हमारे देश में लाखों लोग ऐसे हैं, जिनके सिर के ऊपर अपनी छत नहीं। कई लोग अपने घर का सपना देखते देखते इस दुनिया से विदा तक हो जाते हैं। लोगों का उनके घर का सपना साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm narendra modi) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार सन् 2015 में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) लेकर आई थी। इसके अंतर्गत अब तक लाखों लाभार्थियों को उनका घर मिल चुका है। यद्यपि बहुत से लाभार्थियों अभी प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत अपना घर मिलने का इंतजार है। अभी इनके लिए उम्मीद खत्म नहीं हुई है। आइए, जान लेते हैं कि प्रधानमंत्री आवास योजना की अंतिम तिथि क्या है?
प्रधानमंत्री आवास योजना क्या है? (What is Pradhan mantri awas yojana?)
दोस्तों, आइए सबसे पहले इस प्रधानमंत्री आवास योजना को ठीक से समझ लेते हैं। आपको बता दें कि इस योजना की शुरूआत केंद्र सरकार ने आज से करीब सात वर्ष पूर्व 25 जून, 2015 में शहरी एवं आवास मामलों के मंत्रालय के अधीन की थी। इसका उद्देश्य आजादी की 75वीं वर्षगांठ यानी 2024 तक शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों (urban and rural areas) में रह रहे ऐसे लोगों को घर मुहैया कराना था, जिनके पास अपने मकान नहीं थे। आपको बता दें दोस्तों योजना के अंतर्गत नौ राज्यों के 305 नगरों एवं कस्बों को शामिल किया गया था। प्रधानमंत्री आवास योजना को तीन फेज (phase) में विभक्त किया गया था।
पहला चरण सन् 2015 से शुरू कर सन् 2017 तक चला था। इस पहले चरण के तहत 100 से भी ज्यादा शहरों में घर बनाए गए। इसके पश्चात इस योजना का दूसरा चरण सन् 2017 से सन् 2019 तक चला, जिसके अंतर्गत 200 से भी अधिक शहरों में घरों का निर्माण किया गया। इस योजना के तीसरे चरण की शुरुआत अप्रैल, 2019 में हुई। इस चरण को मार्च 2022 में पूरा होना था, लेकिन कोरोना (corona) महामारी की वजह से बीच में इस योजना का काम रुका रहा, जिसे देखते हुए सरकार ने इस योजना दो वर्ष के लिए और विस्तारित करने (extension) का निर्णय लिया है।
प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ अब तक कितने लाभार्थी उठा चुके हैं? (How many beneficiaries have taken advantage of PMAY till now?)
मित्रों, आपको बता दें कि प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) की आधिकारिक वेबसाइट (official website) के अनुसार इस योजना के तहत कुल 122.69 लाख घर स्वीकृत किए गए हैं, जिनमें से 105.03 मकान जमीन पर शुरु हो चुके हैं। वहीं, 64.08 लाख घरों का निर्माण पूरा हो चुका है। इससे स्पष्ट है कि अब तक लाखों लोगों को केंद्र सरकार (Central government) द्वारा गरीबों की मदद के लिए चलाई जा रही इस योजना का लाभ मिल चुका है। लेकिन अभी तक लाभार्थियों की लिस्ट पर पूरी तरह चेक का निशान नहीं लगा है। यानी सभी को अभी तक ये घर नहीं मिल पाए हैं। इसलिए केंद्र सरकार द्वारा इस महत्वाकांक्षी योजना की अवधि (period) को विस्तारित (extend) किया गया है।
अभी तक प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत कितनी राशि खर्च हो चुकी है? (How much amount has been spent till now under PMAY?)
