|| रेमिटेंस क्या होता है? | Remittance kya hota hai | रेमिटेंस क्लियर होने में कितना समय लगता है? | भारत में कितना रेमिटेंस आता है? | Remittance और FDI में अंतर (Difference between remittance or FDI in Hindi ||
Remittance kya hota hai :- हमारे देश के लाखों करोड़ों नागरिक दूसरे देश में काम कर रहे हैं या पढ़ रहे हैं या अब वहीं पर बस चुके हैं। अब जो लोग पढ़ने के लिए या घूमने के उद्देश्य से वहां जाते हैं, वे तो दूसरे देशों को पैसा दे रहे हैं लेकिन जो काम करने के उद्देश्य से वहां जाते हैं, उनके द्वारा धन उपार्जन का काम किया जा रहा है। आज के समय में लाखों करोड़ों भारतीय दुनियाभर के कोने कोने में कुछ ना कुछ काम कर रहे हैं और पैसा कमा रहे (Remittance ka matlab kya hota hai) हैं।
अब ऐसा नहीं है कि वे वहां जाकर भारत में रह रहे अपने परिवार या अन्य जनों को भूल जाते हैं। उनके द्वारा हर वर्ष या महीने के आधार पर अपने परिवार वालों को पैसा भेजा जाता है जो वे अपने कमाए हुए पैसों में से बचा कर उन्हें भेजते हैं। ऐसे में इन्हीं पैसों से ही उनका परिवार आर्थिक रूप से सक्षम बनता है और उनका उपयोग करता है। अब विदेशों से देश में इस रूप में पैसा बहुत आता है जो भारतीय परिवार खर्च करते (Remittance kya hai) हैं।
इन पैसों से उस परिवार पर ही नहीं बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था तथा अन्य कारकों पर भी बहुत प्रभाव पड़ता है। इन पैसों को हम रेमिटेंस भी कह सकते हैं जिसके बारे में आज के इस लेख में हम आपके साथ बात करने वाले (Know what is remittance in Hindi) हैं। तो यह रेमिटेंस क्या होता है और किस तरह से यह हमारे देश की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव डालता है, आज हम उसी के बारे में ही बात करने वाले हैं।
रेमिटेंस क्या होता है? (Remittance kya hota hai)
आज के इस लेख में हम आपके साथ रेमिटेंस क्या होता है, इसके ऊपर ही बात करने वाले हैं। तो ऐसे परिवार जिनका कोई सदस्य विदेश में रह कर काम कर रहा है या पढ़ने के साथ साथ कोई काम भी करता है तो वहां पर इस Remittance शब्द की चर्चा बहुत बार देखने को मिलती है। वहीं जिनके परिवार का सदस्य विदेशों में वाइट कॉलर जॉब कर रहा है अर्थात डॉक्टर, इंजीनियर या ऐसे ही अव्वल दर्जे की नौकरी तो वहां तो रेमिटेंस पर ही पूरा परिवार निर्भर करता (Remittance meaning in Hindi) है।
ऐसे में विदेशों में जो भी भारतीय नागरिक काम कर रहा है और उसके द्वारा किसी भी माध्यम से जो भी धन उपार्जन किया जा रहा है या कमाई की जा रही है। उस कमाई में से वह हर महीने या हर वर्ष भारत में बसे हुए अपने माता, पिता या अन्य किसी परिवार के सदस्य या रिश्तेदार या मित्र या अन्य कोई भी जानकार व्यक्ति को जो पैसा भेजता है, उसे ही रेमिटेंस या Remittance कहा जाता है। ऐसे में इस रेमिटेंस की भारत में बहुत ज्यादा महत्ता होती है जो हम आपको नीचे विस्तार से (Define remittance details in Hindi) बतायेंगे।
एक तरह से आप यह जान लें कि विदेशों से भारत में आ रहा भारतीयों की कमाई का पैसा ही रेमिटेंस कहलाता है। अब जो विदेशी कंपनी भारत में आ रही है और पैसा निवेश कर रही है वह रेमिटेंस ना होकर FDI होती है जो कि एक अलग विषय है। किन्तु इसमें भारतीय कंपनी विदेशों में काम कर जो पैसा ला रही है या भारत में भेज रही है, उसे भी रेमिटेंस ही कहा जाता है। ऐसे में आइये इसके बारे में जान लेते (What is remittance in Hindi) हैं।
रेमिटेंस में क्या कुछ आता है?
