पनडुब्बी क्या होती है? | पनडुब्बी से जुड़ी हिंदी में सभी जानकारी | Pandubbi kya hoti hai

|| पनडुब्बी क्या होती है? | Pandubbi kya hoti hai | Pandubbi ke bare mein bataiye | पनडुब्बी के क्या कार्य होते हैं? | पनडुब्बियां कैसे काम करती है? | पनडुब्बी का क्या इतिहास है? | All information related to submarine in Hindi ||

Pandubbi kya hoti hai : – समय बहुत तेजी से बदलता है और बदलते समय के साथ साथ वैज्ञानिक व खोजकर्ता भी नई नई चीज़ों का आविष्कार करते रहते हैं। इसी में एक आधुनिक व विकसित हो रही खोज है पनडुब्बियां। आपने भी कई बार समाचार में इसका नाम सुन रखा होगा और आपने इसके बारे में अनुमान लगाया होगा कि यह समुंद्र से जुड़ा हुआ कोई जहाज या नाव होती है जिसका इस्तेमाल नौसेना में किया जाता (Pandubbi ke bare mein bataiye) है।

हालाँकि आप आंशिक तौर पर सही भी हैं लेकिन अभी भी आपको पनडुब्बियों के बारे में बहुत कुछ जानना बाकि है। यह एक समुंद्री जहाज या नाव की तुलना में बहुत अलग व अत्याधुनिक होती है। साथ ही इसे जिस काम के लिए नौसेना में या अन्य किसी कार्य में लिया जाता है, वह भी बहुत भिन्न होता है। ऐसे में आज के इस लेख में आपको पनडुब्बियों के बारे में ही जानकारी जानने को (Pandubbi ke bare mein batao) मिलेगी।

इस लेख को पढ़कर आप यह जान पाने में सक्षम होंगे कि आखिरकार यह पनडुब्बियां होती क्या हैं, इन्हें किस कार्य के लिए उपयोग में लाया जाता है, यह कब आविष्कार की गयी थी और आज के समय में इनका किन किन कार्यों के लिए उपयोग किया जा रहा है तथा पनडुब्बियों की कार्य प्रणाली कैसी होती है। आइये जाने पनडुब्बियों के बारे में शुरू से लेकर अंत तक संपूर्ण (Pandubbi kya hoti hai in Hindi) जानकारी।

पनडुब्बी क्या होती है? (Pandubbi kya hoti hai)

इस लेख के माध्यम से हम सबसे पहले आपको पनडुब्बी क्या होती है या पनडुब्बी की परिभाषा के बारे में बता देते हैं ताकि पनडुब्बी के बारे में आपके मन का भ्रम दूर किया जा सके। तो पनडुब्बी उस चीज़ को कहते हैं जो समुंद्र में पानी के ऊपर नहीं बल्कि उसके अंदर रहती है। तभी इसके नाम में डुब्बी शब्द जुड़ा हुआ है अर्थात समुंद्र के पानी में डूब जाने वाला। यह अन्य जहाजों या नावों की तुलना में समुंद्र के पानी में अंदर रहने के लिए ही डिजाईन की गयी होती (Pandubbi kya hota hai) है।

पनडुब्बी क्या होती है पनडुब्बी से जुड़ी हिंदी में सभी जानकारी Pandubbi kya hoti hai

अब चाहे आप बड़े से बड़ा जहाज ले लें या फिर युद्धपोत ले लें या कोई अन्य अत्याधुनिक जहाज इत्यादि। वह सब पानी के ऊपर ही रहते हैं और यदि वे पानी के अंदर जाते हैं तो इसका अर्थ हुआ कि वे डूब चुके हैं और उनका नाश हो चुका है। जबकि जो पनडुब्बी होती है वह पानी के अंदर व बाहर दोनों तरह से रह पाने में सक्षम होती है और इन्हें इसी तरह से ही डिजाईन किया गया होता है ताकि यह एक निश्चित अवधि के लिए पानी के अंदर रहकर अपना कार्य कर (Pandubbi kya hai) सके।

