Pathology lab kaise khole: जब भी हम कभी बीमार होते हैं तो डॉक्टर के पास दिखाने जाते हैं। अब डॉक्टर भी हम को दवाई लिखने से पहले कुछ टेस्ट करवाने की सलाह देता है। इसके लिए हमें लेबोरेटरी में जाकर डॉक्टर के बताए गए टेस्ट करवाने की जरूरत पड़ती है। इतना ही नहीं कभी कभार हम या आप स्वयं से अपने स्वास्थ्य की जांच करवाने के लिए अपने घर के पास की पैथोलॉजी लैब में जाकर के अपना परिक्षण करवाते हैं।
जिन लोगों को किसी तरह की गंभीर बीमारी है वह भी समय-समय पर लेबोरेटरी में जाकर उसका परिक्षण करवाते रहते हैं। आज के समय में मेडिकल से जुड़ा कोई भी काम बहुत ज्यादा तरक्की कर रहा है चाहे वह अस्पताल खोलना हो या मेडिकल स्टोर खोलना या फिर खुद की एक पैथोलॉजी लैब खोलना। इसी कारण बहुत से लोग इसमें इन्वेस्ट कर रहे हैं और अपना खुद का बिजनेस सेटअप कर रहे हैं। इसी में एक बिजनेस है पैथोलॉजी लैब का जिसमें तरह-तरह के टेस्ट अर्थात मेडिकल जांच की जाती (Pathology lab kaise khole in Hindi) है।
यदि आप भी अपनी पैथोलॉजी लैब खोलने का विचार कर रहे हैं, तो भारत देश में पैथोलॉजी लैब खोलने के क्या कुछ नियम हैं और उसके लिए आपको अभी से ही क्या तैयारी करनी होगी, इसके बारे में आज हम आपको इस लेख में विस्तार से बताने वाले हैं। इस लेख को पढ़कर आपको अपनी स्वयं की पैथोलॉजी लैब का बिजनेस सेटअप करने में कोई भी परेशानी नहीं होगी और आप जल्दी इसमें सफल (How to start pathology lab in Hindi) होंगे।
भारत में पैथोलॉजी लैब कैसे खोलें? (Pathology lab kaise khole)
क्या आपको पता है कि आज के समय में भारत देश में एक अनुमान के अनुसार एक लाख से भी ज्यादा पैथोलॉजी लैब काम कर रही है। इसमें अधिकतर लैब तो लोगों की व्यक्तिगत लैब है लेकिन कुछ फ्रेंचाइजी आधारित लैब भी काम कर रही है जैसे कि लाल पैथ, SRL, मेट्रोपोलिस इत्यादि। अब यह जरूरी नहीं है कि आपको किसी बड़े ब्रांड के अंतर्गत उनकी फ्रेंचाइजी लेकर अपने यहां पैथोलॉजी लैब स्थापित करने की जरूरत है लेकिन बहुत से लोग फ्रेंचाइजी के तहत भी पैथोलॉजी लैब खोल रहे (How to open pathology lab in Hindi) हैं।
इससे उनका बिजनेस तेजी से आगे बढ़ता है क्योंकि उनको ब्रांड नाम का फायदा मिल जाता है। फिर भी यदि आप ब्रांड को भारी भरकम फीस चुकाने की बजाय अपनी स्वयं की पैथोलॉजी लैब खोलना चाहते हैं तो इसके लिए आपको शुरुआती तौर पर कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता (How to open a pathology lab in India in Hindi) होगी। आज हम आपको चरण दर चरण अपनी खुद की पैथोलॉजी लैब खोलने के ऊपर शुरू से लेकर अंत तक हर एक जानकारी देने जा रहे हैं। आइए जाने पैथोलॉजी लैब कैसे खोली जा सकती है।
पैथोलॉजी में डिग्री लें
यदि आपको भारत देश में अपनी खुद की पैथोलॉजी लैब खोलनी है तो इसके लिए जो चीज सबसे ज्यादा जरूरी है वह यह है कि आपको पैथोलॉजी में पढ़ाई करनी होगी और उसमें डिग्री लेनी होगी। यह बात आप पहले ही जान लें कि यदि आप मेडिकल लाइन में कोई भी काम करने जा रहे हैं तो आपको स्वयं को भी मेडिकल के क्षेत्र में विशेषज्ञ हासिल करनी होगी। यदि आपके पास अपने मेडिकल बिजनेस से संबंधित डिग्री या लाइसेंस नहीं है तो आप उसमें काम नहीं कर (Pathology lab kholne ke liye kaun sa course kare) पाएंगे।