बहुत से लोग यह समझ नहीं पाते हैं कि आखिरकार इस Remittance में क्या कुछ आता है और किस किस तरह की कमाई को वे रेमिटेंस में शामिल कर सकते हैं। तो यहाँ आप यह जान लें कि हर तरह का पैसा जो भारतीय के द्वारा विदेश से देश में भेजा जा रहा है, वह रेमिटेंस ही कहलाता है। अब वह चाहे किसी व्यक्ति विशेष के द्वारा दूसरे देश में नौकरी करके अर्जित किया गया पैसा हो या फिर किसी तरह का व्यापार करके या अपनी दुकान खोलकर या अन्य किसी माध्यम से।
उसी तरह किसी भारतीय कंपनी या संस्था या बैंक या अन्य किसी भी चीज़ के द्वारा विदेशों में अपनी शाखा या कंपनी खोलकर, या फिर अपने उत्पाद बेचकर या सेवाएं देकर या अन्य किसी भी माध्यम से जो पैसा कमाया जाता है और फिर उस पैसे को या उसके कुछ अंश को भारत में भेजा जाता है तो वह पैसा भी रेमिटेंस के अंतर्गत ही कैलकुलेट किया जाता है। हालाँकि कई बार इसे अलग भी रख लिया जाता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि कंपनियों के द्वारा की जा रही कमाई और उसे देश में भेजने की स्थिति को अलग अलग देशों में अलग अलग रूप में देखा जाता है।
ऐसे में यदि हम भारत देश की बात करें तो यहाँ पर मुख्य तौर पर व्यक्ति विशेष या परिवार के द्वारा की जा रही कमाई को अपने देश में किसी को भेजना ही रेमिटेंस के अंतर्गत गिना जाता है। जबकि कंपनियों के द्वारा विदेशों में की गयी कमाई को अलग रूप में आँका जाता है।
Remittance और FDI में अंतर (Difference between remittance or FDI in Hindi)
अब बहुत से लोग Remittance और FDI को एक ही समझ लेते हैं क्योंकि दोंनो ही रूप में पैसा तो भारत ही आ रहा है किन्तु दोनों में बहुत बड़ा अंतर है। आज हम आपके सामने उसी अंतर को ही रखने जा रहे हैं। तो Remittance के तहत भारत आने वाला पैसा किसी भारतीय व्यक्ति के द्वारा ही भेजा जा रहा होता है, फिर चाहे वह किसी की सहायता करने के लिए हो, अपने परिवार के लिए हो या किसी चीज़ में निवेश करने के लिए हो। इस तरह से विदेश में बसा एक भारतीय अपने द्वारा वहां की गयी कमाई को भारत में भेजने का काम कर रहा है तो उसे ही रेमिटेंस कहा जाता है।
वहीं FDI का अर्थ होता है किसी विदेशी कंपनी या व्यक्ति के द्वारा भारत में पैसा निवेश किया जाना। अब यह पैसा मुख्य तौर पर धन उपार्जन के लिए ही किया जाता है। एक तरह से आप इसमें प्रसिद्ध रेस्टोरेंट चैन डोमिनोज को ले सकते हैं। तो डोमिनोज एक विदेशी कंपनी है और उसने भारत के सैकड़ों शहरों में अपने रेस्टोरेंट खोल रखे हैं। तो इस तरह से डोमिनोज ने भारत में जो निवेश किया है या पैसा भेजा है, वह Remittance ना होकर FDI कहलाता है। इसके जरिये वह हर दिन लाखों भारतीयों के पेट में फास्ट फूड ठूंस कर करोड़ों रुपये कमाती है और यह पैसा अपने देश में Remittance के रूप में भेजती है।
भारत में कितना रेमिटेंस आता है? (India remittance by country in Hindi)