साथियों, यदि बात प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत हो रहे निर्माण पर खर्च होने वाली राशि की करें तो अब तक इन घरों के निर्माण पर 8.31 लाख करोड़ रुपए की राशि निवेश (invest) की जा चुकी है। इनमें से 2.03 लाख करोड की केंद्रीय मदद (Central assistance) का वादा किया गया था। इसमें से 1.27 करोड़ की राशि केंद्र की ओर से रिलीज की जा चुकी है।
प्रधानमंत्री आवास योजना की अंतिम तिथि क्या है? (What is the last date of Pradhan mantri awas yojana?)
साथियों, यह बेहद महत्वपूर्ण जानकारी है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) को केंद्र सरकार द्वारा अब 31 मार्च, 2024 तक बढ़ा दिया गया है। ऐसे में प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ उठाने की अंतिम तिथि 31 मार्च, 2024 है। सरकार का इस योजना की तिथि बढ़ाने के पीछे उद्देश्य यही है कि वे सभी आवेदक, जिनके सिर के ऊपर अपनी छत नहीं है और जिन्हें अभी तक इस योजना के अंतर्गत अपना घर नहीं मिल सका है, वे सभी अपने घर में जाकर अपनी बाकी की जिंदगी गुजार सकें।
दोस्तों, आपको बता दें कि अभी भी लाखों लोग इस योजना के अंतर्गत लाभ मिलने का इंतजार कर रहे हैं। ये वे लोग हैं, जो इस योजना के लिए पहले से ही आवेदन कर चुके हैं। खास बात यह है कि इन घरों के साथ ही योजना के लिए पात्र/योग्य परिवारों को पानी का कनेक्शन, शौचालय की सुविधा एवं 24 घंटे बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाती है। उन्हें किसी किस्म की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ता। अब यह देखने वाली बात होगी कि क्या केंद्र सरकार तय समय सीमा के भीतर बचे हुए लाभार्थियों को घर प्रदान कर पाएगी? अथवा उसे 31 मार्च, 2024 के पश्चात इस तिथि को क्या फिर से विस्तारित करने की आवश्यकता होगी?
प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़ी खास खास बातें क्या हैं? (What are the main features of Pradhan mantri awas yojana?)
मित्रों, आइए अब आपको बताते हैं कि प्रधानमंत्री आवास योजना से जुड़ी खास खास बातें क्या हैं? इन बातों को जानकर आपको इस योजना के लिए आवश्यक पात्रता को एक नजर में समझने में आसानी होगी। ये बातें इस प्रकार से हैं-
- आर्थिक रूप से कमजोर आय वर्ग यानी ईडब्ल्यूएस (EWS) तीन लाख रुपए तक वार्षिक आय (annual income) वाले परिवार हैं।
- एलआईजी (LIG) यानी निम्न आय वर्ग वाले परिवार सालाना आय तीन लाख रुपए से लेकर छह लाख रुपए वाले परिवार होंगे।
- मध्यम आय वर्ग (MIG) प्रथम में 6 लाख से 12 लाख रुपए आय वाले परिवार आएंगे।
- मध्यम आय वर्ग (MIG) द्वितीय में 12 लाख रुपए से लेकर 18 लाख रुपए आय वाले परिवार शामिल हैं।
- लाभार्थी परिवार से आशय पति, पत्नी, अविवाहित बेटे एवं बेटी से है।
- यदि परिवार का कोई सदस्य कार्यरत है एवं उसके नाम पर कोई पक्का मकान नहीं है तो उसे अन्य गृहस्थी का अंग माना जाएगा।
हमारे देश में गरीबों की क्या स्थिति है? (What is the status of Poors’ in our country?)
