|| RTO Officer Kaise Bane, आरटीओ की सैलरी कितनी होती है, आरटीओ ऑफिसर कैसे बने? योग्यता, कोर्स, जॉब, सैलरी, करियर | RTO Officer Kaise Bane, आरटीओ भर्ती 2024, RTO officer rank list ||
क्या आप अपने राज्य सरकार के परिवहन विभाग में नौकरी करना चाहते हैं? इसके लिए आपको आरटीओ ऑफिसर बनना होगा। यह एक ऐसा (RTO Officer banne ke liye kya kare) पद होता है जो किसी भी परिवहन विभाग के कार्यालय में बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। ऐसे में यदि आप आरटीओ ऑफिसर बनना चाहते हैं तो आपको पहले से ही बहुत सी जानकारी हासिल करनी लेनी चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए बहुत मेहनत करने की आवश्यकता होती है।
बहुत से लोगों को आरटीओ ऑफिसर के बारे में तो पता होता है और वे इस पद को पाना भी चाहते है लेकिन (RTO Officer kaise banaya jata hai) इसके लिए क्या क्या किया जाए या किस क्षेत्र में हाथ आजमाया जाये, इसके बारे में सही जानकारी नही हो पाने के कारण वे आरटीओ ऑफिसर बनने से चूक जाते हैं। ऐसे में यदि आप भी आरटीओ ऑफिसर बनने का (RTO Officer kaise bante hain) सपना देख रहे हैं तो आज के इस लेख में हम आपको इसी के बारे में संपूर्ण रूप से बताएँगे।
आरटीओ ऑफिसर क्या होता है? (RTO Officer kya hota hai)
अब जब आप आरटीओ ऑफिसर बनने का सपना देख रहे हैं तो आपका यह भी जानना आवश्यक हैं कि आखिरकार किसे आरटीओ ऑफिसर कहा जाता है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपको यही नही पता होगा कि आखिरकार एक आरटीओ ऑफिसर होता क्या तो आप इस पद को कैसे ही पा पाएंगे। तो आज आपको सबसे पहले यह जानना चाहिए कि आरटीओ ऑफिसर होता क्या है।
दरअसल भारत सरकार के द्वारा परिवहन विभाग के लिए हर शहर में एक ऑफिस का निर्माण किया जाता है जो अपने क्षेत्र में परिवन तथा वाहनों की पूरी सूची रखता है। उसी विभाग के पास शहर में कटने वाले हर चालान, चलने वाले हर वाहन, उनके नंबर इत्यादि की सूची होती है। तो इन सभी को देखने के लिए ऑफिसर की नियुक्ति की जाती है जिसे आरटीओ ऑफिसर कहते हैं।
RTO की फुल फॉर्म क्या है? (RTO Officer full form in Hindi)
अब जब आप आरटीओ ऑफिसर के बारे में इतना सब जान रहे हैं तो आपको अवश्य ही RTO की फुल फॉर्म भी जाननी होगी। बिना इसको जाने आप आरटीओ ऑफिसर के बारे में इतना सब कैसे ही जान पाएंगे। तो आज हम आपको बता दे कि RTO की फुल फॉर्म रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (Regional Transport Office) होती है। एक तरह से यह उस क्षेत्र का ट्रांसपोर्ट का ऑफिस कहलाया जाता है।
अब यदि हम RTO के हिंदी नाम की बात करे तो उसे हिंदी में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय कह दिया जाता है। मतलब कि इस क्षेत्र का परिवहन कार्यालय जिसके अंतर उस क्षेत्र में आने वाले सभी तरह के परिवहन का काम होता है। अब जो इस ऑफिस का संचालक ह्पोता है या जो यहाँ बैठता है उसे आरटीओ ऑफिसर कहा जाता है।
आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए योग्यता (RTO Officer eligibility)
