Pencil Manufacturing Business In Hindi: – क्या आप पेंसिल बनाने का बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं और इसके बारे में संपूर्ण जानकारी लेना चाहते हैं? दरअसल (Pencil banane ka business) पेंसिल बनाने का बिज़नेस कोई दिखने में तो बहुत आसान लगता हैं लेकिन इसके लिए आपको शुरुआत से ही कुछ मेहनत करने की आवश्यकता हैं। यदि आपने शुरू से ही इसे बनाने के लिए सही दिशा में कदम बढ़ा दिया तो फिर आपको सफल होने से कोई नही रोक सकता।
ऐसे में यदि आप पेंसिल बनाने का बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको इसके बारे में शुरू से अंत तक सब जानकारी होनी चाहिए जो कि आपको इस लेख के माध्यम से (Pencil banane ka business kaise kare) मिलेगी। इस लेख में आपको पेंसिल बनाने के बिज़नेस के ऊपर पूरी जानकारी जानने को मिलेगी ताकि आप चिंता मुक्त होकर अपना बिज़नेस शुरू (Pencil manufacturing company in India) कर सके।
पेंसिल बनाने के बिज़नेस के बारे में जानकारी (Pencil Manufacturing Business In Hindi)
अब यदि आप पेंसिल बनाने का बिज़नेस शुरू ही करने जा रहे हैं तो आपको इसके बारे में पूरी जानकारी भी पहले से ही ले लेनी चाहिए ताकि बाद में किसी भी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े। अब सबसे पहले तो आप यह जान ले कि आखिरकार यह पेंसिल होती क्या चीज़ है। तो पेंसिल एक ऐसी चीज़ है जो हर स्कूल या कॉलेज या कंपनी में लिखने, चित्रकारी करने या कुछ बताने के उद्देश्य से इस्तेमाल की जाती है।
पेंसिल का उपयोग आज के समय में कम नही हुआ है बल्कि यह तो तेजी से बढ़ने वाला व्यवसाय बन चुका है। पेंसिल के इस्तेमाल में लोग आगे ही बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में आप भी अपना पेंसिल बनाने का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं। इसके लिए आपको पहले से कुछ बातो का ध्यान रखें की आवश्यकता हैं।
जैसे कि पेंसिल बनाने का बिज़नेस शुरू करने से पहले आपको यह जानना आवश्यक हैं कि आपका पेंसिल बनाने में कितना खर्चा आ सकता है, उसमे आपको क्या क्या कच्चा माल खरीदना होगा, आप पेंसिल बनाने का बिज़नेस कहा से शुरू कर सकते हैं और इसके लिए आपको कितनी बड़ी जगह की जरुरत होगी इत्यादि। तो आज इस लेख के माध्यम से हम आपको यही सब बाते विस्तार से बताएँगे।
पेंसिल का बिज़नेस शुरू करने के लिए बिज़नेस प्लान (Pencil business plan in Hindi)
अब यदि आप पेंसिल बनाने का बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं और उसके लिए आपके पास कोई बिज़नेस प्लान नही हैं तो यह आपके लिए ही उल्टा साबित होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि बिना कोई बिज़नेस प्लान के यदि आप पेंसिल बनाने का बिज़नेस शुरू भी कर देंगे तो फिर यह ज्यादा दिन तक नही चल पायेगा। इससे ना तो आपको फायदा होगा बल्कि नुकसान झेलना पड़ेगा वो अलग।
