रेस्टोरेंट का बिजनेस कैसे शुरू करे? | निवेश, प्रॉफिट, नियम व शर्ते | Restaurant ka business kaise shuru kare

|| रेस्टोरेंट का बिज़नेस कैसे शुरू करे? | Restaurant ka business kaise shuru kare | बिज़नेस करने का लाइसेंस ले? | Restaurant business license | रेस्टोरेंट खोलने में कितना खर्चा आएगा? ||

Restaurant ka business kaise shuru kare :- भारत देश में यदि कोई बिज़नेस सबसे ज्यादा चलता है या फिर यूँ कहे कि जिस बिज़नेस में सबसे अधिक फायदा देखने को मिलता है तो वह है रेस्टोरेंट का बिज़नेस। साथ ही बढ़ते ज़माने के सह साथ तरह तरह के रेस्टोरेंट चलन में आ गए हैं। पहले जहाँ कही कही ही रेस्टोरेंट देखने को मिलते थे वे आज के समय में हर जगह खुल (Restaurant kholne ka tarika) चुके है। वैसे भी आज के समय में लोग अपने घर से बाहर निकल कर इन रेस्टोरेंट में जाकर खाना बहुत पसंद भी करते हैं।

पहले तो केवल किसी उत्सव इत्यादि के मौके पर ही रेस्टोरेंट होटल जाकर खाया जाता था लेकिन आज वैसा बिल्कुल भी नही है। अब तो लोग सामान्य (Restaurant ka business kaise karen) तौर पर भी इन रेस्टोरेंट पर जाकर भोजन का लुत्फ़ उठाने लगे हैं। तो ऐसे में नए नए रेस्टोरेंट खोलने का एक चलन सा बन गया है। जो भी रेस्टोरेंट के बिज़नेस में जा (Restaurant ka business kaise start karen) रहा है वह बहुत कमाई भी कर रहा है।

तो यदि आप भी रेस्टोरेंट के बिज़नेस में जाना चाहते हैं और एक अच्छा सा रेस्टोरेंट खोलने को इच्छुक है तो आज हम आपके साथ इसी विषय पर ही चर्चा (Restaurant ka business kaise shuru karen) करने वाले हैं। आज के इस लेख को पढ़कर आपको आईडिया हो जाएगा कि किस तरह से आप भी अपना रेस्टोरेंट का बिज़नेस शुरू कर सकते हैं और उसके जरिये अच्छे खासे पैसे कमाना भी।

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रेस्टोरेंट का बिज़नेस कैसे शुरू करे? (Restaurant ka business kaise shuru kare)

रेस्टोरेंट का बिज़नेस शुरू करने के लिए आपको एक एक चीज़ का ध्यान रखना होगा। वह इसलिए क्योंकि इस तरह के बिज़नेस में प्रतिस्पर्धा बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है और हर कोई एक दूसरे से आगे निकालने की होड़ में नित नए एक्सपेरिमेंट कर रहा है। ऐसे में यदि आप भी सभी बातो को ध्यान में रख कर नहीं चलेंगे तो अवश्य ही रेस्टोरेंट के बिज़नेस में पीछे रह जाएंगे।

रेस्टोरेंट का बिजनेस कैसे शुरू करे निवेश, प्रॉफिट, नियम व शर्ते Restaurant ka business kaise shuru kare

तो आज के इस लेख को पूरी सावधानी और सतर्कता के साथ पढ़ेंगे और उसी के अनुसार ही आगे के निर्णय लेंगे तो बेहतर रहेगा। हमारे द्वारा कही गयी एक एक बात आपके रेस्टोरेंट के बिज़नेस को चलाने में बहुत ही कारगर सिद्ध होगी। तो आइए जाने रेस्टोरेंट का बिज़नेस करने के लिए आपको क्या कुछ करना चाहिए।

रेस्टोरेंट का एक नाम सोचे (Restaurant ka naam kya rakhe)

रेस्टोरेंट का बिज़नेस शुरू करना है तो उसके लिए अपने रेस्टोरेंट का एक बढ़िया सा नाम सोचे। अब यह नाम आप ऐसा वैसा रखने की बजाए पूरी रिसर्च के साथ रखे। कहने का मतलब यह हुआ कि यदि आप अपने रेस्टोरेंट को एक नयी और अच्छी पहचान देना चाहते हैं तो उसका नाम भी यूनिक और सबसे अलग होना चाहिए। यह नाम कुछ ऐसा होना चाहिए जिसे सुनकर ही लोगों के मन में एक अलग छाप बन जाये।

