पीजीटी क्या है? पीजीटी कैसे बने? योग्यता, सैलरी व फुल फॉर्म

PGT kya h, क्या आप शिक्षक बनने के लिए प्रयास कर रहे हैं? वह भी सरकारी शिक्षक। और इसके लिए आप पीजीटी के बारे में ढूँढ रह हैं? तो आज आप बिल्कुल (PGT kya hota h) सही जगह पर आये हैं। दरअसल पीजीटी का मतलब सरकारी विद्यालय में बारहवीं तक के कक्षा को पढ़ाने वाला शिक्षक होता है। इसके लिए आपको बहुत मेहनत करने की आवश्कता होती हैं और कई मापदंडो को (PGT ke liye qualification in Hindi) पूरा करना होता हैं।

ऐसे में यदि आप पीजीटी के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं और यह खोज रहे हैं कि आखिरकार पीजीटी बनने के लिए या क्लियर करने के लिए (Post graduate teacher in Hindi) आपको क्या क्या करना पड़ता हैं तो आज हम आपको इस लेख के माध्यम से पीजीटी टीचर के बारे (PGT kya hai) में सब कुछ बताएँगे। यहाँ आपको पीजीटी क्या है, पीजीटी में क्या क्या होता है इत्यादि प्रश्नों के उत्तर जानने को मिलेंगे।

Contents show

पीजीटी क्या है (PGT kya h)

सबसे पहले यह जानते हैं कि आखिरकार यह पीजीटी होती क्या है या इसे हमारा क्या आशय है। तो आप यह जान ले कि पीजीटी का अर्थ हुआ किसी सरकारी स्कूल में बारहवीं तक की कक्षा को पढ़ाने वाला शिक्षक और उसके लिए क्लियर की जानी वाली परीक्षा (Post graduate teacher meaning in Hindi).

पीजीटी क्या है पीजीटी कैसे बने योग्यता सैलरी व फुल फॉर्म

कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप किसी प्राइवेट स्कूल में बच्चों को बारहवीं तक पढ़ते हैं तो उसे पीजीटी नही कहा जाएगा जबकि सरकारी स्कूल में (PGT ke bare me jankari) मुख्यतया 11वीं व 12वीं कक्षा के बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक को पीजीटी टीचर की संज्ञा दी गयी हैं।

पीजीटी की फुल फॉर्म (PGT ka full form)

अब हम बात करेंगे कि आखिरकार पीजीटी का पूरा नाम क्या होता हैं या इसकी फुल फॉर्म क्या हैं। तो पीजीटी का फुल फॉर्म पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (Post Graduate Teacher) होता है। इस तरह से पीजीटी का पूरा नाम पोस्ट ग्रेजुएट टीचर हो गया या फिर पोस्ट ग्रेजुएट अध्यापक। अब यदि हम पीजीटी के हिंदी नाम की बात करे तो पीजीटी का हिंदी नाम स्नातकोत्तर शिक्षक होगा।

पीजीटी के लिए योग्यता (PGT ke liye qualification)

अब जब आप पीजीटी टीचर बनने का सोच रहे हैं या पोस्ट ग्रेजुएट टीचर बनना चाहते हैं तो आपका यह भी जानना आवश्यक हैं कि आखिरकार इसके लिए आपको क्या क्या करना पड़ेगा। तो आइए जाने पोस्ट ग्रेजुएट टीचर बनने के लिए आपको किन मापदंडो (PGT ke liye qualification) का पालन करना होगा। इसके लिए आपको अपने स्कूल से ही तैयारी शुरू कर देनी होगी। तभी आप पीजीटी टीचर बन पाएंगे। आइए चरण दर चरण पीजीटी शिक्षक बनने की योग्यता के बारे में जाने।

#1. बारहवीं करें 50 प्रतिशत अंकों से पास

सबसे पहले तो आपको अपनी बारहवीं कक्षा में अच्छे से पढ़ने की आवश्यकता हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यदि आपके बारहवीं कक्षा में ही कम नंबर आये तो फिर आगे का भविष्य दागदार हो जाएगा। तब ना ही आप आगे अच्छे कॉलेज में प्रवेश ले पाएंगे और ना ही एक सफल पीजीटी शिक्षक बन (PGT ke liye yogyata kya hai) पाएंगे।