अब जब आप आरटीओ ऑफिसर बनने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए क्या क्या योग्यता का होना आवश्यक है, इसके बारे में भी जानना चाहिए। बिना इसे जाने आप कैसे ही आप आरटीओ ऑफिसर बनने की तैयारी कर पाएंगे। इसलिए आप पहले से ही आरटीओ ऑफिसर बनने की योग्यता के बारे में जान लेंगे तो ना केवल यह आपके आगे के भविष्य के लिए बढ़िया रहेगा बल्कि आपको किसी अन्य समस्या का भी सामना भी नही करना पड़ेगा।
- यदि आप आरटीओ ऑफिसर बनना चाहते हैं तो आपके पास सबसे पहले तो ड्राइविंग लाइसेंस का होना जरुरी है। यदि आपके पास ही ड्राइविंग लाइसेंस नही होगा तो फिर आप अन्य लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस को कैसे ही अनुमति दे पाएंगे। इसलिए पहले स्वयं का दोपहिया व चार पहिया वाहन का लाइसेंस आवश्यक रूप से बनवा लेंगे तो बेहतर रहेगा।
- ड्राइविंग लाइसेंस होने के साथ साथ आपको दोनों तरह के वाहन सही से और पूरी तरह से चलाने आने चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपका किसी भी वाहन को चलाने में हाथ तंग है तो आप उसे सुधारे। ऐसा इसलिए क्योंकि आरटीओ ऑफिसर के पद पर नियुक्त होने से पहले आपका पूरी तरह से टेस्ट लिया जाएगा और आपसे हर तरह के वाहन को चलवाया जाएगा और उसके बाद ही आपको आरटीओ ऑफिसर के पद पर नियुक्त किया जाएगा।
- आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए आपको केंद्र सरकार द्वारा बनाये गए सभी तरह के यातायात नियमो का पता होना बहुत ही जरुरी है। यदि आपको ही यातायात नियम सही से नही पता होंगे तो फिर आप कैसे ही यह सोच सकते हैं कि आप ओरो से इन नियमो का पालन करवाएंगे। इसलिए यदि आप चाहते हैं कि आप जल्द से जल्द आरटीओ ऑफिसर बने तो स्वयं यातायात के नियमो को याद करें और उनका पालन भी।
- आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए आपका किसी भिब्तारह का लाइसेंस ना काटा गया हो। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपके नाम पर पहले से ही कई तरह के चालान काटे जा चुके हैं तो यह आरटीओ ऑफिसर बनने की छवि के लिए सही बात नही होती है। यह आपके करियर पर भी एक धब्बा हो सकता है। ऐसे में यातायात के नियमो का सख्ती के साथ पालन करना सीखें ताकि आपका चालान ना कटने पाए।
- आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए आपको किसी भी मान्यता प्राप्त विश्व विद्यालय से स्नातक की डिग्री आवश्यक रूप से लेनी होगी। साथ ही यदि आप चाहते हैं कि आपका जल्द से जल्द आरटीओ ऑफिसर के पद पर सिलेक्शन हो जाए तो आप शुरुआत से ही सभी तरह की परीक्षा में अच्छे अंक लेकर आये। यह आपको तेजी से आगे बढ़ने और आरटीओ ऑफिसर बनने की दिशा में आगे बढ़ाएगी।
आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए क्वालिफिकेशन (RTO Officer qualification)
अब जब आप आरटीओ ऑफिसर बनने की सभी योग्यताओं का पालन कर चुके हैं तो आपको यह भी जानना होगा कि आखिरकार किस तरीके से आप आरटीओ ऑफिसर बन सकते हैं और उसके लिए आपको किस तरह की शिकः को ग्राहक करना होगा। तो अब हम आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए आवश्यक शैक्षणिक योग्यताओं के बारे में जानेंगे ताकि बाद में चलकर किसी तरह की समस्या ना हो। आइए जाने आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए आपको कहां तक पढ़ाई करनी होगी।