अब यदि आपको कोई नाम सूझ नहीं रहा है या समझ नहीं आ रहा है तो आप अपने शहर के सभी रेस्टोरेंट के नाम की एक सूची निकाल ले और उन्हें देखे कि उन्होंने कैसे कैसे नाम रखे है और उन नाम को रखने का क्या औचित्य है। तो इससे भी आपको बहुत मदद मिल जाएगी और आप भी अपने रेस्टोरेंट के लिए एक बढ़िया सा नाम सोच पाएंगे।

बिज़नेस करने का लाइसेंस ले (Restaurant business license)

रेस्टोरेंट का बिज़नेस करना है तो उसके लिए आपको सरकार से लाइसेंस भी लेना होगा क्योंकि बिना लाइसेंस के तो आप यह काम कर ही नयी सकते हैं। यदि आप सोचते हैं कि आप बिना लाइसेंस के ही अपना रेस्टोरेंट का बिज़नेस चला लेंगे तो आपके ऊपर कानूनी कार्यवाही तक हो सकती है। ऐसे में यह बहुत ही जरुरी हो जाता है कि आप उसके लिए आवश्यक सभी लाइसेंस लेने के लिए पहले से ही आवेदन कर दे।

इसके लिए मुख्य तौर पर आपको भारत का फ़ूड डिपार्टमेंट ही लाइसेंस देना क्योंकि रेस्टोरेंट का बिज़नेस खाने के व्यवसाय से जुड़ा हुआ है। तो उनके द्वारा आपके रेस्टोरेंट की गुणवत्ता, साफ सफाई, खाना बनाने का स्टाइल इत्यादि सब जांचा जाएगा। इसके बाद ही आपको फ़ूड लाइसेंस देने का काम किया जाएगा।

जीएसटी के तहत पंजीकरण करवाए (Restaurant business GST registration)

रेस्टोरेंट का बिज़नेस खोलने के लिए आपको उसका जीएसटी नंबर भी लेना होगा। अब आप रेस्टोरेंट पर जो भी खाना बनायेंगे तो उसका कुछ मूल्य भी होगा। तो यह मूल्य ही आप बिल पर काट कर देंगे तो उस पर जीएसटी नंबर लिखा होना जरुरी होता है। इस जीएसटी से ही भारत सरकार व राज्य सरकार को टैक्स जाता है। तो यह तो बहुत ही जरुरी चीज़ हो जाती है क्योंकि बिल पर जीएसटी का लिखा जाना कानूनी रूप से अनिवार्य है।

तो आपको भी सबसे पहले जीएसटी नंबर लेने के लिए आवेदन दे देना चाहिए। इसके लिए आपके रेस्टोरेंट के नाम का पंजीकरण करवाया जाना भी आवश्यक होता है। तो आइए वह भी करवा लेते हैं या उसके बारे में भी जानकारी ले लेते हैं।

रेस्टोरेंट के नाम का पंजीकरण करवाए (Restaurant name registration)

आपने अपने रेस्टोरेंट का जो भी नाम सोचा हो फिर चाहे वह उसके बिज़नेस से मेल खाता हो या नहीं, किंतु उसका पंजीकरण करवाया जाना अति आवश्यक होता है। इसके बिना तो ना आपका जीएसटी नंबर बन पाएगा और ना ही आपको फ़ूड लाइसेंस मिल पाएगा। तो आपके द्वारा जो भी नाम निर्धारित किया गया है उसे किसी नोटरी या अधिवक्ता की सहायता से रजिस्टर्ड करवा लेंगे तो बेहतर रहेगा।

रेस्टोरेंट के बिज़नेस के लिए सही जगह का चयन (Restaurant business location)

रेस्टोरेंट के बिज़नेस के लिए जगह बहुत ही मायने रखती है। आप किसी रेस्टोरेंट को गली मोहल्ले में खुले हुआ नही देखेंगे क्योंकि वहां रेस्टोरेंट को खोलने का कोई मतलब नही बनता है। तो ऐसे में यदि आप चाहते हैं कि आपका रेस्टोरेंट का बिज़नेस सही से चले तो उसके लिए किसी अच्छी जगह का चुनाव किया जाना बहुत ही जरुरी होता है। अब यह जरुरी नही की वह जगह आपके यहाँ का मुख्य बाजार या प्रसिद्ध जगह हो, आप किसी भी खुली जगह पर भी इसे खोल सकते हैं।

कहने का मतलब यह हुआ कि बस यह किसी सुनसान या ऐसी जगह पर ना हो जहाँ पर लोग बहुत ही कम आते जाते हो। साथ ही यह किसी गली मोहल्ले में भी ना हो। इसके अलावा आप इसे अपने शहर के किसी भी जगह पर खोल सकते हैं बस एक शर्त यह है कि उसके साथ वाली सड़क खुली हो और वहां वाहन खड़े करने की जगह भी अच्छी खासी हो।

