पब्लिक डेटा ऑफिस क्या है? | Public data office kya hai

|| पब्लिक डेटा ऑफिस क्या है? | Public data office kya hai | Public data office kya hai in Hindi | पब्लिक डेटा ऑफिस क्यों शुरू किया गया था? | पब्लिक डेटा ऑफिस के फायदे (Public data office benefits in Hindi | पब्लिक डेटा ऑफिस कौन शुरू कर सकता है? ||

Public data office kya hai :- इंटरनेट आज के समय में लोगों की जरुरत बन गया है और इसके बिना किसी का भी काम नहीं हो सकता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि आज के समय में कोई भी व्यक्ति बिना इंटरनेट के अपना जीवनयापन नहीं कर सकता है और यह हर किसी के लिए आवश्यक वस्तु बन चुका है। अब आप चाहे भारत के किसी भी राज्य में रहते हो, किसी भी वर्ग से संबंध रखते हो और किसी भी आयु सीमा के हो, आपको इंटरनेट की जरुरत पड़ेगी ही पड़ेगी या यूँ कहें कि आपका जीवन इस पर निर्भर हो चुका (Public data office kya hai in Hindi) है।

यही कारण है कि आज के समय में छोटे से लेकर बड़े व्यक्ति हर किसी के पास अपना फोन उपलब्ध है और उनमे से भी अधिकतर लोगों के पास स्मार्ट फोन की सुविधा है। इसी के साथ जिस किसी के पास भी स्मार्ट फोन होता है वह अपने मोबाइल में नेट डलवा कर रखता है या अपने घर पर वाई फाई की सुविधा रखता है किन्तु तब क्या हो जब वह अपने घर से बाहर निकले। देश में ऐसे भी बहुत से लोग हैं जिनके मोबाइल में डाटा नहीं होता है और ऐसे में वे बाहर जाते हैं तो कई तरह की दुविधा का सामना करते (PM wani yojana kya hai) हैं।

इसी संकट को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने वर्ष 2020 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में एक अभूतपूर्व निर्णय लिया जिसे डिजिटल या इंटरनेट क्रांति का नाम दिया गया। इसके तहत भारत में जगह जगह पर पब्लिक डेटा ऑफिस का निर्माण किया जायेगा। अब आप सोच रहे होंगे कि यह पब्लिक डेटा ऑफिस क्या होता है और किस तरह से इसका संबंध इंटरनेट या वाई फाई से है। तो यह सब जानकारी आपको इस लेख के माध्यम से मिलने वाली है, आइये जाने कि यह पब्लिक डेटा ऑफिस क्या होता (Public data office ke bare mein jankari) है।

पब्लिक डेटा ऑफिस क्या है? (Public data office kya hai)

तो आज के इस लेख में आप पब्लिक डेटा ऑफिस के बारे में विस्तार से जानकारी लेने आये होंगे और इसके बारे में पता लगाने आये होंगे कि आख़िरकार इसका क्या कुछ कार्य होता है और यह कैसे और किस तरह से काम करता है। साथ ही भारत सरकार ने इसकी स्थापना क्यों की थी और यह देश में कहाँ उपलब्ध हो सकता है। तो वह सब जानकारी हम आपको इस लेख के माध्यम से देने वाले हैं और इसके साथ ही पब्लिक डेटा ऑफिस के बारे में कुछ अन्य जानकारी भी आपको यहीं पर (PDO kya hai) मिलेगी।

पब्लिक डेटा ऑफिस क्या है Public data office kya hai

तो यहाँ हम सबसे पहले आपको पब्लिक डेटा ऑफिस के बारे में जानकारी देते हुए बता दें कि यह एक ऐसा सिस्टम है जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति, संस्था, कंपनी, उद्योग, आदि अपने कार्यालय, जगह, भूमि, घर इत्यादि को इंटरनेट हॉटस्पॉट अर्थात वाई फाई में परिवर्तित कर सकता है। अब वहां पर वह लोगों को सार्वजानिक तौर पर ओपन वाई फाई की सुविधा दे सकता है जिसका इस्तेमाल आम नागरिक बिना किसी रोक टोक के और बिना किसी शुल्क के निर्बाध रूप से कर सकता (Public data office kya hota hai) है।

अब जिस प्रकार भारत सरकार के द्वारा देश के विभिन्न रेलवे स्टेशन, सार्वजानिक जगहों इत्यादि पर मुफ्त में वाई फाई की सुविधा दी जा रही है और लोगों को अपना वाई फाई ऑन करके उससे कनेक्ट करना होता है और इंटरनेट का इस्तेमाल करना होता है। ठीक उसी तरह का कार्य इस में होता है लेकिन इसमें यह काम भारत सरकार नहीं बल्कि देश के नागरिक अपनी इच्छा के अनुसार करते हैं।

