पॉडकास्ट क्या होता है? | पॉडकास्टिंग में क्या-क्या आता है? | Podcast kya hota hai

|| पॉडकास्ट क्या होता है? | Podcast kya hota hai | हर किसी के पास पॉडकास्ट क्यों होता है? | Podcast ka matlab kya hota hai | पॉडकास्टिंग में क्या-क्या आता है? | Podcasting meaning in Hindi | पॉडकास्ट सुनने के फायदे | Podcast benefits in Hindi | odcast file kya hoti hai ||

Podcast kya hota hai :- पहले के समय में पॉडकास्ट बहुत ही प्रसिद्ध था और लोग इसका बहुत ज्यादा उपयोग भी करते थे। किन्तु आज के समय में लोग वीडियो के चक्कर में इतने उलझ कर रह गए हैं कि पॉडकास्ट का चलन थोड़ा कम हो गया है। किन्तु समय के साथ इसमें आती विविधता और नयापन इसे फिर से ऊपर ला रहा है और आज के समय में पॉडकास्ट और पॉडकास्टिंग पहले के जैसा ही आम होता जा रहा है। हालाँकि पहले के समय में इसे ऑडियो के नाम से ही बुला दिया जाता था किन्तु वर्तमान में इसे पॉडकास्ट या पॉडकास्टिंग भी कहते (Podcast kya hai in Hindi) हैं।

ऐसे में बहुत से लोगों को इस पॉडकास्ट शब्द का अर्थ नहीं पता होगा। तो आज हम उन्हें इस लेख के माध्यम से इसी पॉडकास्ट शब्द के बारे में जानकारी देने वाले हैं। आज आपको यह जानने को मिलेगा कि यह पॉडकास्ट क्या होता है और इसमें पॉडकास्टिंग कैसे की जाती है। साथ ही आप कैसे खुद का पॉडकास्ट बना सकते हैं और इसको बनाने के क्या कुछ फायदे देखने को मिलते हैं। तो आइये पॉडकास्ट व पॉडकास्टिंग के बारे में समूची जानकारी ले ली (Podcast ka matlab kya hota hai) जाए।

पॉडकास्ट क्या होता है? (Podcast kya hota hai)

आइये सबसे पहले हम इस पॉडकास्ट को समझ लेते हैं। तो आपने पहले कभी रेडिओ तो सुना ही होगा। या फिर अभी आप कार में कहीं जाते होंगे या कहीं बाहर होते होंगे तो आप अपने मोबाइल में एफएम तो सुनते ही होंगे या पहले कभी सुना होगा। इन सभी के अलावा जो चीज़ आप सबसे ज्यादा सुनते होंगे, वे अपने मोबाइल में कई तरह की गानों की ऐप के माध्यम से संगीत को सुनना होगा। इन ऐप में विंक, spotify या फिर आपके मोबाइल की ही कोई ऐप होगी जिस पर संगीत सुनना आपको पसंद (Podcast kya hai) होगा।

Podcast kya hota hai

तो यह सब जो आप सुनते हैं और जिन्हें पढ़ा नहीं जा सकता है और ना ही देखा जा सकता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि ऐसी फाइल जिसमें कोई शब्द नहीं लिखा होता है और ना ही कोई वीडियो देखने को होता है, और केवल ऑडियो ही सुनने को होती है, उसे ही पॉडकास्ट फाइल कहा जाता है। एक तरह से सभी तरह की ऐसी फाइल जो सुनने के उद्देश्य से ही बनायी गयी हो तो उसे ही पॉडकास्टिंग कहते हैं या उस फाइल को पॉडकास्ट कहा जाता (What is podcast in Hindi) है।