रेस्टोरेंट के लिए जगह का आकार तय करना

रेस्टोरेंट का बिज़नेस करने के लिए रेस्टोरेंट का आकार भी बहुत मायने रखता है। अब रेस्टोरेंट खोलने जा रहे हैं तो वहां पर लोग बैठ कर ही खाना खायेंगे। तो इसके लिए आपको एक बड़ी जगह लेनी होगी और उसके अनुसार ही सब व्यवस्था करनी होगी। यहाँ पर आपको कम से कम 20 लोगों के एक साथ बैठ कर खाना खाने की व्यवस्था करनी होगी। आप चाहे तो इससे भी ज्यादा लोगों के बैठने की व्यवस्था कर सकते हैं।

अब यदि आपके पास जमीन की कमी हैं तो आप दो मंजिल का भी रेस्टोरेंट बना सकते हैं। बहुत से रेस्टोरेंट तो तीन से चार मंजिल के भी बने होते हैं। तो यदि आपके पास इतना पैसा नही भी हैं तो आप धीरे धीरे करके इनकी मंजिल में बढ़ोत्तरी कर सकते हैं। जैसे जैसे आपकी कमाई बढ़ती जाए वैसे वैसे ही आप रेस्टोरेंट का आकार भी बढ़ाते चले जाए।

रेस्टोरेंट का इंटीरियर सेट करना (Restaurant interior setup)

रेस्टोरेंट ऐसा होना चाहिए जिसको देखते ही ग्राहक खुश हो जाए। तो आपको इसका इंटीरियर बहुत ही सोच समझ कर निर्धारित करना होगा और इसे आज के समय और ट्रेंड के हिसाब से बनाकर तैयार करना होगा। इसके लिए आप कई तरह के रेस्टोरेंट खुद से जाकर विजिट कर सकते हैं और उनके यहाँ के ट्रेंड और सजावट को नोट कर सकते हैं। यदि आप ऑनलाइन सर्च करेंगे तो आपको कई ऐसे डिजाईन और इंटीरियर मिल जाएंगे जो आप अपने रेस्टोरेंट में लगवा सकते हैं।

इस बात का हमेशा ध्यान रखे की यदि आपके रेस्टोरेंट का इंटीरियर लोगों को पसंद आया तो वे एक बार नहीं बल्कि बार बार आपके यहाँ आना चाहेंगे। अब इसमें लोगों के बैठने की व्यवस्था, टेबल का आकार, कुर्सियों या सोफों का डिजाईन, लाइटिंग, थीम इत्यादि बहुत सारी चीज़े आती है जिनका आप ध्यान रख सकते हैं। तो इसमें किसी भी तरह की कोताही ना बरतते हुए पूरा पूरा ध्यान रखे।

रेस्टोरेंट का मेन्यू फिक्स करना (Restaurant menu)

अब किसी रेस्टोरेंट में चाइनीज आइटम ज्यादा मिलती है तो किसी में भारतीय व्यंजन तो किसी में फ्रेंच फ़ूड तो किसी में कुछ। किसी में केवल फ़ास्ट फ़ूड ही मिलता है तो किसी में उसके साथ साथ दक्षिण भारतीय खाना भी मिलता है। किसी में भारी भोजन भी मिल जाता है तो किसी में केवल स्नैक्स ही मिलते हैं। अब इनमे भी किस किस तरह की खाने की आइटम मिलती है यह भी अलग अलग रेस्टोरेंट के हिसाब से अलग अलग होता है।

तो अब यह तो आपको ही सोचना होगा कि आप अपने यहाँ का मेन्यू किस तरह का रखना चाहते हैं। यह मेन्यू बहुत ही सोच समझ कर फिक्स करना चाहिए और यदि जरुरत हो तो इसमें समय समय पर बदलाव करते भी रहना चाहिए। आपको वह चीज़े अवश्य रखनी चाहिए जो लोग आम तौर पर फ़ास्ट फ़ूड के रूप में या ड्रिंक में खाना पीना पसंद करते हैं। साथ ही रेस्टोरेंट में केवल खाने की आइटम ही ना रखे बल्कि पीने में भी कई तरह की वैराइटी रखे।