इसलिए पेंसिल का बिज़नेस शुरू करने के लिए आपको एक बिज़नेस प्लान की आवश्यकता हैं। आपको यह देखना होगा कि आप किस तरह की पेंसिल का निर्माण करने जा रहे हैं। क्या आप एक से ज्यादा तरह की पेंसिल का निर्माण करेंगे या फिर एक ही तरह की। साथ ही आपकी पेंसिल का नाम क्या होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपके बिज़नेस का नाम क्या होगा जिस पर आप अपनी पेंसिल का नाम रखेंगे।
इसी के साथ आपको कई अन्य चीज़े भी अपने बिज़नेस प्लान में शामिल करनी होगी। जैसे कि आप इसे कब शुरू करेंगे, कैसे शुरू करेंगे, कहां शुरू करेंगे, किस तरह से शुरू करेंगे, इसकी मार्केटिंग कैसे करेंगे, इसे कहां बेचना शुरू करेंगे, इससे क्या लागत आएगी और क्या प्रॉफिट बनेगा इत्यादि। साथ ही इसे करने के लिए यदि पैसो की आवश्यकता पड़ी तो वो आप कहां से लेंगे। इस तरह सभी बातो को ध्यान में रखकर एक बिज़नेस प्लान अवश्य बना ले।
पेंसिल का बिज़नेस शुरू करने से पहले मार्किट रिसर्च (Pencil business research in Hindi)
अब यदि आपने बिज़नेस प्लान बना लिया हैं या बनाने जा रहे हैं तो उससे पहले कुछ मार्किट रिसर्च करना भी आवश्यक है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप बिना बाजार की नब्ज पकड़े पेंसिल बनाने का बिज़नेस यूँ ही शुरू कर देंगे तो फिर इसके चलने की संभावना बहुत कम हो जाएगी। वह इसलिए क्योंकि आजकल प्रतिस्पर्धा का दौर बहुत तेज हैं।
यदि आप तेज नही दौड़ेंगे तो कोई और आपसे आगे निकल जाएगा। ऐसे में यदि आप चाहते हैं कि बाजार में आपकी पेंसिल आकर बिके और वह सही भी काम करे तो इसके लिए मार्किट रिसर्च अनिवार्य रूप से करे। जैसे कि आपको पता लगाना चाहिए कि आपसे आसपास किस तरह की पेंसिल की ज्यादा मांग है। कही रंगीन पेंसिल मांगी जाती हैं तो कही सामान्य सी दिखने वाली, कही खुशबू वाली पेंसिल चलती हैं तो कही कुछ और।
ऐसे में यदि आप पेंसिल का बिज़नेस शुरू करने से पहले ही मार्किट के बारे में पूरा आंकलन कर लेंगे और उसी के अनुसार अपना बिज़नेस का प्लान बनायेंगे तो आगे चलकर यह आपके लिए ही लाभकारी सिद्ध होगा। इससे ना केवल आपको पेंसिल बनाने में कोई दिक्कत होगी और ना ही उसे बिकने में।
पेंसिल बनाने के लिए जगह
अब बात करते हैं पेंसिल बनाने के लिए किसी जगह की। यदि आप सोच रहे हैं कि इसे आप अपने घर पर ही या अन्य छोटी सी जगह पर बनाना शुरू कर सकते हैं तो आप गलत हैं। दरअसल पेंसिल बनाने का बिज़नेस एक बड़ा बिज़नेस है। अब पेंसिल चाहे दिखती छोटी सी हो लेकिन इसे बनाने में मशीनो का इस्तेमाल प्रमुखता से किया जाता है।
अब यह मशीन किसी के घर में या छोटी सी जगह पर तो रखी नही जा सकती हैं। इनके लिए आपको किसी बड़े क्षेत्रफल की आवश्यकता होगी। हालाँकि यह कितना बड़ा हो यह आप पर निर्भर करता है। इसके लिए आपको सामान्यतया 1200 फुट के आसपास की जगह तो चाहिए ही होगी। अब आप चाहे तो इससे बड़ी जगह खरीद सकते हैं। यह पूर्णतया आप पर ही निर्भर करता हैं।
