|| RIP का क्या मतलब होता है?, RIP meaning in Hindi, RIP की फुल फॉर्म क्या है?, RIP शब्द कहां से आया?, मरने के बाद RIP क्यों लिखा जाता है?, RIP का कब ना करे इस्तेमाल, Rip ki full form kya hoti hai ||
RIP meaning in Hindi :- आपने बहुत बार RIP शब्द को सुना होगा और किसी की मृत्यु होने पर इसे कहा भी होगा। पहले के समय में लोग किसी की मृत्यु होने पर ॐ शांति ही लिखा करते थे लेकिन पाश्चात्य सभ्यता के प्रभाव के कारण हम RIP शब्द का भी इस्तेमाल करने (Rip kya hota hai) लगे हैं। अब कुछ लोगों को तो इस RIP शब्द की फुल फॉर्म पता होती है जबकि अधिकांश लोगों को इसकी फुल फॉर्म का कुछ अता पता नहीं होता है।
इसी के साथ जिन लोगों को इसकी फुल फॉर्म पता भी होती है उन्हें भी इसका अर्थ नहीं पता होता। तो ऐसे में RIP का मतलब क्या होता है और यह किस चीज़ के लिए और क्यों इस्तेमाल किया जाता है, इसके बारे में आपका जानना बहुत ही (Rip kya hai) जरुरी है। यदि आप इसका बिना मतलब जाने ही किसी की मृत्यु होने पर इस शब्द का इस्तेमाल करेंगे तो यह घातक हो सकता है। तो आइए जाने RIP शब्द का मतलब।
RIP का क्या मतलब होता है? (RIP meaning in Hindi)
RIP लैटिन भाषा का एक शब्द है जिसे अंग्रेजी में भी इस्तेमाल किया जाता है। यह ईसाई धर्म से जुड़ा हुआ शब्द है जिसमे किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर उसे श्रद्धांजलि देने के लिए या शोक व्यक्त करने के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। कहने का मतलब यह हुआ की ईसाई धर्म को मानने वाले यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसके परिवार वाले, मित्र, जानने वाले इत्यादि RIP शब्द का इस्तेमाल कर उसके प्रति अपना दुःख व्यक्त करते हैं।
ठीक उसी तरह जिस प्रकार हम हिंदू धर्म के अनुयायी किसी की मृत्यु हो जाने पर ॐ शांति शब्द का इस्तेमाल करते हैं, ठीक उसी तरह ईसाई धर्म को मानने वाले लोग RIP शब्द का इस्तेमाल करते हैं। तो अब आपको यह तो पता चल गया है कि RIP शब्द का इस्तेमाल कब होता है और इसका मतलब क्या है लेकिन इसके लिए आपको इसकी फुल फॉर्म भी जाननी चाहिए। RIP की फुल फॉर्म को जानने के बाद ही आपको इसका सही से मतलब पता चल पाएगा।
RIP की फुल फॉर्म क्या है? (Rip ka full form)
RIP का मतलब जानने के लिए आपको RIP शब्द की फुल फॉर्म भी जाननी होगी। अब बहुत से लोगों को RIP का तो पता होगा लेकिन इसकी फुल फॉर्म क्या होती है, इसके बारे में नहीं पता होगा। तो यदि हम RIP के फुल फॉर्म की बात करे तो वह अंग्रेजी भाषा का शब्द होता है जिसे हम रेस्ट इन पीस कह (Rip ka full form kya hai) सकते हैं। अब यदि इसे अंग्रेजी भाषा में ही लिखा जाये तो उसे Rest In Peace कहा जाएगा।
बहुत से लोग जिन्हें RIP की फुल फॉर्म पता होती है वे RIP को सीधा लिखने की बजाए इसे रेस्ट इन पीस लिखना या Rest in Peace लिखना भी पसंद (Rip ki full form kya hoti hai) करते हैं। इस तरह से वे यह दिखाना चाहते हैं कि मरने वाले के प्रति उनकी गहरी संवेदनाएं हैं। इसलिए वे सोचते है की RIP की शोर्ट फॉर्म लिखने की बजाए इसका पूरा नाम लिख कर वे ये दिखा सकेंगे कि वे सामने वाले को कितना प्यार करते थे।
RIP शब्द कहां से आया? (Rip word origin in Hindi)
