GST यानी गुड्स एंड सर्विस टैक्स (goods and service tax)। देश में लग रहे विभिन्न कर कानूनों को समाप्त कर जीएसटी लाया गया था। दावा था कि इससे व्यापारियों की सहूलियत बढ़ेगी। काफी हद तक व्यापारियों को इससे सुविधा भी मिली है, लेकिन बहुत से व्यापारी हर माह टैक्स रिटर्न भरने से खासे परेशान थे। ऐसे व्यापारियों की परेशानियों को समझते हुए केंद्र सरकार QRMP स्कीम लेकर हाजिर हुई है। आज की पोस्ट में हम जानेंगे कि QRMP स्कीम क्या है? इससे व्यापारियों को क्या सुविधा होगी? कितने टर्न ओवर वाले कारोबारी इस स्कीम का लाभ उठा सकेंगे? आदि। आइए, शुरू करते हैं-
QRMP की फुल फॉर्म क्या है? (What is the full form of QRMP?)
दोस्तों, इससे पूर्व कि QRMP स्कीम के बारे में बात करें, आइए जान लेते हैं कि QRMP की फुल फॉर्म क्या है? मित्रों, इसकी फुल फॉर्म है- Quarterly Return Filing and Monthly Payment of Taxes। बात इसके हिंदी में अर्थ की करें तो वह होगा-तिमाही रिटर्न भरना और मासिक टैक्स का भुगतान करना।
QRMP स्कीम क्या है? (What is QRMP scheme?)
दोस्तों, फुल फॉर्म के बाद अब हम आपको विस्तार से बताएंगे कि यह योजना क्या है और सरकार का इस योजना को लाने के पीछे क्या उद्देश्य है। दोस्तों, QRMP स्कीम के जरिए कारोबारी अपने टैक्स बकाया का भुगतान प्रतिमाह चालान से करते हुए तिमाही आधार पर अपना फॉर्म जीएसटीआर-1 और फॉर्म जीएसटीआर-3बी रिटर्न दाखिल कर सकते हैं। यह तो आप जानते ही हैं दोस्तों कि पहले GST में रजिस्टर्ड सामान्य कारोबारियों को हर महीने के कारोबार के लिए GSTR-3B रिटर्न भरना पड़ता था।
उसके बाद GSTR-1 रिटर्न भी हर महीने भरकर जमा करना पड़ता था। ऐसे में दूसरे शब्दों में कहें तो जीएसटी में रजिस्टर्ड छोटे कारोबारियों को हर महीने रिटर्न भरने से छूट देने के लिए ही सरकार ने QRMP स्कीम जारी की है। यह स्कीम अपनाने वालों को हर महीने इन दोनों रिटर्न को भरने से छुटकारा मिल जाता है।
कितने टर्न ओवर वाले कारोबारी इस योजना के दायरे में आएंगे? (Businessmen of Which turnover will be covered under this scheme?)
मित्रों, आपको जानकारी दे दें कि जिन कारोबारियों का सालाना टर्नओवर 5 करोड़ रुपए से कम है वे यदि चाहें तो QRMP स्कीम अपना सकते हैं। दोस्तों, वे स्कीम को तब तक जारी रख सकते हैं, जब तक कि उनका सालाना टर्नओवर 5 करोड़ रुपए पार नहीं हो जाता। आपको बता दें कि यदि आप जीएसटी में नया रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं तो बिजनेस की शुरुआत से ही QRMP स्कीम अपना सकते हैं। दोस्तों, यदि आप चाहें तो आप कंपोजिशन स्कीम (composition scheme) छोड़कर भी QRMP स्कीम अपना सकते हैं।
QRMP स्कीम के क्या क्या लाभ हैं? (What are the advantages of QRMP scheme?)