हालांकि यदि आप अपने यहां पर स्टाफ के रूप में किसी ऐसे व्यक्ति को परमानेंट रूप से हायर करते हैं और उसे अपने बिजनेस की कमान सौंपते हैं जिसकी मेडिकल में डिग्री है तो भी आप अपना यह बिजनेस कर सकते हैं। कहने का तात्पर्य यह हुआ कि मेडिकल का बिजनेस करने के लिए उसके मालिक या उसके परमानेंट किसी एक स्टाफ के पास मेडिकल की डिग्री होना आवश्यक है।
मेडिकल लाइसेंस लें
अब जब आपने पैथोलॉजी या मेडिकल में डिग्री ले ली है तो भी यह मेडिकल का बिजनेस करने या अपनी खुद की पैथोलॉजी लैब खोलने के लिए निर्णायक नहीं होता है। मेडिकल का काम करने के लिए आपको भारत के मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से लाइसेंस भी प्राप्त करना होता है। एक डॉक्टर भी एमबीबीएस या उससे उच्च डिग्री लेकर लोगों का इलाज करना नहीं शुरू कर सकता है। इसके लिए उसे भी अंत में मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से लाइसेंस प्राप्त करना होता है और उसके बाद ही वह सुचारू रूप से लोगों का इलाज करना शुरू कर सकता (Khud ka lab kaise chalu kare) है।
यही बात पैथोलॉजी लैब पर भी लागू होती है। कोई भी व्यक्ति पैथोलॉजी की डिग्री लेकर के अपनी खुद की पैथोलॉजी लैब नहीं खोल सकता है। इसके लिए उसे भारत के स्वास्थ्य विभाग में मेडिकल काउंसिल से लाइसेंस लेने के लिए आवेदन करना होगा। जब उसे यह लाइसेंस मिल जाएगा उसके बाद वह पैथोलॉजी की लैब खोल सकता है।
वित्तीय प्रबंध करें
पैथोलॉजी लैब खोलने के लिए आपको बहुत सारे पैसों का भी प्रबंध करना होगा वह इसलिए क्योंकि इसमें कई तरह की टेस्टिंग करनी होती है और उन टेस्ट को करने के लिए अलग-अलग तरह की मशीन की जरूरत होती है जो बहुत ही महंगी होती (How to start pathology lab business in Hindi) है।
इसी के साथ ही आपको अपने यहां पर योग्य स्टाफ को नियुक्त करना होगा जिन्होंने मेडिकल में अलग-अलग तरह की डिग्री ली होगी और साथ ही एक से दो डॉक्टर को भी भर्ती करना होगा जो टेस्ट करवाने आए मरीजों की रिपोर्ट को अच्छे से जांच कर उन्हें देंगे। उनकी फीस भी बहुत भारी भरकम होती है जो आपको देनी होगी। सामान्य तौर पर पैथोलॉजी लैब खोलने के लिए 30 से 40 लाख रुपए की आवश्यकता होती है अब यह आप पर निर्भर करता है आप कितने बड़े स्तर पर अपनी पैथोलॉजी लैब का बिजनेस शुरू करने जा रहे हैं।
आप अपने शहर या तहसील में जहां पर भी पैथोलॉजी लैब खोलना चाहते हैं वह जगह भी सही होनी चाहिए। ऐसा नहीं है कि आप किसी भी जगह पर पैथोलॉजी लैब को खोल लेंगे और वह चल पायेगी। आम तौर पर इसकी लोकेशन अस्पतालों के पास हो तो यह ज्यादा अच्छे से ग्रो करती है। सीधे तौर पर अपना टेस्ट करवाने आने वाले लोग बहुत कम होते (Pathology lab kaise shuru kare) हैं।
पैथोलॉजी लैब में जाकर ऐसे लोग अपना परीक्षण करवाने आएंगे जिनको उनके डॉक्टर ने स्पेसिफिक टेस्ट करवाने को लिखा होगा। ऐसे में आप भी अपने शहर में देखेंगे कि ज्यादातर पैथोलॉजी लैब वहां पर खुली होती है जहां पर अस्पतालों की संख्या ज्यादा होती है। इसलिए आपको भी इस बात का ध्यान रखने की आवश्यकता है कि आप अपने शहर में कहां और कितनी जगह पर पैथोलॉजी लैब खोलने जा रहे हैं।