रेस्टोरेंट के बिज़नेस के लिए स्टाफ को रखना

आप तो अपने रेस्टोरेंट में बिलिंग काउंटर पर बैठ कर सब कुछ मैनेज करने का काम करेंगे या फिर उसके लिए भी किसी व्यक्ति को मैनेजर बना कर रख लेंगे जो वहां बैठ कर लोगों के ऑर्डर लिया करेगा। किंतु रेस्टोरेंट का बिज़नेस चलाने में जो लोग सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं वे होते हैं वहां के वेटर और खाना बनाने वाले शेफ और कुक। तो आपको इन दोनों का ही चुनाव बहुत ही बेहतर तरीके से करना होगा और योग्य लोगों को ही काम पर रखना होगा।

वह इसलिए क्योंकि आपके यहाँ का कुक अच्छा भोजन नहीं बना रहा है तो वह ग्राहक ना केवल आपके रेस्टोरेंट को नेगेटिव रिव्यु देगा बल्कि आगे से कभी वहां खाने नहीं आएगा और ना ही किसी और को आने को कहेगा। इसी के साथ यदि आपके वेटर को ग्राहकों को अच्छे से हैंडल करना नहीं आया या उसका बात करने का तरीका सही नहीं है तो भी आपका बिज़नेस अच्छा नहीं चल पाएगा। इसलिए दोनों ही लोगों का चुनाव सोच समझ कर होना चाहिए।

कैश व कैशलेस दोनों तरह के पेमेंट की सुविधा

आज के समय में बहुत ही कम लोग होंगे जो रेस्टोरेंट या होटल जैसी जगहों पर कैश में पेमेंट करना जरुरी समझते होंगे। उनके द्वारा या तो ऑनलाइन या फिर कार्ड की सहायता से पेमेंट की जाती है। अब यदि आप पेमेंट करने के लिए एक या दो ही माध्यम रखेंगे तो यह आपके रेस्टोरेंट के बिज़नेस के लिए अच्छा नहीं रहेगा। मान लीजिए आपने UPI की सुविधा तो दी हुई है लेकिन यदि कोई व्यक्ति कार्ड से पेमेंट करना चाहता हैं तो आप क्या करेंगे।

तो आपको कैश के साथ साथ ऑनलाइन पेमेंट करने के सभी तरह के विकल्पों को अपने रेस्टोरेंट में रखना होगा। ग्राहकों को आपके यहाँ पेमेंट करने में किसी भी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिए।

खाने पीने की आइटम का मूल्य भी फिक्स करना

अब आती है सबसे मुख्य मुद्दे की बात और वह है खाने पीने की आइटम का दाम फिक्स करना। अब आप यह तो सोच लेंगे कि आपके यहाँ खाने पीने की कौन कौन सी आइटम बिका करेगी लेकिन उनका दाम क्या होगा, वह भी तो फिक्स करना होगा। तो अब यह पूरी तरह से आप पर ही निर्भर करेगा की आप उसके लिए क्या दाम रखना चाहते हैं।

कहने का मतलब यह हुआ कि इसके लिए ना तो कोई निर्धारित नियम है और ना ही कोई इसके बारे में सोचता है। अब वही चीज़ आपको किसी रेस्टोरेंट में 100 में मिलेगी तो दूसरे में 200 की तो तीसरे में 500 की भी मिल सकती है। तो यह पूर्ण रूप से उस पर निर्भर करेगा कि आपका रेस्टोरेंट किस शहर में है, किस तरह से बना हुआ है, उसका इंटीरियर कैसा है और वहां किस तरह का क्राउड ज्यादा संख्या में आता है। तो इन्ही सब बातो को ध्यान में रखते हुए ही यदि आप अपने यहाँ के खाने पीने की आइटम का दाम फिक्स करेंगे तो सही रहेगा।

रेस्टोरेंट के बिज़नेस में कितना खर्चा आएगा? (Restaurant business cost and investment)

रेस्टोरेंट का बिज़नेस खोलना कोई आसान काम नहीं होता है और इसमें होने वाला खर्चा भी मोटा होता है। वह इसलिए क्योंकि इसमें आपको जमीन की खरीदी से लेकर उस पर रेस्टोरेंट को खड़ा करना, उसका इंटीरियर सेट करना, खाने पीने की आइटम के लिए रसोई का सब समन मंगवाना, लोगों को काम पर रखना, इत्यादि सब काम खुद ही मैनेज करना होता है। साथ ही यह सब सामान आपको उच्च गुणवत्ता वाला मंगवाना होता है ताकि लोगों के मन के इसको लेकर अच्छी छवि बन सके।

तो कुल मिलाकर रेस्टोरेंट का बिज़नेस करने में आपका शुरूआती खर्चा 50 से 60 लाख रुपए तक का बैठ सकता है। अब यह रेस्टोरेंट का बिज़नेस करने के लिए सामान्य खर्चा माना जाता है। आप चाहे तो अपने बजट के अनुसार इसे 30 लाख में भी कर सकते हैं और एक करोड़ में भी।