इसलिए सबसे पहले बारहवीं कक्षा को न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ किसी भी स्ट्रीम से पास करें। फिर चाहे आपकी स्ट्रीम आर्ट्स हो या कॉमर्स या मेडिकल इत्यादि। हालाँकि पीजीटी टीचर बनने के लिए आर्ट्स स्ट्रीम उत्तम रहती हैं। दरअसल बाकि स्ट्रीम में पढ़ाई करने का कोई ज्यादा लाभ नही मिलेगा जबकि आर्ट्स स्ट्रीम शिक्षक बनने के लिए सबसे सही मानी जाती है।

#2. अपनी ग्रेजुएशन करें पूरी

अब जब आपने बारहवीं 50 प्रतिशत अंकों के साथ पास कर ली हैं तो पीजीटी टीचर बनने के लिए अगला ध्येय हैं अपनी ग्रेजुएशन को पूरी करना। वैसे तो आप यह ग्रेजुएशन किसी भी विषय में पूरी कर सकते हैं लेकिन (PGT ke liye eligibility) हम आपको परामर्श देंगे कि यदि आप पीजीटी शिक्षक बनने की ओर अग्रसर हैं तो आपको बीए या बीएससी करनी चाहिए।

ज्यादातर पीजीटी टीचर बनने वाले लोग इन्हीं दोनों विषय में अपनी स्नातक की डिग्री लेते हैं। इसलिए आप भी इसी में ही अपनी स्नातक करें। इन दोनों में ही स्नातक की पढ़ाई करने में आपको 3 वर्ष का समय लगेगा। साथ ही यह टीचर बनने की दिशा में एक सही डिग्री हैं जहाँ पर आपको स्कूल के विषयों के बारे में अच्छे से जानकारी हो जाएगी।

#3. पोस्ट ग्रेजुएशन भी करनी हैं जरुरी

अब याद आप सोच रहे हैं कि केवल स्नातक की पढ़ाई कर लेने के बाद ही आपका पीजीटी के पद पर चयन हो जाएगा तो आप गलतफहमी में हैं। दरअसल सरकारी विद्यालय के ग्यारहवीं व बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को पढ़ाना इतना सरल कार्य नही हैं। इसके लिए आपको अत्यधिक मेहनत करने की आवश्यकता हैं और उसी के साथ डिग्री भी लेने की (PGT kaise kare)।

इसलिए आपको अपनी स्नातक की डिग्री लेने के बाद उच्च स्नातक की डिग्री लेना भी आवश्यक होता हैं। ऐसे में आप पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री उसी में करें जिसमें आपने अपनी ग्रेजुएशन पूरी की हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपने ग्रेजुएशन में बीए की हैं तो पोस्ट ग्रेजुएशन में एमए करें और यदि बीएससी की हैं तो एमएससी करें। इसे करने में आपको कुल 2 वर्षों का समय लगेगा।

#4. बीएड की डिग्री ले

अभी तक आपने सोचना होगा कि बस पोस्ट ग्रेजुएशन कर ली और हो गया काम। साथ ही पीजीटी की फुल फॉर्म भी तो पोस्ट ग्रेजुएट टीचर हैं तो इसका (PGT kaise hota hai) अर्थ हुआ कि अब आप आगे सीधा पीजीटी की टीचर बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं लेकिन ऐसा बिल्कुल नही हैं। दरअसल आपको भारत में कहीं भी सरकारी स्कूल में शिक्षक बनना हैं तो आपको बीएड की परीक्षा उत्तीर्ण करनी ही होगी।

अब जब आपको बीएड की परीक्षा में उत्तीर्ण होना हैं तो उसके लिए पहले बीएड की डिग्री करनी होगी। अब बीएड की डिग्री लेनी हैं तो उसके लिए 2 वर्ष का कोर्स करना होगा। कहने का अर्थ यह (PGT kaise karte hain) हुआ कि आपको पीजीटी शिक्षक की नौकरी पाने के लिए पहले अपनी बीएड पूरी करनी होगी। ऐसे में बीएड का कोर्स 2 वर्ष का होता हैं और उसके बाद आपको बीएड की डिग्री मिल जाएगी।