अब इसमें केवल संगीत या फिर एफएम इत्यादि ही नहीं आते हैं क्योंकि बहुत से लोग इसे केवल संगीत से जोड़कर ही देख लेते हैं जो कि गलत है। हम जो चीज़ पढ़ते हैं, जैसे कि किसी चीज़ के बारे में जानकारी या फिर कविता या कोई कहानी, उसे भी तो बोलकर सुना जा सकता है। अब मान लीजिये, आप यह जो लेख पढ़ रहे हैं, उसे हम लिखने की बजाये बोलकर रिकॉर्ड कर लें और किसी प्लेटफार्म पर अपलोड कर दें तो आप उसे वहां से डाउनलोड कर या लाइव स्ट्रीम कर सुन सकते हैं। तो उसे ही तो पॉडकास्ट फाइल कहा जाता है जो आप उपयोग में ला सकते (Podcast kya hota hai in Hindi) हैं।

पॉडकास्ट फाइल क्या होती है? (Podcast file kya hoti hai)

यह एक ऐसी फाइल होती है जो ऑडियो पर निर्भर करती है। हालाँकि यह जरुरी नहीं है कि उसे केवल ऑडियो के उद्देश्य से ही बनाया गया हो क्योंकि कभी कभार इसमें वीडियो को भी शामिल किया जाता है। उदाहरण के तौर पर जब किसी गाने की शूटिंग होती है तो उसमें संगीत को रिकॉर्ड करने के साथ साथ वीडियो को भी डाला जाता है। तो ऐसे में जब उसमें वीडियो जोड़ दी जाती है तो वह वीडियो फाइल विद म्यूजिक हो जाती है।

किन्तु वीडियो के अलावा अलग से कमरे में उस गाने को रिकॉर्ड किया जाता है जिसे एक संगीतकार गाता है और साथ ही धुन बजाई जाती है। तो उस रिकार्डेड गाने को हम अपने मोबाइल में म्यूजिक ऐप के माध्यम से सुनते हैं। तो उसी फाइल को ही पॉडकास्ट फाइल कहा जाता है। यह पॉडकास्ट फाइल कुछ और नहीं बल्कि ऑडियो फाइल ही होती है जो किसी भी रूप में हो सकती है।

पॉडकास्ट शब्द का क्या मतलब है? (Podcast meaning in Hindi)

पॉडकास्ट क्या होता है, इसके बारे में तो जानकारी ले ली गयी है किन्तु यह शब्द पॉडकास्ट सुनने में बहुत अलग सा लगता है और हमें इसका अर्थ नहीं पता होता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि जब यह एक ऑडियो फाइल ही है तो फिर इसे ऑडियो फाइल कहकर ही संबोधित क्यों नहीं किया जाता है और क्यों इसे पॉडकास्ट कहा जाता है। तो इसका उत्तर बहुत सीधा सा (Podcast word meaning in Hindi) है। जो फाइल केवल आपके मोबाइल में है, उसे ऑडियो फाइल कहा जाता है लेकिन जब वह फाइल इंटरनेट पर सार्वजनिक या कुछ निजी लोगों को उपलब्ध है अर्थात डिजिटल फॉर्मेट में नेट पर है तो उसे पॉडकास्ट फाइल कहा जाता है।

ऐसे में पॉडकास्ट शब्द को दो शब्दों के मेल से बनाया गया है जिसमें से पहला शब्द किसी शब्द की शॉर्ट फॉर्म है तो दूसरा शब्द अलग है। तो इसमें पॉडकास्ट को POD और Cast शब्द के मेल से बनाया गया है। इसमें POD शब्द की फुल फॉर्म प्लेयेबल ऑन डिमांड (Playable On Demand) होती है अर्थात माँग पर किसी चीज़ को बजाया जाना। जबकि कास्ट शब्द का अर्थ होता है किसी चीज़ को उपलब्ध या कास्टिंग करवाना। इस तरह से ऑनलाइन या डिजिटल रूप में किसी ऑडियो को प्ले करना ही पॉडकास्ट कहलाता है।

पॉडकास्टिंग क्या होती है? (Podcasting kya hota hai)