- सबसे पहले तो आपको अपनी दसवीं कक्षा को पास करना होगा। यह आप किसी भी अंक से पास करे, कोई अंतर नही पड़ता। बस आपको किसी भी मान्यता प्राप्त विद्यालय से अपनी दसवीं की कक्षा को पास करना होगा ताकि आप आगे चलकर अच्छे अंक से आगे बढ़ सके।
- अब जब आपने दसवीं कक्षा को पास कर लिया हैं तो आप आगे चलकर किसी स्ट्रीम का चुनाव करेंगे। हालाँकि यदि आप आरटीओ ऑफिसर बनना चाहते हैं तो आप अपनी 11वीं कक्षा में आर्ट्स विषय का चुनाव कर सकते हैं। आप चाहे तो अन्य स्ट्रीम भी चुन सकते हैं जैसे कि मेडिकल, नॉन मेडिकल, कॉमर्स इत्यादि।
- अब जब आप अपनी बारहवीं की परीक्षा देंगे तो उसमे कम से कम 50 प्रतिशत अंक लेकर आये। आप चाहे अपनी बारहवीं किसी भी स्ट्रीम से करे लेकिन आपका कम से कम 50 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य माना जाएगा। बिना इसके आप आगे नही बढ़ पाएंगे और ना ही आरटीओ ऑफिसर बन पाएंगे।
- अब जब आपने अपनी बारहवीं कक्षा को 50 प्रतिशत से अधिक अंक लाकर पास कर लिया हैं तो आपको आगे के लिए किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज से स्नातक की डिग्री लेनी होगी। हालाँकि आप यह डिग्री कीसी भी विषय में कर सकते हैं लेकिन आप इसे न्यूनतम 50 प्रतिशत से अधिक अंकों के साथ ही पास करे।
- यदि आप आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए स्नातक की डिग्री कर रहे हैं तो आप इसके लिए बीए की डिग्री चुन सकते हैं। हालाँकि आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए किसी भी विषय में डिग्री की जा सकती हैं लेकिन आप बीए भी कर लेंगे तो भी यह काफी रहेगा। इसलिए आप ज्यादा मुश्किल पढ़ाई करने की बजाए बीए की डिग्री ले लेंगे तो भी आप आरटीओ ऑफिसर बन सकते हैं।
आरटीओ ऑफिसर कैसे बने? (RTO Officer Kaise Bane)
अब यदि आपने आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए सभी तरह की योग्यता का पालन कर लिया है और साथ ही अपनी स्नातक तक की पढ़ाई को भी पूरा कर लिया हैं तो अब आप आरटीओ ऑफिसर बनने की दिशा में आगे बढ़ चुके हैं। हालाँकि आज हम आपको बता दे कि यदि आप आरटीओ ऑफिसर बनना चाहते हैं तो इसके लिए कोई सीधी भर्ती नही निकलती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप आरटीओ ऑफिसर बनना चाहते हैं तो आपको पहले अपने राज्य परिवहन के किसी अन्य पद पर जाना होगा और उसी के बाद आप आरटीओ ऑफिसर बन पाएंगे।
ऐसे में आप सोच रहे होंगे कि आखिरकार आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए आपको पहले क्या बनना पड़ेगा। तो आज हम आपको बता दे कि यदि आप आरटीओ ऑफिसर बनना ही चाहते हैं तो इसके लिए पहले आपको MVI या ARTO ऑफिसर बनना होगा। इन दोनों में से आप किसी भी ऑफिसर को बनने के लिए चुन सकते हैं। फिर जब आप यह ऑफिसर बन जाएंगे तो आपको इस पद पर कुछ वर्षों के लिए कार्य करना होगा।
उसके बाद आपके कार्य को देखकर आपको आरटीओ ऑफिसर के पद पर पदोन्नत कर दिया जाएगा। एक तरह से यदि आप आरटीओ ऑफिसर बनना चाहते हैं तो पहले MVI या ARTO ऑफिसर के पद के लिए आवेदन करें और तभी आप आरटीओ ऑफिसर बन पाएंगे। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिरकार यह MVI या ARTO क्या होता है तो आइए इसके बारे में भी जान लेते है।
MVI क्या है और MVI की फुल फॉर्म (MVI full form in Hindi)