#5. पीजीटी की परीक्षा दे

अब जब आपने अपनी ग्रेजुएशन पूरी कर ली हैं, पोस्ट ग्रेजुएशन भी कर ली हैं और बीएड भी सफलतापूर्वक पूरी कर ली हैं तो अब आप पीजीटी टीचर बनने की दिशा में बहुत आगे बढ़ चुके हैं। इसके बाद आपको आखिरी चरण के रूप में सरकार द्वारा आयोजित कराई जाने वाली (PGT kaise kiya jata hai) पीजीटी की चयन प्रक्रिया में बैठना होता हैं। हालाँकि इस चयन प्रक्रिया के भी कई भाग होते हैं जिन्हें आपको पार करना होता हैं।

एक बार आप उस चयन प्रक्रिया को चरण दर चरण पार कर लेंगे तो फिर आपका पीजीटी की पोस्ट पर सिलेक्शन होना तय हैं। एक तरह से सरकारी स्कूल में बारहवीं तक के बच्चों को पढ़ाने के ;लिए शिक्षकों की भर्ती केवल बीएड की डिग्री के आधार पर नही की जाती हैं बल्कि उसके लिए उन्हें पीजीटी की चयन प्रक्रिया स्वे भी गुजरना होता हैं। ऐसे में आइए जाने पीजीटी की चयन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से।

पीजीटी की चयन प्रक्रिया (PGT selection process in Hindi)

अब जब आप अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन व बीएड की डिग्री ले लेंगे तो आप सरकार की पीजीटी की चयन प्रक्रिया में बैठ (PGT teacher kaise bante hain) सकते हैं। इसमें आपको कई राउंड से गुजरना पड़ेगा और हर राउंड में सेलेक्ट होने के बाद ही आप आगे बढ़ पाएंगे और पोस्ट ग्रेजुएट टीचर बन पाएंगे। आइए जाने पीजीटी का सिलेक्शन प्रोसेस विस्तार से।

#1. पीजीटी के लिए आवेदन करें

सबसे पहले तो आपको अपनी बीएड पूरी करते ही पीजीटी की भर्ती पर ध्यान रखना होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि राज्य सरकार के द्वारा हर वर्ष पीजीटी के अंतर्गत शिक्षकों की भर्ती की जाती हैं। इसलिए यदि आप इस पर ध्यान ही नही रखेंगे तो फॉर्म भरने की तिथि निकल जाएगी। फिर आपको अगले वर्ष की पीजीटी परीक्षा में बैठना होगा।

ऐसे में जैसे ही पीजीटी टीचर की भर्ती के लिए फॉर्म निकले तो उसके लिए तुरंत आवेदन करें। पीजीटी भर्ती की सूचना मुख्यतया लोकल समाचार पत्र, सरकारी वेबसाइट, शिक्षा विभाग की वेबसाइट, लोकल न्यूज़ चैनल, इत्यादि के माध्यम से दी जाती हैं। इसलिए आप अपने आप को अपडेट रखें।

#2. पीजीटी की लिखित परीक्षा

अब जब आप पीजीटी की भर्ती के लिए आवेदन कर देंगे तो उसके कुछ समय बाद ही पीजीटी की लिखित परीक्षा की तिथि घोषित कर दी जाएगी। इसी के साथ आपकी परीक्षा के लिए एक प्रवेश पत्र जारी कर दिया जाएगा। इस प्रवेश पत्र में आपका नाम, क्रमांक, परीक्षा का स्थान, तिथि, समय इत्यादि सभी महत्वपूर्ण जानकारी लिखी होगी।

आपको नियत समय व तिथि पर निर्धारित स्थान पर पहुँच जाना होगा। फिर आप सभी की एक लिखित परीक्षा आयोजित करवाई जाएगी जो कि ऑफलाइन होगी। इसके लिए आपको ओएमआर शीट दी जाएगी जिस पर आपको अपने उत्तर टिक करने होंगे। ध्यान रखें पीजीटी की परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग नही होती हैं, इसलिए आप सभी प्रश्नों के उत्तर चिंतामुक्त होकर दे सकते हैं।