अब आपने यह तो जान लिया है कि यह पॉडकास्ट फाइल या पॉडकास्ट का क्या अर्थ होता है और साथ ही पॉडकास्ट शब्द का क्या अर्थ है तो अब आपको पॉडकास्टिंग शब्द का अर्थ भी पता होना चाहिए। तो यह कुछ ऐसा ही है जैसा हम एक्टर का एक्टिंग करना कहते हैं, चित्रकार का चित्रकारी करना कहते हैं। वैसे ही किसी पॉडकास्ट करने वाले व्यक्ति के द्वारा ऑडियो फाइल को रिकॉर्ड किया जाता है तो उसे ही पॉडकास्टिंग करना कहते हैं। पॉडकास्ट एक संज्ञा है जबकि पॉडकास्टिंग का अर्थ क्रिया से हो गया। हालाँकि इसमें दो तरह की क्रियाएं शामिल होती (Podcasting meaning in Hindi) है।

पहली क्रिया के अनुसार जब किसी पॉडकास्ट एक्टर के द्वारा ऑडियो फाइल को रिकॉर्ड किया जा रहा है तो उसे भी पॉडकास्टिंग करना कहते हैं। दूसरी क्रिया में जब उसे किसी ऑनलाइन प्लेटफार्म या मंच पर अपलोड किया जा रहा है ताकि आम दर्शन उसे सुन सके तो उसे भी पॉडकास्टिंग करना कहते हैं। इस तरह से ऑडियो फाइल को रिकॉर्ड करने से लेकर उसे ऑनलाइन अपलोड करने को ही पॉडकास्टिंग कहा जाता है।

पॉडकास्टिंग में क्या-क्या आता है?

अब आप में से बहुत लोग सोच रहे होंगे कि इस पॉडकास्टिंग में या पॉडकास्ट फाइल में क्या कुछ आता होगा। बहुत लोगों को तो अभी तक यही लगता होगा कि केवल संगीत या गाने वाली फाइल को ही पॉडकास्ट कहा जाता है और इसमें क्या ही आ जाएगा। किन्तु जो लोग पहले के समय में रेडिओ सुना करते थे या फिर आज के समय में भी एफएम सुनने के आदि हैं तो उन्हें इसके बारे में कुछ ज्यादा जानकारी होगी। तो पॉडकास्टिंग में केवल संगीत या म्यूजिक ही नहीं आता है बल्कि कुछ भी आ सकता है।

यहाँ तक कि आप किसी वीडियो या टेक्स्ट फाइल को भी पॉडकास्ट फाइल में बदल सकते हैं ताकि उसे पढ़ने या देखने में समय ना लगे और केवल उसे सुन लिया जाए। उदाहरण के तौर पर आप लेख को पढ़ने की बजाये उसे सुन भी तो सकते हैं और यह आप चलते चलते या कोई अन्य काम करते हुए भी कर सकते हैं, जिस प्रकार आप संगीत के साथ करते हैं। हालाँकि उस समय आपका ध्यान उस लेख को सुनने पर होना चाहिए अन्यथा आप कुछ बातों को समझने से चूक जाएंगे।

इसी तरह जो भी चीज़ लिखी जाती है, वह हर चीज़ पॉडकास्ट फाइल में कन्वर्ट की जा सकती है। अब जो चीज़ देखी जा सकती है लेकिन यदि उसमें कोई कहानी है या कविता इत्यादि तो उसे पॉडकास्ट फाइल में बदला जा सकता है। हर वीडियो फाइल को पॉडकास्ट में नहीं बदला जा सकता है क्योंकि उसमें हम हीरो या हीरोइन की एक्टिंग को देखते हैं। ऐसे में संगीत, कविता, कहानी, लेख, जानकारी, एकतरफा बातचीत इत्यादि को पॉडकास्ट फाइल में बदला जा सकता है।

पॉडकास्ट कहाँ से सुने?

