नया पेट्रोल पंप कैसे खोले? | निवेश, मुनाफा, नियम शर्ते व आवेदन प्रक्रिया | Petrol pump kaise khole

|| Petrol pump kaise khole | नया पेट्रोल पंप कैसे खोले? | Petrol pump ka kaam kaise shuru kare | पेट्रोल पंप के प्रकार | Petrol pump types in Hindi | Petrol pump ka kharcha | Petrol pump documents required in Hindi | पेट्रोल पंप खोलने के लिए लाइसेंस लेना ||

Petrol pump business in Hindi :- क्या आप अपना खुद का पेट्रोल पंप खोलना चाहते हैं और उसके बारे में जानकारी हासिल करना चाहते हैं। यदि ऐसा है तो आज का यह लेख मुख्य तौर पर आपके लिए ही लिखा गया (Petrol pump dealership in Hindi) है। इस लेख को पढ़ कर आप यह भलीभांति जान पाएंगे कि किस तरह से आप भी अपना पेट्रोल पंप खोल कर एक सफल बिज़नेस की शुरुआत कर सकते हैं। वैसे पेट्रोल पंप खोलना कोई मुश्किल काम नहीं रह गया है क्योंकि इस क्षेत्र में कई प्राइवेट कंपनियां भी शुरू हो चुकी है।

ऐसे में आपको सरकारी पेट्रोल पंप कंपनियों में जो मारामारी रहती है और साथ ही वहां आरक्षण भी होता है, तो इन दोनों से ही नहीं जूझना (Petrol pump ka kaam kaise shuru kare) पड़ेगा। आज के समय में तो कई बड़ी प्राइवेट कंपनियां अपने तहत पेट्रोल पंप की डीलरशिप दे रही है। ऐसे में आपको इस लेख के माध्यम से पेट्रोल पंप खोलने के बारे में शुरू से लेकर अंत तक पूरी जानकारी मिलेगी।

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नया पेट्रोल पंप कैसे खोले? (Petrol pump kaise khole)

नया पेट्रोल पंप खोलना जितना सरल कार्य है उतना ही इसमें चीज़ों को ध्यान में रखे जाने की जरुरत होती है। यहाँ हम यह कहना चाह रहे हैं कि अन्य बिज़नेस में आपको लगातार काम करना होता है जबकि पेट्रोल तो ऐसी चीज हो गयी जो लोगों को चाहिए ही होती है। ऐसे में यदि आप पेट्रोल पंप खोल लेंगे तो यह चलेगा ही चलेगा लेकिन आप इसे खोलने जा रहे हैं तो उसके लिए क्या तैयारी की है, यह मायने रखती है।

नया पेट्रोल पंप कैसे खोले निवेश, मुनाफा, नियम शर्ते व आवेदन प्रक्रिया Petrol pump kaise khole

साथ ही देश में कुछ एक सरकारी कंपनी के पेट्रोल पंप होते हैं जिनकी डीलरशिप लेना बहुत ही मुश्किल होता है। इसके लिए हर कोई आवेदन करता है क्योंकि उन्हें पता है कि इस तरह के पेट्रोल पंप खोलने में बहुत बड़ा फायदा देखने को मिलता है। तो यदि आप भी इसके तहत पेट्रोल पंप खोलना चाहते हैं तो आज हम आपके साथ इसी विषय के बारे में ही विस्तार से बात करने वाले हैं ताकि आपको इसके बारे में भलीभांति आईडिया हो जाए।

पेट्रोल पंप के प्रकार (Petrol pump types in Hindi)

हमारे देश में पहले केवल सरकारी पेट्रोल पंप ही हुआ करते थे लेकिन समय के साथ साथ इसमें निजी कंपनियों की भागीदारी भी बढ़ती चली (Petrol pump business category in Hindi) गयी। आज के समय में देश में दोनों तरह के ही पेट्रोल पंप है और आप दोनों में से किसी के लिए भी आवेदन पत्र दे सकते हैं। आइए पेट्रोल पंप के दोनों प्रकारों के बारे में जान लेते हैं।

सरकारी पेट्रोल पंप (Government petrol pump)