यह एक बेलनाकार वाली डिजाईन की होती है जो दिखने में किसी भी लम्बाई की हो सकती है क्योंकि यह उसके साइज़ पर निर्भर करता है। अब कोई पनडुब्बी 2 व्यक्तियों के अनुसार डिजाईन की गयी होती है तो कोई कोई पनडुब्बी कई लोगों के रहने के लिए तथा एक लम्बे अन्तराल के लिए समुंद्र में रहने के लिए डिजाईन की गयी होती है। आइये इस पनडुब्बी के बारे में अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी जुटा लेते (Pandubbi kya hai in Hindi) हैं।

पनडुब्बी को अंग्रेजी में क्या कहते हैं? (Pandubbi in English meaning)

अब यदि हम पनडुब्बी के अंग्रेजी नाम अर्थात इंग्लिश नाम की बात करें तो वह आपने अवश्य ही सुन रखा होगा क्योंकि समाचार में इसके अंग्रेजी नाम का भी प्रमुखता के साथ उपयोग किया जाता है। तो पनडुब्बी को अंग्रेजी भाषा में सबमरीन कहा जाता है। साथ ही इसमें जो सैनिक काम करते हैं उन्हें भी हम मरीन कमांडो कह सकते हैं जिन्हें समुंद्र की गहराइयों के बारे में अच्छे से समझ होती है और वे इसमें बेहतर तरीके से काम कर पाने में सक्षम होते हैं।

पनडुब्बी का डिजाईन कैसा होता है? (Pandubbi ka design in Hindi)

अब यदि हम किसी पनडुब्बी के डिजाईन की बात करें तो वह बहुत हद्द तक आपको इसका चित्र या फोटो देखकर समझ में आ ही गया होगा, फिर भी हम इसके बारे में कुछ विवरण आपको दे देते हैं ताकि आप इसे ऊपर नीचे, दाएं बाएं से अच्छी तरह से समझ सकें। तो इस विश्व में जो भी पनडुब्बी अभी तक बनायी गयी है उन सभी के आकार में एक तरह की समानता अवश्य होती है और वह है उस पनडुब्बी का बेलनाकार रूप में (Pandubi kaisi hoti hai) होना।

आप जिस भी पनडुब्बी की फोटो को देखेंगे वह चारों ओर से बेलनाकार रूप में होती है जो चारों ओर से बंद होती है। अब यदि यह कहीं से भी थोड़ी बहुत भी खुली होगी तो इसमें पानी घुस सकता है और अंदर सब कुछ नष्ट हो सकता है तथा जो भी व्यक्ति इसके अंदर है, उसकी पानी में डूब कर मृत्यु हो सकती है। इसलिए इसे बेलनाकार रूप दिया गया होता है जो चारों ओर से बंद हुई होती (Pandubbi kaise hota hai) है।

इसी के साथ ही इसका आगे का किनारा अर्ध गोलाकार रूप में होता है ताकि यह पानी को चीरती हुई आगे निकल सके और अपनी यात्रा को जारी रख सके। वहीं इसके पिछले किनारे पर पंखे लगे होते हैं जो पानी को धक्का देकर आगे बढ़ाने का काम करते हैं। doubt जिस प्रकार अंतरिक्ष में जहाज नीचे की ओर से आग निकलते हैं ताकि वह आकाश की यात्रा कर सके, ठीक पनडुब्बी में पीछे की ओर पंखें लगे होते हैं जो पानी को धकेल कर पनडुब्बी को आगे बढ़ाने का काम करते हैं। तो यही किसी पनडुब्बी का डिजाईन होता है।

पनडुब्बियां कैसे काम करती है? (Pandubbi kaise kaam karti hai)

अब बात करते हैं कि यह पनडुब्बियां काम कैसे करती होगी। तो किसी पनडुब्बी का डिजाईन कैसा होता है, यह तो आपने जान लिया है ताकि इसके अंदर पानी ना घुस सके और यह समुंद्र की यात्रा कर सके और आगे बढ़ती रहे या फिर एक जगह स्थिर हो सके। किन्तु इस पनडुब्बी में काम कैसे किया जाता है या यह किस तरह से स्वचालित होती है, यह जानना भी बहुत जरुरी होता (Pandubbi kaise kam karti hai) है।