अब जब आप पॉडकास्ट के बारे में इतना सब जान गए हैं तो अवश्य ही आपका मन भी इसे सुनने का कर रहा होगा। आपको यह तो पता ही चल गया होगा कि एफएम भी एक पॉडकास्ट ही होता है जिसमें ऑडियो फाइल को दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए बनाया गया होता है। ऐसे में आप एफएम सुन सकते हैं किन्तु हर शहर में या आपके शहर में एफएम की सुविधा दी गयी हो, यह जरूरी नहीं होता है। तो एफएम के अलावा और क्या क्या विकल्प होते हैं जहाँ पर आप पॉडकास्ट सुन सकते हैं।

आज का जमाना इंटरनेट का जमाना है और ऐसे में हर शहर और गाँव में लगभग सभी तरह की सुविधाएँ उपलब्ध है। तो जब आपके शहर में इंटरनेट पर तरह तरह की वीडियोज देखने और अन्य सुख सुविधाएँ दी गयी है तो फिर भला पॉडकास्ट कैसे पीछे रह सकता है। ऐसे में पॉडकास्ट को सुनने के कुछ बेहतरीन विकल्पों के नाम इस प्रकार हैं:

  • यूट्यूब
  • स्पोटीफाई
  • विंक म्यूजिक ऐप
  • पॉकेट एफएम
  • अमेज़न म्यूजिक
  • गूगल पॉडकास्ट
  • एप्पल पॉडकास्ट इत्यादि।

आज के समय में सैकड़ों ऐसे प्लेटफार्म और ऐप हैं जहाँ पर आप पॉडकास्टिंग की सुविधा का आनंद उठा सकते हैं। इसमें आपको यूट्यूब का नाम सुनकर आश्चर्य हुआ होगा क्योंकि इसका उपयोग तो आपने केवल और केवल वीडियो देखने के लिए ही किया होगा। तो अब हम आपको बता दें कि बहुत से लोग यूट्यूब का इस्तेमाल पॉडकास्ट या ऑडियो फाइल को सुनने के लिए भी करते हैं।

उदाहरण के तौर पार आप यूट्यूब पर जाकर अपनी पसंद की श्रेणी डालकर साथ में पॉडकास्ट या ऑडियो फाइल लिख दें तो उस पर कई तरह के चैनल की वीडियोज आ जाएगी। हालाँकि यह वीडियो ही होगी लेकिन इन्हें पॉडकास्ट के रूप में उसमें डाला गया होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि उसमें केवल एक चित्र ही होगा और आपको बस उसमें उसकी आवाज को सुनना होगा। उदाहरण के तौर पर आप हॉरर पॉडकास्ट वीडियोज या कॉमेडी ऑडियो फाइल इत्यादि करके टाइप कर सकते हैं और आनंद उठा सकते हैं।

पॉडकास्ट कब सुनते हैं?

अब आप इस पॉडकास्ट फाइल को कभी भी सुन सकते हैं और यह व्यक्ति के मनोरंजन पर निर्भर करता है। बहुत से लोगों को वीडियो देखने का कम शौक होता है और वे इसे सुनना पसंद करते हैं। वहीं बहुत बार स्थिति ऐसी होती है कि उस समय अपना मनोरंजन करने के लिए इन पॉडकास्ट फाइल को सूना जाए तो ज्यादा बेहतर रहता है। उदाहरण के तौर पर आप ड्राइविंग कर रहे हैं और वह यात्रा लंबी है तो आप उस समय ना तो कुछ पढ़ सकते हैं और वीडियो देखेंगे तो दुर्घटना हो सकती है।

ऐसे में आप उस समय अपना मनोरंजन करने के लिए पॉडकास्ट सुन सकते हैं। इससे आप कोई कहानी भी सुनते रहेंगे और ड्राइविंग का आनंद भी आएगा। उसी तरह आप घर पर या बाहर कोई ऐसा काम कर रहे हैं जो शारीरिक काम है और उसमें आपको दिमाग नहीं लगाना है तो आप उस समय संगीत सुनने की बजाये पॉडकास्ट सुन सकते हैं। अब संगीत तो तब सुना जाता है जब आपको उस पर ध्यान ना देना हो जबकि कहानी वाली पॉडकास्ट फाइल को ध्यान से सुना जाता है। ऐसे में इस पॉडकास्ट फाइल को बहुत जगह सुना जा सकता है जो आप अपने अनुसार निर्धारित करते हैं।

