रात में सूरज कहाँ जाता है? | रात में सूरज क्यों नहीं दिखता हैं? | Raat mein sun kahan jata hai

|| रात में सूरज कहाँ जाता है? | Raat mein sun kahan jata hai | Where sun goes at night in Hindi | न सा देश है जहां पर 6 महीने दिन और 6 महीने रात होती है? | पृथ्वी अपनी धुरी पर कितने समय में घूमती है? | पृथ्वी अपनी धुरी पर कितने समय में घूमती है? | पृथ्वी की बनावट कैसी है? ||

Raat mein sun kahan jata hai :- पृथ्वी पर एक दिन 24 घंटों का होता है जिसे हमने चार भागों में बांटा होता है। इसे हम सुबह, दोपहर, शाम व रात कहते हैं। मुख्य तौर पर हम इसे दो भागों में बांट देते हैं जिसे हम दिन और रात कहते हैं। अब दिन वह समय होता है जब हमें सूरज दिखाई देता है अर्थात जब रोशनी होती है और रात वह समय होती है जब सूरज दिखाई नहीं देता है और अंधकार हो जाता है। ऐसे में बहुत से लोगों के मन में यह प्रश्न होता है कि रात में सूरज कहाँ जाता (Where sun goes at night in Hindi) है।

अब जब पृथ्वी हमारे सूरज के चारों ओर चक्कर काट रही है तो ऐसे में रात में सूरज चला कहां जाता है जिस कारण वह हमें दिखाई नहीं देता है। क्या वह कहीं और चला जाता है या फिर हमारी पृथ्वी कहीं और चली जाती है जिस कारण हमें रात में सूरज दिखाई नहीं देता है। ऐसे ही कई अनसुलझे प्रश्न आपके दिमाग में दौड़ रहे होंगे और आप उनका उत्तर जानना चाहते (Rat me suraj kaha jata hai) होंगे।

तो आज के इस लेख के माध्यम से हम आपके इन्हीं प्रश्नों का ही उत्तर देने जा रहे हैं। इस लेख को पूरा पढ़ कर आपको यह समझने में आसानी होगी कि आखिरकार रात में सूरज कहाँ चला जाता है। तो आइये जाने रात में सूरज दिखाई क्यों नहीं देता है और सूरज व पृथ्वी से जुड़े कुछ (Raat ko surya kaha jata hai) रहस्य।

रात में सूरज कहाँ जाता है? (Raat mein sun kahan jata hai)

यह ब्रह्माण्ड बहुत बड़ा है और इसमें कई रहस्य छिपे हुए हैं जिसके बारे में हमें जानना होता है। अब मनुष्य ने जितनी उन्नति की है, उसके अनुसार ही इन रहस्यों से पर्दा उठता चला जाता है। हालाँकि हमने अपनी पृथ्वी तथा सूरज के कई रहस्यों से पर्दा उठा लिया है और उसी के अनुसार ही हम कई बड़े निर्णय ले पाने में सक्षम होते हैं। इसी में एक रहस्य यह है कि रात में सूरज चला कहां जाता है या वह दिखाई क्यों नहीं देता है। तो इस प्रश्न का उत्तर समझने के लिए आपको पृथ्वी की गति को समझना (Raat ko sun kahan jata hai) होगा।

रात में सूरज कहाँ जाता है रात में सूरज क्यों नहीं दिखता हैं

आपमें से बहुत लोग यह तो जानते हैं कि पृथ्वी सूरज के चारों ओर चक्कर लगाती है किन्तु आपमें से बहुत लोगों को यह नहीं पता होगा कि इसी के साथ ही पृथ्वी अपनी धुरी पर भी घूमती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि हमारी पृथ्वी दो तरह से गति कर रही होती है। इसमें एक तो सूरज के चारों और चक्कर लगाना और दूसरा अपनी ही धुरी पर गोल गोल घूमना। अभी भी आपको समझ नहीं आया है तो इसे हम सरल भाषा में समझाने का प्रयास करते (Raat ko sun kaha jata hai) हैं।

उदाहरण के लिए आप मंदिर को ही ले लीजिये। अब आप मंदिर के गर्भ गृह में चारों ओर चक्कर लगाते हैं। तो आप उस गर्भ गृह या भगवान की मूर्ति को सूरज समझ लीजिये और स्वयं को पृथ्वी। तो आप उस गर्भ गृह के चारों ओर चक्कर तो लगाते हैं जिसे हम परिक्रमा कहते हैं किन्तु आप केवल सीधे चलते हुए ही चक्कर ना लगाएं बल्कि खुद भी गोल गोल घूमते हुए उस परिक्रमा मार्ग पर आगे बढ़ें। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपको मंदिर के चारों ओर परिक्रमा को सीधे चलकर नहीं बल्कि गोल गोल घूमकर करना है।

तो बस पृथ्वी सूरज के ऐसे ही चक्कर लगा रही होती है। इसमें वह सूरज के तो चारों ओर परिक्रमा कर रही होती है लेकिन इसी के साथ ही वह अपने चारों ओर भी गोल गोल चक्कर लगा रही होती है अर्थात एक गेंद की भांति गोल गोल घूम रही होती है। पृथ्वी के इसी तरह घूमने के कारण ही सूरज रात में गायब हो जाता है और हमारी पृथ्वी पर दिन रात देखने को मिलते हैं। अब इसे एक एक करके विस्तार से समझते हैं।