पेंसिल बनाने के लिए बड़े क्षेत्रफल की इसलिए आवश्यकता पड़ती हैं क्योंकि उन्हें कटाई करने के लिए मशीन चाहिए तो उनको सही आकर देने के लिए अलग मशीन। उनको लेबलिंग करने के लिए मशीन चाहिए तो उसमे लीड भरने के लिए अलग मशीन। यह सब आप एक छोटे क्षेत्रफल वाली जगह पर नही कर पाएंगे। इसके लुए आपको बड़ी जगह की ही जरुरत पड़ेगी।
पेंसिल बनाने के लिए कच्चा माल (Pencil banane ke liye raw material)
अब जब आप पेंसिल बनाने का बिज़नेस शुरू करेंगे तो उसके लिए आपको कच्चे माल की आवश्यकता पड़ेगी। इसी की सहायता से आप पेंसिल बनाना शुरू कर पाएंगे और इसी को ही आप पेंसिल का आकार देकर बाजार में बेच पाएंगे। ऐसे में यदि आप पेंसिल बनाने को लेकर सीरियस हैं तो आपको यह कच्चा माल मंगवाना पड़ेगा।
- लकड़ी
- ग्रेफाइट
- गोंद
- लाख
- बॉल क्ले
- पेंट
- ड्रायर
- सैंड पेपर
- पिगमेंट
- बाइंडर
- वार्निश इत्यादि।
पेंसिल बनाने के लिए मशीन (Pencil banane ka machine)
अब जब आपने पेंसिल बनाने के लुए सब कच्चा माल ले लिया हैं तो उसे जो आकार देगा अर्थात जो उसे बनाने में मदद करेगा वह मशीन भी तो खरीदनी होगी। बिना पेंसिल बनाने की मशीन से आप कच्चे माल का कुछ भी नही कर पाएंगे। इसलिए आप सबसे पहले तो पेंसिल बनाने की मशीन ख़रीदे तभी आप इस बिज़नेस की शुरुआत कर पाएंगे।
- स्वचालित आकार देने वाली मशीन
- लकड़ी काटने वाली मशीन
- एम्बोस्सिंग मशीन
- फ़िल्टर प्रेस
- बॉल मिल
- कनेडिंग मशीन
- कटर टूल
- इलेक्ट्रिक बेकिंग ओवन
- पेंटिंग मशीन
- डाई मशीन
- ग्लुइंग मशीन
इस तरह आप कई तरह की मशीन व टूल खरीद सकते हैं। आप चाहे तो शुरूआती तौर पर कम मशीन खरीद कर बाकि का काम हाथ से भी करवा सकते हैं। लेकिन कुछ काम के लिए तो आपको अनिवार्य रूप से मशीन खरीदनी ही पड़ेगी क्योंकि बिना इसके काम नही चल पाएगा। इसलिए इनमे से सभी मशीन ले ले या फिर कुछ महीने को छोड़कर बाकि की मशीन ले ले।
पेंसिल बनने की प्रक्रिया (Pencil banane ka tarika)
अब जब आपने पेंसिल बनाने के लिए सब कच्चा माल खरीद लिया है और उसके लिए आवश्यक मशीन भी खरीद ली है तो अगला चरण होगा पेंसिल को बनाने का। तो पेंसिल बनाने की एक प्रक्रिया होती है जिसका आप कई तरीको से पालन कर सकते है। कहने का अर्थ यह हुआ (Pencil banane ka aasan tarika) कि पेंसिल बनाने के लिए आपको एक प्रक्रिया का पालन करना होगा और उसी के तहत एक पेंसिल का निर्माण होगा।
- पेंसिल बनाने के लिए सबसे पहले उसकी लीड का निर्माण करना होगा जो कि उसका सबसे महत्वपूर्ण और अहम हिस्सा होता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि लोग इसी लीड का इस्तेमाल कर लिखते हैं। इसलिए इसका निर्माण भी उत्तम गुणवत्ता के साथ होना आवश्यक होता है।
- पेंसिल में लीड के निर्माण के लिए आपको सबसे पहले ग्रेफाइट तथा बॉल क्ले की एक निश्चित मात्रा को पास में अच्छे से मिलाना होगा। जब यह अच्छे से मिल जाए तब इसे बॉल मिल वाली मशीन में डाल देना होगा। अब इसे और भी अच्छे से मिलाने के लिए इस मशीन में पानी को भी मिलाये।