#3. पीजीटी के लिए इंटरव्यू

अब जब आप पीजीटी की लिखित परीक्षा को पास कर लेंगे तो उसके कुछ समय बाद पीजीटी के लिए इंटरव्यू लिया जाता हैं। यह इंटरव्यू सभी का नही लिया जाएगा बल्कि जो परीक्षार्थी लिखित परीक्षा में न्यूनतम अंक लेकर आये हैं केवल उन्हीं का इंटरव्यू लिया जाएगा। इसलिए आप लिखित परीक्षा के परिणाम की प्रतीक्षा ना करें और इसे देते ही इंटरव्यू की तैयारी शुरू कर दे ताकि उसमे कोई कमी ना रहें।

सामान्यतया पीजीटी में आपसे पांच विषयों पर प्रश्न पूछे जाएंगे या फिर यूँ कहे कि आपका पांच तरह से टेस्ट लिया जाएगा और उनके आधार पर आपको परखा जाएगा। इसलिए आपको मुख्यतया इन्हीं पांच चीज़ों पर ध्यान देना होगा जिससे कि आपको इंटरव्यू में अच्छे नंबर आये। आइए तीनों के बारे में जाने।

  • सामान्य ज्ञान: यह पीजीटी के इंटरव्यू में पूछे जाने वाले प्रश्नों में सबसे सामान्य प्रश्न कहे जा सकते हैं। सामान्य ज्ञान के प्रश्न पूछकर सामने वाला यह देखना चाहेगा कि आप अपने आप को कितना अपडेट रखते हैं और आपका सामान्य ज्ञान कितना बेहतर है।
  • आपका पढ़ाने का विषय: अगला विषय जो आपके लिए मायने रखेगा वह हैं आपके ही द्वारा पढ़ाया जाने वाला विषय। कहने का अर्थ यह हुआ कि पीजीटी टीचर बनने के बाद आप 11वीं व बारहवीं कक्षा के छात्रों को जिस भी विषय में पढ़ाएंगे तो उससे संबंधित प्रश्न आपसे पूछे जाएंगे। यह सबसे अहम व मुख्य पड़ाव होता है।
  • पर्सनालिटी टेस्ट: इंटरव्यू में केवल आपसे प्रश्न ही नही पूछे जाएंगे बल्कि आपका पर्सनालिटी टेस्ट भी लिया जाएगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपका उठने, बैठने, खाने, पीने, मैनर्स, ग्रीटिंग, इत्यादि का क्या तरीका हैं। आप किस तरह से दूसरों के साथ व्यवहार करते हैं इत्यादि।
  • समझाने का तरीका: आपसे इंटरव्यू में कुछ ऐसे प्रश्न भी पूछे जाएंगे जिन्हें आपको सीमित शब्दों में लेकिन अच्छे से समझाना होगा और वह भी प्रभावी ढंग से। इस तरह से आपको इस विषय में परखा जाएगा कि आप कैसे अपने आप को किसी चीज़ में इतना सक्षम बना पाएंगे कि आप उसे अच्छे से समझा सके।
  • पढ़ाने का तरीका: यह इंटरव्यू के दौरान जांचा जाने वाला सबसे मुख्य विषय हैं। इंटरव्यू लेने वाला यह कभी नही चाहेगा कि वह किसी ऐसे व्यक्ति का चयन करें जिसे सब जानकारी तो हो लेकिन उसके पढ़ाने का तरीका ही सही ना हो या फिर वह तरीका छात्रों के लिए सही ना हो। इसलिए आपको इस विषय में भी परखा जाएगा।

#4. स्पेशल डिग्री की वेटेज

अब यदि आपने इंटरव्यू को अच्छे से पास कर लिया हैं तो पीजीटी टीचर बनने की दिशा में अगला चरण हुआ स्पेशल डिग्री का होना। दरअसल यह कोई चरण नही हैं और इसे हम एक्स्ट्रा विषय के रूप में देख सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपके पास ऊपर बताई गयी डिग्री के अलावा भी कोई अन्य डिग्री हैं या कुछ अन्य क्वालिफिकेशन या काबिलियत हैं तो आपको ज्यादा महत्ता दी जाएगी।