लैब का एक नाम रखें
आपके शहर में जितनी भी पैथोलॉजी लैब खुली होगी उनका कोई ना कोई नाम अवश्य होगा। अब जिन लोगों ने किसी बड़े ब्रांड की फ्रेंचाइजी लेकर पैथोलॉजी लैब खोली हुई है तो उनका नाम तो अवश्य ही उस ब्रांड के नाम पर होगा लेकिन जो पैथोलॉजी लैब किसी व्यक्ति ने अपने स्तर पर खोली है तो उसे एक यूनिक नाम देना जरूरी हो जाता (Pathology lab business in Hindi) है।
ऐसे में आप अपने शहर में जहां पर भी पैथोलॉजी लैब खोलने जा रहे हैं तो उसके लिए सबसे पहले एक नाम अवश्य सोच लें। नाम रखने से पहले इस बात का जरूर ध्यान रखें कि यही नाम आगे चलकर आपके बिजनेस अर्थात पैथोलॉजी लैब की एक पहचान बनेगा। इसलिए इसको रखने से पहले एक बार अपने लोगों से मंथन अवश्य कर लें।
जगह व लैब का पंजीकरण करवाएं
अब जब आपने अपनी पैथोलॉजी लैब के लिए एक नाम सोच लिया है तो समय है उसका पंजीकरण करवाए जाने का। यदि आप अपने बिजनेस का पंजीकरण करवाए बिना ही इसकी शुरुआत कर देते हैं तो बाद में चलकर आपके ऊपर कानूनी कार्यवाही हो सकती है। इतना ही नहीं आपके बिजनेस के प्रसिद्ध हो जाने पर कोई और व्यक्ति इस नाम से अपना पंजीकरण करवा सकता है, उसके बाद आप स्वयं ही अपने बिजनेस के नाम का इस्तेमाल नहीं कर (Pathology lab business plan in Hindi) पाएंगे।
इसलिए आप अपनी पैथोलॉजी लैब को जहां भी खोलने जा रहे हैं उसकी जगह का भी पंजीकरण करवाएं और साथ ही लैब के नाम का भी पंजीकरण करवा लें। इसके लिए आपको अपने यहां की नगर परिषद व अन्य स्थानीय विभागों में एप्लीकेशन देनी होगी। पंजीकरण होने में 1 से 2 महीने का समय लग सकता है तब तक आप प्रतीक्षा करें।
योग्य स्टाफ को रखें
पैथोलॉजी लैब को खोलने और वहां पर काम करने के लिए आपको अपने यहां पर एक योग्य स्टाफ की भर्ती करनी होगी। इसके लिए आपको तरह-तरह की मेडिकल डिग्री लिए हुए लोगों को रखना होगा जो लोगों का तरह-तरह का टेस्ट करने में माहिर होते हैं। सामान्य तौर पर इसके लिए आपको पैथोलॉजिस्ट, माइक्रोबायोलॉजिस्ट, बायोकेमिस्ट्स, लैब टेक्नीशियन, एक्स रे टेक्निशियन इत्यादि लोगों को अपने यहां पर काम पर रखना (Pathology lab business ideas in Hindi) होगा।
यही लोग लोगों का टेस्ट लेने और उनका परीक्षण करने का काम करते हैं। इसी के साथ ही आपको एक योग्य डॉक्टर को भी रखना होगा जो इन सभी को निर्देशित करेगा, उसी के द्वारा ही अंतिम रिपोर्ट को देखा जाएगा और उस पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। किसी भी पैथोलॉजी लैब में डॉक्टर का ही अंतिम निर्णय मान्य होता है।
सभी आवश्यक मशीन लें
पैथोलॉजी लैब में टेस्ट करने के लिए आपने योग्य स्टाफ को तो रख लिया है लेकिन टेस्ट कैसे होगा वह भी तो सोचिए। इसके लिए आपको तरह-तरह की मशीन व उपकरणों को खरीदना होगा। अब यह तो हमने आपको ऊपर ही बता दिया था कि आपको अपना वित्तीय प्रबंध पहले ही करके रखना (Pathology lab shuru karne ka tarika) होगा।
पैथोलॉजी लैब को खोलना कोई सरल काम नहीं होता है और इसके लिए लाखों में खर्च करना पड़ता है। वह इसलिए क्योंकि तरह-तरह का टेस्ट करने के लिए तरह-तरह की मशीन व उपकरणों की जरूरत होती है जो बहुत ही महंगी होती है। ऐसे में आप पहले से ही यह देख लें कि पैथोलॉजी लैब खोलने के लिए किस-किस तरह के उपकरण की आवश्यकता है, आप उन्हें कहां से खरीद सकते हैं और उसमें कुल कितना खर्चा आ जाएगा।