पॉडकास्ट सुनने के फायदे (Podcast benefits in Hindi)

अब आपने यह तो जान लिया कि आप किस किस समय पॉडकास्ट को सुन सकते हैं और उससे आपको इसको सुनने के कुछ एक लाभ तो पता चल ही गए होंगे। हालाँकि पॉडकास्ट को सुनने के केवल यही लाभ देखने को नहीं मिलते हैं जिसमें आप उसे ड्राइविंग करते हुए या कुछ अन्य काम करते हुए ही सुनते हैं जबकि लोग इसे शांति से या कुछ ना करते हुए भी सुनते हैं और इसको सुनने के कई फायदे होते हैं। आइये आज हम आपके साथ पॉडकास्ट को सुनने से मिलने वाले कुछ विचित्र और अद्भुत लाभ के बारे में बात करते हैं।

  • पॉडकास्ट को सुनने का सबसे बड़ा लाभ तो वही है जो आपने ऊपर पढ़ा। कहने का अर्थ यह हुआ कि बहुत से लोग इसे ड्राइविंग करते हुए या कुछ ऐसा अन्य काम करते हुए सुनना पसंद करते हैं, जिसमें दिमाग नहीं लगाना पड़ता है। ऐसे में इसे कुछ अन्य काम करते हुए मनोरंजन का प्रमुख साधन माना जा सकता है।
  • अब इसका दूसरा बड़ा लाभ यह होता है कि यह नॉवेल पढ़ने के जैसा होता है। अब पहले के समय में लोग कहानियों वाली पुस्तकों और नॉवेल को बहुत पढ़ा करते थे। इसमें लाभ यह होता है कि हम उस कहानी को पढ़ते हुए अपने दिमाग में ही अलग से करैक्टर बना लेते हैं और उसकी शूटिंग हमारे दिमाग में ही हो रही होती है जबकि वीडियो में ऐसा नहीं होता है। तो कुछ वैसा ही लाभ आपको पॉडकास्ट फाइल को सुनने में मिलता है जिसमें आप सुनाई जा रही कहानी के अनुसार ही उसे अपने दिमाग में शूट करते हैं।
  • अब जब आप अपने दिमाग में किसी कहानी के करैक्टर को गढ़ते हैं और उसके अनुसार पॉडकास्ट को सुनते जाते हैं तो इससे आपकी रचनात्मकता में वृद्धि देखने को मिलती है। इससे व्यक्ति का दिमाग सोचने समझने की शक्ति को विकसित करता है और चीज़ों को सही से परख सकता है।
  • यदि आप खुद का कोई काम करते हैं या लेखन, ऑडियो या वीडियो इत्यादि बानाने का काम करते हैं तो इससे आपको नए नए विचार आते हैं जो आपके काम को तेज गति से आगे बढ़ाने में भी सहायता करते हैं।
  • इससे आप अपना बहुत सा समय व्यर्थ होने से बचा सकते हैं क्योंकि दिन में हम ऐसे कई काम करते हैं जिसमें दिमाग की आवश्यकता नहीं होती है। उस समय हम पॉडकास्ट को सुनकर अपना समय बचा सकते हैं।

तो इस तरह से पॉडकास्ट फाइल को सुनने के अपने बहुत से लाभ देखने को मिलते हैं जो हर व्यक्ति के अनुसार भिन्न भिन्न भी हो सकते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि यह व्यक्ति की स्थिति के अनुसार अलग अलग हो सकते हैं। अब जब आप इसे सुनना शुरू करेंगे तभी आपको अपने अनुसार इसके लाभ देखने को मिलेंगे।