आपने वर्षों से जो पेट्रोल पंप कंपनियों के नाम सुने हैं जैसे कि इंडियन ऑइल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम या भारत पेट्रोल इत्यादि। वे सब सरकारी पेट्रोल पंप ही होते हैं। इस तरह के पेट्रोल पंप आपको देश में हर जगह दिख जाएंगे क्योंकि इन्हें भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय के अंतर्गत नियंत्रित किया जाता है। ऐसे में यदि आपको सरकारी पेट्रोल पंप खोलना है तो इसके लिए ज्यादा परिश्रम करना होगा।

प्राइवेट पेट्रोल पंप (Private petrol pump)

वर्तमान समय में भारत सरकार ने पेट्रोल पंप में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के लिए इसमें प्राइवेट कंपनियों की भागीदारी भी सुनिश्चित की है। यही कारण है कि रिलायंस, अडानी इत्यादि की कई कंपनियां अब पेट्रोल के क्षेत्र में कूद चुकी है। उनके द्वारा व्यापक स्तर पर पेट्रोल पंप खुलवाने का अभियान चलाया जा रहा है। इसलिए यदि आप प्राइवेट कंपनियों के पेट्रोल पंप खोलने के लिए आवेदन देंगे तो ज्यादा दिक्कत नही होगी।

पेट्रोल पंप खोलने के लिए लोकेशन (Petrol pump kholne ke liye jagah)

भारत देश में जो भी पेट्रोल पंप खोले जाते हैं उनके लिए हर पेट्रोल पंप कंपनी ने जगह का निधारण किया हुआ है। कहने का अर्थ यह हुआ कि इनकी लोकेशन के आधार पर इन्हें दो भागो में वर्गीकृत किया हुआ (Petrol pump area है। जिसमे एक बड़े पेट्रोल पंप आते हैं तो दूसरे में छोटे पेट्रोल पंप। अब आप सोचेंगे कि यह कैसे होता है और पेट्रोल पंप तो पेट्रोल पंप होते हैं और इनके आकार में क्या अंतर। तो इसके लिए आपको कभी गाँव के पेट्रोल पंप जाकर देखना होगा और वहां जाकर उसकी स्थिति का आंकलन करना होगा। आइए जाने दोनों पेट्रोल पंप के बीच के अंतर के बारे में।

शहरी या हाईवे पेट्रोल पंप (Urban petrol pump)

इस तरह के पेट्रोल पंप में वे सभी पेट्रोल पंप आते हैं जो शहर या उसके आसपास के क्षेत्र में खुले हुए (Highway petrol pump) हैं। अब वह शहर चाहे बहुत बड़ा हो जिसे हम मेट्रो सिटी कहते हैं या फिर एक तहसील हो या छोटा शहर, उसमे आने वाले सभी पेट्रोल पंप इसी के अंतर्गत (आते हैं। इसी के साथ जो पेट्रोल पंप आप हाईवे पर देखते हैं फिर चाहे वह राष्ट्रीय राजमार्ग हो या राजकीय राजमार्ग, उन पर स्थित पेट्रोल पंप भी इसी श्रेणी के अंतर्गत ही आते हैं।

ग्रामीण पेट्रोल पंप (Rural petrol pump)

इस श्रेणी में लगभग वे पेट्रोल पंप आते हैं जो गांवों में खुले हुए है। कहने का अर्थ यह हुआ कि इसके अंतर्गत आने वाले पेट्रोल पंप छोटे होते हैं, उनका आकार भी छोटा है और उसमे लगने वाला खर्चा भी। तो भारत के असंख्य गांवों के अंदर जो पेट्रोल पंप खुले हुए हैं, वे सभी इसी श्रेणी के अंतर्गत आते हैं।

पेट्रोल पंप की कंपनी चुने (Petrol pump company in Hindi)

अब जब आप पेट्रोल पंप खोलने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं तो आपको किसी एक कंपनी का चुनाव करना होगा। अब यह तो आपने जान ही लिया है कि अब जमाना पहले के जैसा नहीं रहा और अब पेट्रोल पंप में प्राइवेट कंपनियां भी आ चुकी है। तो आपको इनमे से किसी एक कंपनी का चुनाव करना होगा और उसी दिशा में आगे बढ़ना होगा। 

हालाँकि यदि आप पेट्रोल पंप खोलने के लिए किसी सरकारी कंपनी का चयन करते हैं तो उसके लिए आपको सरकार के द्वारा निकाली जाने वाली अधिसूचना पर ध्यान केन्द्रित करना होगा क्योंकि वह आप अपने अनुसार नहीं खोल सकते हैं। वही यदि आप प्राइवेट कंपनी के तहत पेट्रोल पंप खोलने जा रहे हैं तो उसके लिए तो बस आपको उस कंपनी के अधिकारियों से संपर्क साधना होगा।