अपने रेस्टोरेंट की मार्केटिंग करना ना भूले (Restaurant business marketing)

केवल रेस्टोरेंट को खोल लेना ही काफी नही होता है, उसकी मार्केटिंग और प्रोमोशन किया जाना भी बहुत जरुरी होता है। इसके लिए जब आप अपने रेस्टोरेंट का उद्घाटन करे तो उसकी ग्रैंड ओपनिंग अवश्य करे। आप पहले दिन खाना खाने आने वाले लोगों को मेन्यू में से 50 प्रतिशत का डिस्काउंट भी दे सकते हैं या फिर उन्हें कोई कूपन या ऐसा ही कोई गिफ्ट दे सकते हैं।

इसी के साथ आप सोशल मीडिया पर भी अपने रेस्टोरेंट के नाम एक पेज बना ले और उस पर समय समय पर कुछ ना कुछ पोस्ट करते रहे। इससे लोगों का आपके रेस्टोरेंट से जुड़ाव बना रहेगा और वे आपके यहाँ आने को उत्साहित नज़र आएंगे। आप अपने रेस्टोरेंट के पोस्टर या बैनर छपवा कर भी बंटवा सकते हैं। इसे आप अपने यहाँ बिकने वाले अख़बार के साथ भी जोड़ सकते हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग आपके रेस्टोरेंट के बारे में जान सके। इस पोस्टर या बैनर में अपने रेस्टोरेंट का मेन्यू कार्ड छपवाना ना भूले।

रेस्टोरेंट के बिज़नेस में कितनी कमाई होगी? (Restaurant business benefits in Hindi)

यह तो हमने आपको ऊपर ही बता दिया था कि रेस्टोरेंट का बिज़नेस एक ऐसा बिज़नेस है जिसमे सर्वाधिक कमाई देखने को मिलती है। अब जो चीज़ बाजार में 50 रुपए में मिल जाती है वही आप रेस्टोरेंट में 200 से 300 रुपए की बेच रहे होते हैं। तो चीज़ तो वही होती है बस आप इसे बनाने का स्टाइल और सर्व करने का तरीका ही तो बदलते हैं। तो एक तरह से यह आपकी शुद्ध कमाई ही तो हो रही है। साथ ही यह तो आप पर ही निर्भर करेगा कि आप चीजों के दाम कितने रखने जा रहे हैं।

तो इस तरह से रेस्टोरेंट का बिज़नेस करना बहुत ही लाभदायक बिज़नेस माना जाता है। भारत क्या पूरी दुनिया में कोई अन्य बिज़नेस ऐसा नहीं है जो इस रेस्टोरेंट के बिज़नेस का (Restaurant ke business me kamai) मुकाबला कर सके। एक बार यदि आपका रेस्टोरेंट अच्छे से चलने लग गया और लोगों को यह पसंद आने लगा तो देखते ही देखते आप आसमान की बुलंदियों तक पहुँच जाएंगे।

रेस्टोरेंट का बिज़नेस कैसे करे – Related FAQs

प्रश्न: रेस्टोरेंट खोलने में कितना खर्चा आएगा?

उत्तर: रेस्टोरेंट खोलने में 50 से 60 लाख रुपए का खर्चा आएगा।

प्रश्न: भारत में सबसे अच्छा बिजनेस कौन सा है?

उत्तर: भारत में सबसे अच्छा बिजनेस रेस्टोरेंट का बिज़नेस है।

प्रश्न: कौन सा बिजनेस में सबसे ज्यादा पैसा है?

उत्तर: रेस्टोरेंट के बिज़नेस में सबसे ज्यादा पैसा है।

प्रश्न: होटल कितना पैसा कमाता है?

उत्तर: होटल लाखों करोड़ो में पैसा कमाता है।

तो इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आप जान चुके हैं कि रेस्टोरेंट का बिज़नेस क्या होता है, इसमें क्या क्या चीज़े की जा सकती है, इसको आगे बढ़ाने के लिए किन किन बातों का प्रमुख तौर पर ध्यान रखना होगा और यह आपको आगे चलकर कितना तक फायदा पहुंचा सकता है।

शेफाली बंसल
शेफाली बंसल
इनको लिखने में काफी रूचि है। इन्होने महिलाओं की सोशल मीडिया ऐप व वेबसाइट आधारित कंपनी शिरोस में कार्य किया। अभी वह स्वतंत्र रूप में लेखन कार्य कर रहीं हैं। इनके लेख कई दैनिक अख़बार और पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं।
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