दोस्तों, आइए अब एक नजर QRMP स्कीम के लाभ पर डालते हैं, जो कि इस प्रकार से हैं-
- व्यापारी को अपने कारोबार के लिए हर महीने रिटर्न दाखिल नहीं करना पड़ता। ऐसे मे छोटे कारोबारियों को राहत।
- यह स्कीम लेने वाले कारोबारी इनवाइस फर्निशिंग फैसिलिटी (Invoice Furnishing Facility) यानी आईएफएफ (IFF) का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह सिस्टम व्यापारी को किसी तिमाही के शुरुआती 2 महीनों की रसीदें (invoices) अपलोड (upload) करने की सुविधा देता है।
- आईएफएफ (IFF) सिस्टम में व्यापारी को अपने टैक्स भुगतान के बदले इनपुट टैक्स क्रेडिट Input Tax Credit यानी आईटीसी (ITC) क्लेम करने
- की सुविधा मिलती है। आप किसी भी तिमाही के शुरुआती 2 महीनों के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
QRMP स्कीम लेने के लिए आवश्यक शर्तें क्या क्या हैं? (What is necessary to take QRMP scheme?)
मित्रों, अब आपको उन शर्तों की जानकारी देते हैं, जिन्हें आपको QRMP स्कीम लेने से पूर्व पूरा करना होगा। ये इस प्रकार से हैं-
- कारोबारी का पिछले वित्त वर्ष (last financial year) का सालाना टर्नओवर (annual turnover) 5 करोड़ रुपए से अधिक न हो।
- कारोबारी का पिछले व्यापार के लिए अंतिम GSTR-3B रिटर्न दाखिल हो चुका हो।
- जिस अवधि के लिए कारोबारी QRMP स्कीम ले रहे, उस अवधि के लिए GSTR-1 फार्म भी भरा जा चुका हो।
- इस स्कीम को अपनाने के बाद यदि कारोबारी का किसी तिमाही में टर्नओवर 5 करोड़ रुपए पार कर जाता है तो फिर वह अगली तिमाही से QRMP स्कीम के तहत टैक्स का भुगतान/रिटर्न दाखिल नहीं कर सकता। उसे सामान्य रजिस्ट्रेशन के मुताबिक हर महीने रिटर्न दाखिल करना होगा।
- यदि आप SEZ डेवलपर अथवा SEZ यूनिट हैं तो भी आपको QRMP स्कीम का लाभ नहीं मिलेगा।
- यदि आप केवल जीएसटी प्रैक्टिशनर हैं तो ऐसे में आप किसी रजिस्टर्ड कारोबारी की ओर से इस स्कीम को नहीं अपना सकते।
QRMP स्कीम के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें? (How to register for QRMP scheme?)
अब हम आपको बताएंगे कि आप इस स्कीम के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे कर सकते हैं। इसकी प्रक्रिया इस प्रकार से है-
- आपको सबसे पहले जीएसटी पोर्टल https://www.gst.gov.in/open करना होगा।
- इसके पश्चात Login के option पर क्लिक करें।
- अब Username व Password डालकर लॉगिन करें।
- यहां आपको Services के ऑप्शन के अंतर्गत Returns का ऑप्शन दिखेगा, इस पर क्लिक करें।
- अब आपको सामने आने वाले ऑप्शंस में से Opt-in for quarterly return का ऑप्शन चुनें।
- आवश्यक जानकारी भरने के बाद सबमिट कर दें।
QRMP स्कीम के लिए आवेदन कब किया जा सकता है? (When one can apply for QRMP scheme?)
साथियों, अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि QRMP स्कीम के आवेदन कब किया जा सकता है? तो आपको बता दें कि इस योजना के लिए आवेदन पूरे वर्ष के दौरान कभी भी किया जा सकता है, लेकिन जिस तिमाही (Quarter) आप में QRMP स्कीम अपनाना चाहते हैं, उसके 2 महीने पहले से लेकर, तिमाही शुरू होने के एक महीने बाद तक आप इसमें रजिस्ट्रेशन कर करा सकते हैं। जैसे कि आप जुलाई-अगस्त-सितंबर की तिमाही में QRMP scheme लागू कराना चाहते हैं तो आपको एक मई से लेकर 30 अगस्त तक के बीच इसे ले लेना होगा।
यदि आपके कई जीएसटीएन हैं तो आप QRMP स्कीम कैसे ले सकेंगे? (If you have many GSTIN than how can you take QRMP scheme?)
