर आप अपनी एयरटेल की सिम का रिचार्ज चाहे तो एयरटेल की ऐप से ही कर सकते हैं या फिर उसे पेटीएम, अमेज़न जैसे माध्यमो से भी कर सकते हैं। ठीक उसी तरह यही नियम इन ओटीटी ऐप्स पर भी लागू होता हैं। इसके लिए आप पहले उस ऐप का नाम चुने जिसका आप इस्तेमाल करना चाहते हैं।

जब आप वह ऐप सोच ले तो ऑनलाइन उस ऐप के प्लान के बारे में सर्च करें। ध्यान रखें यह प्लान समय समय पर अपने दर्शकों के लिए बदलते रहते हैं। साथ ही जो पहली बार इन ऐप्स का इस्तेमाल करने जा रहे हैं उनके लिए प्लान की राशि अलग होती हैं। इसके लिए बेहतर रहेगा कि आप उन ऐप की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ही उनके प्लान के बारे में देखें।

इसके बाद आपको जो भी प्लान पसंद हो उसका रिचार्ज कर ले। अब आप गूगल प्ले स्टोर पर जाकर उस ऐप का नाम सर्च करे और फिर डाउनलोड कर इनस्टॉल कर ले। आप चाहे तो आपको आये लिंक से भी उस ऐप को सीधे इनस्टॉल कर सकते हैं।

दरअसल जैसे ही आप किसी ऐप का रिचार्ज करेंगे तो आपको अपने मोबाइल नंबर व ईमेल आईडी पर उस ऐप से संबंधित हर जानकारी दी जाएगी। इसमें आपको यह बताया जाएगा कि आप इस ऐप को कहां से डाउनलोड कर सकते हैं, उसका लिंक क्या हैं, उसकी लॉग इन आईडी व पासवर्ड क्या हैं व उसका इस्तेमाल कैसे किया जाए इत्यादि।

इसके बाद जैसे ही आप उस ऐप को इनस्टॉल कर इसमें लॉग इन आईडी व पासवर्ड डालेंगे तो आप उसमे रजिस्टर हो जाएंगे। इसके बाद आप उसमे असंख्य मूवीज व सीरीज देख पाएंगे। इसके अलावा आपको अन्य चीज़े भी देखने को मिलेगी। एक तरह से यहाँ पर आपको कई तरह की वीडियोस देखने को मिल जाएगी।

किंतु इसका अर्थ यह नही कि आपको सभी तरह की फिल्मे या विडियो देखने को मिलेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि उसे अन्य ओटीटी ऐप के द्वारा ख़रीदा गया हो सकता हैं। उदाहरण के तौर पर आप टीवी पर एक सीरियल किसी दो चैनल पर नही देख सकते हैं। जैसे कि आप स्टार प्लस पर जो सीरियल देखते हैं उसे जी टीवी पर नही देख सकते हैं और उसी तरह जी टीवी वाला स्टार प्लस पर नही देख सकते हैं।

ठीक उसी तरह आप एक ऐप के ओरिजिनल कंटेंट या फिर जिस मूवी या सीरीज के कॉपी राईट उसने ख़रीदे हुए हैं वह आप दूसरी ऐप पर नही देख सकते हैं। यही तो इन ऐप में प्रतिस्पर्धा का मुख्य कारण हैं जिसके लिए लोग अलग अलग तरह की ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं।

भारत के कुछ प्रसिद्ध ओटीटी प्लेटफार्म (Best Indian OTT platform)

अब हम बात करेंगे भारत के कुछ प्रसिद्ध ओटीटी प्लेटफार्म के बारे में। आप यदि ओटीटी प्लेटफार्म का सब्सक्रिप्शन या ऐड बेस्ड लेने का सोच रहे हैं (Best OTT platforms in India) तो आपको उनके बारे में पता भी होना चाहिए। आइए जाने भारत के कुछ प्रसिद्ध ओटीटी प्लेटफार्म के नाम।

  1. Youtube
  2. Amazon Prime
  3. Netflix
  4. Zee5
  5. Voot
  6. AltBalaji
  7. Hotstar
  8. Gaana
  9. Wync
  10. Viacom 18
  11. Discovery+
  12. Disney
  13. JioTV
  14. Jio Cinema
  15. MX Player
  16. SonyLiv
  17. Ullu
  18. Viu
  19. Voot
  20. Jio Saavan
  21. Spotify