यदि आप MVI के बारे में जानना चाह रहे हैं तो इसकी फुल फॉर्म मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर होती है। कहने का अर्थ यह हुआ कि वह पुलिस अधिकारी जो मोटर व्हीकल के नियमों का पालन करवाने के लिए उत्तरदायी होता है, उसे MVI कहा जाता है। इसलिए यदि आप आरटीओ ऑफिसर बनना चाहते हैं तो सबसे पहले मोटर व्हीकल इंस्पेक्टर के पद पर जाए।
ARTO क्या है और ARTO की फुल फॉर्म (ARTO full form in Hindi)
यदि आप आरटीओ ऑफिसर बनना चाहते हैं या यूँ कहे कि रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिसर बनना चाहते हैं तो पहले आपको किसी अन्य रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिसर के नीचे रहकर काम करना होगा। कहने का अर्थ यह हुआ कि आपको उसका असिस्टेंट बनकर काम करना होगा। इस तरह से ARTO की फुल फॉर्म भी असिस्टेंट रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिसर हो जाएगी। मतलब वह ऑफिसर जो आरटीओ ऑफिसर के नीचे काम कर रहा हैं।
यदि आप आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए सीरियस हैं तो आपको ARTO के पद पर जाना चाहिए। इस पद पर जाने के बाद ही आप एक दिन आरटीओ ऑफिसर बन पाएंगे। कहने का अर्थ यह हुआ कि ARTO के पद पर कुछ वर्षों तक काम करने के बाद ही आपको आरटीओ ऑफिसर के पद के लिए नियुक्त किया जाएगा।
आरटीओ ऑफिसर के लिए चयन प्रक्रिया (RTO Officer selection process)
अब यदि आप यह जान चुके हैं कि आप सीधे आरटीओ ऑफिसर नही बन सकते हैं और आपको इसके लिए पहले ARTO या MVI के पद पर जाना होगा तो आपको उसकी चयन प्रक्रिया के बारे में भी जान लेना चाहिए। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आप आरटीओ ऑफिसर बनना चाहते हैं तो उसके लिए चयन प्रक्रिया कैसे होगी, इसके बारे में जानना भी आवश्यक हो जाता है। तो आइए जाने आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए आपको किस तरह की चयन प्रक्रिया से होकर गुजरना होगा।
लिखित परीक्षा
अब यदि आप आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए तैयारी कर रहे हैं तो सबसे पहले तो इसकी लिखित परीक्षा में बैठना होगा। हालाँकि यह हर राज्य के अनुसार अलग अलग होती हैं और इनके मापदंड भी अलग अलग ही होते हैं। कहने का अर्थ यह हुआ कि आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए जो लिखित परीक्षा राजस्थान में होगी तो वह उड़ीसा में अलग तरीके से होगी। हालाँकि इसका सिलेबस एक जैसा ही होता है जिसे आप दे सकते हैं।
फिजिकल टेस्ट
अब यदि आप आरटीओ ऑफिसर बनने की लिखित परीक्षा को पास कर लेते हैं तो इसके बाद बारी आती हैं इसका फिजिकल टेस्ट देने की। अब आप सोच रहे होंगे कि यह टेस्ट तो सेना में भर्ती के लिए किया जाता है तो उसका आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए क्यों लिया जाना आवश्यक है। दरअसल यहाँ फिजिकल टेस्ट लेने का अर्थ आपकी सेना की तरह टेस्ट लेने स नही है। बल्कि यहाँ पर आपका सामान्य फिजिकल टेस्ट लिया जाएगा जो पुलिस की भर्ती के लिए लिया जाता है।
इंटरव्यू
अब जब आप आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए लिखित परीक्षा व फिजिकल टेस्ट दोनों को ही सफलतापूर्वक पास कर लेंगे तो अंत में आपका इंटरव्यू लिया जाएगा। इस इंटरव्यू में आपसे मुख्यतया परिवहन विभाग व यातायात के नियमो से संबंधित प्रश्न ही पूछे जाएंगे। यदि आप इसे पार कर लेते हैं तो फिर आपको ARTO के पद पर नियुक्त कर लिया जाएगा।