- जैसे ही आप इस मशीन में पानी को मिलायेंगे तो वह दोनों अच्छे से ग्राइंड होकर मिल जाएंगे। इसकी सहायता से दोनों का एक लिक्विड मिश्रण तैयार हो जाएगा। अब इस मिश्रण को छाना जाता है ताकि इसमें से किसी भी प्रकार की अशुद्धियों को बाहर निकाला जा सके और एक बेहतर लीड का निर्माण किया जा सके।
- इस मिश्रण को छान लेने के बाद इसे बेकिंग ओवन में डाला जाता है ताकि यह अच्छे से सूख जाये और किसी तरह की कोई समस्या ना आये। इसमें डालने के बाद यह मिश्रण सूख जाता है और थोड़ा सख्त हो जाता है।
- अब इसे एक अन्य मशीन में फेंटने के लिए डाला जाता है। वह मशीन इस मिश्रण को अच्छे से फेंटकर एक लंबे और पतले आकार में आगे भेज देती है। इसके बाद यह कटने के लिए तैयार हो जाती है।
- जब यह फेंट होकर एक पतले आकार में आगे पहुँचते हैं तो इसे एक सामान आकार में काटकर तैयार किया जाता है। इसमें इस बात का ध्यान रखा जाता हैं की सभी तरह की पेंसिल एक सामान आकार की ही और उनकी मोती भी सामान ही हो।
- अगले पड़ाव में उस लीड के ऊपर चढ़ाया जाने वाला लकड़ी का भाग तैयार किया जाता है। इसके लिए लकड़ी को पहले एक मशीन से काटकर अलग किया जाता है। उसे पेंसिल के लीड के आकार में काटा जाता है।
- अब उसे ग्रूमिंग के लिए एक अलग मशीन में डाला जाता है। इसके साथ ही इसमें ड्रिल मशीन की सहायता से बीचो बीच छेद किया जाता है। यह छेड़ इतना ही मोटा होता है जितना की एक पेंसिल में वह लीड फिट हो सके।
- जब वह लकड़ी अच्छे से ड्रिल होकर तैयार हो जाती हैं और उसकी ग्रूमिंग भी हो जाती हैं तो उसमे पेंसिल की लीड को डाल दिया जाता है। पेंसिल की लीड को डालते ही एक तरह से पेंसिल तैयार ही हो चुकी होती है, बस उसके ऊपर एक परत लगनी बाकि रह जाती हैं।
- अब पेंसिल को फाइनल स्टेज में पहुँचाया जाता है। वहां उस पेंसिल की लकड़ी पर उपरी आवरण चढ़ाया जाता है। यह आवरण आप अपनी कंपनी की लेबलिंग के अनुसार कुछ भी रख सकते हैं। इसमें आप पेंसिल को किसी भी रंग का या परत का बना सकते हैं।
- पेंसिल की लेबलिंग करते समय इस बात का ध्यान रखे कि इसकी सतह ज्यादा चिकनी ना बने। अन्यथा इस पेंसिल को पकड़ने में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। साथ ही लेबलिंग में अपनी कंपनी का नाम, पेंसिल को बनाने की सामग्री, बनाने का स्थान इत्यादि चीज़े भी लिखे।
तो कुछ इस तरह से आपकी पेंसिल का निर्माण हो जाएगा। आपको पेंसिल को पैक करने के लिए एक डिब्बी का निर्माण भी करना होगा। यह डिब्बी गत्ते की बनाई जाती हैं और इसके ऊपर भी आपकी कंपनी का नाम व अन्य जानकारी लिखी हुई होती हैं। सामान्यतया एक पेंसिल के डिब्बे में 10 से 11 पेंसिल रखी जाती है।
पेंसिल बनाने के लिए लागत (Pencil banane ki machine price)