पृथ्वी अपनी धुरी पर कितने समय में घूमती है? (Prithvi apni dhuri par kitni speed se ghoomti hai)

अब सूरज रात में कहां चला जाता है, इस प्रश्न का उत्तर जानने के लिए आपको एक एक करके बातों को गहराई से समझना होगा ताकि इसके बाद आपके मन में किसी तरह की शंका शेष ना रहने पाए। ऐसे में आपने यह तो जान ही लिया है कि पृथ्वी सूरज के तो चारों ओर घूमती ही है लेकिन इसी के साथ ही वह अपनी धुरी पर भी गोल गोल घूम रही होती है। तो मान लीजिये कि पृथ्वी एक छोर से घूमना शुरू करती है और गोल गोल घूमती है तो उसे वापस उसी छोर में पहुँचने में ही कितना समय लगता (Prithvi apni dhuri par kaise ghumti hai) होगा।

कहने का अर्थ यह हुआ कि पृथ्वी को अपना एक गोल चक्कर पूरा करने में कितना समय लगता है तो उसका उत्तर है 24 घंटे। इसी के अनुसार ही तो हम एक दिन का समय तय करते हैं। अब पृथ्वी को अपनी धुरी का एक चक्कर पूरा करने में कुल 24 घंटों का समय लगता है और वही हमारे लिए एक दिन होता है। इस तरह से हमारे एक दिन के कुल 24 घंटों का समय ही पृथ्वी की अपनी धुरी पर घूमने का कुल समयकाल होता है। इसी से ही आप यह समझ पाएंगे कि रात में सूरज कहाँ जाता है।

पृथ्वी की बनावट कैसी है? (Prithvi ki banawat kaisi hai)

रात में सूरज कहां जाता है, इस प्रश्न का उत्तर जानने के लिए पहले आपने यह जाना कि पृथ्वी सूरज के साथ साथ अपनी धुरी पर भी गोल घूमती है और उसे अपनी धुरी पर घूमने के लिए कुल 24 घंटों का समय लगता है। तो अब बारी है यह जानने की कि पृथ्वी की बनावट कैसी है। तो हम जब पृथ्वी का नक्षा देखते हैं तो वह कागज पर होता है जो कि सीधा है लेकिन अब पृथ्वी तो सीधी है नहीं बल्कि वह गोल है।

ऐसे में पृथ्वी के नक़्शे पर जो भी देश हम देखते हैं वह किस स्थिति में और कैसे स्थित हैं। तो इसके लिए आप उस नक़्शे को गोल कर लीजिये और बस पृथ्वी एक तरह से वैसी ही है। अब यदि कभी आपने किसी ऑफिस या कार्यालय में पृथ्वी का ग्लोब देखा होगा तो इसी से ही आपको समझ में आ जाएगा। तो हम सभी पृथ्वी के अंदर नहीं बल्कि उसकी सतह पर रहते हैं और उस सतह पर ही पृथ्वी के सभी देश व महासागर स्थित हैं।

एक तरह से जो नक्षा हम देखते हैं, उसको गोल किया जाए और उसे एक गेंद का रूप दिया जाए तो उसे ही हम पृथ्वी कह सकते हैं। इसे बेहतर तरीके से समझने के लिए आप पृथ्वी का ग्लोब देख लेंगे तो ज्यादा बेहतर रहेगा।

रात में सूरज कहां जाता है? (Raat mein suraj kaha jata hai)

अब बारी है मुख्य बात को जानने कि और वह है रात में सूरज कहां जाता है। तो इस बात को समझाने के लिए हमने ऊपर आपको जो कुछ भी बताया है, वह अब काम आने वाला है। अब आपने यह जान लिया है कि पृथ्वी तो गोल है और उसमें सभी देश और उन देशों में रहने वाले हम मनुष्य तथा अन्य जीव जंतु उसकी सतह पर निवास करते हैं। तो पृथ्वी की सतह के चारों ओर ही अलग अलग देश बने हुए हैं। साथ ही यह पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है जिस कारण हमें रात में सूरज दिखाई नहीं देता है।

तो पृथ्वी को अपनी धुरी पर घूमने में 24 घंटे का समय लगता है। अब हमारा देश भारत या पृथ्वी का कोई भी अन्य देश उसकी किसी सतह पर है या एक छोर पर है। इसे आप फुटबॉल जिस पर अलग अलग बॉक्स बनाकर डिजाईन किया गया होता है, उससे समझ सकते हैं। तो उस फुटबॉल का एक बॉक्स एक देश ले लीजिये जो कि भारत है। अब वह पृथ्वी जब सूरज के चारों और घूमते हुए अपनी धुरी पर भी घूम रही है तो इसका मतलब हुआ कभी उसका कोई छोर सूरज के सामने होता है तो कभी (Raat ko suraj kaha jata hai) दूसरा।