ऐसे कई ओटीटी प्लेटफार्म आपको मिल जाएंगे जिनका आप इस्तेमाल कर सकते हैं। इनमे से कुछ फ्री हैं तो कुछ के लिए आपको पैसे देने होंगे। साथ ही इनमे से कुछ ऐसे भी होंगे जिनका आप फ्री में इस्तेमाल तो कर सकते हैं लेकिन कुछ पैसा चुका कर आप उनके प्रीमियम वर्जन का इस्तेमाल कर पाएंगे। एक तरह से सभी ओटीटी प्लेटफार्म के नियम अलग अलग हैं जो आपको उसके बारे में सर्च करने पर ही पता चलेगा।

ओटीटी प्लेटफार्म के फायदे (OTT platform benefits in Hindi)

अंत में आपको यह जानने की आशा होगी कि आखिरकार इन ओटीटी प्लेटफार्म का इस्तेमाल करने के क्या फायदे हो सकते हैं या फिर आप इनका इस्तेमाल क्यों ही करे। दरअसल ओटीटी प्लेटफार्म का इस्तेमाल करने के एक या दो नही बल्कि कई फायदे हैं जो आप उठा सकते हैं। इनमे से कुछ मुख्य फायदे आज हम आपके सामने रख रहे हैं।

  • ओटीटी प्लेटफार्म का सबसे बड़ा और मुख्य फायदा यही हैं कि आप इसका कही भी और कैसे भी इस्तेमाल कर सकते हैं। उदाहरण के तौर पर अब आप टीवी को तो अपने साथ कही लेकर नही जा सकते हैं या फिर डिश कनेक्शन को इधर से उधर बदल भी नही सकते हैं। लेकिन आप अपने मोबाइल या लैपटॉप को यहाँ से वहां आसानी से लेकर जा सकते हैं।
  • इसके अलावा आप यह मत समझिये कि आपने ओटीटी प्लेटफार्म को अपने कंप्यूटर में इस्तेमाल कर लिया तो आप उसे अपने मोबाइल में नही चला सकते हैं। आप सोच रहे होंगे कि जब आप अपना कंप्यूटर चालू करेंगे तभी आप ओटीटी प्लेटफार्म का आनंद उठा पाएंगे तो आप बिल्कुल गलत हैं। दरअसल आप अपने मोबाइल पर भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • इसी के साथ हर ओटीटी प्लेटफार्म की केवल ऐप ही नही होती हैं। बल्कि आप उसे उसकी वेबसाइट पर भी देख सकते हैं। जी हां, आप यदि सोच रहे हैं कि आप केवल छोटी स्क्रीन पर ही ओटीटी प्लेटफार्म का आनंद उठा पाएंगे तो आप बिल्कुल गलत हैं। आप अपने कंप्यूटर या लैपटॉप पर भी संबंधित ओटीटी प्लेटफार्म की वेबसाइट खोलकर उसका आनंद उठा सकते हैं।
  • इसके अलावा आप इन ओटीटी प्लेटफार्म का अपने टीवी पर भी आनंद उठा सकते हैं। बस इसके लिए शर्त यह हैं कि आपका टीवी एक स्मार्ट टीवी होना चाहिए क्योंकि पहले वाले टीवी में यह सब नही चलेगा। इसलिए यदि आपका टीवी स्मार्ट टीवी हैं तो आप आसानी से इसमें ओटीटी प्लेटफार्म पर लॉग इन कर उसमे फिल्मों व सीरीज का आनंद उठा सकते हैं।
  • इसके एक और सबसे बड़ा फायदा यह हैं कि इस ओटीटी प्लेटफार्म को आप शेयर भी कर सकते हैं। दरअसल कई ओटीटी प्लेटफार्म प्लेटफार्म इस तरह की सुविधा देते हैं कि इसका इस्तेमाल एक से अधिक लोग कर सकते हैं। ऐसे में यदि आपको इसका खर्चा अधिक लग रहा हैं या प्लान महंगा लग रहा हैं तो आप इसे अपने किसी दोस्त एक साथ शेयर कर खर्च को आधा भी कर सकते हैं।
  • टीवी पर आप किसी सीरियल को रोक नही सकते या फिर आप उनके समय के अनुसार बंधे हुए होते हैं। वैसे ही अप टीवी पर किसी फिल्म को भी नही रोक सकते हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि यदि आपको टीवी पर कोई सीरियल या मूवी देखनी हैं तो आपको उनके समय के अनुसार ही देखनी होगी। जबकि आप ओटीटी प्लेटफार्म पर कभी भी किसी भी मूवी या फिल्म को कैसे भी देख सकते हैं।
  • ओटीटी प्लेटफार्म से आप अपने समय की बचत भी कर सकते हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि यदि आप किसी सीन को नही देखना चाहते हैं या फिर आपको मूवी या सीरियल स्लो लग रहा हैं या कोई गाना आ गया हैं तो आप उसे आगे भी बढ़ा सकते हैं और उसे स्किप कर अपने समय की बचत कर सकते हैं।
  • इसके साथ ही आपको बड़े ओटीटी प्लेटफार्म पर उनके द्वारा लांच किया गया फ्रेश कंटेंट देखने को मिलता हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि वह कंटेंट आपको कही और देखने को नही मिलेगा और उसकी उपलब्धि केवल उसी मंच पर होगी। इस तरह से आप नया कंटेंट भी देख सकते हैं।
  • आजकल जो भी नयी मूवी आती हैं वह सीधे ओटीटी प्लेटफार्म पर ही रिलीज़ होती हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि कई नयी मूवीज को ओटीटी प्लेटफार्म पर डालने के लिए ही बनाया जाता हैं। ऐसे में यदि आप इन मूवीज को देखना चाहते हैं तो आपको ओटीटी प्लेटफार्म का सब्सक्रिप्शन लेना ही चाहिए।
  • आप या हम जो भी सीरीज देखते हैं वह किसी भी सिनेमा हॉल या बड़ी स्क्रीन पर रिलीज़ नही होती हैं। उसे ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज़ करने के लिए ही बनाया जाता हैं। उदाहरण के तौर पर जिस तरह से टीवी चैनल की जान सीरियल होते हैं वैसे ही ओटीटी की जान सीरीज होती हैं। आजकल तो कई तरह के सीरियल या लंबी सीरीज भी ओटीटी पर रिलीज़ होने लगी हैं।
  • जो भी नयी मूवी सिनेमा हॉल में रिलीज़ होती हैं उसे कुछ समय के बाद जब वह सिनेमा हॉल से पूरी तरह हट जाती हैं। तब उसके डायरेक्टर व प्रोड्यूसर के द्वारा पैसे कमाने के उद्देश्य से उसे किसी ओटीटी प्लेटफार्म को बेच दिया जाता हैं। इस तरह से हम सिनेमा हॉल में रिलीज़ होने वाली मूवी का भी ओटीटी के प्लेटफार्म पर आनंद उठा सकते हैं।