स्टाफ को ट्रेनिंग दें
स्टाफ को रखने से ही काम नहीं चलता है यदि आप चाहते हैं कि आपका पैथोलॉजी लैब का बिजनेस अच्छे से चले तो आपको अपने स्टाफ को सही से ट्रेनिंग देने की भी जरूरत होगी। तभी हमने आपको कहा कि आपको पैथोलॉजी लैब का बिजनेस करने के लिए पहले स्वयं उसमें डिग्री ले लेनी चाहिए। इससे आपको पैथोलॉजी बिजनेस के बारे में थोड़ा बहुत आइडिया होगा और आपका स्टाफ किस तरह से काम कर रहा है और उन्हें क्या करना चाहिए इसके बारे में पता (Pathology lab shuru karne ke liye kya kare) होगा।
साथ ही आपको अपने ब्रांड के नाम को मजबूत करने के लिए स्टाफ को प्रॉपर ट्रेनिंग देने की आवश्यकता होगी। यदि स्टाफ आपके आने वाले मरीजों के साथ सही से व्यवहार नहीं करेगा और उनका टेस्ट लेते समय कुछ गलती करेगा तो इससे आपके लैब की छवि आपके शहर में खराब बनेगी। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि आप अपने स्टाफ को प्रॉपर ट्रेनिंग दें।
सभी टेस्ट की फीस निर्धारित करें
जब भी आप किसी पैथोलॉजी लैब में अपना टेस्ट करवाने जाते हैं तो वहां पर सभी तरह के टेस्ट का नाम लिखा होता है और साथ ही उसके लिए कितनी फीस लगती है यह भी बताया गया होता है। आमतौर पर ग्राहक के द्वारा उसकी फीस को देखकर ही वहां पर अपना टेस्ट करवाया जाता है। ऐसे में आपको भी जितने भी तरह के टेस्ट होते हैं उन सभी के नाम और उनकी कितनी फीस ली जाएगी यह पहले ही निर्धारित करना होगा।
इतना ही नहीं आपको अलग-अलग टेस्ट के नाम और फीस के साथ-साथ ग्रुप टेस्ट और कंप्लीट बॉडी टेस्ट का भी एक मॉडल तैयार करना होगा। बहुत से लोग अलग-अलग टेस्ट करवाने की बजाय एक साथ कई टेस्ट करवाना भी पसंद करते हैं और यह आज के समय में बहुत प्रचलन में भी है। इसलिए आपको इसको भी ध्यान में रखकर चलना होगा। इसी के साथ ही आप यह भी ध्यान रखें कि आपके यहां होने वाले टेस्ट की फीस आपके शहर में अन्य प्रतिस्पर्धी बायोलॉजी लैब की फीस की तुलना में ना तो ज्यादा हो और ना ही ज्यादा कम।
अस्पतालों से संपर्क बनाएं
पैथोलॉजी लैब का बिजनेस शुरू करने के साथ ही आपको यह भी ध्यान में रखने की आवश्यकता है कि आपका संपर्क अपने आगे अस्पतालों से बने रहना चाहिए। आपने अक्सर देखा होगा कि जब भी आप किसी डॉक्टर के पास जाते हैं और जब भी वह आपको टेस्ट लिखता है तो किसी स्पेसिफिक लैब से ही टेस्ट करवाने को कहता है। ऐसा वह डॉक्टर इसलिए कहता है क्योंकि उसको उस लैब से कमीशन मिल रहा होता है।
इसमें डॉक्टर और उस पैथोलॉजी लैब दोनों का ही फायदा होता है और मरीज को भी कोई नुकसान नहीं होता है। ऐसे में आप अपने यहां के अस्पतालों और डॉक्टर से संपर्क करें और उन्हें अपनी पैथोलॉजी लैब रिकमेंड करने को कहें, इसके लिए आप उन्हें कमीशन के तौर पर कुछ फीस दे सकते हैं। इससे आपकी पैथोलॉजी लैब भी आगे बढ़ेगी और आपका बिजनेस जल्दी उन्नति करेगा।
लोगों के बीच अपनी पहुँच बनाएं