भारत में पेट्रोल पंप कंपनियों के नाम (Petrol pump company in India)

ऊपर आपने यह जाना कि यदि आपको पेट्रोल पंप खोलना है फिर चाहे वह सरकारी हो या निजी, उसमे आपके सामने कई तरह के विकल्प होंगे। तो अब आपको यह जानना होगा कि वे विकल्प कौन कौन से हैं और उनमे से आप किस किस मे हाथ आजमा सकते हैं। तो यहाँ हम आपके सामने भारत में पेट्रोल पंप का व्यापार कर रही कंपनियों की एक सूची रखने जा रहे हैं।

  • भारत पेट्रोल पंप
  • हिंदुस्तान पेट्रोलियम पेट्रोल पंप
  • इंडियन ऑइल पेट्रोल पंप
  • रिलायंस पेट्रोल पंप
  • एस्सार पेट्रोल पंप
  • शैल पेट्रोल पंप
  • अडानी पेट्रोल पंप
  • टाटा पेट्रोल पंप
  • केयर्न पेट्रोल पंप इत्यादि।

इनमे से कुछ कंपनियां तो थोड़े समय पहले ही खुली है। शुरू की तीन पेट्रोल पंप की कंपनियां सरकारी कंपनी है जिन्हें हम भारत, हिंदुस्तान पेट्रोलियम व इंडियन ऑइल के नाम से जानते हैं। अन्य सभी कंपनियां पेट्रोल पंप के क्षेत्र में निजी कंपनियां है। भविष्य में कई और कंपनियों के द्वारा भी इस क्षेत्र में कदम रखा जा सकता है। इसलिए आपको पहले मार्केट रिसर्च कर लेनी चाहिए और उसके बाद ही इस क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए।

नया पेट्रोल पंप खोलने के लिए मार्केट रिसर्च करना (Petrol pump market research)

यदि आप वाकई में नया पेट्रोल पंप खोलने के लिए गंभीर है तो उससे पहले आपको सही तरीके से मार्केट रिसर्च जरुर कर लेनी चाहिए। यदि आप बिना बाजार की स्थिति का आंकलन किये इस क्षेत्र में जाएंगे तो अवश्य ही घाटे में रहेंगे। इसके लिए जरुरी है बाजार में क्या कुछ चल रहा है और किस चीज़ की मांग है, इसके बारे में जानने की।

साथ ही आपके शहर में या जिस एरिया में आप पेट्रोल पंप खोलने का सोच रहे हैं, वहां आसपास कितने पेट्रोल पंप खुल चुके हैं और उनकी कितनी कमाई है। यदि आप हाईवे पर पेट्रोल पंप खोलने जा रहे हैं तो उसके पास वाला पेट्रोल पंप कितनी दूर है और वहां कोई रेस्टोरेंट या होटल भी है या नहीं। तो ऐसी ही कुछ बातों को आपको मार्केट रिसर्च के जरिये जुटाना होगा और उसके बाद ही आगे का निर्णय लेना होगा।

पेट्रोल पंप खोलने के लिए एक प्लान बनाना (Petrol pump kholne ke liye plan)

पेट्रोल पंप खोलने से पहले उसके लिए एक प्रॉपर प्लानिंग कर ली जाए तो यह आपके बिज़नेस के लिए सही रहता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि इस बिज़नेस प्लान में आप पेट्रोल पंप खोलने के बारे में सब जानकारी लिखेंगे और उसके लिए क्या कुछ करने वाले हैं, इसे मेंशन करेंगे। एक तरह से कहा जाए तो इस बिज़नेस प्लान को देख कर ही पेट्रोल पंप की कंपनियां आपको अपनी डीलरशिप देगी। उसी के बाद ही आप उस कंपनी के नाम पर पेट्रोल पंप खोल पाएंगे।

इसलिए यह बहुत ही जरुरी हो जाता है कि आपका बिज़नेस प्लान एक दम बढ़िया हो और उसमे कई सारे विकल्प लिखे हुए हो। इन विकल्पों के तहत यदि आपको किसी चीज़ में रूकावट हो रही है और उसके तहत आगे नहीं बढ़ा जा रहा है तो फिर उसके लिए दूसरा प्लान क्या है। इस तरह से यह बिज़नेस प्लान आपको सही तरीके से पेट्रोल पंप खोलने में बहुत मदद करने वाला है।