अब आपका अगला प्रश्न होगा कि आखिरकार पेंसिल बनाने के बिज़नेस में आपका कितना खर्चा हो सकता हैं या पेंसिल का बिज़नेस खोलने में आपको किओतना निवेश करना पड़ेगा। यदि आप इसके बारे में सही से पता नही करेंगे तो फिर आपको आगे चलकर बहुत ही बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता हैं। इसलिए पेंसिल बनाने के बिज़नेस में आने वाली लागत को पहचानना और उसके अनुसार अपना बजट बनाना बहुत ही आवश्यक होता है।
दरसाल पेंसिल बनाने के लिए आप जो कच्चा माल खरीदेंगे उसकी लागत इतनी नही हैं। पेंसिल का बिज़नेस शुरू करने के लिए जो मुख्य खर्चा होगा वह है इसके निर्माण में इस्तेमाल होने वाली तरह तरह की मशीन। इसलिए पहले आपको अपने एरिया में या जहाँ से भी आप पेंसिल बनाने की मशीन मंगवाने जा रहे हैं वहां पर इसकी लागत के बारे में अवश्य पता कर ले।
आम तौर पर पेंसिल बनाने के लिए कच्चे माल की कीमत 1 लाख रुपए के आसपास आती हैं तो वही इसम लगने वाली मशीन की कीमत 15 लाख के पासपास होगी। इस तरह से आपको पेंसिल बनाने का बिज़नेस शुरू करने में लगभग 15 से 20 लाख का खर्चा करना पड़ेगा।
पेंसिल का बिज़नेस शुरू करने के लिए लाइसेंस (Pencil business licence)
अब जब आप पेंसिल बनाने का बिज़नेस शुरू करेंगे तो उसके लिए एक निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना पड़ता हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि कोई भी व्यक्ति ऐसे ही किसी बिज़नेस को शुरू नही कर सकता हैं। बिना सरकारी अनुमति के यदि कोई व्यक्ति किसी चीज़ का निर्माण करने लग जाए तो उस पर कानूनी कार्यवाही तक हो सकती हैं।
इसलिए आपको भी पेंसिल बनाने का बिज़नेस शुरू करने से पहले आवश्यक लाइसेंस अनिवार्य रूप से लेने होंगे। यदि आपने इन्हें बिना लिए अपना बिज़नेस शुरू किया तो बाद में बहुत पछतावा होगा। इसलिए पहले से ही इस बात को ध्यान में रख लेंगे तो आपके लिए ही बढ़िया रहेगा। पेंसिल बनाने का बिज़नेस शुरू करने से पहले आपके पास यह लाइसेंस होने जरुरी हैं:
- आपका पैन कार्ड
- बिज़नेस की जगह का पता
- बिज़नेस की जगह का प्रमाण पत्र
- व्यापार करने का लाइसेंस
- ट्रेड मार्क
- कंपनी के नाम का पंजीकरण
- प्रदूषण नियंत्रण कार्यालय से NOC इत्यादि।
अब आपको अपने बिज़नेस के स्तर पर कई और तरह के भी लाइसेंस चाहिए हो सकते हैं। हालाँकि ऊपर बताये गए लाइसेंस तो आपको लेने ही पड़ेंगे। इसके अलावा यदि कोई अन्य लाइसेंस की आवश्यकता पड़े तो उसे आप अपने इलाके में पूछ ले।
पेंसिल के बिज़नेस के लिए लोन (Pencil business loan)
अब आपने पेंसिल का बिज़नेस शुरू करने में आने वाली लागत के बारे में तो जान लिया लेक्जिन आपका यह भी जानना आवश्यक हैं कि आखिरकार इस बिज़नेस को करने के लिए इतना पैसा आएगा कहां से। कहने का अर्थ यह हुआ कि यह जरुरी नही कि हर व्यक्ति के पास 15 से 20 लाख की मोटी रकम हो। ज्यादातर व्यक्ति इसके लिए लोन का ही सहारा लेते हैं और तभी पेंसिल के बिज़नेस की शुरुआत हो पाती हैं।