इसमें भारत सरकार देश के लोगों और खास तौर पर बड़ी कंपनियों, उद्योगपतियों इत्यादि को प्रोत्साहित करते हैं ताकि वे अपनी जगह पर पब्लिक डेटा ऑफिस का सेटअप करें और उसका फायदा देश के आम नागरिक उठाएं। अब जहाँ भी पब्लिक डेटा ऑफिस लगा होता है, आप उसकी आस पास की रेंज में जाकर अपने मोबाइल का वाई फाई ऑन करके उसका इंटरनेट कनेक्ट कर सकते हैं और एक सीमित रूप में उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको अलग से कोई शुल्क देने की भी जरुरत नहीं होगी।

पब्लिक डेटा ऑफिस क्यों शुरू किया गया था? (Public data office kyun shuru kiya gya)

आज के समय में इंटरनेट हर किसी की जरुरत बन चुका है और इसके लिए बहुत जरुरी है कि इस क्षेत्र में क्रांति लायी जाए। अब हमारे देश में सभी तरह के लोग रहते हैं जिसमे समाज के हर वर्ग के लोग शामिल है। इसमें अमीर से लेकर मध्यम, गरीब से लेकर और भी ज्यादा गरीब लोग आते हैं। तो हर किसी को इंटरनेट की जरुरत तो पड़ती ही है, फिर चाहे उसके पास पैसे हो या नहीं।

पब्लिक डेटा ऑफिस क्यों शुरू किया गया था Public data office kyun shuru kiya gya

अब यह जरुरी नहीं होता है कि हर व्यक्ति अपने मोबाइल पर इंटरनेट का रिचार्ज करवा पाने में सक्षम हो और वह इसके लिए राजी भी हो। किन्तु इसका अर्थ यह नहीं है कि उसे इंटरनेट जरुरी काम में भी ना मिले। कहने का अर्थ यह हुआ कि इंटरनेट केवल मनोरंजन का साधन ही नहीं रह गया है बल्कि हमारे दैनिक जीवन के कई कार्यों को पूरा करने में इंटरनेट की अहम भूमिका होती है। इसी उद्देश्य को देखते हुए भारत सरकार ने पब्लिक डेटा ऑफिस की शुरुआत की थी।

इसके तहत देश के आम नागरिकों के लिए सार्वजानिक स्थलों पर इंटरनेट तक आसान पहुँच बनाने के लिए ही पब्लिक डेटा ऑफिस की स्थापना की जा रही है। अब इसके तहत यदि आप किसी ऐसी जगह पर पहुँच जाते हैं जहाँ पर आसपास पब्लिक डेटा ऑफिस लगा हुआ है तो आप आसानी से वहां पर इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं और अपने दैनिक कार्य कर सकते हैं। इस तरह से देश में डिजिटल क्रांति की शुरुआत करने के उद्देश्य से ही भारत सरकार ने यह निर्णय लिया था।

पब्लिक डेटा ऑफिस कौन शुरू कर सकता है? (Who can open public data office in Hindi)

अब आपका अगला प्रश्न यह होगा कि क्या आप भी पब्लिक डेटा ऑफिस शुरू कर सकते हैं और यदि हां, तो इसकी क्या कुछ प्रक्रिया होती है। तो यहाँ हम आपको बता दें कि यह कोई भी व्यक्ति शुरू कर सकता है और इसके लिए भारत सरकार की ओर से किसी भी तरह की शर्त नहीं रखी गयी है। कहने का अर्थ यह हुआ कि ऐसा कोई भी व्यक्ति जो भारत का नागरिक हो, वह इस सेवा का इस्तेमाल कर सकता है और लोगों को लाभ प्रदान कर सकता (Public data office kaun shuru kar sakta hai) है।

इसके लिए बस आपको भारत के आईटी मंत्रालय से संपर्क करना होगा और उन्हें बताना होगा कि आप किस जगह पर पब्लिक डेटा ऑफिस की सेवा शुरू करना चाहते हैं। उसके बाद आपको इसके लिए कुछ पंजीकरण करवाने की भी जरुरत नहीं है। बस उसके हिसाब से जितना खर्चा होगा, वह आपको भारत सरकार को देना होगा या भारत सरकार ही आपकी इसमें मदद कर देगी। इसके बाद आप अपनी जगह पर पब्लिक डेटा ऑफिस का सेटअप कर लेंगे और लोग उसका लाभ लेना शुरू कर देंगे।