पेट्रोल पंप खोलने के लिए लाइसेंस लेना (Petrol pump license)

चाहे आप सरकारी कंपनी का पेट्रोल पंप खोले या प्राइवेट कंपनी का, उसके लिए आपको भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय से लाइसेंस लेना ही होगा। बिना लाइसेंस के तो आप पेट्रोल पंप का कोई भी काम नहीं कर (Petrol pump ka licence kaise milega) पाएंगे। तो इसके लिए आपको पेट्रोलियम मंत्रालय के तहत पेट्रोल पंप खोलने की एप्लीकेशन देनी होगी। साथ ही उसके लिए लगने वाला शुल्क चुकाना होगा व अन्य फॉर्मेलिटी भी पूरी करनी होगी।

इन सभी को कर लेने के बाद मंत्रालय के द्वारा आपकी एप्लीकेशन को देखा जाएगा। हालाँकि आप जिस भी कंपनी का पेट्रोल पंप खोलने जा रहे हैं, वह कंपनी भी आपकी इसमें सहायता करेगी। वही यदि आप सरकारी पेट्रोल पंप खोलने जा रहे हैं तो वह तो ऑटोमेटिक रूप से पेट्रोलियम मंत्रालय के अधीन ही आता है। तो एक बार जब आपकी एप्लीकेशन अप्रूव हो जाएगी तो उसके बाद आप पेट्रोल पंप खोल सकते हैं।

पेट्रोल पंप खोलने के लिए जरुरी डाक्यूमेंट्स (Petrol pump documents required in Hindi)

अब जब आप पेट्रोल पंप खोलने के लिए उसकी कंपनी में आवेदन करेंगे और साथ ही भारत सरकार के पेट्रोलियम मंत्रालय के तहत उसका लाइसेंस लेने जाएंगे तो वहां आपके सभी कागजात दिखाने को कहा जाएगा। यह कागजात आपकी पहचान, वित्त, परिवार, जमीन इत्यादि कई चीज़ों को लेकर होंगे। उदाहरण के तौर पर आपका पहले का क्या बिज़नेस है और उससे आपकी कितनी आय होती है, आप पेट्रोल पंप खोलने के लिए जो निवेश करने जा रहे हैं, वह पैसा कहां से आया और उसका स्रोत क्या है इत्यादि।

इसी के साथ साथ आप जहाँ भी पेट्रोल पंप खोलने का सोच रहे हैं, उस जमीन के कागजात भी उन्हें दिखाने होंगे। इनके अलावा यदि वह जमीन लीज पर ली हुई है या किसी के साथ अनुबंध के तहत है तो उसके प्रमाण दिखाने होंगे। यदि आप पेट्रोल पंप को सांझेदारी में खोलने जा रहे हैं तो सांझेदार के भी सभी डाक्यूमेंट्स उन्हें दिखाने होंगे। इसलिए समय रहते इन सभी डाक्यूमेंट्स की पहले से ही व्यवस्था कर लेंगे तो बेहतर रहेगा।

नया पेट्रोल पंप खोलने के लिए कितनी जमीन चाहिए? (Petrol pump land required in Hindi)

अब बात करते है पेट्रोल पंप को खोलने के लिए आवश्यक भूमि की। तो यह पूर्ण रूप से पेट्रोल पंप कंपनी की जरुरत और उसके प्रकार पर निर्भर करता (Petrol pump area required in Hindi) है। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप किस कंपनी का पेट्रोल पंप खोलने के लिए आवेदन करने जा रहे हैं और उस पेट्रोल पंप की लोकेशन कहां है, इन्हीं दो कारकों पर ही पेट्रोल पंप की भूमि का आकार निर्भर करने वाला है।

इसके बारे में आप अपने शहर में पहले से खुले हुए पेट्रोल पंप को देख कर लगा सकते हैं। अब आप जहाँ भी रहते हैं वहां पहले से ही कई तरह के पेट्रोल पंप खुले हुए होंगे। तो उन पेट्रोल पंप का क्या साइज़ है और वे कितने बड़े क्षेत्रफल में फैलें हुए हैं, उसी से ही आपको आईडिया हो जाएगा। सामान्य तौर पर एक पेट्रोल पंप का क्षेत्रफल 250 से 700 वर्ग फुट का होता है।