उदाहरण के तौर पर यदि आपनी बीएड के बाद एमएड भी कर रखी हैं तो अवश्य ही आपक अन्य बीएड की हुए परीक्षार्थियों की तुलना में महत्ता दी जाएगी। इसी तरह यदि आपने जिला, राज्य या राष्ट्रीय स्तर पर कोई खेल प्रतियोगिता में भाग लिया हैं या उसमे कुछ जीता हैं तो भी आपको अन्य परीक्षार्थियों की तुलना में महत्ता मिलेगी। एक तरह से आपने यदि ऊपर दिए गए आवश्यक विषयों के अलावा कुछ अन्य भी हासिल किया हैं तो आपको कुछ अंक बढ़कर मिलेंगे।

#5. पीजीटी के लिए दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया

यह पीजीटी टीचर बनने की दिशा में सबसे अंतिम चरण हैं। यदि आप इस चरण तक पहुँच गए तो समझ जाइये कि आपका पीजीटी टीचर की पोस्ट पर सिलेक्शन हो चुका हैं बस उसके लिए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन शेष बचा हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि पीजीटी टीचर बनने के लिए आपको बस उसकी लिखित परीक्षा व इंटरव्यू को अच्छे से देना होगा और उसमे अच्छे अंक लाकर पास करना होगा।

यदि आप इन दोनों में अच्छे नंबर ले आये तो अंत में आपके डाक्यूमेंट्स का सत्यापन किया जाएगा। इसमें यह देखा जाएगा कि आपने जो जो डॉक्यूमेंट सबमिट किये हैं वह गलत तो नही या अपने किसी को भ्रम में तो नही रखा। इसलिए इनकी गहनता से जांच की जाएगी। इसके बाद आपको पीजीटी टीचर की पोस्ट पर रख लिया जाएगा।

पीजीटी बनने के लिए जरुरी डाक्यूमेंट्स (PGT document verification)

अब आपका अगला प्रश्न होगा कि पीजीटी टीचर बनने के लिए किन किन डाक्यूमेंट्स को सबमिट करवाने की आवश्यकता होती हैं। तो उनकी सूची इस प्रकार हैं:

  • आधार कार्ड
  • वोटर आईडी
  • आवास प्रमाण पत्र
  • दसवीं की मार्कशीट
  • बारहवीं की मार्कशीट
  • विद्यालय का चरित्र प्रमाण पत्र
  • स्नातक की डिग्री
  • स्नातक की अंक तालिका
  • उच्च स्नातक की डिग्री
  • उच्च स्नातक की अंक तालिका
  • बीएड की डिग्री
  • बीएड की अंक तालिका इत्यादि।

पीजीटी का एग्जाम पैटर्न (PGT exam pattern in Hindi)

अभी तक आपने पीजीटी की चयन प्रक्रिया के बारे में जान लिया हैं लेकिन आपको पीजीटी में पास होने के लिए या पीजीटी अध्यापक बनने के लिए (PGT teacher kya hota hai) उसके एक्साम्म पैटर्न को भी समझना होगा। दरअसल इसमें हर राउंड के अपने अलग मार्क्स होते हैं और टोटल मार्क्स में उनकी वेटेज भी अलग अलग होती हैं। आइए उसी के बारे में भी जाने।

#1. पीजीटी लिखित परीक्षा का सिलेबस (PGT ke liye syllabus)

आपको सबसे पहले पीजीटी की लिखित परीक्षा देनी होती हैं। तो आपको बता दे कि इसके सिलेबस में आपको कोई अलग से तीतरी नही करनी होती हैं और ना ही आपसे पीजीटी की परीक्षा में गणित, रीजनिंग, हिंदी, अंग्रेजी इत्यादि विषयों पर प्रश्न पूछे जाएंगे। साथ ही इनका कुल नंबर में 85 प्रतिशत का हिस्सा होगा अर्थात 85 प्रतिशत का वेटेज।