तो होता क्या है कि हर पनडुब्बी का डिजाईन अलग अलग होता है जो उसकी कार्यप्रणाली पर निर्भर करता है। कोई पनडुब्बी समुंद्र में कुछ दिनों के रहने के उद्देश्य से ही बनायी गयी होती है तो कुछ कई महीनो तक समुंद्र में रहने के लिए डिजाईन की गयी होती है। वहीं कुछ पनडुब्बियां एक या दो व्यक्तियों के लिए ही बनायी गयी होती है जबकि कुछ पनडुब्बियों को इस तरह से डिजाईन किया गया होता है कि उसमे एक बारी में कई लोग यात्रा कर सकें।

तो अब इस पनडुब्बी में हर तरह की सुविधा होती है और इसमें उतने दिन की ऑक्सीजन पहले से ही उपलब्ध होती है जितने दिन के लिए इसे समुंद्र में रहना होता है। इसके साथ ही आज के समय में तो ऐसी पनडुब्बियां भी बना ली गयी है जो समुंद्र के पानी को ऑक्सीजन में बदल कर उसका उपयोग कर पाने में सक्षम होती है। तभी हमने पहले कहा कि समय बीतने के साथ साथ पनडुब्बियों के विकास में भी गति देखने को मिल रही है और यह पहले से बहुत ज्यादा आधुनिक बनती जा रही है।

तो इस पनडुब्बी को इस तरह से डिजाईन किया गया होता है कि यह समुंद्र के पानी के अंदर के अत्यधिक दबाव को सह सकती है लेकिन इसे एक निश्चित सीमा तक ही समुंद्र के भीतर जाना होता है अन्यथा इसके फटने या ख़राब हो जाने का खतरा बना रहता है। इसी के साथ ही जिस भी पनडुब्बी को जिस भी कार्य के लिए डिजाईन किया गया है, उसमे उस काम को करने के लिए सभी तरह के उपकरण तथा अन्य चीजें होती हैं। इसके बारे में आपको इसकी कार्यप्रणाली पढ़ कर आईडिया हो जाएगा।

पनडुब्बी का क्या इतिहास है? (Pandubbi history in Hindi)

अब यदि हम पनडुब्बियों के इतिहास को लेकर बात करें तो वह ज्यादा पुराना नहीं है क्योंकि जब दुनियाभर में नए नए हथियारों को लेकर युद्ध स्तर पर खोज व आविष्कार चल रहे थे, उसी दौरान ही इनका निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका था। हालाँकि विश्व की प्रथम पनडुब्बी को वर्ष 1602 में एक डच वैज्ञानिक के द्वारा बना लिया गया था और उसके बाद तो इसकी कार्यप्रणाली व उपयोगिता को देखते हुए विश्व के कई विकसित देशों ने इसके निर्माण में क्रांति ला दी।

इसके लिए सबसे पहले अमेरिका ने उत्साह दिखाया और उसने कई तरह की पनडुब्बियां निर्मित कर ली। हालाँकि युद्ध के लिए पनडुब्बियों का निर्माण 19 वीं सदी में शुरू हुआ था जब विश्व युद्ध का खाता मंडरा रहा था। ऐसे में बहुत से देशों को अपनी समुंद्री सीमाओं की रक्षा करने और शत्रु पर प्रहार करने के लिए पनडुब्बियों की आवश्यकता थी। इसी कारण इनके निर्माण कार्य में बहुत ज्यादा तेजी दिखायी गयी और इनका व्यापक उपयोग भी प्रथम विश्व युद्ध व द्वितीय विश्व युद्ध के समय किया गया।

ऐसे में पनडुब्बियों को मुख्य तौर पर 19 वीं सदी के उत्तरार्ध में ही निर्मित किया गया था और फिर इनका उपयोग बढ़ता ही चला गया। वैसे तो इसका शुरूआती उपयोग युद्ध करने तथा अपनी समुंदरी सीमाओं की रखा करने के लिए किया गया था लेकिन जब देशों ने समझा कि इनका उपयोग केवल हिंसक घटनाओं के लिए ही नहीं अपितु समुंद्र में अन्य सकारात्मक कार्य करने के लिए भी किया जा सकता है तब इसके कार्यों में बढ़ोत्तरी हो गयी और उन्हें उन कार्यों के लिए भी डिजाईन किया जाने लगा।

पनडुब्बियों में कैसे काम करते हैं?