नया पेट्रोल पंप खोलने में कितना खर्चा आएगा? (Petrol pump ka kharcha)

यह इस लेख की सबसे जरुरी बात है क्योंकि किसी भी निवेशक के लिए यही चीज़ सबसे मायने रखती है कि उसका नया पेट्रोल पंप खोलने में कितना तक का खर्चा हो (Petrol pump franchise cost) जाएगा। उसी के अनुसार ही वह आगे की रणनीति तय करता है और क्या किया जाए और क्या नहीं, यह देखता है। तो यह भी पूर्ण रूप से आपके द्वारा चुनी गयी पेट्रोल पंप की कंपनी पर निर्भर करता है। साथ ही आपको पेट्रोल पंप का लाइसेंस बनवाने के लिए भी फीस चुकानी होगी।

तो यदि हम पेट्रोल पंप खोलने पर लगने वाले ओवरआल खर्चे की बात करे तो वह 30 से 50 लाख रुपए के बीच बैठता है। वही यदि आप ग्रामीण क्षेत्र में पेट्रोल पंप खोलने जा रहे हैं तो यह खर्चा 20 से 30 लाख रुपए के बीच बैठता (Petrol pump business cost in Hindi) है। इसमें पेट्रोल पंप खुलवाने की लाइसेंस फीस, इंफ्रास्ट्रक्चर, इंटीरियर, अन्य आवश्यक चीज़ों इत्यादि सभी का खर्चा शामिल किया गया है। तो आप अपने हाथ में कम से कम 30 लाख रुपए तो लेकर ही चलिए।

नया पेट्रोल पंप खोलने के लिए कैसे आवेदन करे? (Petrol pump ke liye apply kaise kare)

इसकी प्रक्रिया भी पूरी तरह से अलग अलग होती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप सरकारी पेट्रोल पंप खोलने जा रहे हैं तो उसकी प्रक्रिया भिन्न होगी और वही यदि आप प्राइवेट पेट्रोल पंप खोलने जा रहे (Petrol pump registration in Hindi) हैं तो उसकी प्रक्रिया एकदम अलग होगी। तो हम दोनों के बारे में ही आपको विस्तार से बता देते हैं ताकि आपके मन में कोई झंझट ना रहे।

सरकारी पेट्रोल पंप खोलने की प्रक्रिया (Government petrol pump process)

अब यदि आप पेट्रोल पंप में तीन प्रमुख कंपनियों अर्थात सरकारी पेट्रोल पंप को खोलना चाहते हैं तो उसके लिए परिश्रम भी ज्यादा होगा। साथ ही वह आप अपने अनुसार आवेदन नहीं कर सकते हैं। जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि देश के लगभग हर हिस्से में सरकारी पेट्रोल पंप खुले हुए हैं तो आप उनके साथ ही अन्य सरकारी पेट्रोल पंप खोलने के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं।

इसके लिए आपको तीनो सरकारी पेट्रोल पंप की वेबसाइट पर जाना होगा और वहां जाकर भारत सरकार के द्वारा निकाली जा रही अधिसूचना पर नज़र बनाए रखनी होगी। वहां पर भारत सरकार यह बताती है कि वह इस क्षेत्र में पेट्रोल पंप खोलने के लिए आवेदन मांग रही है। उसके बाद निर्धारित प्रक्रिया के तहत आपको आवेदन सबमिट करवा देना होगा। आवेदन के सबमिट होते ही आगे का निर्णय भारत सरकार के द्वारा ही लिया जाएगा।

यदि उस जगह पर पेट्रोल पंप खोलने के लिए ज्यादा आवेदन आते हैं तो फिर बोली लगवाई जाती है। जो भी व्यक्ति पेट्रोल पंप के लिए सबसे अधिक बोली लगाता है, उसे ही वहां पेट्रोल पंप खोलने की अनुमति मिलती है। अब यदि अधिकतम बोली एक से अधिक व्यक्तियों की समान हो जाती है तो उन सभी के बीच लकी ड्रा के तहत निर्णय लिया जाता है। तो इस तरह आप सरकारी पेट्रोल पंप खोलने के लिए आवेदन कर उसकी डीलरशिप प्राप्त कर सकते हैं।

प्राइवेट कंपनी का पेट्रोल पंप खोलने की प्रक्रिया (Private company petrol pump process)