अब आपने यह तो जान लिया कि RIP का पूरा नाम Rest in Peace होता है लेकिन यह इसका असली नाम नहीं है। कहने का मतलब यह हुआ कि यह शब्द तो बाद में बना है जबकि पहले यह किसी और शब्द का शोर्ट फॉर्म था। तो ऊपर हमने आपको बताया कि RIP अंग्रेजी भाषा का शब्द ना होकर लैटिन भाषा का एक शब्द है और उसी से ही यह अंग्रेजी भाषा का शब्द बना है।
तो ऐसे में RIP का असलियत में पूरा नाम या फुल फॉर्म ‘Requiescat In Pace’ होती है। यह लैटिन भाषा का शब्द होता है जिसे बाद में बदल कर रेस्ट इन पीस कर दिया गया। तो यदि आप पहले की कब्रों को देखेंगे जहाँ ईसाई लोगों के शव दफनाये जाते हैं वहां पर रेस्ट इन पीस की जगह Requiescat In Pace लिखा हुआ दिखाई देगा।
RIP का हिंदी में मतलब (Rip word meaning in Hindi)
RIP का हिंदी में क्या मतलब होता है, यह जानना भी तो जरुरी हो जाता है। तो आपने RIP का अंग्रेजी और लैटिन भाषा में तो नाम जान लिया लेकिन उसका असली मतलब क्या है। तो यदि आप सोच रहे हैं कि RIP के लैटिन और अंग्रेजी नाम के अलग अलग मतलब है तो आप गलत (Rip ka Hindi Meaning in Hindi) है। दरअसल जिस चीज़ को लैटिन भाषा में Requiescat In Pace कहा जाता है उसे ही अंग्रेजी में Rest in Peace के नाम से जाना जाता है।
वही यदि हम इस शब्द के हिंदी नाम की बात करे तो उसका मतलब होता है शांति से सोना। ईसाई धर्म में यह माना जाता है कि व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसकी आत्मा उसके शरीर से निकल जाती है और शरीर सो जाता (Rip ka Hindi matlab) है। तो अब वह शरीर हमेशा शांति से सोयेगा और आत्मा भी शांति से रहेगी। इसके बारे में विस्तार से जानते हैं ताकि आपको RIP का संपूर्ण मतलब समझ में आ सके।
RIP क्यों बोलते हैं? (Rip word use for in Hindi)
अब यह तो आपने जान लिया कि RIP को कब बोला जाता है और यह शोक प्रकट करने के लिए इस्तेमाल होता है। कहने का मतलब यह हुआ कि यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसके प्रति अपनी संवेदना प्रकट करने के लिए RIP शब्द का इस्तेमाल किया जाता है किंतु इसको इस्तेमाल करने के पीछे का क्या उद्देश्य है, यह जानना भी तो उतना ही जरुरी हो जाता है।
तो जैसा कि हमने आपको ऊपर ही बताया कि यह RIP शब्द ईसाई धर्म से जुड़ा हुआ शब्द होता है तो इसका इस्तेमाल होने का कारण भी उसी से ही जुड़ा हुआ होगा। तो ईसाई धर्म के अनुसार जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो उसकी आत्मा हमेशा के लिए सो जाती है और फिर कभी जन्म नहीं लेती है। अब जब व्यक्ति मर जाता है तो उसका शरीर भी निष्क्रिय हो जाता है और उसकी आत्मा वहां से निकल कर हमेशा के लिए शांति से सोने के लिए चली जाती है।
तो ऐसे में उसकी आत्मा को शांति मिले और वह हमेशा शांति में सोती रहे, इसके लिए RIP शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। ईसाई धर्म में पुनर्जन्म का कोई कांसेप्ट नही होता है और ना वे इसमें मानते हैं। उनके अनुसार एक आत्मा केवल एक शरीर ही धारण करती है और उसके बाद हमेशा के लिए सोने चली जाती है। तो इसी परिप्रेक्ष्य में RIP शब्द का इस्तेमाल किया जाता है।
RIP शब्द को मुख्य तौर पर ईसाई धर्म से जुड़ा हुआ ही माना जाता है और यह वही से निकला हुआ है। हालाँकि विश्व में कई अन्य धर्म है लेकिन इसका संबंध केवल और केवल ईसाई धर्म से ही है। इसलिए यदि अन्य किसी धर्म के व्यक्ति की मृत्यु होती है तो आपको उनके यहाँ बोले जाने वाले शब्दों का इस्तेमाल करना चाहिए, ना कि RIP का। आप ईसाई व्यक्ति की मृत्यु होने पर RIP शब्द का इस्तेमाल कर सकते हैं।