यदि आप पीजीटी की परीक्षा दे रहे हैं तो जिस विषय पर सर्वाधिक प्रश्न पूछे जाएंगे वो होगा जिस विषय पर आप पढ़ाना चाहते हैं। उदाहरण के तौर पर यदि आप इतिहास पढ़ाना चाहते हैं तो 80 से 90 प्रतिशक प्रश्न इतिहास पर पूछे जाएंगे। और यदि आप हिंदी पढ़ाना चाहते हैं तो ज्यादातर प्रश्न हिंदी से ही संबंधित होंगे। इसके अलावा अन्य बचे हुए प्रश्न सामान्य ज्ञान पर आधारित होंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि पीजीटी के सिलेबस में आपके पढ़ाने के विषय व सामान्य ज्ञान से ही प्रश्न पूछे जाएंगे।

अब बात करते हैं पीजीटी में आने वाले कुल प्रश्नों की। पीजीटी में कुल 125 प्रश्न पूछे जाते हैं जो बहुविकल्पीय होते हैं। हर सही उत्तर के 3.4 अंक मिलेंगे जबकि गलत उत्तर पर कोई अंक नही काटा जाएगा। इस तरह पेपर कुल 425 अंक का हो गया जिसे करने के लिए आपको कुल 2 घंटो का समय दिया जाएगा।

#2. पीजीटी इंटरव्यू राउंड का वेटेज

अब यदि इंटरव्यू राउंड की बात करें तो इसका संपूर्ण पीजीटी प्रक्रिया में हिस्सा 10 प्रतिशत का होगा। अर्थात इंटरव्यू का वेटेज 10 प्रतिशत होगा। इंटरव्यू कुल 50 अंकों का होगा। इस तरह 50 में से आपको जितने भी अंक मिले उसको 10 में से निकाल कर जोड़ दिया जाएगा।

#3. पीजीटी स्पेशल क्वालिफिकेशन का वेटेज

अब आखिरी राउंड में स्पेशल क्वालिफिकेशन आयेगी जिसका कुल चयन प्रक्रिया में केवल 5 प्रतिशत का हिस्सा होगा। यह कुल 25 मार्क्स की होगी। इसमें आपने जो स्पेशल डिग्री ली हुई हैं या उसमे जितने अंक आये हैं, उसके आधार पर आपको 25 में से अंक दिए जाएंगे। फिर इन्हें 5 में से निकाल कर कुल मार्क्स में जोड़ दिया जाएगा।

इस तरह आपकी लिखित परीक्षा के 425 अंक, इंटरव्यू के 50 अंक व स्पेशल क्वालिफिकेशन के 25 अंक मिलाकर 500 अंक हो जाएंगे। इन सभी की इनकी वेटेज के आधार पर 100 में से अंक निकाले जाएंगे। जिस भी परीक्षार्थी के 100 प्रतिशत में से अधिक अंक आएंगे उन्हें (PGT ka selection kaise hota hai) पीजीटी के पद पर चुन लिया जाएगा।

पीजीटी की तैयारी कैसे करें (PGT taiyari kaise karen)

अब जब आप पीजीटी टीचर बनने को लेकर सीरियस हैं तो आपको यह भी जानना होगा कि आखिरकार पीजीटी टीचर बनने के लिए तैयारी कैसे की जाए। तो आइए जाने पीजीटी टीचर बनने के लिए आपको क्या क्या करना पड़ेगा और किस विषय में स्वयं को मजबूत बनाना होगा।