गरीबों को घर देने की प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में बात तो हम कर ही रहे हैं, आइए दोस्तों अब जान लेते हैं कि हमारे देश में गरीबों की क्या स्थिति है? (What is the status of Poors’in our country?) दोस्तों, यदि आंकड़ों की बात करें तो हमारे देश भारत में करीब 21 प्रतिशत गरीब हैं। ये वे गरीब हैं जो बीपीएल (BPL) यानी (Below poverty line) हैं। गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन करते हैं। इनकी संख्या 26 करोड़, 27 लाख से भी अधिक है।
ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी का प्रतिशत अधिक है। यह 25.70 फीसदी है, जबकि शहरों में 13.70 प्रतिशत गरीब रहते हैं। छोटे राज्यों में गरीबी के मामले में सबसे बुरी स्थिति है। झारखंड (jharkhand) में 39.96 प्रतिशत, दादरा एवं नागर हवेली (dadra and nagar haveli) में 39.37 फीसदी, बिहार (Bihar) में 33 प्रतिशत, जबकि उड़ीसा (odisha) में 32.59 प्रतिशत व उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 29 प्रतिशत गरीब निवास करते हैं। ये वे गरीब हैं, जो गरीबी की रेखा से नीचे जीवन यापन करने को मजबूर हैं।
दोस्तों, यदि जाति के आधार पर (on the basis of caste) गरीबी की रेखा से नीचे यापन करने वाले लोगों की बात करें तो ग्रामीण क्षेत्रों (rural areas) में 45.3 प्रतिशत अनुसूचति जाति (shedule caste), 31.5 फीसदी अनुसूचित जनजाति (shedule tribes), 22.6 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग (other backward class) एवं 15.5 प्रतिशत अन्य जाति (other caste) के लोग शामिल हैं। वहीं, यदि शहरी क्षेत्रों (urban areas) के आंकड़ों पर गौर करें तो इनमें 24.1 प्रतिशत अनुसूचित जाति, 21.7 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति, 15.4 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग, जबकि 8.1 प्रतिशत लोग अन्य जाति के शुमार हैं। इस प्रकार हम देख सकते हैं कि गरीबी की रेखा से नीचे रहने वाले लोगों में ज्यादातर ऐसे हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करते हैं। इसके बनिस्बत शहरों में इनकी संख्या काफी कम है।
प्रधानमंत्री आवास योजना का शुभारंभ कब किया गया था?
प्रधानमंत्री आवास योजना का शुभारंभ आज से सात वर्ष पूर्व 25 जून, 2015 में किया गया था।
इस योजना में कितने शहरों को शामिल किया गया था?
इस योजना में देश के कुल 305 नगरों एवं कस्बों को शामिल किया गया था।
प्रधानमंत्री आवास योजना की अंतिम तिथि क्या है?
प्रधानमंत्री आवास योजना की अंतिम तिथि 31 मार्च, 2024 है।
क्या इस तिथि को विस्तारित किया गया है?
जी हां, इस तिथि को करीब दो वर्ष का और विस्तार दिया गया है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कुल कितने घरों का बनना स्वीकृत है?
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 122 लाख से अधिक घरों का निर्माण स्वीकृत है।
अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना पर कितनी राशि खर्च हो चुकी है?
अब तक प्रधानमंत्री आवास योजना पर कुल 8.31 लाख करोड़ रुपए से भी अधिक राशि खर्च हो चुकी है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के कितने चरण पूरे हो चुके हैं?
यह योजना तीन चरण में पूरी होनी थी। यह तीसरा और आखिरी चरण है, जिसे विस्तारित किया गया है।
क्या इस योजना की तिथि को 2024 के पश्चात भी निस्तारित किया जा सकता है?
यह उस वक्त की स्थिति और सभी लाभार्थियों को घर मिलने के स्टेटस पर निर्भर करेगा।
दोस्तों, इस पोस्ट (post) में हमने आपको बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना की अंतिम तिथि क्या है। उम्मीद है कि यह महत्वपूर्ण जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगी। यदि आप चाहते हैं कि अपने घर की बाट जोह रहे अन्य लोग भी इस पोस्ट का लाभ उठा सकें तो इस पोस्ट को अधिक से अधिक साझा करें। यदि इस पोस्ट के संबंध में कोई सवाल है तो बेखटके नीचे दिए गए कमेंट बाक्स (comment box) में कमेंट (comment) कर हमसे पूछ सकते हैं। ।।धन्यवाद।