RIP का कब ना करे इस्तेमाल
बहुत से हिंदू अपनों की मृत्यु होने पर या सोशल मीडिया पर किसी की मृत्यु का समाचार पढ़कर उस पर बिना सोचे समझे ही RIP लिखने लग जाते हैं जबकि ऐसा करके वे उस मरने वाले व्यक्ति के साथ साथ खुद का उपहास उड़ा रहे (Rip kab likhte hai) होते हैं। इस तरह का कार्य करके वे ना केवल हंसी के पात्र बनते हैं बल्कि यह उनके अल्प ज्ञान को भी दर्शाता है। किसी की मृत्यु पर इतनी असंवेदनशीलता दिखाना उस व्यक्ति के चरित्र पर धब्बा समान होती है।
दरअसल इसके पीछे का कारण यह है कि हिंदू धर्म में कभी भी आत्मा को नश्वर या हमेशा सोने वाली नहीं माना गया है। हिंदू धर्म में एक आत्मा कई शरीर को धारण करती है और उसका पुनर्जन्म होता है। कहने का मतलब यह हुआ कि यदि किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो वह आत्मा सोने की बजाए फिर से किसी नए मानव शरीर को धारण करती (Rip kyu likha jata hai) है। यह चक्र चलता ही रहता है जब तक कि उसे मोक्ष की प्राप्ति ना हो।
मोक्ष की प्राप्ति हो जाने पर वह आत्मा ब्रह्म में अर्थात ॐ में लीं हो जाती है। उसके बाद वह अनन्त काल तक शांति में ही रहती है और मोक्ष पा लेती है। इसी उद्देश्य में हिंदू धर्म में किसी की मृत्यु हो जाने पर RIP की जगह ॐ शांति शब्द का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए आगे से आपको बिना सोचे समझे RIP शब्द का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए और किसी की मृत्यु हो जाने पर ॐ शांति शब्द बोलना चाहिए।
RIP शब्द का गलत इस्तेमाल
अंत में आप यह भी जान ले की बहुत से लोग अनजाने में RIP शब्द को गलत तरीके से लिख देते हैं और इस कारण उसका पूरा मतलब ही बदल जाता है। तो बहुत से लोग RIP को Rip के रूप में लिख देते हैं जिसका मतलब होता है काटना। दरअसल RIP एक शोर्ट फॉर्म है और यदि हम किसी की शोर्ट फॉर्म लिखते हैं तो उसके सभी अक्षर कैपिटल रूप में ही लिखे जाते हैं।
वही यदि हम किसी की शोर्ट फॉर्म को कैपिटल में नहीं लिखते हैं तो या तो उसका कोई अर्थ नहीं निकलता है या फिर उससे कोई शब्द है तो उसका वह मतलब निकलता है। ठीक यही चीज़ Rip के साथ है जिसका मतलब काटना होता है। तो आप या तो ॐ शांति शब्द का इस्तेमाल करे और यदि आपको RIP लिखना ही है तो आप उसे कैपिटल में ही लिखे।
RIP का क्या मतलब होता है – Related FAQs
प्रश्न: RIP का सही अर्थ क्या है?
उत्तर: RIP का सही अर्थ होता है शांति में सोना।
प्रश्न: रिप का मतलब हिंदी में क्या होता है?
उत्तर: रिप का मतलब हिंदी में हमेशा के लिए शांति से सोना होता है।
प्रश्न: मरने के बाद RIP क्यों लिखा जाता है?
उत्तर: मरने के बाद RIP इसलिए लिखा जाता है क्योंकि ईसाई धर्म के अनुसार आत्मा उसके बाद हमेशा के लिए सो जाती है।
प्रश्न: RIP का उपयोग कब किया जाता है?
उत्तर: RIP का उपयोग किसी के मर जाने पर शोक संवेदना प्रकट करने के लिए किया जाता है।
तो इस तरह से आज के इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि RIP शब्द का मतलब क्या होता है और इसे क्यों और कैसे इस्तेमाल किया जाता है। तो अब यदि आपके किसी जान पहचान में या किसी प्रसिद्ध व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो आप उस पर RIP लिखने से पहले एक बार अवश्य सोच ले और अपना उपहास उड़वाने से बचे।