इसलिए आप चाहे तो आप भी लोन लेकर पेंसिल के बिज़नेस की शुरुआत कर सकते हैं। इसके लिए आप सरकारी बैंक या निजी बैंक कही से भी लोन ले सकते हैं। भारत सरकार के द्वारा भी नए उद्यमियों को उनके व्यापार को बढ़ावा देने के लिए कई तरह के लोन की स्कीम चलाई जा रही हैं ताकि वे अपने बिज़नेस को आगे बढ़ा सके। इसलिये आप भी उन योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।
इन योजनाओं के तहत आपको 5 से लेकर 25 लाख तक का लोन मिल सकता हैं। यह पूर्णतया आपके बिज़नेस प्लान पर निर्भर करता हैं कि आपको किस तरह का लोन मिलेगा और उस पर कितना ब्याज लगेगा। फिर लोन लेने के बाद आपको हर महीने या हर वर्ष एक किश्त का भुगतान करना होगा। इसके लिए एक निर्धारित समय अंतराल और ब्याज की रकम होगी जिसके तहत आप लोन भर सकते हैं।
पेंसिल के बिज़नेस की मार्केटिंग कैसे करे (Pencil business ki marketing kaise kare)
अब जब आपने अपना पेंसिल का बिज़नेस शुरू कर दिया हैं तो आपके मन में रह रह कर यह प्रश्न उठ रहा होगा कि आखिरकार इस बिज़नेस की मार्केटिंग कैसे की जाए या फिर इसे आगे कैसे बढ़ाया जाए ताकि यह बिज़नेस प्रसिद्ध हो सके। तो इसके लिए आपको कई तरह की मार्केटिंग स्ट्रेटेजी अपनानी होगी और उसी के बलबूते आगे बढ़ना होगा। ऐसे में आप पेंसिल के बिज़नेस की मार्केटिंग कुछ इन तरीको की सहायता से कर सकते हैं:
- अब यदि आप पेंसिल बनाने के बिज़नेस को आगे ले जाना चाहते हैं और उसे बढ़ाना चाहते हैं तो इसका बिकना भी बहुत जरुरी हैं। उस पेंसिल को बनाने का क्या ही फायदा जो बिक ही ना पाए। ऐसे में आप अपने आसपास के दुकानदारो से अपने संपर्क बेहतर करे। आप चाहे तो शुरुआत में उन्हें अपनी बनाई पेंसिल मुफ्त में या बहुत ही कम दाम में उपलब्ध करवा सकते हैं।
- इस स्ट्रेटेजी को अपना कर आप अपनी पेंसिल को शुरूआती तौर पर बिकवाने में मदद कर सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि इससे दुकानदारो का मार्जिन अच्छा बनेगा और वे आपकी बनाई पेंसिल भी खरीदेंगे। और अब दुकानदार आपकी पेंसिल को खरीद रहा हैं तो वे उसे अपने ग्राहकों को भी बेचेंगे।
- ऐसे में जब उनके ग्राहकों को आपकी बनाई पेंसिल पसंद आ गई तो फिर वे उस पेंसिल के नाम से मांग करेंगे। ऐसे में उस दुकानदार को आपनी बनाई पेंसिल के ऑर्डर देने पड़ेंगे। धीरे धीरे करके आपके पास आपकी पेंसिल के बहुत से ऑर्डर आने लगेंगे।
- इसके साथ ही आप अपने एरिया के स्कूल या सरकारी संस्थानों पर भी संपर्क कर सकते हैं। आप ऐसे संस्थानों पर भी संपर्क कर सकते हैं जहाँ पर पेंसिल का बहुतायत में उपयोग किया जाता हो। जैसे कि चित्रकारी या पेंटिंग का इंस्टिट्यूट, कोचिंग संस्थान, कॉलेज, यूनिवर्सिटी इत्यादि। इन जगहों पर भी आप अपनी पेंसिल को बिकवाने के लिए कोई योजना बना सकते हैं।
- साथ ही जगह जगह अपनी पेंसिल का प्रचार करने के लिए आप पोस्टर या बैनर भी छपवा सकते हैं। इन पोस्टर को आप शहर के मुख्य चौराहों, चर्चित जगहों, स्कूल या कॉलेज के बाहर छपवा सकते हैं। इन्हें देखकर लोगों को आपकी पेंसिल के बारे में पता चलेगा और वे अवश्य ही आपकी बनाई पेंसिल का इस्तेमाल करके देखेंगे।
