कोरोना की वजह से टोक्यो में एक साल की देरी से हुए 2020 के ओलंपिक खेलों का समापन हो चुका है। अब अगले ओलंपिक खेल फ्रांस देश के पेरिस शहर में होने जा रहे हैं। यह खेल 2024 में होंगे। वहां इसकी तैयारी भी शुरू हो चुकी है। आज इस पोस्ट में हम आपको पेरिस ओलंपिक (paris Olympics)-2024 से जुड़ी सारी जानकारी देंगे। आइए, शुरू करते हैं-
पेरिस ओलंपिक 2024 कब से कब तक
पेरिस ओलंपिक-2024 26 जुलाई, 2024 से लेकर 11 अगस्त, 2024 तक होंगे। इन्हें ग्रीष्मकालीन ओलंपिक भी पुकारा जाता है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति यानी international Olympics committee (IOC) की ओर से 2017 में 2024 के खेल पेरिस में आयोजित किए जाने का तय किया गया था।
आपको बता दें कि ओलंपिक खेल हर चार साल में आयोजित होने वाला दुनिया का सबसे बड़ा मल्टी-स्पोर्ट्स इवेंट है। असाधारण परिस्थितियों में स्थिति बदल सकती है, जैसे कि कोरोना के मद्देनजर पैदा हुए असाधारण हालात के चलते 2020 ओलंपिक खेलों को 2024 में आयोजित किया गया। हालांकि इन्हें नाम टोक्यो ओलंपिक-2020 ही दिया गया। उम्मीद है कि पेरिस ओलंपिक-2024 तक कोरोना की वजह से पैदा हुए वर्तमान हालात काफी कुछ बदल चुके होंगे।
पेरिस ओलंपिक-2024 में 32 खेलों के 306 इवेंट्स होंगे
पेरिस ओलंपिक – 2024 में कुल 32 खेलों के 306 इवेंट्स होंगे। इनमें 235 देशों के साढ़े 10 हजार से अधिक एथलीट शिरकत करेंगे। यहां होने वाले 32 खेलों में एक्वेटिक्स (डाइविंग, मैराथन स्विमिंग, आर्टिस्टिक स्विमिंग, स्विमिंग, वाटर पोलो), तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल (3×3), ब्रेकिंग, बॉक्सिंग, केनोई, साइकिलिंग (रोड साइकलिंग, साइकिलिंग ट्रैक, माउंटेन बाइकिंग, बीएमएक्स फ्रीस्टाइल, बीएमएक्स रेसिंग) आदि।
साथ ही घुड़सवारी, फेंसिंग, फुटबॉल, गोल्फ, जिम्नास्टिक्स (आर्टिस्टिक जिम्नास्टिक्स, रिदमिक जिम्नास्टिक्स, ट्रैम्पोलिन), हैंडबॉल, हॉकी, जूडो, मॉडर्न पेंटाथलॉन, रोइंग, रग्बी सेवंस, सेलिंग, शूटिंग, स्केटबोर्डिंग, स्पोर्ट्स क्लाइबिंग, सर्फिंग, टेबल टेनिस, ताइक्वांडो, टेनिस, ट्रायथलॉन, वॉलीबाल (बीच वॉलीबाल भी), वेटलिफ्टिंग और कुश्ती शामिल हैं।
पेरिस को सौ साल बाद ओलंपिक की मेजबानी का मौका
दोस्तों, यह बात शायद आपको ना पता हो कि पेरिस को सौ साल बाद ओलंपिक की मेजबानी का मौका मिल रहा है। उसने इससे पहले 1924 में ओलंपिक की मेजबानी की थी। इसके अलावा पेरिस तीसरी बार ओलंपिक का जिम्मा संभालने वाला दूसरा शहर भी है। उसने पहली बार 1900 में ओलंपिक की मेजबानी की थी। इसके बाद 1924 में की और अब तीसरी बार 2024 में उसके हाथ यह मौका आया है। आपको बता दें कि इससे पहले लंदन को यह श्रेय मिल चुका है। लंदन ने सन् 1908, 1948 और 2012 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी की है।
ब्यूनस आयर्स पेरिस ओलंपिक में डेब्यू करेगा
मित्रों, आपको बता दें कि आज से तीन साल पहले 2018 में यूथ ओलंपिक खेलों में कामयाब प्रदर्शन के बाद ब्यूनस आयर्स ने भी पेरिस ओलंपिक का टिकट कटा लिया। अब यह पेरिस ओलंपिक में डेब्यू करने के लिए तैयार है। नए देशों के साथ ही पुराने खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर सबकी नजर रहेगी। इस संबंध में भारत की गोल्फ स्टार अदिति अशोक का नाम लिया जा सकता है।
वे ओलंपिक कांस्य पदक से महज एक शाट की दूरी से चूक गईं। आने वाले ओलंपिक में वह इस स्थिति को बदलना चाहेंगी। इसके अलावा भारतीय महिला हाकी टीम चौथे स्थान पर रही। वह भी कम से कम कांस्य पदक के बारे में जरूर सोच रही होगी।
कुछ खेलों को पेरिस ओलंपिक-2024 से हटाया भी जा सकता है