अब यदि आप प्राइवेट कंपनी के तहत पेट्रोल पंप खोलने को इच्छुक है तो उसके लिए किसी तरह की अधिसूचना, बोली, लकी ड्रा इत्यादि की जरुरत नहीं है। वह इसलिए क्योंकि ये कंपनियां तो अपने बिज़नेस को विस्तार देने में जी जान से जुटी हुई है और ना ही इनके लिए ज्यादा लोग आवेदन करते हैं। यह पूर्ण रूप से एक बिज़नेस डील होती है। तो इसके लिए आप ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों ही माध्यम से आवेदन दे सकते हैं।

अधिकतर निजी पेट्रोल पंप की कंपनियों ने अपने पेट्रोल पंप की डीलरशिप देने के लिए ऑनलाइन फॉर्म की सुविधा दी हुई है। इसके लिए आपको उस कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा और वहां पेट्रोल पंप खोलने के लिए दिए गए आवेदन फॉर्म को भरना होगा। उसको भरने के बाद उस प्राइवेट कंपनी को आपका आवेदन मिल जाएगा और वे स्वतः ही आपसे संपर्क कर लेंगे।

वही यदि उनकी वेबसाइट पर ऑनलाइन फॉर्म नहीं दिया हुआ है तो उन्होंने पेट्रोल पंप की डीलरशिप देने के लिए कोई ईमेल आईडी या फोन नंबर जारी किया हुआ होगा। आपको इसी फोन नंबर पर कॉल करना होगा या फिर उन्हें उनकी ईमेल आईडी पर मेल करना होगा। इसके बाद वे अपने आप ही आपसे संपर्क कर लेंगे और आपको आगे की प्रक्रिया के बारे में बता देंगे।

नए पेट्रोल पंप का सेटअप करना (Petrol pump setup in Hindi)

अब जब आपको किसी एक पेट्रोल पंप कंपनी की ओर से अपना डीलर चुन लिया जाता है और उस जगह के लिए आपको अपनी एजेंसी दे दी जाती है तो आपका अगला कदम होगा पेट्रोल पंप पर होने वाली सभी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उसे खोलना। यदि आप किसी भी पेट्रोल पंप पर जाएंगे तो वहां आपको कुछ मूलभूत सुविधाएँ मिलेंगी जो हर पेट्रोल पंप पर होती है। तो आपको भी उन्हीं की व्यवस्था करनी होगी।

इन चीज़ों में सबसे पहले तो ऑनलाइन पेमेंट कने की सुविधा होगी जो स्कैन करके या कार्ड के माध्यम से होगी। इसके अलावा हवा भरने के लिए व्यवस्था, शौचालय, पानी पीने की व्यवस्था इत्यादि का इन्तेजाम भी होना चाहिए। उसके अलावा उस पेट्रोल पंप पर अन्य क्या क्या सुविधा होनी चाहिए, इसके बारे में उस पेट्रोल पंप की कंपनी आपको सूचित कर देगी।

नया पेट्रोल पंप कैसे खोले – Related FAQs

प्रश्न: पेट्रोल पंप खोलने में कितना खर्च आता है?

उत्तर: पेट्रोल पंप खोलने में 20 से 50 लाख रुपए का खर्च आता है।

प्रश्न: छोटा पेट्रोल पंप कैसे खोले?

उत्तर: छोटा पेट्रोल पंप आप केवल ग्रामीण क्षेत्र में ही खोल सकते हैं।

प्रश्न: पेट्रोल पंप का बिजनेस कैसे शुरू करें?

उत्तर: पेट्रोल पंप का बिजनेस शुरू करने के ऊपर पूरी जानकारी हमने आपको इस लेख के माध्यम से दी है जिसे आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: एक पेट्रोल पंप मालिक कितना कमाता है?

उत्तर: एक पेट्रोल पंप मालिक महीने का लाखों रूपया कमाता है।

इस तरह से आज के इस लेख में आपने नया पेट्रोल पंप खोलने के बारे में पूरी जानकारी ले ली है। तो क्या अब आप अपना खुद का पेट्रोल पंप खोलने के लिए तैयार है या आपके मन में अभी भी कोई शंका शेष रह गयी है। यदि ऐसा है तो आप नीचे कमेंट करके हमसे पूछ सकते हैं। हम जल्द से जल्द आपकी समस्या का समाधान करने का प्रयास करेंगे।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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