इस तरह से ओटीटी प्लेटफार्म के आने से लोगों को अर्थात आपको और हमें कई तरह के लाभ मिले हैं जिन्हें संपूर्ण रूप से इस लेख में नही बताया जा सकता हैं। आप जब इसका इस्तेमाल करने लगेंगे तब आपको स्वतः ही इसका आभास हो जाएगा।

ओटीटी क्या होता है – Related FAQs

प्रश्न: ओटीटी प्लेटफॉर्म का पूरा नाम क्या है?

उत्तर: ओटीटी प्लेटफॉर्म का पूरा नाम ओवर द टॉप है।

प्रश्न: ओटीटी प्लेटफार्म कितने हैं?

उत्तर: भारत में ओटीटी प्लेटफार्म की संख्या लगभग 40 के आसपास है। वर्तमान में यह संख्या लगातार बढ़ते ही जा रही है।

प्रश्न: जो फिल्में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शित की जाती हैं उनकी कमाई कैसे होती है?

उत्तर: जो फिल्में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शित की जाती हैं उनकी कमाई या तो सब्सक्रिप्शन के जरिये या फिर ऐड के जरिये होती है।

प्रश्न: ओटीटी पर मूवी कैसे देखें?

उत्तर: ओटीटी पर मूवी देखने के लिए पहले उसका सब्सक्रिप्शन ले और फिर लॉग इन कर मूवी सर्च करें और देखें।

प्रश्न: ओटी सदस्यता क्या है?

उत्तर: ओटी सदस्यता का अर्थ किसी OTT प्लेटफार्म का सब्सक्रिप्शन लेने से है।

तो आज आपने जाना कि ओटीटी प्लेटफार्म होते क्या हैं, इनका कैसे इस्तेमाल किया जा सकता हैं, इसमें किस तरह की सुविधाएँ आती हैं, इसमें किस तरह की चीज़े आती हैं (OTT kya hota hai in Hindi), इनके प्रकार क्या हैं, इससे आपको क्या क्या लाभ मिल सकते हैं इत्यादि।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
[fluentform id="3"]

Leave a Comment