मित्रों, आपको जानकारी दे दें कि यदि आपके पास आपके कई कारोबारों के लिए, एक ही PAN पर आधारित, अलग-अलग कई जीएसटी नंबर (GSTIN) हैं, तो आपको बता दें कि आप केवल उन जीएसटी नंबरों से जुड़े व्यापार के लिए अलग से QRMP स्कीम ले सकते हैं, जिनका सालाना टर्नओवर 5 करोड़ रुपए से कम है।
आप किन स्थितियों में QRMP स्कीम से बाहर निकल सकते हैं? (In which conditions you can opt-out from QRMP scheme?)
दोस्तों, अब आपको वे स्थितियां बताएंगे जिनमें आप इस योजना को opt-out कर सकते हो, इससे बाहर हो सकते हो। ये स्थितियां इस प्रकार से हैं-
- यदि आपका सालाना कारोबार 5 करोड़ रुपए से पार हो जाता है तो आप इस QRMP scheme से स्वत: बाहर हो जाते हैं।
- यदि आप चाहें तो अपनी इच्छा से बगैर टर्नओवर लिमिट (turnover limit) पार किए भी QRMP scheme से बाहर हो सकते हैं।
QRMP स्कीम छोड़ने पर क्या होगा? (What if one leave QRMP scheme?)
मित्रों, आपको जानकारी दे दें कि जब आप QRMP स्कीम को छोड़ देते हैं तो आपको हर महीने के कारोबार के लिए फिर से GSTR-1 and GSTR-3B फाइल करना होगा। यहां आपको यह भी बता दें कि किसी तिमाही के रिटर्न फॉर्म जमा करने के पश्चात यदि कुछ अतिरिक्त टैक्स भुगतान (additional tax payment) निकलता है तो आप उसे वापस पाने के लिए रिफंड क्लेम (Refund claim) कर सकते हैं। आप चाहें तो इसे आगे आने वाली तिमाहियों में टैक्स भुगतान (tax payment) के साथ एडजस्ट (adjust) किया जा सकता है।
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इस स्कीम का क्या लाभ है?
इस स्कीम को अपनाकर छोटे कारोबारी हर माह चालान के जरिए टैक्स भुगतान कर प्रति माह जीएसटी रिटर्न फाइल करने से छुटकारा पा सकते हैं।
इस स्कीम को कौन ले सकता है?
जिन कारोबारियों का सालाना टर्नओवर 5 करोड़ रुपए से कम है, वे इस स्कीम को अपना सकते हैं।
इस स्कीम से कब बाहर हुआ जा सकता है?
आप अपनी इच्छा से इस स्कीम से कभी भी बाहर हो सकते हैं।
यदि आपका सालाना टर्नओवर योजना के बीच 5 करोड़ से बाहर हो जाए तो क्या होगा?
ऐसे में आप स्वत: QRMP स्कीम से बाहर हो जाएंगे।
क्या कोई SEZ यूनिट QRMP स्कीम का लाभ उठा सकती है?
जी नहीं, कोई SEZ यूनिट QRMP स्कीम का लाभ नहीं उठा सकती।
QRMP स्कीम के लिए आवेदन कैसे कर सकते हैं?
आप जीएसटी पोर्टल पर जाकर इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। इसकी पूरी प्रक्रिया हमने आपको पोस्ट में समझाई है।
यदि आपके एक ही PAN पर कई कारोबार और अलग अलग जीएसटीआईएन हैं तो क्या आप इस योजना का लाभ उठा सकते हैं?
आपके जिस जीएसटी नंबर के कारोबार का सालाना टर्नओवर 5 करोड़ से कम है, आप उस पर इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
QRMP की फुल फॉर्म क्या है?
QRMP की फुल फॉर्म Quarterly Return Filing and Monthly Payment of Taxes है।
दोस्तों, आज इस पोस्ट (post) के माध्यम से हमने आपको QRMP स्कीम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। यदि आप एक व्यापारी हैं तो उम्मीद करते है कि यह जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी साबित होगी। यदि इस पोस्ट को लेकर आपका कोई सवाल अथवा सुझाव है तो उसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स (comment box) में कमेंट (comment) करके हमसे साझा करना ना भूलें। ।।धन्यवाद।।
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