केवल डॉक्टर से संपर्क करना ही काफी नहीं होता है, इसके लिए आपको लोगों के बीच भी अपनी पहुंच बनानी होगी। अब जो ब्रांड वाली फ्रेंचाइजी की पैथोलॉजी लैब खोल रहे हैं, उन्हें तो कोई ज्यादा दिक्कत नहीं होती है लेकिन यदि आप अपनी खुद की पैथोलॉजी लैब खोल रहे हैं तो इसके लिए लोगों के बीच जागरूकता फैलाना और अपनी लैब की खूबियां बताना बहुत जरूरी हो जाता है।
इसके लिए आप समय-समय पर लोगों को तरह-तरह के डिस्काउंट देते रहें, ऐसे में लोग आपकी लैब की ओर आकर्षित होंगे। साथ ही सोशल मीडिया तथा अन्य ऑनलाइन डिजिटल उपकरणों को भी अपनी पैथोलॉजी लैब का प्रचार प्रसार करने के लिए इस्तेमाल में लें। इससे आपकी पैथोलॉजी लैब की पहुंच अन्य लोगों में बनेगी और वह आपके यहां पर भी टेस्ट करवाने आएंगे।
अन्य लैब से भी संपर्क साधें
यह जरूरी नहीं होता है कि आप आत्मनिर्भर होकर ही सब काम करें। कई मामलों में आपको दूसरी पैथोलॉजी लैब की भी जरूरत पड़ सकती है तो वहीं दूसरी पैथोलॉजी लैब को भी आपके सहयोग की जरूरत पड़ सकती है। मान लीजिए कि आपके पास एक दिन में बहुत सारे परीक्षण आ गए और आपको उन्हें निर्धारित समय सीमा के भीतर देना है, ऐसे में आप अन्य पैथोलॉजी लैब को कुछ कमीशन देकर उन्हें वह टेस्ट करने को कह सकते हैं। ठीक इसी तरह यदि वह ऐसा सामना करते हैं तो वह भी आपको परीक्षण करने को कह सकते हैं।
दूसरा फायदा यह होगा कि यह जरूरी नहीं होता है कि एक ही लैब में सभी तरह के टेस्ट होते हो, ऐसे में आप सैंपल ले सकते हैं और उन्हें दूसरी लैब में परीक्षण के लिए भेज सकते हैं। ठीक इसी तरह दूसरी लैब में यदि किसी टेस्ट का परीक्षण करने की सुविधा नहीं है या मशीन काम नहीं कर रही है तो वह आपकी लैब में टेस्ट करने को बोल सकती है। परस्पर सहयोग से ही आगे बढ़ा जा सकता है और इसमें किसी तरह की कोई भी बुराई नहीं है।
भारत में पैथोलॉजी लैब कैसे खोलें – Related FAQs
प्रश्न: पैथोलॉजी लैब खोलने के लिए क्या लाइसेंस चाहिए?
उत्तर: पैथोलॉजी लैब खोलने के लिए आपको भारत की मेडिकल काउंसिल और अपने यहाँ के स्वास्थ्य विभाग से लाइसेंस लेना होता है। इसके लिए एक से दो महीने का समय लग सकता है।
प्रश्न: पैथोलॉजी लैब खोलने में कितना खर्चा आता है?
उत्तर: पैथोलॉजी लैब खोलने में लगभग 30 लाख रुपये तक का खर्चा आता है। हालाँकि आप इससे भी कम रुपये में लैब खोल सकते हैं तो वहीं करोड़ों रुपये लगाकर बड़ी लैब भी खोली जा सकती है।
प्रश्न: पैथोलॉजी खोलने के लिए कौन सा कोर्स करना पड़ता है?
उत्तर: पैथोलॉजी खोलने के लिए बीएससी इन पैथोलॉजी (B.Sc in Pathology), बैचलर इन मेडिकल लैब टेक्नीशियन (BMLT) और डिप्लोमा इन मेडिकल लैब टेक्नीशियन (DMLT) कोर्स करना पड़ता है।
प्रश्न: पैथोलॉजी कितने साल का होता है?
उत्तर: पैथोलॉजी 3 साल का होता है। हालाँकि आप इसमें किस तरह की डिग्री लेने जा रहे हैं, यह उस पर भी निर्भर करता है।
इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि किस तरह से आप अपनी खुद की पैथोलॉजी लैब खोल सकते हैं। अपनी खुद की पैथोलॉजी लैब खोलने के लिए किन-किन चीजों को ध्यान में रखना होता है और किन चीजों को करने की जरूरत होती है इसके बारे में हर एक जानकारी आपने इस लेख में जान ली है। आशा है कि अब आप भी अपनी खुद की पैथोलॉजी लैब का बिजनेस शुरू करने में संतुष्ट होंगे।