ऐसे में जब हमारे भारत देश वाला छोर, सूरज के सामने आ रहा होता है तो उस समय सूर्योदय हो जाता है और जब पृथ्वी गोल गोल घूमते हुए उस छोर को एकदम सूरज के सामने ले आती है तब उस समय दोपहर हो जाती है। फिर वो घूमते हुए उसे आगे लेकर जाती है तो फिर सूर्यास्त का समय होने लगता है। अब वह पृथ्वी गोल गोल घूमते हुए हमारे भारत देश वाले छोर को पीछे लेकर जाती है तो उस समय हम पृथ्वी के पिछले वाले भाग में आ जाते हैं अर्थात सूरज के पीछे पहुँच जाते हैं।

एक तरह से यदि आप किसी व्यक्ति की ओर मुहं करके खड़े हैं तो उसे आपकी पीठ नहीं दिखाई देगी। ठीक इसी तरह आप इसे समझ लीजिये कि उस समय पृथ्वी की पीठ पर हम पहुँच जाते हैं और हमें अपने सामने खड़ा व्यक्ति अर्थात सूरज दिखाई नहीं देता है क्योंकि हम उस समयकाल के लिए पीछे हो जाते हैं। आइये इसे और बेहतर तरीके से समझ लिया जाए।

रात में सूरज क्यों नहीं दिखता? (Suraj raat mein kyon nahin dikhta)

आपको यह तो पता होगा कि पृथ्वी को रोशनी सूरज से ही मिलती है। ऐसे में जब सुबह सूर्योदय होता है तो रोशनी हो जाती है और जब सूरज छिप जाता है तो अँधेरा छा जाता है। अब जब पृथ्वी गोल गोल घूमते हुए अपनी यात्रा कर रही होती है तो उसका आधा हिस्सा सूरज के सामने होता है तो दूसरा आधा हिस्सा उसके पीछे की ओर होता है। ऐसे में पृथ्वी के आधे हिस्से में तो दिन होता है और बाकि के आधे हिस्से में रात हुई होती (Suraj raat mein kyon nahi nikalta) है।

वह इसलिए क्योंकि पृथ्वी का जो हिस्सा सूरज के पीछे होता है, उस हिस्से तक सूरज का प्रकाश नहीं पहुँच रहा होता है और वह छिप जाता है। इस कारण रात में हमें सूरज दिखाई नहीं देता है। एक तरह से हम यदि किसी व्यक्ति की ओर अपनी पीठ करके खड़े होंगे तो वह व्यक्ति हमें दिखाई नहीं देगा। ठीक इसी तरह जब हम पृथ्वी के पिछले भाग में होते हैं तो उस समय सूरज का प्रकाश हम तक नहीं पहुँच रहा होता है और वह रात में दिखाई नहीं देता है।

रात में सूरज कहाँ जाता है – Related FAQs 

प्रश्न: रात को सूरज कहाँ चला जाता है?

उत्तर: रात को सूरज के सामने हमारी पृथ्वी का दूसरा हिस्सा होता है जिस वजह से हमें सूरज दिखाई नहीं देता है अधिक जानकारी के लिए आप ऊपर का लेख ध्यान से पढ़ सकते हैं।

प्रश्न: ऐसा कौन सा देश है जहां पर 6 महीने दिन और 6 महीने रात होती है?

उत्तर: अंटार्कटिका में 6 महीने दिन और 6 महीने रात होती है।

प्रश्न: डूबते सूर्य का देश कौन सा है?

उत्तर: डूबते सूर्य का देश नार्वे को माना जाता है जिसे मिड नाइट देश भी कहते हैं।

प्रश्न: अंधेरा होने पर सूरज कहां जाता है?

उत्तर: अंधेरा होने पर सूरज हमारी पृथ्वी के दूसरे हिस्से में होता है जिसकी पूरी जानकारी को हमने इस लेख के माध्यम से देने का प्रयास किया है।

तो इस तरह से इस लेख में आपने जाना कि आखिरकार रात में सूरज कहां जाता है वह दिखाई क्यों नही देता है। साथ ही आपने जाना कि पृथ्वी अपनी धुरी पर कितने समय में घूमती है और पृथ्वी की बनावट कैसी है इत्यादि। आशा है कि जो जानने के लिए आप इस लेख पर आए थे वह जानकारी आपको मिल गई होगी। यदि कोई शंका आपके मन में शेष है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।

लविश बंसल
लविश बंसल
लविश बंसल वर्ष 2010 में लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग में प्रवेश लिया और वहां से वर्ष 2014 में बीटेक की डिग्री ली। शुरुआत से ही इन्हें वाद विवाद प्रतियोगिता में भाग लेना या इससे संबंधित क्षेत्रों में भाग लेना अच्छा लगता था। इसलिए ये काफी समय से लेखन कार्य कर रहें हैं। इनके लेख की विशेषता में लेख की योजना बनाना, ग्राफ़िक्स का कंटेंट देखना, विडियो की स्क्रिप्ट लिखना, तरह तरह के विषयों पर लेख लिखना, सोशल मीडिया कंटेंट लिखना इत्यादि शामिल है।
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