- अब पेंसिल बनाने में आप सोशल मीडिया का भी भरपूर इस्तेमाल कर सकते हैं। सोशल मीडिया आजकल प्रचार का सबसे बड़ा माध्यम बन चुका हैं। इसलिए आप भी इस माध्यम का भरपूर इस्तेमाल करे। इसके द्वारा आप अपनी पेंसिल का प्रचार विश्व में कही भी कर सकते हैं। हालाँकि आप वहां तक अपनी पेंसिल को पहुँचाने में सक्षम होने चाहिए अन्यथा आपकी छवि बिगाड़ सकती हैं।
- सोशल मीडिया पर अपनी बनाई पेंसिल का प्रचार करने के लिए आप उसके नाम का कोई पेज या अकाउंट भी बना सकते हैं। इस अकाउंट की सहायता से आप अपनी बनाई पेंसिल का प्रचार प्रसार कर पाएंगे। इसमें आप प्रतिदिन के हिसाब से कोई ना कोई पोस्ट डालते रहे और पेंसिल का प्रचार करते रहे।
पेंसिल बनाने के बिज़नेस में कमाई (Pencil business me profit)
अब यदि आप पेंसिल बनाने के बिज़नेस में कमाई के बारे में ही नही जान पाएंगे तो फिर क्या ही फायदा। क्जहने का अर्थ यह हुआ कि आप इतनी मेहनत कर रहे हैं, इतना निवेश कर रहे हैं और इतनी बड़ी बड़ी मशीन खरीद रहे हैं तो वह सब किसलिये? पैसा कमाने के लिए ही ना। ऐसे में आपके मन में यह प्रश्न आया होगा कि आखिरकार एक पेंसिल बनाने के बिज़नेस से कितनी कमाई की जा सकती है।
तो आज हम आपको बता दे की पेंसिल बनाने के बिज़नेस से होने वाली कमाई शुरुआत में तो थोड़ी कम अवश्य होगी लेकिन देखते ही देखते इसकी कमाई आसमान छूने लगेगी। ऐसे में शुरूआती तौर पर तो आप पेंसिल बनाने के बिज़नेस से केवल 50 हज़ार के आसपास मासिक कमा पाएंगे लेकिन एक वर्ष से भी कम समय में आप महीने का 2 से 3 लाख कमाने लगेंगे।
इसके बाद यह पूर्णतया आप पर निर्भर करता हैं कि आप इस बिज़नेस को कहां से कहां तक लेकर जा सकते हैं। यदि आपके पेंसिल बनाने का बिज़नेस एक ब्रांड बन गया तो आपो सालाना करोड़ो में भी कमाई कर सकते हैं अन्यथा लाखों में तो कमाई आप वैसे भी करेंगे ही.
पेंसिल का बिज़नेस कैसे शुरू करे – Related FAQs
प्रश्न: पेंसिल बनाने के लिए क्या क्या चाहिए?
उत्तर: पेंसिल बनाने के लिए लीड, लकड़ी, बॉल क्ले, रंगीन पेपर, कई तरह की मशीन इत्यादि चीज़े चाहिए।
प्रश्न: क्या पेंसिल बनाने का व्यवसाय लाभदायक है?
उत्तर: पेंसिल बनाने का व्यवसाय बहुत ही लाभदायक हैं लेकिन आपको इसकी मार्केटिंग अच्छे से करनी होगी।
प्रश्न: कौन से नंबर की पेंसिल गहरी होती है?
उत्तर: बी श्रेणी में जितना नंबर बढ़ता जाएगा, उस नंबर की पेंसिल गहरी होती है।
प्रश्न: कौन सी पेंसिल सबसे गहरी काली चलेगी?
उत्तर: 10 बी की पेंसिल सबसे गहरी काली चलेगी।
तो आज आपने जाना कि पेंसिल बनाने के बिज़नेस में आप क्या क्या कर सकते हैं, उसके लिए आपको क्या क्या मशीन व कच्चा माल खरीदने की आवश्यकता होगी, आपको उसके लिए क्या प्रक्रिया अपनानी होगी, आप अपने बिज़नेस को आगे कैसे बढ़ा सकते है, इसमें आपको किस क्षेत्र में मेहनत करने की आवश्यकता होगी और आपको किस तरह से इस बिज़नेस में कमाई होगी इत्यादि।