पब्लिक डेटा ऑफिस Aggregator क्या है? (Public data office aggregator in Hindi)

पब्लिक डेटा ऑफिस के साथ साथ भारत सरकार ने पब्लिक डेटा ऑफिस Aggregator नाम से भी एक चीज़ की स्थापना की थी। अब यह पब्लिक डेटा ऑफिस से कुछ अलग नहीं बल्कि उसका ही एक बड़ा रूप है जो कई तरह के पब्लिक डेटा ऑफिस में सामंजस्य बैठाने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। कहने का अर्थ यह हुआ कि पब्लिक डेटा ऑफिस तो कोई भी शुरू कर सकता है लेकिन उनके प्रबंधन का कार्य भी तो किसी को करना (Public data office aggregator kya hai) होगा।

इसी उद्देश्य की पूर्ति करने के लिए ही इस योजना की शुरुआत की गयी थी जिसके तहत तरह तरह के पब्लिक डेटा ऑफिस को आपस में संभालने और उनका नियंत्रण करने के लिए इसकी स्थापना की गयी थी। साथ ही पब्लिक डेटा ऑफिस Aggregator के लिए पंजीकरण करवाए जाने की जरुरत होती है और पंजीकरण होते ही उसका लाइसेंस आपको मिल जाता है। हालाँकि यह भी बहुत ही सरल प्रक्रिया होती है जिसके लिए कोई भी व्यक्ति अपना आवेदन दे सकता है।

पब्लिक डेटा ऑफिस के फायदे (Public data office benefits in Hindi)

अंत में आपको यह भी जान लेना चाहिए कि आखिरकार इस तरह की योजना या पब्लिक डेटा ऑफिस के क्या कुछ फायदे आम नागरिकों को देखने को मिलते हैं। तो मान लीजिये कि आपके पास छोटा मोटा ही सही लेकिन स्मार्ट फोन है लेकिन आपके पास उसमे इंटरनेट डलवाने के लिए पैसे नहीं है। तो अब आपको पब्लिक डेटा ऑफिस से यह फायदा होगा कि आप उसके जरिये बिना कोई शुल्क दिए ही इंटरनेट का इस्तेमाल कर (Public data office ke fayde) पाएंगे।

मान लीजिये कि आपको अपने घर का बिजली बिल भरना है तो आपको उसके लिए बिजली विभाग में जाकर सब कुछ ऑफलाइन माध्यम से करना होगा और इसमें बहुत समय भी लग जायेगा। किन्तु इसकी बजाये आप ऐसी किसी जगह पर जाएं जहाँ पर पब्लिक डेटा ऑफिस लगा हुआ है और वहां अपने मोबाइल से उसका इंटरनेट कनेक्ट कर लीजिये। अब बस आप किसी भी ऐप के माध्यम से अपना बिजली बिल ऑनलाइन भर सकते हैं और वो भी कुछ ही मिनटों में। इस तरह से पब्लिक डेटा ऑफिस की सहायता से आपका काम बहुत ही आसानी के साथ बन (Benefits of public data office in Hindi) जायेगा।

पब्लिक डेटा ऑफिस क्या है – Related FAQs 

प्रश्न: पब्लिक डाटा ऑफिस क्या है?

उतर: पब्लिक डेटा ऑफिस के बारे में संपूर्ण जानकारी को हमने इस लेख के माध्यम से देने का प्रयास किया है जिसे आपको पढ़ना चाहिए।

प्रश्न: पब्लिक डेटा ऑफिस कब शुरू किया गया?

उतर: पब्लिक डेटा ऑफिस को 2020 में शुरू किया गया था।

प्रश्न: पीएम वाणी योजना क्या है?

उतर: पीएम वाणी योजना के तहत लोगों को फ्री में इंटरनेट की सुविधा दी जाती है।

प्रश्न: PM Wani क्या है?

उतर: प्रधानमंत्री वाईफाई एक्सेस नेटवर्क इनिशिएटिव है।

तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने पब्लिक डेटा ऑफिस के बारे में जानकारी जुटा ली है कि पब्लिक डेटा ऑफिस क्या है इसे क्यों शुरू किया गया था और पब्लिक डेटा ऑफिस Aggregator क्या है। साथ ही आपने पब्लिक डेटा ऑफिस के फायदे भी जान लिए हैं। आशा है कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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