इस तरह से आप ARTO बन जाएंगे या फिर MVI बन जाएंगे। उसके बाद आपको अगले 3 से 5 वर्षों के लिए ईद पद पर रहते हुए काम करना होगा। यदि आपका काम अच्छा हुआ तो आपको पदोन्नत कर आरटीओ ऑफिसर के पद परनियुक्त कर लिया जाएगा।
हालाँकि आप कितनी जल्दी आरटीओ ऑफिसर के पद पर नियुक्त किये जाते हैं यह पूर्ण रूप से आपके द्वारा किये गए काम पर ही निर्भर करेगा। कुछ लोग 3 साल में ही आरटीओ ऑफिसर बन जाते हैं तो कुछ को आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए 5 या इससे अधिक वर्षों तक प्रतीक्षा करनी पड़ती हैं।
आरटीओ ऑफिसर का सिलेबस क्या है (RTO Officer syllabus)
अब जब आप आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए लिखित परीक्षा देंगे तो अवश्य ही आपको इसमें आने वाले सिलेबस के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए। यदि आपको आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए क्या क्या पढ़ना पढ़ेगा इसके बारे में ही जानकारी नही होगी तो फिर कैसे ही आप इसका एग्जाम पास कर पाएंगे। इसलिए आइए जाने आरटीओ ऑफिसर बनने के लिए होने वाली लिखित परीक्षा में किस तरह का सिलेबस होता है।
- सामान्य ज्ञान [Common Sense]
- यातायात नियम [Traffic rules]
- हिंदी भाषा या राज भाषा [Hindi language or official language]
- अंग्रेजी भाषा [english language]
- वैकल्पिक विषय [optional subject]
- सामान्य अध्ययन
[general Studies]
तो एक तरह से आपको इन विषयों के बारे में ही जानकारी हासिल करनी होगी। इसमें भी आपको मुख्य रूप से सामान्य ज्ञान को ही मजबूत रखना होगा क्योंकि अनुय दो विषय तो शुद्ध रूप से आपकी भाषा पर आधारित विषय ही हो गये जबकि एक विषय आपकी स्नातक की डिग्री का कोई विषय हो जाएगा। इसी के साथ आपको यातायात नियमो को याद करना होगा जो हमने आपको पहले ही योग्यता के अंतर्गत बताया है।
आरटीओ ऑफिसर के कार्य (RTO Officer ke karya)
अब जब आप आरटीओ ऑफिसर बन जाएंगे या बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं तो अवश्य ही आपको यह भी जानना चाहिए कि आखिरकार एक आरटीओ ऑफिसर का क्या क्या काम होता है या फिर उसे आरटीओ ऑफिसर बनने के बाद क्या क्या काम करने होंगे। तो एक आरटीओ ऑफिसर को इन कामो को करना होगा:
- अपने क्षेत्र में चल रहे या ख़रीदे गए सभी वाहनों की जानकारी फिर चाहे वह छोटे वाहन हो या बड़े। हालाँकि इसमें बिना मोटर के चलने वाले वाहन नही आते है। अर्थात ऐसे वाहन जो मोटर से चलते हैं वे ही इसके अंतर्गत आएंगे जैसे कि बाइक, स्कूटी, कार, जीप, बस, ट्रक, वैन इत्यादि।
- अपने यहाँ ख़रीदे गए वाहनों को उनका रजिस्ट्रेशन नंबर उपलब्ध करवानाऔर साथ ही उनका रिकॉर्ड रखना। एक तरह से यदि आप कोई भी नया वाहन खरीदने जा रहे हैं तो आपको नंबर RTO ऑफिस से ही मिल पाएगा।
- अपने शहर या क्षेत्र में ट्रैफिक पुलिस को दिशा निर्देश जारी करना और उन्हें यातायात के नियमों का पालन करना सिखाना। इसी के साथ ट्रैफिक पुलिस के द्वारा जो भी चालान कटा जा रहा हैं उसका रिकॉर्ड रखना।
