|| Petrol or diesel car which is better India in Hindi | डीजल कार और पेट्रोल कार में कौन सी बेहतर है? | कौन सी कार का इंजन सबसे अच्छा है पेट्रोल या डीजल? | डीजल या पेट्रोल कौन सी कार महंगी है? ||
Which is better petrol or diesel car in India in Hindi :- एक समय था जब लोगों के पास साइकिल ही हुआ करती थी और फिर देखते ही देखते इस क्षेत्र में क्रांति सी ही आ गयी। पहले लोगों के पास बाइक और स्कूटी आने (Which one is better petrol or diesel car in Hindi) लगी। तब कार को लग्जरी वस्तु में माना जाता था। वह इसलिए क्योंकि यह केवल अमीर लोगों की पहुँच में ही हुआ करती थी। किंतु यदि हम वर्तमान समय देखे तो कार आज के समय में लग्जरी नही बल्कि जरुरत की चीज़ बन गयी है।
अब चाहे कैसा भी व्यक्ति हो, यदि उसके घर में कार नही है तो उसे निर्धन परिवार माना (Which car is best petrol or diesel in Hindi) जाता है। माध्यम दर्जे के परिवार में एक कार तो अमीर व्यक्ति के घर में एक से अधिक कार देखने को मिलती है। अब तो कार में भी अलग अलग तरह के मॉडल और वैराइटी आने लगी है जिनका मूल्य 1 लाख से लेकर 1 करोड़ तक होता है। ऐसे में आप जिस भी कार को रखते होंगे, आपको उसके बारे में बहुत सारी बाते जानने को मन करता होगा।
अब इसी में आज के समय में जो प्रमुख होड़ मची हुई है और जो प्रश्न कार खरीदने वाले को सबसे ज्यादा परेशान करता है वह यह होता है कि पेट्रोल व डीजल कार में से कौन सी कार ज्यादा बेहतर (Which is better to buy petrol or diesel car in Hindi) होती है। अब यदि आपके मन में भी रह रह कर यह प्रश्न उठ रहा है और आपको इसका सही उत्तर नही मिल रहा है तो आपकी इस समस्या का समाधान आज हम इस लेख के माध्यम से करने वाले हैं।
आज के इस लेख में आपको यह पता चलेगा कि आखिरकार पेट्रोल व डीजल कार में से कौन सी कार किस मामले में ज्यादा बेहतर होती है और आपको किस तरह की कार खरीदने पर क्या फायदे और नुकसान देखने को मिलते हैं। तो आइए जानते हैं डीजल और पेट्रोल कार में से कौन सी कार ज्यादा बेहतर है!
डीजल कार और पेट्रोल कार में कौन सी बेहतर है? (Which is better petrol or diesel in India in Hindi)
अब यदि आप इस बात का स्पष्ट उत्तर चाहते हैं कि डीजल कार और पेट्रोल कार में से कौन सी कार लेना ज्यादा अच्छा रहेगा या दोनों में कौन ज्यादा बेहतर है तो इसका कोई ऐसा उत्तर आपको नही मिल (Petrol or diesel car which is better India in Hindi) पाएगा। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अलग अलग चीज़ों में दोनों के अलग अलग फायदे और नुकसान देखने को मिलते हैं। अब कोई कीमत में मात खा जाती है तो कोई माइलेज में। किसी की सर्विस कॉस्ट कम है तो कोई ज्यादा लंबे समय तक चलती है।
ऐसे में हम आपके सामने एक एक करके पेट्रोल व डीजल दोनों तरह की कारो का सिलसिलेवार तरीके से तुलना करेंगे। इसे पढ़कर आप जान पाएंगे कि यदि आप कार लेने जा रहे हैं तो आपके हिसाब से किस तरह की कार बेस्ट हो सकती है। आइए जाने पेट्रोल कार व डीजल कार में से कौन किस मामले में बेहतर है।
#1. कीमत
अब यदि पेट्रोल और डीजल कार की कीमत के आधार पर तुलना की जाए तो इसमें डीजल कारे मात खा जाती है। वह इसलिए क्योंकि पेट्रोल कार की अपेक्षा में डीजल से चलने वाली कार महँगी मिलती है। अब आप सोच रहे होंगे कि डीजल तो पेट्रोल से सस्ता होता है तो ऐसे में यदि आप डीजल वाली कार खरीदेंगे तो फायदे में रहेंगे तो ऐसा बिल्कुल नही है। डीजल कार खरीदने का पैसा कंपनी आपसे शुरुआत में ही ले लेगी।
तो यदि आप कार खरीदने जा रहे हैं तो जितने की आपको पेट्रोल से चलने वाली कार मिलेगी, उसी में ही आपको डीजल से चलने वाली कार एक से दो लाख रुपए महँगी मिलेगी। हालाँकि यह अंतर ऊपर नीचे हो सकता है लेकिन सामान्य तौर पर डीजल वाली कार पेट्रोल वाली कार से महँगी ही मिलती है।