पॉडकास्टिंग कैसे करें? (Podcasting kaise kare)

अब यदि आप भी पॉडकास्टिंग करने को इच्छुक हैं तो उसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ही जरुरी है। अब यदि हर कोई पॉडकास्टिंग कर सकता तो फिर इसमें कोई भी करियर बना लेता लेकिन ऐसा भी नहीं है कि यह बहुत ज्यादा कठिन है। इसके लिए जो चीज़ सबसे ज्यादा जरुरी है वह यह है कि आपकी संवाद शैली बहुत उत्तम दर्जे की होनी चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि ना केवल आपकी भाषा पर पकड़ अच्छी होनी चाहिए बल्कि शब्दों को बोलने का स्टाइल या उच्चारण भी अच्छा होना जरुरी (Podcast kaise banaye) है।

आप कठिन से कठिन शब्दों को भी बोलने में अटकने नहीं चाहिए और साथ ही उनका स्पष्ट रूप में उच्चारण भी आवश्यक है। इसी के साथ ही आपको कहाँ पर लय लेनी है, किस शब्द पर जोर देना है, कहानी के अनुसार कहाँ किस तरह की भावना को व्यक्त करते हुए बोलना है, इसके बारे में भी पता होना चाहिए। उदाहरण के तौर पर हम “क्या हुआ” शब्द को भी कई तरह की भावना से बोलते हैं। जैसे कि कोई डरा हुआ है तो इसे अलग से उच्चारण करेगा, कोई कुछ जानना चाह रहा है तो इसका अलग उच्चारण होगा तो वहीं कोई दुःख में पूछ रहा है तो अलग उच्चारण।

इसी तरह ना केवल भाषा की अच्छी पकड़ और सही उच्चारण चाहिए बल्कि पॉडकास्टिंग में यह भी बहुत आवश्यक है कि आप किस टोन या स्टाइल में उसे बोलते हैं ताकि कहानी सुनने वाले को उसका आनंद आ सके। इन सभी के अलावा आज के समय में मनोरंजन को ध्यान में रखते हुए पॉडकास्ट फाइल में आवाज के साथ साथ संगीत या धुनें भी डाली जाती है ताकि उन्हें और ज्यादा प्रभावी बनाया जा सके। तो आपको यह सब सीखना होगा और उसके बाद ही पॉडकास्टिंग शुरू करनी होगी।

पॉडकास्ट क्या होता है – Related FAQs 

प्रश्न: पॉडकास्ट का मतलब क्या होता है?

उत्तर: ऑनलाइन या डिजिटल रूप में किसी ऑडियो को प्ले करना ही पॉडकास्ट कहलाता है।

प्रश्न: पॉडकास्ट कैसे शुरू करें?

उत्तर: पॉडकास्ट करने के बारे में संपूर्ण जानकारी को हमने ऊपर के लेख के माध्यम से देने का प्रयास किया है जो आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: यूट्यूब पर पॉडकास्ट क्या है?

उत्तर: यूटयूब पर पॉडकास्ट हॉरर स्टोरी या कॉमेडी स्टोरी इत्यादि के रूप में मिलेगी।

प्रश्न: हर किसी के पास पॉडकास्ट क्यों होता है?

उत्तर: क्योंकि पॉडकास्ट मनोरंजन का एक बेहतर विकल्प है।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने पॉडकास्ट के बारे में जानकारी हासिल कर ली है। आपने जाना कि पॉडकास्ट क्या होता है पॉडकास्ट फाइल क्या होती है पॉडकास्टिंग क्या होती है पॉडकास्टिंग में क्या आता है पॉडकास्ट कहां से सुने और पॉडकास्टिंग कैसे करें इत्यादि। आशा है कि पॉडकास्ट को लेकर संपूर्ण जानकारी आपको इस लेख के माध्यम से मिल गई होगी।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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