- यदि कोई व्यक्ति 18 वर्ष की आयु होने के पश्चात लाइसेंस के लिए आवेदन करता हैं तो उसका टेस्ट लेना, एक प्रक्रिया का पालन करना और फिर ही उसे लाइसेंस जारी करना। एक तरह से यदि आपको लाइसेंस चाहिए तो वह आपको RTO ऑफिस से ही मिल पाएगा।
- यदि किसी लाइसेंस का नवीनीकरण करना है या कोई लाइसेंस अवैध हो चुका है तो उसको नया जारी करने का काम भी आरटीओ ऑफिसर के द्वारा ही किया जाएगा। एक तरह से लाइसेंस को जारी करना या उसे अवैध करार देने का उत्तरदायित्व एक आरटीओ ऑफिसर के ऊपर ही होता है।
- अपने क्षेत्र में जो भी गाड़ियाँ चल रही हैं, उनका बीमा हो चुका है या नही, यदि नही हुआ तो उसका चालान करना या जुर्माना लगाना, इत्यादि काम भी एक आरटीओ ऑफिसर का ही होता है।
इस तरह से एक आरटीओ ऑफिसर का काम अपने क्षेत्र में हो रही परिवहन से जुड़ी हर गतिविधि में मायने रखता है। उसे हर चीज़ की जानकारी होनी चाहिए। साथ ही अपने क्षेत्र में परिवन व वाहन से जुड़े सभी नियमो का पालन करवाना भी एक आरटीओ ऑफिसर का ही उत्तरदायित्व होता है।
आरटीओ ऑफिसर की सैलरी (RTO Officer salary)
अब सबसे अंतिम और मुख्य प्रश्न जो हर वह व्यक्ति जानना चाहेगा जो आरटीओ ऑफिसर बनने की तैयारी कर रहा है। कहने का अर्थ यह हुआ कि यदि आपको यही नही पता होगा कि एक आरटीओ ऑफिसर कमा कितना लेता है या उसे आरटीओ ऑफिसर के पद पर नियुक्त करने के पश्चात कितना पैसा मिल जाता है तो फिर वह इसकी तैयारी ही क्यों करेगा। तो आज आप जान ले कि आरटीओ ऑफिसर की सैलरी पूर्ण रूप से एक राज्य का विषय माना जाता है व केंद्र की इसमें कोई भी भागीदारी नही होती है।
अब यदि यह राज्य का विषय हो गया हैं तो इसमें हर राज्य के अनुसार आरटीओ ऑफिसर की सैलरी भी भिन्न भिन्न देखने को मिलती है। यह वहां की रह्य सरकार के द्वारा ही निर्धारित किया जाता है। तो यदि आप आरटीओ ऑफिसर की तैयारी कर रहे हैं तो आपको यह देखना चाहिए कि आप किस राज्य से हैं और आपके राज्य में आरटीओ ऑफिसर की कितनी सैलरी है। सामान्य तौर पर एक आरटीओ ऑफिसर की सैलरी 30 हज़ार से लेकर 5-0 हज़ार के बीच में होती है। इसके अलावा उसे राज्य सरकार के द्वारा अन्य कई तरह की सुविधाएँ भी प्रदान की जाती हैं।
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प्रश्न: आरटीओ बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है?
उत्तर: आरटीओ बनने के लिए किसी भी विषय में स्नातक की पढ़ाई करनी पड़ती है।
प्रश्न: आरटीओ का काम क्या होता है?
उत्तर: आरटीओ का काम अपने अधिकार क्षेत्र में परिवन विभाग के नियमों का पालन करवाना होता है।
प्रश्न: आरटीओ का मतलब क्या होता है?
उत्तर: आरटीओ का मतलब क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय होता है।
प्रश्न: आरटीओ अधिकारी को हिंदी में क्या बोलते हैं?
उत्तर: आरटीओ अधिकारी को हिंदी में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय अधिकारी बोलते हैं।
तो आज आपने जाना कि आरटीओ ऑफिसर का क्या मतलब होता है, इसकी फुल फॉर्म क्या है, इसे हिंदी में क्या कहते है, इसके लिए आपके अंदर क्या क्या योग्यता होनी चाहिए, आपको कहां तक पढ़ना पढ़ेगा और उसमे कितने अंक लाने होंगे, उसके बाद आरटीओ ऑफिसर की चयन प्रक्रिया क्या है तथा एक आरटीओ ऑफिसर का क्या क्या काम होते है इत्यादि।