  • सबसे पहली और मुख्य बात, यदि आप पीजीटी शिक्षक बनना चाहते हैं तो अपनी पकड़ को उस विषय में मजबूत बनाए जिस विषय में पढ़ाने के लिए आप पीजीटी टीचर की परीक्षा दे रहे हैं। यदि आपका वह विषय ही कमजोर होगा या उसमे पकड़ ढीली होगी तो आपको पहले ही राउंड में बाहर कर दिया जाएगा।
  • दूसरी बात, आपको अपना सामान्य ज्ञान भी मजबूत रखना होगा क्योंकि इससे सम्बंदित प्रश्न ना केवल आपसे लिखित परीक्षा में पूछे जाएंगे बल्कि इंटरव्यू में भी आपका इनसे आमना सामना होगा। इसलिए अपने आप को हमेशा अपडेट रखें और इतिहास भी याद कर ले।
  • तीसरा आपको पीजीटी टीचर बनने के लिए तैयारी बीएड करने के बाद शुरू नही करनी हैं बल्कि आपको इसके लिए तैयारी अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन के समय से ही शुरू कर देनी होगी। तब जाकर कही आपका बीएड के बाद पीजीटी की पद पर चयन हो पाएगा।
  • पीजीटी के पुराने वर्षों के पेपर हमेशा हल करें। इससे आपको यह अनुमान रहेगा कि पिछले कुछ वर्षों में पीजीटी के लिए किस तरह के प्रश्न आ रहे हैं और अबकी बार किस तरह का पेपर आ सकता हैं। इसलिए पुराने लगभग 10 वर्षों के पीजीटी के पेपर हल कर डाले।
  • सबसे अंतिम व आवश्यक बात, आपका पढ़ाने का और समझाने का तरीका अच्छा होना चाहिए। बहुत से अच्छे परीक्षार्थी केवल इसलिए रिजेक्ट हो जाते हैं क्योंकि वे दूसरों को अच्छे से समझा नही पाते हैं। एक ऐसे शिक्षक की कोई महत्ता नही जो बच्चों को उस विषय के बारे में अच्छे से समझा ही ना सके फिर चाहे उसे उस विषय के बारे में कितनी ही जानकारी क्यों ना हो।

तो यह कुछ बिंदू थे जिनका आपको पीजीटी टीचर बनने के लिए ध्यान रखना होगा। यदि आपने यह बाते पहले से ही अपने दिमाग में रख ली तो अवश्य ही आपका पीजीटी की पोस्ट के लिए चयन हो जाएगा।

पीजीटी टीचर की सैलरी (PGT teacher ki salary)

यह इस लेख की सबसे महत्वपूर्ण व आवश्यक बात हैं। वह इसलिए अब जब आप इतनी मेहनत कर रहे हैं और पीजीटी टीचर बनने के लिए दिन रात परिश्रम कर रहे हैं तो अवश्य ही इस नौकरी में मिलने वाली सैलरी भी आपके लिए बहुत मायने रखती होगी।

ऐसे में आज आप जान ले कि एक (PGT teacher ki salary kitni hoti hai) पीजीटी टीचर की शुरूआती सैलरी 40 हज़ार से लेकर 60 हज़ार के बीच में हो सकती हैं। हालाँकि यह राज्य के अनुसार निर्भर करता हैं कि आप किस राज्य में पीजीटी टीचर की नौकरी लगे हैं। फिर भी हर राज्य में इनकी शुरूआती सैलरी 40 से 60 हज़ार के बीच में ही होगी। हालाँकि हर वर्ष आपके वेतन में 3 से 4 हज़ार की बढ़ोत्तरी होगी।

पीजीटी क्या है – Related FAQs

प्रश्न: पीजीटी की योग्यता क्या होती है?

उत्तर: पीजीटी की योग्यता के लिए आपको ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन व बीएड करने के बाद पीजीटी की परीक्षा देनी होती है।

प्रश्न: पीजीटी पास करने के बाद क्या होता है?

उत्तर: पीजीटी पास करने के बाद आप किसी भी सरकारी विद्यालय में ग्यारहवीं व बारहवीं कक्षा के छात्रों को पढ़ा सकते हैं।

प्रश्न: पीजीटी करने से क्या होता है?

उत्तर: पीजीटी करने के बाद आप सरकारी स्कूल में पोस्ट ग्रेजुएट टीचर बन जाते हैं।

प्रश्न: पीजीटी के लिए बीएड जरूरी है क्या?

उत्तर: हां, पीजीटी के लिए बीएड जरूरी होती है।

प्रश्न: पीजीटी का पेपर कितने नंबर का होता है?

उत्तर: पीजीटी का पेपर 425 नंबर का होता है।

तो आज आपने जाना कि पीजीटी क्या होता है, पीजीटी टीचर बनने के लिए क्या करना पड़ता है, उसके लिए आपके अंदर क्या क्या योग्यताएं होनी चाहिए, पीजीटी टीचर की चयन प्रक्रिया क्या है, पीजीटी का सिलेबस क्या है, पीजीटी टीचर की तैयारी कैसे करें और पीजीटी टीचर की सैलरी कितनी होती है इत्यादि।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
[fluentform id="3"]

Leave a Comment