अब यदि आप सोच रहे हैं कि जो व्यक्ति पनडुब्बी में रहकर समुंद्र के अंदर जाते हैं, उन्हें केवल उस पनडुब्बी में रह कर ही कार्य करना होता है तो आप गलत हैं। अब यदि उसे पनडुब्बी में रह कर ही कार्य करना है तो फिर पनडुब्बी को समुंद्र में भेजने की ही क्या आवश्यकता है। ऐसे में अवश्य ही उसे अधिकतर समय तक समुंद्र में रह कर कार्य करना होता है लेकिन उनके कार्यों में केवल यही नहीं होता है।

वैसे तो पनडुब्बी को मुख्य तौर पर समुन्द्र की सीमाओं की निगरानी के तौर पर लगाया होता है जिसके तहत उस पनडुब्बी में रह रहे सैनिकों को समुंद्र की सीमाओं में गुप्त रूप से निगरानी करनी होती है और यह देखना होता है कि कोई दूसरे देश का जहाज या ऐसी ही कोई चीज़ उनके देश की समुंद्री सीमा में अवैध रूप से तो नहीं आ रही है। फिर भी इन्हें समुंद्र के पानी में खोज करने के लिए भी डिजाईन किया गया होता है जिसके तहत इन्हें समुंद्र में किसी जगह पर जाकर खोज करनी होती है और नयी चीज़े ढूंढनी होती है।

इसी के साथ ही कई बार समुंद्र में कई तरह के काम होते हैं, ऐसे में वे समुंद्र के भीतर जाने वाला सूत साथ लेकर जाते हैं और पनडुब्बी से बाहर निकल कर अपना कार्य करते हैं और फिर अपनी पनडुब्बी के अंदर लौट आते हैं। ठीक उसी तरह जिस तरह अंतरिक्ष यात्री अपने विमान से कुछ समय के लिए बाहर निकल कर कार्य करते हैं और फिर वापस विमान में लौट जाते हैं। बस उसी तरह का काम इन पनडुब्बियों में भी होता है।

पनडुब्बी के क्या कार्य होते हैं? (Pandubbi ke karya in Hindi)

अब करते हैं मुख्य मुद्दे की बात जो है पनडुब्बी के कार्य की। जैसा कि हमने पहले ही बताया कि एक समय तक पनडुब्बियों का इस्तेमाल केवल युद्ध कार्यों या अपने देश की समुंद्री सीमाओं की रक्षा करने के उद्देश्य से ही किया जाता था लेकिन वर्तमान समय में इसके कार्य बहुत ज्यादा बढ़ चुके हैं। अब इसे केवल युद्ध या सीमाओं की रक्षा करने के उद्देश्य से ही नहीं अपितु पर्यटन, आविष्कार, समुंद्र में खोज इत्यादि कार्यों में भी उपयोग में लिया जाता है, तो चलिए इसे विस्तार से जान लेते हैं।