अब यदि हम भारत देश की बात करें तो आज के समय में सबसे ज्यादा पैसा रेमिटेंस के रूप भारत देश में ही आता है। एक तरह से हम सीधे शब्दों में यह कह सकते हैं कि विदेशों में भारतीय इतने ज्यादा बस चुके हैं और उनके द्वारा इतना पैसा कमाया और भारत भेजा जा रहा है जो किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक है। वर्ष 2017 तक तो चीन इस मामले में पहले नंबर पर और भारत दूसरे स्थान पर था लेकिन अब भारत देश इसमें नंबर एक पर बना हुआ (India largest remittance-receiving country in world in Hindi) है।
वर्ष 2021 में भारत में रेमिटेंस के रूप में कुल 87 अरब डॉलर आए थे जो आंकड़ा हर वर्ष बढ़ता ही जा रहा है। एक तरह से हर आने वाले वर्ष में पिछले वर्ष की तुलना में रेमिटेंस का पैसा बढ़ता ही चला जाता है। इससे पता चलता है कि भारतीय विदेशों में कितना पैसा कमा रहे हैं और उन पैसों को पुनः भारत में बैठे अपने परिवार के सदस्यों को भेज रहे हैं।
रेमिटेंस का देश की अर्थव्यवस्था में योगदान (How does remittances help the economy in Hindi)
अब रेमिटेंस के रूप में भारत देश या फिर अन्य किसी भी देश को जो पैसा मिलता है, वह निश्चित तौर पर ही वहां की अर्थव्यवस्था को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि जितना ज्यादा पैसा भारत देश में Remittance के रूप में प्राप्त होता है, देश उतनी ही तेजी के साथ आर्थिक उन्नति करता है और विकास कार्य करवाता है। वर्ष 2021 में देश में जो 87 अरब डॉलर का रेमिटेंस प्राप्त हुआ था, वह देश की जीडीपी का 3 प्रतिशत था।
यह आंकड़ा हर वर्ष के साथ बढ़ता ही जा रहा है। वर्ष 2017 तक रेमिटेंस का जीडीपी में योगदान 2.5 प्रतिशत था जो अब बढ़ कर 3 प्रतिशत तक जा पहुंचा है। इस तरह से यह देश के लोगों को और देश को भी आर्थिक रूप से सक्षम बनाने और देश की उन्नति करने में सहायक की भूमिका निभाता है।
रेमिटेंस भेजने में क्या कठिनाई होती है?
हालाँकि Remittance के द्वारा देश की अर्थव्यवस्था को बहुत ही अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं लेकिन एक चीज़ जो इस रेमिटेंस को बुरी तरह प्रभावित करती है, वह है इसे भेजने में लगने वाला शुल्क। अब मान लीजिये कि आप स्पेन में काम कर रहे हैं और वहां पर आप हर वर्ष 3 लाख यूरो कमा लेते हैं। अब इसमें से आप वहां पर 1 लाख यूरो ही खर्च करते हैं जबकि 2 लाख यूरो भारत में बसे अपने परिवार को भेजना चाहते हैं। तो अब इन यूरो को भारतीय मुद्रा अर्थात रुपये में बदला जाता है।
साथ ही दो देशों में रुपयों का आदान प्रदान करने पर भारी भरकम कर भी लिया जाता है। पिछले कुछ वर्षों के आंकड़ों के अनुसार वैश्चिक स्तर पर रेमिटेंस पर लगने वाली चार्ज दर 6 से 7 प्रतिशत के आसपास रही थी। इस हिसाब से यदि आप 2 लाख यूरो भारत में भेजने जा रहे हैं तो उस पर 6 प्रतिशत के शुल्क के अनुसार 12 हज़ार यूरो आपको शुल्क के तौर पर चुकाने होंगे। ऐसे में आपके परिवार को केवल 1 लाख 88 हज़ार यूरो ही भारतीय मुद्रा में प्राप्त हो पाएंगे।
इस तरह से रेमिटेंस पर लगने वाला चार्ज ही सबसे बड़ी दुविधा होती है। इस पर वर्ल्ड बैंक तथा अन्य अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संस्थाएं तेजी के साथ काम कर रही है ताकि एक देश से दूसरे देश में पैसा भिजवाने पर कम चार्ज लिया जा सके और यह सुविधाजनक भी हो सके।
रेमिटेंस कैसे भेजें? (How to pay remittance in Hindi)