दोस्तों, आपको बता दें कि इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (IOC) को किसी खेल को ओलंपिक प्रोग्राम से हटाने के लिए भी संपूर्ण अधिकार दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि जिन खेलों में नियमों का ज्यादा उल्लंघन होगा, उन्हें पेरिस ओलंपिक-2024 से हटाया जा सकता है।
वेटलिफ्टिंग और बॉक्सिंग के उच्चाधिकारियों के साथ विवादों को देखते हुए माना जा रहा है इन खेलों को हटाया जा सकता है। मित्रों, आपको जानकारी दे दें कि यदि कोई खेल आईओसी (IOC) के कार्यकारी बोर्ड के फैसलों को नहीं मानता या ऐसे काम करता है जिससे उसकी इमेज खराब होती हो तो आईओसी उसे ओलंपिक कार्यक्रम (Olympics Programme) से हटा सकती है। वेट लिफ्टिंग और बाक्सिंग डोपिंग से जुड़े मामलों और संचालन संबंधी विवादों में घिरे रहे हैं।
आज से चार साल पहले 2017 में पेरिस की मेजबानी पर मुहर लगी
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के आज से करीब चार साल पहले सितंबर, 2017 में हुए 131वें सेशन में पेरिस को मेजबानी दिए जाने की घोषणा की गई। दोस्तों, आपको बता दें कि इन खेलों की बिडिंग प्रोसेस (bidding process) आज से छह साल पहले सन् 2015 में शुरू हो गई थी। इन खेलों के आयोजन के लिए पांच शहरों ने अपने दावेदारी पेश की थी।
इनमें जर्मनी का हैम्बर्ग, इटली का रोम, बुडापेस्ट, यूएसए का लॉस एंजिलिस और फ्रांस का पेरिस के नाम शामिल थे। बाद में हैम्बर्ग, रोम और बुडापेस्ट ने अपने नाम वापस ले लिए थे। लॉस और पेरिस इस इस दौड़ में बने हुए थे। इस तरह पेरिस को 2024 और लॉस एंजिलिस को 2028 के ओलंपिक खेलों की मेजबानी सौंपी गई।
ओलंपिक के इतिहास में भारत का अब का बेहतरीन प्रदर्शन
ओलंपिक के इतिहास में भारत ने टोक्यो ओलंपिक में अपना अब तक का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन टोक्यो में किया है। भारत के जियालों ने कुल सात पदक अपने नाम किए हैं। सबसे पहले देश को 121 साल में पहली बार एथलेटिक्स का गोल्ड मेडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा की। वह ऐसे खिलाड़ी भी रहे हैं, जिन्होंने 2008 में अभिनव बिंद्रा के बाद पहला व्यक्तिगत गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। उन्हें यह मेडल भाला फेंक यानी जैवलिन थ्रो (javellin throw) में मिला।
इसके अलावा भारत को चार कांस्य पदक मिले। एक कांस्य भारत की हाकी टीम ने जर्मनी को हराकर जीता। बाक्सिंग में भारत की लवलीना बोरगेहन ने कांस्य हासिल किया। भारत की बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु को इस बार कांस्य से ही संतोष करना पड़ा। आपको बता दें कि इस पदक के साथ वे बैडमिंटन में लगातार दो ओलंपिक पदक पाने वाली देश की पहली खिलाड़ी बन गई। रेसलिंग में बजरंग पूनिया ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता।
पहली बार 1896 में हुए आधुनिक ओलंपिक खेल
सबसे पहले ग्रीस में ओलंपिक खेल हुए थे। उन्हीं से प्रेरित होकर बदलावों के साथ पहला आधुनिक ओलंपिक खेल करीब सवा सौ साल पहले सन् 1896 में एथेंस में आयोजित किए गए थे। इसका श्रेय आधुनिक ओलंपिक आंदोलन के जनक पियरे डी कौबर्टिन को जाता है। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ओलंपिक खेलों का आयोजन करती है। समिति का मुख्यालय (headquarter) स्विट्जरलैंड के लुसाने में है। इस वक्त इसके अध्यक्ष थॉमस बाक हैं।
ओलंपिक ध्वज टोक्यो से पेरिस पहुंचा
मित्रों, 8 अगस्त, 2021 को टोक्यो 2020 ओलंपिक खेलों का समापन समारोह आयोजित किया गया। इसके साथ ही टोक्यो में ओलंपिक खेलों का समापन हो गया। इसी समारोह के दौरान टोक्यो के गवर्नर यूरिको कोइके ने पेरिस की मेयर एन हिडाल्गो को ओलंपिक ध्वज सौंपा। अब यह ध्वज पेरिस पहुंच चुका है। टोक्यो ओलंपिक में पदक है चूके हर खिलाड़ी का सपना अब पेरिस में होने वाले 2024 के ओलंपिक खेलों में पदक जीतना है, वहीं जिन खिलाड़ियों ने रजत और कांस्य पदक जीते हैं वे भी अपने पदक का रंग बदलने को आतुर हैं।