  • पनडुब्बी का सबसे ज्यादा उपयोग तो किसी भी देश की नौसेना के लिए होता है क्योंकि वह देश ना केवल युद्ध पोतों से बल्कि पनडुब्बियों के सहारे भी अपने देश की समुंद्री सीमाओं की रक्षा कर रहा होता है।
  • इसका इस्तेमाल युद्ध की स्थिति में शत्रु देश के जहाजों का नाश करने या उनकी भूमि पर आक्रमण करने के उद्देश्य से भी किया जाता है। आज के समय में कई तरह की ताकतवर पनडुब्बियां बनायी जा रही है जो युद्ध करने में सक्षम होती है।
  • इतना ही नहीं, आज के समय में तो ऐसी पनडुब्बियां विकसित कर ली गयी है जो दूसरे देश की भूमि या उसकी समुंद्री सीमाओं में परमाणु हमला तक करने में सक्षम होती है।
  • इसी तरह पनडुब्बियों का इस्तेमाल विमान वाहकों की सुरक्षा करने में भी किया जाता है ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में उन्हें सुरक्षा उपलब्ध करवाई जा सके।
  • पनडुब्बियों को मुख्य तौर पर नाकाबंदी में भी इस्तेमाल किया जाता है ताकि समुंद्र के रास्ते पर किसी अवैध गतिविधि पर नज़र रखी जा सके या उसे रोका जा सके।
  • इसके अलावा पनडुब्बियों का इस्तेमाल समुंद्री खोज व आविष्कार में भी किया जाता है। आज के समय में भी हम समुंद्र के केवल 5 प्रतिशत हिस्से तक ही पहुँच पाए हैं जबकि 95 प्रतिशत समुंद्र तक हमारी पहुँच नहीं बन पायी है। ऐसे में समुंद्र में मनुष्य सभ्यता के लिए बहुत कुछ छुपा हुआ है जिसकी खोज धीरे धीरे की जा रही है।
  • अब हम जो व्यापक स्तर पर इंटरनेट या ऐसी ही किसी चीज़ का इस्तेमाल करते हैं तो उसकी अथाह तारें समुंद्र में बीछी हुई होती है जिसके माध्यम से हम आधुनिक सुविधाओं का उपभोग कर पाते हैं। तो ऐसे में किसी तार या केबल में कुछ खराबी आ जाए तो वह भी पनडुब्बियों के सहारे ही ठीक करवायी जाती है।
  • इन पनडुब्बियों का इस्तेमाल किसी अनहोनी की स्थिति में बचाव अभियान कार्य में भी किया जाता है या किसी को राहत पहुंचानी हो तो भी इनका इस्तेमाल मुख्य तौर पर किया जाता है।
  • आज के समय में तो इस तरह की पनडुब्बियां भी डिजाईन की जा रही है जो पर्यटकों को समुंद्र के गहरे पानी में ले जाकर उसकी सैर करवा सके। आज के समय में लोग इसमें भी बहुत खर्चा कर रहे हैं ताकि वे समुंद्र के अंदर तक की दुनिया को अच्छे से देख सके।
  • इसी तरह आज के समय की आधुनिक दीप डाइविंग में भी पनडुब्बियों का इस्तेमाल मुख्य तौर पर किया जाता है क्योंकि यही उसमे सहायक सिद्ध होती है।

इसी तरह बढ़ते समय के साथ साथ पनडुब्बियों का इस्तेमाल नए क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है और यह बढ़ता ही जा रहा है। आने वाले समय में इनका निर्माण कार्य व उपयोग बहुत तेजी के साथ बढ़ने वाला है और लोग इनके सहारे भी एक देश से दूसरे देश की यात्रा बहुत ही आसानी से तथा तेज गति से कर पाने में सक्षम होंगे.

पनडुब्बी क्या होती है – Related FAQs 

प्रश्न: पनडुब्बी से आप क्या समझते हैं?

उत्तर: पनडुब्बी एक तरह से पानी में रहने वाला जहाज होता है जिसकी सहायता से देश की सीमाओं पर नजर रखी जाती है।

प्रश्न: पनडुब्बी कैसे काम करती है?

उत्तर: पनडुब्बी कैसे काम करती है यह जानकारी आपको ऊपर के लेख में पढ़ कर मिल जायेगी।

प्रश्न: भारत के पास पनडुब्बी कितनी है?

उत्तर: भारत के पास इस समय 16 पनडुब्बियां हैं।

प्रश्न: सबसे ज्यादा पनडुब्बी वाला देश कौन सा है?

उत्तर: सबसे ज्यादा पनडुब्बी वाला देश चीन है।

तो इस तरह से इस लेख में आपने जाना कि पनडुब्बी क्या होती है पनडुब्बी का डिजाइन कैसा होता है पनडुब्बी कैसे काम करती है और पनडुब्बी का इतिहास क्या रहा है। साथ ही हमने आपको इस लेख में यह भी बताया कि पनडुब्बी के क्या कुछ कार्य होते हैं। आशा है कि जो जानकारी लेने आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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