#2. मेंटेनेंस का खर्चा
अब यदि हम पेट्रोल और डीजल कार के मेंटेनेंस के खर्चे के बार में बात करेंगे तो वह भी अलग अलग होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपको दोनों कारो की मेंटेनेंस भी तो करवानी होगी जिसके लिए आपको समय समय पर उस कार के शोरूम पर जाना पड़ता होगा। तो कारो के मेंटेनेंस में भी डीजल वाली कारे पेट्रोल वाली कारो से मात खा (Petrol vs diesel car maintenance cost India in Hindi) जाती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि डीजल वाली कार शुरुआत में तो महँगी मिलती ही है लेकिन इसके बाद मेंटेनेंस में भी यह बहुत खर्चा करवाती है।
अब यदि आप अपनी पेट्रोल वाली कार की मेंटेनेंस करवाएंगे तो उसमे आपका जितना भी खर्चा आएगा, वह डीजल वाली कार की मेंटेनेंस से 2 हज़ार के आसपास कम होगा। तो ऐसे में यदि पेट्रोल वाली कार की मेंटेनेंस का खर्चा 10 हज़ार है तो डीजल वाली कार का मेंटेनेंस का खर्चा 12 हज़ार के आस पास होगा।
#3. प्रदूषण
कार को जिस चीज़ में सबसे ज्यादा आँका जाता है वह होता है उसके द्वारा फैलाया जा रहा प्रदूषण। यही कारण है कि भारत सरकार सहित विश्व के लगभग हर देश ऐसी कार और अन्य वाहनों को बनाने पर जोर दे रहे हैं जो इलेक्ट्रिकल हो। आने वाले कुछ समय में आपको ऐसे वाहनों और कारो की बाजार में भरमार दिखेगी। तो अब यदि हम पेट्रोल कार और डीजल कार से फैलाये जाने वाले प्रदूषण की बात करे तो उसमे भी डीजल की कार मात खा जाती है।
कहने का अर्थ यह हुआ कि पेट्रोल वाली कार की तुलना में डीजल से चलने वाली कार के द्वारा ज्यादा हानिकारक रूप से प्रदूषण फैलाया जाता है। यही कारण है कि पेट्रोल डीजल से ज्यादा महंगा होता है क्योंकि उसे अलग तरीके से रीफाइन किया हुआ होता है। ऐसे में डीजल कार के द्वारा NO2 गैस का अधिक उत्सर्जन किया जाता है जो पर्यावरण के लिए हानिकारक है।
#4. सर्विस कॉस्ट
अब आप अपनी कार कितना चलाते है या उसको लिए कितना समय हो गया है, उसके आधार पर आपको समय समय पर इसकी सर्विस भी करवानी पड़ती होगी। शुरूआती एक वर्ष में तो इसकी सर्विस फ्री होती है लेकिन उसके बाद आपको इसका चार्ज देना होता है जो हर बार अलग अलग हो सकता है। तो अब यदि हम पेट्रोल कार और डीजल कार की सर्विस कॉस्ट के रूप में तुलना करने लगेंगे तो उसमे भी डीजल की कार मात खा जाएगी।
आम तौर पर यदि कोई व्यक्ति अपनी पेट्रोल कार की सर्विस करवाने जा रहा हैं तो उसका खर्चा 3 से 10 हज़ार के बीच होता है वही यदि किसी की डीजल कार है तो उसका खर्चा 5 से 15 हज़ार के बीच होगा। वह इसलिए क्योंकि सर्विस के समय जो आयल व अन्य पार्ट्स दोनों तरह की कारो में डाले जाते हैं उसमे डीजल वाली कार के पार्ट्स महंगे आते हैं। हालाँकि यह सर्विस चार्ज कार की कंपनी और मॉडल के अनुसार अलग अलग हो सकते हैं।
#5. स्पीड
अब कार ली है तो उसे स्पीड में भी चलाना होता होगा। अब कार की स्पीड की तुलना बाइक, बस इत्यादि से नही की जाती है क्योंकि यह इन सभी को पीछे छोड़ देती है। तो अब यदि हम पेट्रोल कार व डीजल कार की स्पीड के आधार पर तुलना करे तो यह अलग अलग होती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि कार को शुरू करके स्पीड देना और फिर हाई गियर पर उसको स्पीड देने में दोनों कारो में बहुत अंतर देखने को मिलता है।
अब यदि आप अपनी कार को शुरू करेंगे और उसे स्पीड देंगे तो उसमे पेट्रोल कार जीत जाएगी क्योंकि शुरूआती स्पीड में पेट्रोल की कार डीजल की कार को मात दे देती हैं। अब जैसे जैसे आप गियर को बढ़ाते जाएंगे और स्पीड को और बढ़ाएंगे तो उसमे डीजल कार जीत जाएगी। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप पेट्रोल कार व डीजल कार के बीच में रेस लगवाएंगे तो उसमे डीजल कार अन्तंतः जीत जाएगी।