XXXIII ओलंपियाड में गोल्ड जीतने का ख्वाब संजो रहे हैं। उधर, पेरिस में खेलों के आयोजन में करीब 3 साल का समय बचा है पेरिस में ओलंपिक की तैयारियां जोर पकड़ने लगी हैं। पेरिस को ओपन एयर स्पोर्ट सिटी की तरह तैयार किया जा रहा है। फ्रांस की सरकार चाहती है कि ओलंपिक के आयोजन में किसी तरह की कोई कमी ना रह जाए। इसलिए अफसरों की टीम को मुस्तैद कर दिया गया है।
ओलंपिक के 2028 लास एंजिल्स एडिशन में क्रिकेट को भी शामिल करने की कवायद
पेरिस के बाद 2028 में होने वाले लास एंजिल्स ओलंपिक में क्रिकेट को भी शामिल करने की कवायद शुरू हो गई है। यह कोशिश अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद यानी इंटरनेशनल क्रिकेट कौंसिल (international cricket council) यानी आईसीसी (ICC) की ओर से की जा रही है। उसने एक ओलंपिक वर्क फोर्स भी गठित किया है, जो कि 2028 में क्रिकेट ओलंपिक खेलों में शामिल किए जाने की दिशा में काम करेगा। खुद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी board for control of cricket in india (BCCI) भी, जो कि पहले इस कवायद को लेकर उत्साहित नहीं था, अब उसने भी आईसीसी को भरोसा दिलाया है कि यदि क्रिकेट ओलंपिक में शामिल होता है तो भारत उसमें जरूर शिरकत करेगा।
बीसीसीआई की ओर से यह आश्वासन उसके महासचिव जय शाह ने दिया है। आपको बता दें कि पहली बार 1900 में ओलंपिक खेलों के दौरान क्रिकेट को शामिल किया गया था। लेकिन उस वक्त केवल दो ही टीमों इंग्लैंड और फ्रांस ने उसमें लिया था। फ्रांस को हराकर इंग्लैंड चैंपियन बना था। लगे हाथ आपको यह जानकारी भी दे दें कि उन ओलंपिक खेलों के साथ ही ओलंपिक इतिहास में पहली बार महिला प्रतियोगियों के शिरकत करने के साथ-साथ बैलूनिंग, अंडरवॉटर स्विमिंग जैसे खेल भी हुए थे।
ओलंपिक में यह नए खेल शामिल किए गए हैं
ब्रेकिंग यानी ब्रेकडांसिंग, सर्फिंग, स्केटबोर्डिंग और स्पोर्ट्स क्लाइम्बिंग ओलंपिक में नए खेल शामिल किए गए हैं। इसका उद्देश्य ओलंपिक की ओर अधिक से अधिक युवाओं को आकृष्ट करना है। ब्रेकिंग में खिलाड़ियों को उनके तकनीकी कौशल, रचनात्मकता, शैली, गति, ताकत, लय आदि के आधार पर आंका जाता है। ओलंपिक सर्फिंग प्रतियोगिता फ्रांस के सबसे बड़े द्वीप ताहिती में होगी।
ओलंपिक के जरिए फ्रांस की नजर खेल प्रेमी पर्यटकों का महाकुंभ जुटाने पर
आपको बता दें कि पेरिस ओलंपिक 2024 के जरिए फ्रांस की सरकार पर्यटकों और सैलानियों का महाकुंभ जुटाने का हसीन ख्वाब भी देख रही है। कोरोना की वजह से दुनिया भर के देशों को पर्यटन कै नजरिए से जबरदस्त धक्का पहुंचा है। ऐसे में यदि कोरोना को देखते हुए हालात ठीक रहते हैं तो पेरिस में निश्चित रूप से खेल प्रेमी सैलानियों का जबरदस्त जुटान संभावित है। दोस्तों, आपको यह तो पता ही होगा कि पेरिस में शानदार एफिल टावर जैसे अनेकों दर्शनीय स्थल हैं।
फ्रांस इन्हें भुनाना चाहता है। ओलंपिक देखने के लिए दुनिया भर से लोग पहुंचते हैं। टोक्यो ओलंपिक 2020 में कोरोना की वजह से दर्शकों के शिरकत करने पर रोक थी। लेकिन यदि 2024 तक हालात सही रहते हैं तो ऐसे में फ्रांस ओलंपिक खेलों और पर्यटन के जरिए जबरदस्त कमाई की सोच सकता है।
साथियों, यह थी पेरिस ओलंपिक-2024 के बारे में पूरी जानकारी। उम्मीद है कि यह पोस्ट आपके लिए उपयोगी साबित होगी। यदि आप इसी प्रकार के किसी अन्य रोचक विषय पर हमसे जानकारी चाहते हैं तो हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट कर सकते हैं। आपकी प्रतिक्रियाओं और सुझावों का हमें हमेशा की तरह इंतजार है। ।।धन्यवाद।।