अब आपको यह भी जान लेना चाहिए कि आखिरकार किस तरह से आप दूसरे देश में रहकर भारत में बसे अपने परिवार को रेमिटेंस के रूप में पैसा भेज सकते हैं। तो इसके कई माध्यम होते हैं जिनमें से हम तीन माध्यमों को आपके सामने रखने जा रहे हैं। आइये जाने Remittance भेजने के तरीकों के बारे में।
वायर ट्रांसफर
यह पहले के समय में बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल में लाया जाने वाला माध्यम होता था जो आज के समय में इतना प्रभावी नहीं है। यह ऑफलाइन माध्यम से पैसे भेजने की एक तकनीक होती थी जिसमें आप दूसरे देश के सेंटर में जाकर वहां पैसे भेजते थे। अब वहां से उन पैसों को वायर के माध्यम से आपके देश में भेजा जाता था और आपके परिवार को पैसे मिलते थे। यह कुछ उसी तरह का हुआ जैसे आप किसी अन्य के बैंक में जाकर पैसा ट्रांसफर करवाते हैं।
बैंक ट्रांसफर
आज के समय में यह तरीका बहुत ही ज्यादा प्रभावी है किन्तु इसके लिए दोनों की ओर से अपने अपने बैंक खाते में अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग शुरू की हुई होनी चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि आप अपने जिस बैंक खाते से रेमिटेंस के रूप में भारत में पैसा भेज रहे हैं, उस पर और जिसके खाते में भेज रहे हैं, उस बैंक खाते पर अंतर्राष्ट्रीय बैंकिंग की सुविधा शुरू हुई होनी चाहिए। ऐसे में आपका बैंक और सामने वाले का बैंक कुछ शुल्क काट कर वह पैसा भेज देता है।
मनी ट्रांसफर ऐप्स
बैंक ट्रांसफर एक सीधा तरीका है लेकिन लोग और ज्यादा सुगम तरीकों से पैसा भेजने के लिए मनी ट्रांसफर ऐप का सहारा लेने लगे हैं। यहाँ पर उन्हें शुल्क के रूप में लगने वाली कुल राशि, पैसों का जल्दी से ट्रांसफर इत्यादि कई तरह की सुविधाएँ मिलती है। एक प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय पैसा ट्रांसफर करने वाली ऐप का नाम वेस्टर्न यूनियन है। हालाँकि इसके अलावा भी कई ऐप्स हैं जिनके माध्यम से पैसा भेजा जाता है।
रेमिटेंस क्या होता है – Related FAQs
प्रश्न: रेमिटेंस ट्रांसफर कैसे करें?
उत्तर: रेमिटेंस ट्रांसफर करने के लिए आप वायर ट्रांसफर का इस्तेमाल कर सकते हैं जिसके बारे में संपूर्ण जानकारी हमने ऊपर के लेख में दी है जो आपको पढ़ना चाहिए।
प्रश्न: रेमिटेंस क्लियर होने में कितना समय लगता है?
उत्तर: इसके लिए 3 से 4 कार्यदिवस का समय लगता है।
प्रश्न: रेमिटेंस इनफ्लो क्या है?
उत्तर: रेमिटेंस के बारे में संपूर्ण जानकारी हमने ऊपर के लेख में दी है जो आपको पढ़ना चाहिए।
प्रश्न: रेमिटेंस में क्या शामिल होता है?
उत्तर: रेमिटेंस के बारे में संपूर्ण जानकारी को हमने ऊपर के लेख में विस्तार से बताया है जो आपको पढ़ना चाहिए।
तो इस तरह से इस लेख के माध्यम से आपने रेमिटेंस के बारे में जानकारी प्राप्त कर ली है। आपने जाना कि रेमिटेंस क्या होता है रेमिटेंस में क्या आता है रेमिटेंस का देश की अर्थव्यवस्था में योगदान और रेमिटेंस कैसे भेजें इत्यादि। आशा है कि जो जानने के लिए आप इस लेख पर आए थे वह आपको मिल गई होगी। फिर भी यदि कोई प्रश्न आपके मन में शेष है तो आप हम से नीचे कॉमेंट करके पूछ सकते हैं।