#6. दूरी
इसका अनुमान आपको इसके ऊपर वाले पॉइंट से लग जाना चाहिए क्योंकि उसी में ही इसका उत्तर छुपा हुआ है। यहाँ दूरी से मतलब हुआ कि यदि आप ज्यादा दूर तक यात्रा करते है या फिर आपके द्वारा खरीदी गयी कार ज्यादा चलेगी तो उसमे डीजल वाली कार ज्यादा बेहतर साबित (Which car is best for long drive petrol or diesel in Hindi) होगी। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि किसी व्यक्ति का काम प्रतिदिन ही या कुछ कुछ दिनों में लंबी दूरी तय करने का होता है या उसका ज्यादातर काम यात्रा करने का ही है तो उसे बिना सोचे समझे डीजल वाली कार ही लेनी चाहिए।
अब यदि आप सामान्य रूप से कार चलाते हैं और यह महीने भर में 500 किलोमीटर से भी कम की यात्रा करती हैं तो फिर इसके लिए पेट्रोल वाली कार बेस्ट रहेगी। वही यदि आप महीने में एक हज़ार किलोमीटर से भी ज्यादा यात्रा कर लेते हैं तो आपको डीजल वाली कार खरीदनी चाहिए।
#7. माइलेज
माइलेज की बात करे तो उसमे भी डीजल कार पेट्रोल की कार की तुलना में अधिक माइलेज देती है। यहाँ माइलेज से हमारा तात्पर्य हुआ कार की एवरेज। अब आपको हमेशा यही चिंता रहती होगी कि कार तो आप ले लेंगे लेकिन उसमे आपको समय समय पर पेट्रोल और डीजल भरवाते रहना होगा और इसमें भी बहुत खर्चा हो जाएगा। तो यहाँ माइलेज अच्छी होने का अर्थ हुआ कि आपकी डीजल वाली गाडी कम डीजल में ज्यादा दूर तक जाएगी।
इसे यदि आसान शब्दों में समझा जाए तो मान लीजिए आपकी पेट्रोल वाली कार एक लीटर पेट्रोल में 10 किलोमीटर की दूरी तय करती है तो उतने ही डीजल में वह कार 12 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। तो इस तरह से आपकी डीजल वाली कार कम डीजल में ज्यादा दूर तक की यात्रा करेगी।
तो यह थे दोनों कारो के बीच के अंतर। अब किसी चीज में पेट्रोल वाली कार ज्यादा अच्छी है तो किसी चीज़ में डीजल वाली कार। तो किसी एक कार को दूसरी कार से बेहतर कहना अनुचित होगा तभी हमने आपको विस्तार से दोनों कारो के बीच का अंतर बताया ताकि आप उसी के अनुसार ही अपना निर्णय ले सके। यहाँ हम यह कहना चाह रहे हैं कि चूँकि अब आप विभिन्न क्षेत्रों में दोनों कारो के बीच के अंतर को समझ चुके हैं तो आप ही यह निर्णय लेंगे कि आपके लिए किस तरह की कार बेस्ट रहेगी।
पेट्रोल कार व डीजल कार में कौन सी कार बेहतर है – Related FAQs
प्रश्न: कौन सी कार का इंजन सबसे अच्छा है पेट्रोल या डीजल?
उत्तर: सामान्य तौर पर डीजल वाली कार का इंजन पेट्रोल वाली कार की तुलना में ज्यादा अच्छा रहता है किंतु इसके पार्ट्स महंगे आते हैं।
प्रश्न: पेट्रोल या डीजल में क्या बेहतर है?
उत्तर: प्रदूषण के तौर पर पेट्रोल व डीजल की तुलना की जाए तो डीजल ज्यादा हानिकारक धुआ छोड़ता है जबकि पेट्रोल कम।
प्रश्न: क्या मुझे 2022 इंडिया में डीजल कार खरीदनी चाहिए?
उत्तर: इसके लिए आपको इस लेख को पूरा पढ़ना चाहिए और उसके बाद ही कोई निर्णय लेना चाहिए।
प्रश्न: डीजल कार के इंजन की लाइफ कितनी होती है?
उत्तर: डीजल कार के इंजन की लाइफ 15 से 30 साल तक की होती है।
प्रश्न: डीजल या पेट्रोल कौन सी कार महंगी है?
उत्तर: डीजल या पेट्रोल कार में से डीजल वाली कार ज्यादा महंगी है।
अब यदि आपको लंबी दूरी के लिए कार चाहिए तो उसके लिए आप डीजल वाली कार ले लीजिए और यदि आपको सामान्य रूप से चलाने के लिए कार चाहिए तो आप पेट्रोल वाली कार ले लीजिए। तो आपने क्या निर्णय लिया और आप किस तरह की और किस कंपनी व मॉडल की कार लेने का सोच रहे हैं? नीचे कमेंट करके हमें अवश्य बताइयेगा।